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भारत आने वाले प्रमुख विदेशी यात्रियों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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भारत आने वाले प्रमुख विदेशी यात्रियों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

प्राचीन भारत का इतिहास – प्रमुख विदेशी यात्री, लेखक और उनका परिचय: (Name of Famous foreign visitors to India in Hindi)

आपको यहाँ भारतीय इतिहास में भारत आने वाले कुछ प्रमुख लेखक और यात्री से सम्बंधित सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। यदि हम भारत के प्राचीन इतिहास की बात करे तो हमे उनकी जानकारी मुख्यतः चार स्रोतों से प्राप्त होती है ये धर्म ग्रन्थ ऐतिहासिक ग्रन्थ, पुरातत्व सम्बधी साक्ष्य और विदेशी यात्रियों के विवरण है। यहाँ हम उन्ही विदेशी यात्रियों के बारे में बात करेंगे जिसें हमे प्राचीन भारत के इतिहास की महत्वपुर्ण और अमूल्य जानकारी उपलब्ध कराई। भले ही भारत पर यूनानियों का हमला रहा हो या मुसलमानों का या फिर अन्य जातियों का, अनेकों विदेशी यात्रियों ने यहाँ की धरती पर अपना पाँव रखा है। इनमें से अधिकांश यात्री आक्रमणकारी सेना के साथ भारत में आये। इन विदेशी यात्रियों के विवरण से भारतीय इतिहास की अमूल्य जानकारी हमें प्राप्त होती है।

आइये जानते है भारत आने वाले प्रमुख विदेशी यात्रियों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में:-

  • ईरानी यात्री अब्दुल रज्जाक: यह ईरानी यात्री विजयनगर के शासक देवराय द्वितीय के शासन काल में भारत आया था।
  • अलबरूनी: यह भारत महमूद गजनवी के साथ आया था। अलबरूनी ने ‘तहकीक-ए-हिन्द या ‘किताबुल हिन्द‘ नामक पुस्तक की रचना की थी। इस पुस्तक में हिन्दुओं के इतिहास, समाज, रीति रिवाज, तथा राजनीति का वर्णन है।
  • अरबी यात्री अलमसूदी: यह अरबी यात्री प्रतिहार शासक महिपाल प्रथम के शासन काल में भारत आया था। इसके द्वारा ‘महजुल जबाह‘ नामक ग्रंथ लिखा गया था।
  • चीनी यात्री इत्सिंग: इस चीनी यात्री ने 7 वी शताब्दी में भारत की यात्रा की थी। इसने नालंदा विश्वविद्यालय तथा विक्रमशिला विश्वविद्यालय का वर्णन किया है।
  • हेरोडोटस: हेरोडोटस को ‘इतिहास का पितामह’ भी कहा जाता है। इसने अपनी प्रथम हिस्टोरिका में 5वीं शताब्दी इस पूर्व के भारत-फारस के संबधो का वर्णन किया है।
  • इब्नबतूता: यह अफ्रीकी यात्री मुहम्मद तुगलक के समय भारत आया था।मुहम्मद तुगलक द्वारा इसे प्रधान काजी नियुक्त किया गया था तथा राजदूत बनाकर चीनी भेजा गया था। इब्नबतूता द्वारा ‘रहेला ‘ की रचना की गई है जिससे फिरोज तुगलक के शासन की जानकारी मिलती है।
  • कैप्टन हॅाकिग्स: यह 1608 ई. से 1613 ई. तक भारत में रहा। यह जहांगीर के समय भारत आया था तथा ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए सुविधा प्राप्त करने का प्रयास किया। यह फारसी भाषा का जानकार था। इसके द्वारा जहांगीर के दरबार की साज सज्जा तथा जहांगीर के जीवन की जानकारी प्राप्त होती है।
  • जीन बैप्टिस्ट तेवर्नियर: यह शाहजहां के शासन काल में भारत आया था। इसके द्वारा ही भारत के प्रसिद्ध हीरा ‘कोहिनूर ‘ की जानकारी दी गई हैं।
  • डाइनोसियस: मिस्र नरेश टॉलमी फिलाडेल्फस का राजदूत डाइनोसियस सम्राट अशोक महान के शासन काल में इंडिया आया था।
  • टॅालमी: ‘भारत का भूगोल‘ नामक पुस्तक के लेखक टॅालमी ने दूसरी शताब्दी में भारत की यात्रा की थी।
  • डाइमेकस: यह बिन्दुसार के राजदरबार में आया था। डाइमेकस सीरीयन नरेश आन्तियोकस का राजदूत था। इसके द्वारा किये गए विवरण मौर्य साम्राज्य से संबंधित है।
  • डायोनिसियस: यह यूनानी राजदूत था जो सम्राट अशोक के दरबार में आया था। इसे मिस्र के नरेश टॅालमी फिलेडेल्फस द्वारा दूत बनाकर भेजा गया था।
  • विलियम हाकिन्स: विलियम हाकिन्स 1608 ईसवी में मुग़ल सम्राट जहाँगीर के शासन काल में भारत आया था। उसके यात्रा व्रतांत से जहांगीर की दरबारी व्यवस्था, दरबार में मनाये जाने वाले नौरोज का उत्सव, सम्राट के तुलादान, जहांगीर के व्यक्तिगत जीवन की जानकारी मिलती है।
  • वेनिस यात्री निकोला मैनुकी: यह वेनिस का यात्री था जो औरंगजेब के दरबार में आया था। इसके द्वारा ‘स्टोरियो डी मोगोर‘ नामक ग्रंथ लिखा गया जिसमें मुगल साम्राज्य का वर्णन है।
  • यूरोपीय यात्री पीटर मण्डी: यह यूरोप का यात्री था जो जहांगीर के शासन काल में भारत आया था।
  • प्लिनी: यह भारत में पहली शताब्दी में आया था  प्लिनी द्वारा ‘नेचुरल हिस्ट्री‘ नामक पुस्तक लिखी गयी है। इस पुस्तक में भारतीय पशुओं, पेड़ों, खनिजों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त होती है
  • चीनी यात्री फाहियान: यह एक चीनी यात्री था जो गुप्त साम्राज्य में चन्द्रगुप्त द्वितीय के शासन काल में 405 ई. में भारत आया था तथा 411 ई. तक भारत में रहा। इसका मूल उद्देश्य भारतीय बौद्ध ग्रंथों की जानकारी प्राप्त करना था। इसने अपने विवरण में मध्यप्रदेश की जनता को सुखी और समृद्ध बताया है।
  • पीटर मांडी: पीटर मांडी 1628 में शाहजहां के शासनकाल में भारत आया था। वह भारत में लगभग 8 वर्ष तक रुका। उसके यात्रा व्रतांत से शाहजहाँ के राजनितिक घटनाओ, मुग़ल दरबार की व्यवस्था, मुग़ल सम्राटों के व्यक्तिगत जीवन आदि के बारे में जानकारी मिलती है। उसने भारतियों के सामाजिक एंव धार्मिक रीति-रिवाजो का भी उलेख किया है।
  • फ्रांसीसी यात्री ट्रेवरनियर: फ्रांसीसी यात्री जान बेपटिस्ट ट्रेवरनियर 1604 ईसवी में भारत आया था। उसके यात्रा व्रतांत से भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति के बारे जानकरी मिलती है।
  • मनूची: मनूची इटली निवासी था। वह 1653 ईसवी में भारत आया था। वह लंबे समय तक भारत में रहा। उसका यात्रा – व्रतांत ‘स्टोरिया-डी-मोगोर के नाम से प्रशिद्ध है। जिसका अनुवाद विलियम ने किया है।
  • फांसीसी डाँक्टर बर्नियर: यह एक फांसीसी डाँक्टर था जो 1556 ई. में भारत आया था। इसने शाहजहां तथा औरंगजेब के शासन काल का विवरण किया है। इसकी यात्रा का वर्णन ‘ट्रेवल्स इन द मुगल एम्पायर‘ में है जो 1670 ई. में प्रकाशित हुआ था।
  • बाराबोसा: यह 1560 ई. में भारत आया था जब विजयनगर का शासक कृष्णदेवराय था।
  • फ्रासीसी सैनिक बेलैंगडर डी लस्पिने: यह एक फ्रासीसी सैनिक था जो 1672 ई. में समुद्री बेड़े के साथ भारत पहुँचा था। इसके द्वारा पाण्डिचेरी नगर की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान रहा था।

  • वेनिस यात्री मार्कोपोलो: यह 13 वी शताब्दी के अन्त में भारत आया था। यह वेनिस का यात्री था जो पांडय राजा के दरबार में आया था।
  • यूनानी शासक मेगास्थनीज: यह एक यूनानी शासक सैल्युकस निकेटर का राजदूत था जो 302 ई.पू. चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में आया था। यह 6 वर्षों तक चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में रहा और ‘इंडिका‘ नामक पुस्तक लिखी। इस पुस्तक से मौर्य युग की संस्कृति,समाज एवं  भारतीय इतिहास की जानकारी प्राप्त होती है ।
  • चीनी यात्री संयुगन: यह चीनी यात्री था जो 518 ई. में भारत आया था। इसने अपनी यात्रा में बौद्ध धर्म से संबंधित प्रतियाँ एकत्रित किया।
  • तारानाथ: यह एक तिब्बती लेखक था।  इसने ‘कंग्युर‘ और ‘तंग्युर’ नामक ग्रन्थ की रचना की। इनसे भारतीय इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है।
  • सर टामस रो: यह 1616 ई. में जहांगीर के दरबार में आया था। इसके द्वारा जहांगीर से ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए व्यापारिक सुविधा प्राप्त करने का प्रयास किया गया था।
  • हमिल्टन: यह एक शल्य चिकित्सक था जो फारुखसियार के शासन काल में ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधि मंडल का सदस्य बनकर भारत आया था।
  • चीनी यात्री हेुंएनसाँग: यह भी एक चीनी यात्री था जो हर्षवर्धन के शासन काल में भारत आया था। यह 630 ई. से 643 ई. तक भारत में रहा तथा 6 वर्षों तक नालंदा विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की। हुएनसाँग के भ्रमण वृत्तांत को सि-रू-की नाम से भी जाना जाता है। इसके विवरण में हर्षवर्धन के काल के समाज,धर्म एवं राजनीति का उल्लेख है।

16वीं-17वीं शताब्दी में भारत आने वाले प्रमुख विदेशी यात्रियों की सूची:

यात्री का नाम भारत आगमन का वर्ष
फ़ादर एंथोनी मोंसेरात 1578 ई.
रॉल्फ़ फ़्रिंच 1588 – 1599 ई.
विलियम हॉकिंस 1608 – 1613 ई.
विलियम फ़िंच 1608 ई.
निकोलस डाउटंन 1614 ई.
थॉमस रो 1616 ई.
पियेत्रा देला वाले 1622 ई.
फ़्राँसिस वर्नियर 1658 ई.

इन्हें भी पढ़े: यूरोपीय कंपनियों का भारत में आगमन और महत्वपूर्ण तथ्य

और जानिये : भारत आने वाले प्रमुख विदेशी यात्रियों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची


वर्ष 2017 में भारत के प्रमुख व्रत, पर्व और त्योहार की तिथि व दिन

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वर्ष 2017 में भारत के प्रमुख व्रत, पर्व और त्योहार की तिथि व दिन

वर्ष 2017 में भारत के प्रमुख के व्रत, पर्व और त्योहार की तिथि व दिन: (List of Indian Festivals 2017 in Hindi)

भारतीय त्योहार

भारत अनेकता में एकता का देश है। इसमें दुनिया के प्रायः सभी धर्म एवं सम्प्रदाय मौजूद हैं, जिन्हें हर तरह की धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है और वे अपने-अपने पर्व-त्योहार अपनी परंपरा के अनुसार मनाने के लिए स्वतंत्र हैं। हमारे पर्व या त्योहार मात्र उत्सव नहीं होते जिन्हें उल्लास और उमंग के साथ मनाकर एक औपचारिकता पूरी कर दी जाती है, बल्कि अधिकांश पर्वों में एक संस्कृति, एक इतिहास और एक परंपरा निहित है।

भारत एक ऐसा देश है जो विविधता में एकता का उदाहरण है क्योंकि यहाँ हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई तथा जैन आदि धर्म एक साथ निवास करते हैं। कुछ त्योहारों को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है जबकि कुछ क्षेत्रीय स्तर पर मनाये जाते हैं। इसलिए हम आपके लिए वर्ष 2017 के व्रत, पर्व और त्योहार की सूची लाए हैं:-

इन्हें भी पढे: राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

वर्ष 2017 के प्रमुख भारतीय त्यौहार:

तिथि दिन व्रत, पर्व और त्योहार का नाम
जनवरी माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 जनवरी रविवार अंग्रेज़ी नव वर्ष
02 जनवरी सोमवार विनायक चतुर्थी
03 जनवरी मंगलवार स्कन्द षष्ठी
05 जनवरी बृहस्पतिवार गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती
06 जनवरी शुक्रवार मासिक दुर्गाष्टमी, शाकम्भरी उत्सवारम्भ
08 जनवरी रविवार पौष पुत्रदा एकादशी, तैलंग स्वामी जयन्ती, मासिक कार्तिगाई
09 जनवरी सोमवार गौण पौष पुत्रदा एकादशी, वैष्णव पौष पुत्रदा एकादशी, कूर्म द्वादशी
10 जनवरी मंगलवार प्रदोष व्रत, रोहिणी व्रत
11 जनवरी बुधवार अरुद्र दर्शन
12 जनवरी बृहस्पतिवार पौष पूर्णिमा, शाकम्भरी पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास
13 जनवरी शुक्रवार माघ प्रारम्भ “उत्तर, लोहड़ी
14 जनवरी शनिवार पोंगल, मकर संक्रान्ति
15 जनवरी रविवार संकष्टी चतुर्थी, सकट चौथ, माघ बिहु
19 जनवरी बृहस्पतिवार स्वामी विवेकानन्द जयन्ती, कालाष्टमी
23 जनवरी सोमवार षटतिला एकादशी, सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती
25 जनवरी बुधवार प्रदोष व्रत, मेरु त्रयोदशी
26 जनवरी बृहस्पतिवार मासिक शिवरात्रि, 68वाँ गणतन्त्र दिवस
27 जनवरी शुक्रवार माघ अमावस्या, दर्श अमावस्या, मौनी अमावस, थाई अमावसाइ
28 जनवरी शनिवार गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ
29 जनवरी रविवार चन्द्र दर्शन
31 जनवरी मंगलवार विनायक चतुर्थी, गणेश जयन्ती
फरवरी माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 फरवरी बुधवार वसन्त पञ्चमी
02 फरवरी बृहस्पतिवार स्कन्द षष्ठी
03 फरवरी शुक्रवार रथ सप्तमी, नर्मदा जयन्ती
04 फरवरी शनिवार भीष्म अष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी
05 फरवरी रविवार मासिक कार्तिगाई
06 फरवरी सोमवार रोहिणी व्रत
07 फरवरी मंगलवार जया एकादशी, भीष्म द्वादशी
08 फरवरी बुधवार प्रदोष व्रत
10 फरवरी शुक्रवार माघ पूर्णिमा, चन्द्र ग्रहण, पूर्णिमा उपवास, गुरु रविदास जयन्ती, ललिता जयन्ती, थाई पूसम
11 फरवरी शनिवार फाल्गुन प्रारम्भ “उत्तर
12 फरवरी रविवार कुम्भ संक्रान्ति
14 फरवरी मंगलवार संकष्टी चतुर्थी, संत वेलेनटाइन डे
17 फरवरी शुक्रवार यशोदा जयन्ती
18 फरवरी शनिवार शबरी जयन्ती, कालाष्टमी
19 फरवरी रविवार जानकी जयन्ती
21 फरवरी मंगलवार महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती
22 फरवरी बुधवार विजया एकादशी
24 फरवरी शुक्रवार प्रदोष व्रत
25 फरवरी शनिवार महाशिवरात्री
26 फरवरी रविवार फाल्गुन अमावस्या, दर्श अमावस्या, सूर्य ग्रहण
27 फरवरी सोमवार चन्द्र दर्शन
28 फरवरी मंगलवार फुलैरा दूज, रामकृष्ण जयन्ती
मार्च माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
02 मार्च बृहस्पतिवार विनायक चतुर्थी
03 मार्च शुक्रवार स्कन्द षष्ठी
04 मार्च शनिवार अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ, मासिक कार्तिगाई
05 मार्च रविवार मासिक दुर्गाष्टमी, रोहिणी व्रत
08 मार्च बुधवार आमलकी एकादशी
09 मार्च बृहस्पतिवार नरसिंह द्वादशी
10 मार्च शुक्रवार प्रदोष व्रत
11 मार्च शनिवार चौमासी चौदस, मासी मागम
12 मार्च रविवार छोटी होली, होलिका दहन, वसन्त पूर्णिमा, दोल पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास, अष्टाह्निका विधान पूर्ण, फाल्गुन पूर्णिमा, लक्ष्मी जयन्ती, चैतन्य महाप्रभु जयन्ती, अट्टुकल पोंगल
13 मार्च सोमवार होली, चैत्र प्रारम्भ “उत्तर
14 मार्च मंगलवार भाई दूज, भ्रातृ द्वितीया, मीन संक्रान्ति, कारादाइयन नौम्बू
15 मार्च बुधवार शिवाजी जयन्ती
16 मार्च बृहस्पतिवार संकष्टी चतुर्थी
17 मार्च शुक्रवार रंग पञ्चमी
19 मार्च रविवार भानु सप्तमी, शीतला सप्तमी
20 मार्च सोमवार बसोड़ा, शीतला अष्टमी, कालाष्टमी, वसन्त सम्पात
21 मार्च मंगलवार वर्षी तप आरम्भ
24 मार्च शुक्रवार पापमोचिनी एकादशी
25 मार्च शनिवार प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
26 मार्च रविवार मासिक शिवरात्रि
27 मार्च सोमवार दर्श अमावस्या
28 मार्च मंगलवार चैत्र अमावस्या, चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा, युगादी
29 मार्च बुधवार चन्द्र दर्शन, झूलेलाल जयन्ती
30 मार्च बृहस्पतिवार गौरीपूजा, गणगौर, मत्स्य जयन्ती
31 मार्च शुक्रवार विनायक चतुर्थी
अप्रैल माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 अप्रैल शनिवार लक्ष्मी पञ्चमी, स्कन्द षष्ठी, बैंक अवकाश, रोहिणी व्रत
02 अप्रैल रविवार यमुना छठ
03 अप्रैल सोमवार नवपद ओली प्रारम्भ
04 अप्रैल मंगलवार मासिक दुर्गाष्टमी, महातारा जयन्ती
05 अप्रैल बुधवार राम नवमी
07 अप्रैल शुक्रवार कामदा एकादशी, वामन द्वादशी
08 अप्रैल शनिवार प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
09 अप्रैल रविवार महावीर स्वामी जयन्ती, पैन्गुनी उथिरम
10 अप्रैल सोमवार पूर्णिमा उपवास, हजरत अली का जन्मदिन
11 अप्रैल मंगलवार हनुमान जयन्ती, चैत्र पूर्णिमा, नवपद ओली पूर्ण
12 अप्रैल बुधवार वैशाख प्रारम्भ “उत्तर
14 अप्रैल शुक्रवार संकष्टी चतुर्थी, सोलर नववर्ष, मेष संक्रान्ति, बैसाखी, पुथन्डू, विषु कानी, अम्बेडकर जयन्ती, गुड फ्राइडे
15 अप्रैल शनिवार पहेला वैशाख
16 अप्रैल रविवार ईस्टर
19 अप्रैल बुधवार कालाष्टमी
22 अप्रैल शनिवार बरूथिनी एकादशी, वल्लभाचार्य जयन्ती
23 अप्रैल रविवार वैष्णव बरूथिनी एकादशी
24 अप्रैल सोमवार प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
26 अप्रैल बुधवार वैशाख अमावस्या, दर्श अमावस्या
27 अप्रैल बृहस्पतिवार चन्द्र दर्शन
28 अप्रैल शुक्रवार परशुराम जयन्ती, अक्षय तृतीया, वर्षी तप पारण
29 अप्रैल शनिवार मातङ्गी जयन्ती, विनायक चतुर्थी, रोहिणी व्रत
30 अप्रैल रविवार शंकराचार्य जयन्ती, सूरदास जयन्ती
मई माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 मई सोमवार स्कन्द षष्ठी, रामानुज जयन्ती
02 मई मंगलवार गंगा सप्तमी
03 मई बुधवार मासिक दुर्गाष्टमी, बगलामुखी जयन्ती
04 मई बृहस्पतिवार सीता नवमी, अग्नि नक्षत्रम् प्रारम्भ
05 मई शुक्रवार महावीर स्वामी कैवल्य ज्ञान, थ्रिस्सूर पूरम
06 मई शनिवार मोहिनी एकादशी
07 मई रविवार परशुराम द्वादशी, रबीन्द्रनाथ टैगोर जयन्ती
08 मई सोमवार प्रदोष व्रत
09 मई मंगलवार नरसिंघ जयन्ती, छिन्नमस्ता जयन्ती, टैगोर जयन्ती “बंगाल
10 मई बुधवार वैशाख पूर्णिमा, कूर्म जयन्ती, बुद्ध पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास, चित्रा पूर्णनामी
11 मई बृहस्पतिवार ज्येष्ठ प्रारम्भ “उत्तर, नारद जयन्ती
14 मई रविवार संकष्टी चतुर्थी, वृषभ संक्रान्ति
18 मई बृहस्पतिवार कालाष्टमी
21 मई रविवार हनुमान जयन्ती “तेलुगू
22 मई सोमवार अपरा एकादशी
23 मई मंगलवार प्रदोष व्रत
24 मई बुधवार मासिक शिवरात्रि
25 मई बृहस्पतिवार ज्येष्ठ अमावस्या, दर्श-भावुका अमावस्या, शनि जयन्ती, वट सावित्री व्रत
26 मई शुक्रवार रोहिणी व्रत
27 मई शनिवार चन्द्र दर्शन
28 मई रविवार महाराणा प्रताप जयन्ती, अग्नि नक्षत्रम् समाप्त
29 मई सोमवार विनायक चतुर्थी
30 मई मंगलवार स्कन्द षष्ठी
जून माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार

02 जून शुक्रवार मासिक दुर्गाष्टमी, धूमावती जयन्ती
03 जून शनिवार महेश नवमी, गंगा दशहरा
05 जून सोमवार गायत्री जयन्ती, निर्जला एकादशी, रामलक्ष्मण द्वादशी
06 जून मंगलवार प्रदोष व्रत
07 जून बुधवार वैकासी विसाकम
08 जून बृहस्पतिवार वट पूर्णिमा व्रत
09 जून शुक्रवार ज्येष्ठ पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास, कबीरदास जयन्ती
10 जून शनिवार आषाढ़ प्रारम्भ “उत्तर
13 जून मंगलवार संकष्टी चतुर्थी
15 जून बृहस्पतिवार मिथुन संक्रान्ति
17 जून शनिवार कालाष्टमी
20 जून मंगलवार योगिनी एकादशी
21 जून बुधवार प्रदोष व्रत, साल का सबसे बड़ा दिन
22 जून बृहस्पतिवार मासिक शिवरात्रि
23 जून शुक्रवार दर्श अमावस्या, जमात उल-विदा, रोहिणी व्रत
24 जून शनिवार आषाढ़ अमावस्या, गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ
25 जून रविवार चन्द्र दर्शन, जगन्नाथ रथयात्रा
26 जून सोमवार ईद उल-फ़ित्र, रमज़ान
27 जून मंगलवार विनायक चतुर्थी
28 जून बुधवार स्कन्द षष्ठी
30 जून शुक्रवार अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ
जुलाई माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 जुलाई शनिवार मासिक दुर्गाष्टमी
04 जुलाई मंगलवार देवशयनी एकादशी
05 जुलाई बुधवार गौरी व्रत प्रारम्भ “गुजरात, वासुदेव द्वादशी
06 जुलाई बृहस्पतिवार प्रदोष व्रत, जयापार्वती व्रत प्रारम्भ
07 जुलाई शुक्रवार चौमासी चौदस
08 जुलाई शनिवार कोकिला व्रत “गुजरात, पूर्णिमा उपवास
09 जुलाई रविवार व्यास पूजा, आषाढ़ पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, गौरी व्रत समाप्त “गुजरात, अष्टाह्निका विधान पूर्ण
10 जुलाई सोमवार सावन प्रारम्भ “उत्तर, श्रावण सोमवार व्रत “उत्तर
11 जुलाई मंगलवार मंगला गौरी व्रत “उत्तर
12 जुलाई बुधवार जयापार्वती व्रत समाप्त, संकष्टी चतुर्थी
16 जुलाई रविवार भानु सप्तमी, कालाष्टमी, कर्क संक्रान्ति
17 जुलाई सोमवार श्रावण सोमवार व्रत “उत्तर
18 जुलाई मंगलवार मंगला गौरी व्रत “उत्तर
19 जुलाई बुधवार कामिका एकादशी, मासिक कार्तिगाई
20 जुलाई बृहस्पतिवार गौण कामिका एकादशी, वैष्णव कामिका एकादशी, रोहिणी व्रत
21 जुलाई शुक्रवार प्रदोष व्रत, सावन शिवरात्रि
23 जुलाई रविवार श्रावण अमावस्या, दर्श अमावस्या, हरियाली अमावस्या, आदि अमावसाइ
24 जुलाई सोमवार चन्द्र दर्शन, श्रावण सोमवार व्रत
25 जुलाई मंगलवार मंगला गौरी व्रत
26 जुलाई बुधवार हरियाली तीज, विनायक चतुर्थी, अन्दल जयन्थी
27 जुलाई बृहस्पतिवार नाग पञ्चमी
28 जुलाई शुक्रवार कल्की जयन्ती, स्कन्द षष्ठी, ऋग्वेद उपाकर्म, यजुर्वेद उपाकर्म
29 जुलाई शनिवार गायत्री जापम
30 जुलाई रविवार भानु सप्तमी, तुलसीदास जयन्ती
31 जुलाई सोमवार मासिक दुर्गाष्टमी, श्रावण सोमवार व्रत
अगस्त माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 अगस्त मंगलवार मंगला गौरी व्रत
02 अगस्त बुधवार आदि पेरुक्कू
03 अगस्त बृहस्पतिवार श्रावण पुत्रदा एकादशी, दामोदर द्वादशी
04 अगस्त शुक्रवार प्रदोष व्रत, वरलक्ष्मी व्रत
07 अगस्त सोमवार श्रावण पूर्णिमा, राखी, रक्षा बन्धन, गायत्री जयन्ती, नारली पूर्णिमा, चन्द्र ग्रहण,पूर्णिमा उपवास, हयग्रीव जयन्ती, संस्कृत दिवस, श्रावण सोमवार व्रत
08 अगस्त मंगलवार भाद्रपद प्रारम्भ “उत्तर
10 अगस्त बृहस्पतिवार कजरी तीज
11 अगस्त शुक्रवार संकष्टी चतुर्थी, संकटहरा चतुर्थी “तमिल, बोल चौथ “गुजरात
12 अगस्त शनिवार नाग पञ्चम “गुजरात
13 अगस्त रविवार बलराम जयन्ती, रांधण छठ “गुजरात
14 अगस्त सोमवार शीतला सातम “गुजरात, जन्माष्टमी “स्मार्त, कालाष्टमी, आद्याकाली जयन्ती
15 अगस्त मंगलवार जन्माष्टमी “इस्कॉन, दही हाण्डी, मासिक कार्तिगाई, स्वतन्त्रता दिवस
16 अगस्त बुधवार रोहिणी व्रत
17 अगस्त बृहस्पतिवार सिंह संक्रान्ति, मलयालम नव वर्ष
18 अगस्त शुक्रवार अजा एकादशी
19 अगस्त शनिवार पर्यूषण पर्वारम्भ, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
20 अगस्त रविवार मासिक शिवरात्रि
21 अगस्त सोमवार भाद्रपद अमावस्या, दर्श अमावस्या, पिठोरी अमावस्या, पोला, वृषभोत्सव,सोमवती अमावस, सूर्य ग्रहण
23 अगस्त बुधवार चन्द्र दर्शन
24 अगस्त बृहस्पतिवार वराह जयन्ती, हरतालिका तीज, गौरी हब्बा
25 अगस्त शुक्रवार सामवेद उपाकर्म, गणेश चतुर्थी
26 अगस्त शनिवार ऋषि पञ्चमी, सम्वत्सरी पर्व
27 अगस्त रविवार स्कन्द षष्ठी
28 अगस्त सोमवार ललिता सप्तमी
29 अगस्त मंगलवार गौरी आवाहन, राधा अष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी, महालक्ष्मी व्रत आरम्भ, दूर्वा अष्टमी
30 अगस्त बुधवार गौरी पूजा
31 अगस्त बृहस्पतिवार गौरी विसर्जन
सितम्बर माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
02 सितम्बर शनिवार परिवर्तिनी एकादशी, कल्की द्वादशी, ईद-उल-जुहा, बकरीद
03 सितम्बर रविवार वामन जयन्ती, भुवनेश्वरी जयन्ती, प्रदोष व्रत
04 सितम्बर सोमवार ओणम
05 सितम्बर मंगलवार अनन्त चतुर्दशी, गणेश विसर्जन, पूर्णिमा उपवास, पूर्णिमा श्राद्ध
06 सितम्बर बुधवार भाद्रपद पूर्णिमा, प्रतिपदा श्राद्ध
07 सितम्बर बृहस्पतिवार आश्विन प्रारम्भ “उत्तर, द्वितीया श्राद्ध
08 सितम्बर शुक्रवार तृतीया श्राद्ध
09 सितम्बर शनिवार चतुर्थी श्राद्ध, संकष्टी चतुर्थी
10 सितम्बर रविवार महा भरणी, पञ्चमी श्राद्ध
11 सितम्बर सोमवार षष्ठी श्राद्ध, मासिक कार्तिगाई
12 सितम्बर मंगलवार सप्तमी श्राद्ध, महालक्ष्मी व्रत पूर्ण, रोहिणी व्रत
13 सितम्बर बुधवार अष्टमी श्राद्ध, जीवितपुत्रिका व्रत, कालाष्टमी, अष्टमी रोहिणी
14 सितम्बर बृहस्पतिवार नवमी श्राद्ध
15 सितम्बर शुक्रवार दशमी श्राद्ध
16 सितम्बर शनिवार इन्दिरा एकादशी, एकादशी श्राद्ध
17 सितम्बर रविवार द्वादशी श्राद्ध, त्रयोदशी श्राद्ध, प्रदोष व्रत, कन्या संक्रान्ति, विश्वकर्मा पूजा
18 सितम्बर सोमवार मघा श्राद्ध, चतुर्दशी श्राद्ध, मासिक शिवरात्रि
19 सितम्बर मंगलवार सर्वपित्री दर्श अमावस्या, सर्वपित्रू अमावस्या
20 सितम्बर बुधवार अश्विन अमावस्या
21 सितम्बर बृहस्पतिवार चन्द्र दर्शन, नवरात्रि प्रारम्भ, घटस्थापना, महाराजा अग्रसेन जयन्ती
22 सितम्बर शुक्रवार अल-हिजरा, इस्लामी नया साल
23 सितम्बर शनिवार विनायक चतुर्थी, शरद्कालीन सम्पात
24 सितम्बर रविवार ललिता पञ्चमी
25 सितम्बर सोमवार स्कन्द षष्ठी
26 सितम्बर मंगलवार बिल्व निमन्त्रण, कल्पारम्भ, अकाल बोधन
27 सितम्बर बुधवार सरस्वती आवाहन, नवपत्रिका पूजा, नवपद ओली प्रारम्भ
28 सितम्बर बृहस्पतिवार सरस्वती पूजा, दुर्गा अष्टमी, सन्धि पूजा
29 सितम्बर शुक्रवार महा नवमी, दुर्गा बलिदान, आयुध पूजा, दक्षिण सरस्वती पूजा, बंगाल महा नवमी
30 सितम्बर शनिवार सरस्वती बलिदान, सरस्वती विसर्जन, दुर्गा विसर्जन, दशहरा, विजयदशमी, बंगाल विजयदशमी, मैसूर दसरा, विद्याआरम्भम् का दिन, बुद्ध जयन्ती, मध्वाचार्य जयन्ती
अक्टूबर माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 अक्टूबर रविवार पापांकुशा एकादशी, अशुरा का दिन, मुहर्रम
02 अक्टूबर सोमवार पद्मनाभ द्वादशी, गाँधी जयन्ती
03 अक्टूबर मंगलवार प्रदोष व्रत
05 अक्टूबर बृहस्पतिवार अश्विन पूर्णिमा, कोजागर पूजा, शरद पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास, वाल्मीकि जयन्ती, मीराबाई जयन्ती, नवपद ओली पूर्ण
06 अक्टूबर शुक्रवार कार्तिक प्रारम्भ “उत्तर
08 अक्टूबर रविवार अट्ल तद्दी, करवा चौथ, संकष्टी चतुर्थी, मासिक कार्तिगाई
10 अक्टूबर मंगलवार रोहिणी व्रत
12 अक्टूबर बृहस्पतिवार अहोई अष्टमी, राधा कुण्ड स्नान, कालाष्टमी
15 अक्टूबर रविवार रमा एकादशी
16 अक्टूबर सोमवार गोवत्स द्वादशी
17 अक्टूबर मंगलवार धन तेरस, यम पञ्चक प्रारम्भ, यम दीपम, प्रदोष व्रत, तुला संक्रान्ति
18 अक्टूबर बुधवार नरक चतुर्दशी, तमिल दीपावली, काली चौदस, हनुमान पूजा, मासिक शिवरात्रि
19 अक्टूबर बृहस्पतिवार दीवाली, लक्ष्मी पूजा, दीपमालिका, केदार गौरी व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, काली पूजा, कमला जयन्ती, कार्तिक अमावस्या, दर्श अमावस्या
20 अक्टूबर शुक्रवार गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, बलि प्रतिपदा, द्यूत क्रीडा, नव सम्वत प्रारम्भ
21 अक्टूबर शनिवार चन्द्र दर्शन, भैया दूज, यम द्वितीया
23 अक्टूबर सोमवार नागुला चविति “तेलुगू, विनायक चतुर्थी
25 अक्टूबर बुधवार लाभ पञ्चमी, सूर सम्हारम
26 अक्टूबर बृहस्पतिवार छठ पूजा
27 अक्टूबर शुक्रवार अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ
28 अक्टूबर शनिवार गोपाष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी
29 अक्टूबर रविवार अक्षय नवमी, जगद्धात्री पूजा
30 अक्टूबर सोमवार कंस वध
31 अक्टूबर मंगलवार देवुत्थान एकादशी, भीष्म पञ्चक प्रारम्भ
नवम्बर माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 नवम्बर बुधवार तुलसी विवाह, योगेश्वर द्वादशी, प्रदोष व्रत
02 नवम्बर बृहस्पतिवार वैकुण्ठ चतुर्दशी, विश्वेश्वर व्रत
03 नवम्बर शुक्रवार मणिकर्णिका स्नान, चौमासी चौदस, देव दीवाली
04 नवम्बर शनिवार कार्तिक पूर्णिमा, पुष्कर स्नान, पूर्णिमा उपवास, गुरु नानक जयन्ती, भीष्म पञ्चक समाप्त, अष्टाह्निका विधान पूर्ण, रथ यात्रा
05 नवम्बर रविवार मार्गशीर्ष प्रारम्भ “उत्तर, मासिक कार्तिगाई
06 नवम्बर सोमवार रोहिणी व्रत
07 नवम्बर मंगलवार संकष्टी चतुर्थी
10 नवम्बर शुक्रवार कालभैरव जयन्ती
14 नवम्बर मंगलवार उत्पन्ना एकादशी, नेहरू जयन्ती
15 नवम्बर बुधवार प्रदोष व्रत, अयप्पा उत्सव
16 नवम्बर बृहस्पतिवार मासिक शिवरात्रि, वृश्चिक संक्रान्ति, मण्डला काल प्रारम्भ
18 नवम्बर शनिवार मार्गशीर्ष अमावस्या, दर्श अमावस्या
19 नवम्बर रविवार चन्द्र दर्शन
22 नवम्बर बुधवार विनायक चतुर्थी
23 नवम्बर बृहस्पतिवार विवाह पञ्चमी, नाग पञ्चमी “तेलुगू
24 नवम्बर शुक्रवार सुब्रहमन्य षष्ठी, चम्पा षष्ठी
26 नवम्बर रविवार भानु सप्तमी
27 नवम्बर सोमवार मासिक दुर्गाष्टमी
30 नवम्बर बृहस्पतिवार मोक्षदा एकादशी, गीता जयन्ती, मत्स्य द्वादशी, गुरुवायुर एकादशी
दिसम्बर माह के प्रमुख व्रत पर्व और त्यौहार
01 दिसम्बर शुक्रवार प्रदोष व्रत, हनुमान जयन्ती “कन्नड़, मिलाद उन-नबी, ईद-ए-मिलाद
02 दिसम्बर शनिवार कार्तिगाई दीपम्
03 दिसम्बर रविवार मार्गशीर्ष पूर्णिमा, दत्तात्रेय जयन्ती, पूर्णिमा उपवास, अन्नपूर्णा जयन्ती, त्रिपुर भैरवी जयन्ती, रोहिणी व्रत
04 दिसम्बर सोमवार पौष प्रारम्भ “उत्तर
06 दिसम्बर बुधवार संकष्टी चतुर्थी
10 दिसम्बर रविवार कालाष्टमी
13 दिसम्बर बुधवार सफला एकादशी
15 दिसम्बर शुक्रवार प्रदोष व्रत
16 दिसम्बर शनिवार मासिक शिवरात्रि, धनु संक्रान्ति
17 दिसम्बर रविवार दर्शवेला अमावस्या
18 दिसम्बर सोमवार पौष अमावस्या, सोमवती अमावस, हनुमथ जयन्थी
19 दिसम्बर मंगलवार चन्द्र दर्शन
21 दिसम्बर बृहस्पतिवार साल का सबसे छोटा दिन
22 दिसम्बर शुक्रवार विनायक चतुर्थी
24 दिसम्बर रविवार स्कन्द षष्ठी
25 दिसम्बर सोमवार गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती, मेरी क्रिसमस
26 दिसम्बर मंगलवार मासिक दुर्गाष्टमी, शाकम्भरी उत्सवारम्भ, मण्डला पूजा
29 दिसम्बर शुक्रवार पौष पुत्रदा एकादशी, तैलंग स्वामी जयन्ती, वैकुण्ठ एकादशी
30 दिसम्बर शनिवार कूर्म द्वादशी, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
31 दिसम्बर रविवार रोहिणी व्रत

और जानिये : वर्ष 2017 में भारत के प्रमुख व्रत, पर्व और त्योहार की तिथि व दिन

जीवधारियों के लक्षण, वर्गीकरण एवं मुख्य प्राणी संघो की सूची

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जीवधारियों के लक्षण, वर्गीकरण एवं मुख्य प्राणी संघो की सूची

जीवधारियों के लक्षण, वर्गीकरण एवं मुख्य प्राणी संघो की सूची: (Living Organisms Symptoms and Classifications in Hindi)

जीव विज्ञान किसे कहते है?

जीव विज्ञान जीवधारियों का अध्ययन है, जिसमें सभी पादप और जीव-जंतु शामिल हैं। विज्ञान के रूप में जीव विज्ञान का अध्ययन अरस्तू के पौधों और पशुओं के  अध्ययन से शुरू हुआ, जिसकी वजह से उन्हें जीव विज्ञान का जनक कहा जाता है। लेकिन बायोलॉजी शब्द का प्रथम बार प्रयोग फ्रांसीसी प्रकृति विज्ञानी जीन लैमार्क ने किया।

जीव विज्ञान प्राकृतिक विज्ञान की तीन विशाल शाखाओं में से एक है। यह विज्ञान जीव, जीवन और जीवन के प्रक्रियाओं के अध्ययन से सम्बन्धित है। इस विज्ञान में हम जीवों की संरचना, कार्यों, विकास, उद्भव, पहचान, वितरण एवं उनके वर्गीकरण के बारे में पढ़ते हैं। आधुनिक जीव विज्ञान एक बहुत विस्तृत विज्ञान है, जिसकी कई शाखाएँ हैं।

जीव विज्ञान शब्द का प्रयोग सबसे पहले लैमार्क और ट्रविरेनस नाम के वैज्ञानिको ने 1802 ई० मे किया। विज्ञान कि वह शाखा जो जीवधारियों से सम्बन्धित है, जीवविज्ञान कहलाती है।

जीवधारियों के लक्षण:

जिन वस्तुओं की उत्पत्ति किसी विशेष अकृत्रिम जातीय प्रक्रिया के फलस्वरूप होती है, जीव कहलाती हैँ। इनका एक परिमित जीवनचक्र होता है। हम सभी जीव हैँ। जीवों में कुछ मौलिक प्रक्रियाऐं होती हैं:

  • संगठन: सभी जीवों का निर्धारित आकार व भौतिक एवं रासायनिक संगठन होता है।
  • उपापचय: पशु, जीवाणु, कवक आदि अपना आहार कार्बनिक पदार्थों से ग्रहण करते हैं। हरे पादप अपना आहार पर्यावरण से जल, कार्बन-डाइऑक्साइड और कुछ खनिजों के रूप में लेकर उन्हें प्रकाश संश्लेषण के द्वारा संश्लेषित करते हैं।
  • श्वसन: इसमें प्राणी महत्वपूर्ण गैसोँ का परिवहन करता है।
  • संवेदनशीलता: जीवोँ में वाह्य अनुक्रियाओँ के प्रति संवेदनशीलता पायी जाती है।
  • वृद्धि व परिवर्धन: जीवधारियों में कोशिका के  विभाजन और पुनर्विभाजन से ढेर सारी कोशिकाएं बनती हैं, जो शरीर के विभिन्न अंगों में विभेदित हो जाती हैं।
  • प्रजनन: निर्जीवों की तुलना में जीवधारी अलैंगिक अथवा लैंगिक जनन द्वारा अपना वंश बढ़ाने की क्षमता द्वारा पहचाने जाते हैं।

जीवधारियों का वर्गीकरण:

द्विपाद नाम पद्धति के अनुसार हर जीवधारी के नाम में दो शब्द होते हैं। पहला पद है वंश नाम जो उसके संबंधित रूपों से साझा होता है और दूसरा पद एक विशिष्ट शब्द होता है जाति पद। दोनों पदों के मिलने से जाति का नाम बनता है। 1969 में आर. एच. व्हीटेकर ने जीवों को 5 जगतों में विभाजित किया। ये पाँच जगत निम्नलिखित हैं:-

  • मोनेरा: इस जगत के जीवों में केंद्रक विहीन प्रोकेरिओटिक  कोशिका होती है। ये एकल कोशकीय जीव होते हैं, जिनमें अनुवांशिक पदार्थ तो होता है, किन्तु इसे कोशिका द्रव्य से पृथक रखने के लिए केंद्रक नहीं होता। इसके अंतर्गत जीवाणु तथा नीलरहित शैवाल आते हैं।
  • प्रोटिस्टा: ये एकल कोशकीय जीव होते हैं, जिसमें विकसित केंद्रक वाली यूकैरियोटिक कोशिका होती है। उदाहरण- अमीबा, यूग्लीना, पैरामीशियम, प्लाज्मोडियम इत्यादि।
  • कवक: ये यूकैरियोटिक जीव होते हैं। क्योंकि हरित लवक और वर्णक के अभाव में इनमें  प्रकाश संश्लेषण नहीं होता। जनन लैंगिक व अलैंगिक दोनों तरीके से होता है।
  • प्लान्टी: ये बहुकोशकीय पौधे होते है। इनमें प्रकाश संश्लेषण होता है। इनकी कोशिकाओं में रिक्तिका पाई जाती है। जनन मुख्य रूप से लैंगिक होता है। उदाहरण- ब्रायोफाइटा, लाइकोपोडोफाइटा, टेरोफाइटा, साइकेडोफाइटा, कॉनिफरोफाइटा, एन्थ्रोफाइटा इत्यादि।
  • एनीमेलिया: ये बहुकोशिकीय यूकैरियोटिक जीव होते हैं जिनकी कोशिकाओं में दृढ़ कोशिका भित्ति और प्रकाश संश्लेषीय तंत्र नहीं होता। यह दो मुख्य उप जगतों में विभाजित हैं, प्रोटोजुआ व मेटाजुआ।

मुख्य प्राणी संघ निम्न हैं:

  • प्रोटोजुआ: यह सूक्ष्मजीव एककोशकीय होते हैं। उदाहरण- ट्रिपैनोसोमा, यूग्लीना, पैरामीशियम, प्लाज्मोडियम आदि।
  • पोरीफेरा: इनका शरीर बेलनाकार होता है। उदाहरण- साइकॉन, यूस्पंजिया, स्पंजिला।
  • सीलेनट्रेटा: यह पहले बहुकोशकीय अरीय सममिति वाले प्राणी हैं। इनमें ऊतक और एक पाचक गुहा होती है। उदाहरण- हाइड्रा, जैली फिश आदि।
  • प्लेटीहेल्मिन्थीज: इन प्राणियों का शरीर चपटा, पतला व मुलायम होता है। यह कृमि जैसे जीव होते हैं। उदाहरण- फेशिओला लिवर फ्लूक, शिस्टोजोमा रक्त फ्लूक आदि।
  • एश्स्केलमिन्थीज: यह एक कृमि है जिनका गोल शरीर दोनों ओर से नुकीला होता है। उदाहरण- एस्केरिस गोलकृमि, ऑक्सियूरिस पिनकृमि, ऐन्साइलोस्टोमा अंकुशकृमि आदि।
  • ऐनेलिडा: इन कृमियों का गोल शरीर बाहर से वलयों या खंडों में बंटा होता है। उदाहरण- फेरेटिमा केंचुआ, हिरूडिनेरिका जोंक आदि।
  • आर्थोपोडा: शरीर खण्डों में विभक्त होता है जो बाहर से एक सख्त काइटिन खोल से ढंका होता है। उदाहरण- क्रस्टेशिआन झींगा, पैरीप्लेनेटा कॉकरोच, पैपिलियो तितली, क्यूलेक्स मच्छर, बूथस बिच्छू, लाइकोसा वुल्फ मकड़ी, स्कोलोपेन्ड्रा कनखजूरा, जूलस मिलीपीड आदि।
  • मोलास्का: इन प्राणियों की देह मुलायम खण्डहीन होती है और उपांग ड्डश्चश्चद्गठ्ठस्रड्डद्दद्गह्य नहीं होते। उदाहरण- लाइमेक्स स्लग, पटैला लिम्पेट, लॉलिगो स्क्विड आदि।
  • एकाइनोडर्मेटा: इसमें शूलीय चर्म वाले प्राणी शामिल हैं। ये कई मुलायम नलिका जैसी संरचनाओं से चलते हैं, जिन्हें नाल पाद ट्यूबफीट कहते हैं। उदाहरण- एस्ट्रोपैक्टेन तारामीन, एकाइनस समुद्री अर्चिन आदि।
  • कॉर्डेटा: संघ कॉर्डेटा पाँच उपसंघों में विभाजित किये जाते हैं-
  • हेमीकॉर्डेटा: इनमें ग्रसनी, क्लोम, विदर और पृष्ठïीय खोखली तंत्रिका रज्जु पाई जाती है। उदाहरण- बैलेनोग्लोसस टंग वार्म।
  • यूरोकॉर्डेटा: इन थैली जैसे स्थिर जीवों में वयस्क अवस्था में तंत्रिका रज्जु और पृष्ठï रज्जु नोटोकार्ड नहीं होता। उदाहरण- हर्डमेनिया, डोलियोलम कंचुकी आदि।
  • सिफेलोकॉर्डेटा: इन प्राणियों में कॉर्डेटा संघ के विशिष्टï लक्षण मौजूदा रहते हैं। उदाहरण- ब्रेंकियोस्टोमा ऐम्फिऑक्सस आदि।
  • ऐग्नेथा: यह कशेरूकियों का एक छोटा सा समूह है जिसमें चूषण मुख होता है। ऐसे प्राणियों को चक्रमुखी साइक्लोस्टोम कहते हैं।
  • नैथोस्टोमाटा: इसमें मछलियाँ, उभयचर एम्फीबिया, सरीसृप, पक्षी तथा स्तनधारी प्राणी शामिल हैं। यह उप संघ पाँच वर्गों में विभाजित किया जाता है:-
  • (i) पिसीज: ये जलीय, असमतापी, जबड़े वाले कशेरुकी हैंै जो जीवन भर जल में रहने के लिए अनुकूलित हैं। इनके शरीर शल्कों से ढंके रहते हैं, क्लोमो द्वारा ये श्वसन करती हैं और पंखों द्घद्बठ्ठ की मदद से चलते हैं। उदाहरण – लैबियो रोहू, कतला कटला, हिप्पोकैम्पस समुद्री घोड़ा आदि।
  • (ii) ऐम्फीबिया: यह असमतापी कशेरूकी हैं जिनमें चार टांगें और शल्कहीन चर्म होते हैं जो ज्यादातर गीला रहता है। उदाहरण- राना टिगरीना मेंढक, बुफो टोड, सैलेमेन्ड्रा सलामेन्डर आदि।
  • (iii) रेप्टीलिया: इन असमतापी कशेरूकियों में सख्त शल्कीय त्वचा होती है। उदाहरण- टेस्टूडो कछुआ, हेनीडैक्टाइलस छिपकली, क्रोकोडाइलस मगरमच्छ आदि।
  • (iv) एवीज पक्षीवर्ग: पक्षी ही ऐसे जीव हैं जिनका शरीर पंखों से ढंका रहता है। इनके अग्रपाद पंखों में रूपांतरित होकर उड़ान में काम आते हैं। उदाहरण पैसर गौरैया, कोर्वस कौआ, कोलंबा कबूतर, पावो मोर आदि।
  • (v) मैमेलिया स्तनी वर्ग: ये समतापी कशेरूकी सबसे उच्च वर्ग के  हैं। इनका शरीर बालों से ढंका रहता है। इनमें दुग्ध-ग्रंथियाँ होती हैं जिससे वे नन्हें बच्चों का पोषण करते हैं। उदाहरण- डक बिल्ड प्लैटिपस और स्पाइनी चींटीखोर, फैलिस बिल्ली, कैनिस कुत्ता, पैन्थरा शेर, चीता, बाघ मकाका बंदर, ऐलिफस हाथी, बैलीना व्हेल, होमो सेपिएन्स मानव आदि।

इन्हें भी पढ़े: पदार्थो के रासायनिक नाम, सूत्र एवं शाखाओं की सूची

और जानिये : जीवधारियों के लक्षण, वर्गीकरण एवं मुख्य प्राणी संघो की सूची

भारत की प्रमुख फसलों के नाम, उत्पादक राज्य एवं महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

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भारत की प्रमुख फसलों के नाम, उत्पादक राज्य एवं महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

भारत की प्रमुख फसलों के नाम एवं उत्पादक राज्य: (Top Crops Producing Indian States and Agriculture Facts  in Hindi)

भारतीय कृषि व्यवस्था:

भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रयासों से कृषि को राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में गरिमापूर्ण दर्जा मिला है। भारत में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के दौर से की जाती रही है। भारतीय कृषि यहाँ की अर्थव्यवस्था, मानव-बसाव तथा यहाँ के सामाजिक-सांस्कृतिक ढांचे एवं स्वरूप की आज भी आधारशिला बनी हुई है। देश की लगभग 64 प्रतिशत जनसंख्या की कृषि-कार्यो में संलग्नता तथा कुल राष्ट्रीय आय के लगभग 27.4 प्रतिशत भाग के स्रोत के रूप में कृषि महत्त्वपूर्ण हो गयी है। देश के कुल निर्यात में कृषि का योगदान 18 प्रतिशत है।

भारत की प्रमुख फसलों के नाम एवं सर्वाधिक उत्पादक राज्यों की सूची:

भारत की प्रमुख फसलों के नाम सर्वाधिक उत्पादक राज्यों के नाम
चावल पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, बिहार और पंजाब
गेंहू उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान
ज्वार महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान
बाजरा गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश
दलहन मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात और आंध्र प्रदेश
तिलहन मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और ओडिशा
जौ उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और पंजाब
गन्ना उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और पंजाब
मूंगफली गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश
चाय असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, त्रिपुरा, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश
कहवा कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र
कपास महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, कर्नाटक, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश
रबड़ केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम और अंडमान निकोबार द्वीप समूह
पटसन पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, ओडिशा और उत्तर प्रदेश
तम्बाकू आंध्र प्रदेश, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु
काली मिर्च केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी
हल्दी आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और बिहार
काजू केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश

भारतीय कृषि एक ऐसा आधार है, जिस पर देश के 5.5 लाख से भी अधिक गाँवों में निवास करनी वाली 75 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से आजीविका प्राप्त करती है। 1960 के बाद देश में कृषि के क्षेत्र में हरित क्रांति के साथ नया दौर आया।

आइये जानते है भारत की खेती से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में:-

भारतीय कृषि से जुड़े महत्‍वपूर्ण तथ्‍य:

  • भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 51 फीसदी भाग पर कृषि, 4 फ़ीसदी पर चरागाह, लगभग 21 फीसदी पर वन और 24 फीसदी बंजर और बिना उपयोग की है।
  • देश की कुल श्रम शक्ति का लगभग 52 फीसदी भाग कृषि और इससे सम्बंधित उद्योग और धंधों से अपनी आजीविका चलता है।
  • 2004-2005 में भारत के निर्यात में कृषि और सम्बंधित वस्तुओं कानुपात लगभग 40 फीसदी रहा।
  • विश्व में चावल उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। भारत में खाद्यान्नों के अंतर्गत आने वाले कुल क्षेत्र के करीब 47 फीसदी भाग पर चावल की खेती की जाती है।

  • विश्व में गेंहू उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। देश की कुल कृषि योग्य जमीन के लगभग 15 फीसदी भाग पर गेंहू की खेती की जाती है।
  • देश में गेंहू के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है, जबकि प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पंजाब का प्रथम स्थान है।
  • हरित क्रांति का सबसे अधिक प्रभाव गेंहू और चावल की कृषि पर पड़ा है, परंतु चावल की तुलना गेंहू के उत्पादन में अधिक वृद्धि हुई।
  • भारत में हरित क्रांति लाने का श्रेय डॉक्टर एम. एस. स्वामीनाथन को जाता है। भारत में हरित क्रांति की शुरुआत 1967-1968 में हुई।
  • प्रथम हरित क्रांति के बाद 1983-1984 में द्वितीय हरित क्रांति की शुरुआत हुई, जिसमें अधिक अनाज उत्पादन, निवेश और किसानों को दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार हुआ।
  • तिलहन प्रौद्योगिकी मिशन की स्थापना 1986 में हुई।
  • भारत विश्व में उर्वरक (फर्टिलाइजर) का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।
  • पोटाशियम फर्टिलाइजर का पूरी तरह आयात किया जाता है।
  • आम, केला, चीकू, खट्टे नींबू, काजू, नारियल, काली मिर्च, हल्दी के उत्पादन में भारत का स्थान पहला है।
  • फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत का स्थान दुनिया में दूसरा है।

इन्हें भी पढ़े: भारत में कृषि का महत्व, प्रमुख फसलें एवं उनकी विशेषताओं की सूची

और जानिये : भारत की प्रमुख फसलों के नाम, उत्पादक राज्य एवं महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स की सूची

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आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स की सूची

प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म: (List of Important Full Forms or Abbreviations for all types of Competitive Exams in Hndi)

यहां पर भारत की प्रमुख आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म के बारे में सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। सामान्यतः फुल फॉर्म से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको इन महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स:

Short Form (संक्षिप्‍त रूप) Full Form (पूर्ण रूप)
आई. आर. बी. एम. (IRBM) इंटरमिडिएट रेंज बैलास्टिक मिसाइल
आई. आर. सी. ओ. एन. (IRCON) इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कम्पनी
आई. ए. ई. ए. (IAEA) इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी
आई. ए. ए. आई. (IAAI) इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया
आई. ए. ए. एस. (IAAS) इंडिया ऑडिटएंड अकऊंट्स सर्विस
आई. एन. ए. (INA) इंडियन नेशनल आर्मी
आई. एन. एस. (INS) इंडियन न्यूज़पेपर सोसाइटी
आई. एन. एस. ए. टी. (INSAT) इंडियन नेशनल सेटेलाइट
आई. एन. टी. ई. एल. एस. ए. टी. (INTELSAT) इंटरनेशनल टेलीकॉम्यूनिकेशन सेटेलाइट
आई. एन. टी. यू. सी. (INTUC) इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कॉन्ग्रेस
आई. एफ. एस. (IFS) इंडियन फॉरेस्ट सर्विस
आई. एफ. सी. आई. (IFCI) इंडसट्रियल फाइनेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
आई. एम. ए. (IMA) इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
आई. एस. आई. (ISI) इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस
आई. एस. आर. ओ. (ISRO) इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन
आई. एस. टी. (IST) इंडियन स्टैंडर्ड टाइम
आई. क्यू. (IQ) इंटेलीजेंस क्योसेंट
आई. डी. ए. (IDA) इंटरनेशनल डिवलॉपमेंट एजेंसी
आई. डी. बी. आई. (IDBI) इंडसट्रियल डिवलॉपमेंट बैंक ऑफ इंडिया
आई. पी एल. (IPL) इंडियन प्रीमियर लीग
आई. पी. सी. (IPC) इंडियन पेनल कोड
आई. बी. आर. डी. (IBRD) इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डिवलॉपमेंट
आई. सी. आई. सी. आई. (ICICI) इंडसट्रियल क्रेडिट एंड इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
आई. सी. ए. आर. (ICAR) इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च
आई. सी. एफ. ए. आई. (ICFAI) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंस एनालाइसिस ऑफ इंडिया
आई. सी. डब्लयू. ए. (ICWA) इंस्टीट्यूटऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंट्स
आई.एस.डी. (ISD) इंटरनेशनल सब्सक्राइबर डायलिंग
आई.पी.एल. (IPL) इंडियन प्रीमियर लीग
आर. आर. बी. (RRB) रिजनल रूरल बैंक
आर. आर. सी. (RRC) रिएक्टर रिसर्च सेंटर
आर. ए. एम. (RAM) रेंडम एक्सेस मेमॉरी
आर. ए. डी. ए. आर. (RADAR) रेडियो डिटेक्टिंग एंड रेंजिंग
आर. एंड डी. (R&D) रिसर्च एंड डिवलॉपमेंट
आर. बी. आई. (RBI) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
आर.एस.एस. (RSS) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ/ रियली सिंपल सिंडिकेशन
ई. एक्स. आई. एम. (EXIM) एक्स्पोर्ट इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया
ई. एम. आई. (EMI) इक्विटेड मंथली इंस्टालमेंट
ई. एम. एस. (EMS) यूरोपियन मॉनिटरिंग सिस्टम
ई. एस. आई. सी. (ESIC) एम्पलॉइज़ स्टेट इंश्योरेंस कोर्पोरेशन
ई. एस. सी. ए. पी. (ESCAP) इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक
ई. पी. ज़ेड. (EPZ) एक्स्पोर्ट प्रोसेसिंग ज़ोन
ई. वी. एम. (EVM) इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन
ई. सी. जी. (ECG) इलेक्ट्रो काइडियोग्रा
ई.एम.आई. (EMI) इक्वेटेड मंथली इनस्टॉलमेंट
ई.टी.सी. (ETC) एटसेट्रा (वगैरह)
ईमेल (E-MAIL) इलेक्ट्रॉनिक मेल
ए. आई. आई. एम. एस. (AIIMS) ऑल इंडिया इन्सटीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
ए. आई. डी. एस. (AIDS) एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम
ए. ए. एफ. आई. (AAFI) एमेच्योर एथ्लेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया
ए. टी. एम. (ATM) ऑटोमेटेड टेलर मशीन
ए. डी. बी. (ADB) एशियन डिवलॉपमेंट बैंक
ए. बी. एम. (ABM) एंटी बैलेस्टिक मिसाइल
ए. बी. सी. (ABC) ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन
ए.एम. (AM) एंट मेरीडियन
ए.डी. (AD) अन्नो डोमिनि
एक्स.एम.एल. (XML) एक्सटेंसिबल मार्कअप लैंग्वेज
एक्स-रे (X-RAY) एक्स-रेडिएशन
एच. ई. एल. (HEL) हैवी इलेक्ट्रीकल लिमिटिड
एच. ए. एल. (HAL) हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटिड
एच. एम. टी. (HMT) हिंदुस्तान मशीन टूल
एच. एस. एल. (HSL) हिंदुस्तान स्टील लिमिटिड
एच. एस. बी. सी. (HSBC) होंग कोंग एंड शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन लिमिटिड
एच. टी. एम. एल. (HTML) हाईपर टेक्स्ट मार्कअप लेंग्वेज
एच. डी. आई. (HDI) हयूमन डिवलॉप्मेंट इंडेक्स
एच. डी. एफ. सी. (HDFC) हाउसिंग डिवलॉपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन
एच. यू. डी. सी. ओ. (HUDCO) हाउसिंग एंड अर्बन डिवलॉपमेंट कॉर्पोरेशन
एच. वाई. वी. एस. (HYVS) हाई यील्ड वैरायटी सीड्स
एच.आर. (HR) ह्यूमन रिसोर्सेज (मानव संसाधन)
एच.टी.टी.पी. (HTTP) हाइपर-टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल
एच.टी.सी. (HTC) हाई टेक कंप्यूटर
एच.पी. (HP) हैवलेट पैकर्ड
एच.सी.एल. (HCL) हिंदुस्तान कम्प्यूटर लिमिटेड
एन. आर. बी. आई. ( NRBI) नेशनल रूरल बैंक ऑफ इंडिया
एन. ई. डी. बी. (NEDB) नोर्थ – इश्टरन डिवलॉपमेंट बैंक
एन. ई. पी. ए. (NEPA) नेशनल एन्वायरमेंट प्रोटेक्शन एथॉरिटी
एन. ए. एफ. ई. डी. (NAFED) नेशनल एग्रीकल्चर एंड कोऑप्रेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया
एन. ए. एस. ए. (NASA) नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एड्मिनिस्ट्रेशन
एन. ए. बी. ए. आर. डी. (NABARD) नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डिवलॉपमेंट
एन. एस. ए. (NSA) नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी
एन. एस. एस. ओ. (NSSO) नेशनल सैम्पल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन
एन. ओ. टी. ए. (NOTA) नॉन ऑफ द अबॉव
एन. टी. पी. सी. (NTPC) नेशनल थर्मल पॉवर कोर्पोरेशन
एन. डी. ए. (NDA) नेशनल डिफेंस एकेडमी
एन. डी. एम. ए. (NDMA) नेशनल डिजस्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी
एन. बी. एफ. सी. (NBFC) नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनीज़
एन. बी. टी. (NBT) नेशनल बूक ट्रस्ट
एन. सी. ई. आर. टी. (NCERT) नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग
एन. सी. सी. (NCC) नेशनल कैडेट कोर
एन.जी.ओ. (NGO) नॉन गवर्नमेंटल आर्गेनाइजेशन
एन.सी.आर. (NCR) नेशनल कैपिटल रीजन
एफ. आई. आर. (FIR) फर्स्ट इंफोर्मेशन रिपोर्ट
एफ. ए. टी. ए. (FATA) फेडरली एड्मिनिस्टर्ड ट्राइबल एरियाज़

एफ. एम. (FM) फ्रिक्वेंसी मॉड्यूलेशन
एफ. बी. आई. (FBI) फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन
एफ. सी. आई. (FCI) फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
एम. आई. पी. (MIP) मून इम्पैक्ट प्रोब
एम. आई. बी. ओ. आर. (MIBOR) मुम्बई इंटरबैंक ऑफर रेट
एम. आर. टी. पी. सी. (MRTPC) मोनोपोली एंड रेस्ट्रिक्टिव ट्रेड प्रैक्टिसेज कमीशन
एम. एन. आर. ई. जी. ए. (MNREGA) महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना
एम. एन. सी. (MNC) मल्टी नेशनल कम्पनी
एम.एम.एस. (MMS) मल्टीमीडिया मेसेजिंग सर्विसेज
एम.डी. (MD) मैनेजिंग डायरेक्टर
एम.डी.एच. (MDH) महाशियाँ दी हट्टी
एम.बी.ए. (MBA) मास्टर ऑफ़ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन
एम.बी.बी.एस. (MBBS) बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी
एल. आई. बी. ओ. आर. (LIBOR) लंडन इंटर बैंक ऑफर रेट
एल. आई. सी. (LIC) लाईफ इंश्योरेंस कोर्पोरेशन
एल. ई. डी. (LED) लाइट एमिटिंग डायोड
एल. ए. एस. ई. आर. (LASER) लाइट एम्प्लीफिकेशन बाई स्टीमुलेटेड एमिशन ऑफ रेडिएशन
एल. पी. जी. (LPG) लिक्वीफाइड पेट्रोलियम गैस
एल. सी. डी. (LCD) लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले
एल.एल.बी. (LLB) बैचलर ऑफ़ लॉ
एल.ओ.सी. (LOC) लाइन ऑफ़ कंट्रोल
एस. आई. एम (SIM) सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल
एस. आई. टी. ई. (SITE) सेटेलाइट इंस्ट्रक्शनल टेलिविजन एक्स्पेरिमेंट
एस. आई. डी. बी. आई (SIDBI) समाल इंडसट्रीज़ डिवलॉपमेंट बैंक ऑफ इंडिया
एस. ए. आई. (SAI) स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
एस. ए. आई. एल. (SAIL) स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटिड
एस. एल. वी. (SLV) सेटेलाइट लॉन्च व्हिकल
एस. टी. डी. (STD) सब्सक्राइबर ट्रंक डाइलिंग
एस. डब्ल्यू. ए. एन. (SWAN) द सोसाइटी फॉर वाइल्ड लाइफ एंड नेचर
एस. बी. आई. (SBI) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
एस.एम.एस. (SMS) शोर्ट मेसेज सर्विसेज
एस.एस.सी. (SSC) स्टाफ सिलेक्शन कमीशन
एस.टी.डी. (STD) स्टैण्डर्ड ट्रंक डायलिंग
ओ. ई. डी. (OED) ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी
ओ. एन. जी. सी. (ONGC) ऑयल एंड नेचुरल गैस कमीशन
ओ. एम. आर. (OMR) ऑप्टीकल मार्क रीडर
ओ. जी. एल. (OGL) ओपन जनरल लाइसेंस
ओ. बी. यू (OBU) ऑफ्शोरे बैंकिंग यूनिट
ओ.आर.एस. (ORS) ओरल रिहाईडरेशन सोल्यूशन
ओके (OK) ओल कोरेक्ट
के. वी. आई. सी. (KVIC) खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन
के.एफ.सी. (KFC) केंटकी फ्राइड चिकन
क्यू. एम. एस. (QMS) क्‍वालिटी मेनेजमेंट सिस्‍टम
क्यू.आर. कोड (QR Code) क्विक रेस्पोंस कोड
क्यू.ए. (QA) क्वेश्चन आंसर
जी. आई. सी. (GIC) जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन
जी. आर. टी. (GRT) ग्रास रेटेड टनेज
जी. ए. ए. आर. (GAAR) जनरल एंटी अवॉय्डेंस रूल्स
जी. ए. टी. टी. (GATT) जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ्स एंड ट्रेड
जी. एन. पी. (GNP) ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट
जी. एम. (GM)  जनरल मैनेजर
जी. एम. टी. (GMT) ग्रीनविच मीन टाइम
जी. एस. एल. वी. (GSLV) जियोसिंक्रोनेस सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल
जी. पी. एस. (GPS) ग्लोबल पॉज़िशनिंग सिस्टम
जी. पी. ओ. (GPO) जनरल पोस्ट ऑफिस
जी. सी. सी. (GCC) गल्फ कॉर्पोरेशन काउंसिल
जी.एस.एम. (GSM) द ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशन
जी.एस.टी. (GST) गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स
जी.पी.आर.एस. (GPRS) जनरल पैकेट रेडियो सर्विस
जे. एन. एन. यू. आर. एम. (JNNURM) जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन
जे. के. एल. एफ. (JKLF) जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट
जे.आर.डी. टाटा (JRD TATA) जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा
जे.ई.ई. (JEE) जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन
जे.सी.बी. (JCB) जोसफ सायरिल बम्बोर्ड
जेड एस. (ZS) जूलोजिकल सोसाइटी
जेड. आई. पी. (ZIP) ज़ोनल इम्प्रूवमेंट प्लान
जेपीईजी/ जेपीज (JPEG/ JPG) जॉइंट फोटोग्राफिक एक्सपर्ट्स ग्रुप
टी एन. टी. (TNT) ट्राई नाइट्रो टॉलुइन
टी. आर. ए. आई. (TRAI) टेलिकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया
टी. ई. एल. सी. ओ. (TELCO) टाटा इंजिनियरिंग एंड लोकोमोटिव कम्पनी
टी. एम. ओ. (TMO) टेलिग्राफ मनीऑर्डर
टी. डब्ल्यू. ए. (TWA) ट्रांस वर्ल्ड एयरलाइन्स
टी. बी. (TB) ट्यूबरक्लोसिस
टी. सी. (TC) ट्रस्टीशिप काउंसिल
टी.आर.पी. (TRP) टेलीविज़न रेटिंग पॉइंट
टी.डी.एस. (TDS) टैक्स डिडक्शन एट सोर्स
टी.सी. (TC) टेक केयर
डब्ल्यू. ए. डी. ए. (WADA) वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी
डब्ल्यू. ए. वाई. (WAY) वर्ल्ड एसेम्बली ऑफ यूथ
डब्ल्यू. एफ. टी. यू. (WFTU) वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन्स
डब्ल्यू. एल. एल. (WLL) वायरलेस लोकल ग्रुप
डब्ल्यू. टी. ओ. (WTO) वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन
डब्ल्यू. डब्ल्यू. एफ. (WWF) वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड
डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. (WWE) वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट
डब्ल्यू.डब्ल्यू.डब्ल्यू. (WWW) वर्ल्ड वाइड वेब
डी. आर. डी. ए. (DRDA) डिस्ट्रिक्ट रूरल डिवलॉप्मेंट एजेंसी
डी. आर. डी. ओ. (DRDO) डिफेंस रिसर्च एंड डिवलॉपमेंट ऑर्गेनाइजेशन
डी. एन. ए. (DNA) डिऑक्सी राईबोस न्यूक्लिक एसिड
डी. टी. एच. (DTH) डायरेक्ट टू होम
डी. बी. एस. (DBS) द डिवलॉपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर लिमिटिड
डी. बी. ओ. डी. (DBOD) डिपार्टमेंट ऑफ बैंकिंग ऑपरेशन्स एंड डिवलॉप्मेंट
डी. वी. डी. (DVD) डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क
डी.एन.ए. (DNA) डिओक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड
डी.एन.डी. (DND) डू नोट डिस्टर्ब
डी.पी. (DP) डिस्प्ले पिक्चर
नासा (NASA) नेशनल एयरोनॉटिकल एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन
न्यूज़ (NEWS) नार्थ ईस्ट वेस्ट साउथ
पी. आई. एन. (PIN) पोस्टल इंडेक्स नम्बर
पी. आई. बी. (PIB) प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो
पी. ए. एन. (PAN) परमानेंट अकाउंट नम्बर
पी. एन. बी. (PNB) पंजाब नेशनल बैंक
पी. एम. (PM) पोस्ट मेरीडियम
पी. ओ. टी. ए. (POTA) प्रिवेंशन ऑफ टैरेरिस्ट एक्टिविटी
पी. टी. आई. (PTI) फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर
पी. डी. ए. (PDA) प्रिवेंटिड डिटेक्शन एक्ट
पी. पी. पी. (PPP) पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप
पी. वी. सी. (PVC) पॉली विनायल क्‍लोराइड
पी.एच.डी. (PhD) डॉक्टर ऑफ़ फिलॉसफी
पी.एम. (PM) पोस्ट मेरीडियन
पी.सी.ओ. (PCO) पब्लिक कॉल ऑफिस
फीफा (FIFA) इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ एसोसिएशन फुटबॉल
बी. आई. एस. (BIS) बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स
बी. ई. एल. (BEL) भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटिड
बी. ए. (BA)  बैचलर ऑफ आर्ट्स
बी. ए. आर. सी. (BARC) भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर
बी. ए. एम. एस. (BAMS) बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी
बी. एस. ई. (BSE) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
बी. एस. एफ. (BSF) बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स
बी. बी. सी. (BBC) ब्रिटिश ब्राडकस्टिंग कॉर्पोरेशन
बी. सी.  (BC) बिफोर क्राइस्ट
बी. सी. एस. बी. आई. (BCSB) बैंकिंग कोड्स एंड स्टैंडर्ड्स बोर्ड ऑफ इंडिया

बी. सी. बी. एस. (BCBS) बेसल कमेटी फॉर बेंकिंग सुपरविज़न
बी. सी. सी. आई. (BCCI) बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया
बी.एम.डब्ल्यू. (BMW)  बवेरियन मोटर वर्क्स
बी.सी. (BC) बिफोर क्राइस्ट
यू. एन. आई. (UNI) यूनइनाइटिउड न्यूज ऑफ इंडिया
यू. एन. ई. एस. सी. ओ. (UNESCO) यूनाइटिड नेशन्स एजुकेशनल साइंटीफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन
यू. एन. ई. सी. ई. एफ. (UNICEF) यूनाइटिड नेशन्स इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स एमरजेंसी फंड
यू. एन. एफ. सी. सी. सी. (UNFCCC) यूनाइटिड नेशन्स फ्रेमवर्क कंवेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज
यू. एन. एस. सी. (UNSC) यूनाइटिड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल
यू. एन. सी. टी. ए. डी. (UNCTAD) यूनाइटिड नेशन्स कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डिवलॉपमेंट
यू. सी. ओ. (UCO) यूनाइटिड कॉमर्सियल बैंक
यू.ए.ई. (UAE) यूनाइटेड अरब एमिरेट्स
यू.एस.ए (USA) उनित्द स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका
यू.एस.बी. (USB) यूनिवर्सल सीरियल बस
यू.पी.एस. (UPS) अनइंटरपटीड पॉवर सप्लाई
रोफ्ल (ROFL) रोलिंग ओन द फ्लोर लाफिंग
वाई. एम. सी. ए. (YMCA) यंग मेन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन
वाई. डब्ल्यू. सी. ए. (YWCA) यंग विमेन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन
वाई-फाई (WIFI) वायरलेस फिडेलिटी
वायरस (VIRUS) विटल इनफार्मेशन रिसोर्स अंडर सीज
वी. ए. टी. (VAT) वैल्यू एडिड टैक्स
वी. ए. पी. पी. (VAPP) वैक्सीन एसोसिएटिड पैराइलाइटीक पोलियो
वी. वी. पी. ए. टी. (VVPAT) वोट वैरिफायर पेपर ऑडीट ट्रेल
वीजा (VISA) वीजा इंटरनेशनल सर्विस एसोसिएशन
सिम (SIM) सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मोड्यूल
सी. आई एल. (CIL) कोल इंडिया लिमिटिड
सी. आई. ए. (CIA) क्रीमिनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी
सी. आई. डी. (CID) क्रीमिनल इंवेस्टीगेशन डिपार्ट्मेंट
सी. ए. डी. ए. (CADA) कमांड एरिया डिवलॉप्मेंट एजेंसी
सी. ओ. डी. (COD) कैश ऑन डिलिवरी
सी. ओ. पी. (COP) कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज
सी. डब्ल्यू. सी. (CWC) केमिकल वेपंस कनवेंशन
सी. बी. एस. (CBS) कोर बैंकिंग सोल्यूशन
सी. बी. डी. टी. (CBDT) सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस
सी. वी. सी. (CVC) चीफ विजिलेंस कमीशन
सी.इ.ओ. (CEO) चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर
सी.डी.एम.ए. (CDMA) कोड डिवीज़न मल्टीप्ल एक्सेस
सीवी (CV) करिकुलम विटी

और जानिये : आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स की सूची

विश्व के प्रमुख महासागरीय गर्त और उनके स्थान की सूची

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विश्व के प्रमुख महासागरीय गर्त और उनके स्थान की सूची

विश्व के प्रमुख महासागरीय गर्त और उनके स्थान: (Major Ocean Trenches of the World in Hindi)

महासागरीय गर्त महासागरीय बेसिन के सबसे नीचे भाग हैं और इनकी तली औसत महासागरीय नितल के काफी नीचे मिलती हैं। इनकी स्थिति सर्वत्र न मिलकर यत्र-तत्र बिखरे हुए रूप में मिलती हैं । वास्तव में ये महासागरीय नितल पर स्थित तीव्र ढाल वाले लम्बे, पतले तथा गहरे अवनमन के क्षेत्र हैं। इनकी उतपत्ति महासागरीय तली में प्रथ्वी के क्रस्ट के वलन एवं भ्रंशन के परिणामस्वरूप मानी जाती हैं । अर्थात इनकी उत्पत्ति विवर्तनिक क्रियाओं से हुई हैं।

विश्व के प्रमुख महासागरीय गर्त:

  • मेरियाना गर्त: प्रशान्त महासागर में पूर्वी तथा पश्चिमी किनारों पर इनकी लगभग एक निरन्तर श्रंखला मिलती हैं, जिसमें मेरियाना गर्त सर्वाधिक गहरा हैं। यह विश्व का सबसे गहरा गर्त हैं। यह फिलीपीन्स के पश्चिम में स्थित हैं। इसकी गहराई 11034 मीटर है।
  • मिण्डानाओ गर्त: यह एक प्रमुख महासागरीय गर्त हैं।
  • आटाकामा गर्त: यह एक प्रमुख महासागरीय गर्त हैं।
  • टोंगा गर्त: यह एक प्रमुख महासागरीय गर्त हैं। टोंगा गर्त दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित हैं।
  • फिलीपींस गर्त:  फ़िलिपीन गर्त, जो कभी-कभी मिन्दनाओ गर्त भी कहलाता है, पश्चिमी प्रशांत महासागर के फ़िलिपीन सागर भाग में स्थित एक 1,320 किमी तक चलने वाला एक महासागरीय गर्त है। इस गर्त की चौड़ाई लगभग 30 किमी है और इसका सबसे गहरा बिन्दु (जो गालाथेआ गहराई कहलाता है) समुद्रतल से लगभग 10,540 मीटर (34,580 फ़ुट) नीचे है। यह पृथ्वी का तीसरा सबसे निचला स्थान है।
  • टासकरोरा गर्त: यह एक प्रमुख महासागरीय गर्त हैं। टासकरोरा गर्तउत्तर प्रशांत महासागर में स्थित हैं।
  • प्यूर्टोरिका गर्त: यह एक प्रमुख महासागरीय गर्त हैं। प्यूर्टोरिका गर्त उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित हैं।
  • रोमशे गर्त: यह एक प्रमुख महासागरीय गर्त हैं। रोमशे गर्त अटलांटिक महासागर में स्थित हैं।
  • सुण्डा गर्त: सुन्दा गर्त, जो पहले जावा गर्त कहलाता था, पूर्वोत्तरी हिन्द महासागर में स्थित एक 3200 किमी तक चलने वाला एक महासागरीय गर्त है। इस गर्त की सर्वाधिक गहराई 7,725 मीटर (25,344 फ़ुट) है।
  • क्यूराइल गर्त: क्यूराइल गर्त रूस के साख़ालिन द्वीप पर स्थित है। इसकी गहराई 10498 मीटर है। साख़ालिन या सखालिन, जिसे जापानी में काराफ़ुतो कहते हैं, प्रशांत महासागर के उत्तरी भाग में स्थित एक बड़ा द्वीप है। यह राजनैतिक रूप से रूस के साखालिन ओब्लास्ट (प्रांत) का हिस्सा है और साइबेरिया इलाक़े के पूर्व में पड़ता है। यह जापान के होक्काइडो द्वीप के उत्तर में है।

Vishv ke pramukh Mahasagriye Garto ki suchi Hindi me

इन्हें भी पढ़े: विश्व की प्रमुख खाड़ियाँ और उनके स्त्रोत की सूची

और जानिये : विश्व के प्रमुख महासागरीय गर्त और उनके स्थान की सूची

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

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भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

भारत के सभी राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची: (Chief Ministers of all Indian States 2017 in Hindi)

भारत गणराज्य में उन्तीस राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुद्दुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री कहलाता है। भारत के संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है। राज्य विधान सभा चुनावों के बाद राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले दल (अथवा गठबंधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है।

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची:

राज्य का नाम मुख्यमंत्री का नाम राजनीतिक पार्टी का नाम
आंध्र प्रदेश एन. चंद्रबाबू नायडू तेलुगू देशम पार्टी
अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल
असम सर्बानन्दा सोनवाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
बिहार नितीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड)
छत्तीसगढ़ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी
गोवा मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
गुजरात विजय रूपानी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हरियाणा मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर महबूबा मुफ्ती सईद पीडीपी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
झारखंड रघुबर दास भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
कर्नाटक सिद्धारमैया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
केरल पिनाराई विजयन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
महाराष्ट्र देवेन्द्र फड़नवीस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मणिपुर एन. बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मेघालय डॉ. मुकुल संगमा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
मिजोरम पू. यू. लल्थनवाला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
नागालैंड शुरहोजेली लीजित्सू नगा पीपुल्स फ्रंट
ओडिशा नवीन पटनायक बीजू जनता दल
पुडुचेरी (यू.टी) वी॰ नारायणस्वामी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राजस्थान वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
सिक्किम पवन कुमार चामलिंग सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट
तमिलनाडु इदापड्डी पलानीस्वामी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम
तेलंगाना चंद्रशेखर राव तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस)
त्रिपुरा माणिक सरकार भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)
उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस

अंतिम संशोधन: 03 मई 2017

भारत में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कैसे होती है:-

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 163 के तहत की जाती है। राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति या तो आम चुनाव के बाद करता है या फिर तब करता है, जब मुख्यमंत्री के त्यागपत्र देने के कारण या बर्ख़ास्त कर दिये जाने के कारण उसका पद रिक्त हो जाता है। आम चुनाव में किसी एक ही दल को विधानसभा में बहुमत प्राप्त हो जाये और उस दल का कोई निर्वाचित नेता हो, तब उसे मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त करना राज्यपाल की संवैधानिक बाध्यता है। यदि मुख्यमंत्री अपने दल के आन्तरिक मतभेदों के कारण त्यागपत्र देता है, तो उस दल के नये निर्वाचित नेता को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जाता है।

भारत में मुख्यमंत्री पद के लिए क्या-2 योग्यताएँ होनी चाहिए:-

मुख्यमंत्री पद के लिए संविधान में कोई योग्यता विहित नहीं की गयी है, लेकिन मुख्यमंत्री के लिए यह आवश्यक है कि वह राज्य विधानसभा का सदस्य हो। इस प्रकार मुख्यमंत्री में राज्य विधानसभा के सदस्य की योग्यता होनी चाहिए। राज्य विधानसभा का सदस्य न होने वाला व्यक्ति भी मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि वह 6 मास के अन्तर्गत राज्य विधानसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाये। 21 सितम्बर, 2001 को उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय के अनुसार किसी सज़ायाफ़्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य माना जाएगा।

भारत में मुख्यमंत्री के कर्तव्य तथा अधिकार:-

  • वह राज्य के शासन का वास्तविक अध्यक्ष है और इस रूप में वह अपने मंत्रियों तथा संसदीय सचिवों के चयन, उनके विभागों के वितरण तथा पदमुक्ति और लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों एवं महाधिवक्ता और अन्य महत्त्वपूर्ण पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल को परामर्श देता है।
  • राज्य में असैनिक पदाधिकारियों के स्थानान्तरण के आदेश मुख्यमंत्री के आदेश पर जारी किये जाते हैं तथा वह राज्य की नीति से सम्बन्धित विषयों के सम्बन्ध में निर्णय करता है।
  • वह राष्ट्रीय विकास परिषद में राज्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • मुख्यमंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है तथा सामूहिक उत्तरदायित्व के सिद्धान्त का पालन करता है। यदि मंत्रिपरिषद का कोई सदस्य मंत्रिपरिषद की नीतियों से भिन्न मत रखता है, तो मुख्यमंत्री उसे त्यागपत्र देने के लिए कहता है या राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त करने की सिफ़ारिश कर सकता है।
  • वह राज्यपाल को राज्य के प्रशासन तथा विधायन सम्बन्धी सभी प्रस्तावों की जानकारी देता है।
  • यदि मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने किसी विषय पर अकेले निर्णय लिया है, तो राज्यपाल के कहने पर उस निर्णय को मंत्रिपरिषद के समक्ष विचारार्थ रख सकता है।
  • वह राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सलाह देता है।

भारत में मुख्यमंत्री को किन-2 स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

सामान्यत: मुख्यमंत्री अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसे विधानसभा का विश्वास मत प्राप्त रहता है। अत: जैसे ही उसका विधानसभा में बहुमत समाप्त हो जाता है, उसे त्यागपत्र दे देना चाहिए। यदि वह त्यागपत्र नहीं देता है, तो राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निम्नलिखित स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

  • यदि राज्यपाल मुख्यमंत्री को विधानसभा का अधिवेशन बुलाने तथा उसमें बहुमत सिद्ध करने की सलाह दे और यदि राज्यपाल के द्वारा निर्धारित अवधि के भीतर मुख्यमंत्री विधानसभा का अधिवेशन बुलाने के लिए तैयार नहीं हो, तो राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।
  • यदि राज्यपाल अनुच्छेद 356 के अधीन राष्ट्रपति को यह रिपोर्ट दे कि राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता या राष्ट्रपति को अन्य स्रोतों यह समाधान हो जाए कि शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता, तो राष्ट्रपति मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त करके राज्य का शासन चलाने का निर्देश राज्यपाल को दे सकता है।
  • जब मुख्यमंत्री के विरुद्ध राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित हो जाए और मुख्यमंत्री त्यागपत्र देने से इन्कार कर दे, तब राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।

और जानिये : भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी 2017

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम वर्ष 1969 से 2017 तक

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दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम वर्ष 1969 से 2017 तक

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची (1969-2017) (List of Dadasaheb Phalke Award Winners Since 1969-2017 in Hindi)

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा जगत का सबसे सम्माननीय पुरस्कार है। हर वर्ष यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा उस भारतीय सिनेमा की प्रमुख हस्ती को दिया जाता है, जिसने अपने जीवन काल में भारतीय सिनेमा जगत में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। पुरस्कार का निर्धारण करने के लिये, भारतीय सिनेमा जगत के प्रख्यात व्यक्तियों की एक समिति का गठन किया जाता है।

मशहूर तेलुगु फिल्म अभिनेता कासीनाधुनी विश्वनाथ को फिल्म जगत में उत्कृष्ट योगदान के लिए साल 2016 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है।

इन्हें भी पढे: 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची

इस पुरस्कार को प्रदान करने की शुरुआत, दादा साहेब फाल्के की जन्म शताब्दी के अवसर पर, जिन्हें भारतीय सिनेमा का जन्मदाता माना जाता हैं, वर्ष 1969 में की गई थी। यह पुरस्कार सिनेमा जगत की उस हस्ती को प्रदान किया जाता हैं जिसने भारतीय सिनेमा के विकास, उत्थान व प्रसार में विशिष्ट योगदान दिया हो। इस पुरस्कार में स्वर्ण कमल पदक, 10 लाख रुपये व एक शाल भेंट की जाती हैं। आइये जाने वर्ष 1969 से अब तक दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों के नाम, वर्ष एवं भारतीय सिनेमा जगत में उनके योगदान के बारे में

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची:-

वर्ष विजेताओं का नाम योगदान
2016 कासीनाधुनी विश्वनाथ तेलुगु फिल्म अभिनेता और निर्देशक
2015 मनोज कुमार अभिनेता एवं फ़िल्म निर्माता-निर्देशक
2014 शशि कपूर अभिनेता
2013 गुलजार कवि, फ़िल्म निर्माता
2012 प्राण किशन शिकंद अभिनेता
2011 सौमित्र चटर्जी अभिनेता
2010 के. बालचन्द्र निर्देशक
2009 डी. रामा नायडू फ़िल्म निर्माता
2008 वी. के. मूर्ति छायाकार
2007 मन्ना डे गायक
2006 श्याम बेनेगल निर्देशक
2005 ब्रिज भूषण चतुर्वेदी निर्देशक
2004 अदूर गोपाल क्रिषनन निर्देशक
2003 म्रणाल सेन निर्देशक
2002 देव आनंद निर्देशक, फ़िल्म निर्माता, अभिनेता
2001 यश चोपडा निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
2000 आशा भोंसले गायिका
1999 ॠषिकेष मुखर्जी निर्देशक
1998 रवि चोपडा निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
1997 कवि प्रदीप गीतकार
1996 शिवाजी गणेशन अभिनेता
1995 डाँ राजकुमार अभिनेता
1994 दिलीप कुमार (युसूफ खान) अभिनेता
1993 मजरुह सुल्तानपुरी गीतकार
1992 डाँ भुपेन हजारिका निर्देशक
1991 बालचन्द्र गोविन्द पेंधकर निर्देशक, फ़िल्म निर्माता, पटकथा लेखक
1990 अक्किनेनी नागेश्वर राव अभिनेता
1989 लता मंगेशकर गायिका
1988 अशोक कुमार अभिनेता
1987 राजकपूर अभिनेता, निर्देशक
1986 बी. नाग रेड्डी फ़िल्म निर्माता
1985 वी. शांताराम निर्देशक, फ़िल्म निर्माता, अभिनेता
1984 सत्यजीत रे निर्देशक
1983 दूर्गा खोटे अभिनेत्री
1982 एल वी प्रसाद अभिनेता, निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
1981 नौशाद अली संगीत निर्देशक
1980 पी. जयराज अभिनेता, निर्देशक
1979 शोहराब मोदी अभिनेता, निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
1978 राय चन्द्र बोरल संगीत निर्देशक, निर्देशक
1977 नितिन बोस छायाकार, निर्देशक, पटकथा लेखक
1976 कनन देवी अभिनेत्री
1975 धीरेन गांगुली अभिनेता, निर्देशक
1974 बी एन रेड्डी निर्देशक
1973 सुलोचना (रुबी मय्यर्स) अभिनेत्री
1972 पंकज मलिक संगीत निर्देशक
1971 प्रथ्वीराज कपूर (मरणोपरान्त) अभिनेता
1970 बिरेन्द्रनाथ सरकार फ़िल्म निर्माता
1969 देविका रानी अभिनेत्री

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

  • वर्ष 1969 में पहला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था।
  • यह पुरस्कार वर्ष के अंत में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों के साथ दिया जाता है। लेकिन वर्ष 2006 में बंबई हाई कोर्ट ने फ़िल्म महोत्सव निदेशालय को निर्देश दिया कि वह इस सम्मान के लिए बिना सेंसर की हुई फ़िल्मों पर ही विचार करे। इसे फ़िल्म महोत्सव निदेशालय ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी और सर्वोच्च न्यायालय का फैसला फ़िल्म महोत्सव निदेशालय के पक्ष में रहा। अदालती फैसले में देरी के कारण उस वर्ष के पुरस्कार की घोषणा वर्ष 2008 के मध्य में की गई।
  • 2007 के पुरस्कार की घोषणा सिंतबर, 2009 में हुई और इसी तरह वर्ष 2008 के पुरस्कार की 19 जनवरी, 2010 को तथा वर्ष 2009 के पुरस्कार की घोषणा 9 सितंबर, 2010 को हुई।
  • इस पुरस्कार में भारत सरकार की ओर से दस लाख रुपये नकद, स्वर्ण कमल और शॉल प्रदान किया जाता है।
  • वर्ष 2008 का ‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार’ कर्नाटक के वी.के. मूर्ति को प्रदान किया गया था, जो इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाने वाले पहले सिनेमैटोग्राफर थे।
  • ‘दादा साहेब फाल्के अकेडमी’ के द्वारा भी दादा साहेब फाल्के के नाम पर तीन पुरस्कार भी दिए जाते हैं, जो हैं – फाल्के रत्न अवार्ड, फाल्के कल्पतरु अवार्ड और दादा साहेब फाल्के अकेडमी अवार्ड्स।

और जानिये : दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम वर्ष 1969 से 2017 तक


सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्य: (Solar System Planets and Interesting GK Facts in Hindi)

सौरमंडल में सूर्य और वह खगोलीय पिंड सम्मलित हैं, जो इस मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे हैं। किसी तारे के इर्द गिर्द परिक्रमा करते हुई उन खगोलीय वस्तुओं के समूह को ग्रहीय मण्डल कहा जाता है जो अन्य तारे न हों, जैसे की ग्रह, बौने ग्रह, प्राकृतिक उपग्रह, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु और खगोलीय धूल। हमारे सूरज और उसके ग्रहीय मण्डल को मिलाकर हमारा सौर मण्डल बनता है। इन पिंडों में आठ ग्रह, उनके 166 ज्ञात उपग्रह, पाँच बौने ग्रह और अरबों छोटे पिंड शामिल हैं। इन छोटे पिंडों में क्षुद्रग्रह, बर्फ़ीला काइपर घेरा के पिंड, धूमकेतु, उल्कायें और ग्रहों के बीच की धूल शामिल हैं।

सौर मंडल के चार छोटे आंतरिक ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल ग्रह जिन्हें स्थलीय ग्रह कहा जाता है, मुख्यतया पत्थर और धातु से बने हैं। और इसमें क्षुद्रग्रह घेरा, चार विशाल गैस से बने बाहरी गैस दानव ग्रह, काइपर घेरा और बिखरा चक्र शामिल हैं। काल्पनिक और्ट बादल भी सनदी क्षेत्रों से लगभग एक हजार गुना दूरी से परे मौजूद हो सकता है।

सूर्य से होने वाला प्लाज़्मा का प्रवाह (सौर हवा) सौर मंडल को भेदता है। यह तारे के बीच के माध्यम में एक बुलबुला बनाता है जिसे हेलिओमंडल कहते हैं, जो इससे बाहर फैल कर बिखरी हुई तश्तरी के बीच तक जाता है।

सौरमंडल के ग्रह और महत्वपूर्ण तथ्य:-

सौरमंडल में कुल कितने ग्रह हैं 8
सूर्य के चारों ओर घूमने वाले पिंड को क्या कहते हैं ग्रह
किसी ग्रह के चारों ओर घूमने वाले पिंड को क्या कहते हैं उपग्रह
ग्रहों की गति के नियम का पता किसने लगाया केपलर
अंतरिक्ष में कुल कितने तारा मंडल हैं 89
सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन-सा है बृहस्पति
सौरमंडल का जन्मदाता किसे कहा जाता है सूर्य को
कौन-से ग्रह सूर्य के चारों ओर दक्षिणावर्त घूमते हैं शुक्र व अरुण
‘निक्स ओलंपिया कोलंपस पर्वत’किस ग्रह पर है मंगल
ब्रह्मांड में विस्फोटी तारा क्या कहलाता है अभिनव तारा
सौरमंडल की खोज किसने की कॉपरनिकस
प्राचीन भारतीय सूर्य को क्या मानते थे ग्रह
सूर्य कौन-सी गैस का गोला है हाइड्रोजन व हीलियम
सूर्य के मध्य भाग को क्या कहते हैं प्रकाश मंडल
किस देश र्में रात्रि को सूर्य दिखाई देता है नॉर्वे
सूर्य से ग्रह की दूरी को क्या कहा जाता है उपसौर
सूर्य के धरातल का तापमान लगभग कितना है 6000°C
मध्य रात्रि का सूर्य किस क्षेत्र में दिखाई देता है आर्कटिक क्षेत्र में
सूर्य के रासायनिक संगठन में हाइड्रोजन का % कितना है 71%
कौन-सा ग्रह सूर्य के सबसे निकट है बुध
बुध ग्रह सूर्य का एक चक्कर लगाने में कितना समय लेता है 88 दिन
सूर्य से सबसे दूर कौन-सा ग्रह है वरुण
कौन-से ग्रह जिनके उपग्रह नहीं हैं बुध व शुक्र
कौन-सा ग्रह सूर्य का चक्कर सबसे कम समय में लगाता है बुध
किस ग्रह को पृथ्वी की बहन कहा जाता है शुक्र
रात्रि में लाल दिखाई देने वाला ग्रह मंगल
किस ग्रह पर जीव रहते हैं पृथ्वी
पृथ्वी का उपग्रह कौन है चंद्रमा
पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर कितने दिन में लगाती है 365 दिन 5 घंटा 48 मिनटर 46 सेकेंड
पृथ्वी को नीला ग्रह क्यो कहा जाता है जल की उपस्थिति के कारण
किस उपग्रह को जीवाश्म ग्रह कहा जाता है चंद्रमा को
चंद्रमा क्या है उपग्रह
पृथ्वी से चन्द्रमा का कितना भाग देख सकते हैं 57%
उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन कौन-सा है 21 जून
किस तिथि को रात-दिन बराबर होते हैं 21 मार्च व 22 सितंबर
सूर्य द्वारा ऊर्जा देते रहने का समय कितना है 1011 वर्ष
सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी कौन-सा है ओलिपस मेसी
अरुण ग्रह की खोज कब हुई 1781 ई.
पृथ्वी द्वारा सूर्य की एक परिक्रमा को क्या कहते हैं सौर वर्ष
पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन का क्या कारण है अक्ष पर झुकी होने के कारण
प्लूटो ग्रह की मान्यता कब समाप्त की गई 24 अगस्त, 2006 को
चंद्रमा पृथ्वी की एक परिक्रमा कितने समय में लगाता है 27 दिन 8 घंटा
ज्वार भाटा की स्थिति में सबसे अधिक प्रभाव किसका होता है चंद्रमा का
ज्वार भाटा किसके कारण आता है सूर्य व चंद्रमा के अपकेंद्र व आकर्षण बल के कारण
चंद्र ग्रहण कब होता है पूर्णिमा को
सूर्य ग्रहण कब होता है अमावस्या को
कौन-सा खगोलीय पिंड ‘रात की रानी’ कहा जाता है चंद्रमा
नंगी आँखों द्वारा किस ग्रह को देख सकते हैं शनि ग्रह
यूरेनस की खोज किसने की हर्शेल ने
‘सौंदर्य का देव’ किस ग्रह को कहा जाता है शुक्र ग्रह को
पृथ्वी सूर्य से सबसे अधिक दूर कब होती है 4 जुलाई को
पृथ्वी सूर्य के सबसे निकट कब होती है 3 जनवरी
पृथ्वी अपने अक्ष पर किस दिशा में घूमती है पश्चिम से पूर्व की ओर
रात व दिन होने का क्या कारण है पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना
भू-कक्ष तल पर भू-अक्ष का झुकाव कितना होता है 66 1/2°
सूर्य सौरमंडल का केंद्र है और पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है, यह पता सर्वप्रथम किसने लगाया कॉपरनिकस
सर्वप्रथम पृथ्वी की त्रिज्या किस वैज्ञानिक ने मापी इरैटोस्थनीज
पृथ्वी की तरह किस ग्रह पर जीवन की संभावना है मंगल ग्रह
बृहस्पति ग्रह की खोज किस वैज्ञानिक ने की गैलीलियो
कौन-सा ग्रह हरा प्रकाश उत्सर्जित करता है वरूण
‘सी ऑफ ट्रंक्विलिटी’ कहाँ स्थित है चंद्रमा पर
चंद्रमा के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में कितलर समय लगता है 2 सेकेंड से कम
किस आकाशीय पिंड को ‘पृथ्वी पुत्र’ कहा जाता है चंद्रमा
हैली घूमकेतू का आवर्त काल कितना है 76 वर्ष
मंगल और बृहस्पति ग्रहों के मध्य सूर्य की परिक्रमा करने वाले पिंडों को क्या कहते हैं क्षुद्रग्रह
पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का कौन-सा भाग दिखाई देता है किरीट
एक कलेंडर वर्ष में अधिकतम कितने ग्रहण हो सकते हैं 7
पृथ्वी और सूर्य के बीच औसत दूरी लगभग होती है 150×107°C
सूर्य की दीप्तिमान सतह को क्या कहते हैं प्रकाश मंडल
सूर्य का व्यास पृथ्वी के व्यास का कितना गुना है 110 गुना लगभग
आकार के अनुसार ग्रहों का घटता क्रम क्या है बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, पृथ्वी, शुक्र, मंगल एवं बुध
बृहस्पति ग्रह को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगभग कितना समय लगता है 12 वर्ष
मंगल ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में कितना समय लगता है 687 दिन
पृथ्वी बनावट एवं आकार में किस ग्रह के समान है शुक्र ग्रह
बृहस्पति ग्रह पर एक विशाल धब्बा है। इस धब्बे की खोज किस अंतरिक्ष यान द्वारा हुई पायनियर अंतरिक्ष यान द्वारा
यदि पृथ्वी एवं अंतरिक्ष के बीच वायुमंडल ने हो तो आकाश का रंग कैसा दिखाई देगा काला
वर्ष दीर्घतम कहाँ होता है नेप्चयून (वरुण) ग्रह पर
डायमंड रिंग की घटना किस समय होती है सूर्य ग्रहण के समय
सिजिगी क्या है सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा का एक सीधी रेखा में होना
दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन कौन-सा होता है 22 दिसंबर
ब्रहाण्ड का व्यास है 108 प्रकाश वर्ष
सूर्य के केंद्रीय भाग को कहते हैं क्रोड
सौरमंडल का सबसे बड़ा और भारी ग्रह बृहस्पति (जुपिटर)
सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है बुध
सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है गानीमेड
सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह है डीमोस
पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है चन्द्रमा (मून)
सूर्य का सबसे निकट स्थित ग्रह है बुध (मरकरी)
सूर्य के सबसे दूर स्थित ग्रह है वरुण
पृथ्वी के सबसे निकट ग्रह है शुक्र (वीनस)
सबसे अधिक चमकीला ग्रह है शुक्र (वीनस)
सबसे अधिक ठंडा ग्रह है वरुण
सबसे अधिक चमकीला तारा साइरस
सबसे अधिक उपग्रहों वाला ग्रह बृहस्पति
सबसे अधिक ठंडा ग्रह वरुण
रात्रि में लाल दिखाई देने वाला ग्रह मंगल
सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह गैनिमेड
सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह डीमोस
नीला ग्रह पृथ्वी
भोर का तारा शुक्र
साँझ का तारा शुक्र
सौन्दर्य का देव शुक्र
विशाल लाल धब्बे वाला ग्रह बृहस्पति

और जानिये : सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

प्रथम विश्‍व युद्ध होने के कारण, परिणाम और सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्‍य

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प्रथम विश्‍व युद्ध होने के कारण, परिणाम और सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्‍य

प्रथम विश्‍व युद्ध होने के कारण, परिणाम और सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्‍य: (First World War History in Hindi)

विश्व के इतिहास में प्रथम विश्‍व युद्ध (28 जुलाई 1914 ई. से 11 नवंबर 1918 ई.) के मध्य संसार के तीन महाद्वीप यूरोप, एशिया और अफ्रीका के बीच जल, थल और आकाश में लड़ा गया। इसमें भाग लेने वाले देशों की संख्या, इसका क्षेत्र और इससे हुई क्षति के अभूतपूर्व आंकड़ों के कारण ही इसे विश्व युद्ध का नाम दिया गया। प्रथम विश्वयुद्ध 4 वर्ष (लगभग 52 महीने) तक चला था। करीब आधी दुनिया हिंसा की चपेट में चली गई और इस दौरान अनुमानतः एक करोड़ लोगों की जान गई और इससे दोगुने घायल हो गए।

इसके अलावा बीमारियों और कुपोषण जैसी घटनाओं से भी लाखों लोग मरे। विश्व युद्ध खत्म होते-होते चार बड़े साम्राज्य रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और उस्मानिया ढह गए। यूरोप की सीमाएं फिर से निर्धारित हुईं और अमेरिका निश्चित तौर पर एक ‘सुपर पावर’ बन कर उभरा।

प्रथम विश्वयुद्द के कारण:

  • गुप्त संधियो का प्रचलन।
  • राष्ट्रीय भावना का विकास।
  • सेन्यवाद और शस्त्रीकरण पर जोर।
  • अंतराषट्रीय अराजकता।
  • साम्राज्यवाद तथा आर्थिक प्रतिद्वंद्विता।
  • जर्मन चाँसलर विलियम केंसर का चरित्र।
  • सामाचार पत्र एव प्रचार सधनो द्वारा विसेली प्रचार।
  • अंतराष्ट्रीय शांति कायम करने वाली संस्था का अभाव।
  • तात्कालिक कारण।

प्रथम विश्‍व युद्ध से जुड़े महवपूर्ण तथ्‍य इस प्रकार हैं:

  • प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत 28 जुलाई 1914 ई. में हुई।
  • प्रथम विश्वयुद्ध 4 वर्ष तक चला।
  • 37 देशों ने प्रथम विश्‍वयुद्ध में भाग लिया।
  • प्रथम विश्वयुद्ध का तात्का‍लिक कारण ऑस्ट्रिया के राजकुमार फर्डिंनेंड की हत्या था।
  • ऑस्ट्रिया के राजकुमार की हत्या बोस्निया की राजधानी सेराजेवो में हुई.
  • प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान दुनिया मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र दो खेमों में बंट गई.
  • धुरी राष्ट्रों का नेतृत्व जर्मनी के अलावे ऑस्ट्रिया, हंगरी और इटली जैसे देशों ने भी किया।
  • मित्र राष्ट्रों में इंगलैंड, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस तथा फ्रांस थे।
  • गुप्त संधियों की प्रणाली का जनक बिस्मार्क था।
  • ऑस्ट्रिया, जर्मनी और इटली के बीच त्रिगुट का निर्माण 1882 ई. में हुआ।
  • सर्बिया की गुप्त क्रांतिकारी संस्था काला हाथ थी।
  • रूस-जापान युद्ध का अंत अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्टा से हुआ।
  • मोरक्को संकट 1906 ई. में सामने आया।
  • प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी ने रूस पर 1 अगस्त 1914 ई. में आक्रमण किया।
  • जर्मनी ने फ्रांस पर हमला 3 अगस्त 1914 ई. में किया।
  • इंग्‍लैंड प्रथम विश्व युद्ध में 8 अगस्त 1914 ई. को शामिल हुआ।
  • प्रथम विश्वथयुद्ध के समय अमेरिका के राष्ट्रपति वुडरो विल्सन थे।
  • जर्मनी के यू बोट द्वारा इंगलैंड लूसीतानिया नामक जहाज को डुबोने के बाद अमेरिका प्रथम विश्ववयुद्ध में शामिल हुआ। क्योंकि लूसीतानिया जहाज पर मरने वाले 1153 लोगों में 128 व्यक्ति अमेरिकी थे।
  • इटली मित्र राष्ट्र की तरफ से प्रथम विश्वयुद्ध में 26 अप्रैल 1915 ई. में शामिल हुआ।
  • प्रथम विश्वयुद्ध 11 नवंबर 1918 ई. में खत्म हुआ।
  • पेरिस शांति सम्मेलन 18 जून 1919 ई. में हुआ।
  • पेरिस शांति सम्मेलन में 27 देशों ने भाग लिया।
  • वरसाय की संधि जर्मनी और मित्र राष्ट्रों के बीच (28 जून 1919 ई.) हुई.
  • युद्ध के हर्जाने के रूप में जर्मनी से 6 अरब 50 करोड़ की राशि की मांग की गई थी।
  • अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में प्रथम विश्वयुद्ध का सबसे बड़ा योगदान राष्ट्रसंघ की स्थापना था।

इन्हें भी पढे: भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए

और जानिये : प्रथम विश्‍व युद्ध होने के कारण, परिणाम और सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्‍य

भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

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भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची

भारत के प्रमुख पड़ोसी देश और उनकी राजधानी की सूची: (Neighbouring Countries of India, their Capitals and Important Facts in Hindi)

भारत के मुख्य पड़ोसी देश:

भारत दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। भारत की राजधानी नई दिल्ली है। भौगोलिक दृष्टि से भारत विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के प्रमुख 10 पड़ोसी देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यांमार (बर्मा) और उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान देश स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं।

यहाँ आपको भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी से सम्बंधित सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी के आधार पर हर परीक्षा में दो या तीन प्रश्न अवश्य पूछे जाते है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससी, एसएससी, आईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है। इस पोस्ट में भारत के प्रमुख पड़ोसी देशों के नाम, उनकी राजधानी और महत्‍वपूर्ण तथ्यों का वर्णन किया है।

  • पाकिस्तान: पाकिस्तान भारत के पश्चिम में है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद है। 20 करोड़ की आबादी के साथ पाकिस्तान दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी राज्यों से अच्छे संबंध हैं। वे जम्मू-कश्मीर को हड़पना चाहते हैं। उन्होंने भारत की उत्तर-पश्चिमी सीमाओं पर अघोषित युद्ध छेड़ रखा है। पाकिस्तान और भारत के बीच 4 बार युद्ध भी हुआ है, 1947, 1965, 1971, 1999 में। पाकिस्तान भारत के विभाजन का परिणाम है। पाकिस्तान का जन्म 14 अगस्त 1947 को हुआ था।
  • अफगानिस्तान: अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक गणराज्य दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है, जो चारो ओर से जमीन से घिरा हुआ है। अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान, कज़ाकस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है।
  • श्री लंका: भारत से लगभग 80 किलोमीटर दूर, हिन्द महासागर में बसा श्री लंका एक द्वीप है। श्रीलंका की राजधानी कोलम्बों है। सन् 1972 तक इसे सीलोन नाम से जाना जाता था। श्रीलंका 04 फरवरी 1948 को स्वतंत्र हुआ था। यहां पर शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा है और 90 प्रतिशत लोग शिक्षित हैं। यहां का प्रमुख धर्म बौद्ध है। श्रीलंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो समुद्री परिवहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण बन्दरगाह है।
  • बांग्लादेश: बांग्लादेश हमारा एक और पड़ोसी देश है। यह पहले पूर्वी पाकिस्तान कहलाता था। बांग्लादेश की राजधानी ढाका है। लेकिन 16 दिसम्बर, 1971 को यह स्वतंत्र देश बन गया और बांगलादेश कहलाने लगा। इसके एक ओर म्यांमार है, तो तीन तरफ भारत के कई प्रदेश। बांग्लादेश की प्रमुख भाषा बंगाली है और प्रमुख धर्म इस्लाम है। शेख मुजीब स्वतंत्र बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने परन्तु कुछ समय पश्चात् उनकी एक षड्‌यंत्र में हत्या कर दी गई। कविगुरु रविन्द्रनाथ ठाकुर के बोल ”अमार सोनार बांग्ला” बांग्लादेश का राष्ट्रगीत हैबांग्लादेश विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम राष्ट्र हैं।

  • म्यांमार (बर्मा): भारत के पूर्व में म्यांमार (बर्मा) देश है। म्यांमार की राजधानी नैप्यीदा है। यहां बरमी भाषा बोली जाती है और बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म है । 04 फरवरी 1948 को यह अंग्रेजी दासता से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। यहां धान का उत्पादन बहुत अधिक होता है। यह देश आर्थिक दृष्टि से बहुत पिछड़ा हुआ माना जाता हैं।
  • मालदीव: मालदीव गणराज्य, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जिसका फेलाव भारत के लक्षद्वीप टापू की उत्तर-दक्षिण दिशा में है। यह लक्षद्वीप सागर में स्थित है। मालदीव गणराज्य की राजधानी और सबसे बड़ा शहर माले है , जिसकी आबादी 103,693 (2006) है। मालदीव जनसंख्या और क्षेत्र, दोनों ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है।
  • भूटान: भूटान हमारा एक और पड़ोसी देश है। पूर्वी हिमालय में स्थित भूटान एक छोटा-सा देश है। भूटान की राजधानी थिम्पू है। भूटान के उत्तर में चीन और दक्षिण में भारत है। ऊँचे पर्वतों में स्थित यहां की भूमि बड़ी उपजाऊ है और यहां घने वन हैं। भूटान का प्रमुख धर्म बौद्धधर्म है। भूटान के राजा जिग्में सिंगे वांगचुक हैं। आर्थिक दृष्टि से भूटान एक गरीब और पिछड़ा हुआ देश है। यहां मुख्यत: धान की खेती होती हैं ।
  • नेपाल: नेपाल भी भारत का एक पड़ोसी देश है। यह देश भी हिमालय में स्थिति एक पिछड़ा हुआ राज्य है। नेपाल की राजधानी काठमाण्डू है और प्रमुख भाषा नेपाली है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है।नेपाल विश्व का प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट नेपाल में ही स्थित है। यह पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण है।
  • इंडोनेशिया: इंडोनेशिया गणराज्य दक्षिण पूर्व एशिया और ओशिनिया में स्थित एक देश है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता है। इंडोनेशिया की जनसंख्या लगभग 23 करोड़ है, यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी और दुनिया में सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश है। देश की जमीनी सीमा पापुआ न्यू गिनी, पूर्वी तिमोर और मलेशिया के साथ मिलती है, जबकि अन्य पड़ोसी देशों सिंगापुर, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और भारत का अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र शामिल है।
  • चीन: चीन भारत का सबसे बड़ा पड़ोसी राज्य है। चीन जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा देश है, परन्तु क्षेत्रफल की दृष्टि से इसका स्थान तीसरा है। चीन की राजधानी बीजिंग है और प्रमुख भाषा मंडारिन (चीनी) है। यह एक गणतंत्र है जहां कस्तुनिस्ट शासन है। भारत की तरह चीन भी एक कृषि प्रधान देश है। धान, चाय, तम्बाकू, चीनी आदि यहां के प्रमुख उत्पाद हैं। चीन एक शक्तिशाली और विकासशील देश है।

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मात्रकों का एक पध्दति से दूसरे पध्दति में मान के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

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मात्रकों का एक पध्दति से दूसरे पध्दति में मान के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

मात्रकों का एक पध्दति से दूसरे पध्दति में मान की सूची: (List of Value system from a system of Matrkon)

मात्रक किसे कहते है?

किसी भौतिक राशि को व्यक्त करने के लिए उसी प्रकार की राशि के मात्रक की आवश्यकता होती है। प्रत्येक राशि की माप के लिए उसी राशि को कोई मानक मान चुन लिया जाता है। इस मानक को मात्रक कहते हैं। किसी राशि की माप को प्रकट करने के लिए दो बातों का बताना आवश्यक है:-

  • राशि का मात्रक: भौतिक राशि जिसमें मापी जाती है।
  • आंकिक मान: जिसमें राशि के परिमाण को व्यक्त किया जाता है। इससे यह बताना सम्भव होता है कि उस राशि में उसका मात्रक कितनी बार प्रयोग किया गया है। उदाहरण स्वरूप यदि तार की लम्बाई ‘3 मीटर’ है , तो इसका अर्थ यह है कि लम्बाई मापने का मात्रक ‘मीटर’ है और तार की लम्बाई चुने गये मात्रक ‘मीटर’ की तीन गुनी है।

मात्रक के प्रकार:

मात्रक दो प्रकार के होते हैं। (i) मूल मात्रक (ii) व्युत्पन्न मात्रक:

  1. मूल मात्रक: मूल मात्रक वे मात्रक हैं, जो अन्य मात्रकों से स्वतंत्र होते हैं, अर्थात् उनको एक–दूसरे से अथवा आपस में बदला नहीं जा सकता है। उदाहरण के लिए लम्बाई, समय और द्रव्यमान के लिए मीटर, सेकेण्ड और किलोग्राम का प्रयोग किया जाता है।
  2. व्युत्पन्न मात्रक: एक अथवा एक से अधिक मूल मात्रकों पर उपयुक्त घातें लगाकर प्राप्त किए गए मात्रकों को व्युत्पन्न मात्रक कहते हैं।

मापने की अन्तर्राष्ट्रीय मान पद्धति या SI पद्धति:

भौतिक में अनेक राशियों को मापना पड़ता है और यदि प्रत्येक भौतिक राशि के लिए अलग मात्रक माना जाए तो मात्रकों की संख्या इतनी अधिक हो जाएगी कि उनको याद रख सकना असम्भव हो जाएगा। इसीलिए सभी भौतिक राशियों को व्यक्त करने के लिए एक पद्धति अपनायी गयी है, जिसे मूल मात्रकों की अन्तर्राष्ट्रीय पद्धति अथवा इसे SI पद्धति कहते हैं। इस पद्धति के अनुसार यांत्रिकी में आने वाली सभी राशियों को लम्बाई, द्रव्यमान, व समय के मात्रकों में व्यक्त कर सकते हैं। ऊष्मा गति की, विद्युत तथा चुम्बकत्व एवं प्रकाशिकी में काम आने वाली राशियों को ताप, विद्युत धारा व ज्योति तीव्रता के मानकों में व्यक्त करते हैं। 1971 में माप और तौल की अन्तर्राष्ट्रीय समिति के द्वारा पदार्थ की मात्रा को मूल राशि मानते हुए मोल को इसका मूल मात्रक निर्धारित किया गया है।

मात्रकों का एक पध्दति से दूसरे पध्दति में मान:

एक मील 1.6 किमी०
एक लीटर 1000 घन सेन्टीलीटर
एक एकड़ 104 वर्ग मीटर
एक एंगस्ट्रम 10 -10 मीटर
एक नॉटिकल मील 1. 85 किमी०
एक इंच 2. 54 सेंटीमीटर
एक चेन 20. 11 मीटर
एक फुट 30 सेंटीमीटर
एक फैदम 1. 8 मीटर
एक गज 91 सेंटीमीटर
एक औंस 28. 35 किलोग्राम
एक पाउण्ड 4. 536 ग्राम
एक गज 3 फीट
37० सेंटीग्रेड 98. 6० फारेनहाइट

द्रव्यमान के मात्रक:

मात्रक द्रव्यमान
1 टेराग्राम 109 किग्रा
1 जीगाग्राम 106 किग्रा
1 मेगाग्राम 103 किग्रा
1 टन 103 किग्रा
1 क्विटंल 102 किग्रा
1 पिकोग्राम 10-15 किग्रा
1 मिलीग्राम 10-6 किग्रा
1 डेसीग्राम 10-4 किग्रा
1 स्लग 10.57 किग्रा
1 मीट्रिक टन 1000 किग्रा
1 आउन्स 28.35 ग्राम
1 पाउंड 16 आउन्स (453.52 ग्राम)
1 किग्रा 2.205 पाउंड
1 कैरेट 205.3 मिलीग्राम
1 मेगाग्राम 1 टन
1 ग्राम 10-3 किग्रा

समय के मात्रक:

मात्रक समय
1 पिकोसेकेण्ड 10-12 सेकेण्ड
1 नैनोसेकेण्ड 10-9 सेकेण्ड
1 माइक्रोसेकेण्ड 10-6 सेकेण्ड
1 माइक्रोसेकेण्ड 1-3 सेकेण्ड

लम्बाई के प्रमुख मात्रक:

मात्रक लम्बाई (मीटर में)
1 टेरामीटर (T) 1012
1 गीगामीटर (G) 109
1 मेगामीटर (M) 106
1 मिरियामीटर 104
1 किलोमीटर (K) 103
1 हेक्टोमीटर 102
1 डेकामीटर 10
1 डेसीमीटर (d) 1-Oct
1 सेंटीमीटर (c) 2-Oct
1 मिलीमीटर (m) 3-Oct
1 माइक्रोन μ 6-Oct
1 मिली माइक्रोन mμ 9-Oct
1 एंग्ट्राम (Å) 10-Oct
1 पिकोमीटर (p) 12-Oct
1 X–मात्रक 13-Oct
1 फर्मीमीटर (f) 15-Oct
1 आटोमीटर 18-Oct

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प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित फसलो के नाम की सूची

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प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित फसलो के नाम की सूची

फसलो को हानि पहुँचाने वाले रोगों के नाम: (Name of Diseases and affected crops in Hindi)

पादप रोग विज्ञान या फायटोपैथोलोजी (Phytopathology) शब्द की उत्पत्ति ग्रीक के तीन शब्दों जैसे पादप, रोग व ज्ञान से हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ है “पादप रोगों का ज्ञान (अध्ययन)”। अत: पादप रोगविज्ञान, कृषि विज्ञान, वनस्पति विज्ञान या जीव विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत रोगों के लक्ष्णों, कारणों, हेतु की, रोगचक्र, रागों से हानि एवं उनके नियंत्रण का अध्ययन किया जाता हैं।

पादप रोग विज्ञान के उद्देश्य:

इस विज्ञान के निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य है:

  • पादप-रोगों के संबंधित जीवित, अजीवित एवं पर्यावरणीय कारणों का अध्ययन करना।
  • रोगजनकों द्वारा रोग विकास की अभिक्रिया का अध्ययन करना।
  • पौधों एवं रोगजनकों के मध्य में हुई पारस्परिक क्रियाओं का अध्ययन करना।
  • रोगों की नियंत्रण विधियों को विकसित करना जिससे पौधों में उनके द्वारा होने वाली हानि न हो या कम किया जा सके।

फसलो को हानि पहुँचाने वाले रोगों की सूची

फसल का नाम रोगों के नाम
सरसों सफेद किटट रोग
मूँगफली टिक्का रोग
आलू अंगमारी, पछेला अंगमारी
चना विल्ट रोग
आम चूर्णिल आसिता व गुच्छा शीर्ष रोग
गेहूँ भूरा रस्ट एवं किटटु रोग
धान खैरा रोग, झुलसा रोग एवं झोंका रोग
तम्बाकू मोजैक रोग
गन्ना लाल सड़न रोग
टमाटर उकठा रोग
अमरूद उकठा
सुपारी महाली अथवा कोलिरोगा रोग
अरहर उकठा
सब्जियां जडग्रन्थि व मोजेक
काफी एवं चाय किटट
धान झोंका तथा भूरा पर्णचित्ती रोग
पटसन तना विगलन
केले गुच्छ शीर्ष रोग
कपास शकाणु झुलसा, म्लानि एवं श्यामव्रण

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राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2017 के विजेताओं के नाम और राज्यों की सूची

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राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2017 के विजेताओं के नाम और राज्यों की सूची

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2017 विजेताओं की सूची: (2017 National Bravery Award Winners in Hindi)

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी 2017 को देश के विभिन्न भागों से चुने गए 25 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किए। इन बालकों का चयन भारतीय बाल कल्याण परिषद (आईसीसीडब्ल्यू) ने देश भर से इस सम्मान के लिए किया था। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार योजना की शुरुआत आईसीसीडब्ल्यू ने 1957 में की थी, जिससे उन बच्चों को पहचान दी जा सके जिन्होंने अपने असाधारण वीरता भरे कार्यो और सराहनीय सेवा से खुद को अलग साबित किया है। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष 25 भारतीय बच्चों को सभी बाधाओं के खिलाफ बहादुरी के मेहनती कृत्यों के लिए दिया जाता है। इन बच्चों की उम्र 06 साल से लेकर 18 वर्ष के बीच होती है।

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2017 विजेताओं की सूची:

  • तुषार वर्मा (छत्तीसगढ़): बापू गायधनी पुरस्कार
  • रोलाहपुई (मिजोरम): बापू गायधनी पुरस्कार
  • लालहरीतपुई (मिजोरम): बापू गायधनी पुरस्कार
  • तार पेजु (अरुणाचल प्रदेश): भारत पुरस्कार
  • तेजस्विद् प्रधान (पश्चिम बंगाल): गीता चोपड़ा पुरस्कार
  • शिवानी गोंड (पश्चिम बंगाल): गीता चोपड़ा पुरस्कार
  • सुमित ममैन (उत्तराखंड): संजय चोपड़ा पुरस्कार
  • नीलम ध्रुव (छत्तीसगढ़)
  • सोनू माली (राजस्थान)
  • मोहन सेठी (ओडिशा)
  • सिया बामंसा खोड
  • थांगलीन मंगळंकीम
  • प्रफुल्ल शर्मा
  • मोइरंगटेम सदानानंद सिंह (मणिपुर)
  • आदित्य पिल्लई (केरल)
  • अंग्शि पांडे (उत्तर प्रदेश)
  • विनिल मंजीली (केरल)
  • अक्षत शर्मा (दिल्ली)
  • अक्षता शर्मा (दिल्ली)
  • अखिल के. सिबू (केरल)
  • नमन (दिल्ली)
  • निशा दिलीप पाटील
  • बदरुणिसा केपी केरल
  • पेल देवी (जम्मू और कश्मीर)

राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार में पांच श्रेणियां शामिल हैं:

  1. भारत पुरस्कार 1987 से
  2. संजय चोपड़ा पुरस्कार 1978 से
  3. गीता चोपड़ा पुरस्कार 1978 से
  4. बापू गायधनी पुरस्कार 1988 के बाद से
  5. सामान्य राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार 1957 से

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भारत की प्रमुख नदियों के नाम, उद्गम स्थल एवं सहायक नदियों की सूची

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भारत की प्रमुख नदियों के नाम, उद्गम स्थल एवं सहायक नदियों की सूची

भारत की प्रमुख नदियों की सूची: (List of Important Rivers of India in Hindi)

भारत की नदियों का देश के आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में प्राचीनकाल से ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सिन्धु तथा गंगा नदियों की घाटियों में ही विश्व की सर्वाधिक प्राचीन सभ्यताओं- सिन्धु घाटी तथा आर्य सभ्यता का आर्विभाव हुआ। आज भी देश की सर्वाधिक जनसंख्या एवं कृषि का संकेन्द्रण नदी घाटी क्षेत्रों में पाया जाता है। प्राचीन काल में व्यापारिक एवं यातायात की सुविधा के कारण देश के अधिकांश नगर नदियों के किनारे ही विकसित हुए थे तथा आज भी देश के लगभग सभी धार्मिक स्थल किसी न किसी नदी से सम्बद्ध है।

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भारत की नदियों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे :-

  • हिमालय से निकलने वाली नदियाँ
  • दक्षिण से निकलने वाली नदियाँ
  • तटवर्ती नदियाँ
  • अंतर्देशीय नालों से द्रोणी क्षेत्र की नदियाँ

भारत की प्रमुख नदियों के नाम, उद्गम स्थल एवं सहायक नदियों की सूची:

नदी का नाम उद्गम स्थल सहायक नदियाँ प्रवाह क्षेत्र
सिन्धु नदी मानसरोवर झील के निकट (तिब्बत) सतलुज, व्यास, झेलम, चिनाब, रावी, शिंगार, गिलगित, श्योक जम्मू और कश्मीर, लेह
झेलम नदी शेषनाग झील, जम्मू-कश्मीर किशन, गंगा, पुँछ, लिदार, करेवाल, सिंध जम्मू-कश्मीर, कश्मीर
चिनाब नदी बारालाचा दर्रे के निकट चन्द्रभागा जम्मू-कश्मीर
रावी नदी रोहतांग दर्रा, कांगड़ा साहो, सुइल हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब
सतलुज नदी मानसरोवर के निकट राकसताल व्यास, स्पिती, बस्पा हिमाचल प्रदेश, पंजाब
व्यास नदी रोहतांग दर्रा तीर्थन, पार्वती, हुरला हिमाचल प्रदेश
गंगा नदी गंगोत्री के निकट गोमुख से यमुना, रामगंगा, गोमती, बागमती, गंडक, कोसी, सोन, अलकनंदा, भागीरथी, पिण्डार, मंदाकिनी उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल
यमुना नदी यमुनोत्री ग्लेशियर चम्बल, बेतवा, केन, टोंस, गिरी, काली, सिंध, आसन उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली
रामगंगा नदी नैनीताल के निकट एक हिमनदी से खोन उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश
घाघरा नदी मप्सातुंग (नेपाल) हिमनद शारदा, करनली, कुवाना, राप्ती, चौकिया उत्तर प्रदेश, बिहार
गंडक नदी नेपाल तिब्बत सीमा पर मुस्ताग के निकट काली, गंडक, त्रिशूल, गंगा बिहार
कोसी नदी नेपाल में सप्तकोशिकी (गोंसाईधाम) इन्द्रावती, तामुर, अरुण, कोसी सिक्किम, बिहार
चम्बल नदी मऊ के निकट जानापाव पहाड़ी से काली, सिंध, सिप्ता, पार्वती, बनास मध्य प्रदेश
बेतवा नदी भोपाल के पास उबेदुल्ला गंज के पास मध्य प्रदेश
सोन नदी अमरकंटक की पहाड़ियों से रिहन्द, कुनहड़ मध्य प्रदेश, बिहार
दामोदर नदी छोटा नागपुर पठार से दक्षिण पूर्व कोनार, जामुनिया, बराकर झारखण्ड, पश्चिम बंगाल
ब्रह्मपुत्र नदी मानसरोवर झील के निकट (तिब्बत में सांग्पो) घनसिरी, कपिली, सुवनसिती, मानस, लोहित, नोवा, पद्मा, दिहांग अरुणाचल प्रदेश, असम
महानदी सिहावा के निकट रायपुर सियोनाथ, हसदेव, उंग, ईब, ब्राह्मणी, वैतरणी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा
वैतरणी नदी क्योंझर पठार उड़ीसा
स्वर्ण रेखा छोटा नागपुर पठार उड़ीसा, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल
गोदावरी नदी नासिक की पहाड़ियों से प्राणहिता, पेनगंगा, वर्धा, वेनगंगा, इन्द्रावती, मंजीरा, पुरना महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश
कृष्णा नदी महाबलेश्वर के निकट कोयना, यरला, वर्णा, पंचगंगा, दूधगंगा, घाटप्रभा, मालप्रभा, भीमा, तुंगप्रभा, मूसी महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश
कावेरी नदी केरकारा के निकट ब्रह्मगिरी हेमावती, लोकपावना, शिमला, भवानी, अमरावती, स्वर्णवती कर्नाटक, तमिलनाडु
नर्मदा नदी अमरकंटक चोटी तवा, शेर, शक्कर, दूधी, बर्ना मध्य प्रदेश, गुजरात
ताप्ती नदी मुल्ताई से (बेतूल) पूरणा, बेतूल, गंजल, गोमई मध्य प्रदेश, गुजरात
साबरमती जयसमंद झील (उदयपुर) वाकल, हाथमती राजस्थान, गुजरात
लूनी नदी नाग पहाड़ सुकड़ी, जनाई, बांडी राजस्थान, गुजरात, मिरूडी, जोजरी
बनास नदी खमनौर पहाड़ियों से सोड्रा, मौसी, खारी कर्नाटक, तमिलनाडु
माही नदी मेहद झील से सोम, जोखम, अनास, सोरन मध्य प्रदेश, गुजरात
हुगली नदी नवद्वीप के निकट जलांगी
उत्तरी पेन्नार नंदी दुर्ग पहाड़ी पाआधनी, चित्रावती, सागीलेरू
तुंगभद्रा नदी पश्चिमी घाट में गोमन्तक चोटी कुमुदवती, वर्धा, हगरी, हिंद, तुंगा, भद्रा
मयूसा नदी आसोनोरा के निकट मेदेई
साबरी नदी सुईकरम पहाड़ी सिलेरु
इन्द्रावती नदी कालाहाण्डी, उड़ीसा नारंगी, कोटरी
क्षिप्रा नदी काकरी बरडी पहाड़ी, इंदौर चम्बल नदी
शारदा नदी मिलाम हिमनद, हिमालय, कुमायूँ घाघरा नदी
तवा नदी महादेव पर्वत, पंचमढ़ी नर्मदा नदी
हसदो नदी सरगुजा में कैमूर पहाड़ियाँ महानदी
काली सिंध नदी बागलो, ज़िला देवास, विंध्याचल पर्वत यमुना नदी
सिन्ध नदी सिरोज, गुना ज़िला चम्बल नदी
केन नदी विंध्याचल श्रेणी यमुना नदी
पार्वती नदी विंध्याचल, मध्य प्रदेश चम्बल नदी
घग्घर नदी कालका, हिमाचल प्रदेश
बाणगंगा नदी बैराठ पहाड़ियाँ, जयपुर यमुना नदी
सोम नदी बीछा मेंड़ा, उदयपुर जोखम, गोमती, सारनी
आयड़ या बेडच नदी गोमुण्डा पहाड़ी, उदयपुर बनास नदी
दक्षिण पिनाकिन चेन्ना केशव पहाड़ी, कर्नाटक
दक्षिणी टोंस तमसा कुंड, कैमूर पहाड़ी
दामन गंगा नदी पश्चिम घाट
गिरना नदी पश्चिम घाट, नासिक

इन्हें भी पढे: भारत के प्रमुख पर्वतीय नगर और उनकी ऊंचाई

भारत की प्रमुख नदियों के प्राचीन नाम व आधुनिक नामों की सूची:

भारत की प्रमुख नदियों का प्राचीन नाम भारत की प्रमुख नदियों आधुनिक नाम
क्रुभु कुर्रम
कुभा काबुल
वितस्ता झेलम
आस्किनी चिनाव
पुरुष्णी रावी
शतुद्रि सतलज
विपाशा व्यास
सदानीरा गंडक
दृषद्वती घग्घर
गोमती गोमल
सुवास्तु स्वात
सिंधु सिन्ध
सरस्वती / दृशद्वर्ती घघ्घर / रक्षी / चित्तग
सुषोमा सोहन
मरूद्वृधा मरूवर्मन

और जानिये : भारत की प्रमुख नदियों के नाम, उद्गम स्थल एवं सहायक नदियों की सूची


भारत में कृषि का महत्व, इतिहास, प्रमुख फसलें एवं उनकी विशेषताओं की सूची

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भारत में कृषि का महत्व, इतिहास, प्रमुख फसलें एवं उनकी विशेषताओं की सूची

भारत में कृषि का महत्व, इतिहास, प्रमुख फसलें एवं विशेषतायें: (Importance of Agriculture in India, History, Major Crops and Characteristics)

भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्व:

फसल या सस्य किसी समय-चक्र के अनुसार वनस्पतियों या वृक्षों पर मानवों व पालतू पशुओं के उपभोग के लिए उगाकर काटी या तोड़ी जाने वाली पैदावार को कहते हैं। जब से कृषि का आविष्कार हुआ है बहुत से मानवों के जीवनक्रम में फ़सलों का बड़ा महत्व रहा है।

कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रयासों से कृषि को राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में गरिमापूर्ण दर्जा मिला है। कृषि क्षेत्रों में लगभग 64% श्रमिकों को रोज़गार मिला हुआ है। 1950-51 में कुल घरेलू उत्पाद में कृषि का हिस्सा 59.2% था जो घटकर 1982-83 में 36.4% और 1990-91 में 34.9% तथा 2001-2002 में 25% रह गया। यह 2006-07 की अवधि के दौरान औसत आधार पर घटकर 18.5% रह गया।

उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल में रबी की फ़सल और ख़रीफ़ की फ़सल दो बड़ी घटनाएँ हैं जो बड़ी हद तक इन क्षेत्रों के ग्रामीण जीवन को निर्धारित करती हैं। इसी तरह अन्य जगहों के स्थानीय मौसम, धरती, वनस्पति व जल पर आधारित फ़सलें वहाँ के जीवन-क्रमों पर गहरा प्रभाव रखती हैं।

भारत में कृषि का इतिहास:

कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। भारत में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के दौर से की जाती रही है। भारत में कृषि में 1960 के दशक के मध्य तक पारंपरिक बीजों का प्रयोग किया जाता था जिनकी उपज अपेक्षाकृत कम थी। उन्हें सिंचाई की कम आवश्यकता पड़ती थी। किसान उर्वरकों के रूप में गाय के गोबर आदि का प्रयोग करते थे।

1960 के बाद उच्च उपज बीज का प्रयोग शुरु हुआ। इससे सिंचाई और रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग बढ़ गया। इस कृषि में सिंचाई की अधिक आवश्यकता पड़ने लगी। इसके साथ ही गेहूँ और चावल के उत्पादन में काफी वृद्धी हुई जिस कारण इसे हरित क्रांति भी कहा गया। सन् 2007 में भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि एवं सम्बन्धित कार्यों (जैसे वानिकी) का सकल घरेलू उत्पाद में हिस्सा 16.6% था।

भारत में विविध प्रकार की फसलें विविध ऋतुओं में उत्पादित होती है। यहां मुख्यतया 3 फसली ऋतुएं मिलती हैं:-

  1. खरीफ की फ़सल
  2. रबी की फ़सल
  3. जायद की फ़सल

1. रबी की फ़सल किसे कहते है?

शीत ऋतु की फसलें रबी कहलाती है। इन फसलों की बुआई के समय कम तापमान तथा पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है। ये फसलें सामान्यतः अक्तूबर-नवम्बर के महिनों में बोई जाती हैं।

  • रबी फ़सल का पौधा लगाने का समयः अक्टूबर से दिसम्बर।
  • रबी फसल की कटाई का समयः फरवरी से अप्रैल।
  • रबी की प्रमुख फसलें: गेहूं, जौ, जई, मटर, चना, सरसों, बरसीम, आलू, मसूर, लुसर्न, आदि।

2. ख़रीफ़ की फ़सल किसे कहते है?

वर्षा ऋतु की फसलें खरीफ कहलाती हैं। इन फसलों को बोते समय अधिक तापमान एवं आर्द्रता तथा पकते समय शुष्क वातावरण की आवश्यकता होती है। उत्तर भारत में इनको जून-जुलाई में बोते हैं और इन्हें अक्टूबर के आसपास काटा जाता है।

  • ख़रीफ़ फ़सल का पौधा लगाने का समयः मई से जुलाई
  • खरीफ फसल की कटाई का समयः सितम्बर से अक्टूबर
  • खरीफ की प्रमुख फसलें: ज्वार, बाजरा, धान, मक्का, मूंग, सोयाबीन, लोबिया, मूंगफली, कपास, जूट, गन्ना, तम्बाकू, आदि।

3. ज़ायद की फ़सल किसे कहते है? 

खरीफ और रबी की फसलों के बाद संपूर्ण वर्ष में कृत्रिम सिंचाई के माध्यम से कुछ क्षेत्रें में जायद की फसल उगाई जाती है। इस वर्ग की फसलों में तेज गर्मी और शुष्क हवाएँ सहन करने की अच्छी क्षमता होती हैं। उत्तर भारत में ये फसलें मूख्यतः मार्च-अप्रैल में बोई जाती हैं।इसे दो श्रेणी में रखा जाता है जिसे तालिका से समझा जा सकता है।

जायद खरीफ:

  • बीज लगाने का समयः अगस्त से सितम्बर
  • फसलों की कटाई का समयः दिसंबर से जनवरी
  • प्रमुख फसलें: धान, ज्वार, रेप्सीड, कपास, तिलहन, आदि।

जायद रबी:

  • बीज लगाने का समयः फरवरी से मार्च
  • फसलों की कटाई का समयः अप्रैल से मई
  • प्रमुख फसलें: खरबूजा, तरबूज, ककड़ी, मूंग, लोबीया, पत्तेदार सब्जियां, आदि।

व्यापारिक फसलें किसे कहते है?

वे फसलें जिन्हें उगाने का मुख्य उद्देश्य व्यापार करके धन अर्जित करना होता है। जिसे किसान या तो संपूर्ण रूप से बेच देते हैं या फिर आंशिक रूप से उपयोग करते है तथा शेष बड़ा हिस्सा बेच देते हैं।

मुख्य व्यापारिक फसलें इस प्रकार हैं:-

  • तिलहन: मूंगफली, सरसों, तिल, अलसी, अण्डी, सूर्यमुखी।
  • शर्करा वाली फसलें: गन्ना, चुकन्दर।
  • रेशे वाली फसलें: जूट, मेस्टा, सनई और कपास।
  • उद्दीपक फसलें: तम्बाकू।
  • पेय फसलें: चाय और कहवा।

भारतीय कृषि की विशेषताएँ:

भारतीय कृषि की प्रमुख विशेषतायें इस प्रकार हैं:-

  • भारतीय कृषि का अधिकांश भाग सिचाई के लिए मानसून पर निर्भर करता है।
  • भारतीय कृषि की महत्त्वपूर्ण विशेषता जोत इकाइयों की अधिकता एवं उनके आकार का कम होना है।
  • भारतीय कृषि में जोत के अन्तर्गत कुल क्षेत्रफल खण्डों में विभक्त है तथा सभी खण्ड दूरी पर स्थित हैं।
  • भूमि पर प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से जनसंख्या का अधिक भार है।
  • कृषि उत्पादन मुख्यतया प्रकृति पर निर्भर रहता है।
  • भारतीय कृषक ग़रीबी के कारण खेती में पूँजी निवेश कम करता है।
  • खाद्यान्न उत्पादन को प्राथमिकता दी जाती है।
  • कृषि जीविकोपार्जन की साधन मानी जाती हें
  • भारतीय कृषि में अधिकांश कृषि कार्य पशुओं पर निर्भर करता है।

भारत की प्रमुख फसलें (Major crops of India in Hindi):

भारत एक कृषिप्रधान देश है तथा यहाँ पर अनेक प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। यहाँ पर हम भारत की प्रमुख फसलों के बारे महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी दी गई है:-

  • चावल की फसल: चावल भारत में सबसे अधिक उगाई जाने वाली फसल है। चावल उगाने के लिए 75 से.मी. से 200 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। चावल बोते समय 20 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 27 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। चिकनी, कछारी तथा दोमट मिट्टी को चावल की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार, आन्ध्र प्रदेश, ओड़िसा, उत्तर प्रदेश तथा तमिलनाडु चावल के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • गेहूँ की फसल: गेहूँ उत्तर भारत की सबसे पसंदीदा फसल है। गेहूँ उगाने के लिए 25 से.मी. से 75 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। चावल बोते समय 10 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 25 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। चिकनी तथा हल्की दोमट मिट्टी को गेहूँ की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। पंजाब, हरयाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश गेहूँ के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • ज्वार की फसल: ज्वार भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। ज्वार उगाने के लिए 30 से.मी. से 100 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। ज्वार बोते समय 21 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 25 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। हल्की दोमट मिट्टी को चावल की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, तथा तमिलनाडु ज्वार के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • बाजरा की फसल: बाजरा भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। बाजरा उगाने के लिए 50 से.मी. से 70 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। बाजरा बोते समय 25 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 35 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। बालुई मिट्टी को बाजरा की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, आन्ध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान बाजरा के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • मक्का की फसल: मक्का भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। मक्का उगाने के लिए 50 से.मी. से 100 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। मक्का बोते समय 25 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 30 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। गहरी दोमट मिट्टी को मक्के की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पजाब तथा राजस्थान मक्का के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • मूंगफली की फसल: मूंगफली भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। मूंगफली उगाने के लिए 75 से.मी. से 150 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। मूंगफली बोते समय 15 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 25 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। हल्की रेतीली मिट्टी को मूंगफली की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ मूंगफली के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • चाय की फसल: चाय भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। चाय उगाने के लिए 200 से.मी. से 300 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। चाय बोते समय 24 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 30 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। हल्की तथा उपजाऊ मिट्टी को चाय के बगानों के लिए उपयुक्त माना जाता है। गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ चाय के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • कपास की फसल: कपास भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। कपास उगाने के लिए 50 से.मी. से 100 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। कपास बोते समय 20 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 40 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। गहरी तथा मध्यम काली मिट्टी को कपास की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तथा हरयाणा कपास के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • गन्ना की फसल: गन्ना भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। गन्ना उगाने के लिए 100 से.मी. से 150 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। गन्ना बोते समय 30 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 35 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। दोमट या नमी वाली गहरी तथा चिकनी मिट्टी को गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक तथा आन्ध्र प्रदेश गन्ना के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • जूट की फसल: जूट भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। जूट उगाने के लिए 100 से.मी. से 200 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। जूट बोते समय 25 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 35 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। कांप मिट्टी को जूट की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, ओड़िसा तथा आन्ध्र प्रदेश जूट के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • सरसों की फसल: सरसों भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। सरसों उगाने के लिए 75 से.मी. से 150 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। सरसों बोते तथा काटते समय 20 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। दोमट मिट्टी को सरसों की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, पंजाब तथा असम सरसों के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • रेपसीड की फसल: रेपसीड भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। रेपसीड उगाने के लिए 75 से.मी. से 150 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। रेपसीड बोते तथा काटते समय 20 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। दोमट मिट्टी को रेपसीड की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, पंजाब तथा असम रेपसीड के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।
  • चने की फसल: चना भारत की प्रमुख फसलों में से एक है। चना उगाने के लिए 100 से.मी. से 200 से.मी. तक की वर्षा की आवश्यकता होती है। चना बोते समय 25 डिग्री सेल्शियस तथा काटते समय 35 डिग्री सेल्शियस तापमान होना चाहिए। हल्की दोमट तथा चिकनी मिट्टी को चने की खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है। पंजाब, हरयाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तथा महाराष्ट्र चना के प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।

इन्हें भी पढ़े: विश्व की प्रमुख फसलें एवं उत्पादक देश

और जानिये : भारत में कृषि का महत्व, इतिहास, प्रमुख फसलें एवं उनकी विशेषताओं की सूची

विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस की तिथियाँ

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विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस की तिथियाँ

विश्व का कौन-सा देश कब आजाद हुआ से सम्बंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान (List Independence Day of World’s famous Countries in Hindi)

यहां पर विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है। विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस के आधार पर हर परीक्षा में कुछ प्रश्न अवश्य पूछे जाते है। यह आपकी सभी प्रकार की सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर बैंक पीओ व क्लर्क, यूपीएससी, एसएससी, आईएएस, पीसीएस, केट, भारतीय रेलवे, गेट आदि के लिए अत्यंत उपयोगी है। आइये जानते है कि विश्व का कौन-सा देश कब आजाद हुआ:-

विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस की सूची 

देश का नाम स्‍वतंत्रता दिवस
अफ़ग़ानिस्तान 19 अगस्त, 1919
अल्बानिया 28 नवंबर, 1912
एलजीरिया 05 जुलाई, 1962
अंगोला 11 नवंबर, 1975
एंगुइला 30 मई, 1967
अंतिगुया और बार्बूडा 01 नवंबर, 1981
अर्जेंटीना 09 जुलाई, 1816
ऑस्ट्रिया 26 अक्टूबर, 1955
बहामा 10 जुलाई, 1973
बहरीन 16 दिसंबर, 1971
बांग्लादेश 26 मार्च, 1971
बारबाडोस 30 नवंबर, 1966
बेलोरूस 03 जुलाई, 1944
बेल्जियम 21 जुलाई, 1831
बेलीज 21 सितंबर, 1981
बेनिन 01 अगस्त, 1960
बोलीविया 06 अगस्त, 1825
बोस्निया और हर्जेगोविना 01 मार्च, 1992
बोत्सवाना 30 सितंबर, 1966
ब्राज़िल 07 सितंबर, 1822
ब्रुनेई 01 जनवरी, 1984
बुल्गारिया 22 सितंबर, 1908
बुर्किना फासो 05 अगस्त, 1960
म्यांमार 04 जनवरी, 1948
बुस्र्न्दी 01 जुलाई, 1962
कंबोडिया 09 नवंबर, 1953
कैमरून 01 जनवरी, 1960
कनाडा 01 जुलाई, 1867
केप वर्दे 05 जुलाई, 1975
केंद्रीय अफ्रीकन गणराज्य 13 अगस्त, 1960
काग़ज़ का टुकड़ा 11 अगस्त, 1960
कोमोरोस 06 जुलाई, 1975
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य 30 जून, 1960
कांगो गणराज्य 15 अगस्त, 1960
कोस्टा रिका 15 सितंबर, 1821
क्रोएशिया 08 अक्टूबर, 1991
क्यूबा 20 मई, 1902
साइप्रस 01 अक्टूबर, 1960
जिबूती 27 जून, 1977
डोमिनिका 03 नवंबर, 1978
पूर्वी तिमोर 20 मई, 2002
एल साल्वाडोर 15 सितंबर, 1821
भूमध्यवर्ती गिनी 12 अक्टूबर, 1968
इरिट्रिया 24 मई, 1993
फ़िजी 10 अक्टूबर, 1970
फिनलैंड 06 दिसंबर, 1917
गैबॉन 17 अगस्त, 1960
गाम्बिया 18 फरवरी, 1965
घाना 06 मार्च, 1957
यूनान 25 मार्च, 1821
ग्रेनाडा 07 फरवरी, 1974
ग्वाटेमाला 15 सितंबर, 1821
गिन्नी 02 अक्टूबर, 1958
गिनी-बिसाऊ 24 सितंबर, 1973
गुयाना 26 मई, 1966
हैती 01 जनवरी, 1804
होंडुरस 15 सितंबर, 1821
हंगरी 20 अगस्त, 1000
आइसलैंड 17 जून, 1944
भारत 15 अगस्त, 1947
इंडोनेशिया 17 अगस्त, 1945

इराक 03 अक्टूबर, 1932
आयरलैंड 24 अप्रैल, 1916
हाथीदांत का किनारा 07 अगस्त, 1960
जमैका 06 अगस्त, 1962
जॉर्डन 25 मई, 1946
कजाखस्तान 16 दिसंबर, 1991
केन्या 12 दिसंबर, 1963
किरिबाती 12 जुलाई, 1979
कोरिया, उत्तर 15 अगस्त, 1945
दक्षिण कोरिया 15 अगस्त, 1945
कोसोवो 17 फरवरी, 2008
कुवैट 25 फरवरी, 1961
किर्गिज़स्तान 31 अगस्त, 1991
लाओस 22 अक्टूबर, 1953
लेबनान 22 नवंबर, 1943
लिसोटो 04 अक्टूबर, 1966
लाइबेरिया 26 जुलाई, 1847
लीबिया 24 दिसंबर, 1951
मैसेडोनिया गणराज्य 08 सितंबर, 1991
मेडागास्कर 26 जून, 1960
मलावी 06 जुलाई, 1964
मलेशिया 31 अगस्त, 1957
मालदीव 26 जुलाई, 1965
माली 22 सितंबर, 1960
माल्टा 21 सितंबर, 1964
मॉरिटानिया 28 नवंबर, 1960
मॉरीशस 12 मार्च, 1968
मोलदोवा 27 अगस्त, 1991
मंगोलिया 29 दिसंबर, 1911
मोंटेनेग्रो 21 मई, 2006
मोरक्को 18 नवंबर, 1955
मोजाम्बिक 25 जून, 1975
नामीबिया 21 मार्च, 1990
नाउरू 31 जनवरी, 1968
निकारागुआ 15 सितंबर, 1821
नाइजर 03 अगस्त, 1960
नाइजीरिया में 01 अक्टूबर, 1960
उत्तरी साइप्रस 15 नवंबर, 1983
पाकिस्तान 14 अगस्त, 1947
पापुआ न्यू गिनी 16 सितंबर, 1975
परागुआ 15 मई, 1811
पेरू 28 जुलाई, 1821
फिलीपींस 12 जून, 1898
पोलैंड 11 नवंबर, 1918
पुर्तगाल 1 दिसंबर, 1640
कतर 18 दिसंबर, 1971
रोडेशिया 11 नवंबर, 1965
रोमानिया 10 मई, 1877
रवांडा 01 जुलाई, 1962
संत किट्ट्स और नेविस 19 सितंबर, 1983
सेंट लूसिया 22 फरवरी, 1979
संत विंसेंट अँड थे ग्रेनडीनेस 27 अक्टूबर, 1979
समोआ 01 जून, 1962
साओ टोमे और प्रिंसिपे 12 जुलाई, 1975
सेनेगल 04 अप्रैल, 1960
सर्बिया 15 फरवरी, 1804
सेशेल्स 29 जून, 1976
सियरा लिओन 27 अप्रैल, 1961
सिंगापुर 09 अगस्त, 1965
स्लोवाकिया 17 जुलाई, 1992
सोलोमन द्वीप 07 जुलाई, 1978
सोमालिया 01 जुलाई, 1960
दक्षिण अफ्रीका 11 दिसंबर, 1931
दक्षिण सूडान 09 जुलाई, 2011
श्री लंका 04 फरवरी, 1948
सूडान 01 जनवरी, 1956
सूरीनाम 25 नवंबर, 1975
स्वाजीलैंड 06 सितंबर, 1968
स्वीडन 06 जून, 1523
स्विट्जरलैंड 01 अगस्त, 1291
सीरिया 17 अप्रैल, 1946
तजाकिस्तान 09 सितंबर, 1991
तंजानिया 09 दिसंबर, 1961
जाना 27 अप्रैल, 1960
तिब्बत 13 फरवरी, 1913
टोंगा 04 जून, 1970
त्रिनिदाद और टोबैगो 31 अगस्त, 1962
ट्यूनीशिया 20 मार्च, 1956
तुर्की 29 अक्टूबर, 1923
तुर्कमेनिस्तान 27 अक्टूबर, 1991
तुवालु 01 अक्टूबर, 1978
युगांडा 9 अक्टूबर, 1962
संयुक्त अरब अमीरात 2 दिसंबर, 1971
संयुक्त राज्य अमेरिका 04 जुलाई, 1776
उरुग्वे 25 अगस्त, 1825
उज़्बेकिस्तान 01 सितंबर, 1991
वानुअतु 30 जुलाई, 1980
वेनेजुएला 05 जुलाई, 1811
वियतनाम 02 सितंबर, 1945
पश्चिमी सहारा 27 फरवरी, 1976
यमन 30 नवंबर, 1967
जाम्बिया 24 अक्टूबर, 1964
जिम्बाब्वे 18 अप्रैल, 1980

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और जानिये : विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस की तिथियाँ

बैक्टीरिया से होने वाले प्रमुख रोगो के नाम, उनके लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची

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बैक्टीरिया से होने वाले प्रमुख रोगो के नाम, उनके लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची

बैक्टीरिया से होने वाले रोग, लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची: (Human diseases caused by Bacteria in Hindi)

सूक्ष्मजीव:

वे जीव जिन्हें मनुष्य नंगी आंखों से नही देख सकता तथा जिन्हें देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी यंत्र की आवश्यकता पड़ता है, उन्हें सूक्ष्मजीव (माइक्रोऑर्गैनिज्म) कहते हैं। सूक्ष्मजीवों का संसार अत्यन्त विविधता से बह्रा हुआ है। सूक्ष्मजीवों के अन्तर्गत सभी जीवाणु (बैक्टीरिया) और आर्किया तथा लगभग सभी प्रोटोजोआ के अलावा कुछ कवक (फंगी), शैवाल (एल्गी), और चक्रधर (रॉटिफर) आदि जीव आते हैं।

सूक्ष्मजीव सर्वव्यापी होते हैं। यह मृदा, जल, वायु, हमारे शरीर के अंदर तथा अन्य प्रकार के प्राणियों तथा पादपों में पाए जाते हैं। जहाँ किसी प्रकार जीवन संभव नहीं है जैसे गीज़र के भीतर गहराई तक, (तापीय चिमनी) जहाँ ताप 100 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ा हुआ रहता है, मृदा में गहराई तक, बर्फ की पर्तों के कई मीटर नीचे तथा उच्च अम्लीय पर्यावरण जैसे स्थानों पर भी पाए जाते हैं।

बैक्टीरिया से होने वाले रोग, लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची:

रोग का नाम रोगाणु का नाम प्रभावित अंग लक्षण
हैजा बिबियो कोलेरी पाचन तंत्र उल्टी व दस्त, शरीर में ऐंठन एवं डिहाइड्रेशन
टी. बी. माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस फेफड़े खांसी, बुखार, छाती में दर्द, मुँह से रक्त आना
कुकुरखांसी वैसिलम परटूसिस फेफड़ा बार-बार खांसी का आना
न्यूमोनिया डिप्लोकोकस न्यूमोनियाई फेफड़े छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी
ब्रोंकाइटिस जीवाणु श्वसन तंत्र छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी
प्लूरिसी जीवाणु फेफड़े छाती में दर्द, बुखार, सांस लेने में परेशानी
प्लेग पास्चुरेला पेस्टिस लिम्फ गंथियां शरीर में दर्द एवं तेज बुखार, आँखों का लाल होना तथा गिल्टी का निकलना
डिप्थीरिया कोर्नी वैक्ट्रियम गला गलशोथ, श्वांस लेने में दिक्कत
कोढ़ माइक्रोबैक्टीरियम लेप्र तंत्रिका तंत्र अंगुलियों का कट-कट कर गिरना, शरीर पर दाग
टाइफायड टाइफी सालमोनेल आंत बुखार का तीव्र गति से चढऩा, पेट में दिक्कत और बदहजमी
टिटेनस क्लोस्टेडियम टिटोनाई मेरुरज्जु मांसपेशियों में संकुचन एवं शरीर का बेडौल होना
सुजाक नाइजेरिया गोनोरी प्रजनन अंग जेनिटल ट्रैक्ट में शोथ एवं घाव, मूत्र त्याग में परेशानी
सिफलिस ट्रिपोनेमा पैडेडम प्रजनन अंग जेनिटल ट्रैक्ट में शोथ एवं घाव, मूत्र त्याग में परेशानी
मेनिनजाइटिस ट्रिपोनेमा पैडेडम मस्तिष्क सरदर्द, बुखार, उल्टी एवं बेहोशी
इंफ्लूएंजा फिफर्स वैसिलस श्वसन तंत्र नाक से पानी आना, सिरदर्द, आँखों में दर्द
ट्रैकोमा बैक्टीरिया आँख सरदर्द, आँख दर्द
राइनाटिस एलजेनटस नाक नाक का बंद होना, सरदर्द
स्कारलेट ज्वर बैक्टीरिया श्वसन तंत्र बुखार

बैक्टीरिया से जुड़े महत्‍वपूर्ण तथ्यों की सूची:

  • बैक्टीरिया इस ग्रह पर हमसे बहुत पहले से हैं। उन्हें इस पृथ्वी पर जीवन का सबसे पुराना रूप माना जाता है।
  • आपकी काम की टेबल पर मौजूद बैक्टीरिया शौचालय की तुलना में 399 गुणा होते हैं।
  • अपने साथी का चुंबन लेते समय आप बैक्टीरिया का आदान-प्रदान करते हैं।
  • आपके वज़न का लगभग 2 किलो बैक्टीरिया से बना है।
  • क्या आप जानते हैं कि आपके पेट के निचले हिस्से में सूक्ष्तजीवों की लगभग 1400 प्रजाजियाँ हैं?
  • आपके मोबाइल फोन पर भी बैक्टीरिया होते हैं। टाॅयलेट सीट की तुलना में, आपके फोन पर अधिक संख्या में बैक्टीरिया होते हैं।
  • माइक्रोस्‍कोप के आविष्कार के बाद ही मनुष्य बैक्टीरिया देख पाए हैं।
  • 2500 से अधिक प्रकार के बैक्टीरिया आपके बटुए में मौजूद हर नोट पर होते हैं।
  • आपके शरीर की गंध पसीने के कारण नहीं बल्कि बैक्टीरिया के कारण होती है।
  • बैक्टीरिया इस ग्रह के किसी भी भाग और किसी भी मौसम में जीवित रह सकते हैं।
  • बारिश होने पर, हवा में एक अजीब सी गंध होती है। यह एक प्रकार के बैक्टीरिया, एक्टीनोमाइसीट्स के कारण होती है।
  • क्या आप जानते हैं कि कुछ एंटीबैक्टीरियल दवाएं बैक्टीरिया की मदद से बनती हैं?

इन्हें भी पढ़े: मानव शरीर में होने वाले विभिन्न प्रकार के रोग एवं उनके लक्षण

और जानिये : बैक्टीरिया से होने वाले प्रमुख रोगो के नाम, उनके लक्षण एवं प्रभावित अंगों की सूची

राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

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राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियाँ | (List of Important National and International Days and Dates in Hindi)

इस अध्याय में राष्ट्रीय (भारत) और अंतराष्ट्रीय (विश्व) के महत्वपूर्ण दिवस व दिनों और तिथियों के बारे में जरूरी जानकारी दी गई है जबकि पृष्ठ पर सभी महत्वपूर्ण दिनों (राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय) को एक पंक्ति में सूचीबद्ध किया गया है।

महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दिवस की सूची:

दिवस तारीख राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दिवस
जनवरी माह की मुख्य तिथियाँ
वैश्विक परिवार दिवस (यूएसए) 01 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
लुई ब्रेल दिवस 04 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
विश्व लाफ्टर दिवस 10 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन) 12 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
थल सेना दिवस (भारत) 15 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
बालिका दिवस 24 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
पर्यटन दिवस (भारत) 25 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 26 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
गणतंत्र दिवस (भारत) 26 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
डेटा संरक्षण दिवस 28 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
शहीदों का दिवस 30 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
कुष्ठ निवारण दिवस 30 जनवरी राष्ट्रीय दिवस
सर्वोदय दिवस 30 जनवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
फरवरी माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व आर्द्रभमि दिवस 02 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व कैंसर दिवस 04 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
गुलाब दिवस 12 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
वेलेंटाइन दिवस 14 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व सामाजिक न्याय दिवस 20 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व स्काउट दिवस 21 फरवरी अंतराष्ट्रीय दिवस
सेंट्रल एक्साइज टेक्स दिवस 24 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी राष्ट्रीय दिवस
मार्च माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व वन्य जीव दिवस 03 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय रक्षा दिवस 03 मार्च राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा) 04 मार्च राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का स्थापना दिवस (सीआईएसएफ) 09 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व गुर्दा दिवस 13 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 15 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 16 मार्च राष्ट्रीय दिवस
आयुध विनिर्माण दिवस 18 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व विक्लांग दिवस 20 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जल दिवस 22 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मौसम विज्ञान दिवस 23 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राम मनोहर लोहिया का जन्म दिवस (वर्षगांठ) 23 मार्च राष्ट्रीय दिवस
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु फांसी दिवस 23 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व टीबी दिवस (क्षय रोग) 24 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
ग्रामीण डाक जीवन बीमा दिवस 24 मार्च राष्ट्रीय दिवस
गणेश शंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस 25 मार्च राष्ट्रीय दिवस
बांग्लादेश राष्ट्रीय दिवस 26 मार्च राष्ट्रीय दिवस
विश्व थियेटर दिवस 27 मार्च अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय शिप परिवहन दिवस 29 मार्च राष्ट्रीय दिवस
अप्रैल माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 02 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय समुद्री दिवस 05 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विकास एवं शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस 06 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विशेष सुरक्षा समूह स्थापना दिवस (एसपीजी) 07 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व होम्योपैथी दिवस 10 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एयरोनॉटिक्स और ब्रह्माण्ड विज्ञान दिवस 14 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व हीमोफिलिया दिवस 17 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विरासत दिवस 18 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
भारतीय सिविल सेवा दिवस 21 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल राष्ट्रीय दिवस
विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल अंतराष्ट्रीय दिवस
मई माह की मुख्य तिथियाँ
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस 01 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अस्थमा दिवस 02 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
मई मातृ दिवस 02 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
वैश्विक पहुंच-जागरूकता दिवस 03 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व लाफ्टर दिवस 07 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व रेड क्रॉस दिवस 08 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 15 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व दूरसंचार दिवस 17 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई राष्ट्रीय दिवस
विश्व जैव विविधता 23 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रमंडल दिवस 24 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि 27 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व तंबाकू विरोधी 31 मई अंतराष्ट्रीय दिवस
जून माह की मुख्य तिथियाँ

वर्ल्ड मिल्क डे 01 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ स्थापना दिवस 06 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व भूगर्भ जल दिवस 10 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
फादर्स दिवस 18 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मधुमेह दिवस 27 जून अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रिय सांखियकी दिवस 29 जून राष्ट्रीय दिवस
जुलाई माह की मुख्य तिथियाँ
डॉक्टर दिवस (डॉ बिधान चंद्र राय का जन्मदिन) 01 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
भारतीय स्टेट बैंक स्थापना दिवस 01 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस 04 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस 18 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
कारगिल स्मृति दिवस 26 जुलाई राष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रकृति सरंक्षण दिवस 28 जुलाई अंतराष्ट्रीय दिवस
अगस्त माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व स्तन दूध दिवस 01 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शांति दिवस, हिरोशिमा दिवस 06 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
भारत छोड़ो दिवस, नागासाकी दिवस 09 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय युवा दिवस 10 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व युवा दिवस 12 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
पाकिस्तान स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
स्वतंत्रता दिवस (भारत), 15 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
विश्व फोटोग्राफी दिवस 19 अगस्त अंतराष्ट्रीय दिवस
सद्भावना दिवस 20 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय खेल दिवस (ध्यानचंद का जन्म दिवस) 29 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
छोटे उद्योग दिवस 30 अगस्त राष्ट्रीय दिवस
सितम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
शिक्षक दिवस (डॉक्टर राधाकृष्ण जन्म दिवस) 05 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व साक्षरता दिवस 08 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व भाईचारे और क्षमा दिवस 14 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
हिन्दी गोता दिवस 14 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
अभियंता दिवस 15 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व ओजोन दिवस 16 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
रेलवे पुलिस बल स्थापना दिवस (आरपीएफ) 20 सितम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय शांति दिवस 21 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अल्जाइमर दिवस 21 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बधिर दिवस 23 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व हृदय दिवस 29 सितम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अक्टूबर माह की मुख्य तिथियाँ
अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस 01 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय गैर हिंसा दिवस 02 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
महात्मा गांधी जन्म दिवस 02 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
लाल बहादुर शास्त्री जन्म दिन 02 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावास दिवस 03 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पशु कल्याण दिवस 04 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व शिक्षक दिवस 05 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व जंगली जानवर दिवस 06 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
भारतीय वायु सेना दिवस 08 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
विश्व डाक दिवस 09 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व डाक दिवस 10 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
लोकनायक जय प्रकाश नारायण जन्मदिन 11 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय दिवस 13 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र प्राकृतिक आपदा दिवस 13 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मानक दिवस 14 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व एलर्जी जागरूकता दिवस 16 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व आयोडीन कमी दिवस 21 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
संयुक्त राष्ट्र दिवस (यूएन) 24 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बचत दिवस 30 अक्टूबर अंतराष्ट्रीय दिवस
इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि 31 अक्टूबर राष्ट्रीय दिवस
नवम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व सेवा दिवस 09 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतराष्ट्रीय मलाला दिवस 10 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रिय पक्षी दिवस 12 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
बाल दिवस (जवाहर लाल नेहरू की जयंती) 14 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
डायबिटीज दिवस 14 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
धीरज अंतर्राष्ट्रीय दिवस 16 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व छात्रों दिवस 17 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 17 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व प्रौढ़ दिवस 18 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व नागरिक दिवस 19 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
यूनिवर्सल बाल दिवस 20 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
वर्ल्ड टेलीविजन दिवस 21 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व मांसाहारी रोकथाम दिवस 25 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस 26 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
नेशनल लॉ दिवस 26 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
विश्व पर्यावरण सरंक्षण दिवस 26 नवम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रिय दुग्ध दिवस (स्वेत क्रांति के पिता वर्गीज कुरियन के जन्म दिवस के अवसर पर) 26 नवम्बर राष्ट्रीय दिवस
दिसम्बर माह की मुख्य तिथियाँ
विश्व एड्स दिवस 01 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
गुलामी के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस 02 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व विकलांग दिवस 03 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
रासायनिक दुर्घटनाओं रोकथाम दिवस 04 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
नौसेना दिवस 04 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवकों दिवस 05 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन दिवस 07 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
सशस्त्र सेना झंडा दिवस 07 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस 10 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस 10 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व बाल कोष दिवस 11 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
विश्व अस्थमा दिवस 11 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 14 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
अल्पसंख्यक अधिकार दिवस (भारत) 18 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
गोवा मुक्ति दिवस 19 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
किसान गोते दिवस (जन्मदिन चरण सिंह) 23 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस
क्रिसमस दिवस 25 दिसम्बर अंतराष्ट्रीय दिवस
केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्थापना दिवस 26 दिसम्बर राष्ट्रीय दिवस

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और जानिये : राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस और तिथियों की सूची

भारत सरकार के वर्तमान कैबिनेट मंत्रियों के नाम और उनके विभाग 2017

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भारत सरकार के वर्तमान कैबिनेट मंत्रियों के नाम और उनके विभाग 2017

भारत के कैबिनेट मंत्रियों की सूची 2017: (Current Indian Cabinet Ministers 2017 in Hindi)

भारत सरकार का केन्द्रीय मंत्रिमंडल, भारत गणराज्य में कार्यकारी अधिकार का प्रयोग करता हैं। इस में वरिष्ठ मंत्री (केबिनेट मंत्री) और कनिष्ठ मंत्री (राज्य मंत्री) सम्मिलित होते हैं, जिनका नेतृत्वा प्रधानमंत्री करते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल नामक एक छोटी कार्यकारी निकाय, भारत में सर्वोच्च निर्णय लेने की संस्था हैं। केवल प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्री ही कैबिनेट के सदस्य होते हैं। भारत में सबसे वरिष्ठ सिविल सेवक, कैबिनेट सचिव, कैबिनेट सचिवालय का नेतृत्वा करते हैं, तथा मंत्रियों की परिषद को प्रशासनिक सहायता प्रदान करते हैं। राज्य मंत्रियों को अपने काम में कैबिनेट मंत्रियों की सहायता के साथ काम सौंपा गया हैं।

5 जुलाई 2016 को हुए परिवर्तन के बाद दूसरे बड़े विस्तार के बाद मोदी मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्रियों को शामिल किए जाने और पांच मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्रियों की कुल संख्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिलाकर 78 हो गई है। नीचे दी गई सूची में केन्द्रीय और राज्य मंत्रियों के नाम एवं उनके मंत्रालयों के नाम दिए गए हैं। भारत के केन्द्रीय मंत्रियों की सूची जिसे नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सोलहवीं लोकसभा के गठन के बाद 2014 में चुना गया है।

भारत के केन्द्रीय मंत्रियों की श्रेणी:

भारत के मंत्रियों की तीन श्रेणियाँ हैं, जो रैंक के अवरोही क्रम इस प्रकार हैं –

  • कैबिनेट मंत्री: कैबिनेट के सदस्य; मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले।
  • राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार): कनिष्ठ मंत्री जो कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट नहीं करते हैं।
  • राज्य मंत्री: कनिष्ठ मंत्री जो कैबिनेट मंत्री को रिपोर्ट करते हैं; आमतौर पर उसी मंत्रालय में एक विशेष जिम्मेदारी सौंपी जाती हैं।

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारत के वर्तमान कैबिनेट मंत्रियो के नाम और उनके विभाग 2017:

क्रमांक मंत्री पद मंत्री का नाम
1 कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन,परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग,सभी महत्‍वपूर्ण नीतिगत मामले,तथा किसी अन्‍य मंत्री को नहीं दिये गए अन्‍य सभी पोर्टफोलियो प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी
2 गृह मंत्रालय राजनाथ सिंह
3 विदेश मंत्रालय, प्रवासी भारतीय मामले सुषमा स्‍वराज
4 वित्त, कॉरर्पोरेट मामले रक्षा मंत्रालय (अतरिक्त प्रभार) अरुण जेटली
5 शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उपशमन, सूचना एवं प्रसारण एम वेंकैया नायडू
6 सड़क परिवहन तथा राजमार्ग, शिपिंग नितिन जयराम गडकरी
8 रेलमंत्री सुरेश प्रभु
9 सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन डी.वी. सदानंद गौड़ा
10 जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण उमा भारती
11 मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर
12 उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण रामविलास पासवान
13 सूक्ष्‍म, लघु तथा मझौले उद्योग कलराज मिश्र
14 महिला एवं बाल विकास मेनका संजय गांधी
15 संसदीय मामले, रसायन एवं उर्वरक अनंत कुमार
16 कानून एवं न्‍याय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी रविशंकर प्रसाद
17 स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय जगत प्रकाश नड्डा
18 नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू पूसापति
19 भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उद्यम  मंत्रालय अनंत गीते
20 खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल
21 खनन, इस्‍पात चौधरी बीरेन्द्र सिंह
22 ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पेयजल औऱ स्वच्छता, शहरी विकास मंत्रालय नरेंद्र सिंह तोमर
23 जनजातीय मामले मंत्रालय जुएल ओराम
24 कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह
25 सामाजिक न्‍याय तथा अधिकारिता मंत्रालय थावरचंद गहलोत
26 कपड़ा मंत्रालय, सूचना एंव प्रसारण मंत्री (अतिरिक्त प्रभार) स्‍मृति जुबिन ईरानी
27 विज्ञान औऱ प्रौद्योगिकी, भू विज्ञान मंत्रालय डॉ. हर्षवर्धन

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

वर्तमान  राज्य मंत्रियो के नाम और उनके विभाग (स्‍वतंत्र प्रभार) 2017:

क्रमांक मंत्री पद मंत्री का नाम
1 योजना (स्‍वतंत्र प्रभार), शहरी विकास, आवास और शहरी गरीब उपशमन इंद्रजीत सिंह राव
2 श्रम और रोजगार ( स्वतंत्र प्रभार) बंडारू दत्‍तात्रेय
3 कौशल विकास और उद्यमिता ( स्वतंत्र प्रभार), संसदीय मामले राजीव प्रताप रूडी
4 युवा मामले और खेल; जल संसाधन, और नदी विकास और गंगा संरक्षण विजय गोयल
5 आयुष ( स्वतंत्र प्रभार), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण श्रीपद येस्‍सो नाइक
6 पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस (स्‍वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र प्रधान
7 पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन (स्‍वतंत्र प्रभार) अनिल माधव दवे
8 ऊर्जा (स्‍वतंत्र प्रभार), कोयला (स्‍वतंत्र प्रभार), नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (स्‍वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल
9 पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास (स्‍वतंत्र प्रभार) प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग डॉ. जितेंद्र सिंह
10 वाणिज्‍य एवं उद्योग (स्‍वतंत्र प्रभार) निर्मला सीतारमन
11 संस्कृति(स्‍वतंत्र प्रभार), पर्यटन(स्‍वतंत्र प्रभार), नागरिक उड्डयन डॉ. महेश शर्मा
12 रेल, संचार मनोज सिन्‍हा
13 अल्पसंख्यक मामले, संसदीय मामल(राज्य मंत्री) मुख्तार अब्बास नकवी

वर्तमान राज्य मंत्रियो के नाम और उनके विभाग 2017:

क्रमांक मंत्री पद मंत्री का नाम
1 विदेश मंत्रालय जनरल  वी. के. सिंह
2 वित्त मंत्रालय संतोष कुमार गंगवार
3 स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय फग्गन कुलस्ते
4 विधि और न्याय; तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचान प्रौद्योगिकी मंत्रालय पी. पी. चौधरी
5 कृषि और किसान कल्याण; तथा संसदीय मामले मंत्रालय एस. एस. अहलूवालिया
6 सामाजिक न्‍याय तथा अधिकारिता मंत्रालय रामदास अठवाले
7 ग्रामीण विकास मंत्रालय राम कृपाल यादव
8 जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा पुनरूद्धार मंत्रालय डॉ. संजीव कुमार बालयान
9 राज्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री गिरिराज सिंह
10 गृह मंत्रालय हंसराज गंगाराम अहीर
11 सड़क परिवहन और राजमार्ग; शिपिंग; तथा रसायन और उर्वरक मंत्रालय मनसुख मांड्विया
12 पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय रमेश जिगजिनगी
13 रेलवे मंत्रालय राजेन गोहैन
14 कृषि और किसान कल्याण; तथा पंचायती राज मंत्रालय पुरुषोत्तम रूपाला
15 विदेशी मामले मंत्रालय ऍम जे अकबर
16 मानव संसाधन विकास मंत्रालय उपेंद्र कुशवाहा
17 सड़क परिवहन तथा राजमार्ग, शिपिंग मंत्रालय राधाकृष्‍णन पी
18 गृह मंत्रालय किरण रिजिजू
19 सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय कृष्‍णपाल
20 जनजातीय मामले मंत्रालय जसवंत सिंह भाभोर
21 कपड़ा मंत्रालय अजय टम्टा
22 खनन, इस्‍पात मंत्रालय विष्‍णु देव साई
23 कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय सुदर्शन भगत
24 विज्ञान औऱ प्रौद्योगिकी, भू विज्ञान मंत्रालय वाई.एस. चौधरी
25 नागरिक उड्डयन मंत्रालय जयंत सिन्‍हा
26 सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय कर्नल राज्‍यवर्द्धन सिंह राठौर
27 भारी उद्योग तथा सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय बाबुल सुप्रि‍या
28 खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्रालय साध्‍वी निरंजन ज्‍योति
29 सामाजिक न्‍याय तथा अधिकारिता मंत्रालय विजय सांपला
30 रक्षा मंत्रालय सुभाष रामराव भामरे
31 स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण्र मंत्रालय अनुप्रिया पटेल
32 वित्त; और कारपोरेट मामलों का मंत्रालय अर्जुन राम मेघवाल
33 उपभोक्ता मामले,खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय सी आर चौधरी
34 महिला एवं बाल विकास मंत्रालय कृष्णा राज
35 मानव संसाधन विकास मंत्रालय महेंद्र नाथ पाण्डेय

अंतिम संशोधन: 25 मई 2017

और जानिये : भारत सरकार के वर्तमान कैबिनेट मंत्रियों के नाम और उनके विभाग 2017

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