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भारत में प्रथम प्रसिद्ध महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियॉ (विभिन्न क्षेत्रों में)

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भारत में प्रथम महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियॉ: (First Woman personalities in India in Hindi)

यहां भारत में प्रथम प्रसिद्ध भारतीय महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियों की सूची दी गयी है,जिन्होंने भारत में सबसे पहले अपना प्रभुत्व स्थापित किया है। भारतीय महिलाओं ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे:- इतिहास, समाजशास्त्र, विज्ञानराजनीति, पुरस्कार और सम्मान, मनोरंजन आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। भारत में प्रथम महिलाओं के आधार पर हर परीक्षा में कुछ प्रश्न अवश्य पूछे जाते है, इसलिए यह आपकी सभी प्रकार की परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जाने ऐसी ही भारत में प्रथम 153 प्रभावशाली महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियों के बारे में:-

इन्हें भी पढे: विश्व में प्रथम महिलाओं की सूची

भारत में प्रथम महिलाओं की सूची:

उपलब्धि महिलाओं का नाम
लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला अवनी चतुर्वेदी (फरवरी 2018)
मणिपुर उच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायाधीश अभिलाषा कुमारी (फरवरी 2018)
भारतीय बैंक संघ (आईबीए) की पहली महिला अध्यक्ष उषा अनंतसुब्रमण्यन(जनवरी 2018)
भारत की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट होमी व्यारावाला
विश्व पैरा तैराकी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला तैराक कंचनमाला पांडे (दिसम्बर 2017)
भारतीय नौसेना में शामिल होने वाली पहली महिला पायलट शुभांगी स्वरूप (नवम्बर 2017)
गुरुग्राम की पहली महिला मेयर मधु आजाद (नवम्बर 2017)
लोकसभा की पहली भारतीय महिला महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव (नवम्बर 2017)
विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी पूजा काडियन वुशु (अक्टूबर 2017)
ब्रिटेन में किसी नगरनिगम वार्ड की पाषर्द बनने वाली पहली भारतीय महिला रेहाना अमीर (मई 2017)
संयुक्त राष्ट्र न्यायिक संस्था “इंटरनेशनल टब्यिूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी” (र्अाईटीएलओएसी) में न्यायाधीश चुनी जाने वाली पहली भारतीय महिला नीरू चड्ढा (जून 2017)
एशियन सोशल इंटरप्रेन्योर पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली भारतीय महिला नेता निशा दत्त (जून 2017)
माउंट एवरेस्ट को चौथी बार फतह करने वाली पहली भारतीय महिला अंशू जामसेन्पा
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की पहली महिला अध्यक्ष शोभना कामिनेनी (01 मई 2017)
एशियाई स्क्वाश चैंपियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी जोशना चिनप्पा (30 अप्रैल 2017)
गुजरात की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गीता जौहरी (04 अप्रैल 2017)
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला कॉम्बैट अधिकारी तनुश्री पारिख
बीसीसीआई लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित होने वाली पहली महिला क्रिकेटर शांता रंगास्वामी
भारत की पहली महिला अध्यापिका (शिक्षिका) सावित्रीबाई फुले
अखिल भारतीय टेनिस संघ की पहली महिला अध्यक्ष प्रवीण महाजन (2017)
भारत की पहली दृष्टिहीन महिला डॉक्टर कृतिका पुरोहित
आईसीसी वूमेंस टीम ऑफ द ईयर में शामिल होने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी स्मृति मंधाना
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टूर्नामेंट बिग बैश लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर
उच्च न्यायालय की प्रथम भारतीय महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति अन्ना चांडी (केरल)
भारत में प्रथम महिला चीफ इंजीनियर श्रीमती पी.के.गेसिया
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष सरोजिनी नायडू
कॉमनवेल्थ खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला पहलवान गीता फोगट (2010 कॉमनवेल्थ खेलों में)
पैरालंपिक खेलों में पदक (मेडल) जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी (एथलीट) दीपा मलिक (2016 पैरालिम्पिक्स खेलों में रजत पदक जीता।)
भारत के किसी राज्य के मंत्रिमण्डल में प्रथम महिला मंत्री विजय लक्ष्मी पंडित (संयुक्त प्रांत, 1937)
भारत के किसी राज्य की प्रथम दलित मुख्यमंत्री मायावती (उत्तर प्रदेश)
संघ लोक सेवा आयोग की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष श्रीमती रोज मिलियन बेथ्यु
भारत रत्न से सम्मानित प्रथम महिला श्रीमती इंदिरा गाँधी
अंटार्कटिका पहुँचने वाली प्रथम महिला मेहर मूस
‘मिस यूनिवर्स’ खिताब जीतने वाली प्रथम महिला सुष्मिता सेन
अंतर्राष्‍ट्रीय मैराथन में स्‍वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला आशा अग्रवाल
प्रथम भारतीय महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी
भारत की प्रथम महिला क्रिकेट अम्‍पायर अंजली राजगोपाल
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला आशापूर्णा देवी
प्रथम महिला राजस्व सचिव विनीता राय
ओलम्‍पिक खेलों में मुक्‍केबाजी में पदक विजेता प्रथम भारतीय महिला एम. सी. मैरी कॉम(2012)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष डॉ. एनी बेसेन्ट
भारतीय लागत लेखा सेवा की पहली महिला प्रमुख अरुणा सेठी
प्रथम महिला राज्यपाल सरोजनी नायडू ( उ० प्र० )
ओलम्‍पिक खेलों में बैडमिंंटन में पदक विजेता प्रथम भारतीय महिला साइना नेहवाल (2012)
प्रथम महिला लोकसभाध्यक्ष (स्पीकर) मीरा कुमार
महिला वनडे क्रिकेट में 6000 रन बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला मिताली राज (2017)
भारत के किसी राज्य की मुख्यमंत्री बनने वाली प्रथम महिला अभिनेत्री जानकी रामचंद्रन (तमिलनाडु 1987)
भारत के प्रथम महिला मुख्य चुनाव आयुक्त वी॰ एस॰ रमादेवी
भारत की प्रथम महिला अधिवक्ता रेगिना गुहा
भारत में केन्द्रीय व्यवस्थापिका की प्रथम महिला सांसद राधाबाई सुबारायन (1938)
भारत में आयकर न्यायाधिकरण की प्रथम महिला सदस्य न्यायमूर्ति मीरा साहिब फातिमा बीबी
दिल्ली के तख़्त पर बैठने वाली प्रथम महिला सुल्तान (शासिका) रजिया सुल्तान
एशियाई शतरंज चैम्पियनशिप जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला रोहिणी खाडिलकर(1981)
अंटार्कटिका के विनसन मैसिफ पर चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय सिविल सेवक अपर्णा कुमार
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य पद के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय महिला नीता अंबानी
प्रथम व्यावसायिक महिला पायलट प्रेमा माथुर
अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाली भारतीय महिला डायना एडुलजी(1986)
अंतरिक्ष में सर्वाधिक समय व्यतीत करने वाली प्रथम भारतीय मूल की महिला सुनीता विलियम्स
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला अमृता प्रीतम
सेना मेडल प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला विमला देवी (1988)
अन्तर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला अंजू बार्बी जॉर्ज
अन्तर्राष्ट्रीय फ़ुटबॉल में हैट्रिक करने वाली प्रथम भारतीय महिला योलांदा डिसूजा (1978)
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला एन. लम्सडेन ( हॉकी, 1961 )
अर्द्धसैनिक बल की पहली भारतीय महिला महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम
अशोक चक्र से सम्मानित प्रथम महिला नीरजा भनोट
इंजीनियरिंग में स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला इला मजूमदार (1951)
इण्डियन एयरलाइन्स की प्रथम महिला अध्यक्ष सुषमा चावला
उत्तरी ध्रुव पर पहुँचने वाली प्रथम महिला प्रीति सेन गुप्ता (1993)
एवरेस्ट पर चढ़ने वाली भारत की सबसे कम उम्र की बालिका डिंकी डोल्मा
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला कमलजीत संधु (1970, 400 मीटर दौड़)
ओलम्पिक के लिए क्‍वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर
ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी (भारोत्तोलन, सिडनी)
ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी मेरी लीला राव (1952)
चिकित्सा में स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला विधुमुखी बोस एवं विर्जिनिया मितर (कोलकाता मेडिकल कॉलेज)
इंग्लिश चैनल पार करने वाली प्रथम भारतीय महिला तैराक आरती साहा गुप्ता (29 सितम्बर 1959)

टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली भारतीय महिला मिताली राज
तीन खेलों (क्रिकेट, हॉकी एवं बालीबॉल) में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम भारतीय महिला शिरीन खुसरो
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय नायिका देविका रानी
दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला संतोष यादव
नाबार्ड की प्रथम महिला अध्यक्ष रंजना कुमार
नार्मन बोरलॉग पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला डॉ. अमृता पटेल
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला मदर टेरेसा ( शांति )
नौका द्वारा सम्पूर्ण विश्व की परिक्रमा करने वाली प्रथम महिला उज्जवला पाटिल (1988)
पहली महिला डीटीसी चालक वनकदारथ सरिता
पावर लिफ़्टिंग में विश्व कीर्तिमान बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला सुमिता लाहा (1989)
प्रथम दूरदर्शन समाचार वाचिका प्रतिमा पुरी
प्रथम भारतीय महिला पुलिस महानिदेशक कंचन चौधरी भट्टाचार्य
प्रथम भारतीय महिला बैरिस्टर कोर्नोनिया सोराबजी (इलाहाबाद उच्च न्यायालय, 1923)
प्रथम भारतीय महिला राजदूत विजयलक्ष्मी पण्डित (सोवियत रूस, 1947)
प्रथम भारतीय महिला राज्यसभा स्पीकर सन्नो देवी
प्रथम भारतीय महिला विदेश सचिव चोकिला अय्यर
प्रथम मर्चेंट नेवी महिला ऑफिसर सोनाली बनर्जी
प्रथम महिला एडवोकेट केमिला सोराबजी
प्रथम महिला केंद्रीय मंत्री राजकुमारी अमृत कौर
प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश लीला सेठ ( हि० प्र०, 1991 )
भारत के किसी राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी ( उ० प्र० )
बोइंग 737 विमान की प्रथम भारतीय महिला कमाण्डर कैप्टन सौदामिनी देशमुख
भारत की पहली महिला विधायक डॉक्टर मुथुलक्ष्मी रेड्डी
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई. ए. एस) में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला अन्ना जार्ज
भारत की प्रथम आई. पी. एस. महिला किरण बेदी
भारत की प्रथम परखनली शिशु इंदिरा
भारत की प्रथम महिला एयर लाइन्स पायलट कैप्टन दुर्गा बनर्जी
भारत की प्रथम महिला चिकित्सक कादम्बिनी गांगुली
भारत की प्रथम महिला जो विदेश गयी आनंदीबाई गोपालराव जोशी
भारत की प्रथम महिला पायलट सुषमा मुखोपाध्याय
भारत की प्रथम महिला मुख्य अभियन्ता पी.के. त्रेसिया नांगुली
भारत की प्रथम महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच
भारत की प्रथम महिला मेयर तारा चेरियन
भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
भारतीय वायुसेना की प्रथम भारतीय महिला पैराशूटर गीता घोष
भारतीय वायुसेना के विमान की प्रथम भारतीय महिला पायलट हरिता देओल
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला बछेंद्री पाल
मुक्केबाजी की प्रथम महिला रेफ़री रज़िया शबनम
मूर्ति देवी पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला प्रतिभा राय
योजना आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष श्रीमती इंदिरा गाँधी
राज्यसभा की प्रथम महिला उपाध्यक्ष वायलेट अल्वा (1962 ई०)
राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने वाली प्रथम भारतीय महिला लक्ष्मी सहगल
राष्ट्रमण्डल खेलों में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला अमी घिया शाह
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रथम अध्यक्ष जयंती पटनायक
भारतीय रिजर्व बैंक की प्रथम महिला डिप्टी गवर्नर के.जे. उदेशी (2003)
लेनिन शांति पुरस्कार से अलंकृत प्रथम महिला अरुणा आसफ अली
विधान सभा की प्रथम महिला स्पीकर श्रीमती शन्नो देवी
शतरंज में ग्रैण्ड मास्टर का ख़िताब वाली प्रथम भारतीय महिला भाग्यश्री थिप्से (1986)
शान्ति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला वैज्ञानिक डॉ० आशिमा चटर्जी
संयुक्त राष्ट्र संघ के संगीत समारोह में भागीदारी करने वाली प्रथम भारतीय महिला मदुरै षण्मुखवडिवु सुब्बुलक्ष्मी (1966)
संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रथम महिला असैनिक पुलिस सलाहकार किरण बेदी
संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभा की प्रथम महिला अध्यक्ष विजयालक्ष्मी पंडित (1953)
सार्वजनिक सेवा हेतु रेमन मैग्सेसे एवार्ड से अलंकृत प्रथम महिला किरण बेदी
‘मिस वर्ल्ड’ से सम्मानित प्रथम महिला रीता फारिया
अंतराष्‍ट्रीय तैराकी मैराथन जीतने वााली प्रथम भारतीय महिला अर्चना भारत कुमार पटेल
भारत की प्रथम महिला सांसद राधाबाई सुबारायन
 ग्राण्‍ड स्‍लैम जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला सानिया मिर्जा
स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला कादम्बिनी गांगुली (कलकत्ता विश्वविद्यालय, 1883)
आई.सी.सी. क्रिकेट विश्‍व कप में शतक बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला थिरूष कामिनी (2013)
सर्वोच्च न्यायालय में प्रथम महिला न्यायाधीश मीरा साहिब फातिमा बीबी
ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला भानु अथैया (वेशभूषा सज्जा हेतु, फिल्म गांधी, 1983)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला नरगिस दत्त (फिल्म रात और दिन, 1968)
भारत की प्रथम अंतरिक्ष महिला वैज्ञानिक सविता रानी
पहली फिल्म अभिनेत्री जो राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित की गयी नर्गिस दत्त
बुकर पुरस्कार से पुरस्कार सम्मानित प्रथम भारतीय महिला अरुंधती राय
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला मदर टेरेसा
भारत में उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन की प्रथम महिला सचिव प्रिया हिमोरानी
संघीय लोक सेवा आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष रोज मिलियन बैथ्यू (1992)
वेनिस फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का गोल्डन लॉयन पुरस्कार पाने वाली प्रथम भारतीय महिला मीरा नायर [फिल्म-मानसून वैडिंग (2001)]
भारत की प्रथम महिला सर्जन डॉ. प्रेमा मुखर्जी
भारत में प्रथम क्रान्तिकारी महिला श्रीमती भीखाजी जी रूस्तम कामा
भारत में प्रथम महिला मजिस्ट्रेट ओमना कुंजम्मा
अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला अभिनेत्री नरगिस दत्त [कार्लोबी बेरी फिल्मोत्सव का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार (फिल्म-मदंर इंडिया, 1958)]
बर्लिन फिल्मोत्सव में पुरस्कार पाने वाली प्रथम महिला मधुर जाफरी
प्रथम भारतीय महिला रेल चालक सुरेखा यादव
प्रथम भारतीय महिला उपन्यासकार श्रीमती स्वर्ण कुमारी देवी
प्रथम भारतीय महिला कुलपति हंसा मेहता
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (फिक्की) की अध्यक्ष निर्वाचित होने वाली पहली प्रथम भारतीय महिला नैना लाल किदवई (15 दिसंबर 2012)

और जानिये : भारत में प्रथम प्रसिद्ध महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियॉ (विभिन्न क्षेत्रों में)


विश्व के प्रमुख सागरों के नाम और उनसे संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

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विश्व के प्रमुख सागरों के नाम: ( List of Major Oceans of the World in Hindi)

सागर पृथ्वी के सभी महासागरों का समनव्य है जिसके अन्तर्गत अटलांटिक महासागर, प्रशान्त महासागर, हिन्द महासागर, और आर्कटिक महासागर आते है। हालाँकि समुद्र को एक छोटे परिपेक्ष मे भी प्रयोग किया जा सकता है जैसे कि लाल सागर, उत्तरी सागर आदि। समुद्र और महासागर के बीच कोई विशेष अंतर नहीं है। अधिकतर समुद्र भूमि के किसी टुकड़े के आस पास से गुजरते है पर ये भी हमेशा समुद्र की परिभासा मे नही आता। सर्गोसकी समुद्र किसी भी भूमि के टुकड़े को नही छूता। समुद्र झीलों से बड़े होते है और इनका पानी खारा होता है।

पृथ्वी की सतह के 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में फैला, सागर, खारे पानी का एक सतत निकाय है। पृथ्वी पर जलवायु को संयमित करने, भोजन और ऑक्सीजन प्रदान करने, जैव विविधता को बनाये रखने और परिवहन के क्षेत्र में सागर अत्यावश्यक भूमिका निभाते हैं। प्राचीन काल से लोग सागर की यात्रा करने और इसके रहस्यों को जानने की कोशिश में लगे रहे हैं, परंतु माना जाता है कि सागर के वैज्ञानिक अध्ययन जिसे समुद्र विज्ञान कहते हैं की शुरुआत कप्तान जेम्स कुक द्वारा 1768 और 1779 के बीच प्रशांत महासागर के अन्वेषण के लिए की गयीं समुद्री यात्राओं से हुई।

इन्हें भी पढे: विश्व के महाद्वीपो से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

सागर के पानी की विशेषता इसका खारा या नमकीन होना है। पानी को यह खारापन मुख्य रूप से ठोस सोडियम क्लोराइड द्वारा मिलता है, लेकिन पानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम के क्लोराइड के अतिरिक्त विभिन्न रासायनिक तत्व भी होते हैं जिनका संघटन पूरे विश्व मे फैले विभिन्न सागरों में बमुश्किल बदलता है।

विश्व के प्रमुख सागरों की सूची:

स्थान का नाम अवस्थिति क्षेत्रफल
ग्रीनलैण्ड आर्कंटिक महासागर 21,75,000
न्यूगिनी पश्चिमी प्रशान्त महासागर 7,89,000
बोर्नियो हिन्द महासागर 7,51,000
मेडागास्कर हिन्द महासागर 5,87,300
बेफिन द्वीप (कनाड़ा) उत्तरी आर्क़टिक महासागर 5,07,451
सुमात्रा (इण्डोनेशिया) हिन्द महासागर 4,22,200
होन्शब (जापान) उत्तरी-पश्चिम प्रशांत महासागर 2,30,000
ब्रिटेन (ग्रेट-ब्रिटेन) उत्तरी-अटलाण्टिक महासागर 2,29,849
विक्टोरिया द्वीप (कनाड़ा) उत्तरी ध्रुव महासागर 2,17,290
ईसयसमेरे द्वीप (कनाड़ा) उत्तरी ध्रुव महासागर 1,96,236
सुलोवेसी (इण्डोनेशिया) हिन्द महासागर 1,78,700
दक्षिण द्वीप (न्यूजीलैंड) दक्षिण—पश्चिमी प्रशांत महासागर 1,50,460
जावाद्वीप (इण्डोनेशिया) हिन्द महासागर 1,26,400
उत्तरी द्वीप (न्यूजीलैंड) दक्षिण—पश्चिमी प्रशांत महासागर 1,15,000
क्यूबा कैरीबियन सागर 1,11,000
आइसलैंड उत्तरी अटलाण्टिक महासागर 1,03,000
तस्मानिया दक्षिणी पश्चिमी प्रशांत महासागर 68,000
श्रीलंका हिन्द महासागर 65,600

विश्व के प्रमुख सागरों से संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

  • विश्व का सबसे बड़ा द्वीप कौन-सा है? ग्रीनलैंड
  • विश्व के सबसे बड़े द्वीप की स्थिति क्या है/कहाँ है? आर्कटिक सागर में
  • विश्व का दूसरा बड़ा द्वीप कौन-सा है?: न्यूगिनी द्वीप
  • न्यूगिनी द्वीप कहाँ स्थित है? पश्चिमी प्रशांत महासागर में
  • विश्व का सबसे बड़ा द्वीप समूह कौन-सा है? इंडोनेशिया
  • विश्व का सबसे छोटा द्वीप कौन-सा है? मेडागास्कर
  • मेडागास्कर किस सागर में स्थित है? हिन्द महासागर
  • डियागों गार्सिया द्वीप किस सागर में स्थित है? हिन्द महासागर
  • हिन्द महासागर का सबसे बड़ा द्वीप कौन-सा है? बोर्नियो
  • किस द्वीप को अग्नि द्वीप के नाम से जाना जाता है?: आइसलैंड
  • प्रशान्त महासागर का चौराहा किस द्वीप को कहा जाता है? हवाई द्वीप
  • सैंडविच किस द्वीप का पुराना नाम है? हवाई द्वीप
  • जकार्ता किस द्वीप पर स्थित है? जावा
  • एशिया का सबसे बड़ा द्वीप कौन-सा है? बोर्निया
  • जावा एवं सुमात्रा द्वीप किस देश में स्थित है? इंडोनेशिया

और जानिये : विश्व के प्रमुख सागरों के नाम और उनसे संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

कलिंग युद्ध (261 ई.पू.) का इतिहास, प्रमुख कारण और परिणाम

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कलिंग की लड़ाई: (Kalinga War History in Hindi)

कलिंग का युद्ध कब हुआ था?

कलिंग का प्रख्यात युद्ध सम्राट अशोक और कलिंग के राजा अनंत नाथन के बीच 261-262 ईसा पूर्व मे भुवनेश्वर से 8 किलोमीटर दक्षिण में दया नदी के किनारे लड़ा गया था।

भारतीय इतिहास में ऐसे कई युद्ध हुए हैं जिन्होंने इतिहास ही बदल डाला। ऐसा ही एक युद्ध था- कलिंग युद्ध। इसने भारतीय इतिहास के पूरे कालखंड को ही बदल कर रख दिया था। इस युद्ध को भारतीस इतिहास का भीषणतम युद्ध कहा जाता है। चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने अपने राज्याभिषेक के 8वें वर्ष (261 ई. पू.) में कलिंग पर आक्रमण किया था। कलिंग विजय उसकी आखिरी विजय थी। युद्ध की विनाशलीला ने सम्राट को शोकाकुल बना दिया और वह प्रायश्चित्त करने के प्रयत्न में बौद्ध विचारधारा की ओर आकर्षित हुआ। कलिंग युद्ध ने अशोक के हृदय में महान परिवर्तन कर दिया । उसका हृदय मानवता के प्रति दया और करुणा से उद्वेलित हो गया। उसने युद्ध क्रियाओं को सदा के लिए बन्द कर देने की प्रतिज्ञा की। यहाँ से आध्यात्मिक और धम्म विजय का युग शुरू हुआ। उसने बौद्ध धम्म को अपना धर्म स्वीकार किया।

कलिंग का इतिहास:

  • वर्तमान उड़ीसा राज्य प्राचीन काल में कलिंग के नाम से प्रसिद्ध था।
  • पहले यह नंदवंश के शासक महापद्मनंद के साम्राज्य का एक अंग था। कुछ समय के लिए मगध साम्राज्य से अलग हो गया था, परंतु अशोक ने गद्दी पर बैंठने के आठवें वर्ष इसे पुन: जीत लिया। इस युद्ध में कलिंगवासियों ने अशोक की सेना का असाधारण प्रतिरोध किया।
  • कलिंग के एक लाख व्यक्ति मारे गए, डेढ़ लाख बंदी बनाए गए और इससे कहीं अधिक संख्या में, युद्ध से हुए विनाश के कारण, बाद में मर गए।
  • इसी विनाश को देखकर अशोक युद्ध के बदले धर्म-विजय की ओर प्रवृत्त हुआ था।
  • धौलगिरि नामक स्थान पर जहां अशोक की सेना का शिविर था और बाद में जहाँ उसने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी, अब एक आकर्षक स्तूप, मंदिर और शिलालेख विद्यमान हैं।
  • आगे की शताब्दियों में कलिंग ने अनेक परिवर्तन देखे। कभी खारवेल यहाँ के शासक बने तो कभी यह गुप्त साम्राज्य में मिला।
  • 6वीं-7वीं शताब्दी में थोड़े समय के लिए यहाँ की सत्ता हर्षवर्धन के हाथों में भी रही।
  • अनन्तवर्मा चोडगंग जो पूर्वी गंग वंश का प्रमुख राजा था। उसने कलिंग पर 71 वर्ष (1076-1147 ई.) तक राज्य किया।

कलिंग युद्ध के प्रमुख कारण:

  • कलिंग पर विजय प्राप्त अशोक अपने साम्राज्य मे विस्तार करना चाहता था।
  • सामरिक दृष्टि से देखा जाए तो भी कलिंग बहुत महत्वपूर्ण था। स्थल और समुद्र दोनो मार्गो से दक्षिण भारत को जाने वाले मार्गो पर कलिङ्ग का नियन्त्रण था।
  • यहाँ से दक्षिण-पूर्वी देशो से आसानी से सम्बन्ध बनाए जा सकते थे।

कलिंग युद्ध के परिणाम

  • मौर्य साम्राज्य का विस्तार हुआ। इसकी राजधानी तोशाली बनाई गई।
  • इसने अशोक की साम्राज्य विस्तार की नीति का अन्त कर दिया।
  • इसने अशोक के जीवन पर बहुत प्रभाव डाला। उसने अहिंसा, सत्य, प्रेम, दान, परोपकार का रास्ता अपना लिया।
  • अशोक बौद्ध धर्म का अनुयायी बन गया। उसने बौद्ध धर्म का प्रचार भी किया।
  • उसने अपने संसाधन प्रजा की भलाई मे लगा दिए।
  • उसने ‘धम्म’ की स्थापना की।
  • उसने दूसरे देशो से मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध बनाए।
  • कलिंग युद्ध मौर्य साम्राज्य के पतन का कारण बना। अहिंसा की नीति के कारण उसके सैनिक युद्ध कला मे पिछड़ने लगे। परिणामस्वरूप धीरे-धीरे उसका पतन आरम्भ हो गया।

और जानिये : कलिंग युद्ध (261 ई.पू.) का इतिहास, प्रमुख कारण और परिणाम

संयुक्त राष्ट्र के महासचिवों के नाम और कार्यकाल की सूची

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संयुक्त राष्ट्र के महासचिवों के नाम, कार्य एवं शक्तियाँ: (List of United Nations General Secretary form 1945-2018 in Hindi)

संयुक्त राष्ट्र:

संयुक्त राष्ट्र एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय क़ानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई।

महासचिव संयुक्त राष्ट्र का सबसे प्रमुख अधिकारी होता है। इसकी नियुक्ति सुरक्षा परिषद की संस्तुति पर महासभा द्वारा 5 वर्ष के लिए की जाती है। वह दुबारा भी चुना जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र के अनुरूप, महासचिव अपनी सहायता के लिए दक्ष, योग्य और सत्यनिष्ठ कर्मचारियों का अंतर्राष्ट्रीय समूह खुद चुनता है। संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान महासचिव एंटोनियो गुटेरेश है जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल सँभाला है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के कर्तव्य:

महासचिव के कर्तव्य हैं अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों को सुलझाना, शांतिरक्षा कार्यों का प्रबंध करना, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करना, सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के कार्यान्वयन को जांचना और सदस्य सरकारों से बातचीत करना। 21 मार्च 2005 को, महासचिव कोफ़ी अन्नान ने सचिवालय में कई परिवर्तनों के प्रस्ताव रखे। उन्होने वैज्ञानिक सलाहकार को नियुक्त, शांतिरक्षा सहायता कार्यालय को स्थापित, निर्णय लेने के लिए मंत्रीमंडल को अनुबंधित और मध्यस्थता कार्यों को मजबूत आदि करने के इरादे घोषित किए।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की शक्तियाँ:

महासचिव की शक्तियाँ किसी भी अन्य संयुक्त राष्ट्र अधिकारी की तुलना में अधिक होती है। वह सदस्य राष्ट्रों की सरकारों को सलाह दे सकता है तथा समस्याओं को सुलझाने में अपने पद से जुड़े प्रभाव का इस्तेमाल कर सकता है। वह संगठन की उपलब्धियों और समस्याओं से जुड़ा वार्षिक प्रतिवेदन महासभा के सामने प्रस्तुत करता है। महासचिव किसी विशेष क्षेत्र में विश्व शांति व सुरक्षा को खतरा पहुँचने वाले मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का ध्यान भी आकर्षित कर सकता है।

 

संयुक्त राष्ट्र के महासचिवों की सूची:

महासचिव का नाम कार्यकाल अवधि सम्बंधित देश
ग्लेडविन जेब 24 अक्टूबर 1945–01 फरबरी 1946 संयुक्त राजशाही
ट्रीगवी ली 02 फरवरी 1946–10 नवम्बर 1952 नॉर्वे
डैग हैमरस्क्जोंल्ड 10 अप्रैल 1953–18 सितंबर 1961 स्वीडन
यू. थांट 30 नवम्बर 1961 –31 दिसम्बर 1971 म्यांमार
कुर्त वॉल्डहाइम 01 जनवरी 1972 –31 दिसम्बर 1981 ऑस्ट्रिया
ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार 01 जनवरी 1982–31 दिसम्बर 1991 पेरू
बुतरस घाली 01 जनवरी 1992–31 दिसम्बर 1996 मिस्र
कोफ़ी अन्नान 01 जनवरी 1997–31 दिसम्बर 2006 घाना
बान की मून 01 जनवरी 2007–31 दिसम्बर 2016 दक्षिण कोरिया
एंटोनियो गुटेरेस 01 जनवरी 2017–वर्तमान पुर्तगाल

संयुक्त राष्ट्र से सम्बंधित रोचक तथ्य:

  • 73 देशों के 90 मिलियन लोगों को संयुक्त राष्ट्र भोजन (खाद्य पदार्थ) मुहैया कराता है।
  • संयुक्त राष्ट्र 100 से ज्यादा देशों में जलवायु परिवर्तन व ऊर्जा बचत के लिए कार्यक्रम चला रहा है।
  • 36 मिलियन शरणार्थियों को सहायता उपलब्ध करा रहा है।
  • विश्व के 58 प्रतिशत भाग में टीकाकरण कार्यक्रम चला रहा है, जिससे प्रतिवर्ष 2.5 मिलियन बच्चों की जान बचाई जा रही है।
  • 1,20,000 शांतिदूतों और 16 ऑपरेशन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र 4 महाद्वीपों में शांति कायम रखने के लिए कार्यक्रम चला रहा है।
  • पिछले 30 सालों में 370 मिलियन ग्रामीण गरीबों की स्थिति को संयुक्त राष्ट्र ने बेहतर बनाया है।
  • प्रतिवर्ष 30 मिलियन गर्भवती महिलाओं की जान बचाने का कार्य करता है।
  • संयुक्त राष्ट्र ने 80 से ज्यादा देशों को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।

इन्हें भी पढे: नवीनतम कौन क्या है 2017 की सूची

और जानिये : संयुक्त राष्ट्र के महासचिवों के नाम और कार्यकाल की सूची

एसएससी परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रसंग

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एसएससी परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रसंग: (Important GK Topics for SSC Exams Preparation in Hindi)

एसएससी परीक्षा में सफलता पाने के लिए ऐसे करें तैयारी?

यदि आप एसएससी की परीक्षा पास करना चाहते हैं, तो आपको एसएससी परीक्षा की तैयारी के लिए पहले योजना बनानी चाहिए और उसी के अनुरूप तैयारी करनी चाहिए, तो आप परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते है। यहाँ पर आपको एसएससी परीक्षा (SSC Exam) से सम्बंधित सभी आवश्यक जानकारियों से परिचित कराया जा रहा है ,जो आपकी एसएससी परीक्षा की तैयारी करने में लाभदायक सिद्ध होगी।

एसएससी (SSC) किसे कहते है या एसएससी क्या है?

एसएससी यानी स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (कर्मचारी चयन आयोग) जिसकी स्थापना 1977 में हुई थी यह एक बोर्ड है जो केंद्र सरकार के मंत्रालयों और अन्य विभागों में ग्रुप बी एवं सी के लिए कर्मचारियों का चयन करता हैं, ठीक वैसे ही जैसे आईबीपीएस सरकारी बैंकों के लिए कर्मचारियों की भर्ती करता है। अगर आप केंद्र सरकार के अधीन सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आप एसएससी देकर अपना यह सपना सच कर सकते हैं।

एसएससी में क्या-क्या होता है?

एसएससी (SSC) एक सिलेक्शन बोर्ड है और हर वर्ष अपनी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे: CGL, CHSL, Steno, JE, CAPF, JHT आदि संचालित करता हैं जिसके माध्यम से छात्र अपनी योग्यता अनुसार अपना एग्जाम देकर भारत सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी कर सकता हैं।

  • सीजीएल: सीजीएल यानि कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवेल एग्जामनेशन जो किसी भी स्नातक के बाद दी जा सकती हैं| इस परीक्षा को पास करने के बाद आप कुछ इस तरह के पदों पर कार्य कर सकते हैं जैसे खाद्य अधिकारी, आयकर अधिकारी, ऑडिटर आदि।
  • सीएचएसएल: सीएचएसएल (कम्बाइंड हायर सेकेंडरी लेवेल एग्जामनेशन) यह परीक्षा उन छात्रों के लिए संचालित की जाती हैं जो 12वी के बाद नौकरी करना चाहते हैं इस एग्जाम को देने के बाद आप एलडीसी, क्लर्क इस तरह के पद पर कार्य कर सकते हैं।
  • स्टेनो: स्टेनोग्राफी आशुलिपि में कैरियर बनाने वाले छात्र यह परीक्षा दे सकते हैं।
  • जेई: जेई यानी जूनियर इंजिनियर यह एग्जाम देकर भारत सरकार के विभिन्न विभागों में जूनियर इंजिनियर की पोस्ट पर काम करने का मौका मिल सकता हैं. इस पोस्ट के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंजीनियरिंग में डिप्लोमा होता हैं।
  • सीएपीएफ: सीएपीएफ यानि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स होता है जैसा की इसके नाम से ही समझ में आता है की केंद्र सरकार में सशस्त्र पुलिस बल में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर आदि के लिए यह एग्जाम क्लियर करना होती हैं।
  • जेएचटी: जेएचटी जुनियर हिंदी ट्रांसलेशन इस परीक्षा को पास करने के बाद आप हिन्दी अनुवादक के पद पर कार्य करने का मौका पा सकते हैं इसके लिए आपकी हिन्दी और इंग्लिश दोनों पर मजबूत पकड़ होना अनिवार्य हैं।

एसएससी परीक्षा का एग्जाम पैटर्न कैसा होता है?

एसएससी एक प्रतियोगी परीक्षा संचालित कर्ता है और यह ऊपर बताई गई कई परीक्षा लेता हैं तो इसका एग्जाम पैटर्न भी दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसा ही होता है जिसमे गणित, अंग्रेजी, रीजनिंग के ही प्रश्न पूछे जाते हैं जिनका स्तर ऊपर बताई गई परीक्षाओं में अनुसार भिन्न हो सकता हैं।

एसएससी परीक्षा के लिए योग्यता और उम्र सीमा क्या होती है?

यदि स्टूडेंट्स किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से किसी भी विषय में बारहवीं पास हैं, तो वे आवेदन कर सकते हैं। जहां तक उम्र सीमा की बात है, तो न्यूनतम उम्र 18 और अधिकतम 27 वर्ष निर्धारित है। 5 वर्ष (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति), 3 वर्ष (पिछड़ा वर्ग) की छूट है।

किस तरह की होगी परीक्षा- एसएससी परीक्षा (संयुक्त स्नातक स्तरीय)

एसएससी (संयुक्त स्नातक स्तरीय) परीक्षा प्रक्रिया तीन चरणों में होती है। टीयर I और टीयर II में लिखित परीक्षा ली जाती है जबकि टीयर III में व्यक्तित्व परीक्षा के साथ साक्षात्कार/ कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा/ कौशल परीक्षा और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है। उम्मीदवारों का चयन टीयर I और टीयर II में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है। लिखित परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवार साक्षात्कार/ कौशल परीक्षा/ कंप्यूटर प्रवीणता परीक्षा (जहां लागू हो)/ और दस्तावेजों के सत्यापन के बाद वर्णनात्मक/ऑनलाइन परीक्षा के चरण से गुजरते हैं । इसके बाद आयोग द्वारा प्रत्येक श्रेणी के पद के लिए अखिल भारतीय मेधा सूची जारी किया जाता है जिसमें उन उम्मीदवारों के नाम होते हैं जो वर्णनात्मक/ऑनलाइन परीक्षा सफल हुए हो।

एसएससी परीक्षा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रसंग:

सामान्य ज्ञान प्रसंग सम्बन्धित  विषय
विश्व की प्रमुख पर्वत-श्रेणियाँ/शिखर भूगोल
विश्व की प्रमुख नहरें भूगोल
प्रमुख खनिज एवं उत्पादक देश विश्व
प्रमुख भोगोलिक खोजें भूगोल
भारत की झीलें एवं संबंधित राज्य भूगोल
महाजनपदों की राजधानी एवं क्षेत्र भारत
प्रमुख राजवंश, संस्थापक एवं राजधानी भारत
महत्वपूर्ण सीमा-रेखाएँ भूगोल
सौरमंडल: कुछ महत्वपूर्ण तथ्य विज्ञान
प्रमुख फसलें एवं उत्पादक देश विश्व
भारतीय प्रदेश की आदिम जातियाँ भारत
भारतीय संविधान की अनुसूचियाँ भारत
प्रमुख देशों के राष्ट्रीय खेल विश्व
खनिज एवं सर्वाधिक उत्पादक राज्य भारत
नदियों के उद्गम-स्थल एवं मुहाना भूगोल
क्षेत्रीय परिषद् एवं सम्मिलित राज्य भारत
भारतीय अर्थव्यवस्था: प्रमुख तथ्य भारत
राजनीतिक दल एवं उसके चुनाव चिन्ह राजनीति
प्रमुख स्थल एवं उसके वास्तुकार भूगोल
विश्व की प्रमुख जलसंधियाँ भूगोल
भारत के प्रमुख पर्वतीय नगर भूगोल
प्रमुख व्यक्तियों से संबंधित स्थान भूगोल
प्रमुख महासागरीय जलधाराएँ भूगोल
भारत के प्रमुख शोध संस्थान भारत
विश्व में प्रथम (विभिन्न वर्गों में) विश्व
प्रमुख वचन एवं नारे भारत
खेल एवं खिलाडियों की संख्या खेल
देश/ राजधानी/ मुद्राएँ विश्व
प्रमुख क्षेत्र एवं उनके जनक भारत
महान कार्यों से संबंधित व्यक्ति विश्व
प्रमुख क्रांति एवं संबंधित क्षेत्र इतिहास
भारतीय राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानी भारत
प्रमुख संसद का नाम विश्व
मुगलकालीन निर्माण कार्य इतिहास
भारत के प्रमुख नगर एवं संस्थापक भारत
भारत के गर्वनर जनरल भारत
बेरोजगारी उन्मूलन की शुरुआत इतिहास
खेल के परिसरो के नाम खेल
भारत के प्रमुख बन्दरगाह भारत
प्रमुख उपकरण एवं कार्य विज्ञान
प्रमुख विटामिनों के रासायनिक नाम विज्ञान
कुछ विश्वस्तरीय रोचक उपनाम विज्ञान
प्रमुख पशु एवं उनकी नस्लें विज्ञान
फल एवं उनके खाने योग्य भाग विज्ञान
प्रमुख राज्य के लोकनृत्य भारत
विटामिनों की कमी होने वाले रोग विज्ञान
प्रमुख जंतुओं का औसत जीवन काल विज्ञान
प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित फसल विज्ञान
चिकित्सा संबंधी खोज एवं आविष्कार विज्ञान
प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित अंग विज्ञान
प्रमुख जंतुओं की गर्भावधि विज्ञान
प्रमुख भौतिक राशियों के मात्रक विज्ञान
मात्रकों के एक पद्धति दूसरे मान विज्ञान
विज्ञान की प्रमुख शाखाएँ विज्ञान
पदार्थ एवं उनके रासायनिक नाम विज्ञान
प्रमुख धातुएँ एवं उनके अयस्क विज्ञान
प्रमुख यंत्रों/उपकरणों के आविष्कार विज्ञान
विश्व के प्रमुख समाचार-पत्र विश्व
भारतीय सेनाओं के कमाण्ड और मुख्यालय भारत
प्रमुख राज्यों के स्थापना वर्ष भारत
प्रमुख देशों की राष्ट्रीय स्मारक विश्व
प्रमुख देशों की समाचार एजेंसियाँ विश्व
भारतीय तेल शोधनशालाएँ भारत
प्रमुख चिन्ह एवं प्रतीक विश्व
प्रमुख पुरस्कार/सम्मान एवं क्षेत्र पुरस्कार
विश्व की प्रमुख गुप्तचर संस्थाएँ विश्व
भारतीय प्रतिरक्षा:  प्रमुख तथ्य भारत
नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय पुरस्कार
विश्व में प्रथम महिला विश्व
प्रसिद्ध व्यक्ति एवं उनके गुरु विश्व
प्रमुख देशों के सरकारी दस्तावेज विश्व
विभिन्न देशों के राष्ट्रीय चिन्ह विश्व
भारत की प्रमुख परमाणु ऊर्जा संस्थाएं भारत
प्रमुख उत्प्रेरकों के कार्य विज्ञान
विश्व में सबसे बड़ा/छोटा/लम्बा/ऊँचा विश्व
भारत में सबसे बड़ा/छोटा/लम्बा/ऊँचा भारत
भारत में प्रथम (विभिन्न वर्गों में) भारत
प्रमुख समिति एवं आयोग भारत
प्रमुख धर्म, पूजा-स्थल एवं पुस्तक धर्म
प्रमुख औषधिय एवं उनके स्रोत विज्ञान
संयुक्त राष्ट्रसंघ : महत्वपूर्ण तथ्य विश्व
भारतीय महिलाओं में प्रथम भारत
भारत की पंचवर्षीय योजनाएँ भारत
मुगल शासक एवं उनके शासन काल इतिहास
प्रमुख देशों के सर्वोच्च सम्मान विश्व
मिश्रधातुएँ एवं उनके घटक विज्ञान

और जानिये : एसएससी परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान प्रसंग

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन का इतिहास एवं महत्वपूर्ण संस्थाओं की सूची

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भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन का इतिहास एवं महत्वपूर्ण संस्थाएं: (History of National Independence Movement in Hindi)

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन का इतिहास:

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन ‘भारतीय इतिहास’ में लम्बे समय तक चलने वाला एक प्रमुख राष्ट्रीय आन्दोलन था। इस आन्दोलन की औपचारिक शुरुआत 1885 ई. में कांग्रेस की स्थापना के साथ हुई थी, जो कुछ उतार-चढ़ावों के साथ 15 अगस्त, 1947 ई. तक अनवरत रूप से जारी रहा। वर्ष 1857 से भारतीय राष्ट्रवाद के उदय का प्रारम्भ माना जाता है। राष्ट्रीय साहित्य और देश के आर्थिक शोषण ने भी राष्ट्रवाद को जगाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के तीन भाग (चरण) निम्नलिखित है:

प्रथम चरण (1885-1905 ई. तक)

इस काल में ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना हुई, किंतु इस समय तक इसका लक्ष्य पूरी तरह से अस्पष्ट था। उस समय इस आन्दोलन का प्रतिनिधित्व अल्प शिक्षित, बुद्धिजीवी मध्यम वर्गीय लोग कर रहे थे। यह वर्ग पश्चिम की उदारवादी एवं अतिवादी विचारधारा से प्रभावित था।

द्वितीय चरण (1905 से 1919 ई. तक)

इस समय तक ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ काफ़ी परिपक्व हो गई थी तथा उसके लक्ष्य एवं उद्देश्य स्पष्ट हो चुके थे। राष्ट्रीय कांग्रेस के इस मंच से भारतीय जनता के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए प्रयास शुरू किये गये। इस दौरान कुछ उग्रवादी विचारधारा वाले संगठनों ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद को समाप्त करने के लिए पश्चिम के ही क्रांतिकारी ढंग का प्रयोग भी किया।

तृतीय एवं अन्तिम चरण (1919 से 1947 ई. तक)

इस काल में महात्मा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने पूर्ण स्वरज्य की प्राप्ति के लिए आन्दोलन प्रारम्भ किया।

राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन अवधि में बनी महत्वपूर्ण संस्थाएं 

स्थापना वर्ष संस्थाओं का नाम किसके द्वारा बनायीं गई
1784 एशियाटिक सोसाइटी विलियम जोन्स
युवा बंगाल हेनरी लुई विवियन डिरोजियो
1828 ब्रह्म समाज राजा राम मोहन राय
1843 ब्रिटिश सार्वजानिक सभा दादा भाई नौरोजी
1851 रहनुमाई भानदयासन समाज दादा भाई नौरोजी
1862 साइंटिफिक सोसाइटी सर सैयद अहमद खां
1863 मोहम्मडन एंग्लो  लिटरेरी  सोसाइटी अब्दुल लतीफ़
1871 वेद समाज श्रीधरालू नायडू
1867 प्रार्थना समाज केशव चन्द्र सेन,महादेव रानाडे,रविन्द्रनाथ  टैगोर
1870 पूना सार्वजानिक सभा रानाडे/चिपुलकर और जोशी
1872 इंडियन सोसाइटी आनंद मोहन बोस
1875 आर्य समाज स्वामी दयानंद सरस्वती
1875 थियोसोफिकल सोसाइटी मैडम ब्लाव्त्सकी  और कर्नल अल्काट
1875 मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज सर सैयद अहमद खां
1876 इंडियन एसोसिएशन सुरेन्द्र  नाथ बनर्जी
1883 भारतीय  राष्ट्रीय कांफ्रेंस एस.एन. बनर्जी
1885 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ए. ओ. ह्यूम
1885 बॉम्बे प्रेसिडेंसी एसोसिएशन फिरोज शाह मेहता, तैलंग तथा  तैयब जी
1887 बेलूर मठ स्वामी विवेकानंद
1887 इंडियन सोशल कांफ्रेंस महादेव गोविन्द रानाडे
1888 यूनाइटेड इंडियन पेट्रियाटिक एसोसिएशन सर सैयद अहमद खां
1896 राम कृष्ण मिशन स्वामी विवेकानंद
1905 सर्वेट्स ऑफ़ इंडिया सोसाइटी गोपाल कृष्ण गोखले
1906 मुस्लिम लीग सलीमुल्लाह  एवं  आगा  खां
1913 ग़दर पार्टी हरदयाल, काशीराम व सोहन  सिंह
1916 होमरूल  लीग बालगंगाधर  तिलक
1918 विश्व  भारती रविन्द्र नाथ टैगोर
1920 कम्युनिस्ट  पार्टी ऑफ़ इंडिया एम् एन राय (ताशकंद में)
1920 सर्वेट्स ऑफ़ पीपुल सोसाइटी लालालाजपत  राय
1920 अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस एन. एम्. जोशी
1923 स्वराज पार्टी मोतीलाल नेहरु, चितरंजन दास  व एन.सी. केलकर
1925 राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बी हेडगेवार
1928 हिंदुस्तान सोशलिस्ट  रिपब्लिकन एसोसिएशन चन्द्र शेखर आज़ाद, भगत सिंह
1936 अखिल भारतीय किसान  सभा एन. जी. रंग व सहजानन्द
1936 अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् मीनू  मसानी , अशोक  मेहता व डा. अशरफ
1937 खुदाई खिदमतगार खान अब्दुल गफ्फार खान
1939 फॉरवर्ड  ब्लाक सुभाष चन्द्र बोस
1940 रेडिकल डेमोक्रेटिक दल एम. एन. राय
1942 आज़ाद हिंद फौज रस बिहारी बोस

इन्हें भी पढ़े: भारतीय इतिहास में हुए प्रमुख सामाजिक व धार्मिक सुधार आंदोलन

और जानिये : भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन का इतिहास एवं महत्वपूर्ण संस्थाओं की सूची

भारत में अब तक चुनी गई सभी महिला मुख्यमंत्रियों की सूची

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भारतीय महिला मुख्यमंत्रियों की सूची: (List of Women or Female Chief Ministers of India in Hindi)

भारतीय गणराज्य के सभी 29 राज्यों और 02 केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुडुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया को मुख्यमंत्री कहा जाता  है। देश के संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है, लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है।

Quick Info About Female Chief Ministers in India in Hindi:

भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी
राज्य का नाम  उत्तर प्रदेश
शपथ ग्रहण की तिथि 02 अक्टूबर 1963
अब तक कुल महिला मुख्यमंत्री 16

यहां पर भारत में अब तक चुनी गई सभी महिला मुख्यमंत्रियों की सूची दी गई हैं। देश में अब तक 16 महिलाएं मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता आनंदीबेन पटेल ने गुजरात की प्रथम और देश की 16वीं महिला मुख्यमंत्री के रूप में 22 मई 2014 को शपथ ग्रहण की थी। वे 07 अगस्त 2016 तक मुख्यमंत्री पद पर कार्यरत रही।

स्वतंत्र भारत के इतिहास में देश के विभिन्न प्रदेशों में वर्तमान समय तक 16 महिला मुख्यमंत्री बन चुकी हैं। सुचेता कृपलानी को देश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने 02 अक्टूबर 1963 को उत्तर प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी तथा वह 14 मार्च 1967 तक अपने पद पर आसीन रही थीं। उल्लेखनीय है कि अब तक भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 220 से अधिक व्यक्ति मुख्यमंत्री बन चुके हैं।

भारत की महिला मुख्यमंत्रियों की सूची:

नाम राज्य रोचक तथ्य एवं कार्यकाल राजनीतिक दल
सुचेता कृपलानी उत्तर प्रदेश भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री (1963-1967) कांग्रेस
नंदनी सत्पथी ओडिशा देश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री (1972-1973) कांग्रेस
शशिकला काकोडकर गोवा गोवा के पहले मुख्यमंत्री दयानंद बंडोडकर की पुत्री हैं (1973-1979) एमजीपी
सैयदा अनवरा तैमूर असम असम और देश की पहली मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री (1980 -1981) कांग्रेस
जयललिता जयराम तमिलनाडु तमिलनाडु की दूसरी महिला मुख्यमंत्री (1991-1996 , 2001, 2002, 2006 और 2011 -2014) एआईएडीएमके
जानकी रामचंद्रन तमिलनाडु तमिलनाडु की पहली महिला मुख्यमंत्री (07 जनवरी 1988 से 30 जनवरी 1988 तक) एआईएडीएमके
मायावती उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री (1995, 1997, 2002-2003, 2007-2012) बसपा
राजिंदर कौर भट्टल पंजाब पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री (1996-1997) कांग्रेस
राबड़ी देवी बिहार बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री (1997-1999, 1999-2000, 2000-2005) आरजेडी
सुषमा स्वराज दिल्ली दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री (12 अक्टूबर 1998 से 03 दिसम्बर 1998 तक) बीजेपी
शीला दीक्षित दिल्ली दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री (1998-2013) कांग्रेस
उमा भारती मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री (2003-2004) बीजेपी
वसुंधरा राजे राजस्थान राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री (2003-2008, 2013 से अब तक) बीजेपी
ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल पश्चिम बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री (2011 से अब तक) तृणमूल कांग्रेस
महबूबा मुफ़्ती जम्मू और कश्मीर जम्मू और कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री (04 अप्रैल 2016 से अब तक) पीडीपी
आनंदीबेन पटेल गुजरात गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री (2014-2016) बीजेपी

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

नोट: यह पोस्ट 11 नवम्बर 2017 को अपडेट की गई है।

और जानिये : भारत में अब तक चुनी गई सभी महिला मुख्यमंत्रियों की सूची

विश्व की प्रमुख स्थानीय पवनें, प्रकृति एवं उनके स्थान की सूची

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विश्व की प्रमुख स्थानीय पवनें, प्रकृति एवं उनके स्थान: (List of Important Local Winds of World in Hindi)

स्थानीय पवनें किसे कहते है?

स्थानीय धरातलीय बनावट, तापमान एवं वायुदाब की विशिष्ट स्थिति के कारण स्भावतः प्रचलित पवनों के विपरीत प्रवाहित होनें वाली पवनें “स्थानीय पवनों” के रूप में जानी जाती हैं। इनका प्रभाव अपेक्षाक्रत छोटे छेत्रों पर पडता हैं। ये क्षोभमण्डल की सबसे नीचे की परतों तक सीमित रहती हैं।

व्यापारिक पवनें किसे कहते है?

दक्षिणी अक्षांश के क्षेत्रों अर्थात उपोष्ण उच्च वायुदाब कटिबन्धों से भूमध्यरेखिय निम्न वायुदाब कटिबन्ध की ओर दोनों गोलाद्धों में वर्ष भर निरन्तर प्रवाहित होने वाले पवन को व्यापारिक पवन कहा जाता हैं। ये पवन वर्ष भर एक ही दिशा में निरन्तर बहती हैं। सामान्यतः इस पवन को उत्तरी गोलार्द्ध में उत्तर से दक्षिण दिशा में तथा दक्षिण गोलार्द्ध में दक्षिण से उत्तरी दिशा में प्रवाहित होना चाहिए, किन्तु फेरेल के नियम एवं कोरोऑलिस बल के कारण ये उत्तरी गोलार्द्ध में अपनी दायीं और तथा दक्षिण गोलार्द्ध में अपनी बायीं ओर विक्षेपित हो जाती हैं।

इस प्रकार की पवनें वर्ष भर एक ही दिशा में निरन्तर बहती हैं। सामान्यतः इस प्रकार की पवन को उत्तरी गोलार्द्ध में उत्तर से दक्षिण दिशा में तथा दक्षिण गोलार्द्ध में दक्षिण से उत्तरी दिशा में प्रवाहित होना चाहिए, किन्तु फ़ेरेल के नियम एवं कोरोऑलिस बल के कारण ये उत्तरी गोलार्द्ध में अपनी दायीं और तथा दक्षिण गोलार्द्ध में अपनी बायीं ओर विक्षेपित हो जाती हैं।

व्यापरिक पवनों की विशेषताएं:

  • व्यापरिक पवनों को अंग्रेज़ी में ‘ट्रेड विंड्स’  कहते हैं। यहाँ ‘ट्रेड’ शब्द जर्मन भाषा से लिया गया है, जिसका तात्पर्य ‘निर्दिष्ट पथ’ या ‘मार्ग’ से है। इससे स्पष्ट है कि ये हवाएँ एक निर्दिष्ट पथ पर वर्ष भर एक ही दिशा में बहती रहती हैं।
  • उत्तरी गोलार्ध में ये हवाएँ उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम की ओर बहती हैं। वहीं दक्षिणी गोलार्ध में इनकी दिशा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर होती है।
  • नियमित दिशा में निरंतर प्रवाह के कारण प्राचीन काल में व्यापारियों को पाल युक्त जलयानों के संचालन में इन हवाओं से काफ़ी मदद मिलती थी, जिस कारण इन्हें व्यापारिक पवन कहा जाने लगा था।
  • भूमध्य रेखा के समीप दोनों व्यापारिक पवन आपस में मिलकर अत्यधिक तापमान के कारण ऊपर उठ जाती हैं तथा घनघोर वर्षा का कारण बन जाती हैं, क्योंकि वहाँ पहुँचते-पहुँचते ये जलवाष्प से पूर्णत: संतृप्त हो जाती हैं।
  • व्यापारिक पवनों का विश्व के मौसम पर भी व्यापक प्रभाव पड़ता है।

स्वभावगत इन हवाओ की विशेषताएं एवं उनके प्रभाव विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, विश्व की कुछ प्रमुख स्थानीय हवाये निम्नलिखित है:-

विश्व की प्रमुख स्थानीय पवनों की सूची

स्थानीय पवनों के नाम प्रकृति स्थान का नाम
लू गर्म एवं शुष्क उत्तरी भारत -पाकिस्तान
हबूब गर्म सूडान
चिनूक गर्म एवं शुष्क रॉकी पर्वत
मिस्ट्रल ठंडी स्पेन -फ़्रांस
हरमट्टन गर्म एवं शुष्क पश्चिम अफ्रीका
सिरोको गर्म एवं शुष्क सहारा मरुस्थल
सिमुन गर्म एवं शुष्क अरब मरुस्थल
बोरा ठंडी एवं शुष्क इटली एवं हंगरी
बिल्जर्ड ठंडी टुंड्रा प्रदेश
लेवेंतर ठंडी स्पेन
ब्रिक फील्डर गर्म एवं शुष्क आस्ट्रेलिया
फ्राईजेम ठंडी ब्राज़ील
पापागयो ठंडी  एवं शुष्क मैक्सिको
ख़मसिन गर्म एवं शुष्क मिश्र
सोलानो गर्म एवं आर्द्रतायुक्त सहारा
पुनाज़ ठंडी  एवं शुष्क इंडीज़ पर्वत
पुर्गा ठंडी साइबेरिया
नौर्वेस्टर गर्म न्यूजीलैंड
सांता एना गर्म एवं शुष्क कैलिफोर्निया
शामल गर्म एवं शुष्क इराक, ईरान
जोंडा गर्म एवं शुष्क अर्जेंटीना
पैम्पेरो ठंडी पम्पास मैदान

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व्यास सम्मान से सम्मानित व्यक्तियों के नाम एवं वर्ष (1991 से अब तक)

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व्यास सम्मान के बारे में जानकारी: (Vyas Samman Information in Hindi)

व्यास सम्मान किसे कहते है?

व्यास सम्मान भारतीय साहित्य में किये गये योगदान के लिए दिया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद दूसरा सबसे बड़ा साहित्य सम्मान है। इस पुरस्कार को 1991 में के. के. बिड़ला फाउंडेशन ने प्रारंभ किया था। पहला व्यास सम्मान वर्ष 1991 में रामविलास शर्मा की कृति ‘भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिन्दी’ के लिए दिया गया था।

Quick Info About Vyas Samman in Hindi

पुरस्कार का वर्ग साहित्य
स्थापना वर्ष 1991
पुरस्कार राशि 3.50 लाख रुपये
प्रथम विजेता रामविलास शर्मा (1991)
आखिरी विजेता ममता कालिया (2017)
विवरण ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद भारत में दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा साहित्य सम्मान

व्यास सम्मान 2017:

हिन्दी भाषा की मशहूर साहित्यकार ममता कालिया को उनके उपन्यास दुक्खम – सुक्खम के लिए 08 दिसम्बर 2017 को 27वें व्यास सम्मान 2017 के लिए चुना गया है। उनका यह उपन्यास वर्ष 2009 में प्रकाशित हुआ था। हिन्दी के मशहूर लेखक सुरेंद्र वर्मा को वर्ष 2010 में उनके प्रकाशित उपन्यास “काटना शमी का वृक्ष: पद्मपखुरी की धार से” के लिए वर्ष 2016 के व्यास सम्मान से सम्मानित किया गया था।

व्यास सम्मान में दी जाने वाली पुरस्कार राशि:

के. के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा व्यास सम्मान के तहत साढे तीन लाख रुपये नकद, एक प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता हैं।

व्यास सम्मान की विशेषताएं और महत्वपूर्ण तथ्य:

  • यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष पिछले 10 वर्षों के भीतर प्रकाशित हिन्दी की कोई भी साहित्यिक कृति को दिया जाता है।
  • समिति की राय में यदि किसी वर्ष कोई भी कृति व्यास सम्मान के लिए अपेक्षित स्तर की न हो तो उस वर्ष पुरस्कार न देने का भी प्रावधान है।
  • व्यास सम्मान के नियमों के अनुसार कृति साहित्य की किसी विधा में हो सकती है। सृजनात्मक साहित्य के अतिरिक्त अन्य विधाओं जैसे- आत्मकथा, ललित निबंध, समीक्षा व आलोचना, साहित्य और भाषा का इतिहास आदि पुस्तकों पर भी विचार किया जाता है।
  • व्यास सम्मान की विशिष्टता यह है कि इसे साहित्यकार को केंद्र में न रखकर साहित्यिक कृति को दिया जाता है।
  • सम्मान मरणोपरांत नहीं दिया जाता, लेकिन चयन समिति में विचार-विमर्श आरम्भ हो जाने के बाद यदि प्रस्तावित कृति के लेखक की मृत्यु होने पर कृति पर विचार किया जा सकता है।
  • भविष्य में सम्मानित लेखक की किसी अन्य कृति पर विचार नहीं किया जाता है।

वर्ष 1991 से अब तक व्यास सम्मान विजेताओं की सूची:

वर्ष साहित्यकार का नाम कृति/उपन्यास/काव्य
2017 ममता कालिया ‘दुक्खम – सुक्खम (उपन्यास)
2016 सुरेंद्र वर्मा काटना शमी का वृक्ष: पद्मपखुरी की धार से (उपन्यास)
2015 डॉ. सुनीता जैन क्षमा (काव्य संग्रह)
2014 कमल किशोर गोयनका प्रेमचंद की कहानियों का काल-क्रमानुसार अध्ययन
2013 विश्वनाथ त्रिपाठी व्योमकेश दरवेश (संस्मरण)
2012 नरेन्द्र कोहली न भूतो न भविष्यति (उपन्यास)
2011 रामदरश मिश्र आम के पत्ते (काव्य संग्रह)
2010 विश्वनाथ प्रसाद तिवारी फिर भी कुछ रह जायेंगे
2009 अमरकांत इन्हीं हथियारों से
2008 मन्नू भंडारी एक कहानी यह भी (आत्मकथा)
2007
2006 परमानंद श्रीवास्तव कविता का अर्थात
2005 चंद्रकांता कथा सतिसार (उपन्यास)
2004 मृदुला गर्ग कठगुलाब (उपन्यास)
2003 चित्रा मुद्गल आवां (उपन्यास)
2002 कैलाश वाजपेयी पृथ्वी का कृष्णपक्ष (प्रबंध काव्य)
2001 रमेश चंद्र शाह आलोचना का पक्ष
2000 गिरिराज किशोर पहला गिरमिटिया (उपन्यास)
1999 श्रीलाल शुक्ल बिसरामपुर का संत (उपन्यास)
1998 गोविन्द मिश्र पाँच आँगनों वाला घर (उपन्यास)
1997 केदारनाथ सिंह उत्तर कबीर तथा अन्य कविताएँ
1996 प्रो. राम स्वरूप चतुर्वेदी हिन्दी साहित्य और संवेदना का विकास
1995 कुँवर नारायण कोई दूसरा नहीं (काव्य संग्रह)
1994 धर्मवीर भारती सपना अभी भी (काव्य संग्रह)
1993 गिरिजाकुमार माथुर मैं वक़्त के हूँ सामने (काव्य संग्रह)
1992 डॉ. शिव प्रसाद सिंह नीला चाँद (उपन्यास)
1991 रामविलास शर्मा भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिन्दी

नोट: वर्ष 2007 में किसी कृति को व्यास सम्मान से सम्मानित नहीं किया गया।

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विश्व के प्रमुख जन्तु, उनके बच्चों के नाम और उनकी आवाजें

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विश्व के प्रमुख जन्तु, उनके बच्चों के नाम और उनकी आवाजें: (Name of Animals their Children’s names and their Voices in Hindi)

हिंदी भाषा में पशुओं की आवाज के लिए कुछ विशिष्ट शब्द जैसे: रेंकना, भिनभिनाना, चहचहाना। ‘रेंकना’ कहते ही गधे की आवाज़ का, ‘भिनभिनाना’ में मक्खियों की आवाज़ का तथा ‘चहचहाना’ से पक्षियों के कलरव का बोध होता है। इसी तरह अंग्रेजी में भी पशुओ की आवाज़ो के अलग अलग शब्द है।

जंतुओं और उनके बच्चों के नाम की सूची:

जन्तु का नाम जंतुओं के बच्चों का नाम
भालू पशुशावक
चिड़िया हैचलिंग, लड़की (चूज़ा)
भैंस बछड़ा (बछड़ा)
तितली प्यूपा, कमला
ऊँट बछड़ा
बिल्ली बिल्ली का बच्चा (बिलौटा, बिल्ली का बच्चा)
गाय बछड़ा
हिरण फौन (हिरण का बच्चा)
कुत्ता पिल्ला
गधा बछेड़ा
बतख बत्तख़ का बच्चा
हाथी गाय का बच्चा
मेंढक मेढक का डिंभकीट
बकरी बच्चा
घोड़ा बछेड़ा, बछेड़ा (पुरुष), बछेड़ी (महिला)
कंगारू कंगारू का बच्चा
बंदर बंदर का बच्चा
सिंह पशुशावक
भेड़ भेड़ का बच्चा (मेमना)
शेर पशुशावक

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जंतुओं के नाम और उनकी आवाजें:

जन्तु का नाम जंतुओं की आवाजें अंग्रेजी में जंतुओं की आवाजें हिन्दी में
गधे Asses bray गधे रेंकते है (ढ़ीचूँ-ढींचू करते है)।
भालू Bears growl भालू घरघराते है।
मक्खियां Bees hum मक्खियां भिनभिनाती है।
पक्षी Birds chirp पक्षी चहचहाते है।
ऊंट Camels grunt ऊंट गुड़गुड़ाते है।
बिल्लियां Cats mew बिल्लियां म्याऊं -म्याऊं करती है।
जानवर Cattle low जानवर रंभाते है।
मुर्गे Cocks crow मुर्गे कुक्कड़ूं करते है।
कौए Crows caw कौए कांय-कांय करते है।
कुत्ते Dogs bark कुत्ते भौंकते है।
फाख्ता Doves coo फाख्ता कूँ-कूँ करती है।
बत्तख Ducks quack बत्तख कें- कें करती है।
हाथी Elephants trumpet हाथी चिंघाड़ते है।
मक्खियां Flies buzz मक्खियां भिनभिनाती है।
मेंढक Frogs croak मेंढक टर्राते है।
हंस Geese cackle हंस कुड़कुड़ाते है।
बाज Hawks scream बाज चीखते है।
मुर्गियां Hens cackle मुर्गियां कुड़कुड़ाती है।
घोड़े Horses neigh घोड़े हिनहिनाते है।
गीदड़ Jackals how गीदड़ रोते है।
बिल्ली Kittens mew बिल्ली के बच्चे म्याऊ-म्याऊ करते है।
मेमने Lames bleat मेमने बा-बा करते है।
शेर Lions roar शेर दहाड़ते है।
चूहे Mick squeak चूहे चूं-चूं करते है।
बन्दर Monkeys chatter बन्दर गुर्राते है।
बुलबुलें Nightingales sing बुलबुलें गाती है।
उल्लू Owls hoot उल्लू हू-हू करते है।
बैल Oxen low बैल डकारते है।
तोते Parrots talk तोते टांय-टांय  करते है।
कबूतर Pigeons coo कबूतर गुटरगुं करते है।
सुअर Pigs grunt सुअर घुरघुराते है।
पिल्ले Puppies yelp पिल्ले भूंकते है।
भेड़े Sheep bleat भेड़े मिमियाती है।
साप Snakes hiss साप फुंकारते है।
चिड़िया Sparrows chirp चिड़िया चहचहाती है।
अबाबील Swallows twitter अबाबील चहचहाती है।
बतखें Swank cry बतखें कूजती है।
चीते Tigers roar चीते दहाड़ते है।
गिद्ध Vultures scream गिद्ध चीखते है।
भेड़िये Wolves yell भेड़िये चीखते है।

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भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

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भारत के प्रमुख पड़ोसी देश और राजधानी: (Neighbouring Countries of India, their Capitals and Important Facts in Hindi)

भारत के मुख्य पड़ोसी देश:

भारत दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। भारत की राजधानी नई दिल्ली है। भौगोलिक दृष्टि से भारत विश्व में 7वाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के प्रमुख 10 पड़ोसी देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यांमार (बर्मा) और उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान देश स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं।

यहाँ आपको भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी से सम्बंधित सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी के आधार पर हर परीक्षा में दो या तीन प्रश्न अवश्य पूछे जाते है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससी, एसएससी, आईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है। इस पोस्ट में भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों का वर्णन किया है।

भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों की सूची:

  • पाकिस्तान: पाकिस्तान भारत के पश्चिम में है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद है। 20 करोड़ की आबादी के साथ पाकिस्तान दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी राज्यों से अच्छे संबंध हैं। वे जम्मू-कश्मीर को हड़पना चाहते हैं। उन्होंने भारत की उत्तर-पश्चिमी सीमाओं पर अघोषित युद्ध छेड़ रखा है। पाकिस्तान और भारत के बीच 4 बार युद्ध भी हुआ है, 1947, 1965, 1971, 1999 में। पाकिस्तान भारत के विभाजन का परिणाम है। पाकिस्तान का जन्म 14 अगस्त 1947 को हुआ था।
  • अफगानिस्तान: अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक गणराज्य दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है, जो चारो ओर से जमीन से घिरा हुआ है। अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान, कज़ाकस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है।
  • श्री लंका: भारत से लगभग 80 किलोमीटर दूर, हिन्द महासागर में बसा श्री लंका एक द्वीप है। श्रीलंका की राजधानी कोलम्बों है। सन् 1972 तक इसे सीलोन नाम से जाना जाता था। श्रीलंका 04 फरवरी 1948 को स्वतंत्र हुआ था। यहां पर शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा है और 90 प्रतिशत लोग शिक्षित हैं। यहां का प्रमुख धर्म बौद्ध है। श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण बन्दरगाह है।
  • बांग्लादेश: बांग्लादेश हमारा एक और पड़ोसी देश है। यह पहले पूर्वी पाकिस्तान कहलाता था। बांग्लादेश की राजधानी ढाका है। लेकिन 16 दिसम्बर, 1971 को यह स्वतंत्र देश बन गया और बांगलादेश कहलाने लगा। इसके एक ओर म्यांमार है, तो तीन तरफ भारत के कई प्रदेश। बांग्लादेश की प्रमुख भाषा बंगाली है और प्रमुख धर्म इस्लाम है। शेख मुजीब स्वतंत्र बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने परन्तु कुछ समय पश्चात् उनकी एक षड्‌यंत्र में हत्या कर दी गई। कविगुरु रविन्द्रनाथ ठाकुर के बोल ”अमार सोनार बांग्ला” बांग्लादेश का राष्ट्रगीत हैबांग्लादेश विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम राष्ट्र हैं।

  • म्यांमार (बर्मा): भारत के पूर्व में म्यांमार (बर्मा) देश है। म्यांमार की राजधानी नैप्यीदा है। यहां बरमी भाषा बोली जाती है और बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म है । 04 फरवरी 1948 को यह अंग्रेजी दासता से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। म्यांमार में धान का उत्पादन बहुत अधिक होता है। यह देश आर्थिक दृष्टि से बहुत पिछड़ा हुआ माना जाता हैं।
  • मालदीव: मालदीव गणराज्य, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जिसका फेलाव भारत के लक्षद्वीप टापू की उत्तर-दक्षिण दिशा में है। यह लक्षद्वीप सागर में स्थित है। मालदीव की राजधानी माले है , जिसकी आबादी 103,693 (2006) है।मालदीव जनसंख्या और क्षेत्र, दोनों ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है।
  • भूटान: भूटान हमारा एक और पड़ोसी देश है। पूर्वी हिमालय में स्थित भूटान एक छोटा-सा देश है। भूटान की राजधानी थिम्पू है। भूटान के उत्तर में चीन और दक्षिण में भारत है। ऊँचे पर्वतों में स्थित यहां की भूमि बड़ी उपजाऊ है और यहां घने वन हैं। भूटान का प्रमुख धर्म बौद्धधर्म है। भूटान के राजा जिग्में सिंगे वांगचुक हैं। आर्थिक दृष्टि से भूटान एक गरीब और पिछड़ा हुआ देश है। यहां मुख्यत: धान की खेती होती हैं ।
  • नेपाल: नेपाल भी भारत का एक पड़ोसी देश है। यह देश भी हिमालय में स्थिति एक पिछड़ा हुआ राज्य है। नेपाल की राजधानी काठमाण्डू है और प्रमुख भाषा नेपाली है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल प्रतिशत आधार पर विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल का राष्ट्रीय पशु गाय है। विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट नेपाल में ही स्थित है। यह पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण है।
  • इंडोनेशिया: इंडोनेशिया गणराज्य दक्षिण पूर्व एशिया और ओशिनिया में स्थित एक देश है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता है। इंडोनेशिया की जनसंख्या लगभग 23 करोड़ है, यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी और दुनिया में सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है। देश की जमीनी सीमा पापुआ न्यू गिनी, पूर्वी तिमोर और मलेशिया के साथ मिलती है, जबकि अन्य पड़ोसी देशों सिंगापुर, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और भारत का अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र शामिल है।
  • चीन: चीन भारत का सबसे बड़ा पड़ोसी देश है। चीन जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा देश है, परन्तु क्षेत्रफल की दृष्टि से इसका स्थान तीसरा है।  चीन की राजधानी बीजिंग और प्रमुख भाषा मंडारिन (चीनी) है। यह एक गणतंत्र है जहां कस्तुनिस्ट शासन है। भारत की तरह चीन भी एक कृषि प्रधान देश है। धान, चाय, तम्बाकू, चीनी आदि यहां के प्रमुख उत्पाद हैं। चीन एक शक्तिशाली और विकासशील देश है।

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मानव शरीर के अंग तंत्रो के नाम, कार्य एवं महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

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शरीर के अंग तंत्रो के नाम, कार्य एवं महत्‍वपूर्ण तथ्य: (Systems of Human Body and Important Facts in Hindi)

शरीर के तंत्र:

विभिन्न प्रकार के ऊतक मिलकर शरीर के विभिन्न अंगों का निर्माण करते हैं। इसी प्रकार, एक प्रकार के कार्य करनेवाले विभिन्न अंग मिलकर एक अंग तंत्र का निर्माण करते हैं। कई अंग तंत्र मिलकर जीव (जैसे, मानव शरीर) की रचना करते हैं।

मानव शरीर के विभिन्न तंत्र:

मानव शरीर का निर्माण निम्नलिखित तंत्रों द्वारा होता है :

  • कंकाल तंत्र।
  • संधि तंत्र।
  • पेशीय तंत्र।
  • रुधिर परिसंचरण तंत्र।
  • आशय तंत्र :
  • (क) श्वसन तंत्र।
  • (ख) पाचन तंत्र।
  • (ग) मूत्र एवं जनन तंत्र।
  • तंत्रिका तंत्र।
  • ज्ञानेन्द्रिय तंत्र।

इन अंगों के अलग अलग कार्य होते हैं लेकिन ये एक दूसरे से अलग होकर स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर सकते हैं| ये मानव शरीर में एक दूसरे से संपर्क में रहते हैं और अपने काम जैसे शरीर में हार्मोन्स के उत्पादन को विनियमित करने, शरीर की रक्षा और गतिशीलता प्रदान करने, शरीर के तापमान को नियंत्रित करने आदि के लिए एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं।

शरीर के अंगों को उनकी क्रियाओं के अनुसार कुछ प्रमुख तंत्रों में निम्नलिखित प्रकार से विभाजित किया गया है:-

  1. पाचन तंत्र: पाचन तंत्र में मुख, ग्रासनली, आमाशय, पक्वाशय, यकृत, छोटी आँत, बड़ी आँत इत्यादि होते हैं। पाचन तंत्र में भोजन के पचने की क्रिया होती है। भोजन में हम मुख्य  रूप से प्रोटीन, कार्बोहाइ़ड़्रेट और वसा लेते हैं। इनका पाचन पाचन तंत्र में उपस्थिति एन्जाइम व अम्ल के द्वारा होता है।
  2. श्वसन तंत्र: श्वसन तंत्र में नासा कोटर कंठ, श्वासनली, श्वसनी, फेंफड़े आते हैं। सांस के माध्यम से शरीर के प्रत्येक भाग में ऑक्सीजन पहुँचता है तथा कार्बन डाईऑक्साइड बाहर निकलती है। रक्त श्वसन तंत्र में में सहायता करता है। शिराएं अशुद्ध रक्त का वहन करती हैं और धमनी शुद्ध रक्त विभिन्न अंगों में पहुँचाती है।
  3. उत्सर्जन तंत्र: उत्सर्जन तंत्र में मलाशय, फुफ्फुस, यकृत, त्वचा तथा वृक्क होते हैं। शारीरिक क्रिया में उत्पन्न उत्कृष्टï पदार्थ और आहार का बिना पचा हुआ भाग उत्सर्जन तंत्र द्वारा शरीर के बाहर निकलते रहते हैं। मानव शरीर में जो पथरी बनती है वह सामान्यत: कैल्शियम ऑक्सलेट से बनती है। फुफ्फुस द्वारा हानिकारक गैसें निकलती हैं। त्वचा के द्वारा पसीने की ग्रंथियों से पानी तथा लवणों का विसर्जन होता है। किडनी में मूत्र का निर्माण होता है।
  4. परिसंचरण तंत्र: शरीर के विभिन्न भागों में रक्त का विनिमय परिसंचरण तंत्र के द्वारा होता है। रक्त परिसंचरण तंत्र में हृदय, रक्तवाहिनियां नलियां, धमनी, शिराएँ, केशिकाएँ  आदि सम्मिलित हैं। हृदय में रक्त का शुद्धीकरण होता है। हृदय की धड़कन से रक्त का संचरण होता है। रक्त संचरण की खोज सन 628 में विलियम हार्वे ने किया था। सामान्य व्यक्ति में एक मिनट में 72 बार हृदय में धकडऩ होती है।
  5. अंत:स्रावी तंत्र: शरीर के विभिन्न भागों में उपस्थित नलिका विहीन ग्रंथियों को अंत:स्रावी तंत्र कहते हैं। इनमें हार्मोन बनते हैं और शरीर की सभी रासायनिक क्रियाओं का नियंत्रण इन्हीं हार्मोनों द्वारा होता है। उदाहरण- अवटु ग्रंथि, अग्न्याशय (Pancreas), पीयूष ग्रंथि,  अधिवृक्क इत्यादि। पीयूष ग्रन्थि को मास्टर ग्रन्थि भी कहते हैं। यह परावटु ग्रंथि को छोड़कर अन्य ग्रंथियों को नियंत्रित करती है।
  6. कंकाल तंत्र: मानव शरीर कुल 206 हड्डिïयों से मिलकर बना है। हड्डिïयों से बने ढांचे को कंकाल-तंत्र कहते हैं। हड्डिïयां आपस में संधियों से जुड़ी रहती हैं। सिर की हड़्डी को को कपाल गुहा कहते हैं।
  7. लसीका तंत्र: लसीका ग्रंथियाँ विषैले तथा हानिकारक पदार्थों को नष्टï कर देती हैं और शुद्ध रक्त में मिलने से रोकती हैं। लसीका तंत्र छोटी-छोटी पतली वाहिकाओं का जाल होता है। लिम्फोसाइट्स ग्रंथियां विषैले तथा हानिकारक पदार्र्थों को नष्ट कर देती हैं और शुद्ध रक्त को मिलने से रोकती है।
  8. त्वचीय तंत्र: शरीर की रक्षा के लिए सम्पूर्ण शरीर त्वचा से ढंका रहता है। त्वचा का बाहरी भाग स्तरित उपकला के कड़े स्तरों से बना होता है। बाह्म संवेदनाओं को अनुभव करने के लिए तंत्रिका के स्पर्शकण होते हैं।
  9. पेशी तंत्र: पेशियाँ त्वचा के नीचे होती हैं। सम्पूर्ण मानव शरीर में 500 से अधिक पेशियाँ होती हैं। ये दो प्रकार की होती हैं। ऐच्छिक पेशियाँ मनुष्य के इच्छानुसार संकुचित हो जाती हैं। अनैच्छिक पेशियों का संकुचन मनुष्य की इच्छा द्वारा नियंत्रित नहीं होता है।
  10. तंत्रिका तंत्र: तंत्रिका तंत्र विभिन्न अंगों एवं सम्पूर्ण जीव की क्रियाओं का नियंत्रण करता है। पेशी संकुचन, ग्रंथि स्राव, हृदय कार्य, उपापचय तथा जीव में निरंतर घटने वाली अनेक क्रियाओं का नियंत्रण तंत्रिका तंत्र करता है। इसमें मस्तिष्क, मेरू रज्जु और तंत्रिकाएँ आती हैं।
  11. प्रजनन तंत्र: सभी जीवों में अपने ही जैसी संतान उत्पन्न करने का गुण होता है। पुरुष और स्त्री का प्रजनन तंत्र भिन्न-भिन्न अंगों से मिलकर बना होता है।
  12. विशिष्ट ज्ञानेन्द्रिय तंत्र: देखने के लिए आँखें, सुनने के लिए कान, सूँघने के लिए नाक, स्वाद के लिए जीभ तथा संवेदना के लिए त्वचा ज्ञानेन्द्रियों का काम करती हैं। इनका सम्बंध मस्तिष्क से बना रहता है।

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और जानिये : मानव शरीर के अंग तंत्रो के नाम, कार्य एवं महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

भारत के उच्च न्यायालयों के नाम, स्थापना वर्ष और उनके स्थान की सूची

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भारतीय उच्च न्यायालयों के नाम, स्थापना और स्थान: (High Courts of India in Hindi)

भारतीय उच्च न्यायालय भारत के उच्च न्यायालय हैं। भारत में कुल 24 उच्च न्यायालय है जिनका अधिकार क्षेत्र कोई राज्य विशेष या राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के एक समूह होता हैं। उदाहरण के लिए, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, पंजाब और हरियाणा राज्यों के साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को भी अपने अधिकार क्षेत्र में रखता हैं।

उच्च न्यायालय भारतीय संविधान के अनुच्छेद 214, अध्याय 5 भाग 6 के अंतर्गत स्थापित किए गए हैं। न्यायिक प्रणाली के भाग के रूप में, उच्च न्यायालय राज्य विधायिकाओं और अधिकारी के संस्था से स्वतंत्र हैं।

भारत के उच्च न्यायालयों की सूची:

न्यायालय का नाम स्थापना की तिथि न्यायक्षेत्र स्थान
इलाहाबाद उच्च न्यायालय 11 जून 1866 उत्तर प्रदेश इलाहाबाद
आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय 08 जुलाई 1954 आंध्र प्रदेश हैदराबाद
मुंबई उच्च न्यायालय 14 अगस्त 1862 गोवा, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, महाराष्ट्र मुंबई
कलकत्ता उच्च न्यायालय 02 जुलाई 1862 अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल कलकत्ता
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय 01 नवम्बर 2000 छत्तीसगढ बिलासपुर
दिल्ली उच्च न्यायालय 31 अक्टूबर 1966 राष्ट्रीय राजधानी प्रदेश (दिल्ली) नई दिल्ली
गुवाहाटी उच्च न्यायालय 01 मार्च 1948 अरुणाचल प्रदेश, असम, मिजोरम, नगालैंड गुवाहाटी
गुजरात उच्च न्यायालय 01 मई 1960 गुजरात अहमदाबाद
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय 1971 हिमाचल प्रदेश शिमला
जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय 28 अगस्त 1943 जम्मू और कश्मीर श्रीनगर और जम्मू
झारखण्ड उच्च न्यायालय 15 नवम्बर 2000 झारखंड रांची
कर्नाटक उच्च न्यायालय 1884 कर्नाटक बंगलुरु
केरल उच्च न्यायालय 1956 केरल, लक्षद्वीप कोच्चि
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय 02 जनवरी 1936 मध्य प्रदेश जबलपुर
चेन्नई उच्च न्यायालय 15 अगस्त 1862 पुडुचेरी, तमिलनाडु चेन्नई
उड़ीसा उच्च न्यायालय 03 अप्रैल 1948 ओडिशा कटक
पटना उच्च न्यायालय 02 सितम्बर 1916 बिहार पटना
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय 15 अगस्त 1947 पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ चंडीगढ़
राजस्थान उच्च न्यायालय 21 जून 1949 राजस्थान जोधपुर
सिक्किम उच्च न्यायालय 16 मई 1975 सिक्किम गंगटोक
उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय 09 नवंबर 2000 उत्तराखण्ड नैनीताल
मणिपुर उच्च न्यायालय 25 मार्च 2013 मणिपुर इम्फाल
मेघालय उच्च न्यायालय 23 मार्च 2013 मेघालय शिलांग
त्रिपुरा उच्च न्यायालय 26 मार्च 2013 त्रिपुरा इटानगर

उच्च न्यायालय का गठन कैसे होता है?
प्रत्येक उच्च न्यायालय का गठन एक मुख्य न्यायाधीश तथा ऐसे अन्य न्यायाधीशों को मिलाकर किया जाता है, जिन्हें राष्ट्रपति समय-समय पर नियुक्त करे। इस प्रकार भिन्न-भिन्न उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की संख्या भी भिन्न है।

उच्च न्यायालय न्यायाधीशों की योग्यता
अनुच्छेद 217 के अनुसार कोई व्यक्ति किसी उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त होने के योग्य तब होगा, जब वह–

  • भारत का नागरिक हो और 62 वर्ष की आयु पूरी न की हो।
  • कम से कम 10 वर्ष तक न्यायिक पद धारण कर चुका हो। न्यायिक पद धारण करने की अवधि की गणना करने में वह अवधि भी सम्मिलित की जाएगी, जिसके दौरान कोई व्यक्ति पद धारण करने के पश्चात किसी उच्च न्यायालय का अधिवक्ता रहा है या उसने किसी अधिकरण के सदस्य का पद धारण किया है या संघ अथवा राज्य के अधीन कोई ऐसा पद धारण किया है, जिसके लिए विधि का विशेष ज्ञान अपेक्षित है।
  • किसी उच्च न्यायालय में एक या से अधिक उच्च न्यायालयों में लगातार 10 वर्ष तक अधिवक्ता रहा हो। किसी उच्च न्यायालय का अधिवक्ता रहने की अवधि की गणना करते समय वह अवधि भी सम्मिलित की जाएगी, जिसके दौरान किसी व्यक्ति ने अधिवक्ता होने के पश्चात न्यायिक पद धारण किया है या किसी अधिकरण के सदस्य का पद धारण किया है या संघ अथवा राज्य के अधीन कोई ऐसा पद धारण किया है, जिसके लिए विधि का विशेष ज्ञान अपेक्षित है।

उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति कैसे होती है?
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश से, उस राज्य के राज्यपाल से तथा सम्बन्धित उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से परामर्श करके की जाती है। इस सम्बन्ध में यह प्रक्रिया अपनाई जाती है कि उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश राज्य के राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजता है और राज्यपाल उस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री से परामर्श करके उसे प्रधानमंत्री के माध्यम से राष्ट्रपति के पास भेजता है। राष्ट्रपति उस प्रस्ताव पर भारत के मुख्य न्यायाधीश से परामर्श करके न्यायाधीश की नियुक्ति करता है।

उच्च न्यायालय के न्यायाधीश शपथ कौन दिलाता है?
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को उस राज्य, जिसमें उच्च न्यायालय स्थित है, का राज्यपाल उसके पद की शपथ दिलाता है।

भारतीय उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की पदावधि
उच्च न्यायालय का न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु पूरी करने तक अपना पद धारण कर सकता है। परन्तु वह किसी समय राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र दे सकता है। यदि त्यागपत्र में उस तिथि का उल्लेख किया गया है, जिस तिथि से त्यागपत्र लागू होगा, तो न्यायाधीश किसी भी समय अपना त्यागपत्र वापस ले सकता है। उदाहरणार्थ–

  • इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सतीश चन्द्र ने मई, 1977 में दिये अपने त्यागपत्र में लिखा था कि उनका त्यागपत्र 01 अगस्त, 1977 से लागू माना जाए, लेकिन वे 31 जुलाई, 1977 से पहले अपना त्यागपत्र वापस ले लिये थे। इसके विरुद्ध विवाद होने पर उच्चतम न्यायालय ने 4:1 के बहुमत से निर्णय दिया कि त्यागपत्र लागू होने के पूर्व वापस लिया जा सकता है।
  • इसके अतिरिक्त न्यायाधीश को साबित कदाचार तथा असमर्थता के आधार पर संसद द्वारा दो तिहाई बहुमत से पारित महाभियोग प्रस्ताव के द्वारा राष्ट्रपति द्वारा उसके पद से हटाया जा सकता है।

इन्हें भी पढे: भारत के कैबिनेट मंत्रियों के नाम और उनके विभाग

और जानिये : भारत के उच्च न्यायालयों के नाम, स्थापना वर्ष और उनके स्थान की सूची

भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं की सूची

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भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं की सूची: (List of Major Indian River Valley Projects in Hindi)

नदी घाटी परियोजना किसे कहते हैं?

नदियों की घाटियो पर बडे-बडे बाँध बनाकर ऊर्जा, सिंचाई, पर्यटन स्थलों की सुविधाएं प्राप्त की जातीं हैं। इसीलिए इन्हें बहूद्देशीय नदी घाटी परियोजना कहते हैं। नदी घाटी योजना का प्राथमिक उद्देश्य होता है किसी नदीघाटी के अंतर्गत जल और थल का मानवहितार्थ पूर्ण उपयोग। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने बहु-उद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं को ‘आधुनिक भारत का मंदिर’ कहा था।

नदी घाटी परियोजनाओं के लाभ:

भारत में बहु-उद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं के प्रमुख लाभ निम्नलिखित है:

  • बाढ़ों की रोकथाम।
  • नदियों द्वारा जलमार्ग की सुविधा पर्याप्त कराना।
  • बड़े बाँधों का निर्माण तथा उनके द्वारा बिजली का उत्पादन।
  • बाँधों द्वारा सिंचित जल से भूसिंचन के साधन उपलब्ध करना।
  • पानी के नियंत्रण से भूमि के कटाव को रोकना तथा भूमि संरक्षण के निमित्त विविध प्रकार के स्थलीय कार्य करना।
  • वनसंक्षरण तथा वन और कृषि की भूमि का यथानुकूल विभाजन तथा नियंत्रण, मत्स्य उत्पादन तथा उसके वितरण का प्रबंध।
  • पशु और पक्षियों की देखरेख तथा उनकी वृद्धि का आयोजन।
  • घाटी के क्षेत्र में मलेरिया आदि अन्य बीमारियों आदि अन्य बीमारियों की रोकथाम।
  • कृषि उत्पादन की खपत तथा वितरण का आयोजन।
  • यातायात का प्रबंध।
  • पुन: बिजली द्वारा संचालित उद्योगों का आयोजन।
  • उद्योगों द्वारा बढ़ती समस्याओं का सामयिक समाधान।
  • नदियों की स्वच्छता पर नियंत्रण तथा मानव जीवन से संबंधित बहुत सी अन्य बातों का आयोजन।
  • प्रबंध एवं संपूर्ण नियंत्रण।
  • सिंचाई का प्रबंध।
  • पर्यावरण की रक्षा।
  • भू-संरक्षण और मत्स्य पालन का विकास।

इन्हें भी पढे: नदियों के किनारे बसे भारत के प्रमुख नगर

भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं की सूची:

परियोजना का नाम नदी लाभान्वित राज्य
भाखड़ा नांगल परियोजना सतलुज नदी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान
व्यास परियोजना व्यास नदी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश
दामोदर परियोजना दामोदर नदी झारखंड, वेस्ट बंगाल
हीराकुंड बांध परियोजना महानदी ओडिशा
चंबल परियोजना चंबल नदी राजस्थान, मध्य प्रदेश
तुंगभद्रा परियोजना तुंगभद्रा नदी आंध्र प्रदेश, कर्नाटक
मयूराक्षी परियोजना मयूराक्षी नदी वेस्ट बंगाल
नागार्जुन सागर परियोजना कृष्णा नदी आंध्र प्रदेश
कोसी परियोजना कोसी नदी बिहार और नेपाल
गण्डक नदी परियोजना गण्डक नदी बिहार और नेपाल
फरक्का परियोजना गंगा, भागीरथी पश्चिम बंगाल
काकड़ापारा परियोजना ताप्ती नदी गुजरात
तवा परियोजना तवा नदी मध्य प्रदेश
नागपुर शक्तिगृह परियोजना कोरडी नदी महाराष्ट्र
इंदिरा गांधी नहर परियोजना सतलुज नदी राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा
उकाई परियोजना ताप्ती नदी गुजरात
पोचाम्पाद परियोजना गोदावरी नदी कर्नाटक
मालप्रभा परियोजना मालप्रभा नदी कर्नाटक
महानदी डेल्टा परियोजना महानदी ओडिशा
रिहंद परियोजना रिहंद नदी उत्तर प्रदेश
कुंडा परियोजना कुंडा नदी तमिलनाडु
दुर्गा वैराज परियोजना दामोदर नदी वेस्ट बंगाल, झारखंड
इडुक्की परियोजना पेरियार नदी केरल
टिहरी बांध परियोजना भागीरथी नदी उत्तराखंड
माताटीला परियोजना बेतवा नदी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश
कोयना परियोजना कोयना नदी महाराष्ट्र
रामगंगा परियोजना रामगंगा नदी उत्तर प्रदेश
ऊपरी कृष्णा परियोजना कृष्णा नदी कर्नाटक
घाटप्रभा परियोजना घाटप्रभा नदी कर्नाटक
भीमा परियोजना पवना नदी महाराष्ट्र
भद्रा परियोजना भद्रा नदी कर्नाटक
जायकवाड़ी परियोजना गोदावरी नदी महाराष्ट्र
रंजीत सागर बांध परियोजना रावी नदी पंजाब
हिडकल परियोजना घटप्रभा नदी कर्नाटक
सतलुज परियोजना चिनाब नदी जम्मू कश्मीर
नाथपा-झाकरी परियोजना सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश
पनामा परियोजना पनामा नदी गुजरात
कोल डैम परियोजना सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश
कांगसावती परियोजना कांगसवाती वेस्ट बंगाल
पराम्बिकुलम अलियार परियोजना 8 छोटी नदियों पर बना है यह बांध तमिलनाडु और केरल
मुचकुंड परियोजना मुचकुंड नदी ओडिशा और आंध्र प्रदेश
गिरना परियोजना गिरना नदी महाराष्ट्र
शारदा परियोजना शारदा नदी, गोमती नदी उत्तर प्रदेश
पूर्णा परियोजना पूर्णा नदी महाराष्ट्र
बार्गी परियोजना बार्गी नदी मध्य प्रदेश
हंसदेव बंगो परियोजना हंसदेव नदी मध्य प्रदेश
दंडकरण्य परियोजना ओडिशा, मध्य प्रदेश
शरावती परियोजना शरावती नदी कर्नाटक
पंचेत बांध दामोदर नदी झारखंड, वेस्ट बंगाल
गंगा सागर  परियोजना चंबल नदी मध्य प्रदेश
बाणसागर परियोजना सोन  नदी बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश
नर्मदा सागर  परियोजना नर्मदा  नदी मध्य प्रदेश, गुजरात
राणा प्रताप सागर परियोजना चंबल नदी राजस्थान
जवाहर सागर परियोजना चंबल नदी राजस्थान
सरहिंद नाहर परियोजना सतलज नदी हरियाणा
तुलबुल परियोजना झेलम नदी जम्मू-कश्मीर
दुलहस्ती  परियोजना चिनाब नदी जम्मू-कश्मीर
तिलैया परियोजना बराकर झारखंड
सरदार सरोवर  परियोजना नर्मदा  नदी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान

और जानिये : भारत की प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं की सूची

वर्ष 2017 में आयोजित सभी टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की सूची

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वर्ष 2017 में आयोजित सभी टेनिस ग्रैंड-स्लैम विजेताओं की सूची: (List of Tennis Grand Slams Winners 2017 in Hindi)

संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयार्क शहर में 10 सितम्बर, 2017 को आयोजित होने वाले वर्ष के आखिरी टेनिस ग्रैंड-स्लैम अमेरिकी ओपन के पुरूष वर्ग के फाइनल में स्पेन के राफेल नडाल ने साउथ अफ्रीका के केविन एंडरसन को 6-3, 6-3, 6-4 से हराकर ख़िताब पर अपना कब्ज़ा जमाया और इसके साथ ही वर्ष का अंतिम ग्रैंड-स्लैम भी समाप्त हो गया। चूँकि अब वर्ष 2017 में आयोजित होने वाले चारों टेनिस ग्रैंड-स्लैम टूर्नामेंट समाप्त हो चुके हैं। अतः विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के साथ-साथ टेनिस में दिलचस्पी रखने वाले खेल प्रेमियों की जानकारी के लिए हम इस अध्याय में वर्ष 2017 में आयोजित चारों ग्रैंड-स्लैम के पुरूष एकल, महिला एकल, पुरूष युगल, महिला युगल एवं मिश्रित युगल वर्ग के विजेताओं के नाम के साथ-2 सभी प्रतियोगिताओं के आयोजन स्थल व तिथि के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

2017 में आयोजित सभी टेनिस ग्रैंड-स्लैम विजेताओं की सूची:

1. ऑस्ट्रेलियन ओपन 2017 के विजेताओं की सूची:

  • आयोजन स्थल: मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया)
  • आयोजन तिथि: 16 जनवरी से 29 जनवरी 2017 तक
  • पुरूष एकल विजेता: रोजर फेडरर (स्विट्जर्लैंड)
  • महिला एकल विजेता: सेरेना विलियम्स (संयुक्त राज्य अमेरिका )
  • पुरूष युगल विजेता: हेनरी कोंटीनेन (फिनर्लैंड) और जॉन पियर्स (ऑस्ट्रेलिया)
  • महिला युगल विजेता: बेथानी माटेक सेंड्स (संयुक्त राज्य अमेरिका) और लूसी सफारोवा (चेक गणराज्य)
  • मिश्रित युगल विजेता: एबीगली स्पीयर्स (संयुक्त राज्य अमेरिका) और जुआन सेबेस्टियन केबल (कोलंबिया)

2. फ्रेंच ओपन 2017 के विजेताओं की सूची:

  • आयोजन स्थल: पेरिस (फ्रांस)
  • आयोजन तिथि: 28 मई से 11 जून 2017 तक
  • पुरूष एकल विजेता: राफेल नडाल (स्पेन)
  • महिला एकल विजेता: येलेना ओस्टेपेंको (लातविया)
  • पुरूष युगल विजेता: रायन हेरिसन (संयुक्त राज्य अमेरिका) और माइकल वीनस (न्यूजीलैंड)
  • महिला युगल विजेता: बेथानी माटेक सेंड्स (संयुक्त राज्य अमेरिका) और लूसी सफारोवा (चेक गणराज्य)
  • मिश्रित युगल विजेता: गेब्रीयला डबरोव्सकी (कनाडा) और रोहन बोपन्ना (भारत)

3. विंबलडन टूर्नामेंट 2017 के विजेताओं की सूची:

  • आयोजन स्थल: लंदन (इंग्लैंड)
  • आयोजन तिथि: 03 जुलाई से 16 जुलाई 2017 तक
  • पुरूष एकल विजेता: रोजर फेडरर (स्विटजरलैंड)
  • महिला एकल विजेता: गेर्बिन मुगुरुजा (स्पेन)
  • पुरूष युगल विजेता: लुकास कुबोट (पोलैंड) और मार्शेलो मेलो (ब्राजील)
  • महिला युगल विजेता: एक्टेरीना मकारोवा (रूस) और एलीना वेसनीना (रूस)
  • मिश्रित युगल विजेता: जैमी मरे (इंग्लैंड) और मार्टिना हिंगिस (स्विटजरलैंड)

4. अमेरिकी (यूएस) ओपन 2017 के विजेताओं की सूची:

  • आयोजन स्थल: न्यूयार्क (संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • आयोजन तिथि: 28 अगस्त से 10 सितम्बर 2017 तक
  • पुरूष एकल विजेता: राफेल नडाल (स्पेन)
  • महिला एकल विजेता: स्लोअन स्टीफंस (संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • पुरूष युगल विजेता: जीन जुलियन रोजर (नीदरलैंड) और होरिया टेकाऊ (रोमानिया)
  • महिला युगल विजेता: चैन युंग जैन (चीनी ताइपे) और मार्टिना हिंगिस (स्विटजरलैंड)
  • मिश्रित युगल विजेता: जैमी मरे (इंग्लैंड) और मार्टिना हिंगिस (स्विटजरलैंड)

और जानिये : वर्ष 2017 में आयोजित सभी टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेताओं की सूची


विटामिन के प्रमुख कार्य, प्रभाव, स्रोत एवं कमी से होने वाले रोगो की सूची

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विटामिन के स्रोत, कार्य, प्रभाव, एवं कमी से होने वाले मुख्य रोग: (Vitamin Deficiency Diseases List in Hindi)

विटामिन किसे कहते है?

विटामिन जटिल कार्बनिक पदार्थ होते हैं तथा शरीर की उपापचयी क्रियाओं में भाग लेते हैं। इन्हें वृद्धिकारक भी कहते हैं। इनकी कमी से अपूर्णता रोग हो जाते हैं। ये कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन तथा गन्धक आदि तत्वों से बने सक्रिय एवं जटिल कार्बनिक यौगिक हैं। ये अल्पांश में हमारे शरीर को स्वस्थ एवं निरोग रखने के लिए आवश्यक होते हैं। इनकी कमी से अनेक रोग हो जाते हैं। इन्हें दो वर्गों में विभक्त किया जाता है:-

  1. जल में घुलनशील विटामिन, जैसे- विटामिन ‘B’, ‘C’।
  2. वसा में घुलनशील विटामिन, जैसे- विटामिन ‘A’, ‘D’, ‘K’ आदि।

विटामिन की खोज किसने की?

विटामिन की खोज एफ.जी. हाफकिन्स ने की थी, परन्तु इसे विटामिन का नाम फुन्क महोदय ने दिया। विटामिन कार्बनिक यौगिक है, जो शरीर के विकास एवं रोगों से रक्षा के लिए आवश्यक है। ये ऊतकों में एन्जाइम का निर्माण करते है। विटामिन “डी” हमारे शरीर में स्वतः बनता है जबकि विटामिन “के” आंत्र में उपस्थित ‘कोलोन’ नामक वैक्टीरिया बनाता है।

 विटामिन की कमी से होने वाले मुख्य रोग:

  • विटामिन ‘A’ की कमी से—रेटीनाल व जीरोफ्थैल्मिया।
  • विटामिन ‘B’ की कमी से—बेरी–बेरी, रक्ताल्पता आदि।
  • विटामिन ‘C’ की कमी से—स्कर्वी।
  • विटामिन ‘D’ की कमी से—रिकेट्स व आटोमैलेशिया।
  • विटामिन ‘E’ की कमी से—प्रजनन शक्ति का कम हो जाना।
  • विटामिन ‘K’ की कमी से—रुधिर का थक्का देर से जमना।

विटामिन, उनके स्रोत, कार्य, प्रभाव एवं कमी से होने वाले मुख्य रोगों की सूची:

क्रम विटामिन का नाम स्रोत का नाम कायिकों पर प्रभाव कमी से होने वाले मुख्य रोग या प्रभाव
वसा में घुलनशील
1 A-रटिनाल दूध, मक्खन, अण्डा, जिगर, मछली का तेल। नेत्र की रोड्स में राडाप्सिन का संश्लेषण एपिथिलियम स्तर में वृद्धि। रंतौधी।
2 D-अगाकल्सोफराल कालोकल्सोफराल मक्खन, जिगर, मछली का तेल, गेंहू, अण्डा में। कैल्शियम व फॉस्फोरस का उपापचय, हड्डियाँ और दाँतों की वृद्धि। सूखा रोग, तथा आस्टियामलसिया
3 E-टाकाफरोल हरी पत्तियाँ, गेहूँ, अण्डे की जर्दी। जननिक एपिथीलियम की वृद्धि, पेशियों की क्रियाशीलता। जनन क्षमता की कमी, पेशियाँ कमज़ोर।
4 K-नफ्थनक्विनान हरी पत्तियाँ, पनीर, अण्डा, जिगर, टमाटर। जिगर में पाथांम्बिन का निर्माण। रक्त का थक्का नहीं जमता।
जल में घुलनशील
(i) विटामिन बी कॉम्पलैक्स
1 B-1 थायमीन अनाज, फलियाँ, यीस्ट, अण्ड, माँस, कार्बोहाइड्रेट एवं वसा उपापचय के लिए ज़रूरी बेरी–बेरी
2 B-2(G) राइबोफ्लेविन पनीर, अण्डा, यीस्ट, हरी पत्तियाँ, गेहूँ, जिगर, माँस। उपापचय व महत्त्वपूर्ण, F AD का घटक। कोलासिस, ग्लासाइटिस तथा साबारिक डमटाइसिस।
3 B-3 पन्टाथोनिक अम्ल यीस्ट, अण्ड, जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली, गन्ना। कटबालिज्म के का एन्जाइम A का घटक। चर्म रोग, वृद्धि कम, बाल सफ़ेद, जनन क्षमता कम।
4 B-5 नायसिन निकाटिनिक अम्ल यीस्ट, माँस, जिगर, मछली, अनाज, दाल, दूध, अण्डा। उपापचय व महत्त्वपूर्ण, NAD घटक। पलागा।
5 B-6 पाइरोडोक्सिन दूध, यीस्ट, माँस, अनाज, जिगर, सब्जी, दाल व फल। प्रोटीन एवं अमीनों अम्ल उपापचय में महत्त्वपूर्ण। रक्ताल्पता, चर्म रोग, पेशीय ऐठन।
6 B-12 सायनाकाबालमीन माँस, मछली, अण्डा जिगर, दूध, बक्टोरिया। वृद्धि रुधिराणुओं का निर्माण। रक्तक्षीणता और धीमी वृद्धि।
7 फालिक अम्ल समूह हरी पत्तियाँ, जिगर, सोयाबीन, यीस्ट, गद। वृद्धि, रुधिराणुओं का निर्माण, DNA का संश्लेषण। रक्तक्षीणता, धीमी वृद्धि।
8 H-बायाटिन यीस्ट, गेहूँ, अण्डा, मूँगफली, चॉकलेट, सब्ज़ी, फल। वसीय अम्लों के संश्लेषण एवं ऊर्जा उत्पादन के लिए ज़रूरी चर्म रोग, बालों का झड़ना, तन्त्रिका तन्त्र में विकार।
(ii) C-एस्कांबिक अम्ल नीबू वंश के फल, टमाटर, सब्जियाँ, आलू व अन्य फल। अन्तराकोशिकीय सोमट, कालजन, तन्तुओं, हड्डियों के मटिक्स, दाँतों के डेन्टोन का निर्माण। स्कर्वी रोग।

इन्हें भी पढे: मानव शरीर में होने वाले विभिन्न रोग एवं उनके लक्षण

और जानिये : विटामिन के प्रमुख कार्य, प्रभाव, स्रोत एवं कमी से होने वाले रोगो की सूची

भारत में प्रथम प्रसिद्ध पुरुषों के नाम और उनकी उपलब्धियॉ (विभिन्न क्षेत्रों में)

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भारत में प्रथम पुरुषों के नाम और उनकी उपलब्धियॉ: (List of First Men/Male Personalities in India in Hindi)

यहां भारत में प्रथम पुरुषों के नाम और उनकी उपलब्धियों की सूची दी गयी है,जिन्होंने भारत में सबसे पहले अपना प्रभुत्व स्थापित किया है। भारतीय पुरुषों ने संसार के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे:- इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, साहित्य, खेल, राजनीति, पुरस्कार और सम्मान तथा मनोरंजन क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।

भारत में प्रथम व्यक्ति के आधार पर हर परीक्षा में कुछ प्रश्न अवश्य पूछे जाते है, इसलिए यह आपकी सभी प्रकार की परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जाने ऐसे ही भारत में प्रथम 97 प्रसिद्ध पुरुषों के नाम और उनकी उपलब्धियों के बारे में:-

विभिन्न क्षेत्रों में भारत में प्रथम पुरुषों (व्यक्तियों) की सूची:

उपलब्धि नाम
एशिया मैराथन चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय टी. गोपी (नवम्बर 2017)
एशियाई रग्बी के अध्यक्ष बनने वाले पहले भारतीय पुरुष आगा हुसैन (नवम्बर 2017)
यूरोपीय रेसिंग चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय महावीर रघुनाथन
भारत के पहले सेनाध्यक्ष कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा
भारत के आखिरी वायसरॉय और स्वतंत्र भारतीय संघ के पहले गवर्नर-जनरल लार्ड लुई माउन्टबेटन
प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
भारत के प्रथम फील्ड मार्शल जनरल एस.एच.एफ. जे. मानेक शा
भारतीय वायु सेना के पहले एयर चीफ मार्शल अर्जुन सिंह
नौसेना के प्रथम अध्यक्ष वाईस एडमिरल आर. डी. कटारी
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद
भारत के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति डा. जाकिर हुसैन
भारत के प्रथम सिख राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह
भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
भारत के प्रथम सिक्ख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू
भारत के प्रथम उप-प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल
भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल
स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद
भारत के प्रथम विशुद्ध गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
भारत के प्रथम ब्रिटिश गवर्नर जनरल ऑफ़ बंगाल वारेन हेस्टिंग्स
भारत के प्रथम अन्तरिक्ष यात्री राकेश शर्मा
भारत के प्रथम आई.सी. एस सत्येन्द्र नाथ टैगोर
इंग्लिश चैनल तैरकर पार करने वाला प्रथम तैराक मिहिर सेन
रेमन मैगसेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय व्यक्ति विनोबा भावे
भारत के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्द्र नाथ टैगोर (गीतांजलि पुस्तक 1913 )
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चन्द्र बनर्जी
भारत के प्रथम लोकसभा अध्यक्ष गणेश वासुदेव मावलंकर
भारत के प्रथम मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन
अन्तराष्ट्रीय न्यायालय के प्रथम भारतीय अध्यक्ष डॉ॰ नगेन्द्र सिँह डूंगरपुर
भारत रत्न प्राप्त करने वाले प्रथम विदेशी व्यक्ति खान अब्दुल गफ्फार खान
भारतीय अन्टार्कटिका अभियान दल के नेता डा. सैयद जहूर कासिम
सर्वोच्च न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश हरिलाल जेकिसुनदास कनिया
‘भारत रत्न’ से सम्मानित प्रथम भारतीय डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ से सम्मानित प्रथम साहित्यकार लाल बहादुर शास्त्री
भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम साहित्यकार गोविन्द शंकर कुरुप (मलयालम भाषा 1965)
हृदय प्रत्यारोपण का सफल आपरेशन करने वाले प्रथम भारतीय चिकित्सक डा. पी. वेणुगोपाल
सफल हृदय प्रत्यारोपण कराने वाला सफल व्यक्ति देवी राम (1994)
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के प्रथम अध्यक्ष न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्र
भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम हिंदी साहित्यकार सुमित्रानंदन पंत  (1968)
विश्व विलियर्डस् ख़िताब जीतने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी विल्सन जोन्स
ग्रैमी पुरस्कार से सम्मानित किये जाने प्रथम भारतीय पंडित रवि शंकर
संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषणकर्ता अटल बिहारी वाजपेयी (1977)
ब्रिटेन के हाउस ऑफ़ कांग्रेस के भारतीय सदस्य दादा भाई नौरोजी (1892)
राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष सर आशुतोष मुखर्जी
माउन्ट एवरेस्ट पर 8 बार चढ़ने वाला पर्वतारोही शेरपा अंगरीता
‘व्यास सम्मान’ से सम्मानित लेखक राम विलास शर्मा
विश्व बैंक के भारतीय प्रबंध निदेशक गौतम काजी
पदम् भूषण से सम्मानित होने वाले पहले खिलाडी सी. के. नायडू
टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले प्रथम भारतीय के.एस.रणजीत सिंह जी
लोकसभा हेतु निर्वाचित प्रथम भारतीय वैज्ञानिक डा. मेघनाद साहा
घनश्याम दास बिड़ला पुरस्कार से पुरस्कृत वैज्ञानिक प्रो. आशीष दत्ता
‘मूर्ति देवी पुरस्कार’ से सम्मानित साहित्यकार सी. के. नागराज राव
ब्रिटेन में उच्चायुक्त बने प्रथम भारतीय व्यक्ति वी. के. कृष्णमेनन
लेनिन शांति पुरस्कार से सम्मानित भारतीय पुरुष डा. सैफुद्दीन किचलू
ब्रिटिश संसद हेतु चुनाव लड़ा भारतीय लाल मोहन घोष
ब्रिटिश कालीन उच्च न्यायालय में न्यायाधीश बना भारतीय राम प्रसाद राम
वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् का भारतीय सदस्य सत्येंद्र प्रसन्नो सिन्हा
वित्त आयोग के प्रथम अध्यक्ष के. सी. नियोगी
अमेरिकी कांग्रेस का सदस्य बननेवाला प्रथम भारतीय व्यक्ति दिलीप सिंह
टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाला प्रथम भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह
टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक ज़माने वाले प्रथम भारतीय खिलाडी वीरेंद्र सहवाग
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय खिलाडी सचिन तेंदुलकर
आईएएफएस हॉल ऑफ़ फेम पुरस्कार हेतु चयनित प्रथम भारतीय यूआर राव
फॉर्मूला 3 चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय ड्राइवर जेहान दारूवाला (03, जुलाई 2017)
भारत के पहले सिख मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर (04 जनवरी 2017)
एकदिवसीय क्रिकेट में 200 छक्के लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी (19 जनबरी 2017)
पहले भारतीय तैराक जिन्होंने सन 1956 में मेलबोर्न में हुए ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया शमशेर खान
मिस्टर वर्ल्ड खिताब जीतने वाले पहले भारतीय रोहित खंडेलवाल
भारतीय क्रिकेट इतिहास में पिंक बॉल से पांच विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज मोहम्मद शमी
वनडे कैरियर की शुरुआत में शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज लोकेश राहुल
मुंबई मेयर्स अंतरराष्ट्रीय ओपन शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय एन. आर. विसाख
प्रथम भारतीय अन्टाकर्टिक अभियान दल के प्रमुख (अध्यक्ष) जेड.ए. कासिम
अमरीकी कांग्रेस का सदस्य बनने वाले पहला भारतीय दिलीप सिंह संड
संविधान सभा के प्रथम अस्थायी अध्यक्ष डा. सच्चिदानंद सिन्हा
परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय व्यक्ति मेजर सोमनाथ शर्मा
एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा (100 स्टंपिंग) करने वाले भारतीय खिलाडी महेंद्र सिंह धोनी (अगस्त 2017)
आस्कर पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय भानु अथैया
विक्टोरिया क्रास पाने वाले प्रथम भारतीय खुदादा खान (स्वतंत्रता पूर्व उच्चतम पुरस्कार)
भारतीय उच्च न्यायालय का प्रथम न्यायाधीश जस्टिस सैय्यद महमूद (1878)
एकल वायु उड़ान भरने वाले प्रथम भारतीय जे. आर. डी. टाटा
प्रथम न्यायाधीष, जिस पर लोकसभा में महाभियोग चलाया गया जस्टिस वी. रामास्वामी (1993)
इंग्लैण्ड का दौरा करने वाला प्रथम भारतीय राजा राममोहन राय (1832)
सबसे कम उम्र में एवरेस्ट पर चढने वाले भारतीय अर्जुन वाजपेयी
डेविस कप में खेलने वाले भारतीय प्रथम भारतीय खिलाड़ी एम. सलीम एवं एस.एम. जेकब
एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले प्रथम भारतीय खिलाडी सचिन तेंदुलकर
ओलम्पिक खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रथम भारतीय अभिनव बिन्द्रा
ओलम्पिक खेलों में बॉक्सिंग में कांस्य पदक जीतने वाले प्रथम भारतीय विजेन्द्र कुमार सिंह
प्रथम ऑस्कर फॉर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड विजेता सत्यजीत रे
प्रथम ऑस्कर विजेता संगीत निर्देशक तथा डबल ऑस्कर विजेता ए. आर. रहमान
प्रथम नोबल पुरस्कार विजेता (चिकित्सा शास्त्र) हरगोविन्द खुराना
प्रथम फ़िल्म निर्माता जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया सत्यजीत रे
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले प्रथम भारतीय प्रकाश पादुकोण
बिना ऑक्सीजन के एवरेस्ट पर पहुंचने वाले प्रथम भारतीय शेरपा अंग दोरजी
पाक स्ट्रेट तैराकी प्रतियोगिता जीतने वाले प्रथम भारतीय वैद्यनाथ
स्टालिन पुरस्कार प्राप्त करने वाला प्रथम भारतीय सैफुद्दीन किचलू
प्रथम चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल महाराज राजेंद्र सिंह जी
भारत रत्न प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय खिलाडी सचिन तेंदुलकर

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विश्व इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब और किसके बीच हुई की सूची

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विश्व इतिहास की प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब और किसके बीच हुई: (List of Important War Treaties in World History in Hindi)

भारत और विश्व इतिहास में समय-समय पर कई युद्ध सन्धियाँ हुई हैं। भारत और विश्व रियासतों में आपस में ही कई इतिहास प्रसिद्ध युद्ध लड़े गए। इन देशी रियासतों की आपसी फूट भी इस हद तक बढ़ चुकी थी, कि अंग्रेज़ों ने उसका पूरा लाभ उठाया। राजपूतों, मराठों और मुसलमानों में भी कई सन्धियाँ हुईं। भारत के इतिहास में अधिकांश सन्धियों का लक्ष्य सिर्फ़ एक ही था, दिल्ली सल्तनत पर हुकूमत। अंग्रेज़ों ने ही अपनी सूझबूझ और चालाकी व कूटनीति से दिल्ली की हुकूमत प्राप्त की थी, हालाँकि उन्हें भारत में अपने पाँव जमाने के लिए काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, फिर भी उन्होंने भारतीयों की आपसी फूट का लाभ उठाते हुए इसे एक लम्बे समय तक ग़ुलाम बनाये रखा। आइये जानते है भारत और विश्व इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियों के नाम, किस-किस के बीच एवं कब हुई के बारे में:-

विश्व इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब हुई की सूची:

सन्धि का नाम किस-किस के बीच हुई कब हुई
अलीनगर की सन्धि बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 09 फरवरी, 1757 ई.
इलाहाबाद की सन्धि रॉबर्ट क्लाइव और बादशाह शाहआलम द्वितीय के बीच 1765 ई.
मसुलीपट्टम की सन्धि 23 फरवरी, 1768 ई.
बनारस की सन्धि प्रथम अवध के नवाब शुजाउद्दौला तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 1773 ई.
बनारस की सन्धि द्वितीय राजा चेतसिंह और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 1775 ई.
सूरत की सन्धि राघोवा (रघुनाथराव) और अंग्रेज़ों के बीच 1775 ई.
पुरन्दर की सन्धि मराठों तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 1776 ई.
बड़गाँव की सन्धि ईस्ट इंडिया कम्पनी की सरकार की ओर से कर्नल करनाक और मराठों के बीच 1779 ई.
सालबाई की सन्धि ईस्ट इण्डिया कम्पनी और महादजी शिन्दे के बीच 1782 ई.
बसई की सन्धि मराठा पेशवा बाजीराव द्वितीय और अंग्रेज़ों के बीच 31 दिसम्बर, 1802 ई.
देवगाँव की सन्धि रघुजी भोंसले और अंग्रेज़ों के बीच 17 दिसम्बर, 1803 ई.
सुर्जी अर्जुनगाँव की सन्धि अंग्रेज़ों और दौलतराव शिन्दे के बीच 1803 ई.
अमृतसर की सन्धि रणजीत सिंह और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 25 अप्रैल, 1809 ई.
पूना की सन्धि पेशवा बाजीराव द्वितीय और अंग्रेज़ों के बीच 1817 ई.
उदयपुर की सन्धि  उदयपुर के राणा और अंग्रेज़ सरकार के बीच 1818 ई.
गंडमक की सन्धि वाइसराय लॉर्ड लिटन और अफ़ग़ानिस्तान के अपदस्थ अमीर शेरअली के पुत्र याक़ूब ख़ाँ के बीच 1879 ई.
सुगौली सन्धि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी और नेपाल के बीच 04 मार्च, 1816 ई.
लाहौर की सन्धि अंग्रेज़ों और सिक्खों के बीच 09 मार्च, 1846 ई.
वर्साय की सन्धि जर्मनी और गठबन्धन देशों (ब्रिटेन, फ्रान्स, अमेरिका, रूस आदि) के बीच 28 जून 1919 ई.

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भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची 2018 उनके नाम और राजनीतिक पार्टी के साथ

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भारत के सभी राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री: (Current Chief Ministers of all Indian States 2018 in Hindi)

भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री:

भारत गणराज्य में उन्तीस राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुद्दुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया को मुख्यमंत्री कहा जाता है। भारतीय संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है। राज्य विधान सभा चुनावों के बाद राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले दल (अथवा गठबंधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है।

गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम 2017:

गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दबदबा देखने को मिला। गुजरात विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 99 सीट, कांग्रेस को 77 सीट और वहीं अन्‍य दलों को 6 सीट पर जीत मिली हैं। वहीं हिमाचल  प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 44 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस को 21 सीट, वहीं अन्‍य दलों के खाते में 3 सीट गई हैं।

भाजपा केंद्रीय पर्यवेक्षक टीम ने विजय रूपानी को गुजरात का अगला मुख्यमंत्री और नितिन पटेल को उपमुख्यमंत्री चुना है और उन्होंने 26 दिसम्बर को शपथ ग्रहण की। वही जयराम ठाकुर को हिमाचल प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुना गया है और वह उन्होंने 27 दिसम्बर को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है। आइये जानते है इन बदलावों के बाद कौन-सा व्यक्ति किस राज्य में वर्तमान मुख्यमंत्री के पद पर आसीन है।

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची

सभी 29 भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची:

राज्य का नाम मुख्यमंत्री का नाम राजनीतिक पार्टी का नाम
आंध्र प्रदेश एन. चंद्रबाबू नायडू तेलुगू देशम पार्टी
अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल
असम सर्बानन्दा सोनवाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
बिहार नितीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड)
छत्तीसगढ़ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
दिल्ली अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी
गोवा मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
गुजरात विजय रूपानी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हरियाणा मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
जम्मू और कश्मीर महबूबा मुफ्ती सईद पीडीपी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
झारखण्ड रघुबर दास भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
कर्नाटक सिद्धारमैया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
केरल पिनाराई विजयन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
महाराष्ट्र देवेन्द्र फड़नवीस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मणिपुर एन. बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मेघालय कोनराड संगमा नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी)
मिजोरम लाल थान्हावला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
नागालैण्ड नेफियो रियो (संभावित मुख्यमंत्री) नेशनल डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी (एनडीपीपी)
ओडिशा नवीन पटनायक बीजू जनता दल
पुडुचेरी (यू.टी) वी॰ नारायणस्वामी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राजस्थान वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
सिक्किम पवन कुमार चामलिंग सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट
तमिलनाडु इदापड्डी पलानीस्वामी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम
तेलंगाना चंद्रशेखर राव तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस)
त्रिपुरा विप्लव देव (संभावित मुख्यमंत्री) भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस

अंतिम संशोधन: 06 मार्च 2018

भारत में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कैसे होती है:-

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 163 के तहत की जाती है। राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति या तो आम चुनाव के बाद करता है या फिर तब करता है, जब मुख्यमंत्री के त्यागपत्र देने के कारण या बर्ख़ास्त कर दिये जाने के कारण उसका पद रिक्त हो जाता है। आम चुनाव में किसी एक ही दल को विधानसभा में बहुमत प्राप्त हो जाये और उस दल का कोई निर्वाचित नेता हो, तब उसे मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त करना राज्यपाल की संवैधानिक बाध्यता है। यदि मुख्यमंत्री अपने दल के आन्तरिक मतभेदों के कारण त्यागपत्र देता है, तो उस दल के नये निर्वाचित नेता को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जाता है।

भारत में मुख्यमंत्री पद के लिए क्या-2 योग्यताएँ होनी चाहिए:-

मुख्यमंत्री पद के लिए संविधान में कोई योग्यता विहित नहीं की गयी है, लेकिन मुख्यमंत्री के लिए यह आवश्यक है कि वह राज्य विधानसभा का सदस्य हो। इस प्रकार मुख्यमंत्री में राज्य विधानसभा के सदस्य की योग्यता होनी चाहिए। राज्य विधानसभा का सदस्य न होने वाला व्यक्ति भी मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि वह 6 मास के अन्तर्गत राज्य विधानसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाये। 21 सितम्बर, 2001 को उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय के अनुसार किसी सज़ायाफ़्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य माना जाएगा।

भारत में मुख्यमंत्री के कर्तव्य तथा अधिकार:-

  • वह राज्य के शासन का वास्तविक अध्यक्ष है और इस रूप में वह अपने मंत्रियों तथा संसदीय सचिवों के चयन, उनके विभागों के वितरण तथा पदमुक्ति और लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों एवं महाधिवक्ता और अन्य महत्त्वपूर्ण पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल को परामर्श देता है।
  • राज्य में असैनिक पदाधिकारियों के स्थानान्तरण के आदेश मुख्यमंत्री के आदेश पर जारी किये जाते हैं तथा वह राज्य की नीति से सम्बन्धित विषयों के सम्बन्ध में निर्णय करता है।
  • वह राष्ट्रीय विकास परिषद में राज्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • मुख्यमंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है तथा सामूहिक उत्तरदायित्व के सिद्धान्त का पालन करता है। यदि मंत्रिपरिषद का कोई सदस्य मंत्रिपरिषद की नीतियों से भिन्न मत रखता है, तो मुख्यमंत्री उसे त्यागपत्र देने के लिए कहता है या राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त करने की सिफ़ारिश कर सकता है।
  • वह राज्यपाल को राज्य के प्रशासन तथा विधायन सम्बन्धी सभी प्रस्तावों की जानकारी देता है।
  • यदि मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने किसी विषय पर अकेले निर्णय लिया है, तो राज्यपाल के कहने पर उस निर्णय को मंत्रिपरिषद के समक्ष विचारार्थ रख सकता है।
  • वह राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सलाह देता है।

भारत में मुख्यमंत्री को किन-2 स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

सामान्यत: मुख्यमंत्री अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसे विधानसभा का विश्वास मत प्राप्त रहता है। अत: जैसे ही उसका विधानसभा में बहुमत समाप्त हो जाता है, उसे त्यागपत्र दे देना चाहिए। यदि वह त्यागपत्र नहीं देता है, तो राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निम्नलिखित स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

  • यदि राज्यपाल मुख्यमंत्री को विधानसभा का अधिवेशन बुलाने तथा उसमें बहुमत सिद्ध करने की सलाह दे और यदि राज्यपाल के द्वारा निर्धारित अवधि के भीतर मुख्यमंत्री विधानसभा का अधिवेशन बुलाने के लिए तैयार नहीं हो, तो राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।
  • यदि राज्यपाल अनुच्छेद 356 के अधीन राष्ट्रपति को यह रिपोर्ट दे कि राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता या राष्ट्रपति को अन्य स्रोतों यह समाधान हो जाए कि शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता, तो राष्ट्रपति मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त करके राज्य का शासन चलाने का निर्देश राज्यपाल को दे सकता है।
  • जब मुख्यमंत्री के विरुद्ध राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित हो जाए और मुख्यमंत्री त्यागपत्र देने से इन्कार कर दे, तब राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।

और जानिये : भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची 2018 उनके नाम और राजनीतिक पार्टी के साथ

90वें ऑस्कर पुरस्कार 2018 के विजेताओं की पूरी सूची

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90वें ऑस्कर पुरस्कार 2018: (Oscar Academy Awards 2018 Winners List in Hindi)

अमेरिकी फिल्म उद्योग के सर्वाधिक प्रतिष्ठित 90वें वार्षिक अकादमी पुरस्कार 2018 की अवॉर्ड सेरेमनी 05 मार्च 2018 को (अमेरिकी समयानुसार 04 मार्च) डॉल्बी थियेटर, लॉस एंजल्स, अमेरिका में आयोजित की गई। यह पुरस्कार ‘ऑस्कर पुरस्कार’ के नाम से भी प्रसिद्ध है। 90वें अकादमी फिल्म पुरस्कारों में गैरी ओल्डमैन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए वर्ष 2018 के ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें फिल्म डार्केस्ट ऑवर’ में अपनी भूमिका के लिए यह खिताब मिला है। फ्रांसिस मैकडोरमैंड को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए ऑस्कर अवॉर्ड्स से नवाजा गया है। उन्हें यह पुरस्कार फिल्म ‘थ्री बिलबोर्ड्स आउटसाइड एबिंग मिसौरी’ में शानदार भूमिका के लिए दिया गया है। इस बार फिल्म ‘द शेप ऑफ वॉटर’ को सर्वाधिक 13 श्रेणियों में नामित किया गया था। उसे सर्वाधिक 04 श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि 90वें ऑस्कर अवॉर्ड में मरणोपरांत प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी तथा बॉलीवुड अभिनेता शशि कपूर को याद किया गया। यह अवॉर्ड सेरेमनी 15 मिनट तक चली और इसमें करीब 270 लोग शामिल हुए। इसमें 15 कैटेगरीज में अवॉर्ड्स दिए गए। आइयें जाने किस व्यक्ति को किस कैटेगरी में ऑस्कर पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया गया है:-

इन्हें भी पढे: 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची

ऑस्कर पुरस्कार 2018 के विजेताओं की सूची:

  • बेस्ट फिल्म: ‘द शेप ऑफ वॉटर’
  • लीड एक्ट्रेस: फिल्म ‘थ्री बिलबोर्ड्स आउटसाइड एबिंग मिसौरी’ के लिए फ्रांसिस मैकडोरमैंड को
  • लीड एक्टर: गैरी ओल्डमैन फिल्म ‘डार्केस्ट ऑवर’ के लिए
  • डायरेक्टर: ‘द शेप ऑफ वॉटर’ के लिए निर्देशक गिलियेरमो देल तोरो को
  • ऑरिजनल सॉन्ग: फिल्म ‘कोको’ का गाना रीमेंबर मी के लिए क्रिस्टन एंडरसन- लोपेज और रोबर्ट लोपेज
  • ऑरिजनल स्कोर: ‘द शेप ऑफ वॉटर’ के लिए अलेक्सांद्रे डेसप्लाट
  • बेस्ट सिनेमेटोग्राफी: ‘ब्लेड रनर 2049’ के लिए रोजर ए डिकिन्स
  • ऑरिजनल स्क्रीनप्ले: ‘गेट आउट’ के लिए जॉर्डन पीले
  • अडाप्टेड स्क्रीनप्ले: ‘कॉल मी बाय यूअर नेम’ के लिए जेम्स आइवरी
  • लाइव एक्शन शॉर्ट: ‘द साइलेंट चाइल्ड’ के लिए क्रिस ऑवरटन और रेचल शेंटों
  • बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट: ‘हेवन इज ए ट्रैफिक जैम ऑन द 405’
  • बेस्ड एडिटिंग: ‘डनकर्क’ के लिए ली स्मिथ
  • बेस्ट विजुअल इफेक्ट्स:  ‘ब्लेड रनर 2048’ के लिए जॉन नेलसन, गर्ड नेफजर, पॉल लेमबर्ट और रिचर्ड आर ह्यूवर
  • बेस्ट एनिमेटेड फिल्म: ‘कोको’, ली उनकिर्च और डार्ला के एंडरसन
  • एनिमेटेड शॉर्ट फिल्म: ‘डियर बास्केटबॉल’ के लिए ग्लैन कीन और कोबी ब्रायंत को
  • बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: एलिसन जैनी को  ‘आई, तान्या’ के लिए
  • फॉरेन लैंग्वेज फिल्म: चिली की ‘अ फैंटास्टिक वूमेन’ ने मारी बाजी
  • प्रोडक्शन डिजाइन: ‘द शेप ऑफ वॉटर’ के लिए पॉल डेनहैम ऑस्टरबेरी, शेन विआऊ और जेफ्री ए मेल्विन
  • साउंड मिक्सिंग: ‘डनकर्क’ के लिए  ग्रैग लैंडेकर, गैरी ए रिज्जो और मार्क वाइनगार्टन
  • साउंड एडिटिंग: ‘डनकर्क’ के लिए रिचर्ड किंग और एलेक्स गिब्सन
  • बेस्ट डॉक्युमेंट्री: ‘इकारस’ के लिए ब्रियान फोगेल और डैन कोगन को मिला

और जानिये : 90वें ऑस्कर पुरस्कार 2018 के विजेताओं की पूरी सूची

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