Quantcast
Channel: सामान्य ज्ञान अध्ययन – SamanyaGyan.com 2021
Viewing all 1939 articles
Browse latest View live

विश्व के प्रमुख खेल स्टेडियमों (मैदानों) के नाम एवं उनके स्थान की सूची

$
0
0
विश्व के प्रमुख खेल स्टेडियम (मैदान) | List of Sports Stadiums in World in Hindi

विश्व के प्रमुख खेल मैदानों की सूची (List of Famous Sports Stadiums of the World in Hindi)

विश्व के विभिन्न देशों में कई प्रकार के खेल खेले जाते है। भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि एक आस्था है। क्रिकेट सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि एशिया में सबसे ज्यादा खेला जाना वाला खेल है तथा पूरी दुनिया में इसके प्रशंसक मौजूद है। यूँ तो आजकल हर छोटे-बड़े मैच का प्रसारण टेलीविजन पर होने लगा है लेकिन क्रिकेट स्टेडियम में जाकर मैच देखने का एक अलग ही रोमांच है, इसलिए आज आप इस लेख में विश्व में प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय खेल के मैदान (स्टेडियमों) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। आइये जानते है विश्व का कौन-सा खेल मैदान कहाँ पर स्थित है:-

विश्व के प्रमुख खेल मैदान (स्टेडियमों) की सूची:

भारत के प्रमुख स्टेडियम

ईडन गार्डन्स कोलकाता, पश्चिम बंगाल
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम बंगलौर, कर्नाटक
फिरोजशाह कोटला दिल्ली
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैदराबाद, आंध्र प्रदेश
वानखेड़े स्टेडियम मुंबई, महाराष्ट्र
ग्रीन पार्क कानपुर, उत्तर प्रदेश
ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम दिल्ली
डा. डी. वाय. पाटील स्टेडीयम मुंबई, महाराष्ट्र
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम नई दिल्ली
बाराबती स्टेडियम कटक, उड़ीसा
बिरसा मुंडा स्टेडियम रांची, झारखंड

बांग्लादेश के प्रमुख स्टेडियम

बांग्लादेश राष्ट्रीय स्टेडियम ढाका
शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम ढाका
खान शाहब उस्मान अली स्टेडियम फातुल्लाह
शेख अबू नासर स्टेडियम खुलना

ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख स्टेडियम

एडिलेड ओवल एडिलेड
मेलबोर्न क्रिकेट स्टेडियम मेलबोर्न
मर्रारा क्रिकेट स्टेडियम डार्विन
टेल्स्ट्रा डोम मेलबोर्न
वाका क्रिकेट स्टेडियम पर्थ
द गाबा ब्रिसबेन
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड सिडनी
बैलेरीव ओवल होबार्ट

पाकिस्तान के प्रमुख स्टेडियम

गद्दाफी स्टेडियम लाहौर
इकबाल स्टेडियम फैसलाबाद
राष्ट्रीय स्टेडियम कराची

इंग्लैंड के प्रमुख स्टेडियम

हेडिंग्ले लीड्स
लॉर्ड्स क्रिकेट स्टेडियम सेंट जॉन्स वुड, लंदन
ओवल केनिंग्टन, लंदन
रोज बाउल साउथेम्प्टन
ओल्ड ट्रैफर्ड मैनचेस्टर
सोफिया गार्डन कार्डिफ

दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख स्टेडियम

वांडरर्स स्टेडियम जोहानसबर्ग
सेंचुरियन पार्क सेंचुरियन
किंग्समेड स्टेडियम डरबन
सेंट जॉर्ज पार्क पोर्ट एलिजाबेथ
विलोमोउर पार्क बेनोनी
न्युलैंड्स केप टाउन

श्रीलंका के प्रमुख स्टेडियम

पी. सारा ओवल कोलंबो
पलेकेले इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम कैंडी
आर० प्रेमदासा स्टेडियम कोलंबो
रंगीरी डंबुला इंटरनेशनल स्टेडियम दांबुला
गैले इंटरनेशनल स्टेडियम गाले

वेस्टइंडीज के प्रमुख स्टेडियम

सबीना पार्क किंग्स्टन
क्वीन पार्क ओवल पोर्ट ऑफ स्पेन
वॉरेन पार्क बस्सेटेरे

न्यूजीलैंड के प्रमुख स्टेडियम

हैगली ओवल क्राइस्टचर्च
सेडन पार्क हैमिल्टन
सैक्सटन ओवल नेल्सन
बेसिन रिजर्व वेलिंगटन

जिम्बाब्बे के प्रमुख स्टेडियम

बुलावायो एथलेटिक क्लब बुलावायो
हरारे स्पोटर्स क्लब हरारे
कुईंस स्पोटर्स क्लब बुलावायो

संयुक्त अरब अमीरात के प्रमुख स्टेडियम

शारजाह क्रिकेट स्टेडियम शारजाह
शेख जायेद स्टेडियम अबूधाबी

आयरलैंड के प्रमुख स्टेडियम

कैसल एवेन्यू डबलिन
मलाहाइड क्रिकेट क्लब ग्राउंड मलाहिड़े
सिविल सेवा क्रिकेट क्लब ग्राउंड बेलफास्ट
ब्रेड क्रिकेट क्लब ग्राउंड मघेरामासन

इन्हें भी पढ़ें: विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची

The post विश्व के प्रमुख खेल स्टेडियमों (मैदानों) के नाम एवं उनके स्थान की सूची appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.


परमवीर चक्र से सम्मानित व्यक्तियों के नाम एवं वर्ष की सूची

$
0
0
परमवीर चक्र से सम्मानित व्यक्तियों की सूची | Param Vir Chakra Recipients in Hindi

परमवीर चक्र के बारे में सामान्य ज्ञान जानकारी: (Param Vir Chakra information in Hindi)

परमवीर चक्र:

परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च सैन्य अलंकरण है जो दुश्मनों की उपस्थिति में उच्च कोटि की शूरवीरता एवं त्याग के लिए प्रदान किया जाता है। ज्यादातर स्थितियों में यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। इस पुरस्कार की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गयी थी। भारतीय सेना के किसी भी अंग के अधिकारी या कर्मचारी इस पुरस्कार के पात्र होते हैं एवं इसे देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के बाद सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समझा जाता है। इससे पहले जब भारतीय सेना ब्रिटिश सेना के तहत कार्य करती थी तो सेना का सर्वोच्च सम्मान विक्टोरिया क्रास हुआ करता था।

Quick Info about Param Vir Chakra in Hindi:

पुरस्कार का वर्ग युद्धकालीन शौर्य पुरस्कार
स्थापना वर्ष 26 जनवरी 1950
देश भारत
प्रथम विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा (मरणोपरांत)
आखिरी विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा (1999)

परमवीर चक्र का अर्थ:

‘परमवीर चक्र’ का शाब्दिक अर्थ है “वीरता का चक्र”। संस्कृति के शब्द “परम”, “वीर” एवं “चक्र” से मिलकर यह शब्द बना है।

परमवीर चक्र को दी जाने वाली पुरस्कार राशि:

लेफ्टीनेंट या उससे कमतर पदों के सैन्य कर्मचारी को यह पुरस्कार मिलने पर उन्हें (या उनके आश्रितों को) नकद राशि या पेंशन देने का भी प्रावधान है। हालांकि पेंशन की न्यून राशि जो सैन्य विधवाओं को उनके पुनर्विवाह या मरने से पहले तक दी जाती है अभी तक विवादास्पद रही है। मार्च 1999 में यह राशि बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह कर दी गयी थी। जबकि कई प्रांतीय सरकारों ने परमवीर चक्र से सम्मानित सैन्य अधिकारी के आश्रितों को इससे कहीं अधिक राशि की पेंशन मुहैय्या करवाती है।

परमवीर चक्र हासिल करने वाले शूरवीरों में सूबेदार मेजर बन्ना सिंह ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो कारगिल युद्ध तक जीवित थे। सूबेदार सिंह जम्मू कश्मीर लाइट इनफेन्ट्री के आठवें रेजीमेंट में कार्यरत थे।

वर्ष 1947 से अब तक परमवीर चक्र विजेताओं की सूची:

सम्मानित व्यक्ति का नाम वर्ष टिप्पणी
मेजर सोमनाथ शर्मा 03 नवंबर, 1947 मरणोपरांत
लांस नायक करम सिंह 13 अक्टूबर, 1948
सेकेंड लेफ़्टीनेंट राम राघोबा राणे 08 अप्रैल, 1948
नायक यदुनाथ सिंह फरवरी 1948 मरणोपरांत
कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह 17-18 जुलाई, 1948 मरणोपरांत
कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया 05 दिसम्बर, 1961 मरणोपरांत
मेजर धनसिंह थापा 20 अक्टूबर, 1962
सूबेदार जोगिंदर सिंह 23 अक्टूबर, 1962 मरणोपरांत
मेजर शैतान सिंह 18 नवंबर, 1962 मरणोपरांत
कंपनी क्वार्टर मास्टर हवलदार अब्दुल हामिद 10 सितंबर, 1965 मरणोपरांत
लेफ्टीनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर 15 अक्टूबर, 1965 मरणोपरांत
लांस नायक अलबर्ट एक्का 03 दिसम्बर, 1971 मरणोपरांत
फ्लाईंग आफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों 14 दिसम्बर, 1971 मरणोपरांत
लेफ्टीनेंट अरुण क्षेत्रपाल 16 दिसम्बर, 1971 मरणोपरांत
मेजर होशियार सिंह 17 दिसम्बर, 1971
नायब सूबेदार बन्ना सिंह 23 जून, 1987
मेजर रामास्वामी परमेश्वरन 25 नवंबर, 1987 मरणोपरांत
लेफ्टीनेंट मनोज कुमार पांडे 03 जुलाई, 1999 मरणोपरांत
ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव 04 जुलाई, 1999
राइफलमैन संजय कुमार 05 जुलाई, 1999
कैप्टन विक्रम बत्रा 06 जुलाई, 1999 मरणोपरांत

यह भी पढे: अशोक चक्र (पदक) से सम्मानित व्यक्तियों की सूची

The post परमवीर चक्र से सम्मानित व्यक्तियों के नाम एवं वर्ष की सूची appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

भारत की प्रमुख ऐतिहासिक गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची

$
0
0
भारत की प्रमुख ऐतिहासिक गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची

भारत की प्रमुख गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची: (List of Historic Caves of India in Hindi)

अजंता गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

सह्याद्रि पहाड़ी में स्थित 29 गुफ़ाओं (घोड़े की नाल के आकार में) के इस समूह की खुदाई 200 ई. पू. और 7वीं शताब्दी के बीच दो रूपों में की गई थी- चैत्य-5 (मंदिर) और विहार-24 (मठ)। इस घाटी की तलहटी में ‘वाघूर’ नदी बहती है।

अंजता की गुफ़ाओं का मुख्य आकर्षण भित्ति चित्रकारी है। अजंता की गुफाएं प्रमुखतः बौद्ध धर्म (महायान शाखा) द्वारा प्रेरित चित्रकला से ओतप्रोत हैं। इसमें से सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण चित्रों में जातक कथाएं हैं, जो बोधिसत्व के रूप में बुद्ध के पिछले जन्‍म से संबंधित विविध कहानियों का चित्रण करते हैं। यहाँ ब्राह्मण एवं जैन धर्म का भी समावेश होता हैं। गुफा संख्या 16 (मरणासन्न राजकुमारी) एवं 17 (चित्रशाला, निर्माण-हरिषेण द्वारा) ही गुप्तकालीन हैं। अजन्ता में ‘फ़्रेस्को’ तथा ‘टेम्पेरा’ दोनों ही विधियों से चित्र बनाये गए हैं। यूनेस्‍को द्वारा 1983 से अजंता को विश्‍व विरासत स्‍थल घोषित किया गया।

एलोरा गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

वर्तमान में इन गुफाओं (चैत्य एवं विहार) की संख्या 71 हैं जिसे 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच बनाया गया जो कि मूर्तिकला तथा भित्तिचित्र के लिए प्रसिद्द हैं।

एलोरा में तीन प्रकार की गुफ़ाएँ हैं:-

  • महायानी बौद्ध गुफ़ाएँ
  • पौराणिक हिंदू गुफ़ाएँ
  • दिगंबर जैन गुफ़ाएँ

एलिफेंटा गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

इनमें हिंदू धर्म से संबंधित अनेक मूर्तियां, विशेषकर, शिव की मूर्तियां गुप्तकालीन कला के उत्तम उदाहरण हैं जो कि एलौरा और अजंता की मूर्तिकला के समकक्ष है। इन गुफ़ाओं को घारापुरी के पुराने नाम से जाना जाता है जो कोंकणी मौर्य की द्वीप राजधानी थी। पुर्तग़ालियों ने द्वीप को एलिफेंटा का नाम दिया था।

बाघ गुफाएं:

गुफ़ाएं नर्मदा की सहायक करद या बाघिनी नदी के तट पर और विन्ध्य पर्वत के दक्षिण ढलान पर स्थित हैं। बाघ गुफ़ाओं के चित्रों की शैली अजंता के समान है तथा समकालीन है किन्तु बाघ की कला में अजन्ता के समान केवल धार्मिक विषय ही नहीं हैं, यहाँ पर मानवोचित भावों के चित्रण में वेगपूर्ण प्रवाह भी है। बाघ गुफ़ाओं  के भित्तिचित्रों में फूल, पक्षी व पशुओं का चित्रण विशेष महत्त्वपूर्ण है। गुफ़ा संख्या 2 का सर्व प्रसिद्ध चित्र पद्मपाणि बुद्ध का है जो ‘पाण्डव गुफ़ा’ के नाम से भी प्रचलित है जबकि तीसरी गुफा ‘हाथीखाना’ के नाम से जानी जाती है।

भीमभेटका चट्टानी आश्रय गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल):

ये गुफ़ाएँ चारों तरफ़ से विंध्य पर्वत से घिरी हुईं हैं। इसके दक्षिण में सतपुड़ा की पहाड़ियाँ आरम्भ हो जाती हैं। भीमबेटका गुफ़ाएँ प्रागैतिहासिक काल की चित्रकारियों के लिए लोकप्रिय हैं और भीमबेटका गुफ़ाएँ मानव द्वारा बनाये गए शैल चित्रों और शैलाश्रयों के लिए भी प्रसिद्ध है। गुफ़ाओं की सबसे प्राचीन चित्रकारी को 12000 साल पुरानी माना जाता है। भीमबेटका गुफ़ाओं में प्राकृतिक लाल और सफ़ेद रंगों से वन्यप्राणियों के शिकार दृश्यों के अलावा घोड़े, हाथी, बाघ आदि के चित्र उकेरे गए हैं। 2003 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया।

कन्हेरी गुफाएं:

100 से अधिक गुफ़ाएँ संजय गाँधी राष्ट्रीय उद्यान के परिसर में स्थित, जो 8वी-9वी शताब्दी की हैं। कन्हेरी चैत्यगृह की बनावट कार्ले के चैत्यगृह से मिलती है। यह बौद्ध धर्म की शिक्षा हीनयान तथा महायान का एक बड़ा केंद्र रहा है।

बराबर गुफाएं:

तीसरी शताब्दी ई.पू. में बराबर व नागार्जुनी चट्टानों को काटकर करवाया गया था। अशोक की प्रमुख गुफ़ाएँ हैं- कर्णचैपार, विश्वझोपड़ी और सुदामा गुफ़ा। चौथी गुफ़ा में 5वीं सदी के मौखरि शासक अनंतवर्मन का लेख अंकित हैं। दशरथ की गुफ़ाओं में लोमश ऋषि की गुफ़ा उल्लेखनीय है। नागार्जुन पहाड़ी की तीनों गुफ़ाओं में अशोक के पौत्र देवानांप्रिय दशरथ के अभिलेख अंकित हैं, जो भिक्षुओं के आजीवक सम्प्रदाय के लिए दी गयी थीं। मक्खलिपुत्त गोसाल ने आजीवक सम्प्रदाय चलाया था।

भारत की प्रमुख गुफाओं की सूची:

गुफाओं के नाम शहर/राज्य का नाम
अजंता की गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल) औरंगाबाद, महाराष्ट्र
एलोरा की गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल) औरंगाबाद, महाराष्ट्र
एलिफेंटा की गुफाएं (विश्व विरासत स्‍थल) मुंबई, महाराष्ट्र
कार्लें की गुफाएं भोरघाट, पुणे-मुंबई, महाराष्ट्र
कन्हेरी की गुफाएं मुंबई, महाराष्ट्र
बादामी गुफा कर्नाटक
बाघ गुफा धार, मध्य प्रदेश
आदमगढ़ गुफा होशंगाबाद, मध्य प्रदेश
भीमबेटका गुफा (विश्व विरासत स्‍थल) रायसेन, मध्य प्रदेश
बराबर गुफा गया, बिहार
बोर्रा गुफाएं विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश
उदयगिरी की गुफाएं भुवनेश्वर, ओडिशा
बाघ गुफाएं विध्यांचल पर्वत, मध्य प्रदेश
एडाक्कल गुफा केरल
वराह गुफाएं कोरोमंडल, तमिलनाडु
माव्समाई गुफा चेरापूंजी, मेघालय
जोगीमारा गुफा छत्तीसगढ़
उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं ओडिशा
अमरनाथ गुफा बालटाल, जम्मू और कश्मीर
उंदावली, विजयवाड़ा की गुफा विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश
डुंगेश्वरी गुफा बिहार

यह भी पढे: भारत के प्रमुख स्थान एवं उसके वास्तुकार

The post भारत की प्रमुख ऐतिहासिक गुफाएं तथा उनके स्थान की सूची appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

भारत में प्रथम महिलाएं और उनकी उपलब्धियों की सूची (विभिन्न क्षेत्रों में)

$
0
0
भारत में प्रथम महिला | List of First Women or Female in India in Hindi (160)

भारत में प्रथम महिला और उपलब्धि: (First Woman personalities in India in Hindi)

यहां भारत में प्रथम प्रसिद्ध भारतीय महिलाओं (स्त्रियों) के नाम और उनकी उपलब्धियों की सूची दी गयी है,जिन्होंने भारत में सबसे पहले अपना प्रभुत्व स्थापित किया है। भारतीय महिलाओं ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे:- इतिहास, समाजशास्त्र, विज्ञान, राजनीति, पुरस्कार और सम्मान, मनोरंजन आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। भारत में प्रथम महिलाओं के आधार पर हर परीक्षा में कुछ प्रश्न अवश्य पूछे जाते है, इसलिए यह आपकी सभी प्रकार की परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जाने ऐसी ही भारत में प्रथम 166 प्रभावशाली महिलाओं (नारियों) के नाम और उनकी उपलब्धियों के बारे में:-

इन्हें भी पढे: विश्व में प्रथम महिलाओं की सूची

विभिन्न क्षेत्रों में भारत में प्रथम महिलाओं की सूची:

उपलब्धि भारतीय महिलाएं
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज राही सरनोबत (22 अगस्त 2018)
एशियाई खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) जीतने वाली पहली भारतीय महिला विनेश फोगाट (20 अगस्त 2018)
वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हिमा दास (13 जुलाई 2018)
टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 2000 रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी मिताली राज (08 जून 2018)
देश की पहली नेत्रहीन महिला आईएएस प्रांजल पाटिल (जून 2018)
जामिया मिलिया इस्लामिया (राष्ट्रीय इस्लामी विश्वविद्यालय) की पहली महिला चांसलर डॉ. नजमा हेपतुल्ला (29 मई 2018)
कॉमनवेल्थ खेलों में टेबल टेनिस में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी मनिका बत्रा (अप्रैल 2018)
ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी पीवी सिंधू
कॉमनवेल्थ खेलों में मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला मुक्केबाज़ एम.सी. मैरीकॉम (अप्रैल 2018)
जिमनास्टिक विश्व कप में कांस्य पदक हासिल करने वाली भारतीय महिला जिमनास्ट अरुणा बुद्दा रेड्डी (25 फरवरी 2018)
कानून और न्याय के क्षेत्र में ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला गीता मित्तल (08 मार्च 2018)
भारतीय सेना में भर्ती होने वाली पहली महिला अधिकारी प्रिया झिंगन
माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय विकलांग अरुणिमा सिन्हा (21 मई 2013)
लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला अवनी चतुर्वेदी (19 फरवरी 2018)
मणिपुर उच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायाधीश अभिलाषा कुमारी (फरवरी 2018)
भारतीय बैंक संघ (आईबीए) की पहली महिला अध्यक्ष उषा अनंतसुब्रमण्यन(जनवरी 2018)
देश की पहली नेत्रहीन भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) ऑफिसर एनएल बेनो जेफाइन (जुलाई 2015)
भारत की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट होमी व्यारावाला
विश्व पैरा तैराकी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला तैराक कंचनमाला पांडे (दिसम्बर 2017)
भारतीय नौसेना में शामिल होने वाली पहली महिला पायलट शुभांगी स्वरूप (नवम्बर 2017)
गुरुग्राम की पहली महिला मेयर मधु आजाद (नवम्बर 2017)
लोकसभा की पहली भारतीय महिला महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव (नवम्बर 2017)
विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी पूजा काडियन वुशु (अक्टूबर 2017)
ब्रिटेन में किसी नगरनिगम वार्ड की पाषर्द बनने वाली पहली भारतीय महिला रेहाना अमीर (मई 2017)
संयुक्त राष्ट्र न्यायिक संस्था “इंटरनेशनल टब्यिूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी” (र्अाईटीएलओएसी) में न्यायाधीश चुनी जाने वाली पहली भारतीय महिला नीरू चड्ढा (जून 2017)
एशियन सोशल इंटरप्रेन्योर पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली भारतीय महिला नेता निशा दत्त (जून 2017)
माउंट एवरेस्ट को चौथी बार फतह करने वाली पहली भारतीय महिला अंशू जामसेन्पा
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की पहली महिला अध्यक्ष शोभना कामिनेनी (01 मई 2017)
एशियाई स्क्वाश चैंपियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी जोशना चिनप्पा (30 अप्रैल 2017)
गुजरात की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गीता जौहरी (04 अप्रैल 2017)
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला कॉम्बैट अधिकारी तनुश्री पारिख
बीसीसीआई लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित होने वाली पहली महिला क्रिकेटर शांता रंगास्वामी
भारत की पहली महिला अध्यापिका (शिक्षिका) सावित्रीबाई फुले
अखिल भारतीय टेनिस संघ की पहली महिला अध्यक्ष प्रवीण महाजन (2017)
ऑस्ट्रेलिया की ब्रांड एम्बेसडर बनने वाली प्रथम भारतीय महिला परिणीति चोपड़ा
भारत की पहली दृष्टिहीन महिला डॉक्टर कृतिका पुरोहित
आईसीसी वूमेंस टीम ऑफ द ईयर में शामिल होने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी स्मृति मंधाना
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टूर्नामेंट बिग बैश लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर
उच्च न्यायालय की प्रथम भारतीय महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति अन्ना चांडी (केरल)
भारत में प्रथम महिला चीफ इंजीनियर श्रीमती पी.के.गेसिया
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष सरोजिनी नायडू
कॉमनवेल्थ खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला पहलवान गीता फोगट (2010 कॉमनवेल्थ खेलों में)
पैरालंपिक खेलों में पदक (मेडल) जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी (एथलीट) दीपा मलिक (2016 पैरालिम्पिक्स खेलों में रजत पदक जीता।)
भारत के किसी राज्य के मंत्रिमण्डल में प्रथम महिला मंत्री विजय लक्ष्मी पंडित (संयुक्त प्रांत, 1937)
भारत के किसी राज्य की प्रथम दलित मुख्यमंत्री मायावती (उत्तर प्रदेश)
संघ लोक सेवा आयोग की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष श्रीमती रोज मिलियन बेथ्यु
भारत रत्न से सम्मानित प्रथम महिला श्रीमती इंदिरा गाँधी
अंटार्कटिका पहुँचने वाली प्रथम महिला मेहर मूस
‘मिस यूनिवर्स’ खिताब जीतने वाली प्रथम महिला सुष्मिता सेन
अंतर्राष्‍ट्रीय मैराथन में स्‍वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला आशा अग्रवाल
प्रथम भारतीय महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी
भारत की प्रथम महिला क्रिकेट अम्‍पायर अंजली राजगोपाल
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला आशापूर्णा देवी
प्रथम महिला राजस्व सचिव विनीता राय
ओलम्‍पिक खेलों में मुक्‍केबाजी में पदक विजेता प्रथम भारतीय महिला एम. सी. मैरी कॉम (2012)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष डॉ. एनी बेसेन्ट
भारतीय लागत लेखा सेवा की पहली महिला प्रमुख अरुणा सेठी
प्रथम महिला राज्यपाल सरोजनी नायडू ( उ० प्र० )
ओलम्‍पिक खेलों में बैडमिंंटन में पदक विजेता प्रथम भारतीय महिला साइना नेहवाल (2012)
प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) मीरा कुमार
महिला वनडे क्रिकेट में 6000 रन बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला मिताली राज (2017)
भारत के किसी राज्य की मुख्यमंत्री बनने वाली प्रथम महिला अभिनेत्री जानकी रामचंद्रन (तमिलनाडु 1987)
भारत की प्रथम महिला मुख्य चुनाव आयुक्त वी॰ एस॰ रमादेवी
भारत की प्रथम महिला अधिवक्ता रेगिना गुहा
भारत में केन्द्रीय व्यवस्थापिका की प्रथम महिला सांसद राधाबाई सुबारायन (1938)
भारत में आयकर न्यायाधिकरण की प्रथम महिला सदस्य न्यायमूर्ति मीरा साहिब फातिमा बीबी
दिल्ली के तख़्त पर बैठने वाली प्रथम महिला सुल्तान (शासिका) रजिया सुल्तान
एशियाई शतरंज चैम्पियनशिप जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला रोहिणी खाडिलकर (1981)
अंटार्कटिका के विनसन मैसिफ पर चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय सिविल सेवक अपर्णा कुमार
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य पद के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय महिला नीता अंबानी
प्रथम व्यावसायिक महिला पायलट प्रेमा माथुर
अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाली भारतीय महिला डायना एडुलजी (1986)
अंतरिक्ष में सर्वाधिक समय व्यतीत करने वाली प्रथम भारतीय मूल की महिला सुनीता विलियम्स
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला अमृता प्रीतम
सेना मेडल प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला विमला देवी (1988)
अन्तर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला अंजू बार्बी जॉर्ज
अन्तर्राष्ट्रीय फ़ुटबॉल में हैट्रिक करने वाली प्रथम भारतीय महिला योलांदा डिसूजा (1978)
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला एन. लम्सडेन (हॉकी, 1961 )
अर्द्धसैनिक बल की पहली भारतीय महिला महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम
अशोक चक्र से सम्मानित प्रथम महिला नीरजा भनोट
इंजीनियरिंग में स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला इला मजूमदार (1951)
इण्डियन एयरलाइन्स की प्रथम महिला अध्यक्ष सुषमा चावला
उत्तरी ध्रुव पर पहुँचने वाली प्रथम महिला प्रीति सेन गुप्ता (1993)
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे युवा भारतीय महिला शिवांगी पाठक, हरियाणा (17 मई 2018)
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला कमलजीत संधु (1970, 400 मीटर दौड़)
ओलम्पिक के लिए क्‍वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर
ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी (भारोत्तोलन, सिडनी)
ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी मेरी लीला राव (1952)
चिकित्सा में स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला विधुमुखी बोस एवं विर्जिनिया मितर (कोलकाता मेडिकल कॉलेज)
इंग्लिश चैनल पार करने वाली प्रथम भारतीय महिला तैराक आरती साहा गुप्ता (29 सितम्बर 1959)

टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली भारतीय महिला मिताली राज
तीन खेलों (क्रिकेट, हॉकी एवं बालीबॉल) में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम भारतीय महिला शिरीन खुसरो
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय नायिका देविका रानी
दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला संतोष यादव
नाबार्ड की प्रथम महिला अध्यक्ष रंजना कुमार
नार्मन बोरलॉग पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला डॉ. अमृता पटेल
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला मदर टेरेसा ( शांति )
नौका द्वारा सम्पूर्ण विश्व की परिक्रमा करने वाली प्रथम महिला उज्जवला पाटिल (1988)
पहली महिला डीटीसी चालक वनकदारथ सरिता
पावर लिफ़्टिंग में विश्व कीर्तिमान बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला सुमिता लाहा (1989)
प्रथम दूरदर्शन समाचार वाचिका प्रतिमा पुरी
प्रथम भारतीय महिला पुलिस महानिदेशक कंचन चौधरी भट्टाचार्य
प्रथम भारतीय महिला बैरिस्टर कोर्नोनिया सोराबजी (इलाहाबाद उच्च न्यायालय, 1923)
प्रथम भारतीय महिला राजदूत विजयलक्ष्मी पण्डित (सोवियत रूस, 1947)
प्रथम भारतीय महिला राज्यसभा स्पीकर सन्नो देवी
प्रथम भारतीय महिला विदेश सचिव चोकिला अय्यर
प्रथम मर्चेंट नेवी महिला ऑफिसर सोनाली बनर्जी
प्रथम महिला एडवोकेट केमिला सोराबजी
प्रथम महिला केंद्रीय मंत्री राजकुमारी अमृत कौर
प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश लीला सेठ (हिमाचल प्रदेश, 1991 )
भारत के किसी राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी (उत्तर प्रदेश)
बोइंग 737 विमान की प्रथम भारतीय महिला कमाण्डर कैप्टन सौदामिनी देशमुख
भारत की पहली महिला विधायक डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई. ए. एस) में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला अन्ना जार्ज
भारत की प्रथम आई. पी. एस. महिला किरण बेदी
भारत की प्रथम परखनली शिशु इंदिरा
भारत की प्रथम महिला एयर लाइन्स पायलट दुर्बा बेनर्जी
भारत की प्रथम महिला चिकित्सक कादम्बिनी गांगुली
भारत की प्रथम महिला जो विदेश गयी आनंदीबाई गोपालराव जोशी
भारत की प्रथम महिला पायलट सुषमा मुखोपाध्याय
भारत की प्रथम महिला मुख्य अभियन्ता पी.के. त्रेसिया नांगुली
भारत की प्रथम महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच
भारत की प्रथम महिला मेयर तारा चेरियन
भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
भारतीय वायुसेना की प्रथम भारतीय महिला पैराशूटर गीता घोष
भारतीय वायुसेना के विमान की प्रथम भारतीय महिला पायलट हरिता देओल
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला बछेंद्री पाल
मुक्केबाजी की प्रथम महिला रेफ़री रज़िया शबनम
मूर्ति देवी पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला प्रतिभा राय
योजना आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष श्रीमती इंदिरा गाँधी
राज्यसभा की प्रथम महिला उपाध्यक्ष वायलेट अल्वा (1962 ई०)
राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने वाली प्रथम भारतीय महिला लक्ष्मी सहगल
राष्ट्रमण्डल खेलों में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला अमी घिया शाह
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रथम अध्यक्ष जयंती पटनायक
भारतीय रिजर्व बैंक की प्रथम महिला डिप्टी गवर्नर के.जे. उदेशी (2003)
लेनिन शांति पुरस्कार से अलंकृत प्रथम महिला अरुणा आसफ अली
विधान सभा की प्रथम महिला स्पीकर श्रीमती शन्नो देवी
शतरंज में ग्रैण्ड मास्टर का ख़िताब वाली प्रथम भारतीय महिला भाग्यश्री थिप्से (1986)
शान्ति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला वैज्ञानिक डॉ० आशिमा चटर्जी
संयुक्त राष्ट्र संघ के संगीत समारोह में भागीदारी करने वाली प्रथम भारतीय महिला मदुरै षण्मुखवडिवु सुब्बुलक्ष्मी (1966)
संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रथम महिला असैनिक पुलिस सलाहकार किरण बेदी
संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभा की प्रथम महिला अध्यक्ष विजयालक्ष्मी पंडित (1953)
सार्वजनिक सेवा हेतु रेमन मैग्सेसे एवार्ड से अलंकृत प्रथम महिला किरण बेदी
‘मिस वर्ल्ड’ ख़िताब जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला रीता फारिया
अंतराष्‍ट्रीय तैराकी मैराथन जीतने वााली प्रथम भारतीय महिला अर्चना भारत कुमार पटेल
भारत की प्रथम महिला सांसद राधाबाई सुबारायन
ग्रैंड स्‍लैम जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला सानिया मिर्जा
स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला कादम्बिनी गांगुली (कलकत्ता विश्वविद्यालय, 1883)
आई.सी.सी. क्रिकेट विश्‍व कप में शतक बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला थिरूष कामिनी (2013)
सर्वोच्च न्यायालय में प्रथम महिला न्यायाधीश मीरा साहिब फातिमा बीबी
ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला भानु अथैया (वेशभूषा सज्जा हेतु, फिल्म गांधी, 1983)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला नरगिस दत्त (फिल्म रात और दिन, 1968)
भारत की प्रथम अंतरिक्ष महिला वैज्ञानिक सविता रानी
पहली फिल्म अभिनेत्री जो राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित की गयी नर्गिस दत्त
बुकर पुरस्कार से पुरस्कार सम्मानित प्रथम भारतीय महिला अरुंधती राय
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला मदर टेरेसा
भारत में उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन की प्रथम महिला सचिव प्रिया हिमोरानी
संघीय लोक सेवा आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष रोज मिलियन बैथ्यू (1992)
वेनिस फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का गोल्डन लॉयन पुरस्कार पाने वाली प्रथम भारतीय महिला मीरा नायर [फिल्म-मानसून वैडिंग (2001)]
भारत की प्रथम महिला सर्जन डॉ. प्रेमा मुखर्जी
भारत में प्रथम क्रान्तिकारी महिला श्रीमती भीखाजी जी रूस्तम कामा
भारत में प्रथम महिला मजिस्ट्रेट ओमना कुंजम्मा
अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला अभिनेत्री नरगिस दत्त [कार्लोबी बेरी फिल्मोत्सव का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार (फिल्म-मदंर इंडिया, 1958)]
बर्लिन फिल्मोत्सव में पुरस्कार पाने वाली प्रथम महिला मधुर जाफरी
प्रथम भारतीय महिला रेल चालक सुरेखा यादव
प्रथम भारतीय महिला उपन्यासकार श्रीमती स्वर्ण कुमारी देवी
प्रथम भारतीय महिला कुलपति हंसा मेहता
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (फिक्की) की अध्यक्ष निर्वाचित होने वाली पहली प्रथम भारतीय महिला नैना लाल किदवई (15 दिसंबर 2012)
विमान उड़ाने वाली प्रथम भारतीय महिला सरला ठकराल
संयुक्त राष्ट्र संघ के संगीत समारोह में भागीदारी करने वाली प्रथम भारतीय महिला एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी

The post भारत में प्रथम महिलाएं और उनकी उपलब्धियों की सूची (विभिन्न क्षेत्रों में) appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

विश्व की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रेखाएँ और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

$
0
0
विश्व की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखाएँ | Important International Boundary Lines in Hindi

विश्व की प्रमुख महत्वपूर्ण सीमा अंतरराष्ट्रीय रेखाएँ: (Important International Boundary Lines in Hindi)

प्रत्येक देश अपने देश की सीमा की रक्षा करने के लिए एक निश्चित सीमा का निर्धारण करता है। इस सीमा को पार करना देश की सीमा में घुसपैठ माना जाता है। इन सीमाओं के निर्धारण का एक फायदा यह भी है कि देशों को यह बात पता होती है कि उन्हें कहां तक अपने राज्य की सीमा का विस्तार करना है। ऐसी ही कुछ प्रमुख सीमाओं का वर्णन इस लेख में किया गया है।

विश्व की मुख्य अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखाएं:

  • डूरंड रेखा (Durand Line): अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर 2,640 किलोमीटर लम्बी सीमा रेखा को डूरंड रेखा कहते हैं। यह रेखा सन 1893 में ब्रिटिश इंडिया और अफ़ग़ान प्रतिनिधियों के बीच हई एक सहमती का नतीजा है। इस रेखा का नाम ब्रिटिश इंडिया के तत्कालीन विदेश मंत्री सर मॉर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया था।
  • मैकमोहन रेखा (Macmahon Line): 700 किमी. लम्बी इस रेखा को 1914 में सर मैकमोहन (ब्रिटेन) ने भारत-चीन सीमा के विवाद को सुलझाने के लिए तैयार किया था।
  • रेडक्लिफ रेखा (Radcliffe Line): रेडक्लिफ रेखा भारत और पाकिस्तान के मध्य सीमाओं का निर्धारण करती है। यह सीमा 3310 किमी लम्बी है। 15 अगस्त 1947 को सर रेडक्लिफ ने इस सीमा का निर्धारण किया था।
  • हिंडनबर्ग रेखा (Hindenburg Line): यह रेखा जर्मनी और पोलैंड के मध्य स्थित है। प्रथम विश्व युद्ध के समय जर्मनी की सेना इसी रेखा से लौटी थी।
  • मैनरहीन रेखा: मैनरहीन रेखा रूस और फ़िनलैंड के बीच की रेखा है।
  • मैगीनाट रेखा (Maginot Line): मैगीनाट रेखा फ़्रांस द्वारा खिंची गयी जर्मनी और फ़्रांस के बीच की सीमा रेखा है। यह रेखा कंक्रीट, लोहा इत्यादि से मिलकर बनी है। इसका निर्माण 1929 से 1938 के बीच किया गया था।
  • 17 वीं समानांतर रेखा (17th Parallel): 17वीं समानांतर रेखा उत्तरी वियतनाम तथा दक्षिण वियतनाम के बीच स्थित थी। वियतनाम के एकीकरण के पहले यह देश को दो भागों में बांटती थी। अब यह रेखा नही है क्योंकि वियतनाम अब संयुक्त हो गया है।
  • 24वीं समानांतर रेखा (24th Parallel): 24वीं समानांतर रेखा रेखा भारत तथा पाकिस्तान के बीच कच्छ के पास स्थित है। पाकिस्तान के अनुसार यह रेखा भारत पाकिस्तान के बीच सीमा का निर्धारण करती है लेकिन भारत इस रेखा को स्वीकार नहीं करता है।
  • 38वीं समानांतर रेखा (38th Parallel): 38वीं समानांतर रेखा उत्तर कोरिया तथा दक्षिण कोरिया को दो भागों में बांटती है।
  • 1410 पश्चिमी देशांतर रेखा: 1410 पश्चिमी देशांतर रेखा अलास्का (USA) और कनाडा के बीच की सीमा रेखा है।
  • 49वीं समानांतर रेखा (49th Parallel): 49वीं समानांतर रेखा उत्तरी अमेरिका तथा कनाडा को दो भागों में बांटती है।
  • ओडरनीसे रेखा (Order-Neisse Line): ओडरनीसे रेखा पूर्व जर्मनी तथा पोलैंड के बीच स्थित है और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद निर्धारित की गई।
  • सीजफ्राइड रेखा (Seigfrid Line): सीजफ्राइड रेखा जर्मनी तथा फ्रांस के बीच है और इसे जर्मनी ने बनाया है।

यह भी पढ़े: विश्व के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठन और उनके मुख्यालयो की सूची

The post विश्व की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रेखाएँ और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

भारत के नियंत्रक और महालेखा परिकक्षों के नाम एवं कार्यकाल की सूची (वर्ष 1948 से 2018 तक)

$
0
0
भारत के नियंत्रक और महालेखा परिकक्षों की सूची (1948-2018) | CAG of India in Hindi

भारत के नियंत्रक और महालेखा परिकक्षों के नाम एवं कार्यकाल: (List of Comptroller and Auditor General (CAG) of India)

Table of Content:

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) क्या होता है या किसे कहा जाता है?

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (‘कंट्रोलर एण्ड ऑडिटर जनरल’ अर्थात ‘कैग’) को आम तौर पर ‘कैग’ के नाम से जाना जाता है।भारतीय संविधान के अध्याय 5 द्वारा स्थापित एक प्राधिकारी है जो भारत सरकार तथा सभी प्रादेशिक सरकारों के आय-व्यय का लेखांकन करता है। वह सरकार के स्वामित्व वाली कम्पनियों का भी लेखांकन करता है। उसकी रिपोर्ट पर सार्वजनिक लेखा समितियाँ ध्यान देती है। नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक ही भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा का भी मुखिया होता है। यही संस्था सार्वजनिक धन की बरबादी के मामलों को समय-समय पर प्रकाश में लाती है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 148 से 151 में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन किया गया है। इस समय पूरे भारत की इस सार्वजनिक संस्था में 58,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक का कार्यालय 9 दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर नई दिल्ली में स्थित है

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

  • सीएजी की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है और इसे उसके पद से केवल उन्हीं आधारों पर हटाया जाएगा, जिस प्रकार से उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश को हटाया जाता है।
  • सीएजी भारत सरकार और राज्य सरकार के व्यय के खातो की लेखा जांचना करने का उत्तरदायी होता है, कैग सुनिश्चित करता है की धन का विवेकपूर्ण ढंग से, विधि पूर्वक वैध साधनों के माध्यम से उपयोग किया गया है और वित्तीय अनियमित्ता की भी जांच करता है।
  • डा. भीमराव अंबेडकर के अनुसार, कैग भारतीय संविधान का चौथा स्तम्भ है, अन्य तीन हैं, सर्वोच्च न्यायालय, लोक सेवा आयोग, चुनाव आयोग।
  • सीएजी का कार्यकाल, वेतन और सेवानिवृत्त होने की आयु का निर्धारण संसद में पारित किये गए कानून के अनुसार किया जायेगा। सीएजी का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है और सेवानिवृत्त होने की आयु 65 वर्ष होती है।
  • सीएजी के हाथों में मामलो आने के बाद वह किसी अन्य सरकारी या सावर्जनिक पद को ग्रहण करने का अधिकारी नहीं होता है।
  • सीएजी के रूप में नियुक्त व्यक्ति तीसरी अनुसूची में दिए प्रयोजन के अनुसार, अपना कार्यभार सँभालने से पूर्व राष्ट्रपति के समक्ष शपथ लेते है।

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के कर्तव्य और शक्तियां:

अनुच्छेद 149 कैग के कर्तव्यों और शक्तियों को निर्धारित करने के लिए संसद को अधिकृत करता है। वह भारत के संचित निधि और प्रत्येक राज्य की संचित निधि तथा प्रत्येक संघ राज्य क्षेत्र की संचित निधि का ऑडिट (लेखा परीक्षा) करता है। इसी तरह, प्रत्येक राज्य और भारत की आकस्मिकता निधि के व्यय का ऑडिट करता है। वह अपनी सुनिश्चितता हेतु प्रत्येक राज्य तथा केंद्र की प्राप्तियों और व्यय ऑडिट करता है। तथा नियम और प्रक्रियाएं जिनकी रचना अनियमित खर्च की प्रभावी परीक्षा निश्चित करने के लिए हुई है।

कैग निम्नलिखित के व्यय और प्राप्तियों का ऑडिट करता है:-

  • सरकारी कम्पनी।
  • केंद्र तथा राज्य के राजस्व से वित्तपोषित सभी संस्थाएं और प्रशासन।
  • कानून के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर, अन्य संस्थाएं।
  • वह राष्ट्रपति अथवा राज्यपाल के अनुरोध पर अन्य किसी संस्था के खाते का ऑडिट(लेखा परीक्षा) करता है।
  • वह केंद्र के खातों की रिपोर्ट राष्ट्रपति को जमा करता है जो उसे संसद के सामने प्रस्तुत करते हैं।

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक 2018:

पूर्व केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि को भारत का अगला नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) नियुक्त किया गया है। राजीव महर्षि ने 24 सि‍तम्‍बर 2017 को भारत के 13वें नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के रूप में शपथ ली। उनका कार्यकाल दो साल का होगा। उन्होंने पूर्व कैग शशिकांत शर्मा की जगह ली है, उनकी नियुक्ति 23 मई 2013 को पूर्व भारतीय राष्‍ट्रपति‍ श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा की गई थी। वी. नरहरि राव सन 1948 में भारत के पहले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) बने थे।

भारतीय नियंत्रक और महालेखा परिकक्षों की सूची:

नाम कार्यकाल अवधि (कब से कब तक)
वी. नाराहरी राव 1948-1954
ए. के. चंदा 1954-1960
ए. के. रॉय 1960-1966
एस. रंगनाथन 1966-1972
ए. बख्शी 1972-1978
ज्ञान प्रकाश 1978-1984
टी. एन. चतुर्वेदी 1984-1990
सी. जी. सोमिया 1990-1996
वी. के. शुंगलू 1996-2002
वी.एन. कौल 2002-2008
विनोदराई 2008-2013
शशिकांत शर्मा 2013-2017
राजीव महर्षि 24 सि‍तम्‍बर 2017-वर्तमान

यह भी पढ़े: सीबीआई के निदेशकों की सूची (1963 से अब तक)

The post भारत के नियंत्रक और महालेखा परिकक्षों के नाम एवं कार्यकाल की सूची (वर्ष 1948 से 2018 तक) appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

वर्ष 2018 में आयोजित हुए चारों टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की पूरी सूची

$
0
0
वर्ष 2018 के टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की सूची | List of Tennis Grand Slams Winners 2018

2018 में आयोजित सभी टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की सूची: (List of Tennis Grand Slams Winners 2018 in Hindi)

संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयार्क शहर में 09 सितम्बर, 2018 को आयोजित होने वाले साल के आखिरी टेनिस ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में से एक यूएस ओपन 2018 के पुरूष वर्ग के फाइनल में सर्बिया के टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो को 6-3, 7-6, 6-3 से हराकर ख़िताब पर अपना कब्ज़ा जमाया, तो वही महिला एकल के फाइनल में जापान की नाओमी ओसाका ने अमेरिका की सेरेना विलियम्स को 6-2 6-4 से पराजित करके ख़िताब अपने नाम किया। इसके साथ ही साल 2018 का अंतिम ग्रैंड-स्लैम भी समाप्त हो गया। अतः विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के साथ-साथ टेनिस में दिलचस्पी रखने वाले खेल प्रेमियों की जानकारी के लिए हम इस अध्याय में वर्ष 2018 में आयोजित हुए चारों ग्रैंड-स्लैम के पुरूष एकल, महिला एकल, पुरूष युगल, महिला युगल एवं मिश्रित युगल वर्ग के विजेताओं के नाम के साथ-2 सभी प्रतियोगिताओं के आयोजन स्थल व तिथि के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

साल 2018 में आयोजित हुए चारो टेनिस ग्रैंड-स्लैम विजेताओं की सूची:

1. ऑस्ट्रेलियन ओपन 2018 के विजेताओं की सूची:

  • आयोजन स्थल: मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया)
  • आयोजन तिथि: 15 जनवरी से 18 जनवरी 2018 तक
  • पुरूष एकल विजेता: रोजर फेडरर (स्विट्जर्लैंड)
  • महिला एकल विजेता: कैरोलीन वोज्नियाकी (डेनमार्क)
  • पुरूष युगल विजेता: ओलिवर माराच (ऑस्ट्रिया) और मैट पेविक (क्रोएशिया)
  • महिला युगल विजेता: तिमेया बाबोस (हंगरी) और क्रिस्टिना म्लाडेनोविक (फ्रांस)
  • मिश्रित युगल विजेता: गैब्रिएला डाब्रोवस्की (कनाडा) और मैट पेविक (क्रोएशिया)

2. फ्रेंच ओपन 2018 के विजेताओं की सूची:

  • आयोजन स्थल: पेरिस (फ्रांस)
  • आयोजन तिथि: 27 मई से 10 जून 2018 तक
  • पुरूष एकल विजेता: राफेल नडाल (स्पेन)
  • महिला एकल विजेता: सिमोन हालेप (रोमानिया)
  • पुरूष युगल विजेता: निकोलस माहुत (फ्रांस) और पियरे ह्यूज हर्बर्ट (फ्रांस)
  • महिला युगल विजेता: बारबोरा क्रेज्सिकोवा (चेक गणराज्य) और कैटरीना सिनियाकोवा (चेक गणराज्य)
  • मिश्रित युगल विजेता: लातिशा चान (ताइवान) और इवान डोडिग (क्रोएशिया)
3. विंबलडन टूर्नामेंट 2018 के विजेताओं की सूची:
  • आयोजन स्थल: लंदन (इंग्लैंड)
  • आयोजन तिथि: 02 जुलाई से 15 जुलाई 2018 तक
  • पुरूष एकल विजेता: नोवाक जोकोविच (सर्बिया)
  • महिला एकल विजेता: एंजेलिक केर्बर (जर्मनी)
  • पुरूष युगल विजेता: माइक ब्रायन (संयुक्त राज्य अमेरिका) और जैक सॉक (संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • महिला युगल विजेता: बारबोरा क्रेज़िसकोवा (चेक गणराज्य)और कैटरीना सिनाकोवा (चेक गणराज्य)
  • मिश्रित युगल विजेता: जैमी मरे (इंग्लैंड) और मार्टिना हिंगिस (स्विटजरलैंड)
4. अमेरिकी (यूएस) ओपन 2018 के विजेताओं की सूची:
  • आयोजन स्थल: बिली जीन किंग नेशनल टेनिस सेंटर, न्यूयार्क (संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • आयोजन तिथि: 27 अगस्त से 09 सितम्बर 2018 तक
  • पुरूष एकल विजेता: नोवाक जोकोविच (सर्बिया)
  • महिला एकल विजेता: नाओमी ओसाका (जापान)
  • पुरूष युगल विजेता: माइक ब्रायन (संयुक्त राज्य अमेरिका) और जैक सॉक (संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • महिला युगल विजेता: एशले बार्टी (ऑस्ट्रेलिया) और कोको वंदेवेघे (संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • मिश्रित युगल विजेता: बेथानी माटेक-सैंड्स (संयुक्त राज्य अमेरिका) जेमी मुरे (यूनाइटेड किंगडम)

यह भी पढ़ें: वर्ष 2017 के टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की सूची

The post वर्ष 2018 में आयोजित हुए चारों टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की पूरी सूची appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्षों के नाम और उनके कार्यकाल की सूची (1966-2018)

$
0
0
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्षों की सूची | List of Asian Development Bank Presidents in Hindi

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के बारे में महत्‍वपूर्ण जानकारी: (List of Asian Development Bank Presidents in Hindi)

एशियाई विकास बैंक किसे कहते है?

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है, जिसकी स्थापना 19 दिसम्बर 1966 को एशियाई देशों के आर्थिक विकास को सरल बनाने के  लिए की गई थी। यह बैंक यूऍन (UN) इकोनॉमिक कमीशन फॉर एशिया एंड फार ईस्ट (अब यूएनईएससीएपी- UNESCAP) और गैर क्षेत्रीय विकसित देशों के सदस्यों को सम्मिलित करता है। जब एडीबी की स्थापना के समय कुल सदस्य देशों की संख्या 31 थी, लेकिन अब एडीबी के पास 67 सदस्य देश हैं- जिसमे से 48 एशिया और पैसिफिक से हैं और 19 बाहरी सदस्य देश हैं। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) का मुख्यालय 6 एडीबी एवेन्यू, मंडलूयोंग सिटी, मैट्रो मनीला, फिलिपिन्स में स्थित है और इसके प्रतिनिधि कार्यालय पूरे विश्व में फैले हुए हैं।

Quick Info about Asian Development Bank (ABD) in Hindi:

मुख्यालय मंडलूयोंग सिटी, मैट्रो मनीला, फिलिपिन्स
स्थापना 19 दिसम्बर 1966
कुल सदस्य देश 67 (2 फरवरी 2007 तक प्राप्त जानकारी के अनुसार)
वर्तमान अध्यक्ष ताकेहिको नाकाओ (जापान)
प्रथम अध्यक्ष ताकेशी वाटानाबे (जापान)

एशियाई विकास बैंक के वर्तमान प्रबंध निदेशक:

एशियाई विकास बैंक के वर्तमान अध्यक्ष ताकेहिको नाकाओ है। उन्होंने साल 2013 को एडीबी के 10वें प्रेसिडेंट के रूप में पद संभाला था।एशियाई विकास बैंक के पहले अध्यक्ष (प्रेसिडेंट) ताकेशी वाटानाबे थे। बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है और एडीबी अध्यक्ष का कार्यकाल 05 वर्षों का होता है। अब तक एडीबी के सभी अध्यक्ष जापान से ही बने हैं, क्योंकि जापान बैंक के सर्वाधिक बड़े शेयरधारकों में से एक है। वर्तमान में (फरवरी 2018 के अनुसार) संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान दोनों देशों के पास 552,210 शेयर हैं जोकि कुल शेयरों का 12.756 प्रतिशत है।

एशियाई विकास बैंक के अध्यक्षों की सूची: (1966-2018)

नाम कार्यकाल अवधि देश
ताकेशी वाटानाबे (Takeshi Watanabe) 1966–1972 जापान
शिरो इनौ (Shiro Inoue) 1972–1976 जापान
तारोची योशीदा (Taroichi Yoshida) 1976–1981 जापान
मसाओ फुजीओका (Masao Fujioka) 1981–1989 जापान
किमिमासा तारुमिज़ु (Kimimasa Tarumizu) 1989–1993 जापान
मित्सु सतो (Mitsuo Sato) 1993–1999 जापान
तादाओ चिनो (Tadao Chino) 1999–2005 जापान
हारुहिको कुरोदा (Haruhiko Kuroda) 2005–2013 जापान
ताकेहिको नाकाओ (Takehiko Nakao) 2013– जापान

यह भी पढ़ें: नवीनतम कौन क्या है 2018:

The post एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्षों के नाम और उनके कार्यकाल की सूची (1966-2018) appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.


भारत के 10 प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

$
0
0
भारत के 10 प्रमुख पड़ोसी देशों की सूची | Neighbouring Countries of India in Hindi

भारत के प्रमुख पड़ोसी देश और राजधानी: (Neighbouring Countries of India, their Capitals and Important Facts in Hindi)

भारत के मुख्य पड़ोसी देश:

भारत दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। भारत की राजधानी नई दिल्ली है। भौगोलिक दृष्टि से भारत विश्व में 7वाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के प्रमुख 10 पड़ोसी देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यांमार (बर्मा) और उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान देश स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं।

यहाँ आपको भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी से सम्बंधित सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी के आधार पर हर परीक्षा में दो या तीन प्रश्न अवश्य पूछे जाते है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससी, एसएससी, आईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है। इस पोस्ट में भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों का वर्णन किया है।

भारत के 10 प्रमुख पड़ोसी देशों की सूची:

  • पाकिस्तान: पाकिस्तान भारत के पश्चिम में है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद है। 20 करोड़ की आबादी के साथ पाकिस्तान दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी राज्यों से अच्छे संबंध हैं। वे जम्मू-कश्मीर को हड़पना चाहते हैं। उन्होंने भारत की उत्तर-पश्चिमी सीमाओं पर अघोषित युद्ध छेड़ रखा है। पाकिस्तान और भारत के बीच 4 बार युद्ध भी हुआ है, 1947, 1965, 1971, 1999 में। पाकिस्तान भारत के विभाजन का परिणाम है। पाकिस्तान का जन्म 14 अगस्त 1947 को हुआ था।
  • अफगानिस्तानअफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक गणराज्य दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है, जो चारो ओर से जमीन से घिरा हुआ है। अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान, कज़ाकस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है।
  • श्री लंका: भारत से लगभग 80 किलोमीटर दूर, हिन्द महासागर में बसा श्री लंका एक द्वीप है। श्रीलंका की राजधानी कोलम्बों है। सन् 1972 तक इसे सीलोन नाम से जाना जाता था। श्रीलंका 04 फरवरी 1948 को स्वतंत्र हुआ था। यहां पर शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा है और 90% लोग शिक्षित हैं। यहां का प्रमुख धर्म बौद्ध है। श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण बन्दरगाह है।
  • बांग्लादेश: बांग्लादेश हमारा एक और पड़ोसी देश है। यह पहले पूर्वी पाकिस्तान कहलाता था। बांग्लादेश की राजधानी ढाका है। लेकिन 16 दिसम्बर, 1971 को यह स्वतंत्र देश बन गया और बांगलादेश कहलाने लगा। इसके एक ओर म्यांमार है, तो तीन तरफ भारत के कई प्रदेश। बांग्लादेश की प्रमुख भाषा बंगाली है और प्रमुख धर्म इस्लाम है। शेख मुजीब स्वतंत्र बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने परन्तु कुछ समय पश्चात् उनकी एक षड्‌यंत्र में हत्या कर दी गई। कविगुरु रविन्द्रनाथ ठाकुर के बोल ”अमार सोनार बांग्ला” बांग्लादेश का राष्ट्रगीत हैबांग्लादेश विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम राष्ट्र हैं।
  • म्यांमार (बर्मा): भारत के पूर्व में म्यांमार (बर्मा) देश है। म्यांमार की राजधानी नैप्यीदा है। यहां बरमी भाषा बोली जाती है और बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म है । 04 फरवरी 1948 को यह अंग्रेजी दासता से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। म्यांमार में धान का उत्पादन बहुत अधिक होता है। यह देश आर्थिक दृष्टि से बहुत पिछड़ा हुआ माना जाता हैं।
  • मालदीव: मालदीव गणराज्य, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जिसका फेलाव भारत के लक्षद्वीप टापू की उत्तर-दक्षिण दिशा में है। यह लक्षद्वीप सागर में स्थित है। मालदीव की राजधानी माले है , जिसकी आबादी 103,693 (2006) है।मालदीव जनसंख्या और क्षेत्र, दोनों ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है।
  • भूटान: भूटान हमारा एक और पड़ोसी देश है। पूर्वी हिमालय में स्थित भूटान एक छोटा-सा देश है। भूटान की राजधानी थिम्पू है। भूटान के उत्तर में चीन और दक्षिण में भारत है। ऊँचे पर्वतों में स्थित यहां की भूमि बड़ी उपजाऊ है और यहां घने वन हैं। भूटान का प्रमुख धर्म बौद्धधर्म है। भूटान के राजा जिग्में सिंगे वांगचुक हैं। आर्थिक दृष्टि से भूटान एक गरीब और पिछड़ा हुआ देश है। यहां मुख्यत: धान की खेती होती हैं ।
  • नेपाल: नेपाल भी भारत का एक पड़ोसी देश है। यह देश भी हिमालय में स्थिति एक पिछड़ा हुआ राज्य है। नेपाल की राजधानी काठमाण्डू है और प्रमुख भाषा नेपाली है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल प्रतिशत आधार पर विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल का राष्ट्रीय पशु गाय है। विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट नेपाल में ही स्थित है। यह पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण है।
  • इंडोनेशिया: इंडोनेशिया गणराज्य दक्षिण पूर्व एशिया और ओशिनिया में स्थित एक देश है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता है। इंडोनेशिया की जनसंख्या लगभग 23 करोड़ है, यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी और दुनिया में सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है। देश की जमीनी सीमा पापुआ न्यू गिनी, पूर्वी तिमोर और मलेशिया के साथ मिलती है, जबकि अन्य पड़ोसी देशों सिंगापुर, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और भारत का अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र शामिल है।
  • चीन: चीन भारत का सबसे बड़ा पड़ोसी देश है। चीन जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा देश है, परन्तु क्षेत्रफल की दृष्टि से इसका स्थान तीसरा है। चीन की राजधानी बीजिंग और प्रमुख भाषा मंडारिन (चीनी) है। यह एक गणतंत्र है जहां कस्तुनिस्ट शासन है। भारत की तरह चीन भी एक कृषि प्रधान देश है। धान, चाय, तम्बाकू, चीनी आदि यहां के प्रमुख उत्पाद हैं। चीन एक शक्तिशाली और विकासशील देश है।

यह भी पढ़े:  नवीनतम कौन क्या है 2018

The post भारत के 10 प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

यूनेस्को के महानिदेशको के नाम और उनके कार्यकाल की सूची (1946-2018)

$
0
0
यूनेस्को के महानिदेशको की सूची (1946-2018) | List of UNESCO Directors-General in Hindi

यूनेस्को के बारे में महत्‍वपूर्ण जानकारी: (List of Directors-General of UNESCO in Hindi)

यूनेस्को किसे कहते है?

यूनेस्को (UNESCO) का पूरा नाम ‘संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational Scientific and Cultural Organization)’  है। यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र का एक घटक निकाय है, जिसका काम शिक्षा, पर्यावरण व समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतराष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देना है। संयुक्त राष्ट्र की इस विशेष संस्था का उद्देश्य शिक्षा एवं संस्कृति के अंतरराष्ट्रीय सहयोग से शांति एवं सुरक्षा की स्थापना करना है, ताकि संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र में वर्णित न्याय, कानून का राज, मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतंत्रता हेतु वैश्विक सहमति बन पाए।

Quick Info about UNESCO in Hindi:

मुख्यालय पेरिस (फ्रांस)
स्थापना 16 नवंबर 1945
कुल सदस्य देश 195 (विकिपीडिया के अनुसार)
वर्तमान अध्यक्ष ऑद्रे अजोले (फ्रांस)
प्रथम अध्यक्ष जूलियन हक्सले (ग्रेट ब्रिटेन)

यूनेस्को का इतिहास व् सदस्य देश:

यूनेस्को का गठन 16 नवम्बर 1945 को हुआ था। यूनेस्को का मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पैरिस में स्थित है। यूनेस्को के 195 सदस्य देश हैं, इसके साथ ही 07 सहयोगी सदस्य तथा दो पर्यवेक्षक सदस्य देश भी शामिल हैं। इसके ज्यादार क्षेत्रीय कार्यालय क्लस्टर के रूप में है, जिसके अंतर्गत 3 या 4 देश आते हैं, इसके अलावा इसके राष्ट्रीय और क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं। यूनेस्को के 27 क्लस्टर कार्यालय और 21 राष्ट्रीय कार्यालय हैं।

यह संस्था मुख्य रूप से शिक्षा, प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक एवं मानव विज्ञान, संस्कृति एवं सूचना व संचार के जरिये अपनी गतिविधियां संचालित करता है। वह साक्षरता बढ़ाने वाले कार्यक्रमों को प्रायोजित करता है और वैश्विक धरोहर की इमारतों और पार्कों के संरक्षण में भी सहयोग करता है। यूनेस्को की विरासत सूची में भारत के कई ऐतिहासिक इमारत और पार्क शामिल हैं। यूनेस्को के संबंध दुनियाभर के 332 अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठनों के साथ हैं। भारत वर्ष 1946 से यूनेस्को का सदस्य देश बना हुआ है। वर्ष 2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका एवं इज़राइल ने यूनेस्को की सदस्यता से खुद को अलग करने की घोषणा की थी।

यूनेस्को की वर्तमान महानिदेशक:

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की वर्तमान महानिदेशक ऑद्रे अजोले हैं। यूनेस्को की 58 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड ने 13 अक्टूबर, 2017 को फ्रांस की पूर्व संस्कृति मंत्री ऑद्रे जुओले (Audrey Azoulay) को संगठन के महानिदेशक (Director General) पद के लिए नामित किया गया था। उन्होंने इस पद पर नवम्बर 2017 से बुल्गारिया की इरिना बोकोवा (Irina Bokova) का स्थान ग्रहण किया था।

यूनेस्को के महानिदेशको की सूची: (1946-2018)

नाम कार्यकाल अवधि देश
ऑड्रे अज़ौले (Audrey Azoulay) 2017–वर्तमान फ्रांस
इरिना बोकोवा (Irina Bokova) 2009–2017 बुल्गारिया
कोइचिरो मत्सूरा (Koïchiro Matsuura) 1999–2009 जापान
फेडेरिको मेयर ज़ारागोज़ा (Federico Mayor Zaragoza) 1987–1999 स्पेन
अमादौ-महतर एमबाउ (Amadou-Mahtar M’Bow) 1974–1987 सेनेगल
रेने माहे (René Maheu) 1961–1974 फ्रांस
वित्तोरिनो वेरोनेसे (Vittorino Veronese) 1958–1961 इटली
लूथर इवांस (Luther Evans) 1953–1958 संयुक्त राज्य अमेरिका
जॉन विल्किन्सन टेलर (John Wilkinson Taylor) 1952–1953 (कार्यवाहक) संयुक्त राज्य अमेरिका
जैम टोरेस बोडेट (Jaime Torres Bodet) 1948–1952 मेक्सिको
जूलियन हक्सले (Julian Huxley) 1946–1948 ग्रेट ब्रिटेन

यह भी पढ़ें: एशियाई विकास बैंक के अध्यक्षों की सूची

The post यूनेस्को के महानिदेशको के नाम और उनके कार्यकाल की सूची (1946-2018) appeared first on Samanya Gyan - सामान्य ज्ञान.

विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची

$
0
0

विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची: (World’s Countries, Capitals and Currencies List in Hindi)

मुद्रा किसे कहते है?

मुद्रा की परिभाषा: मुद्रा (Currency, करन्सी) पैसे के उस रूप को कहते हैं जिससे दैनिक जीवन में सभी प्रकार की वस्तुअो और सामानों की खरीद और बिक्री होती है। इसमें सिक्के और काग़ज़ के नोट दोनों आते हैं। किसी देश में प्रयोग की जाने वाली मुद्रा उस देश की सरकारी व्यवस्था द्वारा बनाई जाती है।

मुद्रा के प्रकार (Types of Money in Hindi):

1. वास्तविक मुद्रा (Proper Money): किसी देश में वास्तव में प्रचलित मुद्रा अर्थात् दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाली मुद्रा ही वास्तविक मुद्रा कहलाती है। यही मुद्रा देश में विनिमय के माध्यम तथा सामान्य मूल्य मापक के रूप में प्रचलित होती है। इसे यथार्थ मुद्रा या साधारण मुद्रा भी कहा जाता है। उदाहरणः भारत में प्रचलित नोट तथा सिक्के वास्तविक मुद्रा के उदाहरण हैं।

2. ऐच्छिक मुद्रा (Optional Money): यह वह मुद्रा होती है जिसे भुगतान के रूप में स्वीकार करना अथवा ना करना पूर्णता भुगतान प्राप्तकर्ता की इच्छा पर निर्भर करता है अर्थात् इस मुद्रा को भुगतान के रूप में स्वीकार करने के लिए वैधानिक रूप से बाध्य नहीं किया जा सकता। उदाहरणः हुण्डी, प्रतिज्ञा पत्र, विनिमय पत्र।

यह भी पढे: विश्व के प्रमुख देश और उनके सर्वोच्च सम्मान

विश्व में कुल कितने देश है? (How many countries in the World in Hindi)

अक्सर आप बातचीत के दौरान अपने दोस्तों से पूछते होंगे कि विश्व में कुल कितने देश है, परन्तु इस प्रश्न का उत्तर उसे नहीं पता होगा क्योंकि दुनिया मे कितने देश है इसकी संख्या का कोई साक्ष्य (प्रमाण) नही है, इसलिए संयुक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशनस) के सदस्य देशों को ही मानक माना गया है। वर्तमान समय में विश्व में कुल 195 देश है, जिसमें 193 देश संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं जबकि बाकी के दो देश ताइवान और वेटिकन सिटी अभी तक संयुक्त राष्ट्र के सदस्य नहीं बने है।

यहां पर विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची की सूची दी गई हैं। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित कई प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची:

देश राजधानी मुद्राएं
भारत नई दिल्ली रुपया
पाकिस्तान इस्लामाबाद रुपया
नेपाल कांठमांडू नेपाली रुपया
श्रीलंका श्री जयवर्धनापुरा-कोट्टी, कोलम्बो श्रीलंकाई रुपया
बांग्लादेश ढाका टका
भूटान थिम्पू भूटानी नगुल्त्रुम(Bhutanese Ngultrum/Indian Rupee)
म्यांमार नेपयिडाव क्यात
अफ़ग़ानिस्तान काबुल अफगानी
तुर्कमेनिस्तान (तुर्कमेनिया) अश्गाबात मानात
चीन बीजिंग युआन
मंगोलिया उलानबटोर तुगरिक
जापान टोक्यो येन
ताइवान ताइपे डॉलर
थाईलैंड बैंकॉक थाईबेहत
वियतनाम हनोई डोंग
कम्बोडिया नाम पेन्ह रिएल
उतरी कोरिया प्योंगयांग वॉन
दक्षिण कोरिया सियोल वॉन
हॉंग कांग विक्टोरिया डॉलर
फिलीपींस मनीला पेसो
सिंगापुर सिंगापुर सिंगापुरी डॉलर
इंडोनेशिया जकार्ता रुपया
मलेशिया क्वालालम्पुर मलेशियाई रिंग्गिट
ईरान तेहरान रियाल
इराक बगदाद इराकी दिनार
तुर्की अंकारा लीरा
संयुक्त अरब अमीरात आबूधाबी दिरहम
सऊदी अरब रियाद सऊदी रियाल
कुवैत कुवैत सिटी कुवैती दिनार
सीरिया दमिश्क सीरियन पॉउण्ड
लेबनान बेरुत पाउंड
कजाकिस्तान अस्ताना रूबल
जॉर्डन अम्मान जॉर्डन दिनार
इजरायल जेरुसलम इजरायली नई शेकेल
क़तर दोहा रियाल
मिस्र काहिरा पाउंड
दक्षिण अफ्रीका प्रिटोरिया रैंड
लिबिया त्रिपोली दिनार
मोरक्को रबात दरहम
नाइजीरिया लागोस नैरा
अंगोला लुआंडा क्वांज़ा
नामीबिया विंडहॉक रैंड
सूडान खारतूम पाउंड
दक्षिणी सूडान जुबा पाउंड
कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य किंशासा कांगोलिस फ्रांक
सोमलिया मोगादिश शिलिंग
सेशेल्स विक्टोरिया रुपया
इथोपिया अदिस अबाबा बिर्र
युगांडा कम्पाला शिलिंग
बोत्सवाना गेबोरोन पुला
कीनिया नैरोबी शिलिंग
मोरिशस पोर्ट लुइस रुपया
तंजानिया दोदोमा तंजानियाई शिलिंग
जाम्बिया लुसाका क्वाचा
अल्जीरिया अल्जीयर्स दिनार
रवांडा केगाली फ्रैंक
जिम्बाब्वे हरारे डॉलर
सेनेगल डकार फ्रैंक
बुर्किनाफासो क्वागदौगो फ्रैंक
कांगो गणराज्य ब्राजविले फ्रैंक
माली बमाको फ्रैंक
मोजाम्बिक मपूतो मेटिकल
ग्रीस एथेंस यूरो
बेल्जियम ब्रुसेल्स यूरो
डेनमार्क कोपेनहेगन क्रोन
फ्रांस पेरिस यूरो
स्पेन मेड्रिड यूरो
पुर्तगाल लिस्बन यूरो
इटली रोम यूरो
बुल्गारिया सोफिया लेवा
ग्रेट ब्रिटेन (यूनाइटेड किगंडम) लन्दन पाउंड स्टर्लिंग
रूस मास्को रूबल
पोलैंड वारसा जिलोटी
हंगरी बुडापेस्ट फ्रोरिंट
नॉर्वे ओस्लो क्रौन
जर्मनी बर्लिन यूरो
नीदरलैंड एम्स्टरडम यूरो
आइसलैंड रेक्जाविक आइसलैंडिक क्रोना
चेक गणराज्य प्राग कोरुना
स्वीडन स्टॉकहोम क्रोना
स्विट्ज़रलैंड बर्न फ्रैंक
यूक्रेन कीव हिरविनिया
जॉर्जिया तिब्लिसी रूबल
साइप्रस निकसिया यूरो
ऑस्ट्रिया वियना यूरो
स्लोवाक गणराज्य ब्रातिस्लावा यूरो
रोमानिया बुखारेस्ट ल्यू
आयरलैंड डबलिन यूरो
वेटिकन सिटी वेटिकन सिटी यूरो
संयुक्त राज्य अमेरिका वांशिगटन डॉलर
कनाडा ओटावा डॉलर
मैक्सिको मैक्सिको सिटी पीसो
क्यूबा हवाना पीसो
ग्रीनलैंड रुक (गड्याव) क्रोन
पनामा पनामा सिटी वाल्बोआ
बारबाडोस ब्रिजटाउन डॉलर
अलसल्वाडोर सान सल्वाडोर कोलन
हैती पोटओ प्रिंस गौर्ड
जमैका किंग्स्टन डॉलर
त्रिनिदाद एंड टोबैगो पोर्ट ऑफ़ स्पेन डॉलर
अर्जेंटीना ब्यूनस आयर्स आस्ट्रल
ब्राजील ब्रासीलिया ब्राजीली रियल
चिली सेंटियागो पीसो
कोलम्बिया बोगोटा पीसो
फ्रेंच गुयाना कोयेन्ने फ्रैंक
पराग्वे असंस्यान गुआरानी
पेरू लीमा न्यवोसोल
उरुग्वे मोंटेवीडियो पीसो
वेनेजुएला कराकस बोलिवर
ऑस्ट्रेलिया कैनबरा डॉलर
फिजी सूवा डॉलर
न्यूजीलैंड वेलिंग्टन डॉलर
सामोआ अपिया समोअन टाला
बहरीन मनामा बहरीनी दीनार

नोट: प्रिय पाठकगण यदि आपको इस पोस्ट में कंही भी कोई त्रुटि (गलती) दिखाई दे, तो कृपया कमेंट के माध्यम से उस गलती से हमे अवगत कराएं, हम उसको तुरंत सही कर देंगे।

The post विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों (प्रशिक्षकों) के नाम और वर्ष की सूची (1985-2018)

$
0
0
द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं की सूची (1985-2018) | Dronacharya Award in Hindi

द्रोणाचार्य पुरस्कार के बारे में जानकारी: (1985-2018): (Name of Dronacharya Awards Winners in Hindi)

द्रोणाचार्य पुरस्कार क्या है?

द्रोणाचार्य पुरस्कार युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाने वाला एक खेल कोचिंग पुरस्कार है। यह सम्मान हर साल ऐसे जानेमाने कोचों (प्रशिक्षकों) को दिया जाता है, जिन्होंने सफलतापूर्वक खिलाडिय़ों या टीमों को प्रशिक्षित किया, जिसकी वजह से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में बेहतरीन सफलता हासिल की है।

Quick Info About Dronacharya Awards in Hindi:

पुरस्कार का वर्ग खेल
स्थापना वर्ष 1985
पुरस्कार राशि 7.5 लाख रुपये
कुल विजेता 104 (2018 तक)
प्रथम विजेता भलाचंद्र भास्कर भागवत, ओम प्रकाश भारद्वाज, ओ. एम. नाम्बियार (1985)
आखिरी विजेता चेनंदा अचैयाह कुट्टप्पा, विजय शर्मा, ए. श्रीनिवास राव, सुखदेव सिंह पन्नू, क्लारेंस लोबो, तारक सिन्हा, जीवन कुमार शर्मा और वी. आर. बीडू (2018)

द्रोणाचार्य पुरस्कार का इतिहास:

द्रोणाचार्य पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1985 में की गई थी। यह पुरस्कार गुरु द्रोण के नाम पर रखा गया है, जिसे अक्सर “द्रोणाचार्य” या “गुरु द्रोण” कहा जाता है, जो कि प्राचीन भारत के संस्कृत महाकाव्य महाभारत का एक पात्र है। वह उन्नत सैन्य युद्ध के स्वामी थे और कौरव और पांडव राजकुमारों को सैन्य कला और एस्ट्रस (दिव्य शस्त्र) में उनके प्रशिक्षण के लिए शाही राजनेता के रूप में नियुक्त किया गया था। इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता भालचंद्र भास्कर भागवत (कुश्ती), ओम प्रकाश भारद्वाज (मुक्केबाजी), और ओ एम. नांबियार (एथलेटिक्स) थे, जिन्हें 1985 में सम्मानित किया गया था। आमतौर पर हर साल अधिकतम 5 प्रशिक्षकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार में मिलने वाली राशि:

भारत सरकार के द्वारा पहले राजीव गाँधी खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड सहित देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों में दी जाने वाली पुरस्कार राशि 5 लाख रुपए थी। लेकिन भारत सरकार द्वारा 2017 में यह राशि 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 7 लाख 50 हजार रुपए कर दी गई है। द्रोणाचार्य पुरस्कार के तहत अब 07 लाख 50 हजार रुपए नकद, एक कांस्य की प्रतिमा, प्रमाण पत्र और औपचारिक पोशाक प्रदान की जाती है।

द्रोणाचार्य पुरस्कार 2018 विजेता:

चेनंदा अचैयाह कुट्टप्पा (बॉक्सिंग), विजय शर्मा (भारतोलन), ए. श्रीनिवास राव (टेबल टेनिस), सुखदेव सिंह पन्नू (एथलेटिक्स), क्लारेंस लोबो (हॉकी-लाइफ टाइम), तारक सिन्हा (क्रिकेट – लाइफ टाइम), जीवन कुमार शर्मा (जुडो- लाइफ टाइम), वी. आर. बीडू (एथलेटिक्स – लाइफ टाइम) को अपने अपने खेलों में खिलाडिय़ों को तैयार करने और उनके अभूतपूर्ण योगदान के लिए द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए चुना गया है।

वर्ष 1985 से 2018 तक द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं की सूची:

वर्ष सम्मानित प्रशिक्षकों के नाम सम्बंधित खेल
1985 भलाचंद्र भास्कर भागवत रेसलिंग
1985 ओम प्रकाश भारद्वाज मुक्केबाज
1985 ओ. एम. नाम्बियार एथलेटिक्स
1986 देश प्रेम आज़ाद क्रिकेट
1986 रघुनंदन वसन्त गोखले चेस
1987 गुरू हनुमान रेसलिंग
1987 गुरचरण सिंह क्रिकेट
1988 कोई पुरस्कार नहीं
1989
1990 रमाकान्त अचरेकर क्रिकेट
1990 सय्यद नईमुद्दीन फुटबॉल
1990 ए. रमाणा राव वॉलीबॉल
1991 कोई पुरस्कार नहीं
1992 कोई पुरस्कार नहीं
1993 कोई पुरस्कार नहीं
1994 इलियास बाबर एथलीट
1995 श्याम सुंदर राव वॉलीबॉल
1995 करण सिंह एथलीट
1996 विल्सन जोन्स बिलियर्ड और स्नूकर
1996 पाल सिंह संधू वेट लिफ्टिंग
1997 जोगिंदर सिंह सैनी एथलीट
1998 जी. एस. संधू मुक्केबाजी
1998 हरगोबिन्द सिंह संधू एथलीट
1998 बहादुर सिंह चौहान एथलीट
1999 केनेथ ओवन बोसेन एथलीट
1999 हवा सिंह मुक्केबाजी
1999 अजय कुमार सिरोही वेटलिफ्टिंग
2000 एस एम आरिफ बैडमिंटन
2000 गुड़ियाल सिंह भंगू हॉकी
2000 भूपेंद्र धवन पॉवरलिफ्टिंग
2000 गोपाल पुरुषोत्तम फड़के खो खो
2000 हंसा शर्मा वेटलिफ्टिंग
2001 माइकल फेरेरिया बिलियर्ड और स्नूकर
2001 सनी थॉमस निशानेबाज
2002 महाराज कृष्ण कौशिक हॉकी
2002 रेणू कोहली एथलीट
2002 होमी मोतीवाला याचिंग
2002 ई. प्रसाद राव कबड्डी
2002 जसवंत सिंह एथलीट
2003 सुखचैन चीमा रेसलिंग
2003 रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज एथलीट
2003 अनूल कुमार बॉक्सिंग
2003 राजिंदर सिंह जूनियर हॉकी
2004 सीरस पोंछा स्कॉश
2004 अरविन्द सवुर बिलियर्ड और स्नूकर
2004 सुनीता शर्मा क्रिकेट
2005 इस्माइल बैग रोइंग
2005 महा सिंह राव रेसलिंग
2005 बलवान सिंह कबड्डी
2005 एम. वेणु मुक्केबाज
2006 कोनेरू अशोक चेस
2006 दामोदरन चंद्रलाल मुक्केबाजी
2006 आर. डी. सिंह एथलेटिक्स
2007 जगदीश सिंह मुक्केबाजी
2007 जगमिंदर सिंह रेसलिंग
2007 संजीव कुमार सिंह आर्चरी
2007 जी. ई. श्रीधरन वॉलीबॉल
2008 कोई पुरस्कार नहीं
2009 जयदेव बिष्ट मुक्केबाजी
2009 पुलेला गोपीचंद बैडमिन्टन
2009 एस. बलदेव सिंह हॉकी
2009 सतपाल सिंह रेसलिंग
2010 सुभाष अग्रवाल बिलियार्ड्स और स्नूकर
2010 अजय कुमार बंसल हॉकी
2010 कप्तान चांदरूप रेसलिंग
2010 एके कुट्टी एथलेटिक्स
2010 ल. इबोमचा सिंह मुक्केबाजी
2011 देवेंदर कुमार राठौड़ जिम्नास्टिक
2011 कुंतल कुमार रॉय एथलेटिक्स
2011 रामफल रेसलिंग
2011 इनुकरथु वेंकटेश्वर रॉय मुक्केबाजी
2011 राजिंदर सिंह जूनियर हॉकी
2012 जसविंदर सिंह भाटिया एथलेटिक्स
2012 सुनील दबास कबड्डी
2012 बीआई फर्नांडेज मुक्केबाजी
2012 भवानी मुख़र्जी टेबल टेनिस
2012 वीरेंदर पूनिया एथलेटिक्स
2012 सत्यपाल सिंह एथलेटिक्सखंड-चिह्न
2012 हरेंद्र सिंह हॉकी
2012 यशवीर सिंह रेसलिंग
2013 पूर्णिमा महतो आर्चरी
2013 नरेंदर सिंह सैनी हॉकी
2013 महावीर सिंह मुक्केबाजी
2013 राज सिंह रेसलिंग
2013 केपी थॉमस एथलेटिक्स
2014 गुरचरण गोगी जुडो
2014 जोस जैकब रोइंग
2014 एन. लिंगप्पा एथलेटिक्स
2014 गणपति मनोहरण मुक्केबाजी
2014 महाबीर प्रसाद रेसलिंग
2015 निहार अमीन तैराकी
2015 अनूप सिंह रेसलिंग
2015 हरबंस सिंह एथलेटिक्स
2015 नवल सिंह एथलेटिक्सखंड-चिह्न
2015 स्वतंत्र राज सिंह मुक्केबाजी
2016 सागर मल धायल मुक्केबाजी
2016 एस. प्रदीप कुमार तैराकी
2016 बिश्वेश्वर नंदी जिम्नास्टिक
2016 महावीर सिंह फोगाट रेसलिंग
2016 नागपुरी रमेश एथलेटिक्स
2016 राजकुमार शर्मा क्रिकेट
2017 आर. गाँधी एथलेटिक्स
2017 हीरा नन्द कटारिया कबड्डी
2017 जी. एस. एस. वी. प्रसाद बैडमिंटन
2017 ब्रिज भूषण मुक्केबाजी
2017 पी. ए. राफेल हॉकी
2017 संजोय चक्रवर्ती शूटिंग
2017 रोशन लाल रेसलिंग
2018 सुबेदार चेनंदा अचैया कुट्टप्पा मुक्केबाज़ी
2018 विजय शर्मा भारोत्तोलन
2018 ए. श्रीनिवास राव टेबल टेनिस
2018 सुखदेव सिंह पन्नू एथलेटिक्स
2018 क्लैरेंस लोबो हॉकी (लाइफ टाइम)
2018 तारक सिन्हा क्रिकेट (लाईफटाइम)
2018 जीवन कुमार शर्मा जुडो (लाईफटाइम)
2018 वी.आर. बीडु एथलेटिक्स (लाईफटाइम)

इन्हें भी पढ़ें: राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2017 के विजेताओं की सूची

The post द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों (प्रशिक्षकों) के नाम और वर्ष की सूची (1985-2018) appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों की सूची (1991 से 2018 तक)

$
0
0
राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों की सूची | List of Rajiv Gandhi Khel Ratna Awards Winners in Hindi

राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों की सूची: (Rajiv Gandhi Khel Ratna Awards Winners List in Hindi)

राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार:

राजीव गाँधी खेल रत्न भारत का खेल जगत में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। इस सम्मान का नाम पूर्व प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी के नाम पर रखा गया। यह सम्मान 1991-92 में शुरू किया गया। खेल के क्षेत्र में सराहना और जागरूकता के लिए इस सम्मान की स्थापना की गयी थी। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को सम्मानित कर उनकी प्रतिष्ठा बढ़ाना है ताकि वे समाज में अधिक सम्मान प्राप्त कर सकें।

Quick Info About Rajiv Gandhi Khel Ratna Award in Hindi

पुरस्कार का वर्ग खेल
स्थापना वर्ष 1991-92
पुरस्कार राशि 7,50,000
प्रथम विजेता विश्वनाथन आनन्द
पिछला/पिछले विजेता मीराबाई चानू (भारोत्तोलन) और विराट कोहली (क्रिकेट)
विवरण भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2018 विजेता:

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों मे से एक विराट कोहली और वर्ल्ड चैंपियन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को 2017 का राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया हैं। कोहली पिछले 3 वर्ष से बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। उन्हें इससे पहले 2016 और 2017 में भी इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। चानू को पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में 48 किग्रा में स्वर्ण पदक जीतने के कारण इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया है।

पुरस्कार राशि:
इस सम्मान में एक पदक, सम्मान सहित एक प्रमाण पत्र और नक़द इनाम मिलता है। सन् 2004-05 तक, नक़द रुपयों की संख्या 5,00,000/- थी। अब यह संख्या 5,00,000 से बढ़ाकर 7,50,000 कर दी गयी है। राजीव गांधी खेल रत्न खिलाड़ी को प्रतिवर्ष दिया जाता है जिसमें उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए व्यक्ति या दल को सम्मानित किया जाता है। भारत सरकार द्वारा सम्मानित व्यक्तियों को रेलवे की मुफ्त पास सुविधा प्रदान की जाती है जिसके तहत राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार विजेता राजधानी या शताब्दी गाड़ियों में प्रथम और द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोचों में फ्री यात्रा कर सकते हैं। भारत का राजीव गांधी खेल रत्न खेल में उपलब्धि के लिए मिलना सम्मान की बात है।

राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों की सूची:

वर्ष पुरस्‍कार पाने वाले खिलाड़ी का नाम खेल
1991-92 विश्वनाथन आनन्द शतरंज
1992-93 गीत सेठी बिलियर्ड्स
1993-94 होमी मोतीवाला (संयुक्त)
1993-94 पुष्पेन्द्र कुमार गर्ग (संयुक्त) नौकायन
1994-95 कर्णम मल्लेश्वरी भारोत्तोलन
1995-96 कुंजारानी देवी (संयुक्त) भारोत्तोलन
1996-97 लिएंडर पेस (संयुक्त) टेनिस
1997-98 सचिन तेंदुलकर क्रिकेट
1998-99 ज्योतिर्मय सिकदार एथलेटिक्स (ट्रैक और फील्ड)
1999-2000 धनराज पिल्लै हॉकी
2000-01 पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन
2001 अभिनव बिंद्रा शूटिंग
2002 अंजली वेद पाठक (संयुक्त) शूटिंग
2002 के.एम. बीनामोल (संयुक्त) एथलेटिक्स (ट्रैक और फील्ड)
2003 अंजू बॉबी जॉर्ज एथलेटिक्स (ट्रैक और फील्ड)
2004 राज्यवर्धन सिंह राठौर शूटिंग (निशानेबाज़ी)
2005 पंकज आडवाणी बिलियर्ड्स और स्नूकर
2006 मानवजीत सिंह संधू शूटिंग
2007 महेन्द्र सिंह धोनी क्रिकेट
2009 मैरी कॉम (संयुक्त) बाक्सिंग (मुक्केबाज़ी)
2009 विजेन्द्र कुमार सिंह (संयुक्त) बाक्सिंग (मुक्केबाज़ी)
2009 सुशील कुमार (संयुक्त) कुश्ती
2010 साइना नेहवाल बैडमिंटन
2011 गगन नारंग निशानेबाज़ी
2012 विजय कुमार निशानेबाज़ी
2012 योगेश्वर दत्त कुश्ती
2013 रोंजन सोढ़ी निशानेबाज़ी
2015 सानिया मिर्जा टेनिस
2016 पी.वी. सिंधु बैडमिंटन
2016 दीपा करमाकर जिम्नास्टिक
2016 जीतू राय निशानेबाज़ी
2016 साक्षी मलिक कुश्ती
2017 सरदार सिंह हॉकी
2017 देवेंद्र झांझरिया जेवलिन थ्रो
2018 विराट कोहली क्रिकेट
2018 साइखोम मीराबाई चानू भारोत्तोलन

महत्वपूर्ण नोट:

  • वर्ष 2008 में राजीव गाँधी खेल रत्न किसी को नहीं दिया गया।
  • वर्ष 2014 में राजीव गाँधी खेल रत्न किसी को नहीं दिया गया।

यह भी पढे: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कप व ट्रॉफियां और उनसे सम्बंधित खेल

The post राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों की सूची (1991 से 2018 तक) appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार (अवॉर्ड्स) 2018 के विजेताओं के नाम और सम्बंधित खेल की सूची

$
0
0
राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2018 विजेता | National Sports Awards 2018 Winners in Hindi

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार विजेता 2018: (Winners of National Sports Awards 2018 in Hindi)

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2018:

भारत सरकार युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा 21 सितम्बर को वर्ष 2018 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। प्रतिवर्ष विभिन्न खेलों में उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन को सम्‍मानित करने के लिए राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार प्रदान किए जाते है। राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार 4 साल की अवधि के दौरान किसी भी खेल में अत्‍यंत शानदार और उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। इसी तरह अर्जुन पुरस्‍कार भी 4 साल के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को दिए जाते हैं। द्रोणाचार्य पुरस्‍कार प्रतिष्ठित अंतरराष्‍ट्रीय खेलों में पदक विजेता खिलाडियों के प्रशिक्षकों को दिया जाता है। ध्‍यानचंद पुरस्‍कार खेल विकास के क्षेत्र में जीवन भर योगदान करने वाले व्‍यक्ति को दिया जाता है।

वर्ष 2018 में 02 खिलाडियों को राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार, 08 कोचों को द्रोणाचार्य पुरस्‍कार, 20 खिलाडियों को अर्जुन पुरस्‍कार तथा 04 व्‍यक्तियों को खेल विकास के क्षेत्र में जीवनभर योगदान देने के लिए ध्‍यानचंद पुरस्‍कार के लिए चुना गया है। इसके साथ ही 3 व्यक्तियों को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और इंटर-यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में कुल मिलाकर शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी दी गई है।

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार चयन समिति के अध्‍यक्ष:

इस साल राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार और अर्जुन पुरस्‍कार की चयन समिति के अध्‍यक्ष न्यायमूर्ति इंदरमित कौर कोचर (पूर्व न्यायाधीश दिल्ली हाईकोर्ट) थे। द्रोणाचार्य और ध्‍यानचंद पुरस्‍कारों की चयन समिति के अध्‍यक्ष मुकुल मुद्गल (पूर्व मुख्य न्यायाधीश पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट) थे। राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए चयन समिति की अगुवाई राहुल भटनागर, सचिव (खेल) ने की. एमएकेए ट्रॉफी के लिए चयन समिति के प्रमुख पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी अशोक कुमार थे। 25 सितम्बर, 2018 को राष्‍ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले विशेष कार्यक्रम के दौरान भारतीय राष्‍ट्रपति द्वारा पुरस्‍कृत खिलाडियों और व्‍यक्तियों को नेशनल स्पोर्ट्स अवार्ड्स से सम्मानित किया जायेगा।

राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार विजेता 2018 को मिलने वाली राशि:

राजीव गांधी खेल रत्‍न से सम्‍मानित खिलाडियों को पदक और अलंकरण के अलावा 7.5 लाख रुपये की नकद राशि प्रदान की जाती है।अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्‍यान चंद पुरस्‍कार से सम्‍मानित प्रत्‍येक खिलाड़ी/व्‍यक्ति को प्रतिमा, प्रमाण पत्र और 5 लाख रुपये के नकद पुरस्‍कार से सम्मानित किया जाता है।

आइये जाने वर्ष 2018 मे राष्‍ट्रीय खेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों की सूची:

राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार विजेता 2018:

  • विराट कोहली (क्रिकेट)
  • एस. मीराबाई चानू (भारोत्तोलन)

द्रोणाचार्य पुरस्‍कार विजेता 2018:

  • सुबेदार चेनंदा अचैया कुट्टप्पा (बॉक्सिंग)
  • विजय शर्मा (वेटलिफ़्टिंग)
  • ए. श्रीनिवास राव (टेबल टेनिस)
  • सुखदेव सिंह पन्नू (एथलेटिक्स)
  • क्लैरेंस लोबो (हॉकी, लाइफ़टाइम)
  • तारक सिन्हा (क्रिकेट, लाइफ़टाइम)
  • जीवन कुमार शर्मा (जूडो, लाइफ़टाइम)
  • वीआर बीडू (एथलेटिक्स, लाइफ़टाइम)

अर्जुन पुरस्‍कार विजेता 2018:

  • नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स)
  • सुबेदार जिन्सन जॉन्सन (एथलेटिक्स)
  • हिमा दास (एथलेटिक्स)
  • नीलकुर्ति सिक्की रेड्डी (बैडमिंटन)
  • सुबेदार सतीश कुमार (बॉक्सिंग)
  • स्मृति मंधाना (क्रिकेट)
  • शुभंकर शर्मा (गोल्फ़)
  • मनप्रीत सिंह (हॉकी)
  • सविता (हॉकी)
  • कर्नल रवि राठौर (पोलो)
  • राही सारनोबत (शूटिंग)
  • अंकुर मित्तल (शूटिंग)
  • श्रेयसी सिंह (शूटिंग)
  • मनिका बत्रा (टेबल टेनिस)
  • जी. साथियान (टेबल टेनिस)
  • रोहन बोपन्ना (टेनिस)
  • सुमित (कुश्ती)
  • पूजन कादियान (वुशू)
  • अंकुर धामा (पैरा-एथलेटिक्स)
  • मनोज सरकार (पैरा बैडमिंटन)

ध्‍यानचंद पुरस्‍कार विजेता 2018:

  • सत्यदेव प्रसाद (तीरंदाजी)
  • भरत कुमार छेत्री (हॉकी)
  • बॉबी एलॉन्सिस (एथलेटिक्स)
  • चौगुल धातु दत्तात्रेय (कुश्ती)
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2018:
  • राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (उभरते और युवा प्रतिभा की पहचान और पोषण)
  • जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के माध्यम से खेल प्रोत्साहन)
  • ईशा आउटरीच (विकास के लिए खेल)
मौलाना अबुल कलाम आजाद (MAKA) ट्रॉफी 2017-18:
  • गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर (पंजाब)

यह भी पढे: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कप व ट्रॉफियां और उनसे सम्बंधित खेल

The post राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार (अवॉर्ड्स) 2018 के विजेताओं के नाम और सम्बंधित खेल की सूची appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची

$
0
0
विश्व के प्रमुख देश और राष्ट्रीय खेल | Countries and National Games in Hindi

विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची: (National Games of Famous Countries in Hindi)

यहां पर सम्पूर्ण विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची दी गई हैं। सामान्यतः देश और उनके राष्ट्रीय खेलो से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय खेलों के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

विश्व के देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची:

देश का नाम  राष्ट्रीय खेल
संयुक्त राज्य अमेरिका बेसबॉल
इंग्लैण्ड क्रिकेट
स्पेन मानव युद्ध, सांड-युद्ध
जापान जूडो
कनाडा आइस हॉकी
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट
रूस चैस
मलेशिया बैडमिन्टन
चीन टेबल टेनिस
भारत फील्ड हॉकी
पाकिस्तान फील्ड हॉकी
ब्राज़ील फुटबॉल
फ्रांस फुटबॉल
इंडोनेशिया बैडमिन्टन
भूटान तीरंदाजी
अफगानिस्तान बुज़काशी
एंटीगुआ और बारबुडा क्रिकेट
अर्जेटिना पाटो
बांग्लादेश कबड्डी
बारबाडोस क्रिकेट
बरमुडा क्रिकेट
बुल्गारिया भारोतोलन
चिली चिली रोडियो
क्यूबा बेसबॉल
हंगरी वाटर पोलो
ईरान कुश्ती
जमैका क्रिकेट
मैक्सिको चैरेरिया
न्यूज़ीलैंड रग्बी यूनियन
नॉर्वे क्रास कंट्री स्काईंग
दक्षिण कोरिया ताईकावांडो
श्रीलंका बॉलीबॉल
नेपाल दांडी बियो
उरुग्वे फुटबॉल
कोलंबिया तेजो
फिलीपींस अर्निस
एस्तोनिया बास्केटबॉल
जॉर्जिया रग्बी यूनियन
ग्रेनाडा क्रिकेट
गयाना या गुयाना क्रिकेट या वाटर पोलो
आइसलैंड हैंडबॉल
इजराइल फुटबॉल
जमैका क्रिकेट
लाटविया बास्केटबॉल (गर्मी), आइस हॉकी (सर्दी)
लिथुआनिया बास्केटबॉल
मेडागास्कर, या ‘मेडागास्कर गणराज्य रग्बी यूनियन
मॉरिशस फुटबॉल
मंगोलिया तीरंदाजी, मंगोलियन रेसलिंग, घोड़ो की दौड़
स्कॉटलैंड गोल्फ
टर्की आयल रेसलिंग
वेल्स रग्बी यूनियन
वेनेज़ुएला बेसबॉल

इन्हें भी पढ़े:

The post विश्व के प्रमुख देश और उनके राष्ट्रीय खेलों की सूची appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).


भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका

$
0
0
भारतीय स्‍वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं का योगदान | Role of Womens in Indian National Movement

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका (Role of Women’s in Indian National Movement in Hindi)

भारतीय स्‍वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं का योगदान:

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई केवल पुरुषों की हिस्सेदारी से फतह नहीं की गई, बल्कि इस महायज्ञ में महिलाओं की भूमिका भी उल्लेखनीय है। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अंग्रेजों के विरूद्ध पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर देश की बेटियों ने अपना कर्तव्य निभाया। उन्होने अंग्रेजों के विरूद्ध कदम उठाए, वीरता और साहस तथा नेतृत्व की क्षमता का अभूतपूर्व परिचय दिया। साल 1857 की क्रांति के बगावत के समय राजघराने की महिलाएं आजाद भारत का सपना पूरा करने के लिए पुरूषों के साथ एकजुट हुईं। इनमें प्रमुख थीं इन्दौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर और झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई। साल 1857 की हार के बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी का स्थान ब्रिटिश सरकार ने ले लिया और ब्रिटिश शासन एक ऐतिहासिक सच बन गया।

इतिहास गवाह है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जहां पुरुषों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, तो महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं। महिलाओं ने समय-समय पर अपनी बहादुरी और साहस का प्रयोग कर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चली। रानी लक्ष्मी बाई और रानी चेनम्मा जैसी वीरांगनाओं ने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपनी जान दे दी, तो सरोजिनी नायडू और लक्ष्मी सहगल जैसी वीरांगनाओं ने देश की आजादी के बाद भी सेवा की। आज आप इस अध्याय में उन महिलाओं के बारे में सामान्य ज्ञान जानकारी प्राप्त करेंगे जिन्होंने भारत को आज़ाद कराने में प्रमुख भूमिका निभाई थी।

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की प्रमुख महिलाओं सूची:

  • ऊषा मेहता: स्वतंत्रता सेनानी ऊषा मेहता ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। भारत छोड़ो आंदोलन (1942) के दौरान कुछ महीनों तक कांग्रेस रेडियो काफ़ी सक्रिय रहा था। वह भारत छोड़ो आंदोलन के समय खुफिया कांग्रेस रेडियो चलाने के कारण पूरे देश में विख्यात हुईं। इस रडियो के कारण ही उन्हें पुणे की येरवाड़ा जेल में रहना पड़ा। वे महात्मा गांधी की अनुयायी थीं।
  • दुर्गा बाई देशमुख: दुर्गाबाई देशमुख भारत की स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता तथा स्वतंत्र भारत के पहले वित्तमंत्री चिंतामणराव देशमुख की पत्नी थीं। दुर्गा बाई देशमुख ने महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन में भाग लिया व भारत की आज़ादी में एक वकील, समाजिक कार्यकर्ता, और एक राजनेता की सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र से लेकर महिलाओं, बच्चों और ज़रूरतमंद लोगों के पुनर्वास तथा उनकी स्थिति को बेहतर बनाने हेतु एक ‘केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड’ की नींव रखी थी।
  • अरुणा आसफ़ अली: अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उनका जन्म का नाम अरुणा गांगुली था। उन्हे 1942 मे भारत छोडो आंदोलन के दौरान, मुंबई के गोवालीया मैदान मे कांग्रेस का झंडा फ्हराने के लिये हमेशा याद किया जाता है। उन्होंने एक कार्यकर्ता होने के नाते नमक सत्याग्रह में भाग लिया और लोगों को अपने साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मासिक पत्रिका ‘इंकलाब’ का भी संपादन किया। सन् 1998 में उन्हें भारत रत्न से सम्मांनित किया गया था।
  • सुचेता कृपलानी: सुचेता कृपलानी एक स्वतंत्रता सेनानी थी और उन्होंने विभाजन के दंगों के दौरान महात्मा गांधी के साथ रह कर कार्य किया था। इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने राजनीति में प्रमुख भूमिका निभाई थी। उन्हें भारतीय संविधान के निर्माण के लिए गठित संविधान सभा की ड्राफ्टिंग समिति के एक सदस्य के रूप में निर्वाचित किया गया था। उन्होंने भारतीय संविधान सभा में ‘वंदे मातरम’ भी गाया था। सुचेता कृपलानी उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं और भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री थीं।
  • विजय लक्ष्मी पंडित: विजय लक्ष्मी पंडित भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की बहन थीं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में विजय लक्ष्मी पंडित ने अपना अमूल्य योगदान दिया। सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हेंल जेल में बंद किया गया था। भारत के राजनीतिक इतिहास में वह पहली महिला मंत्री थीं। वे संयुक्त राष्ट्र की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थीं और स्वतंत्र भारत की पहली महिला राजदूत थीं जिन्होंने मास्को‍, लंदन और वॉशिंगटन में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
  • कमला नेहरू: कमला नेहरू भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के शीर्ष नेता एवं भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की धर्मपत्नी थी। कमला नेहरू महिला लौह स्त्रीव साबित हुई, जो धरने-जुलूस में अंग्रेजों का सामना करती, भूख हड़ताल करती और जेल की पथरीली धरती पर सोती थी। नेहरू के साथ-साथ कमला नेहरू और फ़िर इंदिरा की प्रेरणाओं में देश की आज़ादी ही सर्वोपरि थी। असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन में उन्होंने बढ़-चढ़कर शिरकत की थी।
  • सरोजिनी नायडू: सरोजिनी नायडु पहली भारतीय महिला कॉग्रेस अध्यक्ष और ‘भारत की कोकिला’ इस विशेष नाम से पहचानी जाती है। सरोजिनी नायडू ने खिलाफ़त आंदोलन की बागडोर संभाली और अग्रेजों को भारत से निकालने में अहम योगदान दिया
  • कस्तूरबा गांधी: कस्तूरबा गांधी महात्मा गांधी की पत्नी जो भारत में बा के नाम से विख्यात है। आज़ादी की लड़ाई में उन्होंने हर कदम पर अपने पति का साथ दिया था, बल्कि यह कि कई बार स्वकतंत्र रूप से और गांधीजी के मना करने के बावजूद उन्होंने जेल जाने और संघर्ष में शिरकत करने का निर्णय लिया। उन्होंने लोगों को शिक्षा, अनुशासन और स्वास्थ्य से जुड़े बुनियादी सबक सिखाए और आज़ादी की लड़ाई में पर्दे के पीछे रह कर सराहनिय कार्य किया है।
  • मैडम भीकाजी कामा: मैडम भीकाजी कामा ने आज़ादी की लड़ाई में एक सक्रिय भूमिका निभाई थी। वह भारतीय मूल की पारसी नागरिक थीं, जिन्होने लन्दन, जर्मनी तथा अमेरिका का भ्रमण कर भारत की स्वतंत्रता के पक्ष में माहौल बनाया। वे जर्मनी के स्टटगार्ट नगर में 22 अगस्त 1907 में हुई सातवीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में भारत का प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज फहराने के लिए सुविख्यात हैं। भीकाजी ने स्वोतंत्रता सेनानियों की आर्थिक मदद भी की और जब देश में ‘प्लेग’ फैला तो अपनी जान की परवाह किए बगैर उनकी भरपूर सेवा की। स्वतंत्रता की लड़ाई में उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
  • एनी बेसेन्ट: प्रख्यात समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी एनी बेसेंट ने भारत को एक सभ्यता के रूप में स्वीकार किया था तथा भारतीय राष्ट्रवाद को अंगीकार किया था। 1890 में ऐनी बेसेंट हेलेना ब्लावत्सकी द्वारा स्थापित थियोसोफिकल सोसाइटी, जो हिंदू धर्म और उसके आदर्शों का प्रचार-प्रसार करती हैं, की सदस्या बन गईं। भारत आने के बाद भी ऐनी बेसेंट महिला अधिकारों के लिए लड़ती रहीं। महिलाओं को वोट जैसे अधिकारों की मांग करते हुए ऐनी बेसेंट लागातार ब्रिटिश सरकार को पत्र लिखती रहीं। भारत में रहते हुए ऐनी बेसेंट ने स्वराज के लिए चल रहे होम रूल आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • बेगम हज़रत महल: बेगम हज़रत महल अवध के शासक वाजिद अली शाह की पहली पत्नी थीं। सन 1857 में भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह किया। इन्होंने लखनऊ को अंग्रेज़ों से बचाने के लिए भरसक प्रयत्न किए और सक्रिय भूमिका निभाई। बेगम हजरत महल की हिम्मत का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने मटियाबुर्ज में जंगे-आज़ादी के दौरान नज़रबंद किए गए वाजिद अली शाह को छुड़ाने के लिए लार्ड कैनिंग के सुरक्षा दस्ते में भी सेंध लगा दी थी। योजना का भेद खुल गया, वरना वाजिद अली शाह शायद आज़ाद करा लिए जाते।
  • रानी लक्ष्मीबाई: रानी लक्ष्मीबाई मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी थीं और 1857 के प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में अंग्रेजी हुकुमत के विरुद्ध बिगुल बजाने वाले वीरों में से एक थीं। वे ऐसी वीरांगना थीं जिन्होंने मात्र 23 वर्ष की आयु में ही ब्रिटिश साम्राज्य की सेना से मोर्चा लिया और रणक्षेत्र में वीरगति को प्राप्त हो गयीं परन्तु जीते जी अंग्रेजों को अपने राज्य झाँसी पर कब्जा नहीं करने दिया।
  • डॉ. लक्ष्मी सहगल: पेशे से डॉक्टर लक्ष्मी सहगल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर प्रमुख भूमिका निभाई थी। उनका पूरा नाम लक्ष्मी स्वामीनाथन सहगल था। वे आजाद हिन्द फौज की अधिकारी तथा आजाद हिन्द सरकार में महिला मामलों की मंत्री थीं। वे व्यवसाय से डॉक्टर थी जो द्वितीय विश्वयुद्ध के समय प्रकाश में आयीं। वे आजाद हिन्द फौज की ‘रानी लक्ष्मी रेजिमेन्ट’ की कमाण्डर थीं। उन्हें वर्ष 1998 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था।
  • कनकलता बरुआ: कनकलता बरुआ असम की रहने वाली थीं। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भारत छोड़ो आंदोलन के समय उन्होंने कोर्ट परिसर और पुलिस स्टेशन के भवन पर भारत का तिरंगा फहराया। कनकलता बरुआ महज 17 साल की उम्र में पुलिस स्टेशन पर तिरंगा फहराने की कोशिश के दौरान पुलिस की गोलियों का शिकार बन गईं।

यह भी पढ़ें: भारत में प्रथम महिलाएं और उनकी उपलब्धियों की सूची

The post भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

भारत के मुख्य न्यायाधीशों के नाम, योग्यताएँ एवं कार्यकाल की सूची (वर्ष 1950 से 2018 तक)

$
0
0
भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची (1950-2017) | List of Chief Justices of India in Hindi

भारतीय सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश: [Chief Justices of India in Hindi (1950-2018)]

भारत में अब तक 46 (वर्तमान मुख्य न्यायाधीश सहित) लोगों ने देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा की है। भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश के रूप में एच. जे. कनिया ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी। जस्टिस रंजन गोगोई भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश हैं। जस्टिस रंजन गोगोई 03 अक्टूबर 2018 से भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाल रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत के 45वें मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा 02 अक्टूबर 2018 को सेवानिवृत्त (रिटायर) हुए थे। जस्टिस जगदीश सिंह खेहर सिख समुदाय के पहले जस्टिस बने थे। रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश थे और उन्हे 03 अक्टूबर 2018 को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द द्वारा भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। CJI बनने के बाद जस्टिस रंजन गोगोई करीब 1 साल 1 महीने तक अपने पद पर रहेंगे और 17 नवंबर, 2019 को रिटायर होंगे। असम के रहने वाले जस्टिस गोगोई पूर्वोत्‍तर भारत से देश के पहले चीफ जस्टिस होंगे। परम्परा के मुताबिक कार्यकाल पूरा करने वाले मुख्य न्यायाधीश अपनी सेवानिवृत्ति से 30 दिन पहले अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश सरकार को भेजते हैं और पूर्व जस्टिस दीपक मिश्रा ने केंद्र सरकार से रंजन गोगोई के नाम की सिफ़ारिश की थी।

जाने वर्ष 1950 से अब तक नियुक्त हुए भारत के सभी मुख्य न्यायाधीशों के नाम, उनकी योग्यताएँ और कार्यकाल अवधि के बारे सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है।

वर्ष 1950 से अब तक भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची:

नाम कार्यकाल अवधि
एच. जे. कनिया 26 जनवरी 1950 से 06 नवम्बर 1951 तक
एम. पी. शास्त्री 07 नवम्बर 1951 से 03 जनवरी 1954 तक
मेहरचंद महाजन 04 जनवरी 1954 से 22 दिसम्बर 1954 तक
बी. के. मुखरीजा 23 दिसम्बर 1954 से 31 जनवरी1956 तक
एस. आर. दास 01 फरवरी 1956 से 30 सितम्बर 1959 तक
बी. पी. सिन्हा 01 अक्टूबर 1959 से 31 जनवरी 1964 तक
पी. बी. गजेन्द्रगढ़कर 01 फरवरी 1964 से 15 मार्च 1966 तक
ए. के. सरकार 16 मार्च 1966 से 29 जून 1966 तक
के. एस. राव 30 जून 1966 से 11 अप्रैल 1967 तक
के. एन. वान्चू 12 अप्रैल 1967 से 24 फरवरी 1968 तक
एम. हिदायतुल्ला 25 फरवरी 1968 से 16 दिसम्बर 1970 तक
जे. सी. शाह 17 दिसम्बर 1970 से 21 जनवरी 1971 तक
एस. एम. सिकरी 22 जनवरी 1971 से 25 अप्रैल 1973 तक
ए. एन. रे 26 अप्रैल 1973 से 27 जनवरी 1977 तक
मिर्जा हमीदुल्ला बेग 28 जनवरी 1977 से 21 फरवरी 1978 तक
वाई. वी. चंद्रचूड़ 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक
पी. एन. भगवती 12 जुलाई 1985 से 20 दिसम्बर 1986 तक
आर. एस. पाठक 21 दिसम्बर 1986 से 18 जून 1989 तक
ई. एस. वेंकटरमैय्या 19 जून 1989 से 17 दिसम्बर 1989 तक
एस. मुखर्जी 18 दिसम्बर 1989 से 25 सितम्बर 1990 तक
रंगनाथ मिश्र 26 सितम्बर 1990 से 24 नवम्बर 1991 तक
के. एन. सिंह 25 नवम्बर 1991 से 12 दिसम्बर 1991 तक
एम. एच. कनिया 13 दिसम्बर 1991 से 17 नवम्बर 1992 तक
एल. एम. शर्मा 18 नवम्बर 1992 से 11 फरवरी 1993 तक
एम. एन. वेंकटचेलैय्या 12 फरवरी 1993 से 24 अक्टूबर 1994 तक
ए. एम. अहमदी 25 अक्टूबर 1994 से 24 मार्च 1997 तक
जे. एस. वर्मा 25 मार्च 1997 से 17 जनवरी 1998 तक
एम. एम. पुंछी 18 जनवरी 1998 से 09 अक्टूबर 1998 तक
ए. एस. आनंद 10 अक्टूबर 1998 से 11 जनवरी 2001 तक
एस. पी. भरुचा 11 जनवरी 2001 से 06 मई 2002 तक
बी. एन. कृपाल 06 मई 2002 से 08 नवम्बर 2002 तक
जी. बी. पटनायक 08 नवम्बर 2002 से 19 दिसम्बर 2002 तक
वी. एन. खरे 19 2002 से 02 मई 2004 तक
राजेन्द्र बाबू 02 मई 2004 से 01 जून 2004 तक
आर. सी. लहोटी 01 जून 2004 से 01 नवम्बर 2005 तक
वाई. के. सभरवाल 01 नवम्बर 2005 से 13 जनवरी 2007 तक
के. जी. बालकृष्णन 13 जनवरी 2007 से 11 मई 2010 तक
एस. एच. कापड़िया 12 मई 2010 से 28 2012 तक
अल्तमास कबीर 29 सितम्बर 2012 से 18 जुलाई 2013 तक
पी. सतशिवम 19 जुलाई 2013 से 26 अप्रैल 2014 तक
राजेन्द्र मल लोढ़ा 26 अप्रैल 2014 से 27 सितम्बर 2014 तक
एच. एल. दत्तु 28 सितम्बर 2014 से 02 दिसम्बर 2015 तक
तीरथ सिंह ठाकुर 03 दिसम्बर 2015 से 03 जनवरी 2017 तक
जगदीश सिंह खेहर 04 जनवरी 2017 से 27 अगस्त 2017 तक
दीपक मिश्रा 28 अगस्त 2017 से 02 अक्टूबर 2018 तक
रंजन गोगोई 03 अक्टूबर 2018 से 17 नवम्बर 2019 तक

नोट:  यह लिस्ट 04 अक्टूबर 2018 को अपडेट की गयी है।

इसे भी पढ़े: नवीनतम कौन क्या है 2018 की सूची

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति:

उच्चतम न्यायालय के सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा उच्चतम न्यायालय के परामर्शानुसार की जाती है। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश इस प्रसंग में राष्ट्रपति को परामर्श देने से पूर्व अनिवार्य रूप से चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों के समूह से परामर्श प्राप्त करते हैं तथा इस समूह से प्राप्त परामर्श के आधार पर राष्ट्रपति को परामर्श देते हैं। अनुछेद  124 के अनुसार मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करते समय राष्ट्रपति अपनी इच्छानुसार सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सलाह लेगा। वहीं अन्य जजों की नियुक्ति के समय उसे अनिवार्य रूप से मुख्य न्यायाधीश की सलाह माननी पड़ेगी।

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की योग्यताएँ:

  • व्यक्ति भारत का नागरिक हो।
  • कम से कम पांच साल के लिए उच्च न्यायालय का न्यायाधीश या दो या दो से अधिक न्यायालयों में लगातार कम से कम पांच वर्षों तक न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चुका हो।
  • किसी उच्च न्यायालय या न्यायालयों में लगातार दस वर्ष तक अधिवक्ता रह चुका हो।
  • वह व्यक्ति राष्ट्रपति की राय में एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता होना चाहिए।
  • उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बनने हेतु किसी भी प्रदेश के उच्च न्यायालय में न्यायाधीश का पांच वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य है और वह 62 वर्ष की आयु पूरी न किया हो।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों का कार्यकाल:

भारतीय सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष होती है। न्यायाधीशों को केवल (महाभियोग) दुर्व्यवहार या असमर्थता के सिद्ध होने पर संसद के दोनों सदनों द्वारा दो-तिहाई बहुमत से पारित प्रस्ताव के आधार पर ही राष्ट्रपति द्वारा हटाया जा सकता है।

The post भारत के मुख्य न्यायाधीशों के नाम, योग्यताएँ एवं कार्यकाल की सूची (वर्ष 1950 से 2018 तक) appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

भारत सरकार के वर्तमान केन्द्रीय (कैबिनेट) मंत्रियों के नाम और उनके विभाग की सूची

$
0
0
भारत के कैबिनेट मंत्री की सूची 2018 | Current Indian Cabinet Ministers in Hindi

भारत के कैबिनेट मंत्रियों की सूची 2018: (Current Indian Cabinet Ministers 2018 in Hindi)

भारत सरकार का केन्द्रीय मंत्रिमंडल:

भारत सरकार का केन्द्रीय मंत्रिमंडल, भारत गणराज्य में कार्यकारी अधिकार का प्रयोग करता हैं। इस में वरिष्ठ मंत्री (केबिनेट मंत्री) और कनिष्ठ मंत्री (राज्य मंत्री) सम्मिलित होते हैं, जिनका नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल नामक एक छोटी कार्यकारी निकाय, भारत में सर्वोच्च निर्णय लेने की संस्था हैं। केवल प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्री ही कैबिनेट के सदस्य होते हैं। भारत में सबसे वरिष्ठ सिविल सेवक, कैबिनेट सचिव, कैबिनेट सचिवालय का नेतृत्वा करते हैं, तथा मंत्रियों की परिषद को प्रशासनिक सहायता प्रदान करते हैं। राज्य मंत्रियों को अपने काम में कैबिनेट मंत्रियों की सहायता के साथ काम सौंपा गया हैं।

भारत के केन्द्रीय मंत्रियों की श्रेणी:

भारत के मंत्रियों की तीन श्रेणियाँ हैं, जो रैंक के अवरोही क्रम इस प्रकार हैं –

  • कैबिनेट मंत्री: कैबिनेट के सदस्य; मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले।
  • राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): कनिष्ठ मंत्री जो कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट नहीं करते हैं।
  • राज्य मंत्री: कनिष्ठ मंत्री जो कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट करते हैं; आमतौर पर उसी मंत्रालय में एक विशेष जिम्मेदारी सौंपी जाती हैं।

मोदी कैबिनेट (मंत्रिमंडल) फेरबदल 2018:

नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बार फिर 14 मई 2018 को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया है। अरुण जेटली के स्वास्थ्य कारणों से उनके स्वस्थ होने तक वित्त मंत्रालय का कार्यभार रेल मंत्री पीयूष गोयल को दे दिया गया है। वहीँ केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राज्यवर्धन सिंह राठौर को सूचना प्रसारण मंत्रालय स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। पहले सूचना प्रसारण मंत्रालय स्मृति ईरानी के पास था। स्मृति ईरानी के पास अब सिर्फ कपड़ा मंत्रालय है। इसके अलावा एसएस अहलूवालिया को इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बनाया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी सरकार का तीसरा सबसे बड़ा कैबिनेट विस्तार 03 सितम्बर, 2017 को संपन्न हुआ था। नरेंद्र मोदी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार 09 नवम्बर, 2014 को हुआ और दूसरा कैबिनेट विस्तार 05 जूलाई, 2016 को हुआ था। अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुल 76 मंत्री है। जिसमें 06 महिला सदस्य है। नीचे दी गई सूची में केन्द्रीय और राज्य मंत्रियों के नाम एवं उनके मंत्रालयों के नाम दिए गए हैं। आइये जाने भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्रियों की सूची तथा देखे कौन से मंत्री के पास कौन-सा मंत्रालय है:-

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारत के वर्तमान कैबिनेट मंत्रियों की सूची 2018:

मंत्री का नाम विभाग
नरेंद्र दामोदर दास मोदी प्रधानमंत्री- कार्मिक, जन शिकायत और पेशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, सभी महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दे व किसी अन्य मंत्री को आवंटित न किए गए अन्य सभी मंत्रालय
राजनाथ सिंह गृह मंत्री
सुषमा स्वराज विदेश मंत्री
अरुण जेटली वित्त और कॉरपोरेट मामले मंत्री
नितिन गडकरी सड़क प​रिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास, गंगा पुनेद्धार मंत्री
सुरेश प्रभु वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (अतिरिक्त प्रभार)
निर्मला सीतारणम रक्षा मंत्री
पीयूष गोयल रेल व कोयला मंत्री
सदानंद गौड़ा सांख्यिकी व योजना क्रियान्वयन मंत्री
उमा भारती पेयजल और स्वच्छता मंत्री
रा​मविलास पासवान उपभोक्ता मामले, खाद्य व जन वितरण मंत्री
मेनका गांधी महिला व बाल कल्याण मंत्री
अनंत कुमार रसायन, उर्वरक और संसदीय कार्य मंत्री मंत्री
रवि शंकर प्रसाद कानून व न्याय, इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री
जेपी नड्डा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री
अनंत गीते भारी उद्योग व सार्वजनिक उपकम मंत्री
हरसिमरत कौर बादल खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री
नरेंद्र सिंह तोमर ग्रामीण विकास, पंचायती राज व खनन मंत्री
चौधरी बीरेंद्र सिंह इस्पात मंत्री
जुएल उरावं जनजातीय मामले मंत्री
राधामोहन सिंह कृषि व किसान कल्याण मंत्री
थावरचंद गहलोत सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री
स्मृति ईरानी कपड़ा मंत्री
डॉ. हर्षवर्धन विज्ञान, तकनीक, वन, पर्यावरण पृथ्वी विज्ञान व जलवायु परिवर्तन मंत्री
प्रकाश जावड़ेकर मानव संसाधन विकास मंत्री, शिक्षा मंत्री
धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री
मुख्तार अब्बास नकवी अल्पसंख्यक मामले मंत्री


इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

वर्तमान  राज्य मंत्रियो के नाम और उनके विभाग (स्‍वतंत्र प्रभार) 2018:

मंत्री का नाम विभाग
राव इंद्रजीत सिंह योजना, रसायन व उर्वरक मंत्री
संतोष कुमार गंगवार श्रम व रोजगार मंत्री
श्रीपद येसो नाईक आयुष मंत्री
डॉ.जितेंद्र सिंह पूर्वोत्तर विकास, पीएमओ, कार्मिक, जन शिकायत पेशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष मंत्री
डॉ. महेश शर्मा संस्कृति, वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री
गिरिराज सिंह सूक्ष्य, लघु व मध्यम उपक्रम मंत्री
मनोज सिन्हा संचार व रेल राज्य मंत्री मंत्री
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ युवा मामले, खेल व सूचना—प्रसारण मंत्री, सूचना प्रसारण मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार)
राजकुमार सिंह ऊर्जा, नवीकरण ऊर्जा मंत्री
हरदीप सिंह पुरी शहरी विकास व आवास मंत्री
अल्फोंस कन्नंथनम पर्यटन मंत्री

वर्तमान राज्य मंत्रियो के नाम और उनके विभाग 2018:

मंत्री का नाम विभाग
विजय गोयल संसदीय कार्य, सांख्यिकी व योजना क्रियान्वयन मंत्री
राधाकृष्णन जी वित्त व जहाजरानी मंत्री
एसएस अहलूवालिया इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री
रमेश चंदप्पा पेयजल व स्वच्छता मंत्री
रामदास अठावले सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण मंत्री
विष्णु देव इस्पात मंत्री
रामकृपाल यादव ग्रामीण विकास मंत्री
वीरेंद्र कुमार महिला व बाल कल्याण, अल्पसंख्यक मामले मंत्री
हरिभाई पार्थीभाई चौधरी खनन व कोयला मंत्री
राजन गोहेन रेल मंत्री
वीके सिंह विदेश मंत्री
पुरुषोत्तम रुपाला कृषि, किसान कल्याण व पंचायती राज मंत्री
कृष्णपाल सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री
जसवंत सिंह सुमन भाई जनजातीय मामले मंत्री
शिव प्रताप शुक्ला वित्त मंत्री
अश्विनी कुमार चौबे स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री
सुदर्शन भगत जनजातीय मामले मंत्री
उपेंद्र कुशवाह मानव संसाधन विकास मंत्री
किरेन रिजिजू गृह मंत्री
हंसराज गंगाराम अहीर गृह मंत्री
अनंत कुमार हेगड़े कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री
एमजे अकबर विदेश मंत्री
साध्वी निरंजन ज्योति खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री
वाईएस चौधरी विज्ञान व प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान मंत्री
जयंत सिन्हा नागरिक उड्ययन मंत्री
बाबुल सुप्रियो भारी उद्योग व सार्वजनिक उपक्रम मंत्री
विजय सांपला सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री
अर्जुन राम मेघवाल संसदीय कार्य, जल संसाधन, नदी विकास व गंगा पुनरोद्धार मंत्री
अजय टम्टा कपड़ा मंत्री
कृष्णा राज कृषि व किसान कल्याण मंत्री
मनसुख एल मंडाविया सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी, रसायन व उर्वरक मंत्री
अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री
सीआर चौधरी उपभोक्ता मामले, खाद्य, जन वितरण, वाणिज्य व उद्योग मंत्री
पीपी चौधरी कानून व न्याय एवं कॉरपोरेट मामले मंत्री
सुभाष रामराव भामरे रक्षा मंत्री
गजेंद्र सिंह शेखावत कृषि व किसान कल्याण मंत्री
डॉ. सत्यपाल सिंह मानव संसाधन, जल संसाधन, नदी विकास व गंगा पुनरोद्धारमंत्री

अंतिम संशोधन: 08 अक्टूबर 2018

नोट: प्रिय पाठकगण यदि आपको इस पोस्ट में कंही भी कोई त्रुटि (गलती) दिखाई दे, तो कृपया कमेंट के माध्यम से हमें उस गलती से हमे अवगत कराएं, हम उसको जल्दी से जल्दी सही करने का प्रयास करेंगे।

The post भारत सरकार के वर्तमान केन्द्रीय (कैबिनेट) मंत्रियों के नाम और उनके विभाग की सूची appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमों (मैदानों) के नाम, स्थान एवं सम्बंधित खेलों की सूची

$
0
0
भारत के प्रमुख खेल स्टेडियम (मैदान) | List of Sports Stadiums in India in Hindi

भारत के प्रमुख खेल स्टेडियम एवं उनके स्थान: (Important Sports Stadiums of India in Hindi)

खेल मैदान (स्टेडियम):

भारत में लगभग हर राज्य में खेल का मैदान है। भारत में ज्यादातर क्रिकेट के मैदान है, जहाँ पर क्रिकेट मैच खेले जाते है। कोलकता शहर का ईडन गार्डन स्टेडियम भारत के सर्वश्रेष्ठ ग्राउंड में से एक है, इसे एक तरह से कोलकता की शान कहा जाता है और यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत प्रसिद्ध है। कोलकाता का ईडन गार्डन्स क्रिकेट स्टेडियम (मैदान) भारत का सबसे बड़ा और पुराना स्टेडियम है। इसका निर्माण 1865 में हुआ था। इसकी दर्शक क्षमता करीब 70 हजार लोगों तक की है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में स्थित मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम दुनिया (विश्व) का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, इसकी दर्शक क्षमता करीब एक लाख लोगों आसपास तक की है।

भारत में खेल का बहुत महत्व है और गिल्ली डंडे से लेकर क्रिकेट तक देश की गललियों में बच्चे बड़े चाव से यह खेल खेलते हैं। इसके साथ ही भारत में हाल ही में कई बड़ी-बड़ी अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोग्तायें जैसे 2011 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप , 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ष 2016 में टी-20 विश्व कप का भी आयोजन किया गया है। आइये जानते है भारत के कौन से मैदान में कौन-सा खेल खेला जाता है और वह कहाँ पर स्थित है।

भारत के प्रमुख खेल मैदान (स्टेडियमों) की सूची:

स्टेडियम का नाम स्थान सम्बंधित खेल
वानखेड़े स्टेडियम मुंबई, महाराष्ट्र क्रिकेट
एच.पी.सी.ए. स्टेडियम धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट
फिरोजशाह कोटला स्टेडियम दिल्ली, नई दिल्ली क्रिकेट
ईडन गार्डन्स स्टेडियम कोलकाता, पश्चिम बंगाल क्रिकेट
एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम चेन्नई, तमिलनाडु क्रिकेट
जिमखाना ग्राउंड मुंबई, महाराष्ट्र क्रिकेट
जे.एस.सी.ए. स्टेडियम रांची, झारखंड क्रिकेट
सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम राजकोट, गुजरात क्रिकेट
सुब्रत रॉय सहारा स्टेडियम पुणे, महाराष्ट्र क्रिकेट
डा. डी. वाय. पाटील स्टेडीयम नवी मुंबई, महाराष्ट्र फुटबॉल और क्रिकेट
नए वीसीए स्टेडियम नागपुर, महाराष्ट्र क्रिकेट
होल्कर क्रिकेट स्टेडियम इंदौर, मध्यप्रदेश क्रिकेट
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैदराबाद, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
डॉ. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी एसीए वीडीसीए स्टेडियम विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
इंदिरा गांधी स्टेडियम विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
बरकतुल्लाह खान स्टेडियम जोधपुर, राजस्थान ज्यादातर क्रिकेट के लिए प्रयुक्त
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम कोच्चि, केरल बहुउद्देशीय
आईपीसीएल स्पोर्ट्स स्टेडियम वडोदरा, गुजरात क्रिकेट
के. डी. सिंह बाबू स्टेडियम लखनऊ, उत्तर प्रदेश बहुउद्देशीय
फटोर्डा स्टेडियम मडगांव, गोवा फुटबॉल और क्रिकेट
मौलाना आजाद स्टेडियम जम्मू, जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट
इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम विशाखापट्टनम,, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
रूप सिंह स्टेडियम ग्वालियर, मध्य प्रदेश क्रिकेट
नाहर सिंह स्टेडियम फरीदाबाद, हरियाणा क्रिकेट
माधवराव सिंधिया स्टेडियम राजकोट, गुजरात क्रिकेट
सेक्टर 16 स्टेडियम चंडीगढ़, चंडीगढ़ क्रिकेट
नेहरू स्टेडियम पुणे, महाराष्ट्र क्रिकेट (बहुउद्देशीय)
विश्वविद्यालय स्टेडियम तिरुवनंतपुरम, केरल फुटबॉल (बहुउद्देशीय)
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम दिल्ली, दिल्ली बहुउद्देशीय
कीनन स्टेडियम जमशेदपुर, झारखंड फुटबॉल और क्रिकेट
सरदार पटेल स्टेडियम अहमदाबाद, गुजरात क्रिकेट
मोती बाग स्टेडियम वडोदरा, गुजरात क्रिकेट
शेर-मैं-कश्मीर स्टेडियम श्रीनगर, जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट
सवाई मानसिंह स्टेडियम जयपुर, राजस्थान क्रिकेट
गांधी खेल परिसर स्टेडियम अमृतसर, पंजाब वर्तमान में क्रिकेट के लिए प्रयुक्त
बाराबती स्टेडियम कटक, उड़ीसा क्रिकेट
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम बंगलौर, कर्नाटक क्रिकेट
विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम नागपुर, महाराष्ट्र क्रिकेट
लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम हैदराबाद, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
ग्रीन पार्क स्टेडियम कानपुर, उत्तर प्रदेश क्रिकेट
ब्रेबोर्न स्टेडियम मुंबई, महाराष्ट्र क्रिकेट
गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम नांदेड़, महाराष्ट्र क्रिकेट
किला स्टेडियम पलक्कड़, केरल फुटबॉल
दिलीप टिर्की स्टेडियम रांची, झारखंड हॉकी
बिरसा मुंडा स्टेडियम रांची, झारखंड हॉकी
कलिंग स्टेडियम भुवनेश्वर, उड़ीसा हॉकी
महिंद्रा स्टेडियम मुंबई, महाराष्ट्र हॉकी
ध्यानचंद एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम लखनऊ, उत्तर प्रदेश हॉकी
दादाजी कोंडदेव स्टेडियम ठाणे, महाराष्ट्र फुटबॉल
गुरु नानक स्टेडियम लुधियाना, पंजाब फुटबॉल
ग्रीनफील्ड स्टेडियम तिरुवनंतपुरम, केरल क्रिकेट

यह भी पढ़े: विश्व के प्रमुख खेल और उनके परिसरों की सूची

The post भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमों (मैदानों) के नाम, स्थान एवं सम्बंधित खेलों की सूची appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची (वर्ष 1954 से 2018 तक)

$
0
0
भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची | Bharat Ratna Awards Winners in Hindi

भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों की सूची (List of Bhart Ratna Award Winners in Hindi)

भारत रत्न पुरस्कार किसे कहते है?

भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए भारत सरकार की ओर से दिया जाता है।

भारत रत्न पुरस्कार की शुरुआत कब हुई थी?

देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ की शुरुआत तत्कालीन भारतीय राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा 02 जनवरी 1954 को की  गई थी। इस अलंकरण से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने देश के किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्‍कृ‍ष्‍ट कार्य कर हमारे देश का गौरव बढ़ाया और हमारे देश को अंतरराष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्त हुई। पहला भारत रत्न का सम्मान देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 1954 में प्रदान किया। अब तक विभिन्न क्षेत्रों की 45 हस्तियों को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा जा चुका है।

भारत रत्न पुरस्कार के बारे में संक्षिप्त जानकारी: Quick Info About Bharat Ratna Award in Hindi

पुरस्कार का वर्ग नागरिक सम्मान
स्थापना वर्ष 1954
पुरस्कार राशि
प्रथम विजेता डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, चंद्रशेखर वेंकटरमन, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1954)
पुरस्कार के आखिरी विजेता मदन मोहन मालवीयअटल बिहारी वाजपेयी (2015)
विवरण भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

भारत रत्न पुरस्कार से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य: (Important Facts about Bhart Ratna Award in Hindi)

  • भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है।
  • सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्‍ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्‍कृष्‍टता पाने के लिए यह पुरस्‍कार प्रस्‍तुत किया गया है।
  • जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 में बंद कर दिया गया था, किंतु 1980 में कांग्रेस सरकर ने इसे फिर से दोबारा शुरू किया।
  • जब साल 1980 में भारत रत्न पुरस्कार फिर से शुरू हुआ तो, इसे सर्वप्रथम मदर टेरेसा ने प्राप्त किया था।
  • हमारे भूतपूर्व राष्‍ट्रपति, वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्‍दुल कलाम को भी 1997 में यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार दिया गया।
  • इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि ‘भारत रत्‍न’ केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।
  • यह पुरस्‍कार स्‍वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी ‘एग्‍नेस गोंखा बोजाखियू’, जिन्‍हें हम मदर टेरेसा के नाम से जानते हैं, को दिया गया।
  • दो अन्‍य गैर-भारतीय – ख़ान अब्दुल गफ़्फ़ार ख़ान को 1987 में और नेल्‍सन मंडेला को 1990 में यह पुरस्कार दिया गया।
    यह भी अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्‍न सम्‍मान प्रतिवर्ष दिया जाएगा।
  • एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।
  • मरणोपरांत सर्वप्रथम लालबहादुर शास्त्री को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
  • श्री सत्यपाल आनन्द ने राजीव गाँधी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की प्रक्रिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।

इन्हें भी पढे: 2016 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों की सूची

वर्ष 1954 से अब तक भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची:

वर्ष विजेताओं के नाम जीवन काल और महत्वपूर्ण तथ्य
1954 डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (05 सितंबर, 1888-17 अप्रैल, 1975)
1954 चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (10 दिसंबर, 1878-25 दिसंबर, 1972)
1954 डॉ. चन्‍द्रशेखर वेंकटरमण (07 नवंबर, 1888-21 नवंबर, 1970)
1955 डॉ. भगवान दास (12 जनवरी, 1869 -18 सितंबर, 1958)
1955 सर डॉ॰ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या (15 सितंबर, 1860-12 अप्रैल, 1962)
1955 पंडित जवाहर लाल नेहरु (14 नवंबर, 1889-27 मई, 1964)
1957 गोविंद वल्लभ पंत (10 सितंबर, 1887-07 मार्च, 1961)
1958 डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे (18 अप्रैल, 1858-09 नवंबर, 1962)
1961 डॉ॰ बिधन चंद्र रॉय (01 जुलाई, 1882-01 जुलाई, 1962)
1961 पुरूषोत्तम दास टंडन (01 अगस्त, 1882-01 जुलाई, 1962)
1962 डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद (03 दिसंबर, 1884-28 फरवरी, 1963)
1963 डॉ॰ जाकिर हुसैन (08 फरवरी, 1897-03 मई, 1969)
1963 डॉ॰ पांडुरंग वामन काणे (07 मई 1880-08 मई 1972)
1966 लाल बहादुर शास्त्री (02 अक्टूबर, 1904-11 जनवरी, 1966), मृत्यु के बाद
1971 इंदिरा गाँधी (19 नवंबर, 1917-31 अक्टूबर, 1984)
1975 वराहगिरी वेंकट गिरी (10 अगस्त, 1894-23 जून, 1980)
1976 के. कामराज (15 जुलाई, 1903-1975), मरणोपरांत
1980 मदर टेरेसा (27 अगस्त, 1910-05 सितंबर, 1997)
1983 आचार्य विनोबा भावे (11 सितंबर, 1895-15 नवंबर, 1982), मरणोपरांत
1987 खान अब्दुल गफ्फार खान (06 फरवरी 1890 -20 जनवरी, 1988), पहले गैर-भारतीय
1988 एम जी आर (17 जनवरी, 1917-24 दिसम्बर, 1987), मृत्यु के बाद
1990 डॉ॰ भीमराव आंबेडकर (14 अप्रैल, 1891-06 दिसम्बर, 1956), मृत्यु के बाद
1990 नेल्सन मंडेला (18 जुलाई, 1918-05 दिसम्बर, 2013), दूसरे गैर-भारतीय
1991 राजीव गांधी (20 अगस्त, 1944-21 मई, 1991), मृत्यु के बाद
1991 सरदार वल्लभ भाई पटेल (31 अक्टूबर, 1875-15 दिसम्बर, 1950), मृत्यु के बाद
1991 मोरारजी देसाई (29 फ़रवरी, 1896-10 अप्रैल, 1995)
1992 मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (11 नवंबर, 1888-22 फरवरी, 1958), मरणोपरांत
1992 जे. आर. डी. टाटा (29 जुलाई, 1904-29 नवंबर, 1993)
1992 सत्यजीत राय (02 मई, 1921-23 अप्रैल, 1992)
1997 ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम (15 अक्टूबर, 1931-27 जुलाई, 2015)
1997 गुलजारी लाल नंदा (04 जुलाई, 1898-15 जनवरी, 1998)
1997 अरुणा आसफ अली (16 जुलाई, 1909 -29 जुलाई, 1996), मरणोपरांत
1998 एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी (16 सितंबर, 1916-11 दिसम्बर, 2004)
1998 सी. सुब्रामनीयम (30 जनवरी, 1910-07 नवंबर, 2000)
1998 जयप्रकाश नारायण (11 अक्टूबर, 1902-08 अक्टूबर, 1979), मृत्यु के बाद
1999 पंडित रवि शंकर (07 अप्रैल, 1920-12 दिसम्बर, 2012)
1999 अमर्त्य सेन (03 नवंबर 1933-अब तक)
1999 गोपीनाथ बोरदोलोई (1890-1950), मरणोपरान्त
2001 लता मंगेशकर (28 सितंबर, 1929)
2001 उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां (21 मार्च, 1916-21 अगस्त, 2006)
2008 पंडित भीमसेन जोशी (04 फरवरी, 1922 -05 जनवरी, 2011)
2014 सी॰ एन॰ आर॰ राव (30 जून, 1934-अब तक), 16 नवंबर, 2014 घोषित
2014 सचिन तेंदुलकर (24 अप्रैल, 1973-अभी तक), 16 नवंबर 2014 घोषित
2015 अटल बिहारी वाजपेयी (25 दिसंबर, 1924-16 अगस्त  2018), 25 दिसंबर, 2015 को घोषित
2015 मदन मोहन मालवीय (25 दिसंबर, 1861- 12 नवंबर, 1946, मृत्यु के बाद), 25 दिसंबर 2015 को घोषित किया गया

The post भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची (वर्ष 1954 से 2018 तक) appeared first on सामान्य ज्ञान (Samanya Gyan).

Viewing all 1939 articles
Browse latest View live


Latest Images

<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>