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भारत के प्रमुख दर्रो के नाम उनके स्थान और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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भारत के प्रमुख दर्रो के नाम उनके स्थान और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

भारत के प्रमुख दर्रे और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची- (Important Facts about Main Passes of India in Hindi)

दर्रा किसे कहते है?

दर्रा का अर्थ: पहाडियों एव पर्वतिय क्षेत्रों मे पाए जाने वाले आवागमन के प्राकृतिक मार्गों को दर्रा कहा जाता हैं।

भारत में हिमालय पर कई खुबसूरत लेकिन परिवहन के लिए खतरनाक दर्रे हैं। ये दर्रे व्यापार, यात्रा, युद्ध और प्रवास में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस पोस्ट में भारत के प्रमुख दर्रो के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। आइये जानते है कौन सा दर्रा कहाँ स्थित है:-

  • आफिल दर्रा: काराकोरम श्रेणी में K 2 के उत्तर लगभग 5306 मी. की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा लद्दाख को चीन के झिंजियांग (सिकियांग) प्रान्त से जोड़ता है। शीत ऋतु में यह नवंबर से मई के प्रथम सप्ताह तक बंद रहता है।
  • इमिस ला: समुद्र तल से 5271 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा लद्दाख को तिब्बत से जोड़ने का आसान रास्ता उपलब्ध कराता है। दुरूह भू-भाग और खड़ी ढाल वाला यह दर्रा शीत ऋतु में बर्फ से ढक जाने के कारण बंद रहता है।
  • काराताघ दर्रा: काराकोरम पर्वत श्रेणी में समुद्र तल से लगभग 5295 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा प्राचीन रेशम मार्ग की एक शाखा थी। शीतकाल में यह बर्फ से ढका रहता है।
  • खारदुंग ला: समुद्र तल से 5602 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा से का परिवहन योग्य भारत और संभवतः दुनिया का सबसे ऊँचा दर्रा है। परन्तु इसकी यह ऊँचाई विवादित भी है। लद्दाख क्षेत्र में लेह के पास स्थित यह दर्रा श्योक और नुब्रा घाटियों जोड़ता है।
  • खुन्जेराब दर्रा: समुद्र तल से 4,693 मीटर की ऊँचाई पर स्थित काराकोरम श्रेणी का यह दर्रा लद्दाख और चीन के सिक्यांग प्रान्त को जोड़ने वाल परंपरागत दर्रा है। यह चीन के झिंजियांग क्षेत्र के दक्षिण पश्चिमी सीमा पर और पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान की उत्तरी सीमा पर, एक सामरिक स्थिति में काराकोरम पर्वत पर स्थित है। शीत काल में यह बर्फ से ढका रहता है।
  • चंशल दर्रा: यह दर्रा हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में दोदरा क्वार और रोहड़ू को जोड़ता है। यह शिमला की सबसे ऊंची पर्वत चोटी पर 4520 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
  • चांग ला: समुद्र तल से 5360 मीटर की ऊँचाई पर स्थित महान हिमालय का यह दर्रा लद्दाख को तिब्बत से जोड़ता है। यह दर्रा लेह से पांगोंग झील को जाने वाले रस्ते में पड़ता है। जो तिब्बत के एक छोटे से शहर तांगत्से से जोडता है। इसका नाम इस दर्रे में स्थित चांग-ला बाबा के मंदिर के नाम पर किया गया है। बर्फ से ढक जाने के कारण शीत ऋतु में यह बंद रहता है। यह दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचा परिवहन योग्य दर्रा है, जो सिन्धु घाटी को पांगोंगझील के क्षेत्र से जोड़ता है।
  • जेलेप ला: जेलेप ला दर्रे 4,270 मीटर की ऊंचाई पर पूर्वी सिक्किम जिले में स्थित है। यह दर्रा सिक्किम को ल्हासा से जोड़ता है। यह चुम्बी घाटी में स्थित है।
  • जोजी ला: समुद्र तल से 3528 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा श्रीनगर को कारगिल और लेह से जोड़ता है। अत्यधिक बर्फ़बारी के कारण यह शीतकाल में बंद रहता है। सीमा सड़क संगठन द्वार इसे वर्ष की अधिकतर अवधि तक खोले रखने की कोशिश की जाती रही है। इसकी देखभाल और इस पर से बर्फ हटाने के लिए इस संगठन द्वारा एक बीकॅान फोर्स स्थापना भी की गयी है।
  • ट्रेल्स दर्रा: यह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में समुद्र तल से 5212 मी. की ऊँचाई पर स्थित है। नंदा देवी और नंदा कोट चोटियों के बीच स्थित है। पिंडारी हिमनद के कगार पर स्थित यह दर्रा पिंडारी घाटी को मिलाम घाटी से जोड़ता है। खड़ी ढाल और विषम सतह के कारण इस दर्रे को पर करना काफी कठिन है।
  • डिफू दर्रा: यह दर्रा 4587 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित यह दर्रा इस राज्य को मंडाले (म्यांमार) तक का आसान और सबसे छोटा रास्ता (दिहांग की तुलना में) उपलब्ध कराता है। यह भारत और म्यांमार के बीच का एक परंपरागत दर्रा है, जो व्यापार और परिवहन के लिए वर्ष भर खुला रहता है।
  • थांग ला (लद्दाख):  समुद्र तल से  लगभग 5,328 मीटर की ऊँचाई पर लद्दाख क्षेत्र में यह दर्रा स्थित है, खारदुंग ला के बाद परिवहन योग्य यह भारत का दूसरा सबसे ऊँचा दर्रा है।
  • दिहांग दर्रा: यह दर्रा अरुणाचलचल प्रदेश राज्य में समुद्र तल से लगभग 1220 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह अरुणांचल प्रदेश को मंडाले (म्यांमार) से जोड़ता है।
  • देब्सा दर्रा: समुद्र तल से 5360 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह हिमांचल प्रदेश के कुल्लू और स्पीति जिलों के मध्य यह दर्रा महान हिमालय पर स्थित है। कुल्लू और स्पीति को जोड़ने वाले पिन-परवती दर्रे की तुलना में यह एक असान और कम दूरी का विकल्प है। सुंदर स्पीति घाटी हिमालय के पहाड़ों में हिमाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में तिब्बत और भारत के बीच एक रेगिस्तानी पहाड़ भूमि है। यह दर्रा कुल्लू में पार्वती नदी घाटी से होकर गुजरता है।
  • नाथू ला: यह भारत चीन सीमा पर तिब्बत क्षेत्र को सिक्किम से जोड़ता है।  समुद्र तल से लगभग 4,310 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा प्राचीन रेशम मार्ग की एक शाखा है। यह भारत और चीन के बीच खुले तीन व्यापारिक मार्गों में से एक है, अन्य दो हिमांचल प्रदेश में स्थित शिपकी-ला और उत्तराखंड में स्थित लिपुलेख है। भारत चीन युद्ध (1962) के पश्चात् इस वर्ष 2006 में पहली बार खोला गया था।
  • निति दर्रा: समुद्र तल से 5068 मी. की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है। शीतकाल में यह बर्फ से ढके होने के कारण नवंबर से मध्य मई तक बंद रहता है। धौलीगंगा नदी उत्तराखंड के चमोली जिले में निति दर्रे से 5,070 मीटर (16,630 फीट) की ऊँचाई से निकलती है।

  • पंगसान दर्रा: समुद्र तल से 4000 मी. से भी अधिक ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश को मंडले (म्यांमार) से जोड़ता है।
  • पीर-पंजाल दर्रा: जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाला यह पारंपरिक दर्रा ‘मुग़ल रोड’ पर स्थित है। पीर की गली के नाम से विख्यात यह मुगल सड़क के माध्यम से राजौरी और पुंछ के साथ कश्मीर घाटी को जोड़ता है। जम्मू कश्मीर को घाटी  से जोड़ने वाला यह सबसे सरल और छोटा एवं पक्का मार्ग है। पीर की गली में मुगल रोड का उच्चतम बिंदु है 11500 फुट के लगभग है। यहाँ का निकटम शहर सोपियां है, जिसे सेबों की घाटी भी कहते हैं।
  • पेंजी ला: जोजी ला दर्रे के पूरब में, समुद्र तल से 4,400 मीटर की ऊँचाई पर स्थित महान हिमालय का यह दर्रा कश्मीर घाटी को कारगिल (लद्दाख) से जोड़ता है। इसे जांस्कर के लिए प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है। यह जांस्कर घाटी क्षेत्र को सुरु घाटी क्षेत्र से जोड़ता है शीतकाल में यह बर्फ से ढके होने के कारण नवंबर से मध्य मई तक आवागमन के लिए बंद रहता है। प्रसिद्द रंगदुम मठ यहाँ से लगभग 25 किमी दूर है।
  • बनिहाल दर्रा: समुद्र तल से 2832 मीटर की ऊँचाई पर पीरपंजाल श्रेणी में स्थित यह दर्रा जम्मू को श्रीनगर से जोड़ता है। शीत ऋतु में यह बर्फ से ढका रहता है। वर्ष पर्यन्त सड़क परिवहन की व्यवस्था करने के उद्देश्य से यहाँ जवाहर टनल (पंडित जवाहर लाल नेहरु के नाम पर) बने गयी, जिसका उद्घाटन 1956 में किया गया। जिसके कारण इस दर्रे का बहुत उपयोग नहीं रह गया।
  • बार लाप्चा: जम्मू कश्मीर में समुद्र तल से 4890 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह मनाली को लेह से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। शीत ऋतु में नवंबर से मध्य मई तक यह बर्फ से ढके होने के कारण आवागमन के लिये बंद रहता है।  यह जास्कर श्रेणी का सबसे ऊँचा दर्रा है।
  • बुर्जिल दर्रा: समुद्र तल बुरज़िल दर्रा 4,100 मीटर की ऊँचाई पर कश्मीर, गिलगित और श्रीनगर के बीच का एक प्राचीनमार्ग है। यह दर्रा कश्मीर घटी को लद्दाख के देवसाईं मैदानों से जोड़ता है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर स्थित है।
  • बोमाडी ला: भूटान के पूरब में अरुणाचल प्रदेश में में स्थित यह दर्रा समुद्र तल से 2217 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से जोड़ता है।
  • बोरासु दर्रा: बोरासु दर्रा चीन के साथ सीमा के पास 5,450 मीटर  की ऊंचाई पर महान हिमालय पर्वत में स्थित है। यह उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को जोड़ता है। उच्च ऊंचाई पर स्थित यह दर्रा अदभुत दून घाटी और किन्नौर घाटी के बीच एक पुराना व्यापार मार्ग था।
  • मंगशा धुरा दर्रा: समुद्र तल से लगभग 5674 मीटर की ऊँचाई पर पिथौरागढ़ स्थित यह दर्रा उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है। मानसरोवर की यात्रा लिए यात्रियों को इस दर्रे से भी गुजरना पड़ता है। पर्यटकों एवं तीर्थ यात्रियों के लिए भूस्खलन एक बड़ी समस्या है।
  • माना दर्रा:  समुद्र तल से लगभग 5545 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है। इसे दुनिया की सबसे ऊँची परिवहन योग्य सड़क भी माना जाता है। शीतकाल में यह लगभग 6 महीने बर्फ से ढका रहता है। यह उत्तराखंड में हिंदू तीर्थ बद्रीनाथ से 27 किमी दूर उत्तर में स्थित है।
  • मुनिंग ला: गंगोत्री के उत्तर स्थित यह एक मौसमी दर्रा है, जो उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है। शीतकाल में यह बर्फ से ढका रहता है तथा यहाँ से कोई आवागमन संभव नहीं होता है।
  • रुपिन दर्रा: उत्तराखंड में रुपिन नदी के पार स्थित यह दर्रा उत्तराखंड में धौला से शुरू होता है और हिमाचल प्रदेश में सांगला में खत्म होता है। निर्जन रुपिन दर्रा महान हिमालय पर्वतमाला में 4650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इस दर्रे में गहरी अंधेरी घाटियों, बर्फीले ढलानों और क्षेत्रों से होकर गुजरना पड़ता है।
  • रोहतांग दर्रा: समुद्र तल से लगभग 3,978 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा हिमांचल प्रदेश की कुल्लू, लाहुल,एवं स्पीति घाटियों को जोड़ता है। प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा महान हिमालय की पीर पंजाल रेंज में स्थित है। सीमा सड़क संगठन यहाँ एक उच्च कोटि के सड़क मार्ग की वयवस्था की गयी है। सैनिक वाहनों, बसों, ट्रकों एवं अन्य मालवाहकों के भरी आवागमन के कारण इस पर ट्राफिक जाम एक आम समस्या है। यह मई से नवंबर तक खुला  रोहतांग दर्रा बाकी समय बर्फीले तूफानों और हिमस्खलन के कारण इसको पार करना मुश्किल है।
  • लनक ला: अक्साई चिन (लद्दाख) में 5466 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा लद्दाख को ल्हासा से जोड़ता है। चीन ने यहाँ एक सड़क का निर्माण किया है। जो उसके सिक्यांग प्रान्त को तिब्बत से जोडती है। अक्साई चिन क्षेत्र के दक्षिणी-पश्चिमी सीमा पर है।
  • लिखापनी: अरुणाचल प्रदेश में 4000 मीटर से अधिक ऊँचाई पर स्थित इस दर्रे द्वारा इस राज्य को म्यांमार से जोड़ा जाता है। व्यापार एवं  यातायात के लिए यह वर्ष पर्यन्त काम करने वाला दर्रा है।
  • लिपु लेख: पिथौरागढ़ में स्थित यह दर्रा उत्तराखंड को तिब्बत से जोड़ता है। 5,334 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा  तिब्बत में पुरंग  को उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र से जोड़ता है। कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के तीर्थयात्री दर्रे इस से होकर जाते है। यह भारत के चीन से होने वाले व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • शिपकी ला: समुद्र तल से 4300 मीटर से भी अधिक ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा, सतलज महाखड्ड से होकर हिमांचल प्रदेश को तिब्बत से सम्बद्ध करता है। यह हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले में स्थित है। तिब्बत से आने वाली सतलज नदी इसी दर्रे से भारत में प्रवेश करती है। भारत के चीन से होने वाले व्यापर के लिए यह तीसरा (नाथु ला और लिपुलेख के बाद) दर्रा (राजमार्ग 22) है। शीतकाल में यह बर्फ से ढका रहता है।
  • सेला दर्रा: जमा हुआ सेला दर्रा अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में 4,170 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। सेला दर्रा में सर्दियों में भारी बर्फबारी होती है, लेकिन यह साल भरखुला रहता है। यह  तेजपुर और गुवाहाटी के माध्यम से तवांग को भारत से जोड़ता है। यह तवांग और प्रसिद्द बौद्ध तवांग मठ का प्रवेश द्वार है।

और जानिये : भारत के प्रमुख दर्रो के नाम उनके स्थान और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची


यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल भारतीय धरोहर स्‍थलों की सूची

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यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल भारतीय धरोहर स्‍थलों की सूची

यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल भारतीय धरोहर स्‍थलों की सूची: (List of World Heritage Sites in India in Hindi)

युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है।

विश्व धरोहर या विश्व विरासत स्‍थलों से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्‍य:

  • विश्व धरोहर स्‍थल या विश्व विरासत स्‍थल दुनिया में मौजूद कुछ विशेष स्थान होते है जो अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनेस्को  द्वारा संरक्षित होते है।
  • विश्व में मौजूद ये स्थान बहुमूल्य ,प्राचीन एवं दुर्लभ होते है जो विश्व संस्कृति के लिए महत्त्वपुर्ण होते है। ये स्थान वन क्षेत्र , पर्वत , झील , मरुस्थल , स्मारक , भवन या शहर हो सकते है।
  • इन स्थानों का चयन यूनेस्को के तत्वाधान में विश्व विरासत समिति द्वारा किया जाता है।
  • यूनेस्को द्वारा इन स्थानों के प्रति लोगो में जागरूकता के लिये प्रतिवर्ष 18 अप्रैल को विश्व विरासत दिवस मनाया जाता है।
  • विश्व में लगभग 2031 से ज्यादा स्थल को विश्व धरोहरों की सूची में शामिल किया गया है।
  • भारत में यूनेस्को द्वारा संरक्षित 32 स्थल है , वर्ष 2016 में भारत के तीन नए स्थलों को इस सूची में शामिल होने की मंजूरी मिल गई है , जिससे इनकी संख्या 35 हो गयी है।
  •  वर्ष 2016 में शामिल किये जाने वाले स्थल है- चंडीगढ़ के केपिटल काम्प्लेक्स , कंचनजंघा पार्क एवं नालंदा विश्व विद्यालय का पुरातात्विक स्थल।
  • भारत की ओर से सर्वप्रथम 1983 को अजंता एलोरा की गुफाये एवं आगरे का किला विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया था।

इन्हें भी पढे: भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के नाम एवं उनके स्थान

यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किए गए भारतीय सांस्‍कृतिक और प्राकृतिक स्‍थलों की सूची:

स्‍थलों के नाम राज्यो के नाम साल
ताजमहल उत्तर प्रदेश 1983
आगरा का किला उत्तर प्रदेश 1983
अजंता की गुफाएं महाराष्ट्र 1983
एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र 1983
कोणार्क का सूर्य मंदिर ओडिशा 1984
महाबलिपुरम् का स्मारक समूह तमिलनाडू 1984
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम 1985
मानस वन्य जीव अभयारण्य असम 1985
केवला देव राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान 1985
पुराने गोवा के चर्च व मठ गोवा 1986
मुगल सिटी, फतेहपुर सिकरी उत्तर प्रदेश 1986
हम्पी स्मारक समूह कर्नाटक 1986
खजुराहो मंदिर मध्यप्रदेश 1986
एलीफेंटा की गुफाएं महाराष्ट्र 1987
पट्टदकल स्मारक समूह कर्नाटक 1987
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल 1987
वृहदेश्वर मंदिर तंजावुर तमिलनाडू 1987
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड 1988
सांची का बौद्ध स्मारक मध्यप्रदेश 1989
हुमायूँ का मकबरा दिल्ली 1993
दार्जिलिंग हिमालयन रेल पश्चिम बंगाल 1999
महाबोधी मंदिर, गया बिहार 2002
भीमबेटका की गुफाएँ मध्य प्रदेश 2003

गंगई कोड़ा चोलपुरम् मन्दिर तमिलनाडु 2004
एरावतेश्वर मन्दिर तमिलनाडु 2004
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल महाराष्ट्र 2004
नीलगिरि माउंटेन रेलवे तमिलनाडु 2005
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड 2005
दिल्ली का लाल किला दिल्ली 2007
कालका शिमला रेलवे हिमाचल प्रदेश 2008
सिमलीपाल अभ्यारण्य ओडिशा 2009
नोकरेक अभ्यारण्य मेघालय 2009
भितरकनिका उद्यान ओडिशा 2010
जयपुर का जंतर-मन्तर राजस्थान 2010
पश्चिम घाट कर्नाटक, केरल, महाराष्‍ट्र, तमिलनाडु 2012
आमेर का किला राजस्थान 2013
रणथंभोर किला राजस्थान 2013
कुंभलगढ़ किला राजस्थान 2013
सोनार किला राजस्थान 2013
चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान 2013
गागरोन किला राजस्थान 2013
रानी का वाव गुजरात 2014
ग्रेट हिमालय राष्ट्रीय उद्यान हिमाचल प्रदेश 2014
चंडीगढ़ के केपिटल काम्प्लेक्स चंडीगढ़ 2016
कंचनजंघा पार्क सिक्किम 2016
नालंदा विश्व विद्यालय का पुरातात्विक स्थल बिहार 2016

और जानिये : यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल भारतीय धरोहर स्‍थलों की सूची

भारत की प्रमुख झीलें, संबंधित राज्य और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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भारत की प्रमुख झीलें, संबंधित राज्य और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

भारत की प्रमुख झीलें और संबंधित राज्यों की सूची: (List of Famous Lakes of India in Hindi)

झील किसे कहते है?

झील जल का वह स्थिर भाग है जो चारों तरफ से स्थलखंडों से घिरा होता है। झील की दूसरी विशेषता उसका स्थायित्व है। सामान्य रूप से झील भूतल के वे विस्तृत गड्ढे हैं जिनमें जल भरा होता है। झीलों का जल प्रायः स्थिर होता है। झीलों की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता उनका खारापन होता है लेकिन अनेक झीलें मीठे पानी की भी होती हैं। झीलें भूपटल के किसी भी भाग पर हो सकती हैं। ये उच्च पर्वतों पर मिलती हैं, पठारों और मैदानों पर भी मिलती हैं तथा स्थल पर सागर तल से नीचे भी पाई जाती हैं।

झील कितने प्रकार की होती है?

भारत में विभिन्न प्रकार की झीलें पायी जाती है, जिनके प्रकार निम्नलिखित है:-

  • विवर्तनिक झीलें: भूभर्गिक हलचलों के कारण निर्मित झीलों को विवर्तनिक झीलों के अंतर्गत रखा जाता है। कश्मीर की वूलर झील तथा कुमायूँ हिमालय में स्थित अनेक झीलें ।
  • क्रेटर झील या ज्वालामुखी क्रिया से निर्मित झील: शांत ज्वालामुखियों के वृहदाकार मुखों या क्रेटरों में जल भर जाने से ऐसी झीलों की उत्पत्ति होती है। इसका प्रमुख उदाहरण महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा ज़िले की लोनार झील और अफ्रीका की विक्टोरिया झील है।
  • लैगून या अनूप झीलें: चिल्का झील (उड़ीसा), पुलिकट झील (आंध्र प्रदेश), कोलेरू झील (आंध्र प्रदेश)
  • हिमानी द्वारा निर्मित झीलें: ताजे या मीठे पानी की झीलें जिनमें नदियों के माध्यम से निरंतर ताजे जल का प्रवाह होता रहता है मीठे पानी की झीलें होती हैं क्योंकि इनमें विभिन्न प्रकार के लवणों का जमाव नहीं होने पाता है। कुमायूँ हिमालय की अधिकांश झीलें इसी प्रकार की हैं। इनके उदाहरण हैं: राकसताल, नैनीताल, सातताल, भीमताल, नौकुचिया ताल, खुरपाताल, समताल, पूनाताल, मालवाताल आदि।
  • वायु द्वारा निर्मित झीलें: राजस्थान की सांभर, डीडवाना, पंचभद्रा, लूनकरनसर आदि।
  • भ्रंशन द्वारा बनी झीलें: भूगर्भिक हलचलों के कारण धरातल के किसी भाग के नीचे धंस जाने या ऊपर उठ जाने से बनी बेसिनों में जल भर जाने के परिणामस्वरूप ऐसी झीलों का निर्माण होता है।
  • दरार घाटी झीलें: धरातल की दो समानांतर दरारों के मध्यवर्ती भाग के नीचे धंस जाने एवं उसमें जल भर जाने के फलस्वरूप ऐसी झीलों का निर्माण होता है। इजरायल का मृत सागर इसका उदहारण है।
  • खारे पानी की झीलें: जिन झीलों में बाहर से पानी आकर मिलता तो है किन्तु नकिलकर बाहर नहीं जाता है, वे प्रायः खारी झीलें होती हैं। कैस्पियन सागर विश्व की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है।

भारत की प्रमुख झीलें और संबंधित राज्यों की सूची

झील का नाम  सम्बंधित राज्य महत्वपूर्ण तथ्य
अनंतनाग झील जम्मू-कश्मीर  –
कोलेरू झील आंध्र प्रदेश  –
खुरपाताल झील उत्तराखंड  –
गोविंद सागर झील पंजाब
  • यह भारत की सबसे कृत्रिम झील है।
  • यह सतलुज नदी पर बने भाखड़ा नांगल बांध से निर्मित हुई है।
चिल्का झील ओडिशा
  • यह भारत की सबसे बड़ी झील है।
  • यह खारे पानी की एक लैगून झील है।
  • इस झील पर नौसेना का प्रसिक्षण केंद्र भी है।
जयसमंद झील राजस्थान  –
डल झील जम्मू-कश्मीर  –
डीडवाना झील राजस्थान यह थार मरुस्थल के पूर्वी हिस्से में खारे पानी की झील है।
देवताल झील उत्तराखंड  –
नागिन झील जम्मू-कश्मीर  –
नैनीताल झील उत्तराखंड  –
नौकुछियाताल झील उत्तराखंड  –
पंचपोख्री झील उत्तराखंड यह भारत की सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित झील है।
पिछौला झील राजस्थान  –
पुलीकट झील तमिलनाडु  –
फतेहसागर झील राजस्थान  –
बेम्बानड झील केरल  –
बैरीनाग झील जम्मू-कश्मीर  –
मानस बल झील जम्मू-कश्मीर  –
मालाताल झील उत्तराखंड  –
राकसताल झील उत्तराखंड  –
राजसमंद झील राजस्थान  –
लुनकरनसर झील राजस्थान  –
लोकटक झील मणिपुर  –
लोनार झील महाराष्ट्र यह झील ज्वालामुखी उद्गार से बनी झील है।
वुलर झील जम्मू-कश्मीर यह भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है।
शेषनाग झील जम्मू-कश्मीर  –
सांभर झील राजस्थान यह थार मरुस्थल के पूर्वी हिस्से में खारे पानी की झील है।
सातताल झील उत्तराखंड  –
हुसैनसागर झील आंध्र प्रदेश  –

इन्हें भी पढे: विश्व के प्रसिद्द जलप्रपातो की सूची

और जानिये : भारत की प्रमुख झीलें, संबंधित राज्य और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

एसएससी परीक्षा में पूछी जाने वाली महत्वपूर्ण पुस्तकें और उनके लेखकों के नाम

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एसएससी परीक्षा में पूछी जाने वाली महत्वपूर्ण पुस्तकें और उनके लेखकों के नाम

एसएससी परीक्षा में पूछी जाने वाली महत्वपूर्ण पुस्तकें और लेखकों की सूची: (Important Books and Authors related to SSC Exams in Hindi)

यहां पर एसएससी परीक्षा में पूछी जाने वाली 51 चर्चित पुस्तकों और उनके लेखक की सूची दी गई हैं। सामान्यतः इन चर्चित पुस्तकों एवं लेखको से सम्बंधित प्रश्न एसएससी की सभी परीक्षाओं में पूछे जाते है और आगे भी पूछे जायेंगे। एसएससी के आलावा और भी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, बैंकिंग पीओ, एवं पीसीएस परीक्षा में भी आपसे इन किताबों के नाम और लेखक पूछे जा सकते हैं। आइये जानते इन महत्वपूर्ण पुस्तकों और उनके लेखकों के बारे में:-

एसएससी परीक्षा में पूछी जाने वाली चर्चित पुस्तकें और लेखकों की सूची:

महत्वपूर्ण पुस्तकों के नाम  लेखकों के नाम 
द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटीशियन एंड पैराडॉक्स उल्लेख एनपी
खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड ऋषि कपूर एवं मीना नायर
जिन्नाह ऑफ्टन कैम टू ओउर हाउस किरण दोशी (हिंदू पुरस्कार 2016 विजेता)
द पीपुल्स राष्ट्रपति: डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एस. एम. खान
द आदिवासी विल नॉट डांस हंसदा सौवेन्द्र शेखर
हाफ ऑफ़ व्हाट आई से अनिल मेनन
मोदीज वर्ल्ड: एक्सपैंडिंग इंडियाज स्फेयर ऑफ़ इंफ्लुएन्स सी. राजा मोहन
योग और इस्लाम इमरान चौधरी एवं अभिजीत सिंह
मोदी-एक सितारे का अतुलनीय उद्गम तरुण विजय
स्टीव जॉब्स वॉल्टर आइजेक्सन
सौरव गांगुली: क्रिकेट, कैप्टेन्सी, एंड कॉन्ट्रोवर्सी सप्तर्षि सरकार
अनबिलिवेबल: देल्ही टू इस्लामाबाद प्रो. भीम सिंह
इंडियन पार्लियामेंट्री डिप्लोमेसी: स्पीकर्स पर्सपेक्टिव मीरा कुमार
द मोदी इफेक्ट: इनसाइड नरेन्द्र मोदीज कैम्पेन टू ट्रांसफॉर्म इंडिया लांस प्राइस
मदरिंग इंडिया सुष्मिता रॉय
टू ईयर्स एट मंथ्स एंड ट्वेंटीएट नाइट्स सलमान रश्दी
प्लेइंग इट माई वे सचिन तेंदुलकर
हाफ गर्लफ्रैंड चेतन भगत
नरेंद्र मोदी: ए पॉलिटिकल बायोग्राफी एंडी मैरिनो
आर्कटिक समर डैमन गलगुप्त
हार्ड च्वॉइस हिलेरी क्लिंटन
एजुकेशन ऑफ़ मुस्लिम : इस्लामिक पर्सपेक्टिव ऑफ़ नॉलेज एंड एजुकेशन जे.एस राजपूत
फेमिली लाइफ अखिल शर्मा
पारिजात (उपन्यास) नासिर शर्मा
औरत की बोली (कथात्मक लेख संग्रह) गीता श्री
कॉन्फ्लिक्ट्स ऑफ इंटरेस्टः माई जर्नी थ्रू इंडियाज ग्रीन मूव्मन्ट सुनीता नारायण
द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस अरुंधती रॉय
मोदीज मिडास टच इन फॉरेन पॉलिसी वेंकैया नायडू
सिटिजन एंड सोसायटी मोहम्मद हामिद अंसारी
द ग्रेट डीरेंजमेंट: क्लाइमेट चेंज एंड द अनथिंकेबल अमिताव घोष
हू मूव्ड माई इंटरेस्ट रेट? दुव्वुरी सुब्बाराव
द अनसीन इंदिरा गांधी डॉ. के. पी. माथुर
इंडिया वर्सेज पाकिस्तान:व्हाई कान्ट वी जस्ट बी फ्रेंड्स हुसैन हक्कानी
द ड्रान्ड डिटेक्टिव नील जॉर्डन
शशि कपूर, द हाउसहोल्डर, द स्टार असीम छाबड़ा
द मेकिंग ऑफ़ इंडिया: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ ब्रिटिश एंटरप्राइज करतार लालवानी
स्वच्छ भारत मृदुला सिन्हा एवं डॉ. आर.के. सिन्हा
एनीथिंग बट खामोश शत्रुघ्न सिन्हा (बायोग्राफी)
द साउथ अफ्रीकन गांधी: स्ट्रेचर- बीयरर ऑफ़ एम्पायर अश्विन देसाई एवं गुलाम वाहेद
मारू भारत सारु भारत (आत्मकथा) जैन आचार्य रत्नासुन्दरसुरीस्वारजी
जेड फैक्टर: माई जर्नी इज द रौंग मैन एट द राइट टाइम (आत्मकथा) सुभास चंद्रा
सपने जो सोने न दें डॉ. रमेश पोखरियाल “निर्शक”
एबोड अंडर द डोम टॉमस मैथ्यू (प्रणब मुखर्जी के लिए)
राईट ऑफ़ द लाइन: द प्रेसीडेंसी बॉडीगार्ड राष्ट्रपति भवन (पब्लिकेशन डिवीज़न)
माई गीता देवदत्त पटनायक
मिशन इंडिया: ए विजन ऑफ़ इंडियन यूथ अब्दुल कलाम विथ वाई.एस.राजन
एवेरेस्ट की बेटी अरुनिमा सिन्हा
द अदर साइड ऑफ़ द माउंटेन सलमान खुर्शीद
द मेकिंग ऑफ़ इंडियन डिप्लोमेसी दीप. के. दत्ता रे.
बिंग सलमान जसीम खान

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और जानिये : एसएससी परीक्षा में पूछी जाने वाली महत्वपूर्ण पुस्तकें और उनके लेखकों के नाम

भारतीय राज्यों के राजकीय जानवरों/पशुओं की सूची

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भारतीय राज्यों के राजकीय जानवरों/पशुओं की सूची

भारत के राज्यों के राजकीय जानवरों/पशुओं की सूची: (List of National Animals of Indian States in Hindi)

भारत का राष्ट्रीय पशु और राज्यों के राज्य-पशु किसी पशु को राष्ट्रीय पशु, किसी पक्षी को राष्ट्रीय पक्षी, किसी वृक्ष को राष्ट्रीय वृक्ष अथवा किसी फूल को राष्ट्रीय पुष्प घोषित करने से भले ही वन्यजीवों पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़े लेकिन देश के नागरिकों में प्रकृति, पर्यावरण तथा जीव- जन्तुओं के प्रति सजगता और संवेदनशीलता का विस्तार तो इससे होता ही है। बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है। क्या आपको पता है कि 9 जुलाई 1969 के पहले तक हमारा राष्ट्रीय पशु सिंह था। इसी तरह दिल्ली को छोड़कर सभी राज्यों ने किसी न किसी वन्यजीव को अपना राज्य-पशु घोषित कर रखा है, इसकी जानकारी भी बहुत कम लोगों को है। राष्ट्रीय पशु सहित राज्य-पशुओं की कुल संख्या 21 है। सामान्यतया एक वन्य जीव को एक राज्य ने अपना राज्य-पशु घोषित किया है, किन्तु कुछ वन्य जीव ऐसे हैं, जिन्हें दो-दो राज्यों ने अपना राज्य-पशु घोषित किया है। गौर, मिथुन, बारहसिंगा और कस्तूरी मृग ऐसे ही वन्यजीव हैं। हाथी एक ऐसा वन्यजीव है, जिसे चार राज्यों ने अपना राज्य-पशु घोषित कर रखा है।

भारत के राज्यों के राजकीय जानवरों/पशुओं की सूची:

भारतीय राज्यों के नाम आधिकारिक राजकीय पशु का नाम
अरूणाचल प्रदेश मिथुन
असम एक सींग वाला गैंडा
बिहार बैल
छत्तीसगढ़ जंगली भैंस
दिल्ली नीलगाय
गोवा गौर
गुजरात एशियाई शेर
हरियाणा कृष्ण मृग
उत्तराखंड कस्तूरी मृग
हिमाचल प्रदेश हिम तेंदुआ
जम्मू-कश्मीर हंगुल
झारखंड हाथी
कर्नाटक हाथी
मध्य प्रदेश बारहसिंगा
महाराष्ट्र विशाल गिलहरी
मणिपुर संगाई
मेघालय मलिन तेंदुआ
मिजोरम सीरो
नागालैंड सीरो
उड़ीसा सांभर
पुडुचेरी गिलहरी
पंजाब कृष्णमृग
राजस्थान ऊंट
सिक्किम रेड पांडा
तमिलनाडु नीलगिरि तहर
तेलंगाना हिरण
त्रिपुरा फायरे लंगूर
उत्तर प्रदेश कस्तूरी मृग

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भारत के प्रमुख राष्ट्रीय चिन्ह व प्रतीकों की सूची

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भारत के प्रमुख राष्ट्रीय चिन्ह व प्रतीकों की सूची

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक व चिन्ह: (National Signs and Symbols of India in Hindi)

इस खण्‍ड में आपको भारत की राष्‍ट्रीय पहचान के प्रतीकों का परिचय दिया गया है। यह प्रतीक भारतीय पहचान और विरासत का मूलभूत हिस्‍सा हैं। विश्‍व भर में बसे विविध पृष्‍ठभूमियों के भारतीय इन राष्‍ट्रीय प्रतीकों पर गर्व करते हैं क्‍योंकि वे प्रत्‍येक भारतीय के हृदय में गौरव और देश भक्ति की भावना का संचार करते हैं।

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक देश की छवि का प्रतिबिंब होते हैं और उन्हें बहुत ध्यान से चुना जाता है। राष्ट्रीय पशु बाघ शक्ति का प्रतीक है। राष्ट्रीय फूल कमल पवित्रता का प्रतीक है। राष्ट्रीय वृक्ष बरगद अमरता का प्रतीक है। राष्ट्रीय पक्षी मोर शिष्टता का प्रतीक है और राष्ट्रीय फल आम भारत की ट्रॅापिकल जलवायु का प्रतीक है। हमारा राष्ट्रीय गान और राष्ट्रीय गीत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रेरणा का स्रोत रहे हैं। भारत के राष्ट्रीय प्रतीक में एकदूसरे से पीठ के बल जुड़े चार शेर शक्ति, साहस, गर्व और विश्वास का प्रतीक हैं। भारत का राष्ट्रीय खेल चुने जाने के समय हाॅकी अपने चरम पर था।

यहां पर भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक व चिन्ह के नाम दिए गए है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक व चिन्ह के आधार पर प्रश्न पूछे जाते है, इसलिए यह पोस्ट आपकी सभी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे:- एसएससी, बैंक, शिक्षक, टीईटी, कैट, यूपीएससी, अन्य सरकारी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जानते है भारत के प्रमुख राष्ट्रीय चिन्ह व प्रतीकों के बारे में:-

भारत के राष्ट्रीय प्रतीक की सूची:

राष्‍ट्रीय पहचान के प्रतीक प्रतीक व चिन्ह का नाम
भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा
भारत का राष्ट्रीय गान जन-गन-मन
भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम्
भारत का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ
भारत का राष्ट्रीय पंचांग शक संवत
भारत का राष्ट्रीय वाक्य सत्यमेव जयते
भारत की राष्ट्रीयता भारतीयता
भारत की राष्ट्र भाषा हिंदी
भारत की राष्ट्रीय लिपि देव नागरी
भारत का राष्ट्रीय ध्वज गीत हिंद देश का प्यारा झंडा
भारत का राष्ट्रीय नारा श्रमेव जयते
भारत के  राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
भारत की राष्ट्रीय  विदेश नीति गुट निरपेक्ष
भारत का राष्ट्रीय पुरस्कार भारत रत्न
भारत का राष्ट्रीय सूचना पत्र श्वेत पत्र
भारत का राष्ट्रीय वृक्ष बरगद
भारत की राष्ट्रीय मुद्रा रूपया
भारत की राष्ट्रीय  नदी गंगा
भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ
भारत का राष्ट्रीय फूल कमल
भारत का राष्ट्रीय फल आम
भारत की राष्ट्रीय योजना पञ्च वर्षीय योजना
भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी
भारत की  राष्ट्रीय मिठाई जलेबी
भारत के राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस), 15 अगस्त(स्वतंत्रता दिवस), 2 अक्तूबर (गाँधी जयंती)

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विश्व की प्रमुख मिश्र धातुएं, उपयोग और उनके संघटको की सूची

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विश्व की प्रमुख मिश्र धातुएं, उपयोग और उनके संघटको की सूची

विश्व की प्रमुख मिश्र धातुएं, उपयोग और उनके संघटक: (List of Worlds Major alloys and their Uses in Hindi)

मिश्र धातु किसे कहते है?

दो या अधिक धात्विक तत्वों के आंशिक या पूर्ण ठोस-विलयन को मिश्रातु या मिश्र धातु (Alloy) कहते हैं। इस्पात एक मिश्र धातु है। प्रायः मिश्र धातुओं के गुण उस मिश्रधातु को बनाने वाले संघटकों के गुणों से भिन्न होते हैं। इस्पात, लोहे की अपेक्षा अधिक मजबूत होता है। काँसा, पीतल, टाँका (सोल्डर) आदि मिश्रातु हैं।

मिश्र धातुएं और उनके उपयोग:

सब मिश्रधातुओं को साधारणतया लौह तथा अलौह मिश्रधातुओं में विभाजित किया गया है। जब मिश्रधातु में लोहा आधार धातु रहता है, तब वह लौह तथा जब आधार धातु कोई अन्य धातु होती है, तब वह अलौह मिश्रधातु कहलाती है।

मुख्य अलौह मिश्र धातुएँ निम्नलिखित हैं:

  • ऐल्युमिनियम-पीतल (Aluminimum-Brass): इसके संगठन में ताँबा, जस्ता और ऐल्युमिनियम हैं, जो क्रमश: 71-55, 26-42 तथा 1-6 प्रतिशत तक होते हैं। इसका उपयोग पानी के जहाजों तथा वायुयान के नोदकों (propeller) के निर्माण में होता है।
  • ऐल्युमिनियम-कांसा: इसमें ताँबा 99-89 तथा ऐल्युमिनियम 1-11 प्रतिशत तक होता है। यह अति कठोर तथा संक्षारण अवरोधक होता है। इसके बरतन बनाए जाते हैं।
  • बबिट (Babit) धातु: इसमें टिन, ऐंटीमनी तथा ताँबा की प्रतिशत मात्रा क्रमश: 89, 7.3 तथा 3.7 होती है। इसका मुख्य उपयोग बॉल बियरिंग बनाने में होता है।
  • घंटा घातु (Bell Metal): इसमें ताँबा और टिन की प्रतिशत मात्रा क्रमश: 75-80 और 25-20 तक होती है। इससे घंटे आदि बनाए जाते हैं।
  • पीतल: इसमें ताँबा 73-66 तथा जस्ता 27-34 प्रतिशत तक होता है। इसका उपयोग चादर, नली तथा बरतन बनाने में होता है।
  • कार्बोलाय (Carboloy): यह टंग्स्टन कार्बाइड तथा कोबल्ट की मिश्रधातु है। इससे रगड़ने और काटने वाले यंत्र बनाए जाते हैं।
  • कॉन्स्टैंटेन (Constantan): इसमें तांबा 60-45, निकल 40-55, मैगनीज 0-1.4, कार्बन 0.1 प्रतिशत तथा शेष लोहा होता है। इसका उपयोग वैद्युत-तापमापक यंत्रों तथा ताप वैद्युत-युग्म (thermocouple) बनाने में होता है, क्योंकि यह विद्युत्‌ का प्रबल प्रतिरोधक होता है।
  • डेल्टा धातु (Delta Metal): इसमें ताँबा 56-54, जस्ता 40-44, लोहा 0.9-1.3, मैंगनीज 0.8-1.4 और सीसा 0.4-1.8 प्रतिशत तक होता है। यह मृदु इस्पात के समान मजबूत है, किंतु उसकी तरह सरलता से जंग खाकर नष्ट नहीं होती। इसका उपयोग पानी के जहाज बनाने में होता है।
  • डो धातु (Dow Metal): इसमें मैग्नीशियम 90-96, ऐल्युमिनियम 10-4 प्रतिशत तक तथा कुछ अंशों में मैंगनीज़ होता है। इसका उपयोग मोटर तथा वायुयान के कुछ हिस्सों को बनाने में होता है।
  • जर्मन सिलवर: इसमें ताँबा 55, जस्ता 25 और निकल 20 प्रतिशत होता है। कुछ वस्तुओं को बनाने में चाँदी के स्थान पर इसका उपयोग करते हैं, क्योंकि इससे बनी वस्तुएँ चाँदी के समान ही होती हैं।
  • हरित स्वर्ण (Green Gold): इसमें सोना, चाँदी और कैडमियम, क्रमश: 75, 11-25 तथा 13-0 प्रतिशत तक, होते हैं। इसके आभूषण बनाए जाते हैं।
  • गन मेटल (Gun Metal): इसमें ताँबा 95-71, टिन 0-11, सीसा 0.-13, जस्ता 0-5 तथा लोहा 0-1.4 प्रतिशत तक होता है। इससे बटन, बिल्ले, थालियाँ तथा दाँतीदार चक्र (gear) बनाए जाते हैं।
  • मैग्नेलियम (Magnalium): इसमें ऐल्युमिनियम 95-70 प्रतिशत तथा मैग्नीशियम 5-30 प्रतिशत तक होता है। यह मिश्रधातु हल्की होती है। इसका उपयोग विज्ञान संबंधी यंत्रों तथा तुलादंड बनाने में होता है।
  • नाइक्रोम (Nichrome): इसमें निकल 80-54, क्रोमियम 10-22, लोहा 4.8-27 प्रतिशत तक होते हैं। ऊँचे ताप पर इसका संक्षारण नहीं होता तथा इसका वैद्युत प्रतिरोध अधिक होता है। इसका उपयोग ऊष्मक (heater) बनाने में होता है।
  • पालौ (Palau): इसमें सोना 80 तथा पैलेडियम 20 प्रतिशत होते हैं। मूषा (crucibles) और थाली बनाने में प्लैटिनम के स्थान पर इसका उपयोग किया जाता है।
  • पर्मलॉय (Permalloy): इसमें निकल 78, लोहा 21, कोबल्ट 0.4 प्रतिशत तथा शेष मैगनीज, ताँबा, कार्बन, गंधक और सिलीकन होते हैं। इससे टेलीफोन के तार बनाए जाते हैं।
  • सोल्डर (Solder): इसमें सीसा 97 तथा टिन 33 प्रतिशत होते हैं। यह धातु दो धातुओं को आपस में जोड़ने के काम आती है।
  • शॉट धातु (Shot Metal): इसमें सीसा 99 तथा आर्सेनिक 1 प्रतिशत होता है। इससे बंदूक की गीली तथा छरें बनाए जाते हैं।
  • टिन की पन्नी (Tin Foil): इसमें टिन 88, सीसा 8, ताँबा 4 और ऐंटिमनी 0.5 प्रतिशत होते हैं। यह पन्नी सिगरेट और खाद्य वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिये उनके ऊपर लपेटी जाती है।
  • उड की धातु (Wood Metal): यह मिश्रधातु सर्वप्रथम उड ने बनाई थी। इसमें बिस्मथ 50, सीसा 25, टिन 13 और कैडमियम 13 प्रतिशत होते हैं। इसका गलनांक बहुत कम होता है। आग को पानी छिड़क कर बुझानेवाले, स्वचालित यंत्रों में, जो प्लग (plug) लगा रहता है वह इस मिश्रधातु का बना होता है।

महत्वपूर्ण मिश्रित धातुएँ एवं उनके संघटको की सूची:

मिश्रित धातु  संघटको के नाम
पीतल तांबा (75 प्रतिशत) + जस्ता (25 प्रतिशत)
घंटा धातु तांबा (75 प्रतिशत) + टिन (25 प्रतिशत)
कांसा तांबा (75 प्रतिशत) + टिन (25 प्रतिशत)
जर्मन सिल्वर तांबा (50 प्रतिशत) + जस्ता (25 प्रतिशत) + निकेल (25 प्रतिशत)
एल्युमीनियम कांसा तांबा (50 प्रतिशत) एल्युमीनियम (40 प्रतिशत) + लोहा (10 प्रतिशत)
गन मेटल तांबा (88 प्रतिशत) + जस्ता (2 प्रतिशत) + टिन (१० प्रतिशत)
टाइप (प्रिटिंग) मेटल लेड (60 प्रतिशत) + एंटीमनी (30 प्रतिशत) + टिन (10 प्रतिशत)
स्टेनलेस स्टील लोहा + क्रोमियम + निकेल
हिंडालियम एल्युमीनियम (91 प्रतिशत) + मैग्नीशियम (9 प्रतिशत)
डेल्टा धातु तांबा (55 प्रतिशत) + जस्ता (41 प्रतिशत) + लोहा (4 प्रतिशत)
डच मेटल तांबा (80 प्रतिशत) + जस्ता (20 प्रतिशत)
मोनल धातु तांबा (27 प्रतिशत) + निकिल (70 प्रतिशत) + लोहा (3 प्रतिशत)
टांका टिन (67 प्रतिशत) + सीसा (33 प्रतिशत)
बुड्‌स धातु बिस्मथ (33.5 प्रतिशत) + सीसा (33 प्रतिशत) + टिन (19 प्रतिशत) + कैडमियम (14.5 प्रतिशत)
कांस्टैटन तांबा (60 प्रतिशत) + निकिल (40 प्रतिशत)
मुट्‌ज धातु तांबा (60 प्रतिशत) + जस्ता (40 प्रतिशत)

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चन्द्रमा का इतिहास, आंतरिक संरचना एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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चन्द्रमा का इतिहास, आंतरिक संरचना एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

चन्द्रमा का इतिहास, आंतरिक संरचना एवं महत्वपूर्ण की जानकारी (Important GK Facts Related to Moon in Hindi)

चन्द्रमा का इतिहास:

हमारे सौरमंडल में कुल आठ ग्रह है। उनमें से कुछ के उपग्रह है तो कुछ के नहीं है। बुध व शुक्र ग्रह के कोई उपग्रह नहीं है। मंगल ग्रह के दो उपग्रह है, फ़ोबोस व डिमोज़। पृथ्वी का एक मात्र उपग्रह है, चन्द्रमा। सूर्य के बाद चंद्रमा आसमान में सर्वाधिक चमकने वाली वस्तु है । आकार में यह पृथ्वी का एक चौथाई भर है। यह तकरीबन हर सत्ताईस दिवसों में पृथ्वी का चक्कर काटता है। चंद्रमा एक निर्जन पिंड है। वहां ना वायु है और ना ही जल है। हवा और पानी ही जीवन के पनपने की बुनियादी जरूरतें है। वायुमंडल के अभाव में सूरज की तपिस सीधे चंद्रमा के धरातल पर पड़ती है इसलिए वहां दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर है । हमारे ग्रह की तरह चंद्रमा की धरती भी विविध भौगोलिक रचनाओं से अटी पड़ी है। इनमें चट्टान, पहाड़, मैदान, क्रेटर आदि प्रमुख है। चंद्रमा की अधिकांश चट्टानें तीन से साढ़े चार अरब वर्ष पुरानी हैं । पृथ्वी की तुलना में चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण छठवां भाग मात्र है । अर्थात वहां वस्तु का भार छः गुना कम होता है।

सोवियत रूस ने साठ के दशक के अंत में सर्वप्रथम चंद्रमा का दौरा किया। 46 साल पहले यानी 20 जुलाई, 1969 को इंसान ने चंद्रमा पर पहली बार कदम रखे थे। अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग चंद्रमा पर कदम रखने वाले (जाने वाले) पहले व्यक्ति थे। वे नासा के अपोलो-11 मिशन को लीड कर रहे थे। उसके अंतरिक्ष यान ‘लूना 2’ ने चंद्रमा का दौरा किया। चंद्रमा अकेला ऐसा पिंड है जिस पर मानव ने कदम रखा है। चंद्रमा पर अंतिम मानव यात्रा दिसम्बर 1972 में हुई। 1994 में ‘क्लेमेंटाइन’ अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा के धरातल को विस्तृत रूप से प्रतिचित्रित किया है। इसने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव के करीब गहरे खड्ड में कुछ जलीय बर्फ होने की संभावना भी जताई है।

चंद्रमा की आंतरिक संरचना:

चंद्रमा एक विभेदित निकाय है जिसका भूरसायानिक रूप से तीन भाग क्रष्ट, मेंटल और कोर है। चंद्रमा का 240 किलोमीटर त्रिज्या का लोहे की बहुलता युक्त एक ठोस भीतरी कोर है और इस भीतरी कोर का बाहरी भाग मुख्य रूप से लगभग 300 किलोमीटर की त्रिज्या के साथ तरल लोहे से बना हुआ है। कोर के चारों ओर 500 किलोमीटर की त्रिज्या के साथ एक आंशिक रूप से पिघली हुई सीमा परत है। चंद्रमा पर इलाके के दो प्राथमिक प्रकार हैं: भारी मात्रा में क्रेटर व बहुत पुरानी उच्चभूमि और अपेक्षाकृत चिकनी व युवा निम्न्भूमि। चन्द्रमा पर नजर आने वाला सबसे बड़ा काला धब्बा निम्न्भूमि है।

चंद्रमा का चुम्बकीय क्षेत्र:

चंद्रमा का करीब 1-100 नैनोटेस्ला का एक बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र है। पृथ्वी की तुलना में यह सौवें से भी कम है।

चन्द्रमा से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य:

  • चन्द्रमा धरती का एकलौता उपग्रह है।
  • वैज्ञानिक मानते हैं के आज से लगभग 450 करोड़ साल पहले ‘ थैया ‘ नाम का उल्का पिंढ पृथ्वी से टकराया था टककर इतनी जबरदस्त थी के धरती का कुछ हिस्सा टूट कर गिर गया जिससे चांद की उत्पति हुई।
  • चांद  को धरती की परिक्रमा करने में लगभग 28 दिन लग जाते हैं और इसे सिंक्रोनस मोशन कहा जाता है।
  • अभी तक चांद पर सिर्फ 12 इंसान ही गए हैं।
  • चन्द्रमा पृथ्वी के आकार का सिर्फ 27 % हिस्सा है।
  • पृथ्वी से चन्द्रमा गोल आकार का दिखता है परन्तु यह पूरी तरह गोल नहीं यह तो अंडे के आकार का है।
  • पिछले 41 सालों से चन्द्रमा पर कोई भी इंसान नहीं गया है।
  • पृथ्वी से अगर चांद गायब हो जाये तो तो पृथ्वी का दिन सिर्फ 6 घंटों का ही रह जायेगा।
  • ब्रह्मण्ड में मौजूद सभी 63 उपग्रहों में से चांद आकार में 5 वें नंबर पर आता है।
  • चन्द्रमा का तापमान दिन के समय 180 डिगरी सेलसियस तक चला जाता है परन्तु रात का तापमान -153 डिगरी सेलसियस तक आ जाता है।

  • चन्द्रमा का 59 % हिस्सा ही पृथ्वी से नजर आतां है।
  • जब धरती पर चन्द्रमा ग्रहण लगता है तो चांद पर सूर्य ग्रहण लगता है।
  • चन्द्रमा पर आपका वजन पृथ्वी के वजन के हिसाब से छे गुना कम हो जाता है। यदि धरती पर आपका वजन 60 किलो है तो चन्द्रमा पर आपका वजन सिर्फ दस किलो ही रह जायेगा।
  • चन्द्रमा का वजन तकरीवन 81 अरब यानी के 8100, 00, 00, 000 टन है।
  • आधा चांद पूरे चाॅंद से 9 गुना कम चमकदार रहता है।
  • चांद पर मौजूद काले धब्बों को चीन में मेढ़क कहा जाता है।
  • चन्द्रमा की उंची चोंटी मानस हुयगोनस है, जिसकी लंबाई तक़रीबन 4700 मीटर है।
  • दुनिया में बहुत सारे वज्ञैानियों के दुयारा चांद पर पानी होने के दायवे किये गए परन्तु सबसे पहले पानी की खोज भारत के दुयारा की गई थी।
  • धरती से चांद की दूरी  384, 315 किलोमीटर है।
  • चाँद पृथ्वी से हर वर्ष 3.4 सेंटीमीटर दूर खिसक जाता है , इस तरह 50 अरब साल गुजरने के बाद चाँद धरती की परिक्रमा 47 दिनों में करेगा।
  • चांद की अपनी कोई रोशनी नहीं है, बल्कि यह रोशनी तो सूरज से आने वाली रोशनी का प्रभाव होता है।
  • आप ने कभी रात को चन्द्रमा ध्यान से देखा है तो वह हर रात को एक आकार का नहीं दिखता क्योंकि सूरज की रोशनी चांद के जिस भाग पर पड़ती है हमें चांद का वही हिस्स्सा पृथ्वी से दिखता है। इसीलिए हमें चांद कभी आधा और कभी पूरा गोल दिखाई देता है।
  • हमें पृथ्वी से चन्द्रमा का केवल 59% भाग ही नजर आता है क्योंकि इतने भाग में ही सूर्य के किरने चन्द्रमा पर पड़ती है जिसकी वजह से यह धरती से दिखता है। बाकी बचा चाँद का हिस्सा धरती से कभी नहीं दिखता है।
  • चन्द्रमा पर 14 दिनों का दिन और 14 दिनों की ही रात होती है। क्योंकि चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 28 दिनों में करता है।
  • अन्तरिक्ष में जाने वाले प्रथम भारतीय राकेश शर्मा है।

इन्हें भी जाने: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का इतिहास, उद्देश्य व प्रमुख केंद्र

और जानिये : चन्द्रमा का इतिहास, आंतरिक संरचना एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची


भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार (आईफा अवार्ड) 2017 के विजेताओं की सूची

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आईफा अवार्ड्स 2017 के विजेताओं की सूची | IIFA Awards 2017 Winners List in Hindi

आईफा अवार्ड 2017 के विजेताओं की सूची: (List of International Indian Film Academy (IIFA) Awards 2017 Winners in Hindi)

18वें अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार (आईफा अवार्ड्स) का 18वां संस्करण न्यूयॉर्क, अमेरिका में आयोजित किया गया। आईफा अवार्ड 2017 में फ़िल्म ‘उड़ता पंजाब’ की धूम रही। सोनम कपूर द्वारा अभिनीत फिल्म नीरजा को सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार प्रदान किया गया। फिल्म उड़ता पंजाब के लिए शाहिद कपूर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया। वही उड़ता पंजाब और डियर जिंदगी के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अवार्ड आलिया भट्ट को मिला। अभिनेता सलमान खान ने आईफा अवार्ड्स 2017 के विजेताओं की घोषणा की।

अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार (आईफा अवार्ड्स) 2017 के विजेताओं की पूरी सूची:

पुरस्कार का नाम विजेता का नाम
सर्वश्रेष्ठ फिल्म नीरजा
प्रमुख भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता शाहिद कपूर (उड़ता पंजाब)
प्रमुख भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री आलिया भट्ट (उड़ता पंजाब और डियर जिंदगी)
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी (गुलाबी)
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता अनुपम खेर (एमएस धोनी)
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री शबाना आज़मी (नीरजा)
नकारात्मक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता जिम सरभ (नीरजा)
सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन वरुण धवन (ढिशूम)
सर्वश्रेष्ठ संगीतकार प्रीतम (ऐ दिल है मुश्किल)
बेस्ट प्लेबैक सिंगर (पुरुष) अमोत मिश्रा बुलिया (ऐ दिल है मुस्किल)
सर्वश्रेष्ठ गीतकार अमिताभ भट्टाचार्य (चन्ना मेरेया)
बेस्ट प्लेबैक सिंगर (महिला) कनिका कपूर [दा दा दस्से (उड़ता पंजाब)] और तुलसी कुमार [सोच न सके (एयरलिफ्ट)]
साल का स्टाइल आइकन आलिया भट्ट
बेस्ट स्टोरी अवार्ड कपूर एंड संस
वर्ष की महिला तापसी पन्नू (पिंक)
सर्वश्रेष्ठ डेब्युटेंट अभिनेत्री दिशा पटानी (एमएस धोनी- द अनटॉल्ड स्टोरी)
बेस्ट डेब्युटेंट अभिनेता दिलजीत दोसांज, उड़ता पंजाब के लिए

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राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

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राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियाँ | (List of Important National and International Days and Dates in Hindi)

इस अध्याय में राष्ट्रीय (भारत) और अंतराष्ट्रीय (विश्व) के महत्वपूर्ण दिवस व दिनों और तिथियों के बारे में जरूरी जानकारी दी गई है जबकि पृष्ठ पर सभी महत्वपूर्ण दिनों (राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय) को एक पंक्ति में सूचीबद्ध किया गया है।

महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दिवस की सूची:

दिवस तारीख राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दिवस
जनवरी माह की मुख्य तिथियाँ
वैश्विक परिवार दिवस (यूएसए) 01 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
लुई ब्रेल दिवस 04 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
प्रवासी भारतीय दिवस 09 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
विश्व लाफ्टर दिवस 10 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
थल सेना दिवस (भारत) 15 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
बालिका दिवस 24 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
पर्यटन दिवस (भारत) 25 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 26 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
गणतंत्र दिवस (भारत) 26 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
डेटा संरक्षण दिवस 28 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
शहीदों का दिवस 30 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
कुष्ठ निवारण दिवस 30 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
सर्वोदय दिवस 30 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
फरवरी माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व आर्द्रभमि दिवस 02 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व कैंसर दिवस 04 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
गुलाब दिवस 12 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
वेलेंटाइन दिवस 14 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व सामाजिक न्याय दिवस 20 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व स्काउट दिवस 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
सेंट्रल एक्साइज टेक्स दिवस 24 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
मार्च माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व वन्य जीव दिवस 03 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय रक्षा दिवस 03 मार्च राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 04 मार्च राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस 09 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व गुर्दा दिवस 13 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 15 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 16 मार्च राष्ट्रीय दिवस
आयुध विनिर्माण दिवस 18 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व विक्लांग दिवस 20 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जल दिवस 22 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राम मनोहर लोहिया का जन्म दिवस 23 मार्च राष्ट्रीय दिवस
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु फांसी दिवस 23 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व टीबी दिवस (क्षय रोग) 24 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
ग्रामीण डाक जीवन बीमा दिवस 24 मार्च राष्ट्रीय दिवस
गणेश शंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस 25 मार्च राष्ट्रीय दिवस
बांग्लादेश राष्ट्रीय दिवस 26 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व थियेटर दिवस 27 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय शिप परिवहन दिवस 29 मार्च राष्ट्रीय दिवस
अप्रैल माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 02 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय समुद्री दिवस 05 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विकास एवं शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस 06 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विशेष सुरक्षा समूह स्थापना दिवस 07 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व होम्योपैथी दिवस 10 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एयरोनॉटिक्स और ब्रह्माण्ड विज्ञान दिवस 14 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व हीमोफिलिया दिवस 17 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विरासत दिवस 18 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
भारतीय सिविल सेवा दिवस 21 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
मई माह की मुख्य तिथियाँ
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस 01 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अस्थमा दिवस 02 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
मई मातृ दिवस 02 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
वैश्विक पहुंच-जागरूकता दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व लाफ्टर दिवस 07 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व रेड क्रॉस दिवस 08 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 15 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व दूरसंचार दिवस 17 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई राष्ट्रीय दिवस
विश्व जैव विविधता 23 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रमंडल दिवस 24 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि 27 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व तंबाकू विरोधी 31 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
जून माह की मुख्य तिथियाँ

वर्ल्ड मिल्क डे 01 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ स्थापना दिवस 06 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व भूगर्भ जल दिवस 10 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बालश्रम निषेध दिवस 12 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व रक्तदान दिवस (विश्‍व रक्‍तदाता दिवस) 14 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्‍व रेगिस्‍तान तथा सूखा रोकथाम दिवस 17 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
गोवा क्रान्ति दिवस 18 जून राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस 18 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पितृ/पिता दिवस जून का तीसरा रविवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एथनिक दिवस 19 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व संगीत दिवस 21 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस 23 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस 23 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस 26 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्‍ट्रीय सांख्यिकी दिवस 29 जून राष्ट्रीय दिवस
जुलाई माह की मुख्य तिथियाँ
राष्ट्रीय चिकित्सक (डॉक्टर) दिवस 01 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
भारतीय स्टेट बैंक स्थापना दिवस 01 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
अन्तरराष्ट्रीय खेल पत्रकार दिवस 02 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 04 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस 09 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस 18 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय प्रसारण दिवस 23 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
आयकर दिवस 24 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
कारगिल स्मृति दिवस 26 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस 28 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अगस्त माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व स्तनपान सप्ताह 01 अगस्त से 07 अगस्त) अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शांति दिवस, हिरोशिमा दिवस 06 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस या फ्रैंडशिप डे अगस्त माह का पहला रविवार अंतर्राष्ट्रीय दिवस
भारत छोड़ो दिवस, नागासाकी दिवस 09 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
डेंगू निरोधक दिवस 10 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व युवा दिवस 12 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अंगदान दिवस 13 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
स्वतंत्रता दिवस (भारत) 15 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
विश्व फोटोग्राफी दिवस 19 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मच्छर दिवस 20 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
सद्भावना दिवस 20 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस 26 अगस्त अंतरराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस 30 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय दिवस
सितम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व नारियल दिवस 02 सितम्बर अंतर्राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 05 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व साक्षरता दिवस 08 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस 11 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बन्धुत्व और क्षमायाचना दिवस 14 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
हिन्दी दिवस: भारत 14 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
अभियन्ता दिवस अथवा इंजीनियर्स डे 15 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व ओजोन दिवस 16 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
भगवान विश्वकर्मा जयन्ती 17 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) स्थापना दिवस 20 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय शांति दिवस 21 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अल्जाइमर दिवस 21 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मूक बधिर दिवस 26 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व हृदय दिवस 29 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अक्टूबर माह की मुख्य तिथियाँ
अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस 01 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस 02 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
लाल बहादुर शास्त्री जन्म दिन 02 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावास दिवस अक्टूबर माह का प्रथम सोमवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पशु कल्याण दिवस 04 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शिक्षक दिवस 05 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जंगली जानवर दिवस 06 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
भारतीय वायु सेना दिवस 08 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
विश्व डाक दिवस 09 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व दृष्टि दिवस अक्टूबर महीने का दूसरा गुरुवार अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
लोकनायक जय प्रकाश नारायण जन्मदिन 11 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र प्राकृतिक आपदा दिवस 13 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मानक दिवस 14 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एलर्जी जागरूकता दिवस 16 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस 17 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस 20 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व आयोडीन अल्पता दिवस 21 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पोलियो दिवस 24 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विकास सूचना दिवस 24 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बचत दिवस 30 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि 31 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
नवम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व सेवा दिवस 09 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय मलाला दिवस 10 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रिय पक्षी दिवस 12 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
बाल दिवस (जवाहर लाल नेहरू की जयंती) 14 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
डायबिटीज दिवस 14 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
धीरज अंतर्राष्ट्रीय दिवस 16 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व छात्रों दिवस 17 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 17 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रौढ़ दिवस 18 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व नागरिक दिवस 19 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
यूनिवर्सल बाल दिवस 20 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
वर्ल्ड टेलीविजन दिवस 21 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मांसाहारी रोकथाम दिवस 25 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस 26 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
नेशनल लॉ दिवस 26 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण सरंक्षण दिवस 26 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
दिसम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व एड्स दिवस 01 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
गुलामी के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस 02 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विकलांग दिवस 03 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
रासायनिक दुर्घटनाओं रोकथाम दिवस 04 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
नौसेना दिवस 04 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवकों दिवस 05 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन दिवस 07 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
सशस्त्र सेना झंडा दिवस 07 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस 10 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस 10 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बाल कोष दिवस 11 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अस्थमा दिवस 11 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस 15 दिसम्बर अंतर्राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 14 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अल्पसंख्यक अधिकार दिवस (भारत) 18 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
गोवा मुक्ति दिवस 19 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
किसान गोते दिवस 23 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
क्रिसमस दिवस 25 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्थापना दिवस 26 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस

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और जानिये : राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

भारत के राष्ट्रपतियों के नाम, कार्यकाल और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची (1950 से 2017 तक)

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भारत के राष्ट्रपतियों के नाम, कार्यकाल और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची (1950 से 2017 तक)

भारतीय राष्ट्रपति और उनके कार्यकाल की सूची: (List of Indian Presidents Since 1950 to 2017 in Hindi)

भारत के राष्ट्रपति को देश के प्रथम नागरिक एवं देश के मुखिया के रूप में जाना जाता है। राष्ट्रपति के पास भारतीय सशस्त्र सेना की भी सर्वोच्च कमान है। भारत के प्रथम नागरिक को हिन्दी में राष्ट्रपति और संस्कृत में राज्य का भगवान कहते है। संसद और राज्य के विधानमंडल के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा देश के राष्ट्रपति का चुनाव किया जाता है। भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है।

भारत की स्वतंत्रता से अब तक, 14 राष्ट्रपति चुनाव हुए जिसमें 13 व्यक्ति भारत के राष्ट्रपति चुने गये और छोटे अंतराल के लिये तीन कार्यकारी राष्ट्रपति हुए। भारतीय संविधान के भाग 5 के अनुच्छेद 56 के द्वारा भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल पाँच साल का होता है। राष्ट्रपति के बर्खास्तगी और अनुपस्थिति में ही उपराष्ट्रपति कार्यभार सँभालता है। भाग 5 के अनुच्छेद 70 द्वारा संसद को राष्ट्रिपति के कार्यों का निर्वहन करने का अधिकार है।

राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने के लिये किसी भी उम्मीदवार की उम्र 35 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिये, लोकसभा सदस्य होने की पात्रता रखता हो, संसद अथवा राज्य सदन का सदस्य न हो, कोई लाभ का पद धारण न करता हो, उपराष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपाल, केन्द्रीय मंत्री तथा किसी राज्य के मंत्री अपने पद से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिये खड़े हो सकते है। नीचे आजादी के बाद से अब तक भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची उनके महत्वपूर्ण विवरण के साथ दी गयी है।

रामनाथ कोविंद भारत के नए राष्ट्रपति होंगे। एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार को हरा दिया है। रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। रामनाथ कोविंद पूर्व में बिहार के राज्यपाल थे।

देखें अबतक कौन-कौन बना है भारत का राष्ट्रपति:

नाम कार्यकाल रोचक तथ्य
डा. राजेन्द्र प्रसाद 1950-1957, 1957-1922 संविधान सभा के अध्यक्ष
डा. सर्वपल्ली राधा कृष्णन 1922-1927 उप राष्ट्रपति
डा. जाकिर हुसैन 1927-1929 कार्यकाल में मृत्यु
वी.वी. गिरी (कार्यवाहक) 1929-1974 उप राष्ट्रपति
एम. हिदायतुल्ला (कार्यवाहक) 20.7.1929-24.8.1929 मुख्य न्यायाधीश
वी.वी. गिरी 1929-1974 स्वतन्त्र उम्मीदवार के रूप में जीते
फखरुद्दीन अली अहमद 1974-1977 केन्द्रीय मंत्री (कार्यकाल में मृत्यु)
बी.डी. जत्ती (कार्यवाहक) 11.2.1977-25.7.1977 उप राष्ट्रपति
नीलम संजीव रेड्डी 1977-1982 निर्विरोध निर्वाचित, 1929 में पराजित
एम. हिदायतुल्ला (कार्यवाहक) 02.10.1982-31.10.1982 उप राष्ट्रपति
ज्ञानी जैल सिंह 1982-1987 प्रथम सिख राष्ट्रपति
रामास्वामी वेंकटरमण 1987-1992 उप राष्ट्रपति
डा. शंकर दयाल शर्मा 1992-1997 उप राष्ट्रपति(4 प्रधानमंत्रियों के साथ काम)
डा. के. आर.नारायणन 1997-2002 प्रथम दलित
ए.पी. जे. अब्दुल कलाम 2002-2007 वैज्ञानिक, मिसाइल कार्यक्रम के प्रणेता
श्रीमती प्रतिभा पाटिल 2007 से 25 जुलाई 2012 प्रथम महिला राष्ट्रपति
प्रणब मुख़र्जी 2012 से 25 जुलाई 2017 तक वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री
रामनाथ कोविंद रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को शपथ लेंगे बिहार के राज्यपाल

अंतिम संशोधन: 09 दिसम्बर 2016

भारत के राष्ट्रपति से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

  • राष्ट्रपति चुनाव में पहली महिला उम्मीदवार मनोहर होल्कर थी जिन्होंने 1967 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
  • ज्ञानी जैल सिंह सबसे कम आयु के राष्ट्रपति थे, राष्ट्रपति बनने के समय उनकी उम्र 64 वर्ष थी।
  • राष्ट्रपति के रुप में सबसे छोटा कार्यकाल डाँ जाकिर हुसैन का था , वे लगभग 2 वर्ष तक राष्ट्रपति रहे।
  • डाँ राधाकृष्णन , जाकिर हुसैन , वी. वी गिरि , आर वेंकटरमण , शंकर दयाल शर्मा एवं के. आर नारायणन उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति बने थे।
  • राष्ट्रपति भवन जो कि स्वतंत्रता के पहले वायसराय भवन था उसके वास्तुकार लुटियंस थे।

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्य एवं उनके वर्तमान मुख्यमंत्री

और जानिये : भारत के राष्ट्रपतियों के नाम, कार्यकाल और महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची (1950 से 2017 तक)

भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और शहरों की सूची

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भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और शहरों की सूची

भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और शहरों की सूची: (List of Famous Historical Places of India in Hindi)

यहाँ आपको भारतीय इतिहास के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और शहरों से सम्बंधित सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। भारत के प्रमुख शहरों और स्थलों के आधार पर हर परीक्षा में दो या तीन प्रश्न अवश्य पूछे जाते है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससी, एसएससी, आईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है। इस पोस्ट में भारतीय इतिहास के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और शहरों का वर्णन किया है,जो हमे भारत के इतिहास से अवगत कराते है।

  • मैसूर महल: मैसूर महल को अंबा विलास महल के नाम से भी जाना जाता है। मैसूर भारत के कर्नाटक प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह प्रदेश की राजधानी बंगलोर से लगभग डेढ सौ किलोमीटर दक्षिण में तमिलनाडु की सीमा पर बसा है। इस महल में इंडो-सारासेनिक, द्रविडियन, रोमन और ओरिएंटल शैली का वास्तुशिल्प देखने को मिलता है। महल के साथ-साथ यहां 44.2 मीटर ऊंचा एक पांच तल्ला टावर भी है, जिसके गुंबद को सोने से बनाया गया है।
  • लाल किला: दिल्ली के किले को लाल-किला भी कहते हैं, क्योंकि यह लाल रंग का है। यह भारत की राजधानी नई दिल्ली से लगी पुरानी दिल्ली शहर में स्थित है। लाल किला एक मुगलकालीन इमारत है, जिसे मुगल शहंशाह शाहजहाँ ने 17वीं शताब्दी में बनवाया था। यह युनेस्को विश्व धरोहर स्थल में चयनित है।

  • हवा महल: हवा महल भारतीय राज्य राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक राजसी-महल है। इसे सन 1798 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था और इसे किसी ‘राजमुकुट’ की तरह वास्तुकार लाल चंद उस्ता द्वारा डिजाइन किया गया था।
  • ताजमहल: भारत के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मक़बरा है। इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने, अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था। ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली फ़ारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा सम्मिलन है। सन् 1983 में, ताजमहल युनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना।
  • कुतुबमीनार: कुतुब मीनार भारत के दक्षिणी शहर दिल्ली के महरौली भाग में स्थित है। कुतुब मीनार ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) और व्यास 17.3 मीटर है, जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर (9.02 फीट) हो जाता है। इसमें ३७९ सीढियाँ हैं। यह परिसर युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में स्वीकृत किया गया है।
  • अमरावती: अमरावती आन्ध्र प्रदेश के गुंटूर ज़िले में कृष्णा नदी के दाहिने तट पर आधुनिक विजयवाड़ा के निकट स्थित है। यह नगर सातवाहन राजाओं के शासनकाल में हिन्दू संस्कृति का केन्द्र था। इसका प्राचीन नाम धान्यघट या धान्यकटक अथवा धरणिकोट है। कृष्णा नदी के तट पर बसे होने से इस स्थान का बड़ा महत्त्व था, क्योंकि समुद्र से कृष्णा नदी से होकर व्यापारिक जहाज़ यहाँ पहुँचते थे। यहाँ से भारी मात्रा में आहत सिक्के (पंच मार्क्ड) जो सबसे पुराने हैं, मिले हैं।
  • अहिछत्र : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में स्थित है। यह स्थान एक समय पाँचालों की राजधानी थी। महाभारत के अनुसार उत्तर पाँचाल की राजधानी अहिच्छत्र को कुरुओं ने वहाँ के राज से छीनकर द्रोण को दे दिया था। कहा जाता है, द्रोण ने द्रुपद को अपने शिष्यों की सहायता से हराकर प्रतिशेध लिया था और उसका आधा राज्य बाँट लिया था।
  • आइहोल: कर्नाटक में स्थित आइहोल चालुक्यों द्वारा बनवाए गए पाषाण के मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध है।
  • अजंता की गुफाएँ: अजंता की गुफाएँ अजंता नामक गांव के सन्निकट में स्थित हैं, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में हैं। इसमें 29 बौद्ध गुफाएँ मौजूद हैं। यह गुफाएँ अपनी चित्रकारी के लिए प्रसिद्ध हैं। इनका काल 2 सदी ई. पू. से 7 शताब्दी ई. तक है। यहां बौद्ध धर्म से सम्बंधित चित्रण एवं शिल्पकारी के उत्कृष्ट नमूने मिलते हैं।  अजंता की गुफाएं को सन 1983 से युनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित है।
  • अरिकामेडू: चोल काल के दौरान पाँडिचेरी के निकट स्थित समुद्री बंदरगाह था। अरिकामेडू को पेरिप्लस में पेडूक कहा गया है।
  • बादामीयावातापी: कर्नाटक में स्थित यह स्थान चालुक्य मूर्तिकला के  लिए प्रसिद्ध है जो कि गुहा मंदिरों में पाई जाती है। यह स्थान द्रविड़ वास्तुकला का उत्तम उदाहरण है।
  • चिदाम्बरम: यह स्थान चेन्नई के 150 मील दक्षिण में स्थित है और एक समय यह चोल राज्य की राजधानी थी। यहाँ के मंदिर भारत के प्राचीनतम मंदिरों में से हैं और वे द्रविड़स्थापत्य व वास्तुकला का बखूबी प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • बोधगया:बिहार की राजधानी पटना के दक्षिणपूर्व में लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित बोधगया गया जिले से सटा एक छोटा शहर है। कहते हैं बोधगया में बोधि पेड़़ के नीचे तपस्या कर रहे गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। तभी से यह स्थल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्ष 200 में यूनेस्कोद्वारा इस शहर को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया।
  • एलीफेंटा की गुफाएं: एलीफेंटा की गुफाएं मुंबई से लगभग 11 किलोमीटर उत्तर-पूर्व की तटीय पहाडि़यों पर स्थित हैं तथा ये लगभग सात किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हैं। एलिफेंटा की गुफ़ाएँ पौराणिक देवताओं की अत्यन्त भव्य मूर्तियों के लिए विख्यात है। इस खाड़ी का नाम घारापुरी भी है जिसका अर्थ होता है गुफाओं का शहर। इस जगह पर दो प्रकार की गुफाएं हैं एक जो हिन्दू धर्म को दर्शाती हैं और दूसरी वो जो बौद्ध धर्म के मानने वालों के लिए हैं। 1987 में एलिफेंटा की गुफ़ाएँ को विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया गया था।
  • अयोध्या: अयोध्या भारत के उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक अति प्राचीन धार्मिक नगर है। यह फैजाबाद जिला के अन्तर्गत आता है। यह सरयू नदी (घाघरा नदी) के दाएं तट पर बसा है। प्राचीन काल में इसे ‘कौशल देश’ कहा जाता था। अयोध्या हिन्दुओं का प्राचीन और सात पवित्र तीर्थस्थलों में एक है। भगवान राम का जन्म स्थान यही है।
  • एलोरा गुफायें: यह स्थान महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। प्रकृति की हरी-भरी वादियों में बसी, बाघेरा नदी के किनारे घोड़े की नाल के आकार में पत्थर को काटकर बनाई गईं 34 गुफाएं स्थित हैं।
  • फतेहपुर सीकरी: फतेहपुर सीकरी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में, आगरा से 23 मील की दूरी पर स्थित है। इसकी स्थापना 1569 में अकबर ने की थी। फतेहपुर सीकरी हिंदू और मुस्लिम वास्‍तुशिल्‍प के मिश्रण का सबसे अच्‍छा उदाहरण है। यहाँ पर 176 फीट ऊँचा बुलंद दरवाजा मौजूद है।
  • हड़प्पा: हड़प्पा पूर्वोत्तर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक पुरातात्विक स्थल है। यह साहिवाल शहर से २० किलोमीटर पश्चिम मे स्थित है। सिन्धु घाटी सभ्यता के अनेकों अवशेष यहाँ से प्राप्त हुए है। सिंधु घाटी सभ्यता को इसी शहर के नाम के कारण हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है।
  • हम्पी: हम्पी मध्यकालीन हिन्दू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी था। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित यह नगर अब ‘हम्पी’ के नाम से जाना जाता है। यह प्राचीन शानदार नगर अब मात्र खंडहरों के रूप में ही अवशेष अंश में उपस्थित है। यहाँ के खंडहरों को देखने से यह सहज ही प्रतीत होता है कि किसी समय में हम्पी में एक समृद्धशाली सभ्यता निवास करती थी। भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित यह नगर यूनेस्को द्वारा ‘विश्व विरासत स्थलों’ की सूची में भी शामिल है।
  • आगरा: इस शहर की नींव लोदी वंश के बादशाह सिकंदर लोदी ने 1509 में रक्खी थी। बाद में मुगल सम्राटों ने इसे अपनी राजधानी बनाया। शाहजहाँ ने यहीं अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण कराया था।
  • अमृतसर: अमृतसर भारत के पंजाब राज्य का एक शहर है। अमृतसर पंजाब का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र शहर माना जाता है, क्योंकि सिक्खों का सबसे बडा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ही है। ताजमहल के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को ही देखने आते हैं। इसका निर्माण सिक्खों के चौथे गुरू रामदास ने करवाया था।
  • अवन्ति: पुराणों में अवन्ति प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। इसके अंतर्गत आधुनिक मालवा था। उज्जैन इसकी राजधानी थी।
  • इंद्रप्रस्थ: इंद्रप्रस्थ, प्राचीन भारत के राज्यों में से एक था। महान भारतीय महाकाव्य महाभारत के अनुसार यह पांडवों की राजधानी थी। यह शहर यमुना नदी के किनारे स्थित था, जो कि भारत की वर्तमान राजधानी दिल्ली में स्थित है।
  • उज्जयिनी: वर्तमान उज्जैन नगर, जो कि भारत के मध्य प्रदेश में स्थित है, उसे प्राचीन काल में उज्जयिओनी कहा जाता था। इसी से वर्तमान नाम उज्जैन पड़ा है। यह सात मोक्षदायिनी नगरियों, सप्तपुरियों में आता है। छठी सदी ई. पू. में यह शहर उत्तरी अवन्ति की राजधानी था।
  • कन्नौज: उत्तर प्रदेश में स्थित यह शहर हर्ष की राजधानी थी। कन्नौज एक प्राचीन नगरी है एवं कभी हिंदू साम्राज्य की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित रहा है। माना जाता है कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण मूल रूप से इसी स्थान के हैं।
  • कन्याकुमारी: कन्याकुमारी पद्मपुराण में वर्णित तमिलनाडु प्रान्त के सुदूर दक्षिण तट पर बसा एक शहर है। यह हिन्द महासागर, बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर का संगम स्थल है, जहां भिन्न सागर अपने विभिन्न रंगो से मनोरम छटा बिखेरते हैं। भारत के सबसे दक्षिण छोर पर बसा कन्याकुमारी वर्षो से कला, संस्कृति, सभ्यता का प्रतीक रहा है।

  • कपिलवस्तु: कपिलवस्तु, शाक्य गण की राजधानी था। गौतम बुद्ध के जीवन के प्रारम्भिक काल खण्ड यहीं पर व्यथीत हुआ था। भगवान बुद्ध का जन्म इस स्थान से 10 किमी पूर्व में लुंबिनी मे हुआ था।
  • कांचीपुरम: कांचीपुरम भारत के तमिलनाडु राज्य में पलार नदी के किनारे स्थित है। यह मन्दिरों का शहर है। इसे पूर्व में कांची या काचीअम्पाठी भी कहते थे। कांचीपुरम प्राचीन चोल और पल्लव राजाओं की राजधानी थी। यहां कई बडे़ मन्दिर हैं, जैसे वरदराज पेरुमल मन्दिर भगवान विष्णु के लिये, भगवान शिव के पांच रूपों में से एक को समर्पित एकाम्बरनाथ मन्दिर, कामाक्षी अम्मा मन्दिर, कुमारकोट्टम, कच्छपेश्वर मन्दिर, कैलाशनाथ मन्दिर, इत्यादि। यह नगर अपनी रेशमी साडि़यों के लिये भी प्रसिद्ध है।
  • कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित इसी स्थान पर महात्मा बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
  • खजुराहो: दसवीं से बारहवीं शताब्दी के मध्य चंदेल शासकों द्वारा निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध खजुराहों मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है।
  • गया: बिहार में स्थित इस नगर की गणना पवित्र नगरियों में की जाती है। यहीं पर बुद्ध को ज्ञान की प्राप्त हुई थी।
  • जयपुर: 1721 में कछवाहा शासक सवाई जयसिंह ने इस नगर की स्थापना की थी।
  • झांसी: उत्तर प्रदेश का यह नगर रानी लक्ष्मी बाई की वजह से प्रसिद्ध है।
  • दौलताबाद: प्राचीनकाल में देवगिरि के नाम से विख्यात यह नगर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है। मुहम्मद बिन तुगलक ने इसे अपनी राजधानी बनाया था।
  • पाटलिपुत्र: बिहार स्थित पाटलिपुत्र वर्तमान में पटना के नाम से प्रसिद्ध है। यह मौर्र्यों की राजधानी थी।
  • पूणे: मराठा सरदार शिवाजी तथा उनके पुत्र शम्भाजी की राजधानी पूणे महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर माना जाता है।
  • पुरूषपुर: प्रथम शताब्दी ई.पू. में कनिष्क द्वारा स्थापित पुरूषपुर पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर सीमा प्रांत में स्थित है। इसे वर्तमान में पेशावर के नाम से जाना जाता है।
  • प्लासी: प्लासी 1757 में ईस्ट इंडिया कंपनी एवं बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुए युद्ध के लिए प्रसिद्ध है।
  • प्रयाग: तीर्थराज कहलाने वाला यह नगर गंगा:यमुना के संगम पर बसा है। प्राचीन काल से ही इस स्थली की गणना पवित्र नगरियों में की जाती है। बाद में अकबर ने इसका नाम बदलकर इलाहाबाद कर दिया था।
  • बीजापुर: युसूफ आदिलशाह द्वारा स्थापित यह नगर कर्नाटक में स्थित है। यहां गोल गुंबज मुहम्मद आदिलशाह का मकबरा है।
  • भुवनेश्वर: वर्तमान समय में उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर प्राचीन समय में उत्कल की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध था। यहाँ के मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
  • रामेश्वरम: तमिलनाडु में स्थित यह स्थान रामनाथ स्वामी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
  • मदुरै: पाण्ड्य राजाओं की राजधानी एवं तमिलनाडु में स्थित यह नगर मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।
  • भीतरगांव: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित यह स्थल गुप्तकालीन ईंटों से बने मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
  • माउंटआबू: दिलवाड़ा के जैन मंदिर के लिए प्रसिद्ध यह स्थान अरावली पर्वत पर स्थित है।
  • मथुराउत्तर प्रदेश में स्थित यह नगरी भगवान श्रीकृष्ण की जन्म स्थली होने की वजह से प्रसिद्ध है।
  • मामल्लपुरम:पल्लव नरेश नरसिंह वर्मन द्वारा चेन्नई के पास निर्मित यह नगर वर्तमान में महाबलीपुरम के रुप में विख्यात है। यहां के मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
  • विजयनगर: इस राज्य की नींव 1336 में तुंगभद्रा नदी के तट पर हरिहर व बुक्का द्वारा रखी गई थी।
  • श्रवणबेलगोला: कर्नाटक के हसन जिले में स्थित श्रवणबेलगोला जैन धर्म के मुख्य केेंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। यहां जैन तीर्र्थंकर बाहुबली की विशाल मूर्ति है।
  • सारनाथ: यह स्थान उत्तर प्रदेश के वाराणसी के पास स्थित है जहां बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था।
  • कोणार्क सूर्य मंदिर: कोणार्क का सूर्य मंदिर, भारत के उड़ीसा राज्य के पुरी जिले के पुरी नामक शहर में स्थित है। इसे लाल बलुआ पत्थर एवं काले ग्रेनाइट पत्थर से १२३६– १२६४ ई.पू. में गंग वंश के राजा नृसिंहदेव द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर, भारत की सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। इसे युनेस्को द्वारा सन 1984 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।

इन्हें भी पढ़े: भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के नाम एवं उनके स्थान की सूची

और जानिये : भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और शहरों की सूची

बीसीसीआई पुरस्कार 2017 से सम्मानित खिलाड़ियों की पूरी सूची

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बीसीसीआई पुरस्कार 2017 से सम्मानित खिलाड़ियों की पूरी सूची

बीसीसीआई पुरस्कार (अवार्ड्स) 2017 से सम्मानित खिलाड़ियों की सूची: (List of BCCI Awards Winners 2017 in Hindi)

बीसीसीआई पुरस्कार समारोह 2017:

बीसीसीआई द्वारा 08 मार्च को आयोजित बीसीसीआई पुरस्कार समारोह 2017 में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को ‘साल के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर’ को मिलने वाले प्रतिष्ठित “पाली उमरीगर पुरस्कार” से सम्मानित किया गया, जबकि ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन को ‘द्विपक्षीय श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन’ के लिए “दिलीप सरदेसाई पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। वर्ष 2011-12 और 2014-15 के बाद कोहली को तीसरी बार इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। विराट कोहली खेल के तीनों प्रारूपों में भारत के शीर्ष स्कोरर रहे थे। विराट कोहली इस पुरस्कार को तीसरी बार जीतने वाले पहले खिलाड़ी है। रविचंद्रन अश्विन भी दिलीप सरदेसाई पुरस्कार दूसरी बार हासिल करने वाली पहले क्रिकेटर बने है। इन पुरस्कारों में उनके अलावा कई लीजेंड्स और घरेलू सत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया।

बीसीसीआई द्वारा सम्मानित खिलाड़ियों की सूची इस प्रकार है:

  • कर्नल सीके नायडु लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड: राजिन्द्र गोयल, पद्माकर शिवाल्कर।
  • बीसीसीआई महिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड: शनथा रंगास्वामी (लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड पाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाडी)।
  • बीसीसीआई विशेष अवार्ड: वीवी कुमार, रमाकांत देसाई।
  • पोली उमरीगर अवार्ड: विराट कोहली (इस पुरस्कार को तीसरी बार जीतने वाले पहले खिलाड़ी)।
  • दिलीप सरदेसाई अवार्ड (वेस्टइंडीज सीरीज 2016 में श्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर के लिए): रविचंद्रन अश्विन (इस पुरस्कार को दूसरी बार हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी)।
  • लाला अमरनाथ अवार्ड (2015-16 रणजी ट्रॉफी में श्रेष्ठ ऑलराउंडर के लिए): जलज सक्सेना, मध्य प्रदेश।
  • लाला अमरनाथ अवार्ड (घरेलू सीमित ओवर प्रतियोगिता के लिए): अक्षर पटेल, गुजरात।
  • माधवराव सिंधिया अवार्ड (2015-16 रणजी ट्रॉफी में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के लिए): श्रेयस अय्यर, मुंबई।
  • माधवराव सिंधिया अवार्ड (2015-16 रणजी ट्रॉफी में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए): शाहबाज नदीम, झारखण्ड।
  • एमए चिदम्बरम ट्रॉफी (कर्नल सीके नायडु अंडर 23 ट्रॉफी 2015-16 में सर्वोच्च स्कोरर के लिए): जय बिस्ट, मुंबई।
  • एमए चिदम्बरम ट्रॉफी (कर्नल सीके नायडु अंडर 23 ट्रॉफी 2015-16 में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए): सत्यजीत बछाव, महाराष्ट्र।
  • एनकेपी साल्वी अवार्ड (अंडर 19 कूचबिहार ट्रॉफी 2015-16 में सबसे अधिक स्कोर करने वाले खिलाड़ी के लिए): अरमान जाफर, मुंबई।
  • एनकेपी साल्वे अवार्ड (अंडर 19 कूचबिहार ट्रॉफी 2015-16 में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए): निनद राथवा, बड़ौदा।
  • राजसिंह डूंगरपुर अवार्ड (अंडर 16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी 2015-16 में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के लिए): अभिषेक शर्मा, पंजाब।
  • राजसिंह डूंगरपुर अवार्ड (अंडर 16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी 2015-16 में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए): अभिषेक शर्मा, पंजाब।
  • जगमोहन डालमिया अवार्ड (2015-16 में श्रेष्ठ वरिष्ठ महिला खिलाड़ी के लिए): मिताली राज, रेलवे।
  • जगमोहन डालमिया अवार्ड (2015-16 में श्रेष्ठ जूनियर महिला खिलाड़ी के लिए): दीप्ति शर्मा, उत्तर प्रदेश।
  • घरेलू क्रिकेट में श्रेष्ठ अम्पायर: नितिन मेनन।
  • बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंटों में श्रेष्ठ प्रदर्शन: मुंबई क्रिकेट संघ।

इन्हें भी पढ़े: राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार 2016 के विजेताओं की सूची

और जानिये : बीसीसीआई पुरस्कार 2017 से सम्मानित खिलाड़ियों की पूरी सूची

भारत के प्रमुख व्यक्ति और उनके समाधि स्थलों की सूची

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भारत के प्रमुख व्यक्ति और उनके समाधि स्थलों की सूची

भारत के प्रमुख व्यक्ति और उनके समाधि स्थलों की सूची: (Crematorium of Famous Personalities of India in Hindi)

यहाँ आपको भारतीय इतिहास के प्रमुख व्यक्तियों के नाम और उनके समाधि स्थलों से सम्बंधित सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। भारत के प्रमुख व्यक्ति और उनके समाधि स्थलों के आधार पर हर परीक्षा में दो या तीन प्रश्न अवश्य पूछे जाते है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससी, एसएससी, आईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है।

भारत के प्रमुख व्यक्ति और समाधि स्थलों की सूची:

व्यक्ति का नाम समाधि स्थल का नाम
इंदिरा गांधी (भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री) शक्ति स्थल
के. आर. नारायणन उदय भूमि
गुलजारीलाल नन्दा नारायण घाट
चौधरी चरण सिंह किसान घाट
जगजीवन राम समता स्थल
जवाहर लाल नेहरू शांति वन
ज्ञानी जैल सिंह एकता स्थल
डॉ॰ भीमराव आंबेडकर चैत्रा भूमि
डाँ. राजेन्द्र प्रसाद (भारत के पहले राष्ट्रपति) महाप्रयाण
महात्मा गांधी राजघाट
मोराजी देसाई अभय घाट
राजीव गांधी वीर भूमि
लाल बहादुर शास्त्री विजय घाट
शंकर दयाल शर्मा कर्म भूमि

इन्हें भी पढ़े: भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध व्यक्तियों के लोकप्रिय उपनाम

और जानिये : भारत के प्रमुख व्यक्ति और उनके समाधि स्थलों की सूची

नागालैण्ड के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 1963 से 2017)

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नागालैण्ड के मुख्यमंत्रियों की सूची (1963-2017 ): (List of Chief Ministers of Nagaland in Hindi)

नागालैण्ड:

नागालैण्ड भारत का एक उत्तर पूर्वी राज्य है। इसकी राजधानी कोहिमा है। इसके सीमाओं पर पश्चिम और उत्तर में असम, पूर्व में म्यांमार जिसका पूर्व नाम बर्मा था, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश और दक्षिण में मणिपुर स्थित है। सबसे बड़ा शहर दीमापुर है। नागालैण्ड में सबसे उँची चोटी माउंट सरामति है जिसकी समुंद्र तल से उँचाई 3840 मी है।

नागालैण्ड का इतिहास एवं महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान:

सन् 1890 तक नागालैंड में ब्रिटिश शासन स्थापित हो गया था और पारंपरिक प्रथा हैडहंटिंग को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया था। सन् 1947 में भारत की आजादी के बाद से नागा क्षेत्र असम और नाॅर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी के बीच विभाजित रहा। सन् 1960 में भारत सरकार ने नागालैंड को एक स्वशासित राज्य बनाने की मंजूरी दी और सन् 1963 में नागालैंड आधिकारिक तौर पर राज्य घोषित किया गया।

नागालैंड भारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक है। इसका कुल क्षेत्रफल 16,578 वर्ग किमी. है। इस राज्य में नागा हिल्स भी आते हैं जिसका सबसे उंचा शिखर सारामाती 12,600 फुट का है। नागालैंड में बहने वाली मुख्य नदियां धनसिरी, दोयांग, दिखू और झांझी हैं।

नागालैंड में 60 सीटों वाली एकल कक्ष की विधान सभा है। राज्य से दो सदस्य भारतीय संसद में जाते हैं, जिसमें से एक राज्य सभा यानि उपरी सदन और एक लोक सभा यानि निचले सदन में।

नागालैण्ड के मुख्यमंत्री:

नागालैण्ड का मुख्यमंत्री नागालैण्ड राज्य का प्रमुख होता है। यहाँ वर्ष 1963 से, अब तक 11 व्यक्ति मुख्यमंत्री 07 विभिन्न पार्टियों के इस पद पर विराजमान हो चुके हैं। नागालैण्ड के पहले मुख्यमंत्री नागा नेशनलिस्ट ऑर्गनाइजेशन के पी॰ शीलू एओ थे। नागालैण्ड के वर्तमान मुख्यमंत्री टी॰ आर॰ जेलियांग नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) नामक दल से हैं और इस पद पर 19 जुलाई 2017 से विराजमान हैं।

वर्ष 1963 से अब तक चुने गए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची:-

मुख्यमंत्री का नाम पदभार ग्रहण पदमुक्ति दल/राजनीतिक पार्टी
पी॰ शीलू एओ 01 दिसम्बर 1963 14 अगस्त 1966 नागा नेशनलिस्ट ऑर्गनाइजेशन
टी॰ एन॰ अंगमी 14 अगस्त 1966 22 फरवरी 1969
होकिशे सेमा 22 फरवरी 1969 26 फरवरी 1974
विज़ोल अंगमी 26 फरवरी 1974 10 मार्च 1975 यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट
जॉन बोस्को जसोकी 10 मार्च 1975 20 मार्च 1975 नागा नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी
राष्ट्रपति शासन ( 20 मार्च 1975 से 25 नवम्बर 1977 तक)
विज़ोल अंगमी 25 नवम्बर 1977 18 अप्रैल 1980 यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट
एस॰ सी॰ जमीर 18 अप्रैल 1980 05 जून 1980 यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट—प्रोग्रेसिव
जॉन बोस्को जसोकी 05 जून 1980 18 नवम्बर 1982 नागा नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी
एस॰ सी॰ जमीर 18 नवम्बर 1982 28 अक्टूबर 1986 यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट—प्रोग्रेसिव
होकिशे सेमा 29 अक्टूबर 1986 07 अगस्त 1988 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राष्ट्रपति शासन ( 07 अगस्त 1988 से 25 जनवरी 1989 तक)
एस॰ सी॰ जमीर 25 जनवरी 1989 10 मई 1990 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
के॰ एल॰ चिश्ली 16 मई 1990 19 जून 1990 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
वमुज़ो फेसाओ 19 जून 1990 02 अप्रैल 1992 नागालैण्ड पीपुल्स काउंसिल
राष्ट्रपति शासन ( 02 अप्रैल 1992 से 22 फरवरी 1993 तक)
एस॰ सी॰ जमीर 22 फरवरी 1993 06 मार्च 2003 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
नेफियू रियो 06 मार्च 2003 03 जनवरी 2008 नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)
राष्ट्रपति शासन ( 03 जनवरी 2008 से 12 मार्च 2008)
नेफियू रियो 12 मार्च 2008 24 मई 2014 नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)
टी.आर. जेलियांग 24 मई 2014 22 फरवरी 2017 नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)
नेफियू रियो 22 फरवरी 2017 19 जुलाई 2017 नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)
टी.आर. जेलियांग 19 जुलाई 2017 से अब तक नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)

अंतिम संशोधन: 22 जुलाई 2017

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

और जानिये : नागालैण्ड के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 1963 से 2017)


भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

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भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

भारत के सभी राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची: (Chief Ministers of all Indian States 2017 in Hindi)

भारत गणराज्य में उन्तीस राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुद्दुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री कहलाता है। भारत के संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है। राज्य विधान सभा चुनावों के बाद राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले दल (अथवा गठबंधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है।

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची:

राज्य का नाम मुख्यमंत्री का नाम राजनीतिक पार्टी का नाम
आंध्र प्रदेश एन. चंद्रबाबू नायडू तेलुगू देशम पार्टी
अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल
असम सर्बानन्दा सोनवाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
बिहार नितीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड)
छत्तीसगढ़ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी
गोवा मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
गुजरात विजय रूपानी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हरियाणा मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर महबूबा मुफ्ती सईद पीडीपी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
झारखंड रघुबर दास भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
कर्नाटक सिद्धारमैया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
केरल पिनाराई विजयन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
महाराष्ट्र देवेन्द्र फड़नवीस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मणिपुर एन. बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मेघालय डॉ. मुकुल संगमा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
मिजोरम पू. यू. लल्थनवाला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
नागालैंड टी.आर. जेलियांग नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ)
ओडिशा नवीन पटनायक बीजू जनता दल
पुडुचेरी (यू.टी) वी॰ नारायणस्वामी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राजस्थान वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
सिक्किम पवन कुमार चामलिंग सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट
तमिलनाडु इदापड्डी पलानीस्वामी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम
तेलंगाना चंद्रशेखर राव तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस)
त्रिपुरा माणिक सरकार भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)
उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस

अंतिम संशोधन: 22 जुलाई 2017

भारत में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कैसे होती है:-

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 163 के तहत की जाती है। राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति या तो आम चुनाव के बाद करता है या फिर तब करता है, जब मुख्यमंत्री के त्यागपत्र देने के कारण या बर्ख़ास्त कर दिये जाने के कारण उसका पद रिक्त हो जाता है। आम चुनाव में किसी एक ही दल को विधानसभा में बहुमत प्राप्त हो जाये और उस दल का कोई निर्वाचित नेता हो, तब उसे मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त करना राज्यपाल की संवैधानिक बाध्यता है। यदि मुख्यमंत्री अपने दल के आन्तरिक मतभेदों के कारण त्यागपत्र देता है, तो उस दल के नये निर्वाचित नेता को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जाता है।

भारत में मुख्यमंत्री पद के लिए क्या-2 योग्यताएँ होनी चाहिए:-

मुख्यमंत्री पद के लिए संविधान में कोई योग्यता विहित नहीं की गयी है, लेकिन मुख्यमंत्री के लिए यह आवश्यक है कि वह राज्य विधानसभा का सदस्य हो। इस प्रकार मुख्यमंत्री में राज्य विधानसभा के सदस्य की योग्यता होनी चाहिए। राज्य विधानसभा का सदस्य न होने वाला व्यक्ति भी मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि वह 6 मास के अन्तर्गत राज्य विधानसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाये। 21 सितम्बर, 2001 को उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय के अनुसार किसी सज़ायाफ़्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य माना जाएगा।

भारत में मुख्यमंत्री के कर्तव्य तथा अधिकार:-

  • वह राज्य के शासन का वास्तविक अध्यक्ष है और इस रूप में वह अपने मंत्रियों तथा संसदीय सचिवों के चयन, उनके विभागों के वितरण तथा पदमुक्ति और लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों एवं महाधिवक्ता और अन्य महत्त्वपूर्ण पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल को परामर्श देता है।
  • राज्य में असैनिक पदाधिकारियों के स्थानान्तरण के आदेश मुख्यमंत्री के आदेश पर जारी किये जाते हैं तथा वह राज्य की नीति से सम्बन्धित विषयों के सम्बन्ध में निर्णय करता है।
  • वह राष्ट्रीय विकास परिषद में राज्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • मुख्यमंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है तथा सामूहिक उत्तरदायित्व के सिद्धान्त का पालन करता है। यदि मंत्रिपरिषद का कोई सदस्य मंत्रिपरिषद की नीतियों से भिन्न मत रखता है, तो मुख्यमंत्री उसे त्यागपत्र देने के लिए कहता है या राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त करने की सिफ़ारिश कर सकता है।
  • वह राज्यपाल को राज्य के प्रशासन तथा विधायन सम्बन्धी सभी प्रस्तावों की जानकारी देता है।
  • यदि मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने किसी विषय पर अकेले निर्णय लिया है, तो राज्यपाल के कहने पर उस निर्णय को मंत्रिपरिषद के समक्ष विचारार्थ रख सकता है।
  • वह राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सलाह देता है।

भारत में मुख्यमंत्री को किन-2 स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

सामान्यत: मुख्यमंत्री अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसे विधानसभा का विश्वास मत प्राप्त रहता है। अत: जैसे ही उसका विधानसभा में बहुमत समाप्त हो जाता है, उसे त्यागपत्र दे देना चाहिए। यदि वह त्यागपत्र नहीं देता है, तो राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निम्नलिखित स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

  • यदि राज्यपाल मुख्यमंत्री को विधानसभा का अधिवेशन बुलाने तथा उसमें बहुमत सिद्ध करने की सलाह दे और यदि राज्यपाल के द्वारा निर्धारित अवधि के भीतर मुख्यमंत्री विधानसभा का अधिवेशन बुलाने के लिए तैयार नहीं हो, तो राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।
  • यदि राज्यपाल अनुच्छेद 356 के अधीन राष्ट्रपति को यह रिपोर्ट दे कि राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता या राष्ट्रपति को अन्य स्रोतों यह समाधान हो जाए कि शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता, तो राष्ट्रपति मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त करके राज्य का शासन चलाने का निर्देश राज्यपाल को दे सकता है।
  • जब मुख्यमंत्री के विरुद्ध राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित हो जाए और मुख्यमंत्री त्यागपत्र देने से इन्कार कर दे, तब राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।

और जानिये : भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

भारत और विश्व के महत्वपूर्ण कार्यालयों/कंपनियों और संगठनों के प्रमुखों के नाम 2017

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भारत और विश्व के महत्वपूर्ण कार्यालयों/कंपनियों और संगठनों के प्रमुखों के नाम 2017

नवीनतम कौन क्या है 2017 की सूची: (Latest Who is Who 2017 in India and World in Hindi)

इस पोस्ट में आप भारत और विश्व के महत्वपूर्ण कार्यालयों/कंपनियों और संगठनों के प्रमुखों के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त करेंगे। वर्तमान में महत्वपूर्ण कार्यालयों/कंपनियों और संगठनों के प्रमुखों के आधार पर हर परीक्षा में दो या तीन प्रश्न अवश्य पूछे जाते है।

इन्हें भी पढे: भारत के उच्च न्यायालयों के नाम, स्थापना वर्ष और उनका स्थान

इस तरह के सवाल कौन क्या है की श्रेणी में आते हैं। महत्वपूर्ण व्यक्तियों और उनके पद बदलते रहते हैं, तो यह पोस्ट अपने आप को देश और दुनिया के मुख्य संगठनों या कार्यालयों के क्षेत्र की नवीनतम जानकारी से अवगत रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससीएसएससीआईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है। आइये जाने वर्तमान में कौन-सा व्यक्ति किस कार्यालय/कंपनी और संगठन के प्रमुख पद पर कार्यरत है:-

वर्तमान में भारत और विश्व के महत्वपूर्ण कार्यालयों/कंपनियों और संगठनों के प्रमुख की सूची:-

पद/कार्यालय/संगठन का नाम व्यक्ति का नाम
भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद
भारत के उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी
लोक सभा अध्यक्ष सुश्री सुमित्रा महाजन
राज्य सभा के उप-सभापति श्री पी. जे. कुरियन
लोकसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. एम. थम्बीदुरई
विपक्ष के नेता (राज्य सभा) गुलाम नबी आजाद
नीति आयोग के वाइस चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया
मुख्य चुनाव आयुक्त श्री अचल कुमार ज्योति (06 जुलाई 2017)
चुनाव आयुक्त डॉ. नसीम जैदी
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, अध्यक्ष न्यायमूर्ति एच एल दत्तु
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) श्री शशिकांत शर्मा
पिछड़ा वर्ग के लिए राष्ट्रीय आयोग, अध्यक्ष जस्टिस वंगाला ऐशवारया
दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य कुमार पटनायक
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष डेविड आर. सिम्लिह
राष्ट्रीय किसान आयोग (एनसीएफ), अध्यक्ष डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन
मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) आर. के. माथुर
एसएससी के अध्यक्ष श्री असीम खुराना
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड,अध्यक्ष श्री मुकेश अंबानी
मित्तल आर्सेलर स्टील्स,अध्यक्ष श्री लक्ष्मी मित्तल
बायोकॉन, अध्यक्ष सुश्री किरण मजूमदार
आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुश्री चंदा कोचर
एचसीएल टेक्नोलॉजीज के अध्यक्ष श्री शिव नादर
जेट एयरवेज, अध्यक्ष श्री नरेश गोयल
भारती समूह, अध्यक्ष श्री सुनील मित्तल
पेप्सिको, सीईओ सुश्री इंदिरा नूये
एक्सिस बैंक, एमडी एवं सीईओ शिखा शर्मा
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान की परिषद, महानिदेशक सौम्या स्वामीनाथन
भारत की महापंजीयक और जनगणना आयुक्त श्री शैलेश
21वें विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बलबीर सिंह चौहान
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (आरबीआई) उर्जित रविंद्र पटेल
इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग के राष्ट्रपति डॉ. बीएन सुरेश
ऑडिट ब्यूरो सर्कुलेशन (एबीसी), अध्यक्ष मैं वेंकट
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी), अध्यक्ष श्री सुशील चंद्र
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), अध्यक्ष श्री यू.के. सिन्हा अजय त्‍यागी ( 01 मार्च से पद लेंगे)
टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन
राष्ट्रीय आयोग महिला, अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम
लोक वित्त एवं नीति के राष्ट्रीय संस्थान (एनआईपीएफपी),अध्यक्ष डॉ विजय केलकर लक्ष्मण
प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुरेश चंद्र पांडा
निवेश आयोग, अध्यक्ष श्री रतन टाटा
नैसकॉम, अध्यक्ष श्री सी. पी. गुरनानी
एसोचैम, राष्ट्रपति श्री संदीप जजोडिया
संयुक्त राष्ट्र संगठनों (संयुक्त राष्ट्र संघ),महासचिव एंटोनी गुटरेज़
संयुक्त राष्ट्र, उपमहासचिव जेन एलिअसन
विश्व बैंक के राष्ट्रपति डॉ. जिम योंग किम
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), प्रबंध निदेशक अं क्रिस्टीन लगार्डे
यूनेस्को महानिदेशक इरिना बोकोवा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेडरोस अदानाम गिबेरेसस
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के महानिदेशक गाए राइडर
युक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपात कोष (यूनिसेफ) के कार्यकारी निदेशक अन्थोनी लेक
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांड
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के प्रशासक हेलेन क्लार्क
संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन व्यापार पर और विकास (अंकटाड), महासचिव श्री मुखिसा किचयी
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) के महासचिव जोस एंजेल गुर्रिया
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय  के न्यायमूर्ति रोनी इब्राहीम
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के राष्ट्रपति ताकेहिको  नाकाओ
अफ्रीकी विकास बैंक के राष्ट्रपति एकिनवुमी अदेसिना
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के राष्ट्रपति थामस बाक
राष्ट्रमंडल के महासचिव माननीय पेट्रीसिया
अफ्रीकी संघ के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. नकोसज़ाना दलामिनी जुमा
विश्व व्यापार संगठन निर्देशक – जनरल रॉबर्टो एजेवेडो
मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायोग के उच्चायुक्त ज़ेईड राड अल हुसैन
यूरोपीय परिषद के राष्ट्रपति डोनाल्ड टस्क
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष जहीर अब्बास
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष ज्यां क्लाड जंकर
यूनिडो के निर्देशक – जनरल ली योंग
खाड़ी सहयोग परिषद के महासचिव अब्दुल्लतीफ बिन राशिद अल-जायनी
इस्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव डॉ.यूसुफ बिन अहमद अल-ओथिमीन
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के महासचिव मोहम्मद सानुसी बारकिंडा
अमेरिकी राज्यों के संगठन के महासचिव लुइस अल्माग्रो लेम्स
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के निर्देशक-जनरल श्री युकिया अमानो
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग
यूएनएफपीए कार्यकारी के निदेशक डॉ. बाबाटुंडे ओसोटिमेहिन
आसियान के महासचिव ली लुओंग मिन्ह
सार्क के महासचिव अर्जुन बहादुर थापा
इंटरनेशनल एमेच्योर एथलेटिक महासंघ (आईएएएफ) के अध्यक्ष सेबेस्टियन कोए
नासा के चीफ (यूएसए) चार्ल्स एफ बोल्डेन जूनियर
एमनेस्टी इंटरनेशनल के महासचिव सलिल शेट्टी
इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक डॉ.  विशाल सिक्का
प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विशेष सलाहकार (आंतरिक सुरक्षा) श्री अजीत डोभाल
राज्यसभा के महासचिव श्री लालकृष्ण शमशेर शेरिफ
लोकसभा के महासचिव श्री अनूप मिश्रा
खुफिया ब्यूरो के चीफ श्री दिनेश्वर शर्मा
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) निदेशक श्री आलोक कुमार वर्मा
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) निदेशक श्री राजेन्द्र खन्ना
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक श्री सुधीर प्रताप सिंह
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक राजीव राय भटनागर (26 अप्रैल 2017)
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक श्री ओ. पी. सिंह
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक श्री एस. कश्मीर भगत
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक श्री आर. के. पचनंदा (01 जुलाई 2017)
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रो. वेद प्रकाश
रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार श्री जी एस रेड्डी
सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. आर चिदंबरम
इसरो के चेयरमैन श्री जी माधवन नायर
परमाणु ऊर्जा आयोग और सचिव, परमाणु ऊर्जा विभाग के अध्यक्ष डॉ. शेखर बसु
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद ग़य्यूर-उल-हसन रिज़वी
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रोनोब सेन
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक श्रीमती अर्चना रामासुंदरम
विप्रो के अध्यक्ष अजीम एच. प्रेमजी
टेक महिंद्रा के अध्यक्ष श्री आनंद महिंद्रा
एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अश्विनी लोहानी
आईसीआईसीआई बैंक के अध्यक्ष श्री महेन्द्र कुमार शर्मा
एचडीएफसी बैंक के अध्यक्ष श्रीमती श्यामला गोपीनाथ
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (एसबीआई) के अध्यक्ष श्रीमती अरुंधति भट्टाचार्य
फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग
इंफोसिस  के संस्थापक नारायण मूर्ति
एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स की
यूबी समूह और किंगफिशर एयरलाइंस के अध्यक्ष श्री विजय मालिया
भारती एंटरप्राइजेज ग्रुप के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री सुनील मित्तल
आदित्य बिड़ला समूह कंपनी के अध्यक्ष श्री कुमारमंगलम बिड़ला
महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के अध्यक्ष श्री आनंद महिंद्रा
बर्कशायर हैथवे के अध्यक्ष और सीईओ श्री वॉरेन बफेट
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष नंद कुमार साय (28 फरवरी 2017)
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पी. एल. पुनिया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक श्री शरद कुमार
भारतीय तटरक्षक के महानिदेशक राजेंद्र सिंह
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष विनोद राय (सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित बीसीसीआई के चार सदस्यीय प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष)
चुनाव आयुक्त श्री ओम प्रकाश रावत
भारत के मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह केहर
सॉलिसिटर जनरल श्री रंजीत कुमार
संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष श्री शेखर सेन
वाणिज्य इंटरनेशनल चैंबर (आईसीसी) भारत के अध्यक्ष श्री सुनील भारती मित्तल
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष डॉ. नौशाद फोर्ब्स
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लंबा
भारतीय वायुसेना प्रमुख एअर मार्शल बी.एस. धनोआ
भारत के महान्यायवादी (अटॉर्नी जनरल) श्री कोट्टायम कटनकोट वेणुगोपाल (30 जून 2017)
एनटीपीसी केअध्यक्ष एवं प्रबंध-निदेशक गुरदीप सिंह
बाल अधिकार के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष सुश्री स्तुति कक्कड़
14 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. वाई. वी. रेड्डी
सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक (बीएसएफ) श्री के.के. शर्मा
प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. ए. सूर्य प्रकाश
अध्यक्ष, अफ्रीकी संघ आयोग के अध्यक्ष डॉ. नकोसज़ाना दल्मिनी-जुमा
एयर एशिया इंडिया के सीईओ अमर ऑबरॉय
विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्लूएफपी) के कार्यकारी निदेशक एर्थरिन चचेरा
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अध्यक्ष श्री जे सत्यनारायण
यूआईडीएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ. ए. बी. पी. पांडे
दिल्ली मेट्रो रेल (डीएमआरसी) के अध्यक्ष श्री. राजीव गाबा
कोलकाता मेट्रो रेल के अध्यक्ष श्री मूलचंद चौहान
समेकित रक्षा स्टाफ (आईडीएस) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ
पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. एम. सी. बोरवांकर
विदेश सचिव श्री एस. जयशंकर
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महानिदेशक श्री चंद्रजीत बनर्जी
नीति आयोग के अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी
नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र कुमार सीकरी
भारतीय चैंबर के वाणिज्य एवं उद्योग (फिक्की) के अध्यक्ष श्री पंकज आर पटेल
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल
जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) के अध्यक्ष जस्टिस डी.के. जैन
नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (नैटग्रिड) के सीईओ श्री अशोक पटनायक
हुडको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) डॉ. एम रवि कांत
वाल मार्ट इंडिया के सीईओ कृष अय्यर
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पी मधुसूदन
वित्तीय योजना मानक बोर्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बी एन श्रीकृष्णा
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष श्री युद्धवीर सिंह मलिक
सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ एक्साइज एंड कस्टम्स (सीबीईसी) के अध्यक्ष श्री नजीब शाह
भारत के अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अमिताभ वर्मा
राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन इंडिया लिमिटेड के महासंघ (नेफेड) के अध्यक्ष श्री वी. आर. पटेल
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार
बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) के अध्यक्ष श्री टी एस विजयन
गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (गेल) के अध्यक्ष श्री बी. सी. त्रिपाठी
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड। (एचपीसीएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री मुकेश कुमार सुराना
अध्यक्ष, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के अध्यक्ष श्री भट्टाचार्य सुतीर्थ
नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचपीसी) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री के एम सिंह
अंतरराष्ट्रीय उर्वरक संघ (आईएफए) का अध्यक्ष राकेश कपूर
भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) के अध्यक्ष श्री बी. एस. नकई
भारतीय पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) के अध्यक्ष उमंग नरूला
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री योगेन्द्र त्रिपाठी
अध्यक्ष, स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष श्री पी. के. सिंह
भारतीय साधारण बीमा निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रीमती ऐलिस जी वैद्यन
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के अध्यक्ष श्री वी. के. शर्मा
यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री ए. होदा
ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री सुजय बनर्जी
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) के अध्यक्ष श्री एस. कृष्णन
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अध्यक्ष राम सेवक शर्मा
भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री एल. सी. गोयल
भारतीय मर्चेंट चैंबर के महानिदेशक श्री अरविंद प्रधान
अध्यक्ष, केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) के अध्यक्ष गिरीश बी प्रधान
भारतीय जहाजरानी निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कैप्टन. अनूप कुमार शर्मा
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अनुपम श्रीवास्तव
तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री दिनेश कुमार सर्राफ
भारतीय महिला बैंक के कार्यकारी निदेशक सुश्री एस. एम. स्वाति
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के सीईओ श्री एन चंद्रशेखरन
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती उषा अनंथसुब्रमनियां

बैंक ऑफ़ इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मेल्वयन  रेगो
इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री महेश कुमार जैन
कॉरपोरेशन बैंक के एमडी और सीईओ श्री जय कुमार गर्ग
इलाहाबाद बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री राकेश सेठी
केनरा बैंक के अध्यक्ष श्री टी. एन. मनोहरन
आंध्र बैंक के एमडी और सीईओ श्री सुरेश एन पटेल
पंजाब एंड सिंध बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री जतिंदर बीर सिंह
आईडीबीआई बैंक के एमडी और सीईओ श्री किशोर खैरात
यूको बैंक के एमडी और सीईओ श्री रवि किशन टक्कर
विजया बैंक के एमडी और सीईओ श्री किशोर कुमार सांसी
देना बैंक के सीएमडी श्री अश्विनी कुमार
भारतीय यूनियन बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अरूण तिवारी
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री राजीव ऋषि
बैंक ऑफ़ बड़ौदा बैंक के अध्यक्ष श्री रवि वेंकटेशन
महाराष्ट्र बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवीन्द्र प्रभाकर मराठे
इंडसइंड बैंक  के अध्यक्ष श्री आर शेषशायी
इंडियन ओवरसीज बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर सुब्रमनियाकुमार
कोटक महिंद्रा बैंक के एमडी श्री उदय कोटक
यस बैंक के एमडी और सीईओ श्री राणा कपूर
सिंडिकेट बैंक के एमडी और सीईओ श्री अरुण श्रीवास्तव
यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया के एमडी और सीईओ श्री पवन कुमार बजाज
ओरिएंटल बैंक के एमडी और सीईओ वाणिज्य अनिमेष चौहान
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन शशांक मनोहर
ग्रामीण विद्युतीकरण निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री राजीव शर्मा
पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री राजीव शर्मा
यूरोपीय संसद के अध्यक्ष मार्टिन शुल्ज
अलीबाबा समूह के कार्यकारी अध्यक्ष जैक मा
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए.के. मित्तल
सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष श्री पहलाज निहलानी
राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. हनुमांथू पुरुषोतम
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) श्री के. वी. चौधरी
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीआरडीओ) के सचिव डॉ. एस क्रिस्टोफर
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के निदेशक डॉ एम. सी. बोरवांकर
इंडसइंड बैंक के एमडी और सीईओ श्री रोमेश सोबती
ब्रिक्स के नए विकास बैंक के अध्यक्ष के.वी. कामथ
फीफा अध्यक्ष गिआनी इन्फैनटिनों
बैंकों बोर्ड ब्यूरो के अध्यक्ष श्री विनोद राय
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के निदेशक अरुण कुमार सिन्हा
केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष जस्टिस प्रमोद कोहली
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक श्री कुमार राजेश चंद्र
भारतीय मर्चेंट चैंबर (आईएमसी) के अध्यक्ष सुश्री राधिका नाथ की महिलाओं के पंख
फिक्की के महासचिव डॉ ए. दीदार सिंह
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया (एनएसई) के अध्यक्ष श्री अशोक चावला
खनिज और धातु व्यापार निगम (एमएमटीसी) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री वेद प्रकाश
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के अध्यक्ष डॉ. हर्ष कुमार भानवाला
विश्व व्यापार संगठन का भारतीय राजदूत श्रीमती अंजलि प्रसाद
प्रतिस्पर्धा अपीलीय न्यायाधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति जी एस सिंघवी
बाल अधिकार के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष स्तुति नारायण कक्कड़
भारतीय निर्यातकों के संगठन संघ (एफआईईओ) के अध्यक्ष एस सी रल्हन
दिल्ली मेट्रो रेल निगम के एमडी डा. मंगू सिंह
भारत के विज्ञापन एजेंसियों एसोसिएशन के अध्यक्ष नकुल चोपड़ा
हिंदुस्तान चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री वी मुरली
नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सनत कुमार
भारत की औद्योगिक वित्त निगम (आईएफसीआई) के अध्यक्ष श्री एसवी रंगनाथ
सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम्स (सीबीईसी) के अध्यक्ष नजीब शाह
परमाणु ऊर्जा निगम ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस के शर्मा
राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ बुद्ध रश्मि मणि
सीबीएसई के अध्यक्ष श्री राजेश कुमार चतुर्वेदी
खेल प्राधिकरण ऑफ इंडिया (साई) के डायरेक्टर जनरल श्री इंजेती श्रीनिवास
हीरो मोटोकॉर्प के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री पवन मुंजाल
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के अध्यक्ष श्रीमती अलका पांडा
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक श्री संजय कुमार (04 जुलाई 2017)
अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड के महानिदेशक श्री प्रकाश मिश्रा
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र कुमार सिंह

नोट: प्रिय पाठकगण यदि आपको इस पोस्ट में कंही भी कोई त्रुटि (गलती) दिखाई दे, तो कृपया हमे कमेंट के माध्यम से उस गलती से अवगत कराएं, हम उसको जल्दी से जल्दी ठीक (सही) करने का प्रयास करेंगे।

और जानिये : भारत और विश्व के महत्वपूर्ण कार्यालयों/कंपनियों और संगठनों के प्रमुखों के नाम 2017

भारत में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की मिट्टियों से सम्बंधित सामान्य ज्ञान

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भारत की प्रमुख मिट्टियाँ और उनके प्रकार | Types of Indian Soils in Hindi

भारत की मिट्टियों के प्रकार और उनका विवरण: (Major Soils of India GK in Hindi)

मृदा या मिट्टी किसे कहते है?

मिट्टी का अर्थ या परिभाषा: पृथ्वी ऊपरी सतह पर मोटे, मध्यम और बारीक कार्बनिक तथा अकार्बनिक मिश्रित कणों को मृदा (मिट्टी) कहते हैं। मिट्टी का निर्माण टूटी चट्टानो के छोटे महीन कणों, खनिज, जैविक पदार्थो, बॅक्टीरिया आदि के मिश्रण से होता है| मिट्टी के कई परतें होती हैं, सबसे उपरी परत में छोटे मिट्टी के कण, गले हुए पौधे और जीवों के अवशेष होते हैं यह परत फसलों की पैदावार के लिए महत्त्‍वपूर्ण होती है। दूसरी परत महीन कणों जैसे चिकनी मिट्टी की होती है और नीचे की विखंडित चट्टानो और मिट्टी का मिश्रण होती है तथा आख़िरी परत में अ-विखंडित सख्‍त चट्टानें होती हैं। ‘मृदा विज्ञान’  भौतिक भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें मृदा के निर्माण, उसकी विशेषताओं एवं धरातल पर उसके वितरण का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता हैं।

भारत में मिट्टी के प्रकार (वर्गीकरण) | Types of Indian Soils in Hindi:

मिट्टी या मृदा कई तरह की होती है और हर प्रकार की मिट्टी का इस्तेमाल गुणों के मुताबिक अलग-अलग होता हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने भारत की मिट्टी को 8 वर्गों में बांटा है। मृदा संरक्षण के लिए 1953 में केन्द्रीय मृदा संरक्षण बोर्ड की स्थापना की गयी थी। मरूस्थल की समस्या के अध्ययन के लिए राजस्थान को जोधपुर में अनुसंधान केन्द्र बनाये गये हैं। भारत में मिलने वाली मिट्टी की प्रमुख किस्में इस प्रकार हैं:-

  • जलोढ़ या कांप मिट्टी (Alluvial Soil)
  • लाल मिट्टी (Red Soil)
  • काली मिट्टी (Black Soil)
  • लैटेराइट मिट्टी (Laterite Soil)
  • क्षारयुक्त मिट्टी (Saline and Alkaline Soil)
  • हल्की काली एवं दलदली मिट्टी (Peaty and Other Organic soil)
  • रेतीली मिट्टी (Arid and Desert Soil)
  • वनों वाली मिट्टी (Forest Soil)

1. जलोढ़ या कांप मिट्टी किसे कहते है?

जलोढ़ मिट्टी उत्तर भारत के पश्चिम में पंजाब से लेकर सम्पूर्ण उत्तरी विशाल मैदान को आवृत करते हुए गंगा नदी के डेल्टा क्षेत्र तक फैली है। अत्यधिक उर्वरता वाली इस मिट्टी का विस्तार सामान्यतः देश की नदियों के वेसिनों एवं मैदानी भागों तक ही सीमित है। हल्के भूरे रंगवाली यह मिट्टी 7.68 लाख वर्ग किमी को आवृत किये हुए है। इसकी भौतिक विशेषताओं का निर्धारण जलवायविक दशाओं विशेषकर वर्षा तथा वनस्पतियों की वृद्धि द्वारा किया जाता है। इस मिट्टी में उत्तरी भारत में सिंचाई के माध्यम से गन्ना, गेहूँ, चावल, जूट, तम्बाकू, तिलहन फसलों तथा सब्जियों की खेती की जाती है।

2. लाल मिट्टी किसे कहते है?

लाल मिट्टी का निर्माण जलवायविक परिवर्तनों के परिणाम स्वरूप रबेदार एवं कायन्तरित शैलों के विघटन एवं वियोजन से होता है। इस मिट्टी में कपास, गेहूँ, दालें तथा मोटे अनाजों की कृषि की जाती है। ग्रेनाइट शैलों से निर्माण के कारण इसका रंग भूरा, चाकलेटी, पीला अथवा काला तक पाया जाता है। इसमें छोटे एवं बड़े दोनों प्रकार के कण पाये जाते हैं। छोटे कणों वाली मिट्टी काफ़ी उपजाऊ होती है, जबकि बड़े कणों वाली मिट्टी प्रायः उर्वरताविहीन बंजरभूमि के रूप में पायी जाती है। इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस तथ जीवांशों की कम मात्रा मिलती है, जबकि लौह तत्व, एल्युमिना तथा चूना पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं। इस मिट्टी का संघटन इस प्रकार है-

  • अघुलनशील तत्व- 90.47%
  • लोहा-: 3.61%
  • एल्यूमिनीयम: 2.92%
  • जीवांश: 1.01%
  • मैग्निशिया: 0.70%
  • चूना: 0.56%
  • कार्बन डाई ऑक्साइड: 0.30%
  • पोटाश: 0.24%

3. काली मिट्टी किसे कहते है?

काली मिट्टी को ‘रेगड़ मिट्टी’ या ‘काली कपास मिट्टी’ के नाम से भी जाना जाता है। काली मिट्टी एक परिपक्व मिट्टी है, जो मुख्यतः दक्षिणी प्राय:द्वीपीय पठार के लावा क्षेत्र में पायी जाती है। इसका निर्माण चट्टानों के दो वर्ग दक्कन ट्रैप एवं लौहमय नीस और शिस्ट से हुआ है। ये मिट्टी भारत के कछारी भागों में मुख्य रूप से पाई जाती है। कपास की खेती के लिए सर्वाधिक उपयुक्त होने के कारण इसे ‘काली कपास मिट्टी’ अथवा ‘कपासी मृदा’ भी कहा जाता है। इस मिट्टी की जल धारण क्षमता अधिक है। यही कारण है कि यह मिट्टी शुष्क कृषि के लिए अनुकूल है। इस मिट्टी का रासायनिक संघटन इस प्रकार है-

  • फेरिक ऑक्साइड: 11.24%
  • एल्यूमिना: 9.39%
  • जल तथा जीवांश: 5.83%
  • चूना: 1.81%
  • मैग्निशिया: 1.79%

इसकी मिट्टी की मुख्य फसल कपास है। इस मिट्टी में गन्ना, केला, ज्वार, तंबाकू, रेंड़ी, मूँगफली और सोयाबीन की भी अच्छी पैदावार होती है।

4. लैटेराइट मिट्टी किसे कहते है?

लैटेराइट मिट्टी उष्ण कटिबन्धीय प्रदेशों में पायी जाती है। यह मिट्टी प्राय: उन उष्ण कटिबन्धीय प्रदेशों में पायी जाती है, जहाँ ऋतुनिष्ठ वर्षा होती है। इस मिट्टी का रंग लाल होता है, लेकिन यह ‘लाल मिट्टी’ से अलग होती है। शैलों की टूट-फूट से निर्मित होने वाली इस मिट्टी को गहरी लाल लैटराइट तथा भूमिगत जल वाली लैटराइट के रूप में वर्गीकत किया जाता है। गहरी लाल लैटराइट में लौह आक्साइडों तथा पोटाश की मात्रा अत्यधिक मिलती है। इसमें उर्वरता कम होती है, किन्तु निचलें भागों में कुछ खेती की जाती है। सफ़ेद लैटराइट की उर्वरता सबसे कम होती है और केओलिन की अधिकता के कारण इसका रंग सफ़ेद हो जाता है। इस मिट्टी का रासायनिक संघटन इस प्रकार है-

  • लोहा- 18.7%
  • सिलिका: 32.62%
  • एल्यूमिना: 25.2%
  • फास्फ़ोरस: 0.7%
  • चूना: 0.42%

5. क्षारयुक्त मिट्टी किसे कहते है?

शुष्क और अर्धशुष्क क्षेत्रों, दलदली द अधिक सिंचाई वाले क्षेत्रों में यह मिट्टी पाई जाती है। इन्हे थूर, ऊसर, कल्लहड़, राकड़, रे और चोपन के नामों से भी जाना जाता है। शुष्क भागों में अधिक सिंचाई के कारण एवं अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में जल-प्रवाह दोषपूर्ण होने एवं जलरेखा उपर-नीचे होने के कारण इस मिट्टी का जन्म होता है। इस प्रकार की मिट्टी में भूमि की निचली परतों से क्षार या लवण वाष्पीकरण द्वारा उपरी परतों तक आ जाते हैं। इस मिट्टी में सोडियम, कैल्सियम और मैग्निशियम की मात्रा अधिक पायी जाने से प्रायः यह मिट्टी अनुत्पादक हो जाती है।

6. हल्की काली एवं दलदली मिट्टी किसे कहते है?

इस मिट्टी में ज़्यादातर जैविक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। यह सामान्यतः आद्रप्रदेशों में मिलती है। दलदली मिट्टी उड़ीसा के तटीय भागों, सुंदरवन के डेल्टाई क्षेत्रों, बिहार के मध्यवर्ती क्षेत्रों, उत्तराखंड के अल्मोड़ा और तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी एवं केरल के तटों पर पाई जाती है।

7. रेतीली मिट्टी किसे कहते है?

यह मिट्टी शुष्क और अर्धशुष्क प्रदेशों जैसे: पश्चिमी राजस्थान और आरवाली पर्वत के क्षेत्रों, उत्तरी गुजरात, दक्षिणी हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पाई जाती है। सिंचाई के सहारे गेंहू, गन्ना, कपास, ज्वार, बाजरा  उगाये जाते हैं। जहाँ सिंचाई की सुविधा नहीं है वहाँ यह भूमि बंजर पाई जाती है।

अन्य प्रकार की विभिन्न मिट्टियां:

पीली-सफेद मिट्टी किसे कहते है?

पीली-सफेद मिट्टी तालाबों, खेतों और दरिया के किनारों पर पाई जाती है। किसी भी व्यक्ति कें रोगों को ठीक करने में इसी तरह की मिट्टी को काम में लिया जाता है।

सज्जी मिट्टी किसे कहते है?

सज्जी को भी एक प्रकार की मिट्टी ही कहा जाता है ये कपड़ों को साफ़ करने के काम मे आती है।

मुल्तानी मिट्टी किसे कहते है?

ये एक ख़ास किस्म की मिट्टी होती है, जिसे स्त्रियां उबटन की तरह शरीर पर मलती है और बालों पर भी लगाती है। मुल्तानी मिट्टी लगाने से स्त्रियों की त्वचा और बालों में चमक आ जाती है।

बालू मिट्टी किसे कहते है?

बालू भी मिट्टी को ही बोला जाता है जो किसी भी मनुष्य के लिए उसी तरह जरूरी है जिस तरह भोजन और पानी। लेकिन बालू मिट्टी के गुणों को केवल प्राकृतिक चिकित्सक ही अच्छी तरह जानते हैं। प्राकृतिक दशा में खाई जाने वाली खाने की चीज़ें जैसे साग-सब्जी, खीरा, ककड़ी आदि के साथ हमेशा बालू मिट्टी का कुछ भाग ज़रूर होता है, जिसे हम जानकारी ना होने के कारण गंवा देते है। ये बालू मिट्टी के कण हमारी भोजन पचाने की क्रिया को ठीक रखने मे मदद करते हैं।

इन्हें भी पढ़े: भारत में कृषि का महत्व और प्रमुख फसलें

और जानिये : भारत में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की मिट्टियों से सम्बंधित सामान्य ज्ञान

एशिया के सभी देशों के नाम, राजधानी और उनकी मुद्राओं की सूची

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एशिया के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राएं: (Name of Asian Countries, Capitals and Currencies List in Hindi)

एशिया महाद्वीप:

एशिया आकार और जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है, जो उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। पश्चिम में इसकी सीमाएं यूरोप से मिलती हैं, हालाँकि इन दोनों के बीच कोई सर्वमान्य और स्पष्ट सीमा नहीं निर्धारित है। एशिया और यूरोप को मिलाकर कभी-कभी यूरेशिया भी कहा जाता है।

एशियाई महाद्वीप भूमध्य सागर, अंध सागर, आर्कटिक महासागर, प्रशांत महासागर और हिन्द महासागर से घिरा हुआ है। काकेशस पर्वत शृंखला और यूराल पर्वत प्राकृतिक रूप से एशिया को यूरोप से अलग करते है।

कुछ सबसे प्राचीन मानव सभ्यताओं का जन्म इसी महाद्वीप पर हुआ था जैसे सुमेर, भारतीय सभ्यता, चीनी सभ्यता इत्यादि। चीन और भारत विश्व के दो सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भी हैं।

यहां पर एशिया महाद्वीप के प्रमुख देशों के नाम, उनकी राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची की सूची दी गई हैं। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित कई प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको एशिया के प्रमुख देश, उनकी राजधानी एवं उनकी मुद्राओं के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

एशिया महाद्वीप के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची:

देश का नाम उनकी राजधानी मुद्रा का नाम
अजरबैजान बाकू आज़रबाइजानी मनात
अफ़ग़ानिस्तान काबुल अफगानी
अल्जीरिया अल्जीयर्स दिनार
आर्मेनिया येरेवन द्राम
इंडोनेशिया जकार्ता रुपया
इजरायल जेरूसलम इजरायली नई शेकेल
इथोपिया अदिस अबाबा बिर्र
इराक बगदाद इराकी दिनार
ईरान तेहरान रियाल
उज़्बेकिस्तान ताशकंद उज़्बेकिस्तानी सोम
उतरी कोरिया प्योंगयांग वॉन
उत्तरी साइप्रस निकोसिया तुर्किश लीरा
ओमान मस्कट ओमानी रियाल
कंबोडिया नामपेन्ह कम्बोडियन रीएल
कजाकिस्तान अलमाटा रूबल
कतर दोहा रियाल
कम्बोडिया नाम पेन्ह रिएल
कांगो किंशासा ज़ैरे
कांगो ब्राजविले फ्रैंक
किर्गिस्तान बिश्केक सोम
कीनिया नैरोबी शिलिंग
इराकी कुर्दिस्तान एर्बिल इराकी दीनार
कुवैत कुवैत शहर कुवैती दिनार
कोकोस (कीलिंग) द्वीप पश्चिम द्वीप ऑस्ट्रेलियाई डॉलर
क्रिसमस द्वीप मछली कोव उड़ान ऑस्ट्रेलियाई डॉलर
चीन बीजिंग युआन
जापान टोक्यो येन
जाम्बिया लुसाका क्वाचा
जिम्बाब्वे हरारे डॉलर
जेरुसलम इजरायल न्यू गेकेल
जॉर्जिया टैबिलिसि जॉर्जिया लारी
जॉर्डन अम्मान जॉर्डन दिनार
तंजानिया दारेस्सलाम शिलिंग
ताइवान ताइपे डॉलर
ताजिकिस्तान दुशानबा सोमोनी

तुर्कमेनिस्तान अश्गाबात तुर्कमेनिस्तान मनात
तुर्की अंकारा लीरा
थाईलैंड बैंकॉक थाईबेहत
दक्षिण अफ्रीका प्रिटोरिया रैंड
दक्षिण कोरिया सियोल वॉन
दक्षिणी सूडान जुबा पाउंड
देश राजधानी मुद्राएं
नाइजीरिया लागोस नैरा
नामीबिया विंडहॉक रैंड
नेपाल कांठमांडू रुपया
पाकिस्तान इस्लामाबाद रुपया
पूर्वी तिमोर दिली यूएस डालर
फिलीपींस मनीला पेसो
बहरीन मनामा बहरीन दिनार
बांग्लादेश ढाका टका
बुर्किनाफासो क्वागदौगो फ्रैंक
बोत्सवाना गेबोरोन पुला
ब्रुनेई बंदर सेरी बेगावान
भारत नई दिल्ली रुपया
भूटान थिम्पू गुलटुम
मंगोलिया उलानबटोर तुगरिक
मकाऊ मकाऊ मकाऊ पटाका
मलेशिया क्वालालम्पुर डॉलर
मालदीव माले मालदीव रूफिया
माली बमाको फ्रैंक
मिस्र काहिरा पाउंड
मोजाम्बिक मपूतो मेटिकल
मोरक्को रबात दरहम
मोरिशस पोर्ट लुइस रुपया
म्यांमार (बर्मा) प्यिन्माना क्यात
यमन साना यमनी रियाल
युगांडा कम्पाला शिलिंग
रवांडा केगाली फ्रैंक
लाओस वियनतियाने लाओ कीप
लीबिया त्रिपोली दिनार
लेबनान बेरुत पाउंड
वियतनाम हनोई डाँग
श्रीलंका कोलम्बो रुपया
संयुक्त अमेरिका अमीरात आबूधाबी दिरहम
सऊदी अरब रियाद सऊदी रियाल
साइप्रस निकोसिया यूरो
सिंगापुर सिंगापुर सिंगापुरी डॉलर
सीरिया दमिश्क सीरियन पॉउण्ड
सूडान खारतूम पाउंड
सेनेगल डकार फ्रैंक
सेशेल्स विक्टोरिया रुपया
सोमलिया मोगादिश शिलिंग
हॉंग कांग विक्टोरिया डॉलर

यह भी पढे: विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची

नोट: प्रिय पाठकगण यदि आपको इस पोस्ट में कंही भी कोई त्रुटि (गलती) दिखाई दे, तो कृपया कमेंट के माध्यम से उस गलती से हमे अवगत कराएं, हम उसको तुरंत सही कर देंगे।

और जानिये : एशिया के सभी देशों के नाम, राजधानी और उनकी मुद्राओं की सूची

भारत के प्रमुख पेड़/वृक्ष और उनके भागों के नाम हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में

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भारत के प्रमुख पेड़/वृक्ष और उनके भागों के नाम हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में

भारत के प्रमुख पेड़/वृक्ष और उनके भागों के हिंदी एवं अंग्रेजी नाम की सूची: (List of Indian Trees & their parts in Hindi)

भारत में पादप अध्ययन प्रागैतिहासिक काल से चला आ रहा है। आयुर्वेद विज्ञान के अंतर्गत सहस्त्रों पौधों के आकार, प्राप्तिस्थान तथा उनके गुणों के बारे में कई हजार वर्ष पूर्व किए गए उल्लेख मिलते है। भारत का लगभग 19 प्रतिशत भूभाग वनों से ढका है। उत्तम कोटि के पादप, जैसे अनावृतबीजी तथा आवृतबीजी की लगभग 30,000 जातियाँ इस देश में पाई जाती हैं। वनस्पति विज्ञान की आधुनिक रीति से क्लार्क (1898 ई०), हूकर (1855 ई० तथा 1907 ई०), इथी, हेंस, कांजीलाल, डी० चटर्जी जी० एस० पुरी इत्यादि ने भारतीय पौधों तथा वृक्षों का विशेष अध्ययन किया है, जैसे ‘वन’ के बारे में चैंपियन तथा ग्रिफिथ और जी० एस० पुरी, ‘घास’ तथा ‘चारागाह’ के बारे में रंगनाथन्‌, ह्वाइट तथा एन० एल० बोर, ने। औषधि में प्रयुक्त होने वाले पौधे तथा जहरीले पौधों के अध्ययन के लिये चोपड़ा, कीर्तिकर तथा बसु उल्लेखनीय हैं।

आइये जानते है, भारत के प्रमुख पेड़ और उनके भागों के नाम हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषा में:-

भारत के प्रमुख पेड़ और उनके भागों की सूची:

Trees and their parts names in English पेड़/वृक्ष और उनके भागों के नाम हिन्दी में
Germ अंकुर
Guava अमरूद
Polyalthia अशोक
Mango आम
Tamarind इमली
Graft कलम
Bud कली, मुकुल, कलिका
Bulb बल्ब
Wood लकड़ी
Thorn कांटा
Stone पत्थर
Pulp गूदा
Gum गम
Pine देवदार
Bark छाल
Skin छिलका, त्वचा
Coir जटा (नारियल की)
Root जड़
Pistil जयांग
Conifer झाऊ, शंकुधर वृक्ष
Palm ताड
Branch टहनी, डाल (डाली)
Stem धड़, स्कन्ध,तना
Fibre नस
Pollen पराग
Pollen-grain पराग कण
Pollen tube पराग नलिका
Leaf पत्ती
Bubil पत्रकंद
Stamen पुमंग
Rootstalk प्रकंद
Flower फूल
Banyan बरगद, बड़
Acacia arabica बबूल
Seed बीज
Bamboo बांस
Birch भोजपत्र, सन्टी
Juice रस
Fibre रेशा
Branch शाखा
Cypress सरो, सरू
Teak सागवान
Abbizzia labbek सिरस
Cactus सेहुर, थोर, सिज

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के आधिकारिक राजकीय वृक्षों/पेडों की सूची

और जानिये : भारत के प्रमुख पेड़/वृक्ष और उनके भागों के नाम हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा में

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