Quantcast
Channel: सामान्य ज्ञान अध्ययन – SamanyaGyan.com 2021
Viewing all 1939 articles
Browse latest View live

भारत के विभिन्न राज्यों में निवास करने वाली प्रमुख जनजातियों की सूची

$
0
0

भारत के आदिम आदिवासियों की राज्यवार सूची: (List of major tribes of India in Hindi)

भारत में जनजातीय समुदाय के लोगों की काफी बड़ी संख्या है और देश में 50 से भी अधिक प्रमुख जनजातीय समुदाय हैं। देश में रहने वाले जनजातीय समुदाय के लोग नेग्रीटो, ऑस्ट्रेलॉयड और मंगोलॉयड प्रजातियों से सम्बद्ध हैं।

भारत सरकार अनुसूचित जनजातियों के कल्याण के लिए प्रयासरत है जो कि देश की आबादी का 08 प्रतिशत हिस्सा हैं। इनमें से 18 लाख आदिम जनजाति समूह के हैं।

दसवीं पंचवर्षीय योजना और 2006-07 की वार्षिक योजना का उद्देश्य अनुसूचित जनजाति के सामाजिक, आर्थिक सशक्तीकरण और सामाजिक न्याय की त्रिस्तरीय व्यवस्था द्वारा इन्हें मजबूत बनाना है। दसवीं योजना के तहत 5,754 करोड़ रुपए योजना के लिए स्वीकृत किए गए जबकि 2006-07 की अवधि के लिए 1,760.19 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए गए हैं।

पांचवी पंचवर्षीय योजना के दौरान अपनाई गई जनजातीय उपयोजना का विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी अनुपालन कर रही हैं। जनजातीय उपयोजना को दी जा रही विशेष केंद्रीय सहायता के अतिरिक्त जनजातीय कल्याण और विकास के लिए चलाई जा रही विशेष योजनाओं के लिए राज्य सरकारों को अनुदान भी प्रदान किया जाता है।

राष्ट्रीय जनजाति वित्त विकास निगम की स्थापना जनजातियों के आर्थिक विकास पर ध्यान देने के लिए किया गया है। वर्ष 2006-07 की अवधि के लिए इस मद में 30 करोड़ आवंटित किए गए हैं।

भारत की प्रमुख जनजातियों (आदिम आदिवासियों) की राज्यवार सूची:

भारतीय राज्य का नाम निवास करने वाली प्रमुख जनजातियां
आंध्र प्रदेश चेन्चू, कोचा, गुड़ावा, जटापा, कोंडा डोरस, कोंडा कपूर, कोंडा रेड्डी, खोंड, सुगेलिस, लम्बाडिस, येलडिस, येरुकुलास, भील, गोंड, कोलम, प्रधान, बाल्मिक।
असम व नगालैंड बोडो, डिमसा गारो, खासी, कुकी, मिजो, मिकिर, नगा, अबोर, डाफला, मिशमिस, अपतनिस, सिंधो, अंगामी।
झारखण्ड संथाल, असुर, बैगा, बन्जारा, बिरहोर, गोंड, हो, खरिया, खोंड, मुंडा, कोरवा, भूमिज, मल पहाडिय़ा, सोरिया पहाडिय़ा, बिझिया, चेरू लोहरा, उरांव, खरवार, कोल, भील।
महाराष्ट्र भील, गोंड, अगरिया, असुरा, भारिया, कोया, वर्ली, कोली, डुका बैगा, गडावास, कामर, खडिया, खोंडा, कोल, कोलम, कोर्कू, कोरबा, मुंडा, उरांव, प्रधान, बघरी।
पश्चिम बंगाल होस, कोरा, मुंडा, उरांव, भूमिज, संथाल, गेरो, लेप्चा, असुर, बैगा, बंजारा, भील, गोंड, बिरहोर, खोंड, कोरबा, लोहरा।
हिमाचल प्रदेश गद्दी, गुर्जर, लाहौल, लांबा, पंगवाला, किन्नौरी, बकरायल।
मणिपुर कुकी, अंगामी, मिजो, पुरुम, सीमा।
मेघालय खासी, जयन्तिया, गारो।
त्रिपुरा लुशाई, माग, हलम, खशिया, भूटिया, मुंडा, संथाल, भील, जमनिया, रियांग, उचाई।
जम्मू-कश्मीर गुर्जर, भरवर वाल।
गुजरात कथोड़ी, सिद्दीस, कोलघा, कोटवलिया, पाधर, टोडिय़ा, बदाली, पटेलिया।
उत्तर प्रदेश बुक्सा, थारू, माहगीर, शोर्का, खरवार, थारू, राजी, जॉनसारी।
उत्तरांचल भोटिया, जौनसारी, राजी।
केरल कडार, इरुला, मुथुवन, कनिक्कर, मलनकुरावन, मलरारायन, मलावेतन, मलायन, मन्नान, उल्लातन, यूराली, विशावन, अर्नादन, कहुर्नाकन, कोरागा, कोटा, कुरियियान,कुरुमान, पनियां, पुलायन, मल्लार, कुरुम्बा।
छत्तीसगढ़ कोरकू, भील, बैगा, गोंड, अगरिया, भारिया, कोरबा, कोल, उरांव, प्रधान, नगेशिया, हल्वा, भतरा, माडिया, सहरिया, कमार, कंवर।
तमिलनाडु टोडा, कडार, इकला, कोटा, अडयान, अरनदान, कुट्टनायक, कोराग, कुरिचियान, मासेर, कुरुम्बा, कुरुमान, मुथुवान, पनियां, थुलया, मलयाली, इरावल्लन, कनिक्कर,मन्नान, उरासिल, विशावन, ईरुला।
कर्नाटक गौडालू, हक्की, पिक्की, इरुगा, जेनु, कुरुव, मलाईकुड, भील, गोंड, टोडा, वर्ली, चेन्चू, कोया, अनार्दन, येरवा, होलेया, कोरमा।
उड़ीसा बैगा, बंजारा, बड़होर, चेंचू, गड़ाबा, गोंड, होस, जटायु, जुआंग, खरिया, कोल, खोंड, कोया, उरांव, संथाल, सओरा, मुन्डुप्पतू।
पंजाब गद्दी, स्वागंला, भोट।
राजस्थान मीणा, भील, गरसिया, सहरिया, सांसी, दमोर, मेव, रावत, मेरात, कोली।
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह औंगी आरबा, उत्तरी सेन्टीनली, अंडमानी, निकोबारी, शोपन।
अरुणाचल प्रदेश अबोर, अक्का, अपटामिस, बर्मास, डफला, गालोंग, गोम्बा, काम्पती, खोभा मिसमी, सिगंपो, सिरडुकपेन।
सिक्किम लेपचा
बिहार बैंगा, बंजारा, मुण्डा, भुइया, खोंड
मध्य प्रदेश भील, मिहाल, बिरहोर, गडावां, कमार, नट

यह भी पढ़े: भारतीय राज्य और उनकी भाषाएँ

और जानिये : भारत के विभिन्न राज्यों में निवास करने वाली प्रमुख जनजातियों की सूची


अफ़्रीका महाद्वीप के सभी देशों के नाम, राजधानी और उनकी मुद्राओं की सूची

$
0
0

अफ़्रीका महाद्वीप के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राएं: (Name of African Countries, Capitals and Currencies List in Hindi)

अफ़्रीका महाद्वीप के बारे में सामान्य ज्ञान:

अफ़्रीका पृथ्वी पर स्थित विश्व के सात महाद्वीपों में से एक है। अफ़्रीका महाद्वीप क्षेत्रफल के आधार पर एशिया के बाद दुनिया का दूसरा बड़ा महाद्वीप है। अफ्रीका महाद्वीप में कुल 54 देश है। सुडान अफ्रीका महाद्वीप का सबसे बड़ा और सेशेल्स सबसे छोटा देश है। विकिपीडिया के अनुसार अफ़्रीका महाद्वीप का कुल क्षेत्रफल लगभग 3,02,21,532 किमी2 (11,668,598.7 वर्ग मील) है। यह 37°14′ उत्तरी अक्षांश से 34°50′ दक्षिणी अक्षांश एवं 17°33′ पश्चिमी देशान्तर से 51°23′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है।

अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरी भाग में भूमध्यसागर एवं यूरोप महाद्वीप, पश्चिमी भाग में अंध महासागर, दक्षिणी भाग में दक्षिण महासागर एवं भाग में अरब सागर एवं हिन्द महासागर स्थित हैं। विषुवत रेखा अफ्रीका महाद्वीप के बीच से होकर गुजरती है। अफ्रीका दक्षिण की अपेक्षा उत्तर में अधिक चौड़ा है। इस महाद्वीप में विशाल मरुस्थल, अत्यन्त घने वन, विस्तृत घास के मैदान, बड़ी-बड़ी नदियाँ व झीलें तथा विचित्र जंगली जानवर हैं।

कौन-सा सागर यूरोप को अफ्रीका से अलग करता है?

जिब्राल्टर जलडमरूमध्य सागर अफ्रीका महाद्वीप को उत्तरी भाग से यूरोप महाद्वीप से अलग करता है। पूर्व में स्वेज भूडमरूमध्य इसे एशिया से जोड़ता है तथा स्वेज नहर इसे एशिया से अलग करती है।

अफ्रीका महाद्वीप की प्रमुख नदियों की सूची:

अफ्रीका महाद्वीप की प्रमुख नदियाँ इस प्रकार है: अफ्रीका महाद्वीप में स्थित नील नदी दुनिया की सबसे लम्बी नदी है। नील नदी की लम्बाई लम्बाई 6,853 कि.मी. है। कांगो अफ़्रीका की दूसरी सबसे बड़ी नदी है। नाइजर अफ़्रीका की तीसरी सबसे बड़ी नदी है। जैम्बेजी अफ़्रीका की चौथी सबसे लम्बी नदी है। लिम्पोपो, ओरंज, नीली नील, असबास, सोबात कांगो, सेनेगल, किनाने, जूना, रुबमा, तथा शिबेली अफ्रीका महाद्वीप की अन्य प्रमुख नदियाँ है।

यहां पर अफ्रीका महाद्वीप के प्रमुख देशों के नाम, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची की सूची दी गई हैं। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित कई प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको अफ्रीका के प्रमुख देश, उनकी राजधानी एवं उनकी मुद्राओं के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

अफ्रीका महाद्वीप के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची:

देश का नाम उनकी राजधानी मुद्रा का नाम
अंगोला लुआंडा अंगोलियन क्वांजा
अल्जीरिया अल्जियर्स अल्जीरियन दीनार
इथियोपिया अदिस अबाबा बिर्र (ETB)
एरिट्रिया अस्मारा नक्फा (ERN)
कांगो प्रजातान्त्रिक गणराज्य किंशासा कांगो फ्रेंक (CDF)
केन्या नैरोबी कीनियाई शिलिंग
केप वर्डे प्राया (Praia) केप वर्डी एस्कुडो (Escudo)
कैमरून युओंडे (Yaounde) पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक (West African CFA Franc)
कोट-डी-आइवर यामोसुकरू (Yamoussoukro) पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक (West African CFA Franc)
कोमोरोस मोरोनी कोमोरियन फ्रेंक  (KMF)
गिनी कोनाक्री गिनी फ्रेंक
गिनी-बिसाऊ बिसाऊ पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक (West African CFA Franc)
गैबोन लिब्रेविल्ले (Libreville) मध्य अफ्रीकी फ्रेंक (CFA Franc)
गैम्बिया बांजुल डलासी (GMD)
घाना अक्रा घाना सेडी (Cedi)
चाड एन’द्जमेना (N’Djamena) मध्य अफ्रीकी फ्रेंक (CFA Franc)
जाम्बिया लुसाका जाम्बियाई क्वाचा  (ZMK)
ज़िम्बाब्बे हरारे ज़िम्बाब्बे डॉलर (ZWD)
टोगो लोम मध्य अफ्रीकी फ्रेंक (CFA Franc)
ट्यूनीशिया ट्युनिस ट्यूनिशियाई दीनार
डिजिबूती डिजिबूती फ्रेंक (DJF)
तंजानिया डोडोमा तंजानियन शिलिंग (Schilling)
दक्षिण अफ्रीका प्रिटोरिया दक्षिण अफ्रीकी रेंड (ZAR)
दक्षिणी सूडान    जूबा दक्षिण सूडानी पाउंड (SSP)
नाइजर निआमी पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक (West African CFA Franc)
नाइजीरिया अबूजा नायरा
नामीबिया विंडहोक नामिबियन डॉलर
पश्चिमी सहारा लायोउने (Laayoune) मोरक्कन दिरहम (पश्चिमी सहारा का ज्यादातर भाग पर वर्तमान में मोरक्को राज्य द्वारा प्रशासित है)
बुरुंडी बुजुम्बुरा बुरुंडी फ्रेंक
बुर्कीना फासो ओगाडेगू (Ouagadougou) पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक(West African CFA Franc)
बेनिन पोर्टो-नोवो पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक (West African CFA Franc)
बोत्सवाना गैबोरोन पूला (BWP)
भूमध्यसागरीय गिनी मलाबो मध्य अफ्रीकी फ्रेंक (CFA Franc)
मध्य अफ्रीकी गणराज्य बैंगुई (Bangui) मध्य अफ्रीकी फ्रेंक (CFA Franc)
मालावी लिलोंग्वे क्वाचा
माली बोमाको पश्चिमी अफ्रीकी फ्रेंक (West African CFA Franc)
मिस्र काहिरा मिस्र पाउंड  (EGP)
मेडागास्कर अंतानानारिवो मालागासी अरियरी (Malagasy ariary)
मॉरिशस मॉरिशस मॉरिशियाई रूपया
मोजाम्बिक मापुतो मोजम्बियन मेटिकल
मोरक्को रबात  मोरक्को दिरहम
मोरिटानिया नौकचोत (Nouakchott) औगुइया ( Ouguiya)
युगांडा कम्पाला यूगांडा शिलिंग
रवांडा किगली रवांडा फ्रेंक
लाइबेरिया मानरोविआ लाइबेरियन डॉलर
लीबिया त्रिपोली लीबियन दीनार
लेसेथो मसेरु लेसेथो लोटी
साओ-टोम एंड प्रिंसेस साओ टोम डोबरा
सिएरा लियोन    फ्रीटाउन सिएरा लियोनियन लियोन (SLL)
सूडान खार्तूम सूडानी पाउंड (SDG)
सेनेगल डकार मध्य अफ्रीकी फ्रेंक (CFA Franc)
सेशेल्स विक्टोरिया सेशेल्स रूपया  (SCR)
सोमालिया मोगादिशु सोमाली शिलिंग
स्वाजीलैंड म्बाबने लिलान्गेनी

यह भी पढे: विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची

नोट: प्रिय पाठकगण यदि आपको इस पोस्ट में कंही भी कोई त्रुटि (गलती) दिखाई दे, तो कृपया कमेंट के माध्यम से उस गलती से हमे अवगत कराएं, हम उसको तुरंत सही कर देंगे।

और जानिये : अफ़्रीका महाद्वीप के सभी देशों के नाम, राजधानी और उनकी मुद्राओं की सूची

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार (अवॉर्ड्स) 2017 के विजेताओं के नाम और सम्बंधित खेल

$
0
0

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार विजेता 2017: (Winners of National Sports Awards 2017 in Hindi)

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2017:

भारत सरकार युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा 29 अगस्त को वर्ष 2017 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। हर वर्ष खेलों में उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन को सम्‍मानित और पुरस्‍कृत करने के लिए राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार प्रदान किए जाते है। राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार 4 साल की अवधि के दौरान किसी भी खेल में अत्‍यंत शानदार और उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। इसी तरह अर्जुन पुरस्‍कार 4 साल के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को दिए जाते हैं। द्रोणाचार्य पुरस्‍कार प्रतिष्ठित अंतरराष्‍ट्रीय खेलों में पदक विजेता खिलाडियों के प्रशिक्षकों को दिया जाता है। ध्‍यानचंद पुरस्‍कार खेल विकास के क्षेत्र में जीवन भर योगदान करने वाले व्‍यक्ति को दिया जाता है।

वर्ष 2017 में 02 खिलाडियों को राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार, 07 कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्‍कार, 17 खिलाडियों को अर्जुन पुरस्‍कार तथा 03 व्‍यक्तियों को खेल विकास के क्षेत्र में जीवन भर योगदान के ध्‍यानचंद पुरस्‍कार के लिए चुना गया था।

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार चयन समिति के अध्‍यक्ष:

इस साल राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार और अर्जुन पुरस्‍कार की चयन समिति के अध्‍यक्ष न्‍यायमूर्ति सी.के. ठक्‍कर (उच्‍चतम न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश हिमाचल और बाम्‍बे उच्‍च न्‍यायालय के मुख्‍य न्‍यायाधीश) थे। द्रोणाचार्य और ध्‍यानचंद पुरस्‍कारों की चयन समिति के अध्‍यक्ष श्री पुलेला गोपीचंद थे। 29 अगस्‍त, 2017 को राष्‍ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले विशेष कार्यक्रम के दौरान भारतीय राष्‍ट्रपति द्वारा पुरस्‍कृत खिलाडियों और व्‍यक्तियों को ये पुरस्‍कार प्रदान किये गए।

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार विजेता 2017 को मिलने वाली राशि:
राजीव गांधी खेल रत्‍न से सम्‍मानित खिलाडियों को पदक और अलंकरण के अलावा साढें सात-साढें सात लाख रुपये के नकद पुरस्‍कार से नवाजा जाएगा। अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्‍यान चंद पुरस्‍कार से सम्‍मानित प्रत्‍येक खिलाड़ी/व्‍यक्ति को प्रतिमा, प्रमाण पत्र और 5-5 लाख रुपये नकद पुरस्‍कार प्रदान किये जाएंगे।

1. राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार विजेता 2017:

विजेता का नाम खेल
श्री देवेन्‍द्र पैरा एथलिट
श्री सरदार सिंह हॉकी

2. द्रोणाचार्य पुरस्‍कार विजेता 2017:

विजेता का नाम खेल
स्‍वर्गीय डॉ. आर. गांधी एथलेटिक्‍स
श्री हीरा नंद कटारिया कबड्डी
श्री जी.एस.एस.वी प्रसाद बैडमिंटन (लाइफ टाइम)
श्री ब्रिज भूषण मोहंती बॉक्सिंग (लाइफ टाइम)
श्री पी.ए. राफेल  हॉकी (लाइफ टाइम)
श्री संजॉय चक्रवर्ती निशानेबाजी (लाइफ टाइम)
श्री रोशन लाल कुश्‍ती (लाइफ टाइम)

3. अर्जुन पुरस्‍कार विजेता 2017:

विजेता का नाम खेल
सुश्री वी.जे. सुरेखा तीरंदाजी
सुश्री खुशबीर कौर एथलेटिक्‍स
श्री अरोकिया राजीव एथलेटिक्‍स
सुश्री प्रशांति सिंह बास्‍केट बॉल
सूबेदार लैशराम दे‍बेन्‍द्रो सिंह मुक्‍केबाजी
श्री चेतेश्‍वर पुजारा क्रिकेट
सुश्री हरमनप्रीत कौर क्रिकेट
सुश्री ओइनम बेम्‍बम देवी फूटबॉल
श्री एस.एस.पी. चौरसिया गोल्‍फ
श्री एस.वी. सुनील हॉकी
श्री जसवीर सिंह कबड्डी
श्री पी.एन. प्रकाश निशानेबाजी
श्री ए. अमलराज टेबल टेनिस
श्री साकेतमिनेनी टेनिस
श्री सत्‍यवर्त कादियान कुश्‍ती
श्री मरियप्‍पन पैरा-एथलिट
श्री वरुण सिंह भाटी पैरा-एथलिट

इन्हें भी पढे: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कप व ट्रॉफियां और उनसे सम्बंधित खेल

4. ध्‍यानचंद पुरस्‍कार विजेता 2017:

विजेता का नाम खेल
श्री भूपेन्‍द्र सिंह एथलेटिक्‍स
श्री सैयद शाहिद हकीम फूटबॉल
सुश्री सुमाराई टेटे हॉकी

5. राष्‍ट्रीय खेल प्रोत्‍साहन पुरस्‍कार विजेता 2017:

6. मौलाना अबुल कलाम आजाद (एमएकेए) ट्रॉफी 2015-16: पंजाबी विश्‍वविद्यालय, पटियाला

इन खिलाड़ियों/कोच/संगठन को 29 अगस्‍त, 2017 को राष्‍ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2017 प्रदान किये गए।

पदक और अलंकरण के अलावा राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार से सम्‍मानित खिलाडि़यों को 7.5 लाख रूपये की नकद पुरस्‍कार राशि प्रदान की गई। अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्‍यानचंद पुरस्‍कार पाने वालों को लघु प्रतिमा, प्रमाण-पत्र और पांच-पांच लाख रूपये की पुरस्‍कार राशि दी गई। राष्‍ट्रीय खेल प्रोत्‍साहन पुरस्‍कार पाने वालों को ट्रॉफी और प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे। अंतरविश्‍वविद्यालय प्रतिस्‍पर्धाओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विश्‍विद्यालय को एमएकेए ट्रॉफी, 10 लाख रूपये की पुरस्‍कार राशि और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।

और जानिये : राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार (अवॉर्ड्स) 2017 के विजेताओं के नाम और सम्बंधित खेल

मिस अर्थ विजेताओं के नाम, वर्ष और उनके देश वर्ष 2001 से 2017 तक

$
0
0

मिस अर्थ विजेताओं की सूची (2001-2017): (List of Miss Earth Winners in Hindi)

मिस अर्थ प्रतियोगिता:

मिस अर्थ पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए हर साल आयोजित होने वाली एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण-संबंधी सौंदर्य प्रतियोगिता है। मिस वर्ल्ड और मि यूनिवर्स के प्रतिद्वंद्वियों के साथ, मिस अर्थ प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं द्वारा फाइनल में भाग लेने की संख्या के अनुसार विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सौंदर्य प्रतियोगिता में से एक है। मिस इंटरनेशनल के साथ, इस समूह को बिग फोर इंटरनेशनल सौंदर्य प्रतियोगिता के रूप में जाना जाता है।

इस प्रतियोगता को जीतने वाले व्यक्ति विशिष्ट परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए अपने साल को समर्पित करते हैं और अक्सर स्कूल पर्यटन, वृक्षारोपण गतिविधियों, सड़क अभियान, तटीय स्वच्छ अभियान, शॉपिंग मॉल टूर, मीडिया अतिथिकरण, पर्यावरण मेलों, कहानी कहने के माध्यम से पर्यावरणीय गतिविधियों और अन्य वैश्विक मुद्दों से बच्चों को संबोधित करते हैं।

मिस अर्थ 2017 विजेता:

04 नवम्बर 2017 को पासे (Pasay), मेट्रो मनीला, फिलीपींस में आयोजित मिस अर्थ 2017 सौंदर्य प्रतियोगिता का ख़िताब फिलीपींस की करेन इबास्को ने जीता है, उन्हें पिछले साल के विजेता इक्वाडोर की कैथरीन एस्पिन द्वारा ताज पहनाया गया।

निकोल फारिया मिस अर्थ का ख़िताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने वर्ष 2010 में बीस साल की आयु में वियतनाम के विनेपलैंड में आयोजित मिस अर्थ प्रतियोगिता में यह ख़िताब अपने नाम किया था।

वर्ष 2001 से अब तक की सभी मिस अर्थ विजेताओं की सूची:-

वर्ष विजेता का नाम देश आयोजन स्थल
2001 कैथेरिना स्वेनसन डेनमार्क फिलीपींस
2002 ज़ेजला ग्लोवोविक और विनफ्रेड ओमवाकवे बोस्निया और हर्जेगोविना, केन्या फिलीपींस
2003 डनिया प्रिंस होंडुरास फिलीपींस
2004 प्रिस्किल्ला मीरलेस ब्राज़ील फिलीपींस
2005 एलेक्जेंड्रा ब्रौन वेनेजुएला फिलीपींस
2006 हिल हर्नांडेज़ चिली फिलीपींस
2007 जेसिका ट्रिस्को कनाडा फिलीपींस
2008 कार्ला हेनरी फिलीपींस फिलीपींस
2009 लारिसा रामोस ब्राज़ील फिलीपींस
2010 निकोल फारिया भारत वियतनाम
2011 ओल्गा अलावा इक्वेडोर फिलीपींस
2012 तेरेज़ा फजकोवा चेक गणराज्य फिलीपींस
2013 एलेज़ हेनरिक वेनेजुएला फिलीपींस
2014 जेमी हेरेल फिलीपींस फिलीपींस
2015 एंजेलिया ओन्ग फिलीपींस ऑस्ट्रिया
2016 कैथरीन एस्पिन इक्वाडोर फिलीपींस
2017 करेन इबास्को फिलीपींस फिलीपींस

इन्हें भी पढ़ें: मिस यूनिवर्स विजेताओं की सूची

और जानिये : मिस अर्थ विजेताओं के नाम, वर्ष और उनके देश वर्ष 2001 से 2017 तक

द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित प्रशिक्षकों के नाम और वर्ष (1985-2017)

$
0
0

द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित प्रशिक्षकों की सूची: (1985-2017): (List of Dronacharya Awards Winners in Hindi)

द्रोणाचार्य पुरस्कार क्या है?

द्रोणाचार्य पुरस्कार युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाने वाला एक खेल कोचिंग पुरस्कार है। यह सम्मान हर साल ऐसे जानेमाने कोचों (प्रशिक्षकों) को दिया जाता है, जिन्होंने सफलतापूर्वक खिलाडिय़ों या टीमों को प्रशिक्षित किया, जिसकी वजह से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में बेहतरीन सफलता हासिल की।

द्रोणाचार्य पुरस्कार का इतिहास:

द्रोणाचार्य पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1985 में की गई थी। यह पुरस्कार गुरु द्रोण के नाम पर रखा गया है, जिसे अक्सर “द्रोणाचार्य” या “गुरु द्रोण” कहा जाता है, जो कि प्राचीन भारत के संस्कृत महाकाव्य महाभारत का एक पात्र है। वह उन्नत सैन्य युद्ध के स्वामी थे और कौरव और पांडव राजकुमारों को सैन्य कला और एस्ट्रस (दिव्य शस्त्र) में उनके प्रशिक्षण के लिए शाही राजनेता के रूप में नियुक्त किया गया था। इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता भालचंद्र भास्कर भागवत (कुश्ती), ओम प्रकाश भारद्वाज (मुक्केबाजी), और ओ एम. नांबियार (एथलेटिक्स) थे, जिन्हें 1985 में सम्मानित किया गया था। आमतौर पर हर साल अधिकतम 5 प्रशिक्षकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार में मिलने वाली राशि:

भारत सरकार ने द्वारा पहले राजीव गाँधी खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड सहित देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों में दी जाने वाली पुरस्कार राशि 5 लाख रुपए थी। लेकिन भारत सरकार द्वारा 2017 में यह राशि 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 7 लाख 50 हजार रुपए कर दी गई है। द्रोणाचार्य पुरस्कार के तहत अब 07 लाख 50 हजार रुपए नकद, एक कांस्य की प्रतिमा, प्रमाण पत्र और औपचारिक पोशाक प्रदान की जाती है।

वर्ष 2017 द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता:

कुश्ती कोच अनूप सिंह के अलावा पैरालंपिक कोच नवल सिंह, हरबंस सिंह (एथलेटिक्स), स्वतंत्र राज सिंह (मुक्केबाजी) और निहार अमीन (तैराकी) को अपने अपने खेलों में खिलाडिय़ों को तैयार करने और उनके अभूतपूर्ण योगदान के लिए द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।

द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं की सूची (1988-2017):

वर्ष सम्मानित प्रशिक्षकों के नाम सम्बंधित खेल
1985 भलाचंद्र भास्कर भागवत रेसलिंग
1985 ओम प्रकाश भारद्वाज मुक्केबाज
1985 ओ. एम. नाम्बियार एथलेटिक्स
1986 देश प्रेम आज़ाद क्रिकेट
1986 रघुनंदन वसन्त गोखले चेस
1987 गुरू हनुमान रेसलिंग
1987 गुरचरण सिंह क्रिकेट
1988 कोई पुरस्कार नहीं
1989
1990 रमाकान्त अचरेकर क्रिकेट
1990 सय्यद नईमुद्दीन फुटबॉल
1990 ए. रमाणा राव वॉलीबॉल
1991 कोई पुरस्कार नहीं
1992
1993
1994 इलियास बाबर एथलीट
1995 श्याम सुंदर राव वॉलीबॉल
1995 करण सिंह एथलीट
1996 विल्सन जोन्स बिलियर्ड और स्नूकर
1996 पाल सिंह संधू वेट लिफ्टिंग
1997 जोगिंदर सिंह सैनी एथलीट
1998 जी. एस. संधू बॉक्सिंग
1996 पाल सिंह संधू वेटलिफ्टिंग
1997 जोगिंदर सिंह सैनी एथलीट
1998 जी. एस. संधू मुक्केबाजी
1998 हरगोबिन्द सिंह संधू एथलीट
1998 बहादुर सिंह चौहान एथलीट
1999 केनेथ ओवन बोसेन एथलीट
1999 हवा सिंह मुक्केबाजी
1999 अजय कुमार सिरोही वेटलिफ्टिंग
2000 एस एम आरिफ बैडमिंटन
2000 गुड़ियाल सिंह भंगू हॉकी
2000 भूपेंद्र धवन पॉवरलिफ्टिंग
2000 गोपाल पुरुषोत्तम फड़के खो खो
2000 हंसा शर्मा वेटलिफ्टिंग
2001 माइकल फेरेरिया बिलियर्ड और स्नूकर
2001 सनी थॉमस निशानेबाज
2002 महाराज कृष्ण कौशिक हॉकी
2002 रेणू कोहली एथलीट
2002 होमी मोतीवाला याचिंग
2002 ई. प्रसाद राव कबड्डी
2002 जसवंत सिंह एथलीट
2003 सुखचैन चीमा रेसलिंग
2003 रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज एथलीट
2003 अनूल कुमार बॉक्सिंग
2003 राजिंदर सिंह जूनियर हॉकी
2004 सीरस पोंछा स्कॉश
2004 अरविन्द सवुर बिलियर्ड और स्नूकर
2004 सुनीता शर्मा क्रिकेट
2005 इस्माइल बैग रोइंग
2005 महा सिंह राव रेसलिंग
2005 बलवान सिंह कबड्डी
2005 एम. वेणु मुक्केबाज
2006 कोनेरू अशोक चेस
2006 दामोदरन चंद्रलाल मुक्केबाजी
2006 आर. डी. सिंह एथलेटिक्स
2007 जगदीश सिंह मुक्केबाजी
2007 जगमिंदर सिंह रेसलिंग
2007 संजीव कुमार सिंह आर्चरी
2007 जी. ई. श्रीधरन वॉलीबॉल
2008 कोई पुरस्कार नहीं
2009 जयदेव बिष्ट मुक्केबाजी
2009 पुलेला गोपीचंद बैडमिन्टन
2009 एस. बलदेव सिंह हॉकी
2009 सतपाल सिंह रेसलिंग
2010 सुभाष अग्रवाल बिलियार्ड्स और स्नूकर
2010 अजय कुमार बंसल हॉकी
2010 कप्तान चांदरूप रेसलिंग
2010 एके कुट्टी एथलेटिक्स
2010 ल. इबोमचा सिंह मुक्केबाजी
2011 देवेंदर कुमार राठौड़ जिम्नास्टिक
2011 कुंतल कुमार रॉय एथलेटिक्स
2011 रामफल रेसलिंग
2011 इनुकरथु वेंकटेश्वर रॉय मुक्केबाजी
2011 राजिंदर सिंह जूनियर हॉकी
2012 जसविंदर सिंह भाटिया एथलेटिक्स
2012 सुनील दबास कबड्डी
2012 बीआई फर्नांडेज मुक्केबाजी
2012 भवानी मुख़र्जी टेबल टेनिस
2012 वीरेंदर पूनिया एथलेटिक्स
2012 सत्यपाल सिंह एथलेटिक्सखंड-चिह्न
2012 हरेंद्र सिंह हॉकी
2012 यशवीर सिंह रेसलिंग
2013 पूर्णिमा महतो आर्चरी
2013 नरेंदर सिंह सैनी हॉकी
2013 महावीर सिंह मुक्केबाजी
2013 राज सिंह रेसलिंग
2013 केपी थॉमस एथलेटिक्स
2014 गुरचरण गोगी जुडो
2014 जोस जैकब रोइंग
2014 एन. लिंगप्पा एथलेटिक्स
2014 गणपति मनोहरण मुक्केबाजी
2014 महाबीर प्रसाद रेसलिंग
2015 निहार अमीन तैराकी
2015 अनूप सिंह रेसलिंग
2015 हरबंस सिंह एथलेटिक्स
2015 नवल सिंह एथलेटिक्सखंड-चिह्न
2015 स्वतंत्र राज सिंह मुक्केबाजी
2016 सागर मल धायल मुक्केबाजी
2016 एस. प्रदीप कुमार तैराकी
2016 बिश्वेश्वर नंदी जिम्नास्टिक
2016 महावीर सिंह फोगाट रेसलिंग
2016 नागपुरी रमेश एथलेटिक्स
2016 राजकुमार शर्मा क्रिकेट
2017 आर. गाँधी एथलेटिक्स
2017 हीरा नन्द कटारिया कबड्डी
2017 जी. एस. एस. वी. प्रसाद बैडमिंटन
2017 ब्रिज भूषण मुक्केबाजी
2017 पी. ए. राफेल हॉकी
2017 संजोय चक्रवर्ती शूटिंग
2017 रोशन लाल रेसलिंग

इन्हें भी पढ़ें: राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2017 के विजेताओं की सूची

और जानिये : द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित प्रशिक्षकों के नाम और वर्ष (1985-2017)

भारत की प्रमुख ऐतिहासिक गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची

$
0
0

भारत की प्रमुख गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची: (List of Historic Caves of India in Hindi)

अजंता गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

सह्याद्रि पहाड़ी में स्थित 29 गुफ़ाओं (घोड़े की नाल के आकार में) के इस समूह की खुदाई 200 ई. पू. और 7वीं शताब्दी के बीच दो रूपों में की गई थी- चैत्य-5 (मंदिर) और विहार-24 (मठ)। इस घाटी की तलहटी में ‘वाघूर’ नदी बहती है।

अंजता की गुफ़ाओं का मुख्य आकर्षण भित्ति चित्रकारी है। अजंता की गुफाएं प्रमुखतः बौद्ध धर्म (महायान शाखा) द्वारा प्रेरित चित्रकला से ओतप्रोत हैं। इसमें से सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण चित्रों में जातक कथाएं हैं, जो बोधिसत्व के रूप में बुद्ध के पिछले जन्‍म से संबंधित विविध कहानियों का चित्रण करते हैं। यहाँ ब्राह्मण एवं जैन धर्म का भी समावेश होता हैं। गुफा संख्या 16 (मरणासन्न राजकुमारी) एवं 17 (चित्रशाला, निर्माण-हरिषेण द्वारा) ही गुप्तकालीन हैं। अजन्ता में ‘फ़्रेस्को’ तथा ‘टेम्पेरा’ दोनों ही विधियों से चित्र बनाये गए हैं। यूनेस्‍को द्वारा 1983 से अजंता को विश्‍व विरासत स्‍थल घोषित किया गया।

एलोरा गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

वर्तमान में इन गुफाओं (चैत्य एवं विहार) की संख्या 71 हैं जिसे 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच बनाया गया जो कि मूर्तिकला तथा भित्तिचित्र के लिए प्रसिद्द हैं।

एलोरा में तीन प्रकार की गुफ़ाएँ हैं:-

  • महायानी बौद्ध गुफ़ाएँ
  • पौराणिक हिंदू गुफ़ाएँ
  • दिगंबर जैन गुफ़ाएँ

एलिफेंटा गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

इनमें हिंदू धर्म से संबंधित अनेक मूर्तियां, विशेषकर, शिव की मूर्तियां गुप्तकालीन कला के उत्तम उदाहरण हैं जो कि एलौरा और अजंता की मूर्तिकला के समकक्ष है। इन गुफ़ाओं को घारापुरी के पुराने नाम से जाना जाता है जो कोंकणी मौर्य की द्वीप राजधानी थी। पुर्तग़ालियों ने द्वीप को एलिफेंटा का नाम दिया था।

बाघ गुफाएं:

गुफ़ाएं नर्मदा की सहायक करद या बाघिनी नदी के तट पर और विन्ध्य पर्वत के दक्षिण ढलान पर स्थित हैं। बाघ गुफ़ाओं के चित्रों की शैली अजंता के समान है तथा समकालीन है किन्तु बाघ की कला में अजन्ता के समान केवल धार्मिक विषय ही नहीं हैं, यहाँ पर मानवोचित भावों के चित्रण में वेगपूर्ण प्रवाह भी है। बाघ गुफ़ाओं  के भित्तिचित्रों में फूल, पक्षी व पशुओं का चित्रण विशेष महत्त्वपूर्ण है। गुफ़ा संख्या 2 का सर्व प्रसिद्ध चित्र पद्मपाणि बुद्ध का है जो ‘पाण्डव गुफ़ा’ के नाम से भी प्रचलित है जबकि तीसरी गुफा ‘हाथीखाना’ के नाम से जानी जाती है।

भीमभेटका चट्टानी आश्रय गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

ये गुफ़ाएँ चारों तरफ़ से विंध्य पर्वत से घिरी हुईं हैं। इसके दक्षिण में सतपुड़ा की पहाड़ियाँ आरम्भ हो जाती हैं। भीमबेटका गुफ़ाएँ प्रागैतिहासिक काल की चित्रकारियों के लिए लोकप्रिय हैं और भीमबेटका गुफ़ाएँ मानव द्वारा बनाये गए शैल चित्रों और शैलाश्रयों के लिए भी प्रसिद्ध है। गुफ़ाओं की सबसे प्राचीन चित्रकारी को 12000 साल पुरानी माना जाता है। भीमबेटका गुफ़ाओं में प्राकृतिक लाल और सफ़ेद रंगों से वन्यप्राणियों के शिकार दृश्यों के अलावा घोड़े, हाथी, बाघ आदि के चित्र उकेरे गए हैं। 2003 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया।

कन्हेरी गुफाएं:

100 से अधिक गुफ़ाएँ संजय गाँधी राष्ट्रीय उद्यान के परिसर में स्थित, जो 8वी-9वी शताब्दी की हैं। कन्हेरी चैत्यगृह की बनावट कार्ले के चैत्यगृह से मिलती है। यह बौद्ध धर्म की शिक्षा हीनयान तथा महायान का एक बड़ा केंद्र रहा है।

बराबर गुफाएं:

तीसरी शताब्दी ई.पू. में बराबर व नागार्जुनी चट्टानों को काटकर करवाया गया था। अशोक की प्रमुख गुफ़ाएँ हैं- कर्णचैपार, विश्वझोपड़ी और सुदामा गुफ़ा। चौथी गुफ़ा में 5वीं सदी के मौखरि शासक अनंतवर्मन का लेख अंकित हैं। दशरथ की गुफ़ाओं में लोमश ऋषि की गुफ़ा उल्लेखनीय है। नागार्जुन पहाड़ी की तीनों गुफ़ाओं में अशोक के पौत्र देवानांप्रिय दशरथ के अभिलेख अंकित हैं, जो भिक्षुओं के आजीवक सम्प्रदाय के लिए दी गयी थीं। मक्खलिपुत्त गोसाल ने आजीवक सम्प्रदाय चलाया था।

भारत की प्रमुख गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची:

गुफाओं के नाम शहर/राज्य का नाम
अजंता की गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल) औरंगाबाद, महाराष्ट्र
एलोरा की गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल) औरंगाबाद, महाराष्ट्र
एलिफेंटा की गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल) मुंबई, महाराष्ट्र
कार्लें की गुफाएं भोरघाट, पुणे-मुंबई, महाराष्ट्र
कन्हेरी की गुफाएं मुंबई, महाराष्ट्र
बादामी गुफा कर्नाटक
बाघ गुफा धार, मध्य प्रदेश
आदमगढ़ गुफा होशंगाबाद, मध्य प्रदेश
भीमबेटका गुफा (विश्व विरासत स्‍थल) रायसेन, मध्य प्रदेश
बराबर गुफा गया, बिहार
बोर्रा गुफाएं विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश
उदयगिरी की गुफाएं भुवनेश्वर, ओडिशा
बाघ गुफाएं विध्यांचल पर्वत, मध्य प्रदेश
एडाक्कल गुफा केरल
वराह गुफाएं कोरोमंडल, तमिलनाडु
माव्समाई गुफा चेरापूंजी, मेघालय
जोगीमारा गुफा छत्तीसगढ़
उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं ओडीशा
अमरनाथ गुफा बालटाल, जम्मू और कश्मीर
उंदावली, विजयवाड़ा की गुफा विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश
डुंगेश्वरी गुफा बिहार

इन्हें भी पढे: भारत के प्रमुख स्थान एवं उसके वास्तुकार

और जानिये : भारत की प्रमुख ऐतिहासिक गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची

विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची

$
0
0

विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची: (National Games of Famous Countries in Hindi)

यहां पर सम्पूर्ण विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची दी गई हैं। सामान्यतः देश और उनके राष्ट्रीय खेलो से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय खेलों के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

इन्हें भी पढे: हॉकी विश्व कप विजेताओ की सूची

विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची के बारे में:

देश का नाम  राष्ट्रीय खेल
संयुक्त राज्य अमेरिका बेसबॉल
इंग्लैण्ड क्रिकेट
स्पेन मानव युद्ध, सांड-युद्ध
जापान जूडो
कनाडा आइस हॉकी
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट
रूस चैस
मलेशिया बैडमिन्टन
चीन टेबल टेनिस
भारत फील्ड हॉकी
पाकिस्तान फील्ड हॉकी
ब्राज़ील फुटबॉल
फ्रांस फुटबॉल
इंडोनेशिया बैडमिन्टन
भूटान तीरंदाजी
अफगानिस्तान बुज़काशी
एंटीगुआ और बारबुडा क्रिकेट
अर्जेटिना पाटो
बांग्लादेश कबड्डी
बारबाडोस क्रिकेट
बरमुडा क्रिकेट
बुल्गारिया भारोतोलन
चिली चिली रोडियो
क्यूबा बेसबॉल
हंगरी वाटर पोलो
ईरान कुश्ती
जमैका क्रिकेट
मैक्सिको चैरेरिया
न्यूज़ीलैंड रग्बी यूनियन
नॉर्वे क्रास कंट्री स्काईंग
दक्षिण कोरिया ताईकावांडो
श्रीलंका बॉलीबॉल
नेपाल दांडी बियो
उरुग्वे फुटबॉल
कोलंबिया तेजो
फिलीपींस अर्निस
एस्तोनिया बास्केटबॉल
जॉर्जिया रग्बी यूनियन
ग्रेनाडा क्रिकेट
गयाना या गुयाना क्रिकेट या वाटर पोलो
आइसलैंड हैंडबॉल
इजराइल फुटबॉल
जमैका क्रिकेट
लाटविया बास्केटबॉल (गर्मी), आइस हॉकी (सर्दी)
लिथुआनिया बास्केटबॉल
मेडागास्कर, या ‘मेडागास्कर गणराज्य रग्बी यूनियन
मॉरिशस फुटबॉल
मंगोलिया तीरंदाजी, मंगोलियन रेसलिंग, घोड़ो की दौड़
स्कॉटलैंड गोल्फ
टर्की आयल रेसलिंग
वेल्स रग्बी यूनियन
वेनेज़ुएला बेसबॉल

इन्हें भी पढे: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कप व ट्रॉफियां और उनसे सम्बंधित खेल

और जानिये : विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची

भारत का कौन-सा बांध किस राज्य में स्थित है पर आधारित सामान्य ज्ञान

$
0
0

भारत के सबसे बड़े बांधो के नाम और उनका राज्य: (List of Largest Dams of India in Hindi)

उत्तराखंड में भारत का सबसे ऊंचा और विशाल टिहरी बांध है। टिहरी बांध एशिया का दूसरा सबसे ऊँचा बांध और दुनिया में आठवाँ सबसे ऊँचा बांध है। यह बांध 857 फीट (260.5 मीटर) ऊंचाई का है, जबकि इसकी लंबाई 575 मीटर है। इससे 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। सरदार सरोवर बांध भारत का सबसे बड़ा और दूुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। गुजरात में वडोदरा जिले के दभोई में स्थित सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई 138.68 मीटर और लंबाई 1210 मीटर है। दुनिया के सबसे लंबे बांधों में से एक हीराकुंड बांध ओडिशा के संबलपुर में है। महानदी पर बने इस बांध की लंबाई 26 किलोमीटर है, जो देश का सबसे लंबा और दुनिया के लंबे बांधों में से एक है। 1956 में बने इस बांध से सिंचाई की जरूरतों को काफी बेहतर तरीके से पूरा किया जाता रहा है।

आधुनिक तकनीक से बना नागार्जुन सागर बांध अपनी मजबूती के साथ-साथ अपनी भव्य बनावट और खूबसूरती के लिए भी प्रसिद्ध है। आंध्र प्रदेश के नलगोंडा जिले में कृष्णा नदी पर बना यह बांध आंध्र प्रदेश के लिए सिंचाई का अहम साधन है। नागार्जुन सागर डैम की ऊंचाई 124 मीटर और लंबाई 1450 मीटर है। आइये जानते है कि भारत का कौन-सा बांध किस नदी पर बना हुआ है तथा किस राज्य में स्थित है:-

भारत के 26 सबसे बड़े बांधो की सूची इस प्रकार है:-

बांध का नाम किस नदी पर बना हुआ है किस राज्य में स्थित है
सरदार सरोवर बांध नर्मदा नदी वडोदरा,गुजरात
टेहरी बांध भागीरथी नदी प्रतापनगर, उत्तराखंड
लखवार बांध यमुना नदी देहरादून, उत्तराखंड
इडुक्की (एब)/इडुक्की आर्च बांध पेरियार नदी तोडुपुलै, केरल
भाखडा बांध सतलुज नदी बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
पकाल दुल बांध मरुसूदर नदी किश्तवाड़, जम्मू कश्मीर
सरदार सरोवर गुजरात बांध नर्मदा नदी राजपीपल, गुजरात
श्रीसैलम बांध कृष्णा नदी नन्दीकोटकुर, आंध्र प्रदेश
रंजीत सागर बांध रवि नदी पठानकोट, पंजाब
बगलिहार बांध चेनाब नदी रामबाण, जम्मू कश्मीर
चेमेराई बांध रवि नदी भटियात, हिमाचल प्रदेश
चेरुठोणी बांध चेरुठोणी नदी तोडुपुलै, केरला
पांग बांध बीस नदी गोपीपुर, हिमाचल प्रदेश
जमरनी बांध गोला नदी नैनीताल, उत्तराखंड
सुबनसिरी लोअर बांध सुबनसिरी नदी सुबनसिरी, अरुणाचल प्रदेश
रामगंगा बांध रामगंगा नदी लैंसडौन, उत्तराखंड
नागार्जुन सागर बांध कृष्णा नदी गुरुजला, आंध्र प्रदेश
कक्की (एब) बांध कक्की नदी रानी, केरल
नगी बांध नगी नदी जमुई, बिहार
सलाल (रॉकफिल एंड कंक्रीट) बांध चेनाब नदी गुलाब गढ़, जम्मू कश्मीर
लख्या बांध लख्या होल नदी मुदिगेरे, कर्नाटक
शोलयर बांध शोलयर नदी पोलाची, तमिलनाडु
कोयना बांध कोयना नदी पतन, महाराष्ट्र
इदमलयर (एब) बांध इदमलयर नदी देवीकोलम, केरल
सुपा बांध काली नदी सुपा, कर्नाटक
कर्जन बांध कर्जन नदी राजपीपला, गुजरात

इन्हें भी पढे: नदियों के किनारे बसे भारत के प्रमुख शहर

और जानिये : भारत का कौन-सा बांध किस राज्य में स्थित है पर आधारित सामान्य ज्ञान


जीवाणु (बैक्टीरिया) से होने वाले प्रमुख रोगो के नाम, उनके लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची

$
0
0

जीवाणु (बैक्टीरिया) से होने वाले रोग, लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची: (Human diseases caused by Bacteria in Hindi)

जीवाणु (बैक्टीरिया):

बैक्टीरिया जिन्हें हम हिंदी में जीवाणु कहते है, छोटे-छोटे एककोशिकीय जीव हैं, जो पूरी पृथ्वी पर हर जगह पाए जाते है। वे जीव जिन्हें मनुष्य नंगी आंखों से नही देख सकता तथा जिन्हें देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी यंत्र की आवश्यकता पड़ता है, उन्हें सूक्ष्मजीव (माइक्रोऑर्गैनिज्म) कहते हैं। सूक्ष्मजीवों का संसार अत्यन्त विविधता से बह्रा हुआ है। सूक्ष्मजीवों के अन्तर्गत सभी जीवाणु (बैक्टीरिया) और आर्किया तथा लगभग सभी प्रोटोजोआ के अलावा कुछ कवक (फंगी), शैवाल (एल्गी), और चक्रधर (रॉटिफर) आदि जीव आते हैं।

सूक्ष्मजीव सर्वव्यापी होते हैं। यह मृदा, जल, वायु, हमारे शरीर के अंदर तथा अन्य प्रकार के प्राणियों तथा पादपों में पाए जाते हैं। जहाँ किसी प्रकार जीवन संभव नहीं है जैसे गीज़र के भीतर गहराई तक, (तापीय चिमनी) जहाँ ताप 100 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ा हुआ रहता है, मृदा में गहराई तक, बर्फ की पर्तों के कई मीटर नीचे तथा उच्च अम्लीय पर्यावरण जैसे स्थानों पर भी पाए जाते हैं।

बैक्टीरिया से होने वाले रोग, लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची:

रोग का नाम रोगाणु का नाम प्रभावित अंग लक्षण
हैजा बिबियो कोलेरी पाचन तंत्र उल्टी व दस्त, शरीर में ऐंठन एवं डिहाइड्रेशन
टी. बी. माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस फेफड़े खांसी, बुखार, छाती में दर्द, मुँह से रक्त आना
कुकुरखांसी वैसिलम परटूसिस फेफड़ा बार-बार खांसी का आना
न्यूमोनिया डिप्लोकोकस न्यूमोनियाई फेफड़े छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी
ब्रोंकाइटिस जीवाणु श्वसन तंत्र छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी
प्लूरिसी जीवाणु फेफड़े छाती में दर्द, बुखार, सांस लेने में परेशानी
प्लेग पास्चुरेला पेस्टिस लिम्फ गंथियां शरीर में दर्द एवं तेज बुखार, आँखों का लाल होना तथा गिल्टी का निकलना
डिप्थीरिया कोर्नी वैक्ट्रियम गला गलशोथ, श्वांस लेने में दिक्कत
कोढ़ माइक्रोबैक्टीरियम लेप्र तंत्रिका तंत्र अंगुलियों का कट-कट कर गिरना, शरीर पर दाग
टाइफायड टाइफी सालमोनेल आंत बुखार का तीव्र गति से चढऩा, पेट में दिक्कत और बदहजमी
टिटेनस क्लोस्टेडियम टिटोनाई मेरुरज्जु मांसपेशियों में संकुचन एवं शरीर का बेडौल होना
सुजाक नाइजेरिया गोनोरी प्रजनन अंग जेनिटल ट्रैक्ट में शोथ एवं घाव, मूत्र त्याग में परेशानी
सिफलिस ट्रिपोनेमा पैडेडम प्रजनन अंग जेनिटल ट्रैक्ट में शोथ एवं घाव, मूत्र त्याग में परेशानी
मेनिनजाइटिस ट्रिपोनेमा पैडेडम मस्तिष्क सरदर्द, बुखार, उल्टी एवं बेहोशी
इंफ्लूएंजा फिफर्स वैसिलस श्वसन तंत्र नाक से पानी आना, सिरदर्द, आँखों में दर्द
ट्रैकोमा बैक्टीरिया आँख सरदर्द, आँख दर्द
राइनाटिस एलजेनटस नाक नाक का बंद होना, सरदर्द
स्कारलेट ज्वर बैक्टीरिया श्वसन तंत्र बुखार

बैक्टीरिया से जुड़े महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची:

  • बैक्टीरिया इस ग्रह पर हमसे बहुत पहले से हैं। उन्हें इस पृथ्वी पर जीवन का सबसे पुराना रूप माना जाता है।
  • आपकी काम की टेबल पर मौजूद बैक्टीरिया शौचालय की तुलना में 399 गुणा होते हैं।
  • अपने साथी का चुंबन लेते समय आप बैक्टीरिया का आदान-प्रदान करते हैं।
  • आपके वज़न का लगभग 2 किलो बैक्टीरिया से बना है।
  • क्या आप जानते हैं कि आपके पेट के निचले हिस्से में सूक्ष्तजीवों की लगभग 1400 प्रजाजियाँ हैं?
  • आपके मोबाइल फोन पर भी बैक्टीरिया होते हैं। टाॅयलेट सीट की तुलना में, आपके फोन पर अधिक संख्या में बैक्टीरिया होते हैं।
  • माइक्रोस्‍कोप के आविष्कार के बाद ही मनुष्य बैक्टीरिया देख पाए हैं।
  • 2500 से अधिक प्रकार के बैक्टीरिया आपके बटुए में मौजूद हर नोट पर होते हैं।
  • आपके शरीर की गंध पसीने के कारण नहीं बल्कि बैक्टीरिया के कारण होती है।
  • बैक्टीरिया इस ग्रह के किसी भी भाग और किसी भी मौसम में जीवित रह सकते हैं।
  • बारिश होने पर, हवा में एक अजीब सी गंध होती है। यह एक प्रकार के बैक्टीरिया, एक्टीनोमाइसीट्स के कारण होती है।
  • क्या आप जानते हैं कि कुछ एंटीबैक्टीरियल दवाएं बैक्टीरिया की मदद से बनती हैं?

इन्हें भी पढ़े: मानव शरीर में होने वाले विभिन्न प्रकार के रोग एवं उनके लक्षण

और जानिये : जीवाणु (बैक्टीरिया) से होने वाले प्रमुख रोगो के नाम, उनके लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची

भारत के इतिहास में हुई सबसे बडी रेल दुर्घटनाएं और उनकी तिथियाँ

$
0
0

भारत की सबसे बडी रेल दुर्घटनाएं और उनकी तिथियाँ: (Major Train Accidents of Indian History in Hindi)

भारतीय रेलवे:

भारतीय रेलवे, दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है, लंबे समय से रेलवे की बुनियादी सुविधाएं खराब रही हैं, जो पिछले कई वर्षों से रेल दुर्घटनाओं का कारण रही हैं। भारतीय रेल में प्रतिदिन सवा करोड़ से अधिक लोग इसे हर दिन इस्तेमाल करते हैं। एक अनुमान के अनुसार देश में हर साल औसतन 300 छोटी-बड़ी रेल दुर्घटनाएं होती हैं। रेलवे के आंकड़ो के अनुसार, पिछले 5 सालों में 586 रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। भारत में 2014-15 में 131 रेल हादसे हुए और इसमें 168 लोग मारे गए। वर्ष 2013-14 में 117 ट्रेन हादसे हुए और इसमें 103 लोग मारे गए थे। वर्ष 2014-2015 में 60 फ़ीसदी रेल दुर्घटना ट्रेनों के पटरी से उतरने के कारण हुई। इनमें से करीब 53% दुर्घटनाएं ट्रेन के पटरी से उतरने की वजह से हुई हैं।

भारत में रेल दुर्घटना के कारण:

आखिर भारत में ट्रेनें पटरी से क्यों उतर जाती हैं, जिसके दो मुख्य कारण निम्नलिखित है:-

  • भारत में अधिकांश रेल दुर्घटनाएं पटरियों के क्षतिग्रस्त होने और अत्यधिक भीड़ के कारण ट्रेनों के पटरियों से उतरने के कारण होती हैं। कुछ ट्रेनों के गुजरने के बाद, रेल लाइन (पटरियों) की दरारें फ्रैक्चर में बदल जाती हैं, जिसके कारण ट्रेनें पटरी से उतर जाती हैं और इससे जानमाल का भारी नुकसान होता है।
  • रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही रेल दुर्घटनाओं और मौतों का मुख्य कारण बनती हैं। अधिकांश रेल दुर्घटनाओं में मानव की गलतियों को जिम्मेदार पाया गया है। कई बार, रेलवे कर्मचारी शॉर्टकट पर ध्यान नहीं देते हैं या सुरक्षा नियमों और दिशानिर्देशों का पालन नही करते है, जिसके भयंकर विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं। इसी बीच उपकरणों की विफलता, टूट-फूट, डिब्बों में अधिक भीड़, पुराने डिब्बे और कई आकस्मिक कारक इस प्रकार की रेल दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।

आइये जानते है देश की सबसे बड़ी रेल दुर्घटनाओं के बारे में, जिसमें अब तक हजारों लोगो की जाने जा चुकी है:-

इन्हें भी पढे: भारतीय रेलवे क्षेत्र एवम उनके मुख्यालय

भारतीय इतिहास में अब तक हुए सबसे बड़े रेल हादसों (दुर्घटनाओं) की सूची:

दुर्घटना की तिथि दुर्घटना का स्थान और संबन्धित जानकारी
19 अगस्त 2017 हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्‍कल एक्‍सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुज़़फ्फ़रनगर में खतौली के पास दुर्घटनाग्रस्‍त हो गई थी। इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई, जिसके कारण 21 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 97 अन्‍य घायल हुए थे।
30 मार्च 2017 उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के कुलपहर स्टेशन के पास महाकुंभ एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस दुर्घटना में करीब 52 लोग घायल हो गए थे।
20 फरवरी 2017 कानपुर से आ रही कालिंदी एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराकर पटरी से उतर गई थी। सौभाग्य की बात यह रही कि इस दुर्घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ।
22 जनवरी 2017 भारत के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित आंध्रप्रदेश राज्य के विजयनगरम ज़िले में हीराखंड एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस रेल हादसे में करीब 39 लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी थी।
20 मार्च, 2015 देहरादून से उत्तर प्रदेश के वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में करीब 34 लोग मारे गए थे।
04 मई, 2014 महाराष्ट्र के नागोठाने और रोहा स्टेशन के बीच दिवा सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन के पटरी से उतरने के कारण इस रेल हादसे में 20 लोगों की जान गई और 100 अन्य घायल हुए थे।
28 दिसम्बर 2013 बेंगलूरु-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने से लगभग 26 लोग मारे गए और करीब 20 लोग घायल हुए थे। आग एयर कंडिशन कोच में लगी थी।
19 अगस्त 2013 बिहार के खगड़िया ज़िले में राज्यरानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से 28 लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी थी।
30 जुलाई 2012 वर्ष 2012 भारतीय रेलवे के इतिहास में दुर्घटनाओं के मामले से सबसे बुरे सालों में से एक रहा। साल 2012 में लगभग 14 रेल हादसे हुए, जिनमें पटरी से उतरने और आमने-सामने टक्कर दोनों तरह के हादसे शामिल हैं। 30 जुलाई 2012 को दिल्ली से चेन्नई जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक कोच में नेल्लोर के पास आग लग गई थी, जिसमें 30 से ज़्यादा लोग मारे गए थे।
07जुलाई 2011 देश के सबसे राज्य उत्तर प्रदेश में एक ट्रेन और बस की टक्कर में लभग 38 लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी थी।
20 सितम्बर 2010 मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी शहर में ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई टक्कर में 33 लोगों की मौत हो गई और और 160 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
19 जुलाई 2010 भारत के पूर्वी भाग में स्थित पश्चिम बंगाल में उत्तर बंग एक्सप्रेस और वनांचल एक्सप्रेस के बीच हुए रेल हादसे में  62 लोगों की मौत हुई और 150 से ज़्यादा घायल हुए थे।
28 मई, 2010 पश्चिम बंगाल में संदिग्ध नक्सली हमले में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पटरी से उतरी। इस हादसे में लगभग 170 लोगों की मौत हो गई।
14  फरवरी, 2009 रेल बजट के दिन ही हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरे। हादसे में 15 की मौत हो गई और 50 घायल हुए थे।
अगस्त, 2008 सिकंदराबाद से काकिनाडा जा रही गौतमी एक्सप्रेस में देर रात आग लगी। इसके कारण 32 लोग मारे गए और कई घायल हुए।
16 अप्रैल, 2007 तमिलनाडु में हुई एक रेल दुर्घटना में कम से कम 11 लोग मारे गए। दुर्घटना थिरुमातपुर के कांचीपुरम गाँव के पास तब हुई जब एक ट्रेन मिनीबस से जा टकराई।
21 अप्रैल, 2005 गुजरात में बड़ोदरा के पास साबरमती एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 78 अन्य घायल हो गए।
फरवरी, 2005 महाराष्ट्र में एक रेलगाड़ी और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई थी और इतने ही घायल हुए थे।
जून, 2003 महाराष्ट्र में हुई रेल दुर्घटना में 51 लोग मारे गए थे और अनेक घायल हुए।
02 जुलाई, 2003 आँध्र प्रदेश में हैदराबाद से 120 किलोमीटर दूर वारंगल में गोलकुंडा एक्सप्रेस के दो डिब्बे और इंजन एक ओवरब्रिज से नीचे सड़क पर जा गिरे। इस दुर्घटना में 21 लोगों की मौत हुई।
22 जून, 2003 गोवा और महाराष्ट्र की सीमा पर रत्नागिरी के पास एक विशेष यात्री गाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे। कम से कम 51 यात्रियों की मौत हुई।
15 मई, 2003 पंजाब में लुधियाना के नज़दीक फ़्रंटियर मेल में आग लगी। कम से कम 38 लोग मारे गए।
09 सितम्बर, 2002 हावड़ा से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई। इसमें 120 लोग मारे गए।
10 सितम्बर, 2002 बिहार के गया के रफीगंज के समीप राजधानी एक्सप्रेस की कुछ बोगियां नदी में गिर गई इस घटना में लगभग 150 लोगों की मौत हो गई थी।
09 सितम्बर, 2002 हावड़ा से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई। इस हादसे में 120 लोग मारे गए।
12 मई, 2002 नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस पटरी से उतरी। इस दुर्घटना में 12 लोग मारे गए।
22 जून, 2001 मंगलोर-चेन्नई मेल केरल की कडलुंडी नदी में जा गिरी। इस हादसे में 59 लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी।
31 मई, 2001 उत्तर प्रदेश में एक रेलवे क्रॉसिंग पर खड़ी बस से ट्रेन जा टकराई। इस दुर्घटना में 31 लोग मारे गए।
02 दिसम्बर, 2000 कोलकाता से अमृतसर जा रही हावड़ा मेल एक मालगाड़ी से टकराई, जिसमें 44 लोगों की मौत और 140 घायल हुए थे।
03 अगस्त, 1999 पश्चिम बंगाल के गैसल में दिल्ली जा रही ब्रह्पुत्र मेल और अवध-असम एक्सप्रेस के बीच हुई टक्कर में लभग 285 लोगों की मौत हुई थी और 312 अन्य लोग घायल हुऐ थे।
16 जुलाई, 1999 दिल्ली जा रही ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस मथुरा के पास एक मालगाड़ी से टकराई। इस दुर्घटना में 17 लोगों की मौत हुई थी और 200 घायल हुए थे।
26 नवम्बर, 1998 पंजाब के खन्ना जम्मूतवी-सियालदह एक्सप्रेस और अमृतसर गोल्डेन टेम्पल मेल से टकराई थी। इस रेल दुर्घटना में लगभग 209 लोगों की मौत और 120 घायल हुऐ थे।
14 सितम्बर, 1997 मध्यप्रदेश के बिलासपुर में हुई इस रेल दुर्घटना में 100 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 200 लोग घायल थे। अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस की पांच बोगियां नदी में गिर गई थीं।
18 अप्रैल, 1996 एर्नाकुलम एक्सप्रेस दक्षिण केरल में एक बस से टकराई। इस दुर्घटना में 35 की मौत और 50 घायल हुए थे।
20 अगस्त, 1995 आगरा के समीप फिरोजाबाद में पुरुषोत्तम एक्सप्रेस कालिंदी एक्सप्रेस की आमने-सामने की टक्कर में लगभग 305 लोगों की मौत हो गई थी वहीं लगभग 344 लोग घायल थे।
21 दिसम्बर, 1993 कोटा-बीना एक्सप्रेस मालगाड़ी से राजस्थान में टकराई। 71 की मौत और अनेक घायल हुए थे।
16 अप्रैल, 1990 पटना के निकट रेल में आग लगी। इस दुर्घटना में 70 की मौत की हुई थी ।
23 फरवरी, 1985 राजनांदगाँव में एक यात्री गाड़ी के दो डिब्बों में आग लगी। इस हादसे में 50 की मौत और अनेक घायल हुए थे।
06 जून, 1981 भारत के बिहार राज्‍य एक बहुत ही खतरानाक रेल दुर्घटना हुई थी जिसमें जिसमे रात्रि में एक पैसेंजर ट्रेन की कई बोगियाँ खगड़िया के पास धमारा में नदी के पुल से नीचे जा गिरी थी जिसमें 800 की मौत और 1000 से अधिक घायल हुए थे।

और जानिये : भारत के इतिहास में हुई सबसे बडी रेल दुर्घटनाएं और उनकी तिथियाँ

अध्यादेश का अर्थ, इतिहास, अवधि व अध्यादेेश जारी करने की शर्तों की सूची

$
0
0

अध्यादेश का अर्थ, इतिहास, अवधि व अध्यादेेश जारी करने की शर्तें: (Definition of Ordinance, History, Period and terms in Hindi)

अध्यादेश किसे कहते है?

अध्यादेश की परिभाषा: वह आधिकारिक आदेश जो, किसी विशेष स्थिति से निपटने के लिए राज्य के प्रधान शासक द्वारा जारी किया जाए या निकाला जाए, उसे अध्यादेश कहा जाता है। साफ़ शब्दों में कहे तो जब सरकार आपात स्थिति में किसी कानून को पास कराना चाहती है, लेकिन उसे अन्य दलों का समर्थन उच्च सदन में प्राप्त नहीं हो रहा है तो सरकार अध्यादेश के रास्ते इसे पास करा सकती है।

अध्यादेश की अवधि (समय सीमा): 

अध्यादेश की अवधि केवल 6 सप्ताह की होती है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा पास कराने के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाता हैं। लेकिन अध्यादेश को 6 हफ्ते के भीतर फिर से संसद के पास वापस आ जाता है। इसके बाद फिर से इसे सामान्य बिल के तौर पर सभी चरणों से गुजरना पड़ता है।

अध्यादेश कौन जारी करता है?

राष्ट्रपति द्वारा सरकार के कहने पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 123 के अंतर्गत अध्यादेश जारी किया जाता जा सकता हैं, जब दोनों सदनों में से कोई भी सत्र में न हो। अध्यादेश जारी करने का अधिकार राष्ट्रपति का विधायी अधिकार है।

अध्यादेश किसी भी विधेयक को पारित करने का अस्थायी तरीका है। कोई भी अध्यादेश सदन के अगले सत्र के अंत के बाद 6 हफ़्तों तक बना रहता है। जिस भी विधेयक पर अध्यादेश लाया गया हो, उसे संसद के अगले सत्र में वोटिंग के ज़रिये पारित करवाना होता है। अगर ऐसा नहीं होता है तो राष्ट्रपति इसे दोबारा भी जारी कर सकते हैं। संविधान के रचनाकारों ने अध्यादेश का रास्ता ये सोचकर बनाया था कि किसी आपातकालीन स्थिति में ज़रूरी विधेयक पारित किए जा सकें। इन स्थितियों के उदाहरण इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाई गई इमरजेंसी और वो समय जब 1996 से लेकर 1998 तक सरकार गिरने-बनने का दौर चल रहा था।

सबसे ज्यादा अध्यादेश जारी करने वाला राष्ट्रपति:

भारत के पाँचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद सबसे ज्यादा अध्यादेश जारी करने वाले राष्ट्रपति थे। वर्ष 1975 में संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत फखरुद्दीन अली अहमद द्वारा आपातकाल की घोषणा की गयी थी।

अध्यादेेश जारी करने की शर्तें (सीमाएं):

  • राष्ट्रपति उन्हीं विषयों के संबंध में अध्यादेश जारी कर सकता है, जिन विषयों पर संसद को विधि बनाने की शक्ति प्राप्त है।
  • अध्यादेश उस समय भी जारी किया जा सकता है जब संसद में केवल एक सदन का सत्र चल रहा हो क्योंकि विधेयक दोनों सदनों द्वारा पारित किया जाना होता है। हालांकि जब संसद के दोनों सदनों का सत्र चल रहा हो तो उस समय जारी किया गया अध्यादेश अमान्य माना जाएगा।
  • अध्यादेश के द्वारा नागरिकों के मूल अधिकारों का अतिक्रमण नहीं किया जा सकता है क्योंकि अनुच्छेद 13(क) के अधीन विधि शब्द के अंतर्गत ‘अध्यादेश’ भी शामिल है।
  • राष्ट्रपति के द्वारा जारी किए गए अध्यादेश को संसद के पुनः सत्र में आने के 6 सप्ताह के अन्दर संसद के दोनों सदनों का अनुमोदन मिलना जरूरी है अन्यथा 6 सप्ताह की अवधि बीत जाने पर अध्यादेश प्रभावहीन हो जाएगा।
  •  कूपर केस (1970) में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि अध्यादेश की न्यायिक समीक्षा की जा सकती है। हालांकि 38वें संविधान संशोधन अधिनियम 1975 में कहा गया कि राष्ट्रपति की संतुष्टि अंतिम व मान्य होगी और न्यायिक समीक्षा से परे होगी। परंतु 44वें संविधान संशोधन द्वारा इस उपबंध को खत्म कर दिया गया और अब राष्ट्रपति की संतुष्टि को असद्भाव के आधार पर न्यायिक चुनौती दी जा सकती है।
  • राष्ट्रपति के द्वारा जारी किए गए अध्यादेश को अस्पष्टता, मनमाना प्रयोग, युक्तियुक्त और जनहित के आधार पर चुनौती दी जा सकती है।
  • राष्ट्रपति द्वारा जारी किए गए अध्यादेश को उसके द्वारा किसी भी समय वापस लिया जा सकता है।
  • राष्ट्रपति के द्वारा अध्यादेश उस परिस्थिति में भी जारी किया जा सकता है जब सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा किसी विधि को अविधिमान्य घोषित कर दिया गया हो और उस विषय में कानून बनाना जरूरी हो।
  • संसद सत्रावसान की अवधि में जारी किया गया अध्यादेश संसद की अगली बैठक होने पर दोनों सदनों के समक्ष प्रस्तुत किया जाना चाहिए। यदि संसद  इस पर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो संसद की दुबारा बैठक के 6 हफ्ते पश्चात अध्यादेश समाप्त हो जाता है। अगर संसद के दोनों सदन इसका निरामोदन कर दे तो यह 6 हफ्ते से पहले भी समाप्त हो सकता है। यदि संसद के दोनों सदनों को अलग-अलग तिथि में बैठक के लिए बुलाया जाता है तो ये 6 सप्ताह बाद वाली तिथि से गिने जाएंगे।
  • किसी अध्यादेश की अधिकतम अवधि 6 महीने, संसद की मंजूरी न मिलने की स्थिति में 6 सप्ताह होती है।
  • अध्यादेश विधेयक की तरह ही पूर्ववर्ती हो सकता है अर्थात् इसे पिछली तिथि से प्रभावी किया जा सकता है। यह संसद के किसी कार्य या अन्य अध्यादेश को संशोधित अथवा निरसित कर कता है। यह किसी कर कानून को भी परिवर्तित कर सकता है। हालांकि संविधान संशोधन हेतू अध्यादेश जारी नहीं किया जा सकता है। राष्ट्रपति की अध्यादेश जारी करने की शक्ति का अनुच्छेद 352 में वर्णित आपातकाल से कोई संबंध नहीं है। राष्ट्रपति युद्ध, बाह्य आक्रमण और सशस्त्र विद्रोह ने होने की स्थिति में भी अध्यादेश जारी कर सकता है।

अध्यादेश का इतिहास:

भारतीय इतिहास में अध्यादेश अब तक कई बार जारी किये जा चुके है। गौरतलब है कि साल 1952 से 2014 के मध्य अब 668 बार अध्यादेश जारी किये गये हैं। बिहार राज्य में 1967 से 1981 के बीच कुल 256 अध्यादेश जारी किए गए तथा उन्हें विधानमण्डल द्वारा अनुमोदित किए बगैर बार-बार जारी करके 14 वर्षों तक जीवित रखा गया, जबकि विधानसभा ने 189 कानून ही बनाए। वहीं सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक बात यह है कि बिहार के तत्कालीन राज्यपाल जगन्नाथ कौशल ने 18 जनवरी 1986 को मात्र एक दिन में 58 अध्यादेश जारी किये थे।

राज्यपाल के द्वारा लाया जाने वाला अध्यादेश:

अनुच्छेद 213 यह उपबन्ध करता है कि जब राज्य का विधानमण्डल सत्र में नहीं है और राज्यपाल को इस बात का समाधान हो जाता है कि ऐसी परिस्थितियाँ विद्यमान हैं जिनमें तुरंत कार्यवाही करना अपेक्षित है तो वह अध्यादेश जारी कर सकेगा। जिन राज्यों में दो सदन हैं उन राज्यों में दोनों सदनों का सत्र में नहीं होना जरूरी है। राज्यपाल केवल उन्हीं विषयों से संबंधित अध्यादेश जारी कर सकता है जिन विषयों तक राज्य का विधानमण्डल विधि निर्माण कर सकता है। राज्यपाल के द्वारा जारी किए गए अध्यादेश को भी राज्य विधानमण्डल के सत्र में आने के 6 सप्ताह के भीतर विधानमण्डल का अनुमोदन प्राप्त करना जरूरी है अन्यथा वह निष्प्रभावी हो जाएगा। यद्यपि राज्यपाल को राष्ट्रपति की ही तरह अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्राप्त है किंतु इस संबंध में राज्यपाल की इस शक्ति पर कुछ सीमाएँ लगाई गई हैं जो राष्ट्रपति की शक्ति पर नहीं हैं।

सीमाएँ:

अगर किसी विधेयक को विधानमण्डल में प्रस्तुत करना है और तो उस विषय पर अध्यादेश जारी करने से पूर्व राज्यपाल को राष्ट्रपति से अनुमति लेनी अनिवार्य है। राज्यपाल जिन विषयों पर राष्ट्रपति का विचार लेना आवश्यक समझता है, उस विषय पर अध्यादेश जारी करने से पहले वह राष्ट्रपति से परामर्श लेगा। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल द्वारा जारी किया गया अध्यादेश अनुच्छेद-226 के अंतर्गत उच्च न्यायालय के द्वारा दिए गए किसी भी निर्णय को अधिभावी कर सकता है।

और जानिये : अध्यादेश का अर्थ, इतिहास, अवधि व अध्यादेेश जारी करने की शर्तों की सूची

मूर्तिदेवी पुरस्कार विजेताओं के नाम तथा वर्ष (1983 से 2017 तक)

$
0
0

मूर्तिदेवी पुरस्कार विजेताओं के नाम तथा वर्ष: (List of Moortidevi Awards Winners Since 1983-2017 in Hindi)

मूर्तिदेवी पुरस्कार:

मूर्तिदेवी पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ समिति के द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान है। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा 16 दिसंबर 2017 को मशहूर बंगाली कवि जॉय गोस्वामी को वर्ष 2017 के 31वें मूर्तिदेवी पुरस्कार के लिए चुना गया है। वह इस सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले बांग्ला लेखक है। इन्हें यह पुरस्कार उनके काव्य संग्रह ‘दु दोन्डो फोवारा मात्रो’ के लिए यह पुरस्कार दिया जायेगा।

Quick Info About Moortidevi Award in Hindi

पुरस्कार का वर्ग साहित्य
स्थापना वर्ष 1961
पुरस्कार राशि 04 लाख रुपये
प्रथम विजेता सी. के नागराज राव
वर्ष 2017 के विजेता जॉय गोस्वामी (दु दोन्डो फोवारा मात्रो)
विवरण भारतीय ज्ञानपीठ समिति द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान

मूर्तिदेवी पुरस्कार में दी जाने वाली राशि:

भारतीय ज्ञानपीठ समिति के द्वारा इस पुरस्कार के तहत 04 लाख रुपये की पुरस्कार राशि, सरस्वती देवी की प्रतिमा व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।

भारतीय ज्ञानपीठ न्यास भारतीय साहित्य के विकास के लिए स्थापित भारतीय ज्ञानपीठ भारतीय साहित्य के विकास के लिए श्री साहू शांति प्रसाद जैन तथा श्रीमती रमा जैन द्वारा स्थापित न्यास है। यह न्यास साहित्यिक पुस्तकें प्रकाशित करता है तथा ज्ञानपीठ पुरस्कार तथा मूर्ति देवी पुरस्कार नामक दो पुरस्कार प्रदान करता है, जो साहित्य के सर्वोच्च पुरस्कारों में से हैं।

इन्हें भी पढे: नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय व्यक्तियों की सूची

वर्ष 1983 से 2017 तक मूर्तिदेवी पुरस्कार विजेताओं की सूची:

वर्ष विजेताओं के नाम भाषा
2017 जॉय गोस्वामी बांग्ला
2016 एम.पी. वीरेंद्र कुमार मलयालम
2015 प्रो. कोलकलुरी इनोच तेलगू
2014 विश्वनाथ त्रिपाठी हिन्दी
2013 सी राधाकृष्णन मलयालम
2012 हरप्रसाद दास ओड़िआ
2011 गुलाब कोठारी हिंदी
2007 वीरप्पा मोइली कन्नड़
2006 कृष्णबिहारी मिश्र हिन्दी
2005 डॉ. राममूर्ति शर्मा हिन्दी
2004 नारायन देसाई गुजराती
2003 कल्याण मल लोढा हिन्दी
2002 यशदेव शल्य हिन्दी
2001 राममूर्ति त्रिपाठी हिन्दी
2000 गोविन्दचन्द्र पांडेय हिन्दी
1995 निर्मल वर्मा हिन्दी
1994 शिवाजी सावन्त मराठी
1993 श्यामाचरण दुबे हिन्दी
1992 कुबेरनाथ राय हिन्दी
1991 डॉ. प्रतिभा राय मलयालम
1990 मुनि श्री नागराज हिन्दी
1989 विद्या निवास मिश्र हिन्दी
1988 विष्णु प्रभाकर हिन्दी
1986 कन्हैया लाल सेथिआ राजस्थानी
1985 मनुभाई पाँचोली ‘दर्शक’ गुजराती
1984 वीरेंद्र कुमार सखलेचा हिन्दी
1983 सी. के नागराज राव कन्नड़

इन्हें भी पढ़े: केदार सम्मान से सम्मानित व्यक्तियों की सूची (1996-2017)

और जानिये : मूर्तिदेवी पुरस्कार विजेताओं के नाम तथा वर्ष (1983 से 2017 तक)

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का इतिहास एवं उनके अध्यक्षों की सूची

$
0
0

भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का इतिहास एवं उनके अध्यक्ष: (List of President of Indian National Congress in Hindi)

भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का इतिहास

भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस भारत का सबसे प्राचीन राजनीतिक दल है। भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी है। 2004 में राहुल ने राजनीति में शुरुआत की और अमेठी से लोकसभा चुनाव जीता। राहुल गांधी 11 दिसंबर को कांग्रेस के निर्विरोध नए अध्यक्ष चुने गए थे। कांग्रेस दल का युवा संगठन ‘भारतीय युवा कांग्रेस’ है। ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना 28 दिसम्बर, 1885 ई. में दोपहर 12 बजे बम्बई में ‘गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज’ के भवन में की गई थी। इसके संस्थापक ‘ए.ओ. ह्यूम’ थे और प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चन्‍द्र बनर्जी बनाये गए थे। ‘भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस’ में कुल 72 सदस्य थे, जिनमें महत्त्वपूर्ण थे- दादाभाई नौरोजी, फ़िरोजशाह मेहता, दीनशा एदलजी वाचा, काशीनाथा तैलंग, वी. राघवाचार्य, एन.जी. चन्द्रावरकर, एस.सुब्रमण्यम आदि। इसी सम्मेलन में दादाभाई नौरोजी के सुझाव पर ‘भारतीय राष्ट्रीय संघ’ का नाम बदलकर ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ रख दिया गया था।

कांग्रेस के उद्देश्य एवं कार्यक्रम:

  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उद्देश्य एवं कार्यक्रम इस प्रकार थे-
  • लोकतांत्रिक राष्ट्रवादी आंदोलन चलाना।
  • भारतीयों को राजनीतिक लक्ष्यों से परिचित कराना तथा राजनीतिक शिक्षा देना।
  • आंदोलन के लिये मुख्यालय की स्थापना।
  • देश के विभिन्न भागों के राजनीतिक नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के मध्य मैत्रीपूर्ण संबंधों की स्थापना को प्रोत्साहित करना।
  • उपनिवेशवादी विरोधी विचारधारा को प्रोत्साहन एवं समर्थन।
  • एक सामान्य आर्थिक एक राजनीतिक कार्यक्रम हेतु देशवासियों को एकमत करना।
  • लोगों को जाति, धर्म एवं प्रांतीयता की भावना से उठाकर उनमें एक राष्ट्रव्यापी अनुभव को जागृत करना।
  • भारतीय राष्ट्रवादी भावना को प्रोत्साहन एवं उसका प्रसार।

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्षों की सूची:

अध्यक्ष का नाम वर्ष
उमेश चन्द्र बनर्जी 1885
दादाभाई नौरोजी 1886
बदरुद्दीन तैयबजी 1887
जॉर्ज यूल 1888
विलियम वेडरबर्न 1889
सर फिरोजशाह मेहता 1890
पी. आनंद चार्लू 1891
उमेश चन्द्र बनर्जी 1892
दादाभाई नौरोजी 1893
अल्फ्रेड वेब 1894
सुरेंद्रनाथ बनर्जी 1895
रहीमतुल्ला सयानी 1896
सी. शंकरन नायर 1897
आनंदमोहन बोस 1898
रमेशचन्द्र दत्त 1899
एन जी चंदावरकर 1900
दिनशा वाचा 1901
सुरेंद्रनाथ बनर्जी 1902
लालमोहन घोष 1903
हेनरी कपास 1904
गोपाल कृष्ण गोखले 1905
दादाभाई नौरोजी 1906
डॉ. रासबिहारी घोष 1907
डॉ. रासबिहारी घोष 1908
मदन मोहन मालवीय 1909
विलियम वेडरबर्न 1910
बिशन नारायण डार 1911
रघुनाथ नरसिंहा मुधोलकर 1912
नवाब सैयद मुहम्मद बहादुर 1913
भूपेंद्र नाथ बोस 1914
भगवान सत्येंद्र प्रसन्ना सिन्हा 1915
अंबिका चरण मजूमदार 1916
एनी बेसेंट 1917
मदन मोहन मालवीय 1918
सैयद हसन इमाम 1918
मोतीलाल नेहरू 1919
लाला लाजपत राय 1920
सी. विजयराघवाचारिर 1920
हाकिम अजमल खान 1921
देशबंधु चित्तरंजन दास 1922
मोहम्मद अली Jouhar 1923
अबुल कलाम आजाद 1923
मोहनदास गांधी 1924
सरोजिनी नायडू 1925
एस श्रीनिवास आयंगर 1926
मुख्तार अहमद अंसारी 1927
मोतीलाल नेहरू 1928
जवाहर लाल नेहरू 1929 & 30
वल्लभभाई पटेल 1931
मदन मोहन मालवीय 1932
नेली सेनगुप्ता 1933
राजेन्द्र प्रसाद 1934 & 35
जवाहर लाल नेहरू 1936
जवाहर लाल नेहरू 1936 & 37
सुभाष चंद्र बोस 1938
सुभाष चंद्र बोस 1939
अबुल कलाम आजाद 1940–46
आचार्य कृपलानी 1947
पट्टाभि सीतारैम्यया 1948 & 49
पुरुषोत्तम दास टंडन 1950
जवाहर लाल नेहरू 1951 & 52
जवाहर लाल नेहरू 1953
जवाहर लाल नेहरू 1954
यू. एन. धेबर 1955
यू. एन. धेबर 1956
यू. एन. धेबर 1957
यू. एन. धेबर 1958
यू. एन. धेबर 1959
इंदिरा गांधी 1959
नीलम संजीव रेड्डी 1960
नीलम संजीव रेड्डी 1961
नीलम संजीव रेड्डी 1962 & 63
कामराज 1964
कामराज 1965
कामराज 1966 & 67
एस. निजलिंगप्पा 1968
एस. निजलिंगप्पा 1968
पी. मेहुल 1969
जगजीवन राम 1970 & 71
शंकर दयाल शर्मा 1972– 74
देवकांता बरुआ 1975– 77
इंदिरा गांधी 1978 – 83
इंदिरा गांधी 1983-84
राजीव गांधी 1985-91
पी. वी. नरसिंह राव 1992-96
सीताराम केसरी 1996-98
सोनिया गांधी 1998-2017
राहुल गांधी 11 दिसंबर 2017-वर्तमान

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन कब और कहाँ हुए 

और जानिये : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का इतिहास एवं उनके अध्यक्षों की सूची

रामनाथ गोयनका पुरस्कार (अवार्ड) 2017 के विजेताओं की सूची

$
0
0

रामनाथ गोयनका अवार्ड्स 2017 के विजेताओं की सूची: (Winners of 2017 Ramnath Goenka Awards Excellence in Journalism in Hindi)

रामनाथ गोयनका पुरस्कार क्या है और यह किस क्षेत्र में दिया है?

रामनाथ गोयनका पुरस्कार हर साल देश में पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार उन पत्रकारों को दिया है जिन्होंने किसी भी राजनीतिक पार्टी या धर्म का पक्ष लिए बिना निष्पक्ष पत्रकारिता की हो।

रामनाथ गोयनका पुरस्कार का इतिहास:

रामनाथ गोयनका उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार की स्थापना एक्सप्रेस समूह ने अपने संस्थापक रामनाथ गोयनका के जन्मशताब्दी वर्ष पर हुए समारोहों के दौरान 2006 में की थी। इस पुरस्कार का मकसद पत्रकारिता में उत्कृष्टता, साहस और प्रतिबद्धता की पहचान करना और पूरे देश के पत्रकारों के असाधारण योगदान को सबके सामने लाना है।

रामनाथ गोयनका पुरस्कार के तहत मिलने वाली राशि:

रामनाथ गोयनका पुरस्कार के रूप में विजेताओं को एक लाख रूपए नकद और एक ट्रॉफी प्रदान की जाती है।

रामनाथ गोयनका पुरस्कार 2017:

देश के वर्तमान उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू द्वारा 20 दिसम्बर को साल 2017 के रामनाथ गोयनका पुरस्कार के विजेताओ की घोषणा गई।12वें रामनाथ गोयनका पुरस्कारों में इस साल 27 पत्रकारों को सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार अलग-अलग श्रेणियों में दिए जाते हैं। इनमें प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों ही तरह के पत्रकार शामिल थे। एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार को हिंदी पत्रकारिता की श्रेणी में 2017 का रामनाथ गोयिका पुरस्कार मिला है। उन्हें वर्ष 2015 व 2016 में भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इस समारोह का आयोजन दिल्ली में किया गया था जहां उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने विजेताओं को अवार्ड दिया।

रामनाथ गोयनका पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची:

श्रेणी विजेता का नाम
प्रिंट श्रेणी (Print Category)
जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर में रिपोर्टिंग के लिए (Reporting From J&K And The Northeast) अभिषेक साहा (हिंदुस्तान टाइम्स)
हिंदी (Hindi) राहुल कोठियाल (सत्याग्रह)
क्षेत्रीय भाषाएँ (Regional Languages) रेश्मा संजीव शिवदेकर (लोकसत्ता)
पर्यावरण रिपोर्टिंग (Environmental Reporting) जिम्मी फिलिप, दीपिका डेली
भारत को अन्वेषित करना अदृश्य (Uncovering India Invisible) एस.वी राजेश, मल्यालाला मनोरमा
व्यापार और आर्थिक पत्रकारिता (Business & Economic Journalism) उत्कर्ष आनंद (द इंडियन एक्सप्रेस)
राजनीतिक रिपोर्टिंग (Political Reporting) मुजामिल जलील (द इंडियन एक्सप्रेस)
स्पोर्ट्स जर्नलिज़्म (Sports Journalism) कासिर मोहम्मद अली (आउटलुक)
स्पॉट रिपोर्टिंग पर (On The Spot Reporting) शुभाजित रॉय (द इंडियन एक्सप्रेस)
अन्वेषण रिपोर्टिंग (Investigative Reporting) ऋतू सरीन, पी.वी ल्येर और जय मजमूदार (द इंडियन एक्सप्रेस)
फ़ीचर लेखन (Feature Writing) संगीता बरुआ (द वायर)
विदेशी संवाददाता आवरण भारत (Foreign Correspondent Covering India) एलेन बैरी (द न्यूयॉर्क टाइम्स)
कमेंटरी एंड इंटरप्रिटेटिव लिखित (Commentary And Interpretative Writing) तमल बंधोपाध्य (मिंट)
सिविक पत्रकारिता (Civic Journalism) चैतन्य मार्पक्वर (मुंबई मिरर)
फोटो पत्रकारिता (Photo Journalism) वसीम अंद्राबी (हिंदुस्तान टाइम्स)
प्रसारण  (Broadcasting)
जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर में रिपोर्टिंग के लिए (Reporting From J&K And The Northeast) मौमिता सेन (इंडिया टुडे)
हिंदी (Hindi) रविश कुमार (एनडीटीवी इंडिया)
क्षेत्रीय भाषाएँ (Regional Languages) दिनेश अकुला (टीवी5न्यूज़)
पर्यावरण रिपोर्टिंग (Environmental Reporting)
भारत को अन्वेषित करना अदृश्य (Uncovering India Invisible) मनोज्ञ लोइवल (टीवी टुडे)
व्यापार और आर्थिक पत्रकारिता (Business & Economic Journalism) हर्षदा सावंत (सीएनबीसी आवाज़)
राजनीतिक रिपोर्टिंग (Political Reporting) आशीष सिंह (न्यूज़x)
स्पोर्ट्स जर्नलिज्म (Sports Journalism) बिपाशा मुखर्जी (टीवी टुडे)
स्पॉट रिपोर्टिंग पर (On The Spot Reporting) आशीष सिन्हा (इंडिया न्यूज)
जांच रिपोर्टिंग (Investigative Reporting) श्रीनिवासन जैन (एनडीटीवी 24×7)

और जानिये : रामनाथ गोयनका पुरस्कार (अवार्ड) 2017 के विजेताओं की सूची

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017 विजेताओं की पूरी सूची

$
0
0

वर्ष 2017 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों की सूची: (Winners of Shahitya Akademi Awards 2017 in Hindi)

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017:

22 दिसम्बर की शाम को वर्ष 2017 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित होने वाले व्यक्तियों की घोषणा हो गई। प्रसिद्ध लेखक रमेश कंतुल मेघ के साहित्यिक समीक्षा ‘विश्वमिथक सरित्सागर’ के लिए हिंदी में साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है।

साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवास राव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 24 भाषाओं में साहित्य अकादमी और वार्षिक अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा की। इस साल 7 उपन्यास, 5 कविता-संग्रह, 5 कहानी-संग्रह, 5 समालोचना, 1 नाटक और 1 निबंध को पुरस्कृत किया गया है। साहित्य अकादमी द्वारा इन विजेताओं को पुरस्कार के रुप में एक लाख रुपये नकद, एक ताम्रफलक और एक शॉल प्रदान की जाती हैं।

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची

विजेताओं का नाम भाषा
उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’ मैथिली (कविता-संग्रह के लिए)
श्रीकांत देशमुख मराठी (कविता-संग्रह के लिए)
भुजंग टुडु संथाली (कविता-संग्रह के लिए)
स्व. इंकलाब तमिल (कविता-संग्रह के लिए)
देवप्रिया तेलुगु (कविता-संग्रह के लिए)
शिव मेहता डोगरी (कहानी-संग्रह के लिए)
औतार कृष्ण रहबर कश्मीरी (कहानी-संग्रह के लिए)
गजनान जोग कोंकणी (कहानी-संग्रह के लिए)
गायत्री सराफ ओड़िया (कहानी-संग्रह के लिए)
बेग एहसास उर्दू (कहानी-संग्रह के लिए)
जयंत माधब बो असमिया (उपन्यास के लिए)
आफसार आमेद बांग्ला (उपन्यास के लिए)
रीता बर बोडो (उपन्यास के लिए)
ममंग दई अंग्रेजी (उपन्यास के लिए)
के.पी. रामनुन्नी मलयालम (उपन्यास के लिए)
निरंजन मिश्र संस्कृत (उपन्यास के लिए)
नछत्तर पंजाबी (उपन्यास के लिए)
उर्मि घनश्याम देसाई गुजराती (समालोचना के लिए)
रमेश वंफ्रुतल मेघ हिंदी (समालोचना के लिए)
टी.पी. अशोक कन्नड़ (समालोचना के लिए)
वीणा हाङ्गखिम नेपाली (समालोचना के लिए)
नीरज दइया राजस्थानी (समालोचना के लिए)
जगदीश लछाणी सिंधी (निबंध के लिए)
राजेन तोइजाम्बा मणिपुरी (नाटक के लिए)

और जानिये : साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017 विजेताओं की पूरी सूची


भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपाल एवं उप-राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

$
0
0

भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपाल एवं उप-राज्यपालों की सूची: (List of Governors of Indian States 2017 in Hindi)

राज्यपाल किसे कहते है?

भारत गणराज्य में राज्यपाल 29 राज्यों में राज्य प्रमुख का संवैधानिक पद होता है। राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति 5 वर्ष के लिए करते हैं और वे राष्ट्रपति की मर्जी पर पद पर रहते हैं। राज्यपाल राज्य सरकार का विधित मुखिया होता है जिसकी कार्यकारी कार्रवाई राज्यपाल के नाम पर सम्पन्न होती है।

भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 सितम्बर 2017 को देश के पांच राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है। जिन राज्यों के राज्यपालों (गवर्नरों) को बदला गया है, उनमें मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु और बिहार शामिल हैं। इसके अलावा अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह के उपराज्यपाल को भी बदला गया है। आइये जानते है इन बदलावों के बाद कौन किस राज्य में राज्यपाल पद पर कार्यरत है:-

भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची 2017:-

राज्य का नाम राज्यपाल का नाम पदग्रहण (कार्यकाल अवधि)
अरुणाचल प्रदेश ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा 03 अक्टूबर 2017
असम जगदीश मुखी 10 अक्टूबर 2017
आन्ध्र प्रदेश ई॰एस॰एल॰ नरसिंहन 28 दिसम्बर 2009 (06 वर्ष, 123 दिन)
उत्तर प्रदेश राम नाईक 14 जुलाई 2014 (01 वर्ष, 290 दिन)
उत्तराखण्ड कृष्णकांत पॉल 08 जनवरी 2015 (01 वर्ष, 112 दिन)
ओडिशा एस॰सी॰ जमीर 21 मार्च 2013 (03 वर्ष, 39 दिन)
कर्नाटक वजूभाई वाला 01 सितम्बर 2014 (01 वर्ष, 241 दिन)
केरल पलनिस्वामी सदाशिवम 05 सितम्बर 2014 (01 वर्ष, 237 दिन)
गुजरात ओम प्रकाश कोहली 16 जुलाई 2014 (01 वर्ष, 288 दिन)
गोवा मृदुला सिन्हा 31 अगस्त 2014 (01 वर्ष, 242 दिन)
छत्तीसगढ बलराम जी दास टंडन 25 जुलाई 2014 (01 वर्ष, 279 दिन)
जम्मू और कश्मीर नरिंदर नाथ वोहरा 25 जून 2008 (07 वर्ष, 309 दिन)
झारखण्ड द्रौपदी मुर्मू 18 मई 2015 (0 वर्ष, 347 दिन)
तमिलनाडु बनवारी लाल पुरोहित 06 अक्टूबर 2017
तेलंगाना ई॰एस॰एल॰ नरसिंहन 02 जून 2014 (01 वर्ष, 332 दिन)
त्रिपुरा तथागता रॉय 20 मई 2015 (345 दिन)
नागालैण्ड पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य 19 जुलाई 2014 (01 वर्ष, 285 दिन)
पंजाब कप्तान सिंह सोलंकी 22 जनवरी 2015 (01 वर्ष, 98 दिन)
पश्चिम बंगाल केशरी नाथ त्रिपाठी 24 जुलाई 2014 (01 वर्ष, 280 दिन)
बिहार सत्यपाल मलिक 22 जून 2017
मणिपुर डॉ॰ नजमा हेपतुल्ला 21 अगस्त 2016 (362)
मध्य प्रदेश ओम प्रकाश कोहली (अतिरिक्त प्रभार) 08 सितम्बर 2016
महाराष्ट्र चेन्नामनेनी विद्यासागर राव 30 अगस्त 2014 (01 वर्ष, 243 दिन)
मिज़ोरम निर्भय शर्मा 26 मई 2015 (339 दिन)
मेघालय गंगा प्रसाद 05 अक्टूबर 2017
राजस्थान कल्‍याण सिंह 04 सितम्बर 2014 (01 वर्ष, 238 दिन)
सिक्किम श्रीनिवास दादासाहेब पाटील 20 जुलाई 2013 (02 वर्ष, 284 दिन)
हरियाणा कप्तान सिंह सोलंकी 27 जुलाई 2014 (01 वर्ष, 277 दिन)
हिमाचल प्रदेश आचार्य देव व्रत 12 अगस्त 2015 (261 दिन)

अंतिम संशोधन: 14 अक्टूबर 2017

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

केन्द्रशासित प्रदेशों के वर्तमान प्रशासक और उप-राज्यपालों की सूची:-

केन्द्रशासित प्रदेश नाम पद ग्रहण(कार्यकाल अवधि)
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह (उपराज्यपाल) देवेंद्र कुमार जोशी 09 अक्टूबर 2017
चण्डीगढ़ (प्रशासक) वी.पी. सिंह बदनोर 22 अगस्त, 2016
दमन और दीव (प्रशासक) प्रफुल्ल पटेल 29 अगस्त, 2016
दादरा और नगर हवेली (प्रशासक) प्रफुल्ल पटेल 30 दिसम्बर, 2016
दिल्ली (उपराज्यपाल) अनिल बैजल 31 दिसम्बर, 2016
पुदुच्चेरी (उपराज्यपाल) किरन बेदी 29 मई, 2016
लक्षद्वीप (प्रशासक) फ़ारुक़ ख़ान 06 सितम्बर, 2016

अंतिम संशोधन: 14 अक्टूबर 2017

राज्यपाल के पद में लिए योग्ताएं:

अनुच्छेद 157 के अनुसार राज्यपाल पद पर नियुक्त किये जाने वाले व्यक्ति में निम्नलिखित योग्यताओं का होना अनिवार्य है:-

  • वह भारत का नागरिक हो।
  • वह 35 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो।
  • वह राज्य सरकार या केन्द्र सरकार या इन राज्यों के नियंत्रण के अधीन किसी सार्वजनिक उपक्रम में लाभ के पद पर न हो
  • वह राज्य विधानसभा का सदस्य चुने जाने के योग्य हो।

राज्यपाल की नियुक्ति:

संविधान के अनुच्छेद 155 के अनुसार- राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा प्रत्यक्ष रूप से की जाएगी, किन्तु वास्तव में राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा भारत के प्रधानमंत्री की सिफ़ारिश पर की जाती है। राज्यपाल की नियुक्ति के सम्बन्ध में निम्न दो प्रकार की प्रथाएँ बन गयी थीं:-

  • किसी व्यक्ति को उस राज्य का राज्यपाल नहीं नियुक्त किया जाएगा, जिसका वह निवासी है।
  • राज्यपाल की नियुक्ति से पहले सम्बन्धित राज्य के मुख्यमंत्री से विचार विमर्श किया जाएगा।

यह प्रथा 1950 से 1967 तक अपनायी गयी, लेकिन 1967 के चुनावों में जब कुछ राज्यों में गैर कांग्रेसी सरकारों का गठन हुआ, तब दूसरी प्रथा को समाप्त कर दिया गया और मुख्यमंत्री से विचार विमर्श किए बिना राज्यपाल की नियुक्ति की जाने लगी।

राज्यपाल की उन्मुक्तियाँ तथा विशेषाधिकार:

राज्यपाल को निम्नलिखित विशेषाधिकार तथा उन्मुक्तियाँ प्राप्त हैं:-

  • राज्यपाल अपने पद की शक्तियों के प्रयोग तथा कर्तव्यों के पालन के लिए किसी न्यायालय के प्रति उत्तरदायी नहीं है।
  • राज्यपाल की पदावधि के दौरान उसके विरुद्ध किसी भी न्यायालय में किसी भी प्रकार की आपराधिक कार्यवाही प्रारम्भ नहीं की जा सकती।
  • जब राज्यपाल पद पर आरूढ़ हो, तब उसकी गिरफ्तारी या कारावास के लिए किसी भी न्यायालय से कोई आदेशिका जारी नहीं की जा सकती।
  • राज्यपाल का पद ग्रहण करने से पूर्व या पश्चात उसके द्वारा व्यक्तिगत क्षमता में किये गये कार्य के सम्बन्ध में कोई सिविल कार्यवाही करने के पहले उसे दो मास पूर्व सूचना देनी पड़ती है।

और जानिये : भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपाल एवं उप-राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नामों की सूची

$
0
0

विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नाम: (Old Names of Famous Countries of the World in Hindi)

यहां पर विश्व के प्रमुख देशों के वर्तमान और उनके प्राचीन नाम के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको विश्व के प्रमुख देशों के प्राचीन नामों के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नामों की सूची: 

विश्व के प्रमुख देशों के वर्तमान नाम विश्व के प्रमुख देशों के प्राचीन नाम
अंकारा, तुर्की अंगोरा, तुर्की
अल्जीरिया निमीडिया
आशवल (आशापल्ली) अहमदाबाद
इंसतांबुल, तुर्की कांस्टेंटिनोपल, तुर्की
इथियोपिया एबिसिनिया
इराक मेसोपोटामिया
ईरान फारस
एबिसिनिया इथियोपिया
एलिस द्वीप समूह तुवालु
कंबोडिया काम्पुचेआ
कांगो ज़ैरे
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य ज़ैरे
काम्पुचेआ कंबोडिया
कालीकट कोझीकोड
केंद्रीय प्रांत मध्य प्रदेश
केप कनवेरल केप केनेडी
कॉन्स्टेंटिनोपल इस्तांबुल
कोचीन कोच्चि
कोरिया (उत्तर और दक्षिण) चोसन
गिल्बर्ट आइलैंड किरीबाती
घाना घाना
चीन (उत्तर) कैथी
चीन (दक्षिण) मांगी
चेक गणराज्य और स्लोवाकिया बोहेमिया, मोराविया, चेकोस्लोवाकिया
जाम्बिया उत्तरी रोड्सिया
जिम्बाब्वे दक्षिणी रोडेशनिया
टोक्यो, जापान ईदो
डच ईस्ट इंडीज इंडोनेशिया
डच गुयाना सुरिनाम
तंजानिया तांगान्यिका और ज़ांज़ीबार, जर्मन पूर्वी अफ्रीका
ताइवान फॉर्मोसा
थाईलैंड सियाम
नामीबिया दक्षिण-पश्चिम अफ्रीका
पूर्व पाकिस्तान बांग्लादेश
पूर्वी तिमोर तिमोर लेस्टल
फॉर्मोसा ताइवान
फ़्रांस गॉल
फ्रेंच सूडान माली
फ्रेंच सोमालीलैंड जिबूती
बर्मा म्यांमार
बसुथोलैंड लेसोथो
बाटविया जकार्ता (इंडोनेशिया की राजधानी)
बीजिंग, चीन पेकिंग, चीन
बुर्किना फासो अपर वोल्टा
बेचुआनालैंड बोत्सवाना
ब्रिटिश गिनी गुयाना
ब्रिटिश होंडुरास बेलिज
भारत आर्यावर्त
मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड फ्रेंच इक्वेटोरियल अफ्रीका
माली सूडानी गणराज्य
मोल्दोवा मोल्दाविया
म्यांमार बर्मा
रवांडा और बुरुंडी जर्मन पूर्वी अफ्रीका
लीबिया त्रिपोलिटनिया और साइरेनिका
लैन झांग लाओस
वियतनाम कोचीन-चीन (दक्षिण), अननाम (केंद्रीय), टोनकिन (उत्तर)
श्री लंका सीलोन
सेंट पीटर्सबर्ग, रूस पेट्रोगैड और लेनिनग्राद, रूस
हाथीदांत का किनारा कोट डी’वॉयर
हॉलैंड नीदरलैंड्स
हो चि मिंच सिटी, वियतनाम सैगोन, दक्षिण वियतनाम

इन्हें भी पढ़े: विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस की तिथियाँ

और जानिये : विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नामों की सूची

राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

$
0
0

राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियाँ | (List of Important National and International Days and Dates in Hindi)

इस अध्याय में राष्ट्रीय (भारत) और अंतराष्ट्रीय (विश्व) के महत्वपूर्ण दिवस व दिनों और तिथियों के बारे में जरूरी जानकारी दी गई है जबकि पृष्ठ पर सभी महत्वपूर्ण दिनों (राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय) को एक पंक्ति में सूचीबद्ध किया गया है।

महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दिवस की सूची:

दिवस तारीख राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दिवस
जनवरी माह की मुख्य तिथियाँ
वैश्विक परिवार दिवस (यूएसए) 01 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
लुई ब्रेल दिवस 04 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
प्रवासी भारतीय दिवस 09 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
थल सेना दिवस (भारत) 15 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
बालिका दिवस 24 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
पर्यटन दिवस (भारत) 25 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 26 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
गणतंत्र दिवस (भारत) 26 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
डेटा संरक्षण दिवस 28 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
शहीदों का दिवस 30 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
कुष्ठ निवारण दिवस 30 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
सर्वोदय दिवस 30 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
फरवरी माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व आर्द्रभमि दिवस 02 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व कैंसर दिवस 04 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
गुलाब दिवस 12 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
वेलेंटाइन दिवस 14 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व सामाजिक न्याय दिवस 20 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व स्काउट दिवस 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
सेंट्रल एक्साइज टेक्स दिवस 24 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
मार्च माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व वन्य जीव दिवस 03 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय रक्षा दिवस 03 मार्च राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 04 मार्च राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस 09 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व गुर्दा दिवस 13 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 15 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 16 मार्च राष्ट्रीय दिवस
आयुध विनिर्माण दिवस 18 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जल दिवस 22 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राम मनोहर लोहिया का जन्म दिवस 23 मार्च राष्ट्रीय दिवस
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु फांसी दिवस 23 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व टीबी दिवस (क्षय रोग) 24 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
ग्रामीण डाक जीवन बीमा दिवस 24 मार्च राष्ट्रीय दिवस
गणेश शंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस 25 मार्च राष्ट्रीय दिवस
बांग्लादेश राष्ट्रीय दिवस 26 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व थियेटर दिवस 27 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय शिप परिवहन दिवस 29 मार्च राष्ट्रीय दिवस
अप्रैल माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 02 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय समुद्री दिवस 05 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विकास एवं शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस 06 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विशेष सुरक्षा समूह स्थापना दिवस 07 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व होम्योपैथी दिवस 10 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एयरोनॉटिक्स और ब्रह्माण्ड विज्ञान दिवस 14 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व हीमोफिलिया दिवस 17 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विरासत दिवस 18 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
भारतीय सिविल सेवा दिवस 21 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
मई माह की मुख्य तिथियाँ
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस 01 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अस्थमा दिवस प्रतिवर्ष मई महीने के पहले मंगलवार को मनाया जाता है। अंतराष्ट्रीय दिवस
मई मातृ दिवस 02 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
वैश्विक पहुंच-जागरूकता दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व लाफ्टर दिवस मई महीने का पहला रविवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व रेड क्रॉस दिवस 08 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 15 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व दूरसंचार दिवस 17 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई राष्ट्रीय दिवस
विश्व जैव विविधता 23 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रमंडल दिवस 24 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि 27 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व तंबाकू विरोधी 31 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
जून माह की मुख्य तिथियाँ

वर्ल्ड मिल्क डे 01 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ स्थापना दिवस 06 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व भूगर्भ जल दिवस 10 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बालश्रम निषेध दिवस 12 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व रक्तदान दिवस (विश्‍व रक्‍तदाता दिवस) 14 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्‍व रेगिस्‍तान तथा सूखा रोकथाम दिवस 17 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
गोवा क्रान्ति दिवस 18 जून राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस 18 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पितृ/पिता दिवस जून का तीसरा रविवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एथनिक दिवस 19 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व संगीत दिवस 21 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस 23 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस 23 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस 26 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्‍ट्रीय सांख्यिकी दिवस 29 जून राष्ट्रीय दिवस
जुलाई माह की मुख्य तिथियाँ
राष्ट्रीय चिकित्सक (डॉक्टर) दिवस 01 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
भारतीय स्टेट बैंक स्थापना दिवस 01 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
अन्तरराष्ट्रीय खेल पत्रकार दिवस 02 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 04 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस 09 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस 18 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय प्रसारण दिवस 23 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
आयकर दिवस 24 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
कारगिल स्मृति दिवस 26 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्थापना दिवस 27 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस 28 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अगस्त माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व स्तनपान सप्ताह 01 अगस्त से 07 अगस्त) अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शांति दिवस, हिरोशिमा दिवस 06 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस या फ्रैंडशिप डे अगस्त माह का पहला रविवार अंतर्राष्ट्रीय दिवस
भारत छोड़ो दिवस, नागासाकी दिवस 09 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
डेंगू निरोधक दिवस 10 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व युवा दिवस 12 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अंगदान दिवस 13 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
स्वतंत्रता दिवस (भारत) 15 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
विश्व फोटोग्राफी दिवस 19 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मच्छर दिवस 20 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
सद्भावना दिवस 20 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस 26 अगस्त अंतरराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस 30 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय दिवस
सितम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व नारियल दिवस 02 सितम्बर अंतर्राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 05 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व साक्षरता दिवस 08 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस 11 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बन्धुत्व और क्षमायाचना दिवस 14 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
हिन्दी दिवस: भारत 14 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
अभियन्ता दिवस अथवा इंजीनियर्स डे 15 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व ओजोन दिवस 16 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
भगवान विश्वकर्मा जयन्ती 17 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) स्थापना दिवस 20 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय शांति दिवस 21 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अल्जाइमर दिवस 21 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मूक बधिर दिवस 26 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व हृदय दिवस 29 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अक्टूबर माह की मुख्य तिथियाँ
अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस 01 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस 02 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
लाल बहादुर शास्त्री जन्म दिन 02 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावास दिवस अक्टूबर माह का प्रथम सोमवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पशु कल्याण दिवस 04 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शिक्षक दिवस 05 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जंगली जानवर दिवस 06 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
भारतीय वायु सेना दिवस 08 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
विश्व डाक दिवस 09 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व दृष्टि दिवस अक्टूबर महीने का दूसरा गुरुवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
लोकनायक जय प्रकाश नारायण जन्मदिन 11 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र प्राकृतिक आपदा दिवस 13 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मानक दिवस 14 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एलर्जी जागरूकता दिवस 16 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस 17 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस 20 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व आयोडीन अल्पता दिवस 21 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पोलियो दिवस 24 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विकास सूचना दिवस 24 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्‍व बचत (मितव्‍ययता) दिवस
31 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय एकता दिवस (सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती) 31 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
नवम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व सेवा दिवस 09 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्‍व विज्ञान दिवस 10 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय मलाला दिवस 10 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्‍ट्रीय शिक्षा दिवस 11 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय पक्षी दिवस 12 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
बाल दिवस (जवाहर लाल नेहरू की जयंती) 14 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
डायबिटीज दिवस 14 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
धीरज अंतर्राष्ट्रीय दिवस 16 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय पत्रकारिता (प्रेस) दिवस 16 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व विद्यार्थी (छात्र) दिवस 17 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रौढ़ दिवस 18 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व नागरिक दिवस 19 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
यूनिवर्सल बाल दिवस 20 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
वर्ल्ड टेलीविजन दिवस 21 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मांसाहारी रोकथाम दिवस 25 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस 26 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
नेशनल लॉ दिवस 26 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण सरंक्षण दिवस 26 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
दिसम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व एड्स दिवस 01 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
गुलामी के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस 02 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विकलांग दिवस 03 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
रासायनिक दुर्घटनाओं रोकथाम दिवस 04 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
नौसेना दिवस 04 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवकों दिवस 05 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन दिवस 07 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
सशस्त्र सेना झंडा दिवस 07 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस 10 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस 10 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बाल कोष दिवस 11 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस 15 दिसम्बर अंतर्राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 14 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
विजय दिवस 16 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अल्पसंख्यक अधिकार दिवस (भारत) 18 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
गोवा मुक्ति दिवस 19 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
किसान गोते दिवस 23 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
क्रिसमस दिवस 25 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस

नोट: यह वेबसाइट आपकी सहायता के लिए बनाई गई है। यदि आपको कोई गलती दिखाई दे, तो कृपया सुधार करने में हमारी मदद करें।

और जानिये : राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए

$
0
0

भारतीय इतिहास में हुए प्रमुख युद्धों के नाम, कब और किसके बीच हुए: (Important Wars or battles of Indian History in Hindi)

यहां पर इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए की सूची दी गयी है। इतिहास की परीक्षा में प्रमुख युद्धों के नाम, कब और किसके बीच हुए के आधार पर ज्यादातर प्रश्न पूछे जाते है, इसलिए यह पोस्ट आपकी सभी प्रकार की परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जाने इतिहास में हुए प्रमुख युद्ध के नाम, कब और किसके बीच हुए के बारे में:-

भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए की सूची:

समय युद्ध का नाम किस-किस के बीच हुए
326 हाईडेस्पीज का युद्ध सिकंदर और पंजाब के राजा पोरस के बीच जिसमे सिकंदर की विजय हुई।
261 कलिंग की लड़ाई कलिंग का प्रख्यात युद्ध सम्राट अशोक और कलिंग के राजा अनंत नाथन के बीच 261-262 ईसा पूर्व में दया नदी के किनारे लड़ा गया था।
712 सिंध की लड़ाई मोहम्मद कासिम ने अरबों की सत्ता स्थापित की।
1191 तराईन का प्रथम युद्ध मोहम्मद गौरी और पृथ्वी राज चौहान के बीच हुआ था। चौहान की विजय हुई।
1192 तराईन का द्वितीय युद्ध मोहम्मद गौरी और पृथ्वी राज चौहान के बीच| इसमें मोहम्मद गौरी की विजय हुई।
1194 चंदावर का युद्ध इसमें मुहम्मद गौरी ने कन्नौज के राजा जयचंद को हराया।
1526 पानीपत का प्रथम युद्ध मुग़ल शासक बाबर और इब्राहीम लोधी के बीच।
1527 खानवा का युद्ध इसमें बाबर ने राणा सांगा को पराजित किया।
1529 घाघरा का युद्ध इसमें बाबर ने महमूद लोदी के नेतृत्व में अफगानों को हराया।
1539 चौसा का युद्ध इसमें शेरशाह सूरी ने हुमायु को हराया।
1540 कन्नौज (बिलग्राम का युद्ध) इसमें फिर से शेरशाह सूरी ने हुमायूँ को हराया व भारत छोड़ने पर मजबूर किया।
1556 पानीपत का द्वितीय युद्ध अकबर और हेमू के बीच।
1565 तालीकोटा का युद्ध इस युद्ध से विजयनगर साम्राज्य का अंत हो गया क्यूंकि बीजापुर, बीदर,अहमदनगर व गोलकुंडा की संगठित सेना ने लड़ी थी।
18 जून, 1576 ई. हल्दी घाटी का युद्ध हल्दीघाटी का युद्ध मुग़ल बादशाह अकबर और महाराणा प्रताप के बीच लड़ा गया था। अकबर और राणा के बीच यह युद्ध महाभारत युद्ध की तरह विनाशकारी सिद्ध हुआ था। ऐसा माना जाता है कि इस युद्ध में न तो अकबर जीत सका और न ही राणा हारे। अन्त में यूद्ध अनिर्णायक रहा। (विकिपीडिया के अनुसार)
1757 प्लासी का युद्ध अंग्रेजो और सिराजुद्दौला के बीच, जिसमे अंग्रेजो की विजय हुई और भारत में अंग्रेजी शासन की नीव पड़ी।
1760 वांडीवाश का युद्ध अंग्रेजो और फ्रांसीसियो के बीच, जिसमे फ्रांसीसियो की हार हुई।
1761 पानीपत का तृतीय युद्ध अहमदशाह अब्दाली और मराठो के बीच। जिसमे फ्रांसीसियों की हार हुई।
1764 बक्सर का युद्ध अंग्रेजो और शुजाउद्दौला, मीर कासिम एवं शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना के बीच। अंग्रेजो की विजय हुई। अंग्रेजो को भारत वर्ष में सर्वोच्च शक्ति माना जाने लगा।
1767-69 प्रथम मैसूर युद्ध हैदर अली और अंग्रेजो के बीच, जिसमे अंग्रेजो की हार हुई।
1780-84 द्वितीय मैसूर युद्ध हैदर अली और अंग्रेजो के बीच, जो अनिर्णित छूटा।
1790 तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच लड़ाई संधि के द्वारा समाप्त हुई।
1799 चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच , टीपू की हार हुई और मैसूर शक्ति का पतन हुआ।
1849 चिलियान वाला युद्ध ईस्ट इंडिया कंपनी और सिखों के बीच हुआ था जिसमे सिखों की हार हुई।
1962 भारत चीन सीमा युद्ध चीनी सेना द्वारा भारत के सीमा क्षेत्रो पर आक्रमण। कुछ दिन तक युद्ध होने के बाद एकपक्षीय युद्ध विराम की घोषणा। भारत को अपनी सीमा के कुछ हिस्सों को छोड़ना पड़ा।
1965 भारत-पाक युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जिसमे पाकिस्तान की हार हुई। भारत पाकिस्तान के बीच शिमला समझौता हुआ।
1971 भारत-पाक युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जिसमे पाकिस्तान की हार हुई। फलस्वरूप बांग्लादेश एक स्वतन्त्र देश बना।
1999 कारगिल युद्ध जम्मू एवं कश्मीर के द्रास और कारगिल क्षेत्रो में पाकिस्तानी घुसपैठियों को लेकर हुए युद्ध में पुनः पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा और भारतीयों को जीत मिली।

इन्हें भी पढे: इतिहास में हुई प्रमुख क्रांति एवं उनके सम्बंधित क्षेत्र

और जानिये : भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

$
0
0

भारत के सभी राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची: (Chief Ministers of all Indian States 2017 in Hindi)

भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री:

भारत गणराज्य में उन्तीस राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुद्दुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया को मुख्यमंत्री कहा जाता है। भारतीय संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है। राज्य विधान सभा चुनावों के बाद राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले दल (अथवा गठबंधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है।

गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के नतीजें:

गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दबदबा देखने को मिला। गुजरात विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 99 सीट, कांग्रेस को 77 सीट और वहीं अन्‍य दलों को 6 सीट पर जीत मिली हैं। वहीं हिमाचल  प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 44 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस को 21 सीट, वहीं अन्‍य दलों के खाते में 3 सीट गई हैं।

भाजपा केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम ने विजय रूपानी को गुजरात का अगला मुख्यमंत्री और नितिन पटेल को उपमुख्यमंत्री चुना है और वह 26 दिसम्बर को शपथ ग्रहण करेंगे। वही जयराम ठाकुर को हिमाचल प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है और वह 27 दिसम्बर को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। शिमला में बीजेपी विधायक दल की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से नेता चुन गया था।

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची:

राज्य का नाम मुख्यमंत्री का नाम राजनीतिक पार्टी का नाम
आंध्र प्रदेश एन. चंद्रबाबू नायडू तेलुगू देशम पार्टी
अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल
असम सर्बानन्दा सोनवाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
बिहार नितीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड)
छत्तीसगढ़ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी
गोवा मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
गुजरात विजय रूपानी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हरियाणा मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर (27 दिसम्बर 2017 से) भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
जम्मू-कश्मीर महबूबा मुफ्ती सईद पीडीपी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
झारखंड रघुबर दास भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
कर्नाटक सिद्धारमैया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
केरल पिनाराई विजयन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
महाराष्ट्र देवेन्द्र फड़नवीस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मणिपुर एन. बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मेघालय डॉ. मुकुल संगमा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
मिजोरम लाल थान्हावला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
नागालैंड टी.आर. जेलियांग नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)
ओडिशा नवीन पटनायक बीजू जनता दल
पुडुचेरी (यू.टी) वी॰ नारायणस्वामी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राजस्थान वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
सिक्किम पवन कुमार चामलिंग सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट
तमिलनाडु इदापड्डी पलानीस्वामी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम
तेलंगाना चंद्रशेखर राव तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस)
त्रिपुरा माणिक सरकार भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)
उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस

अंतिम संशोधन: 26 दिसम्बर 2017

भारत में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कैसे होती है:-

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 163 के तहत की जाती है। राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति या तो आम चुनाव के बाद करता है या फिर तब करता है, जब मुख्यमंत्री के त्यागपत्र देने के कारण या बर्ख़ास्त कर दिये जाने के कारण उसका पद रिक्त हो जाता है। आम चुनाव में किसी एक ही दल को विधानसभा में बहुमत प्राप्त हो जाये और उस दल का कोई निर्वाचित नेता हो, तब उसे मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त करना राज्यपाल की संवैधानिक बाध्यता है। यदि मुख्यमंत्री अपने दल के आन्तरिक मतभेदों के कारण त्यागपत्र देता है, तो उस दल के नये निर्वाचित नेता को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जाता है।

भारत में मुख्यमंत्री पद के लिए क्या-2 योग्यताएँ होनी चाहिए:-

मुख्यमंत्री पद के लिए संविधान में कोई योग्यता विहित नहीं की गयी है, लेकिन मुख्यमंत्री के लिए यह आवश्यक है कि वह राज्य विधानसभा का सदस्य हो। इस प्रकार मुख्यमंत्री में राज्य विधानसभा के सदस्य की योग्यता होनी चाहिए। राज्य विधानसभा का सदस्य न होने वाला व्यक्ति भी मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि वह 6 मास के अन्तर्गत राज्य विधानसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाये। 21 सितम्बर, 2001 को उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय के अनुसार किसी सज़ायाफ़्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य माना जाएगा।

भारत में मुख्यमंत्री के कर्तव्य तथा अधिकार:-

  • वह राज्य के शासन का वास्तविक अध्यक्ष है और इस रूप में वह अपने मंत्रियों तथा संसदीय सचिवों के चयन, उनके विभागों के वितरण तथा पदमुक्ति और लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों एवं महाधिवक्ता और अन्य महत्त्वपूर्ण पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल को परामर्श देता है।
  • राज्य में असैनिक पदाधिकारियों के स्थानान्तरण के आदेश मुख्यमंत्री के आदेश पर जारी किये जाते हैं तथा वह राज्य की नीति से सम्बन्धित विषयों के सम्बन्ध में निर्णय करता है।
  • वह राष्ट्रीय विकास परिषद में राज्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • मुख्यमंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है तथा सामूहिक उत्तरदायित्व के सिद्धान्त का पालन करता है। यदि मंत्रिपरिषद का कोई सदस्य मंत्रिपरिषद की नीतियों से भिन्न मत रखता है, तो मुख्यमंत्री उसे त्यागपत्र देने के लिए कहता है या राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त करने की सिफ़ारिश कर सकता है।
  • वह राज्यपाल को राज्य के प्रशासन तथा विधायन सम्बन्धी सभी प्रस्तावों की जानकारी देता है।
  • यदि मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने किसी विषय पर अकेले निर्णय लिया है, तो राज्यपाल के कहने पर उस निर्णय को मंत्रिपरिषद के समक्ष विचारार्थ रख सकता है।
  • वह राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सलाह देता है।

भारत में मुख्यमंत्री को किन-2 स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

सामान्यत: मुख्यमंत्री अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसे विधानसभा का विश्वास मत प्राप्त रहता है। अत: जैसे ही उसका विधानसभा में बहुमत समाप्त हो जाता है, उसे त्यागपत्र दे देना चाहिए। यदि वह त्यागपत्र नहीं देता है, तो राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निम्नलिखित स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

  • यदि राज्यपाल मुख्यमंत्री को विधानसभा का अधिवेशन बुलाने तथा उसमें बहुमत सिद्ध करने की सलाह दे और यदि राज्यपाल के द्वारा निर्धारित अवधि के भीतर मुख्यमंत्री विधानसभा का अधिवेशन बुलाने के लिए तैयार नहीं हो, तो राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।
  • यदि राज्यपाल अनुच्छेद 356 के अधीन राष्ट्रपति को यह रिपोर्ट दे कि राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता या राष्ट्रपति को अन्य स्रोतों यह समाधान हो जाए कि शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता, तो राष्ट्रपति मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त करके राज्य का शासन चलाने का निर्देश राज्यपाल को दे सकता है।
  • जब मुख्यमंत्री के विरुद्ध राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित हो जाए और मुख्यमंत्री त्यागपत्र देने से इन्कार कर दे, तब राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।

और जानिये : भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

Viewing all 1939 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>