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64वें राष्ट्रीय फिल्म (सिनेमा) पुरस्कार 2017 के विजेताओं की पूरी सूची

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64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची: 2017 National Film Awards Winners List in Hindi

64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची (List of 64th National Film Awards Winners in Hindi)

नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा 07 अप्रैल 2017 को नई दिल्ली में 64वें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की गई। 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में अभिनेता अक्षय कुमार को फिल्‍म ‘रुस्‍तम’ के लिए सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेता का अवार्ड मिला है। वहीं सोनम कपूर अभिनीत फिल्‍म ‘नीरजा’ को सर्वश्रेष्‍ठ हिंदी फीचर फिल्‍म का अवार्ड दिया गया है। अक्षय कुनार का ये पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है।

इसके अलावा अजय देवगन की फिल्‍म ‘शिवाय’ को बेस्‍ट स्‍पेशल इफेक्‍ट का अवार्ड मिला है। सामाजिक मुद्दों पर बनी फिल्म पिंक को सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए चुना गया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार सुरभि को मीनामिनुंगु के लिए मिला। साल 2017 में रिलीज हुई फिल्‍म ‘दंगल’ के लिए अभिनेत्री जायरा वसीम को बेस्ट सपोर्टिंग फीमेल एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश राज्य को फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवॉर्ड दिया गया। झारखंड राज्‍य को स्पेशल मेंशन अवार्ड दिया गया है। 64वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में ज्यूरी की अध्यक्षता प्रियदर्शन ने की। प्रियदर्शन के लिए यह पहला मौका था जब वह ज्यूरी मेंबर में शामिल हुए।

इन्हें भी पढे:  63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2016 के विजेताओं की सूची

64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2017 के विजेताओं की पूरी सूची इस प्रकार है:-

स्‍वर्णकमल:

  • सर्वश्रेष्‍ठ फीचर फिल्‍म: कासव (मराठी)
  • निर्देशक के रूप में सर्वश्रेष्‍ठ पहली फिल्‍म: खलीफा (बंगाली)
  • सर्वाधिक लोकप्रिय फिल्‍म: साथमनम भवति ( तेलगु)
  • सर्वश्रेष्‍ठ बाल फिल्‍म: धनक (हिंदी)
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: राजेश मापुसकर (मराठी फिल्म ‘वेंटीलेटर’ के लिए)

रजत कमल:

  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: अक्षय कुमार (फिल्म ‘रुस्तम’ के लिए)
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: सुरभि लक्ष्मी (मलयालम फिल्म ‘मिन्नामिनुंगे’ के लिए)
  • सर्वश्रेष्‍ठ सह अभिनेता: मनोज जोशी
  • सर्वश्रेष्‍ठ सह अभिनेत्री: जायरा वसीम
  • सर्वश्रेष्‍ठ बाल कलाकार: मनोहारा
  • बेस्‍ट प्‍लेबैक सिंगर (मेल): सुंदर अय्यैर
  • बेस्‍ट प्‍लेबैक सिंगर (फीमेल): ईमान चक्रवर्ती
  • सर्वश्रेष्‍ठ सिनेमेटोग्राफी: तिरु
  • सर्वश्रेष्‍ठ पटकथा (मूल): श्‍याम पुष्‍पकरन
  • सर्वश्रेष्‍ठ पटकथा (प्रेरित): संजय कृष्‍णा जी पटेल
  • सामाजिक विषय पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म: ‘पिंक’
  • बेस्‍ट फिल्‍म ऑन एनवायरन्‍मेंट: द टाइगर हू क्रॉस्‍ड द लाइन
  • सर्वश्रेष्‍ठ संपादन: रामेश्‍वर एस भगत
  • सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन: 24
  • बेस्‍ट कॉस्‍ट्यूम डिजाइन: सचिन
  • सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन: बापू पद्मनाभ
  • सर्वश्रेष्ठ गीतकार: वैरामुथु
  • सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट: निर्माता-निर्देशक तथा अभिनेता अजय देवगन की फिल्म ‘शिवाय’

क्षेत्रीय पुरस्‍कार:

  • सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्‍म: बिसर्जन
  • सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्‍म: रॉंग साइड राजू
  • सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फिल्म: ‘नीरजा’
  • सर्वश्रेष्ठ कन्‍नड़ फिल्‍म: रिजर्वेशन
  • सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्‍म: महेशिंते पराथिकारम
  • सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्‍म: जोकर
  • सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्‍म: दशक्रिया
  • सर्वश्रेष्ठ तेलगु फिल्‍म: पेल्‍ली चोपुलु

इन्हें भी पढे: नोबेल पुरस्कार 2016 के विजेताओं की सूची

 

और जानिये : 64वें राष्ट्रीय फिल्म (सिनेमा) पुरस्कार 2017 के विजेताओं की पूरी सूची


वर्ष 2017 की प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखकों की सूची

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पुस्तक और लेखक 2017, प्रसिद्ध भारतीय लेखक और पुस्तक Books & Authors 2017

वर्ष 2017 की प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखक: (List of Important Books and Authors 2017 in Hindi)

यहाँ पर वर्ष 2017 की महत्त्वपूर्ण एवं चर्चित किताबों और उनके लेखकों के नाम की सूची दी गयी है, जो जनवरी 2017 माह में काफी सुर्ख़ियों में रहीं और जिनके आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं में एक या दो प्रश्न अवश्य पूछे जाते है और आगे भी पूछे जायेंगे। यदि आप सरकारी नौकरियों के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएँ जैसे: एसएससी, यूपीएससी, रेलवे, पीएसएस, बैंक, शिक्षक, टीईटी, कैट एवं अन्य किसी प्रकार की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप इन पुस्तकों के बारे में पता होना चाहिए।

इन्हें भी पढे: वर्ष 2016 की प्रसिद्ध पुस्तकें एवं उनके लेखक

वर्ष 2017 की 18 प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखकों की सूची:

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पुस्तकों का नाम लेखकों का नाम
द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटीशियन एंड पैराडॉक्स उल्लेख एनपी
खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड ऋषि कपूर एवं मीना नायर
जिन्नाह ऑफ्टन कैम टू ओउर हाउस किरण दोशी (हिंदू पुरस्कार 2016 विजेता)
द पीपुल्स राष्ट्रपति: डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एस. एम. खान
द आदिवासी विल नॉट डांस हंसदा सौवेन्द्र शेखर
कलकत्ता कुणाल बसु
हाफ ऑफ़ व्हाट आई से अनिल मेनन
द आइलैंड ऑफ़ लोस्ट गर्ल्स मंजुला पद्मनाभन
वीरप्पन, चेजिंग द ब्रिगैंड विजय कुमार
‘पाकिस्तान: कोटिंग द अबिस’ तिलक देवेशर
डिटेरियोरेशन इन हायर एजुकेशन कन्हैया प्रसाद सिन्हा
इंडियन रेलवे- द वैविंग ऑफ ए नेशनल टैपेस्ट्री’ बिबेक देबरॉय, संजय चड्ढा और विद्याकृष्णमूर्ति ने संयुक्त रूप से लिखी है।
होम ऑफ़ द ब्रेव नितिन ए. गोखले तथा ब्रिगेडियर एस. के. चटर्जी ने संयुक्त रूप से लिखी है।
भारत की दुग्ध क्रान्ति के 50 वर्ष राधा मोहन सिंह (लोकार्पण किया है।)
रेखा– द अनटोल्ड स्टोरी यासीर उस्मान
हेमा मालिनी: बियोंड द ड्रीम गर्ल राम कमल मुखर्जी
वीरप्पन, चेज़िंग द ब्रिगंड विजय कुमार (गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार)
मातोश्री सुमित्रा महाजन

और जानिये : वर्ष 2017 की प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखकों की सूची

विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नामों की सूची

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विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नाम | Old Names of Famous Countries in Hindi

विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नाम: (Old Names of Famous Countries of the World in Hindi)

यहां पर विश्व के प्रमुख देशों के वर्तमान और उनके प्राचीन नाम के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको विश्व के प्रमुख देशों के प्राचीन नामों के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नामों की सूची: 

विश्व के प्रमुख देशों के वर्तमान नाम विश्व के प्रमुख देशों के प्राचीन नाम
अंकारा, तुर्की अंगोरा, तुर्की
अल्जीरिया निमीडिया
आशवल (आशापल्ली) अहमदाबाद
इंसतांबुल, तुर्की कांस्टेंटिनोपल, तुर्की
इथियोपिया एबिसिनिया
इराक मेसोपोटामिया
ईरान फारस
एबिसिनिया इथियोपिया
एलिस द्वीप समूह तुवालु
कंबोडिया काम्पुचेआ
कांगो ज़ैरे
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य ज़ैरे
काम्पुचेआ कंबोडिया
कालीकट कोझीकोड
केंद्रीय प्रांत मध्य प्रदेश
केप कनवेरल केप केनेडी
कॉन्स्टेंटिनोपल इस्तांबुल
कोचीन कोच्चि
कोरिया (उत्तर और दक्षिण) चोसन
गिल्बर्ट आइलैंड किरीबाती
घाना घाना
चीन (उत्तर) कैथी
चीन (दक्षिण) मांगी
चेक गणराज्य और स्लोवाकिया बोहेमिया, मोराविया, चेकोस्लोवाकिया
जाम्बिया उत्तरी रोड्सिया
जिम्बाब्वे दक्षिणी रोडेशनिया
टोक्यो, जापान ईदो
डच ईस्ट इंडीज इंडोनेशिया
डच गुयाना सुरिनाम
तंजानिया तांगान्यिका और ज़ांज़ीबार, जर्मन पूर्वी अफ्रीका
ताइवान फॉर्मोसा
थाईलैंड सियाम
नामीबिया दक्षिण-पश्चिम अफ्रीका
पूर्व पाकिस्तान बांग्लादेश
पूर्वी तिमोर तिमोर लेस्टल
फॉर्मोसा ताइवान
फ़्रांस गॉल
फ्रेंच सूडान माली
फ्रेंच सोमालीलैंड जिबूती
बर्मा म्यांमार
बसुथोलैंड लेसोथो
बाटविया जकार्ता (इंडोनेशिया की राजधानी)
बीजिंग, चीन पेकिंग, चीन
बुर्किना फासो अपर वोल्टा
बेचुआनालैंड बोत्सवाना
ब्रिटिश गिनी गुयाना
ब्रिटिश होंडुरास बेलिज
भारत आर्यावर्त
मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड फ्रेंच इक्वेटोरियल अफ्रीका
माली सूडानी गणराज्य
मोल्दोवा मोल्दाविया
म्यांमार बर्मा
रवांडा और बुरुंडी जर्मन पूर्वी अफ्रीका
लीबिया त्रिपोलिटनिया और साइरेनिका
लैन झांग लाओस
वियतनाम कोचीन-चीन (दक्षिण), अननाम (केंद्रीय), टोनकिन (उत्तर)
श्री लंका सीलोन
सीलोन श्री लंका
सेंट पीटर्सबर्ग, रूस पेट्रोगैड और लेनिनग्राद, रूस
हाथीदांत का किनारा कोट डी’वॉयर
हॉलैंड नीदरलैंड्स
हो चि मिंच सिटी, वियतनाम सैगोन, दक्षिण वियतनाम

इन्हें भी पढ़े: विश्व के प्रमुख देशों के नाम और उनके स्‍वतंत्रता दिवस की तिथियाँ

और जानिये : विश्व के प्रमुख देश और उनके प्राचीन नामों की सूची

भारत के प्रमुख परमाणु ऊर्जा संस्थानो के नाम और उनके स्थान की सूची

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भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण संस्थानों की सूची | Nuclear Energy Institutes of India in Hindi

भारत के प्रमुख परमाणु ऊर्जा संस्थानो की सूची: (Indian Nuclear Energy Institutes and their Venues in Hindi)

भारत में परमाणु ऊर्जा की भारतीय विद्युत उत्पादन एवं आपूर्ति के क्षेत्र में एक निश्चित एवं निर्णायक भूमिका है। किसी भी राष्ट्र के सम्पूर्ण विकास के लिए विद्युत की पर्याप्त तथा अबाधित आपूर्ति का होना आवश्यक है। विकासशील देश होने के कारण भारत की सम्पूर्ण विद्युत आवश्यकताओं का एक बड़ा भाग गैर पारम्परिक स्रोतों से पूरा किया जाता है क्योंकि पारम्परिक स्रोतों द्वारा बढ़ती हुई आवश्यकताओं को पूरा नहीं किया जा सकता। भारत ने नाभिकीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त की है। इसका श्रेय डॉ॰ होमी भाभा द्वारा प्रारंभ किए गए महत्वपूर्ण प्रयासों को जाता है जिन्होंने भारतीय नाभिकीय कार्यक्रम की कल्पना करते हुए इसकी आधारशिला रखी।

परमाणु ऊर्जा विभाग की स्थापना:

परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्वक ढंग से उपयोग में लाने हेतु नीतियों को बनाने के लिए 1948 ई. में परमाणु ऊर्जा कमीशन की स्थापना की गई। इन नीतियों को निष्पादित करने के लिए 1954 ई. में परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) की स्थापना की गई। 1983 में गठित परमाणु ऊर्जा विनियामक बोर्ड (एईआरबी) भारत में परमाणु ऊर्जा के लिए नियामक संस्था है। नाभिकीय विज्ञान अनुसंधान बोर्ड (बीआरएनएस) के द्वारा अनुसंधान और विकास संबंधी गतिविधियां की जाती हैं।

भारत के प्रमुख परमाणु ऊर्जा संस्थानो की सूची:

परमाणु ऊर्जा संस्थान का नाम स्थान
भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र (BARC) मुम्बई (महाराष्ट्र)
इंदिरा गाँधी सेन्टर फॉर एटॉमिक रिसर्च कलपककम (तमिलनाडु)
सेन्टर फॉर एड्बान्स तकनोलॉजी इन्दौर (मध्य प्रदेश)
एटॉमिक मिनरल डिवीजन हैदराबाद (आंध्र प्रदेश)
वैरिएबल एनर्जी साइक्लोट्रॉन सेन्टर कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड जादूगोड़ा (झारखंड)
इंडिया रेअर अर्थस लिमिटेड मुम्बई (महाराष्ट्र)
इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. हैदराबाद
न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. मुम्बई (महाराष्ट्र)
इंस्टीट्यूट फॉर प्लाज्मा रिसर्च अहमदाबाद (गुजरात)
इंस्टीट्यूट ऑफ मैथेमेटिकल साइंसेस चेन्नई (तमिलनाडु)
इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स भुवनेश्वर (उड़ीसा)
साहा इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर फिजिक्स कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
 टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फन्डामेन्टल रिसर्च मुम्बई (महाराष्ट्र)

इन्हें भी पढ़े: भारत के प्रमुख शिक्षा संस्थानों के नाम और उनके स्थान की सूची

और जानिये : भारत के प्रमुख परमाणु ऊर्जा संस्थानो के नाम और उनके स्थान की सूची

भारत की प्रमुख जांच समितियाँ एवं आयोगों के नाम तथा उनके क्षेत्रों की सूची

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भारत की प्रमुख जांच समिति एवं आयोग | Committees and Commissions of India in Hindi

भारत की प्रमुख जांच समिति एवं आयोगों की सूची: (Important Committees and Commissions of India in Hindi)

यहां पर भारत की प्रमुख जांच समिति एवं आयोग के बारे में महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। सामान्यतः इस सूची से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको भारत की प्रमुख जांच समिति एवं आयोग के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

भारत की प्रमुख जांच समिति एवं आयोगों की सूची

आयोग /समति जाँच/क्षेत्र
नानावटी आयोग गोधरा कांड
लिब्राहन आयोग बाबरी मस्जिद
फुकन आयोग तहलका टेपकांड
हिटले कमीशन श्रम
जैन आयोग राजीव गाँधी हत्याकांड
हंटर आयोग जलियाँवाला बाग कांड
नरसिम्हन समिति बैंकिग सुधर
ज्ञान प्रकाश समिति चीनी घोटाला
रंगराजन समिति भुगतान संतुलन
राजा चेलैया समिति कर सुधार
ठक्कर आयोग इंदिरा गाँधी हत्याकांड
बलवंतराय मेहता समिति पंचायती राजव्यवस्था
सत्यम समिति वस्त्र नीति
नरेश चन्द्र समिति एविएशन सेक्टर
श्रीकृष्ण आयोग मुंबई दंगा ( 1993 )
सरकारिता आयोग केन्द्र – राज्य संबंध
गोइपोरिया समिति बैंकिंग सेवा सुधार
जानकी रमन समिति प्रतिभूति घोटाला

इन्हें भी पढ़े: भारत की प्रमुख स्वतंत्र संस्थाओं की सूची

और जानिये : भारत की प्रमुख जांच समितियाँ एवं आयोगों के नाम तथा उनके क्षेत्रों की सूची

मानव शरीर की कोशिका सरंचना एवं उनके मुख्य कार्यो की सूची

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शरीर की कोशिका सरंचना एवं उनके कार्य | Cell Structure and their Functions in Hindi

मानव शरीर की कोशिका सरंचना एवं उनके कार्यो की सूची: (Human Body’s Cell Structure and Their Functions in Hindi)

कोशिका किसे कहते है?

कोशिका की परिभाषा: कोशिका सजीवों के शरीर की रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है और प्राय: स्वत: जनन की सामर्थ्य रखती है। यह विभिन्न पदार्थों का वह छोटे-से-छोटा संगठित रुप है जिसमें वे सभी क्रियाएँ होती हैं जिन्हें सामूहिक रूप से हम जीवन कहतें हैं। इसकी खोज रॉबर्ट हुक ने 1665 ई. में की थी। एक ही कोशिका वाले जीवों, जैसे- जीवाणु, प्रोटोज़ोआ और यीस्ट्स, आदि को एककोशिकीय प्राणी और एक से अधिक कोशिका वाले जटिल जीवों को बहुकोशिकीय जीव कहा जाता है।

कोशिका की संरचना:

कोशिकाएँ सजीव होती हैं तथा वे सभी कार्य करती हैं, जिन्हें सजीव प्राणी करते हैं। इनका आकार अतिसूक्ष्म तथा आकृति गोलाकार, अंडाकार, स्तंभाकार, रोमकयुक्त, कशाभिकायुक्त, बहुभुजीय आदि प्रकार की होती है। ये जेली जैसी एक वस्तु द्वारा घिरी होती हैं। इस आवरण को कोशिकावरण (cell membrane) या कोशिका-झिल्ली कहते हैं यह झिल्ली अवकलीय पारगम्य (selectively permeable) होती है जिसका अर्थ है कि यह झिल्ली किसी पदार्थ (अणु या ऑयन) को मुक्त रूप से पार होने देती है, सीमित मात्रा में पार होने देती है या बिल्कुल रोक देती है। इसे कभी-कभी ‘जीवद्रव्य कला’ (plasma membrane) भी कहा जाता है। इसके भीतर निम्नलिखित संरचनाएँ पाई जाती हैं:-

  • केंद्रक एवं केंद्रिका
  • जीवद्रव्य
  • गोल्गी सम्मिश्र या गोल्गी यंत्र
  • कणाभ सूत्र
  • अंतर्प्रद्रव्य डालिका
  • गुणसूत्र (पितृसूत्र) एवं जीन
  • राइबोसोम तथा सेन्ट्रोसोम
  • लवक

कोशिका की बाहरी सतह प्लाज्मा झिल्ली होती है, जिसके अन्दर केन्द्रक द्रव्य/साइटोप्लाज्म पाया जाता है। प्लाज्मा में 90-92% जल,  1.2% अकार्बनिक लवण, 6-7% प्लाज्मा प्रोटीन और 1-2% कार्बनिक यौगिक पाये जाते है। माइटोकांड्रिया (Mitochondria), क्लोरोप्लास्ट (Chloroplasts) आदि विभिन्न कोशिकांग साइटोप्लाज्म में ही तैरते हुए पाए जाते हैं।

कोशिकीय प्रक्रियाएँ:

  • स्वत:भोजिता (Autophagy)
  • आसंजन (Adhesion)
  • जनन
  • कोशिका संगमन
  • कोशिका संकेतन (Cell signaling)
  • डीएनए पुनर्निर्माण तथा कोशिका की मृत्यु
  • चयापचय

कोशिका का विभाजन:

कोशिका के प्रत्येक विभाजन के पूर्व उसके केंद्रक का विभाजन होता है। केंद्रक विभाजन रीत्यनुसार होने वाली सुतथ्य घटना है, जिसे कई अवस्थाओं में विभाजित किया जा सकता है। ये अवस्थाएँ निम्नलिखित हैं:

  • पूर्वावस्था (Prophase)
  • मध्यावस्था (Metaphase)
  • पश्चावस्था (Anaphase)
  • अंत्यावस्था (Telophase)

पूर्वावस्था में केंद्रक के भीतर पतले पतले सूत्र दिखाई पड़ते हैं, जिनको केंद्रकसूत्र कहते हैं। ये केंद्रकसूत्र क्रमश: सर्पिलीकरण (spiralization) के कारण छोटे और मोटे हो जाते हैं। मध्यावस्था आते समय तक ये पूर्वावस्था की अपेक्षा कई गुने छोटे और मोटे हो जाते हैं। मध्यावस्था आने तक कोशिका के भीतर कुछ और महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हैं। केंद्रक का आवरण नष्ट हो जाता है और उसकी जगह एक तर्कुवत्‌ उपकरण (spindle apparatus) उत्पन्न होता है। अधिकांश प्राणियों की उन कोशिकाओं में, जिनमें विभाजन की क्षमता बनी रहती है, एक विशेष उपकरण होता है जिस सेंट्रोसोम (Centrosomo) कहते हैं और जिसके मध्य में एक कणिका होती हैं, जिसे ताराकेंद्र (Centriole) कहते हैं।

पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवों को दो वर्गों में बाँटा जा सकता है:

  1. अकोशिकीय जैव अर्थात् ऐसे जीव जिनमें कोई कोशिका नहीं पाई जाती है, जैसे- विषाणु (Virus)।
  2. कोशिकीय जीव अर्थात् ऐसे जीव जिनमें एक या एक से अधिक कोशिकाएं पाई जाती हैं

कोशिकीय प्राणियों को पुनः प्रोकैरियोटिक और यूकैरियोटिक नामक दो भागों में बाँटा जाता है।

  • प्रोकैरियोटिक जीव
  • यूकैरियोटिक जीव

प्रोकैरियोटिक जीवों की विशेषताएं निम्नलिखित है :

  1. इन जीवों में अविकसित और आदिम कोशिकाएं पाई जाती हैं।
  2. इनका आकार छोटा होता है।
  3. केन्द्रक नहीं पाया जाता है।
  4. केन्द्रक द्रव्य भी नहीं पाया जाता है।
  5. केवल एक क्रोमोसोम पाया जाता है।
  6. कोशिकांग भी कोशिका भित्ति से घिरे हुए नहीं पाए जाते हैं।
  7. कोशिका विभाजन असूत्री विभाजन द्वारा होता है।
  8. जीवाणु व नील-हरित शैवाल जैसे साइनोबैक्टीरिया  प्रोकैरियोटिक जीवों के उदाहरण हैं।

यूकैरियोटिक जीवों की विशेषताएं निम्नलिखित है :

  1. इनमें विकसित और नवीन कोशिकाएं पाई जाती हैं।
  2. इनका आकार बड़ा होता है।
  3. केन्द्रक पाया जाता है।
  4. केन्द्रक द्रव्य भी पाया जाता है।
  5. एक से अधिक क्रोमोसोम पाए जाते हैं।
  6. कोशिकांग भी कोशिका भित्ति से घिरे हुए पाए जाते हैं।
  7. कोशिका विभाजन समसूत्री विभाजन और अर्धसूत्री विभाजन द्वारा होता है।

प्लाज्मा झिल्ली के कार्य: प्लाज्मा झिल्ली कुछ पदार्थों के कोशिका के अन्दर और बाहर जाने पर नियंत्रण रखती है। अतः प्लाज्मा झिल्ली को चयनात्मक पारगम्य झिल्ली भी कहते हैं।

  • प्रसरण: अधिक सघन पदार्थ से कम सघन पदार्थ की ओर प्रवाह प्रसरण कहलाता है। यह प्रवाह तब तक होता रहता है जब तक दोनों पदार्थों की सघनता समान न हो जाये। प्रसरण की दर गैसीय पदार्थों में द्रव व तरल पदार्थों की तुलना में अधिक होती है।
  • परासरण: आंशिक रूप से पारगम्य झिल्ली के सहारे उच्च जलीय सांद्रता वाले भाग से निम्न जलीय सांद्रता वाले भाग की ओर जल का प्रवाह परासरण कहलाता है।
  • एंडोसाइटोसिस: प्लाज्मा झिल्ली के सहारे कोशिका द्वारा पदार्थों का अंतर्ग्रहण एंडोसाइटोसिस कहलाता है।
  • एक्सोसाइटोसिस: इस प्रक्रिया में पुटिका झिल्ली प्लाज्मा झिल्ली से टकराकर अपने पदार्थों को आस-पास के माध्यम में निकाल देती है। इसे ‘कोशिका वमन कहते हैं।

इन्हें भी पढे: रक्त की संरचना, अवयव, रक्त समूह के प्रकार एवं प्रमुख कार्यो की सूची

और जानिये : मानव शरीर की कोशिका सरंचना एवं उनके मुख्य कार्यो की सूची

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम वर्ष 1969 से 2017 तक

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दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम वर्ष 1969 से अब तक

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची (1969-2017) (List of Dadasaheb Phalke Award Winners Since 1969-2017 in Hindi)

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा जगत का सबसे सम्माननीय पुरस्कार है। हर वर्ष यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा उस भारतीय सिनेमा की प्रमुख हस्ती को दिया जाता है, जिसने अपने जीवन काल में भारतीय सिनेमा जगत में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। पुरस्कार का निर्धारण करने के लिये, भारतीय सिनेमा जगत के प्रख्यात व्यक्तियों की एक समिति का गठन किया जाता है।

मशहूर तेलुगु फिल्म अभिनेता कासीनाधुनी विश्वनाथ को फिल्म जगत में उत्कृष्ट योगदान के लिए साल 2016 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया है।

इन्हें भी पढे: 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2017 के विजेताओं की सूची

इस पुरस्कार को प्रदान करने की शुरुआत, दादा साहेब फाल्के की जन्म शताब्दी के अवसर पर, जिन्हें भारतीय सिनेमा का जन्मदाता माना जाता हैं, वर्ष 1969 में की गई थी। यह पुरस्कार सिनेमा जगत की उस हस्ती को प्रदान किया जाता हैं जिसने भारतीय सिनेमा के विकास, उत्थान व प्रसार में विशिष्ट योगदान दिया हो। इस पुरस्कार में स्वर्ण कमल पदक, 10 लाख रुपये व एक शाल भेंट की जाती हैं। आइये जाने वर्ष 1969 से अब तक दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों के नाम, वर्ष एवं भारतीय सिनेमा जगत में उनके योगदान के बारे में

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं की सूची:-

वर्ष विजेताओं का नाम योगदान
2016 कासीनाधुनी विश्वनाथ तेलुगु फिल्म अभिनेता और निर्देशक
2015 मनोज कुमार अभिनेता एवं फ़िल्म निर्माता-निर्देशक
2014 शशि कपूर अभिनेता
2013 गुलजार कवि, फ़िल्म निर्माता
2012 प्राण किशन शिकंद अभिनेता
2011 सौमित्र चटर्जी अभिनेता
2010 के. बालचन्द्र निर्देशक
2009 डी. रामा नायडू फ़िल्म निर्माता
2008 वी. के. मूर्ति छायाकार
2007 मन्ना डे गायक
2006 श्याम बेनेगल निर्देशक
2005 ब्रिज भूषण चतुर्वेदी निर्देशक
2004 अदूर गोपाल क्रिषनन निर्देशक
2003 म्रणाल सेन निर्देशक
2002 देव आनंद निर्देशक, फ़िल्म निर्माता, अभिनेता
2001 यश चोपडा निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
2000 आशा भोंसले गायिका
1999 ॠषिकेष मुखर्जी निर्देशक
1998 रवि चोपडा निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
1997 कवि प्रदीप गीतकार
1996 शिवाजी गणेशन अभिनेता
1995 डाँ राजकुमार अभिनेता
1994 दिलीप कुमार (युसूफ खान) अभिनेता
1993 मजरुह सुल्तानपुरी गीतकार
1992 डाँ भुपेन हजारिका निर्देशक
1991 बालचन्द्र गोविन्द पेंधकर निर्देशक, फ़िल्म निर्माता, पटकथा लेखक
1990 अक्किनेनी नागेश्वर राव अभिनेता
1989 लता मंगेशकर गायिका
1988 अशोक कुमार अभिनेता
1987 राजकपूर अभिनेता, निर्देशक
1986 बी. नाग रेड्डी फ़िल्म निर्माता
1985 वी. शांताराम निर्देशक, फ़िल्म निर्माता, अभिनेता
1984 सत्यजीत रे निर्देशक
1983 दूर्गा खोटे अभिनेत्री
1982 एल वी प्रसाद अभिनेता, निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
1981 नौशाद अली संगीत निर्देशक
1980 पी. जयराज अभिनेता, निर्देशक
1979 शोहराब मोदी अभिनेता, निर्देशक, फ़िल्म निर्माता
1978 राय चन्द्र बोरल संगीत निर्देशक, निर्देशक
1977 नितिन बोस छायाकार, निर्देशक, पटकथा लेखक
1976 कनन देवी अभिनेत्री
1975 धीरेन गांगुली अभिनेता, निर्देशक
1974 बी एन रेड्डी निर्देशक
1973 सुलोचना (रुबी मय्यर्स) अभिनेत्री
1972 पंकज मलिक संगीत निर्देशक
1971 प्रथ्वीराज कपूर (मरणोपरान्त) अभिनेता
1970 बिरेन्द्रनाथ सरकार फ़िल्म निर्माता
1969 देविका रानी अभिनेत्री

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

  • वर्ष 1969 में पहला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था।
  • यह पुरस्कार वर्ष के अंत में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों के साथ दिया जाता है। लेकिन वर्ष 2006 में बंबई हाई कोर्ट ने फ़िल्म महोत्सव निदेशालय को निर्देश दिया कि वह इस सम्मान के लिए बिना सेंसर की हुई फ़िल्मों पर ही विचार करे। इसे फ़िल्म महोत्सव निदेशालय ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी और सर्वोच्च न्यायालय का फैसला फ़िल्म महोत्सव निदेशालय के पक्ष में रहा। अदालती फैसले में देरी के कारण उस वर्ष के पुरस्कार की घोषणा वर्ष 2008 के मध्य में की गई।
  • 2007 के पुरस्कार की घोषणा सिंतबर, 2009 में हुई और इसी तरह वर्ष 2008 के पुरस्कार की 19 जनवरी, 2010 को तथा वर्ष 2009 के पुरस्कार की घोषणा 9 सितंबर, 2010 को हुई।
  • इस पुरस्कार में भारत सरकार की ओर से दस लाख रुपये नकद, स्वर्ण कमल और शॉल प्रदान किया जाता है।
  • वर्ष 2008 का ‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार’ कर्नाटक के वी.के. मूर्ति को प्रदान किया गया था, जो इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाने वाले पहले सिनेमैटोग्राफर थे।
  • ‘दादा साहेब फाल्के अकेडमी’ के द्वारा भी दादा साहेब फाल्के के नाम पर तीन पुरस्कार भी दिए जाते हैं, जो हैं – फाल्के रत्न अवार्ड, फाल्के कल्पतरु अवार्ड और दादा साहेब फाल्के अकेडमी अवार्ड्स।

और जानिये : दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं के नाम वर्ष 1969 से 2017 तक

भारत में सबसे बड़ा,छोटा,लम्बा,ऊँचा से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान सूची

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भारत में सर्वाधिक बड़ा,छोटा,लम्बा,ऊँचा से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान

भारत में सर्वाधिक बड़ा, छोटा, लम्बा एवं ऊँचा: (Largest, Smallest, Highest, Tallest, Longest in India in Hindi)

भारत में सर्वाधिक बड़ा, छोटा, लम्बा एवं ऊँचा: यहां पर भारत में सर्वाधिक बड़ा, छोटा, लम्बा एवं ऊँचा की सूची दी गई हैं। सामान्यतः भारत में सर्वाधिक बड़ा, छोटा, लम्बा एवं ऊँचा से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको भारत में सर्वाधिक बड़ा, छोटा, लम्बा एवं ऊँचा के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

इन्हें भी पढे: विश्व में सर्वाधिक बड़ा, छोटा, लम्बा एवं  ऊँचा

आइये पढ़े भारत में सबसे बड़ा/छोटा/लम्बा/ऊँचे के बारे में:-

सबसे बड़ा,छोटा,लम्बा,ऊँचा नाम
भारत का सबसे बड़ा शहर दिल्ली (जनसंख्या के आधार पर)
भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म गोरखपुर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म (उत्तर प्रदेश)
एक ही राज्य में बहने वाली सबसे बड़ी नदी लूनी नदी
डेल्टा न बनाने वाली सबसे बड़ी नदी नर्मदा नदी
पश्चिम की ओर बहने वाली सबसे लम्बी नदी नर्मदा नदी
प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लम्बी नदी गोदावरी
भारत की सबसे लम्बी नदी गंगा
भारत में सबसे लम्बी सहायक नदी यमुना नदी
भारत से होकर गुजरने वाली सबसे लम्बी नदी ब्रहापुत्र
मरुभूमि से होकर बहने वाली सबसे लम्बी नदी लूनी नदी
सबसे अधिक मार्ग परिवर्तन करने वाली नदी कोसी नदी
सबसे अधिक वनों वाला राज्य मध्य प्रदेश
सबसे ऊँचा झरना जोग या गरसोप्पा (कर्नाटक)
सबसे ऊँचा टी. वी. टावर पीतमपुरा (235 मी०, नई दिल्ली)
सबसे ऊँचा दरवाजा बुलंद दरवाजा (फतेहपुर सिकरी)
सबसे ऊँचा बाँध भाखड़ा बाँध (सतलज नदी)
सबसे ऊँचा हवाई पत्तन लेह पत्तन (लद्दाख)
सबसे ऊँचा हवाई मैदान चुशूल (लद्दाख)
सबसे ऊँची झील देवताल झील (गढ़वाल हिमालय)
सबसे ऊँची पर्वत चोटी काराकोरम (K2)
सबसे ऊँची मीनार कुतुबमीनार (दिल्ली)
सबसे ऊँची मूर्ति गोमतेश्वर की मूर्ति (कर्नाटक)
सबसे बड़ा अजायबघर कोलकाता अजायबघर
सबसे बड़ा कोरीडोर रामेश्वरम्
सबसे बड़ा गुफा मंदिर कैलाश मंदिर, ऐलोरा
सबसे बड़ा गुम्बज गोल गुम्बज (बीजापुर
सबसे बड़ा चर्च सेंट – कैथेड्रल (गोवा)
सबसे बड़ा चिड़ियाघर जुलोजिकल गार्डेन (कोलकाता)
सबसे बड़ा डेल्टा सुंदरवन
सबसे बड़ा तारामंडल बिड़ला प्लैनेटोरियम (कोलकाता)
सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली (ब्रहापुत्र नदी, असम)
सबसे बड़ा पशुओं का मेला सोनपुर (बिहार)
सबसे बड़ा रेगिस्तान थार (राजस्थान)
सबसे बड़ा लीवर पुल हावड़ा ब्रिज (कोलकाता)
सबसे बड़ी कृत्रिम झील गोविन्द सागर (भाखड़ा नांगल)
सबसे बड़ी झील वूलर झील (कश्मीर)
सबसे बड़ी मस्जिद जामा मस्जिद (दिल्ली)
सबसे लम्बा नदी सड़क पुल महात्मा गाँधी सेतु (पटना)
सबसे लम्बा बाँध हीराकुंड बाँध (महानदी)
सबसे लम्बा रेलमार्ग कन्याकुमारी से जम्मूतवी (3, 726 किमी.)
सबसे लम्बा समुद्र तट मैरिना बीच (चेन्नई)
सबसे लम्बी तटरेखा वाला प्रायद्वीपीय राज्य आंध्र प्रदेश
सबसे लम्बी तटरेखा वाला राज्य गुजरात
सबसे लम्बी नहर इंदिरा गाँधी नहर (राजस्थान)
सबसे लम्बी सुरंग जवाहर सुरंग (जम्मू कश्मीर)
सबसे लम्बी सड़क ग्रांड ट्रंक रोड
सर्वाधिक वर्षा का स्थान मासिनराम (मेघालय)

और जानिये : भारत में सबसे बड़ा,छोटा,लम्बा,ऊँचा से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान सूची


जैव विविधता/पर्यावरण/ वन्यजीव संरक्षण से संबंधित सम्मेलन व परियोजनाऐं

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जैव विविधता/पर्यावरण/ वन्यजीव संरक्षण से संबंधित सम्मेलन व परियोजनाऐं

जैव विविधता/पर्यावरण/वन्यजीव संरक्षण से संबंधित सम्मेलन व परियोजनाऐं: (List of Biodiversity Environment Wildlife Conservation and Conferences in Hindi)

भारत में पर्यावरण संरक्षण का इतिहास बहुत पुराना है। भारतीय मनीषियों ने समूची प्रकृति ही क्या, सभी प्राकृतिक शक्तियों को देवता स्वरूप माना। ऊर्जा के स्त्रोत सूर्य को देवता माना तथा उसको ‘सूर्य देवो भव’ कहकर पुकारा। भारतीय संस्कृति में जल को भी देवता माना गया है। भारतीय संस्कृति में केला, पीपल, तुलसी, बरगद, आम आदि पेड पौधों की पूजा की जाती रही है। मध्यकालीन एवं मुगलकालीन भारत में भी पर्यावरण प्रेम बना रहा। अंग्रेजों ने भारत में अपने आर्थिक लाभ के कारण पर्यावरण को नष्ट करने का कार्य प्रारंभ किया। स्वतंत्र भारत के लोगों में पश्चिमी प्रभाव, औद्योगीकरण तथा जनसंख्या विस्फोट के परिणामस्वरूप तृष्णा जाग गई जिसने देश में विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों को जन्म दिया।

स्वतंत्र भारत में पर्यावरण नीतियां तथा कानून:

भारतीय संविधान जिसे 1950 में लागू किया गया था परन्तु सीधे तौर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रावधानों से नहीं जुड़ा था। सन् 1972 के स्टॉकहोम सम्मेलन ने भारत सरकार का ध्यान पर्यावरण संरक्षण की ओर खिंचा। सरकार ने 1976 में संविधान में संशोधन कर दो महत्त्वपूर्ण अनुच्छेद 48 ए तथा 51 ए (जी) जोड़ें। अनुच्छेद 48 ए राज्य सरकार को निर्देश देता है कि वह ‘पर्यावरण की सुरक्षा और उसमें सुधार सुनिश्चित करे, तथा देश के वनों तथा वन्यजीवन की रक्षा करे’। अनुच्छेद 51 ए (जी) नागरिकों को कर्तव्य प्रदान करता है कि वे ‘प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा करे तथा उसका संवर्धन करे और सभी जीवधारियों के प्रति दयालु रहे’। स्वतंत्रता के पश्चात बढते औद्योगिकरण, शहरीकरण तथा जनसंख्या वृद्धि से पर्यावरण की गुणवत्ता में निरंतर कमी आती गई। पर्यावरण की गुणवत्ता की इस कमी में प्रभावी नियंत्रण व प्रदूषण के परिप्रेक्ष्य में सरकार ने समय-समय पर अनेक कानून व नियम बनाए। इनमें से अधिकांश का मुख्य आधार प्रदूषण नियंत्रण व निवारण था।

पर्यावरणीय कानून व नियम निम्नलिखित हैं:

  • जलु प्रदूषण संबंधी-कानून
  • रीवर बोडर्स एक्ट, 1956
  • जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण ) अधिनियम, 1974
  • जल उपकर (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण ) अधिनियम, 1977
  • पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986
  • वायु प्रदूषण संबंधी कानून
  • फैक्ट्रीज एक्ट, 1948
  • इनफ्लेमेबल्स सबस्टा<सेज एक्ट, 1952
  • वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण ) अधिनियम, 1981
  • पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986
  • भूमि प्रदूषण संबंधी कानून
  • फैक्ट्रीज एक्ट, 1948
  • इण्डस्ट्रीज (डेवलपमेंट एंड रेगुलेशन) अधिनियम, 1951
  • इनसेक्टीसाइडस एक्ट, 1968
  • अर्बन लैण्ड (सीलिंग एण्ड  रेगयुलेशन) एक्ट, 1976
  • वन तथा वन्यजीव संबंधी कानून
  • फोरेस्टस कंजरवेशन एक्ट, 1960
  • वाइल्ड लाईफ प्रोटेक्शन एक्ट, 1972
  • फोरेस्ट (कनजरवेशन) एक्ट, 1980
  • वाइल्ड लाईफ (प्रोटेक्शन) एक्ट, 1995
  • जैव-विविधता अधिनियम, 2002

पर्यावरण सम्बन्धी महत्वपूर्ण समझौते/सम्मेलन:

प्रोजेक्ट वर्ष/स्थान
स्टाकहोम समझौता 1972
हेलसिंकी सम्मेलन 1974
लन्दन सम्मेलन 1975
बर्टलैण्ड रिपोर्ट 1987
आधारी समझौता 1989
पृथ्वी सम्मेलन (रियो डी जेनेरियो सम्मेलन) 1992
जोहान्सबर्ग सम्मेलन 2002
वेलाजियो घोषणा पत्र 2002
स्टाकहोम सम्मेलन 2004
नई दिल्ली सम्मेलन 2008
रियो प्लस ट्वेंटी सम्मेलन 2012
वारसा सम्मेलन, कोप-19 2013
लीमा सम्मेलन कॉप-20 2014
जैव-विविधता सम्बन्धी सम्मेलन
विश्व विरासत संधि 1972
रामसर समझौता 1975
जैव-विविधता संधि 1992
कार्टाजेना प्रोटोकॉल 2000
नागोया प्रोटोकॉल 2010
कोप-11 2012
कोप-12 2014
वन्य जीव संरक्षण परियोजनाएं
हंगुल परियोजना 1970
कस्तूरी मृग परियोजना 1972
बाघ परियोजना 1973
गिर सिंह परियोजना 1973
घड़ियाल प्रजनन परियोजना 1975
गैंडा परियोजना 1987
हाथी परियोजना 1992
लाल पांडा परियोजना 1996
गिद्ध संरक्षण परियोजना 2006
कछुआ संरक्षण परियोजना 2008

और जानिये : जैव विविधता/पर्यावरण/ वन्यजीव संरक्षण से संबंधित सम्मेलन व परियोजनाऐं

तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 2014 से 2017)

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तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों की सूची (2014-2017) | Chief Ministers of Telangana in Hindi

तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों की सूची (2014-2017): (Chief Ministers of Telangana in Hindi)

तेलंगाना:

तेलंगाना भारत के आन्ध्र प्रदेश राज्य से अलग होकर बनने वाला 29वाँ राज्य है। तेलंगाना राज्य का 02 जून 2014 को जन्म हुआ। हैदराबाद को दस साल के लिए तेलंगाना और आन्ध्र प्रदेश की संयुक्त राजधानी बनाया गया है। यह परतन्त्र भारत के हैदराबाद नामक राजवाडे के तेलुगू भाषी क्षेत्रों से मिलकर बना है। ‘तेलंगाना’ शब्द का अर्थ है – ‘तेलुगूभाषियों की भूमि’। गौरतलब है कि 1,14,800 वर्ग किलोमीटर में फैले तेलंगाना में आंध्र प्रदेश के 23 ज़िलों में से 10 ज़िले हैदराबाद, रंगारेड्डी, मेदक, नलगोंडा, महबूबनगर, वारंगल, करीमनगर, निज़ामाबाद , आदिलाबाद और खम्मम आते हैं।

आंध्र प्रदेश की 294 में से 119 विधानसभा क्षेत्र और 17 लोकसभा क्षेत्र भी इसी में आते हैं। क़रीब 3.5 करोड़ आबादी वाले तेलंगाना की भाषा तेलुगु और दक्कनी उर्दू है। तेलंगाना को एक अलग राज्य बनाने की मांग काफ़ी पहले से ही की जाती रही थी और इसके लिए आंदोलन भी किया जाता रहा।

तेलंगाना का इतिहास एवं सामान्य ज्ञान:

तेलंगाना मूल रूप से निज़ाम की हैदराबाद रियासत का हिस्सा था। 1948 में भारत ने निज़ाम की रियासत का अंत कर दिया और हैदराबाद राज्य का गठन किया गया। 1956 में हैदराबाद का हिस्सा रहे तेलंगाना को नवगठित आंध्र प्रदेश में मिला दिया गया। निज़ाम के शासनाधीन रहे कुछ हिस्से कर्नाटक और महाराष्ट्र में मिला दिए गए। भाषा के आधार पर गठित होने वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्य था।

तेलंगाना को एक अलग राज्य बनाने की बहुत सालों की कोशिशों और आंदोलन के बाद 02 जून 2014 को नया राज्य् स्थापित हुआ है।

धर्म और भाषा:

तेलंगाना की आबादी 84% हिन्दू, 12.4% मुस्लिम और 3.2% सिक्ख, ईसाई और अन्य धर्म के अनुयायी हैं। तेलंगाना की 76% लोग तेलगु बोलते हैं। 12% लोग उर्दू तथा 12% लोग अन्य भाषाएं बोलते हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री:

तेलंगाना के प्रथम और वर्तमान मुख्यमंत्री श्री कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव हैं। श्री कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव ने 02 जून 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तेलंगाना के प्रथम राज्यपाल ई॰एस॰एल नरसिम्हन हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों की सूची 2014 से अब तक:

मुख्यमंत्री का नाम पदमुक्ति पदमुक्ति दल/राजनीतिक पार्टी
कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव 02 जून 2014 वर्तमान तेलंगाना राष्ट्र समिति

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

और जानिये : तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 2014 से 2017)

दिल्ली सल्तनत काल के प्रमुख राजवंश, शासकों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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दिल्ली सल्तनत का इतिहास,प्रमुख राजवंश एवं शासकों की सूची | Delhi Saltnat History in Hindi

दिल्ली सल्तनत काल के प्रमुख राजवंश एवं शासकों की सूची:

दिल्ली सल्तनत काल का इतिहास:

दिल्ली सल्तनत (1210 से 1526 तक) भारत पर शासन करने वाले 5 वंश के सुल्तानों के शासनकाल को कहा जाता है। दिल्ली सल्तनत पर राज पाँच वंशों में चार वंश मूल रूप तुर्क थे जबकि अंतिम वंश अफगान था। ये पाँच वंश गुलाम वंश (1206-1290), ख़िलजी वंश (1290- 1320), तुग़लक़ वंश (1320-1423), सैय्यद वंश (1424-1452), तथा लोदी वंश (1452-1526) हैं।

मोहम्मद ग़ौरी का गुलाम कुतुब-उद-दीन ऐबक इस वंश का पहला सुल्तान था। ऐबक का साम्राज्य पूरे उत्तर भारत तक फैला था। इसके बाद ख़िलजी वंश ने मध्य भारत पर कब्ज़ा किया परन्तु भारतीय उपमहाद्वीप को संगठित करने में असफल रहा।

इस सल्तनत ने न केवल बहुत से दक्षिण एशिया के मंदिरों का विनाश किया साथ ही अपवित्र भी किया, पर इसने भारतीय-इस्लामिक वास्तुकला के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिल्ली सल्तनत मुस्लिम इतिहास के कुछ कालखंडों में है जहां किसी महिला ने सत्ता संभाली। 1526 में मुगल सल्तनत द्वारा इस इस साम्राज्य का अंत हुआ।

गुलाम वंश के शासक एवं उनका शासनकाल:

गुलाम वंश के शासक शासनकाल
कुतुबुद्दीन ऐबक 1206 -1210
आरामशाह 1210
इल्तुतमिस 1210 – 1236
रुकनुद्दीन 1236
रजिया 1236 – 1240
बहरामशाह 1240 – 1242
मसूदशाह 1242 – 1246
नसीरुद्दीन महमूद 1246 – 1266
ग्यासुद्दीन बलबन 1266 – 1287
कैकुबाद 1287 – 1290

गुलाम वंश के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

  • गुलाम वंश का संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक था, वह मोहम्मद गौरी का गुलाम था।
  • कुतुबुद्दीन ऐबक को उसकी उदारता के लिए लाख बख्श ( लाखो दान करने वाला ) कहा जाता था ।
  • कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने सूफी संत ‘शेख ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी‘ की याद में प्रारंभ कराया था जिसे बाद में इल्तुतमिस ने पूर्ण कराया।
  • कुतुबुद्दीन ऐबक ने अजमेर में अढाई दिन का झोपडा नामक मस्जिद का निर्माण कराया था।
  • कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु चोगम खेलते समय घोड़े से गिरने से हुई थी।
  • इल्तुतमिस ने अपनी राजधानी लाहौर से दिल्ली स्थानांतरित किया।
  • इल्तुतमिस ने कुतुबमीनार की ऊपर की दो मंजिल का निर्माण पूर्ण कराया था।
  • इल्तुतमिस ने 40 गुलाम सरदारों का संगठन बनाया था जिसे ‘तुर्कान-ए-चिहलगानी’ कहा गया।
  • रजिया दिल्ली की के सिंहासन पर बैठने वाली पहली महिला सुल्तान थी।
  • रजिया सुल्तान का विवाह अल्तुनिया से हुआ था।
  • नसीरुद्दीन मुहम्मद ऐसा सुल्तान था जो अपनी रोजी रोटी कुरान की नकल करके बेचकर एवं टोपी सीकर चलाता है।
  • ग्यासुद्दीन बलवन दिल्ली सल्तनत का क्रूर शासक था उससे अपने विरोधियों के साथ ‘लोह एवं रक्त’ की नीति अपनाई।
  • बलवन ने सिजदा प्रथा ( झुककर नमस्कार ) एवं पाबौस प्रथा ( सुल्तान के पांव छूना ) प्रारंभ किया। तथा फारसी परम्परा का ‘नवरोज उत्सव’ आरंभ किया।

खिलजी वंश के शासक एवं उनका शासनकाल:

खिलजी वंश के शासक शासनकाल
जलालुद्दीन फिरोज खिलजी 1290-1296
अलाउद्दीन खिलजी 1296- 1316
कुतुबुद्दीन मुबारक शाह 1316- 1320
नासिरुद्दीन खुसरो शाह 1320

ख़िलजी वंश के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

  • गुलाम वंश के अंतिम शासक को मारकर जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने खिलजी वंश की स्थापना की।
  • फिरोज खिलजी की हत्या उसके भतीजे व दमाद अलाउद्दीन खिलजी ने की।
  • अलाउद्दीन खिलजी ने अपनी सफलता से प्रोत्साहित होकर ‘सिकंदर – ए – सानी’ या सिकंदर द्वितीय की उपाधि धारण कर लिया था।
  • अलाउद्दीन खिलजी द्वारा जजिया कर ( गैर मुस्लिम से ), जकात कर ( धार्मिक कर सम्पत्ति का 40 वा हिस्सा ) एवं आवास और चराईं कर भी लिया जाता था।
  • अलाउद्दीन ने बाजार नियंत्रण के लिए दीवान- ए-रियासत नामक अधिकारी नियुक्त किया।
  • अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु के बाद मलिक काफूर नामक हिजडे ने 6 वर्षीय बालक शहाबुद्दीन उमर को गद्दी पर बैठाया।
  • मलिक काफूर ने सत्ता के लालच में शहावुद्दीन को अंधा करवा कर स्वयं शासन करने लगा ।
  • मलिक काफूर सत्ता का सुख मात्र 35 दिन तक ही भोग सका,  मुबारक शाह खिलजी ने उसकी हत्या करवा दिया।
  • कुतुबुद्दीन मुबारक शाह सुल्तान बनने के बाद आलस्य, विलासिता, वासना आदि दुर्गुणों का शिकार हो गया।
  • मुबारक शाह नग्न स्त्री पुरुष के साथ दरबार में आता था एवं कभी कभी स्वयं नग्न होकर दरबार में दौड़ता था।
  • खुसरो शाह हिन्दू धर्म परिवर्तित करके मुसलमान बना था तथा उसने स्वयं ‘पैगंबर का सेनापति’ की उपाधि धारण की।
  • गाजी मलिक तुगलक ने खुसरो को युद्ध में परास्त कर तुगलक वंश की स्थापना की।

इन्हे भी पढ़े: भारतीय इतिहास के प्रमुख राजवंशो की सूची

तुगलक वंश के शासक एवं उनका शासनकाल:

तुगलक वंश के शासक शासनकाल
ग्यासुद्दीन तुगलक शाह 1320 – 1325
मुहम्मद बिन तुगलक 1325- 1351
फिरोज तुगलक 1351- 1388
ग्यासुद्दीन तुगलक द्वितीय 1388 – 1389
अबू वक्र 1389
नसीरुद्दीन मुहम्मद शाह 1390 – 1394
अलाउद्दीन सिकंदर शाह 1394
नसीरुद्दीन महमूदशाह 1394 – 1414

तुगलक वंश के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

  • तुगलक वंश के संस्थापक ग्यासुद्दीन तुगलक ने अपने नाम के साथ गाजी ( काफिरों का धातक ) शब्द का प्रयोग किया था।
  • ग्यासुद्दीन तुगलक ने सिंचाई के लिए कुंओं व नहरों का निर्माण करवाया। संभवतः यह पहला सुल्तान था जिसने नहरों का निर्माण कराया।
  • ग्यासुद्दीन तुगलक की मृत्यु के बाद उसका पुत्र जौना खां मुहम्मद बिन तुगलक गद्दी पर बैठा।
  • मुहम्मद बिन तुगलक दिल्ली के सभी सुल्तानो मे सबसे ज्यादा शिक्षित तथा विद्वान था।
  • मुहम्मद बिन तुगलक ने शासन चलाने के विभिन्न विवादास्पद नीतियों बनाईं जो असफल रही।
  • मुहम्मद बिन तुगलक की प्रमुख असफल नीतियां – 1. दोआब क्षेत्र में कर की वृद्धि, 2.राजधानी परिवर्तन दिल्ली से देवगिरी, 3.सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन, 4. खुरासान एवं कराचिल का अभियान।
  • मुहम्मद बिन तुगलक के काल में ही हरिहर एवं बुक्का नामक दो भाइयों ने विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की थी।
  • अफ्रिकी यात्री इब्नबतूता मुहम्मद बिन तुगलक के काल में भारत आया था।
  • मुहम्मद बिन तुगलक की मृत्यु पर इतिहासकार बदायूनी ने लिखा – ‘राजा को अपनी प्रजा से और प्रजा को अपने राजा से मुक्ति मिल गई’।
  • फिरोजशाह तुगलक ने अपने शासन काल में 24 कष्टदायक करों को समाप्त कर केवल चार कर खराच ( लगान ) , खुम्स ( युद्ध में लूट का माल ) , जजिया , जकात वसूल किए।
  • फिरोजशाह तुगलक ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगाने वाला पहला सुल्तान था ।
  • फिरोजशाह तुगलक ने खिज्राबाद ( टोपरा ) एवं मेरठ से अशोक स्तंभ को लाकर दिल्ली में स्थापित कराया।
  • फिरोजशाह तुगलक ने जाजनगर ( उड़ीसा ) के शासक भानुदेव को हराया तथा जगन्नाथ मंदिर को ध्वस्त किया ।
  • फिरोजशाह ने नगरकोट स्थित ज्वालामुखी मंदिर को ध्वस्त कर 1300 ग्रंथों लूटकर कुछ का फारसी अनुवाद करवाया जिसे दलायते – फिरोजशाही नाम दिया।
  • फिरोजशाह तुगलक ने अपनी आत्मकथा ‘फतूहात -ए – फिरोजशाही’ लिखी थी।
  • तुगलक वंश का अंतिम शासक नसीरुद्दीन महमूद शाह था
  • नसीरुद्दीन महमूद शाह शासन काल में तैमूरलंग ने दिल्ली में आक्रमण किया था।

सैय्यद वंश के शासक एवं उनका शासनकाल:

सैय्यद वंश के शासक शासनकाल
खिज्र खां 1414- 1421
मुबारक खां 1421- 1434
मुहम्मद शाह 1434- 1445
अलाउद्दीन आलमशाह 1445 – 1450

सैय्यद वंश के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

  • सैय्यद वंश का संस्थापक खिज्र खां ने सुल्तान की उपाधि ग्रहण नहीं की वह ‘रैयत- ए – आला’ के नाम से संतुष्ट रहा।
  • खिज्र खां की मृत्यु के बाद उसका पुत्र मुबारक खां गद्दी पर बैठा तथा शाह उपाधि धारण की।
  • मुबारक शाह के दरबार में प्रसिद्ध लेखक सरहिन्दी था जिसने ‘तारीख – ए – मुबारक शाही’ लिखी थी।
  • यमुना के तट पर मुबारक शाह ने मुबारकबाद नामक एक नगर बसाया था।

लोदी वंश के शासक एवं उनका शासनकाल:

लोदी वंश के शासक शासनकाल
बहलोल लोदी 1451 – 1489
सिकंदर लोदी 1489 – 1517
इब्राहिम लोदी 1517 – 1526

लोदी वंश के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य:

  • बहलोल लोदी दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाला पहला अफगान शासक था। उसने ‘बहलोल शाह गाजी’ नामक उपाधि धारण की।
  • बहलोल लोदी का पुत्र निजाम खां ‘सुल्तान सिकंदर शाह लोदी’ उपाधि के साथ गद्दी पर बैठा।
  • सिकंदर लोदी ने 1504 ई. में आगरा शहर की स्थापना की तथा उसे अपनी राजधानी बनाया।
  • सिकंदर शाह लोदी द्वारा माप का एक पैमाना ‘ गज-ए-सिकंदरी’ प्रचलित कराया।
  • सिकंदर लोदी ने ज्वालामुखी मंदिर की मूर्तियों तुडवाकर कसाइयों को मांस तौलने के लिए दे दिया था।
  • सिकंदर लोदी के आदेश पर संस्कृत ग्रंथ ‘ आयुर्वेद ‘ का फारसी अनुवाद ‘ फरहंगे – सिकंदरी ‘ नाम से किया गया।
  • गले के कैंसर से सिकंदर लोदी की मृत्यु होने के बाद उसका पुत्र इब्राहिम लोदी गद्दी पर बैठा।
  • इब्राहिम लोदी के चाचा आलम खां तथा पंजाब के शासक दौलत खां लोदी ने काबुल के शासक बाबर को दिल्ली पर आक्रमण का निमंत्रण दिया था
  • बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच 21 अप्रैल 1526 में पानीपथ का प्रथम युद्ध हुआ जिसमें इब्राहिम लोदी बुरी तरह हार गया
  • इब्राहिम लोदी उसी युद्ध में मारा गया और दिल्ली के सल्तनत काल का अंत हो गया।
  • बाबर ने इब्राहिम लोदी को मारकर दिल्ली में मुगल साम्राज्य की स्थापना की।

और जानिये : दिल्ली सल्तनत काल के प्रमुख राजवंश, शासकों के नाम एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

विश्व के प्रमुख मरुस्थलो (रेगिस्तानों) के नाम और उनके स्थान की सूची

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विश्व के प्रमुख मरुस्थल (रेगिस्तानों) की सूची | Major Deserts of the World in Hindi

विश्व के प्रमुख मरुस्थलो के नाम और उनके स्थान की सूची: (List of World’s Desert Names and their places in Hindi)

मरुस्थल या रेगिस्तान किसे कहते है?

मरुस्थल या रेगिस्तान ऐसे भौगोलिक क्षेत्रों को कहा जाता है जहां जलपात (वर्षा तथा हिमपात का योग) अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा काफी कम होती है। प्राय: (गलती से) रेतीले रेगिस्तानी मैदानों को मरुस्थल कहा जाता है जोकि गलत है। यह बात और है कि भारत में सबसे कम वर्षा वाला क्षेत्र (थार) एक रेतीला मैदान है। मरूस्थल (कम वर्षा वाला क्षेत्र) का रेतीला होना आवश्यक नहीं। मरुस्थल का गर्म होना भी आवश्यक नहीं है। अंटार्कटिक, जोकि बर्फ से ढका प्रदेश है, विश्व का सबसे बड़ा मरुस्थल है। विश्व के अन्य देशों में कई ऐसे मरुस्थल हैं जो रेतीले नहीं है।

मरुस्थल के प्रकार:
मरुस्थलों को वर्षा, औसत तापमान, साल में बिना वर्षा (या हिमपात) के दिनों की संख्या इत्यादि के आधार पर बांटा जा सकता है। भारत का थार मरुस्थल एक ऊष्ण कटिबंधीय मरुस्थल है जिसके कारण ही यह रेतीला भी है।

जलपात की दृष्टि से:
वर्षा तथा हिमपात के कुल को जलपात कहते हैं। यदि किसी क्षेत्र का जलपात 200 मिलिमीटर से भी कम हो तो वह एक प्रकार का प्रदेश है। इसी प्रकार 250-500 मिलिमीटर तक के क्षेत्र को अलग वर्ग में रखा जा सकता है। इसी प्रकार अन्य क्षेत्र भी वर्गीकृत किए जा सकते हैं।

तापमान की दृष्टि से:
इन क्षेत्रों को तापमान की दृष्टि से भी वर्गीकृत किया जा सकता है।

  • उष्ण कटिबंधीय मरुस्थल
  • उपोष्ण कटिबेधीय मरुस्थल
  • शीत कटिबंधीय मरुस्थल

विश्व के प्रमुख मरुस्थलो की सूची:

नाम देश क्षेत्रफल (किमी.)
सहारा मरुस्थल उत्तरी अफ्रीका 90,65,000
लिबयान मरुस्थल उत्तरी अफ्रीका 16,83,500
आस्ट्रेलियन मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया 15,54,000
ग्रेट विक्टोरिया मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया 3,38,000
अटाकामा मरुस्थल उत्तरी चिली 1,80,000
पेंटागोनियन मरुस्थल अर्जेंटीना 6,73,000
सीरियन मरुस्थल अरब 3,23,800
अरब रेगिस्तान मरुस्थल अरब 2,30,00,00
गोबी मरुस्थल मंगोलिया 10,36,000
रब आल खाली मरुस्थल अरब 6,47,500
कालाहारी मरुस्थल बोत्स्वाना 5,18,000
ग्रेट सेंडी मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया 3,40,000
ताकला माकन मरुस्थल चीन 3,27,000
अरुनता मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया 310800
कराकुम मरुस्थल दक्षिण-पश्चिमी तुर्किस्तान 2,97,900
नूबियन मरुस्थल उत्तरी अफ्रीका 2,59,000
थार मरुस्थल उत्तरी-पश्चिमी भारत 2,59,000
किजिलकुल मरुस्थल मध्य तुर्किस्तान 2,33,100
तनामी मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया 37,500
नेगेव मरुस्थल इजराइल 12,170
मोजावे मरुस्थल अमेरिका  –
दि ग्रेट बेसिन मरुस्थल अमेरिका 4,09,000
नामीब मरुस्थल नामीबिया 1,35,000
डेथ वैली मरुस्थल पूर्वी कैलिफ़ोर्निया  –
चिहोहुआ मरुस्थल उत्तरी अमेरिका 5,18,000
सिम्पसन मरुस्थल ऑस्ट्रेलिया 170,000
गिब्सन मरुस्थल पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया 156,000
मंगोलिया मरुस्थल एशिया व रुस के बीच 10,00,000
नूबियन मरुभूमि सूडान  –
मोजेव मरुस्थल संयुक्त राज्य अमेरिका  –
कालाहारी रेगिस्तान दक्षिणी-पश्चिमी अफ्रीका 90,00,000
अटाकामा मरुस्थल चिली 1,05,000
रूब-अल-खाली मरुस्थल  सऊदी अरब  –
सोनोरान मरुस्थल मैक्सिको  –

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राष्ट्रकूट राजवंश (साम्राज्य) का इतिहास एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

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राष्ट्रकूट वंश का इतिहास एवं महत्वपूर्ण तथ्य- Rashtrakuta Dynasty History in Hindi

राष्ट्रकूट राजवंश का इतिहास एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची: (Rashtrakuta Dynasty History and Important Facts in Hindi)

राष्ट्रकूट राजवंश:

राष्ट्रकूट वंश का आरम्भ ‘दन्तिदुर्ग’ से लगभग 736 ई. में हुआ था। उसने नासिक को अपनी राजधानी बनाया। इसके उपरान्त इन शासकों ने मान्यखेत, (आधुनिक मालखंड) को अपनी राजधानी बनाया। राष्ट्रकूटों ने 736 ई. से 973 ई. तक राज्य किया।

राष्ट्रकूट राजवंश का इतिहास:

राष्ट्रकूट राजवंश का शासनकाल लगभग छठी से तेरहवीं शताब्दी के मध्य था। इस काल में उन्होंने परस्पर घनिष्ठ परन्तु स्वतंत्र जातियों के रूप में राज्य किया, उनके ज्ञात प्राचीनतम शिलालेखों में सातवीं शताब्दी का ‘राष्ट्रकूट’ ताम्रपत्र मुक्य है, जिसमे उल्लिखित है की, ‘मालवा प्रान्त’ के मानपुर में उनका साम्राज्य था (जोकि आज मध्य प्रदेश राजर में स्थित है), इसी काल की अन्य ‘राष्ट्रकूट’ जातियों में ‘अचलपुर'(जो आधुनिक समय में महारास्ट्र में स्थित एलिच्पुर है), के शासक तथा ‘कन्नौज’ के शासक भी शामिल थे। इनके मूलस्थान तथा मूल के बारे में कई भ्रांतियां प्रचलित है। एलिच्पुर में शासन करने वाले ‘राष्ट्रकूट’ ‘बादामी चालुक्यों’ के उपनिवेश के रूप में स्थापित हुए थे लेकिन ‘दान्तिदुर्ग’ के नेतृत्व में उन्होंने चालुक्य शासक ‘कीर्तिवर्मन द्वितीय’ को वहाँ से उखाड़ फेंका तथा आधुनिक ‘कर्णाटक’ प्रान्त के ‘गुलबर्ग’ को अपना मुख्य स्थान बनाया। यह जाति बाद में ‘मान्यखेत के राष्ट्रकूटों ‘ के नाम से विख्यात हो गई, जो ‘दक्षिण भारत’ में 753 ईसवी में सत्ता में आई, इसी समय पर बंगाल का ‘पाल साम्राज्य’ एवं ‘गुजरात के प्रतिहार साम्राज्य’ ‘भारतीय उपमहाद्वीप’ के पूर्व और उत्तरपश्चिम भूभाग पर तेजी से सत्ता में आ रहे थे।

आठवीं से दसवीं शताब्दी के मध्य के काल में गंगा के उपजाऊ मैदानी भाग पर स्थित ‘कन्नौज राज्य’ पर नियंत्रण हेतु एक त्रिदलीय संघर्ष चल रहा था, उस वक्त ‘कन्नौज’ ‘उत्तर भारत’ की मुख्य सत्ता के रूप में स्थापित था। प्रत्येक साम्राज्य उस पर नियंत्रण करना चाह रहा था। ‘मान्यखेत के राष्ट्रकूटों’ की सत्ता के उच्चतम शिखर पर उनका साम्राज्य उत्तरदिशा में ‘गंगा’ और ‘यमुना नदी‘ पर स्थित दोआब से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक था। यह उनके राजनीतिक विस्तार, वास्तुकला उपलब्धियों और साहित्यिक योगदान का काल था। इस राजवंश के प्रारंभिक शासक हिंदू धर्म के अनुयायी थे, परन्तु बाद में यह राजवंश जैन धर्म के प्रभाव में आ गया था।

राष्ट्रकूट राजवंश के शासकों के नाम एवं उनका शासन काल:

राष्ट्रकूट वंश के शासकों के नाम शासन काल
दन्तिदुर्ग (736-756 ई.)
कृष्ण प्रथम (756-772 ई.)
गोविन्द द्वितीय (773-780 ई.)
ध्रुव धारावर्ष (780-793 ई.)
गोविन्द तृतीय (793-814 ई.)
अमोघवर्ष प्रथम (814-878 ई.)
कृष्ण द्वितीय (978-915 ई.)
इन्द्र तृतीय (915-917 ई.)
अमोघवर्ष द्वितीय (917-918 ई.)
गोविन्द चतुर्थ (918-934 ई.)
अमोघवर्ष तृतीय (934-939 ई.)
कृष्ण तृतीय (939-967 ई.)
खोट्टिग अमोघवर्ष (967-972 ई.)
कर्क द्वितीय (972-973 ई.)

राष्ट्रकूटों ने एक सुव्यवस्थित शासन प्रणाली को जन्म दिया था। प्रशासन राजतन्त्रात्मक था। राजा सर्वोच्च शक्तिमान था। राजपद आनुवंशिक होता था। शासन संचालन के लिए सम्पूर्ण राज्य को राष्ट्रों, विषयों, भूक्तियों तथा ग्रामों में विभाजित किया गया था। राष्ट्र, जिसे ‘मण्डल’ कहा जाता था, प्रशासन की सबसे बड़ी इकाई थी। प्रशासन की सबसे छोटी इकाई ‘ग्राम’ थी। राष्ट्र के प्रधान को ‘राष्ट्रपति’ या ‘राष्ट्रकूट’ कहा जाता था। एक राष्ट्र चार या पाँच ज़िलों के बराबर होता था। राष्ट्र कई विषयों एवं ज़िलों में विभाजित था। एक विषय में 2000 गाँव होते थे। विषय का प्रधान ‘विषयपति’ कहलाता था। विषयपति की सहायता के लिए ‘विषय महत्तर’ होते थे। विषय को ग्रामों या भुक्तियों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक भुक्ति में लगभग 100 से 500 गाँव होते थे। ये आधुनिक तहसील की तरह थे। भुक्ति के प्रधान को ‘भोगपति’ या ‘भोगिक’ कहा जाता था। इसका पद आनुवांशिक होता था। वेतन के बदले इन्हें करमुक्त भूमि प्रदान की जाती थी। भुक्ति छोटे-छोटे गाँव में बाँट दिया गया था, जिनमें 10 से 30 गाँव होते थे। नगर का अधिकारी ‘नगरपति’ कहलाता था।

प्रशासन की सबसे छोटी इकाई ग्राम थी। ग्राम के अधिकारी को ‘ग्रामकूट’, ‘ग्रामपति’, ‘गावुण्ड’ आदि नामों से पुकारा जाता था। इसकी एक ग्राम सभा भी थी, जिसमें ग्राम के प्रत्येक परिवार का सदस्य होता था। गाँव के झगड़े का निपटारा करना इसका प्रमुख कार्य था।

इन्हें भी पढे: प्राचीन भारत के प्रमुख राजवंश और संस्थापक

और जानिये : राष्ट्रकूट राजवंश (साम्राज्य) का इतिहास एवं महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स की सूची

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प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म | Important Full Forms or Abbreviations for Exams in Hindi

प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म: (List of Important Full Forms or Abbreviations for all types of Competitive Exams in Hndi)

यहां पर भारत की प्रमुख आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म के बारे में सामान्य ज्ञान जानकारी दी गयी है। सामान्यतः फुल फॉर्म से सम्बंधित प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते है। यदि आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे: आईएएस, शिक्षक, यूपीएससी, पीसीएस, एसएससी, बैंक, एमबीए एवं अन्य सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको इन महत्‍वपूर्ण फुल फॉर्म के बारे में अवश्य पता होना चाहिए।

आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स:

Short Form (संक्षिप्‍त रूप) Full Form (पूर्ण रूप)
आई. आर. बी. एम. (IRBM) इंटरमिडिएट रेंज बैलास्टिक मिसाइल
आई. आर. सी. ओ. एन. (IRCON) इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कम्पनी
आई. ए. ई. ए. (IAEA) इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी
आई. ए. ए. आई. (IAAI) इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया
आई. ए. ए. एस. (IAAS) इंडिया ऑडिटएंड अकऊंट्स सर्विस
आई. एन. ए. (INA) इंडियन नेशनल आर्मी
आई. एन. एस. (INS) इंडियन न्यूज़पेपर सोसाइटी
आई. एन. एस. ए. टी. (INSAT) इंडियन नेशनल सेटेलाइट
आई. एन. टी. ई. एल. एस. ए. टी. (INTELSAT) इंटरनेशनल टेलीकॉम्यूनिकेशन सेटेलाइट
आई. एन. टी. यू. सी. (INTUC) इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कॉन्ग्रेस
आई. एफ. एस. (IFS) इंडियन फॉरेस्ट सर्विस
आई. एफ. सी. आई. (IFCI) इंडसट्रियल फाइनेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
आई. एम. ए. (IMA) इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
आई. एस. आई. (ISI) इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस
आई. एस. आर. ओ. (ISRO) इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन
आई. एस. टी. (IST) इंडियन स्टैंडर्ड टाइम
आई. क्यू. (IQ) इंटेलीजेंस क्योसेंट
आई. डी. ए. (IDA) इंटरनेशनल डिवलॉपमेंट एजेंसी
आई. डी. बी. आई. (IDBI) इंडसट्रियल डिवलॉपमेंट बैंक ऑफ इंडिया
आई. पी एल. (IPL) इंडियन प्रीमियर लीग
आई. पी. सी. (IPC) इंडियन पेनल कोड
आई. बी. आर. डी. (IBRD) इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डिवलॉपमेंट
आई. सी. आई. सी. आई. (ICICI) इंडसट्रियल क्रेडिट एंड इंवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
आई. सी. ए. आर. (ICAR) इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च
आई. सी. एफ. ए. आई. (ICFAI) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंस एनालाइसिस ऑफ इंडिया
आई. सी. डब्लयू. ए. (ICWA) इंस्टीट्यूटऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंट्स
आई.एस.डी. (ISD) इंटरनेशनल सब्सक्राइबर डायलिंग
आई.पी.एल. (IPL) इंडियन प्रीमियर लीग
आर. आर. बी. (RRB) रिजनल रूरल बैंक
आर. आर. सी. (RRC) रिएक्टर रिसर्च सेंटर
आर. ए. एम. (RAM) रेंडम एक्सेस मेमॉरी
आर. ए. डी. ए. आर. (RADAR) रेडियो डिटेक्टिंग एंड रेंजिंग
आर. एंड डी. (R&D) रिसर्च एंड डिवलॉपमेंट
आर. बी. आई. (RBI) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
आर.एस.एस. (RSS) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ/ रियली सिंपल सिंडिकेशन
ई. एक्स. आई. एम. (EXIM) एक्स्पोर्ट इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया
ई. एम. आई. (EMI) इक्विटेड मंथली इंस्टालमेंट
ई. एम. एस. (EMS) यूरोपियन मॉनिटरिंग सिस्टम
ई. एस. आई. सी. (ESIC) एम्पलॉइज़ स्टेट इंश्योरेंस कोर्पोरेशन
ई. एस. सी. ए. पी. (ESCAP) इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक
ई. पी. ज़ेड. (EPZ) एक्स्पोर्ट प्रोसेसिंग ज़ोन
ई. वी. एम. (EVM) इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन
ई. सी. जी. (ECG) इलेक्ट्रो काइडियोग्रा
ई.एम.आई. (EMI) इक्वेटेड मंथली इनस्टॉलमेंट
ई.टी.सी. (ETC) एटसेट्रा (वगैरह)
ईमेल (E-MAIL) इलेक्ट्रॉनिक मेल
ए. आई. आई. एम. एस. (AIIMS) ऑल इंडिया इन्सटीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
ए. आई. डी. एस. (AIDS) एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम
ए. ए. एफ. आई. (AAFI) एमेच्योर एथ्लेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया
ए. टी. एम. (ATM) ऑटोमेटेड टेलर मशीन
ए. डी. बी. (ADB) एशियन डिवलॉपमेंट बैंक
ए. बी. एम. (ABM) एंटी बैलेस्टिक मिसाइल
ए. बी. सी. (ABC) ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशन
ए.एम. (AM) एंट मेरीडियन
ए.डी. (AD) अन्नो डोमिनि
एक्स.एम.एल. (XML) एक्सटेंसिबल मार्कअप लैंग्वेज
एक्स-रे (X-RAY) एक्स-रेडिएशन
एच. ई. एल. (HEL) हैवी इलेक्ट्रीकल लिमिटिड
एच. ए. एल. (HAL) हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटिड
एच. एम. टी. (HMT) हिंदुस्तान मशीन टूल
एच. एस. एल. (HSL) हिंदुस्तान स्टील लिमिटिड
एच. एस. बी. सी. (HSBC) होंग कोंग एंड शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन लिमिटिड
एच. टी. एम. एल. (HTML) हाईपर टेक्स्ट मार्कअप लेंग्वेज
एच. डी. आई. (HDI) हयूमन डिवलॉप्मेंट इंडेक्स
एच. डी. एफ. सी. (HDFC) हाउसिंग डिवलॉपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन
एच. यू. डी. सी. ओ. (HUDCO) हाउसिंग एंड अर्बन डिवलॉपमेंट कॉर्पोरेशन
एच. वाई. वी. एस. (HYVS) हाई यील्ड वैरायटी सीड्स
एच.आर. (HR) ह्यूमन रिसोर्सेज (मानव संसाधन)
एच.टी.टी.पी. (HTTP) हाइपर-टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल
एच.टी.सी. (HTC) हाई टेक कंप्यूटर
एच.पी. (HP) हैवलेट पैकर्ड
एच.सी.एल. (HCL) हिंदुस्तान कम्प्यूटर लिमिटेड
एन. आर. बी. आई. ( NRBI) नेशनल रूरल बैंक ऑफ इंडिया
एन. ई. डी. बी. (NEDB) नोर्थ – इश्टरन डिवलॉपमेंट बैंक
एन. ई. पी. ए. (NEPA) नेशनल एन्वायरमेंट प्रोटेक्शन एथॉरिटी
एन. ए. एफ. ई. डी. (NAFED) नेशनल एग्रीकल्चर एंड कोऑप्रेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया
एन. ए. एस. ए. (NASA) नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एड्मिनिस्ट्रेशन
एन. ए. बी. ए. आर. डी. (NABARD) नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डिवलॉपमेंट
एन. एस. ए. (NSA) नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी
एन. एस. एस. ओ. (NSSO) नेशनल सैम्पल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन
एन. ओ. टी. ए. (NOTA) नॉन ऑफ द अबॉव
एन. टी. पी. सी. (NTPC) नेशनल थर्मल पॉवर कोर्पोरेशन
एन. डी. ए. (NDA) नेशनल डिफेंस एकेडमी
एन. डी. एम. ए. (NDMA) नेशनल डिजस्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी
एन. बी. एफ. सी. (NBFC) नॉन बैंकिंग फाइनेंस कम्पनीज़
एन. बी. टी. (NBT) नेशनल बूक ट्रस्ट
एन. सी. ई. आर. टी. (NCERT) नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग
एन. सी. सी. (NCC) नेशनल कैडेट कोर
एन.जी.ओ. (NGO) नॉन गवर्नमेंटल आर्गेनाइजेशन
एन.सी.आर. (NCR) नेशनल कैपिटल रीजन
एफ. आई. आर. (FIR) फर्स्ट इंफोर्मेशन रिपोर्ट
एफ. ए. टी. ए. (FATA) फेडरली एड्मिनिस्टर्ड ट्राइबल एरियाज़

एफ. एम. (FM) फ्रिक्वेंसी मॉड्यूलेशन
एफ. बी. आई. (FBI) फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन
एफ. सी. आई. (FCI) फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
एम. आई. पी. (MIP) मून इम्पैक्ट प्रोब
एम. आई. बी. ओ. आर. (MIBOR) मुम्बई इंटरबैंक ऑफर रेट
एम. आर. टी. पी. सी. (MRTPC) मोनोपोली एंड रेस्ट्रिक्टिव ट्रेड प्रैक्टिसेज कमीशन
एम. एन. आर. ई. जी. ए. (MNREGA) महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना
एम. एन. सी. (MNC) मल्टी नेशनल कम्पनी
एम.एम.एस. (MMS) मल्टीमीडिया मेसेजिंग सर्विसेज
एम.डी. (MD) मैनेजिंग डायरेक्टर
एम.डी.एच. (MDH) महाशियाँ दी हट्टी
एम.बी.ए. (MBA) मास्टर ऑफ़ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन
एम.बी.बी.एस. (MBBS) बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी
एल. आई. बी. ओ. आर. (LIBOR) लंडन इंटर बैंक ऑफर रेट
एल. आई. सी. (LIC) लाईफ इंश्योरेंस कोर्पोरेशन
एल. ई. डी. (LED) लाइट एमिटिंग डायोड
एल. ए. एस. ई. आर. (LASER) लाइट एम्प्लीफिकेशन बाई स्टीमुलेटेड एमिशन ऑफ रेडिएशन
एल. पी. जी. (LPG) लिक्वीफाइड पेट्रोलियम गैस
एल. सी. डी. (LCD) लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले
एल.एल.बी. (LLB) बैचलर ऑफ़ लॉ
एल.ओ.सी. (LOC) लाइन ऑफ़ कंट्रोल
एस. आई. एम (SIM) सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल
एस. आई. टी. ई. (SITE) सेटेलाइट इंस्ट्रक्शनल टेलिविजन एक्स्पेरिमेंट
एस. आई. डी. बी. आई (SIDBI) समाल इंडसट्रीज़ डिवलॉपमेंट बैंक ऑफ इंडिया
एस. ए. आई. (SAI) स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
एस. ए. आई. एल. (SAIL) स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटिड
एस. एल. वी. (SLV) सेटेलाइट लॉन्च व्हिकल
एस. टी. डी. (STD) सब्सक्राइबर ट्रंक डाइलिंग
एस. डब्ल्यू. ए. एन. (SWAN) द सोसाइटी फॉर वाइल्ड लाइफ एंड नेचर
एस. बी. आई. (SBI) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
एस.एम.एस. (SMS) शोर्ट मेसेज सर्विसेज
एस.एस.सी. (SSC) स्टाफ सिलेक्शन कमीशन
एस.टी.डी. (STD) स्टैण्डर्ड ट्रंक डायलिंग
ओ. ई. डी. (OED) ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी
ओ. एन. जी. सी. (ONGC) ऑयल एंड नेचुरल गैस कमीशन
ओ. एम. आर. (OMR) ऑप्टीकल मार्क रीडर
ओ. जी. एल. (OGL) ओपन जनरल लाइसेंस
ओ. बी. यू (OBU) ऑफ्शोरे बैंकिंग यूनिट
ओ.आर.एस. (ORS) ओरल रिहाईडरेशन सोल्यूशन
ओके (OK) ओल कोरेक्ट
के. वी. आई. सी. (KVIC) खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन
के.एफ.सी. (KFC) केंटकी फ्राइड चिकन
क्यू. एम. एस. (QMS) क्‍वालिटी मेनेजमेंट सिस्‍टम
क्यू.आर. कोड (QR Code) क्विक रेस्पोंस कोड
क्यू.ए. (QA) क्वेश्चन आंसर
जी. आई. सी. (GIC) जनरल इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन
जी. आर. टी. (GRT) ग्रास रेटेड टनेज
जी. ए. ए. आर. (GAAR) जनरल एंटी अवॉय्डेंस रूल्स
जी. ए. टी. टी. (GATT) जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ्स एंड ट्रेड
जी. एन. पी. (GNP) ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट
जी. एम. (GM)  जनरल मैनेजर
जी. एम. टी. (GMT) ग्रीनविच मीन टाइम
जी. एस. एल. वी. (GSLV) जियोसिंक्रोनेस सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल
जी. पी. एस. (GPS) ग्लोबल पॉज़िशनिंग सिस्टम
जी. पी. ओ. (GPO) जनरल पोस्ट ऑफिस
जी. सी. सी. (GCC) गल्फ कॉर्पोरेशन काउंसिल
जी.एस.एम. (GSM) द ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशन
जी.एस.टी. (GST) गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स
जी.पी.आर.एस. (GPRS) जनरल पैकेट रेडियो सर्विस
जे. एन. एन. यू. आर. एम. (JNNURM) जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन
जे. के. एल. एफ. (JKLF) जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट
जे.आर.डी. टाटा (JRD TATA) जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा
जे.ई.ई. (JEE) जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन
जे.सी.बी. (JCB) जोसफ सायरिल बम्बोर्ड
जेड एस. (ZS) जूलोजिकल सोसाइटी
जेड. आई. पी. (ZIP) ज़ोनल इम्प्रूवमेंट प्लान
जेपीईजी/ जेपीज (JPEG/ JPG) जॉइंट फोटोग्राफिक एक्सपर्ट्स ग्रुप
टी एन. टी. (TNT) ट्राई नाइट्रो टॉलुइन
टी. आर. ए. आई. (TRAI) टेलिकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया
टी. ई. एल. सी. ओ. (TELCO) टाटा इंजिनियरिंग एंड लोकोमोटिव कम्पनी
टी. एम. ओ. (TMO) टेलिग्राफ मनीऑर्डर
टी. डब्ल्यू. ए. (TWA) ट्रांस वर्ल्ड एयरलाइन्स
टी. बी. (TB) ट्यूबरक्लोसिस
टी. सी. (TC) ट्रस्टीशिप काउंसिल
टी.आर.पी. (TRP) टेलीविज़न रेटिंग पॉइंट
टी.डी.एस. (TDS) टैक्स डिडक्शन एट सोर्स
टी.सी. (TC) टेक केयर
डब्ल्यू. ए. डी. ए. (WADA) वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी
डब्ल्यू. ए. वाई. (WAY) वर्ल्ड एसेम्बली ऑफ यूथ
डब्ल्यू. एफ. टी. यू. (WFTU) वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन्स
डब्ल्यू. एल. एल. (WLL) वायरलेस लोकल ग्रुप
डब्ल्यू. टी. ओ. (WTO) वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन
डब्ल्यू. डब्ल्यू. एफ. (WWF) वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड
डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. (WWE) वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट
डब्ल्यू.डब्ल्यू.डब्ल्यू. (WWW) वर्ल्ड वाइड वेब
डी. आर. डी. ए. (DRDA) डिस्ट्रिक्ट रूरल डिवलॉप्मेंट एजेंसी
डी. आर. डी. ओ. (DRDO) डिफेंस रिसर्च एंड डिवलॉपमेंट ऑर्गेनाइजेशन
डी. एन. ए. (DNA) डिऑक्सी राईबोस न्यूक्लिक एसिड
डी. टी. एच. (DTH) डायरेक्ट टू होम
डी. बी. एस. (DBS) द डिवलॉपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर लिमिटिड
डी. बी. ओ. डी. (DBOD) डिपार्टमेंट ऑफ बैंकिंग ऑपरेशन्स एंड डिवलॉप्मेंट
डी. वी. डी. (DVD) डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क
डी.एन.ए. (DNA) डिओक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड
डी.एन.डी. (DND) डू नोट डिस्टर्ब
डी.पी. (DP) डिस्प्ले पिक्चर
नासा (NASA) नेशनल एयरोनॉटिकल एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन
न्यूज़ (NEWS) नार्थ ईस्ट वेस्ट साउथ
पी. आई. एन. (PIN) पोस्टल इंडेक्स नम्बर
पी. आई. बी. (PIB) प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो
पी. ए. एन. (PAN) परमानेंट अकाउंट नम्बर
पी. एन. बी. (PNB) पंजाब नेशनल बैंक
पी. एम. (PM) पोस्ट मेरीडियम
पी. ओ. टी. ए. (POTA) प्रिवेंशन ऑफ टैरेरिस्ट एक्टिविटी
पी. टी. आई. (PTI) फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर
पी. डी. ए. (PDA) प्रिवेंटिड डिटेक्शन एक्ट
पी. पी. पी. (PPP) पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप
पी. वी. सी. (PVC) पॉली विनायल क्‍लोराइड
पी.एच.डी. (PhD) डॉक्टर ऑफ़ फिलॉसफी
पी.एम. (PM) पोस्ट मेरीडियन
पी.सी.ओ. (PCO) पब्लिक कॉल ऑफिस
फीफा (FIFA) इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ एसोसिएशन फुटबॉल
बी. आई. एस. (BIS) बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स
बी. ई. एल. (BEL) भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटिड
बी. ए. (BA)  बैचलर ऑफ आर्ट्स
बी. ए. आर. सी. (BARC) भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर
बी. ए. एम. एस. (BAMS) बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी
बी. एस. ई. (BSE) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
बी. एस. एफ. (BSF) बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स
बी. बी. सी. (BBC) ब्रिटिश ब्राडकस्टिंग कॉर्पोरेशन
बी. सी.  (BC) बिफोर क्राइस्ट
बी. सी. एस. बी. आई. (BCSB) बैंकिंग कोड्स एंड स्टैंडर्ड्स बोर्ड ऑफ इंडिया

बी. सी. बी. एस. (BCBS) बेसल कमेटी फॉर बेंकिंग सुपरविज़न
बी. सी. सी. आई. (BCCI) बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया
बी.एम.डब्ल्यू. (BMW)  बवेरियन मोटर वर्क्स
बी.सी. (BC) बिफोर क्राइस्ट
यू. एन. आई. (UNI) यूनइनाइटिउड न्यूज ऑफ इंडिया
यू. एन. ई. एस. सी. ओ. (UNESCO) यूनाइटिड नेशन्स एजुकेशनल साइंटीफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन
यू. एन. ई. सी. ई. एफ. (UNICEF) यूनाइटिड नेशन्स इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स एमरजेंसी फंड
यू. एन. एफ. सी. सी. सी. (UNFCCC) यूनाइटिड नेशन्स फ्रेमवर्क कंवेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज
यू. एन. एस. सी. (UNSC) यूनाइटिड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल
यू. एन. सी. टी. ए. डी. (UNCTAD) यूनाइटिड नेशन्स कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डिवलॉपमेंट
यू. सी. ओ. (UCO) यूनाइटिड कॉमर्सियल बैंक
यू.ए.ई. (UAE) यूनाइटेड अरब एमिरेट्स
यू.एस.ए (USA) उनित्द स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका
यू.एस.बी. (USB) यूनिवर्सल सीरियल बस
यू.पी.एस. (UPS) अनइंटरपटीड पॉवर सप्लाई
रोफ्ल (ROFL) रोलिंग ओन द फ्लोर लाफिंग
वाई. एम. सी. ए. (YMCA) यंग मेन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन
वाई. डब्ल्यू. सी. ए. (YWCA) यंग विमेन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन
वाई-फाई (WIFI) वायरलेस फिडेलिटी
वायरस (VIRUS) विटल इनफार्मेशन रिसोर्स अंडर सीज
वी. ए. टी. (VAT) वैल्यू एडिड टैक्स
वी. ए. पी. पी. (VAPP) वैक्सीन एसोसिएटिड पैराइलाइटीक पोलियो
वी. वी. पी. ए. टी. (VVPAT) वोट वैरिफायर पेपर ऑडीट ट्रेल
वीजा (VISA) वीजा इंटरनेशनल सर्विस एसोसिएशन
सिम (SIM) सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मोड्यूल
सी. आई एल. (CIL) कोल इंडिया लिमिटिड
सी. आई. ए. (CIA) क्रीमिनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी
सी. आई. डी. (CID) क्रीमिनल इंवेस्टीगेशन डिपार्ट्मेंट
सी. ए. डी. ए. (CADA) कमांड एरिया डिवलॉप्मेंट एजेंसी
सी. ओ. डी. (COD) कैश ऑन डिलिवरी
सी. ओ. पी. (COP) कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज
सी. डब्ल्यू. सी. (CWC) केमिकल वेपंस कनवेंशन
सी. बी. एस. (CBS) कोर बैंकिंग सोल्यूशन
सी. बी. डी. टी. (CBDT) सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस
सी. वी. सी. (CVC) चीफ विजिलेंस कमीशन
सी.इ.ओ. (CEO) चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर
सी.डी.एम.ए. (CDMA) कोड डिवीज़न मल्टीप्ल एक्सेस
सीवी (CV) करिकुलम विटी

और जानिये : आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्‍वपूर्ण फुल फोर्म्स की सूची

मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 1972 से 2017)

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मिजोरम के सभी मुख्यमंत्रियों की सूची (1972-2017) | Chief Ministers of Mizoram in Hindi

मिजोरम के मुख्यमंत्रियों की सूची (1972-2017): (Chief Ministers of Tamil Nadu in Hindi)

मिजोरम:

मिज़ोरम भारत के सात उत्तर-पूर्वी राज्यों में से एक है। इसकी सीमाएं पूर्व और दक्षिण से म्यांमार, पश्चिम में बांग्लादेश, उत्तर में मणिपुर, असम और त्रिपुरा के राज्यों से घिरी हैं। 2001 में यहाँ की जनसँख्या लगभग 8,90,000 थी। मिजोरम में साक्षरता का दर भारत में सबसे ज्यादा 91.03% है। यहाँ की राजधानी आईजोल है। मिज़ोरम का मतलब होता है ‘पहाड़ों की भूमि’ और यहां की स्थानीय भाषा ‘मिज़ो’ है।

मिजोरम का इतिहास एवं सामान्य ज्ञान:

मिज़ोरम एक पर्वतीय प्रदेश है। फ़रवरी, 1987 को यह भारत का 23वां राज्य बना। मिज़ोरम के शुरुआती इतिहास के बारे में बहुत कम ही जाना जाता है। सन् 1750 से 1850 के बीच मिज़ो जनजाति के लोग पास के चिन हिल्स से आकर यहां बस गए और यहां के स्थानीय लोगों को अपने अधीन कर लिया और समान जनजातियों ने एकजुट होकर अपना एक समाज बना लिया। मिज़ो ने 300 वंशानुगत मुखियाओं के आधार पर एक स्वेच्छाचारी राजनीतिक प्रणाली विकसित की। किसी भी विदेशी राजनीतिक प्रभाव से मिज़ो जनजातियां अप्रभावित रहीं, लेकिन ऐसा सिर्फ सन् 1826 की यानदाबो संधि के तहत ब्रिटिशों के असम हड़पने तक ही रहा। अगले दशकों में ब्रिटिश क्षेत्रों में मिज़ो के धावों के कारण ब्रिटिश भी मिज़ो पर दंडात्मक हमले करते रहे। हालांकि आधिकारिक रुप से सन् 1890 की शुरुआत तक मिज़ोरम अंग्रेजों के कब्जे में नहीं रहा, लेकिन यह दो दशक पहले ही उनके अधिकार में आ गया था।

मिजोरम के मुख्यमंत्री:

मिजोरम के वर्तमान मुख्यमंत्री पु ललथनहवला तथा राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा हैं। पु. ललथनहवला ने 11 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मिजोरम के प्रथम मुख्यमंत्री एल. चल छंगा थे।

मिजोरम के मुख्यमंत्रियों की सूची 1972 से अब तक:

मुख्यमंत्री का नाम पदमुक्ति पदमुक्ति दल/राजनीतिक पार्टी
एल. चल छंगा 03 मई 1972 10 मई 1977 मिजो यूनियन
राष्ट्रपति शासन (11 मई 1977 से 01 जून 1978 तक)
तेन्फुंगा सैलियो 02 जून 1978 10 नवम्बर 1978 मिजो पीपलस कांफ्रेंस
राष्ट्रपति शासन (10 नवम्बर 1978 से 08 मई 1979 तक)
तेन्फुंगा सैलियो 08 मई 1979 04 मई 1984 मिजो पीपलस कांफ्रेंस
पु. ललथनहवला 05 मई 1984 20 अगस्त 1986 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पु लल्डेन्गा 21 अगस्त 1986 07 सितम्बर 1988 मिजो नेशनल फ्रंट
राष्ट्रपति शासन (07 सितम्बर 1988 से 24 जनवरी 1989 तक)
पु. ललथनहवला 24 जनवरी 1989 03 दिसम्बर 1998 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पु ज़ोरमथंगा 03 दिसम्बर 1998 11 दिसम्बर 2008 मिजो नेशनल फ्रंट
पु. ललथनहवला 11 दिसम्बर 2008 11 दिसम्बर 2013 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पु. ललथनहवला 11 दिसम्बर 2013 वर्तमान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

और जानिये : मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 1972 से 2017)


भारत में प्रथम प्रसिद्ध महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियॉ (विभिन्न क्षेत्रों में)

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भारत में प्रथम महिला, प्रथम भारतीय महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियों की सूची

भारत में प्रथम महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियॉ: (First Woman personalities in India in Hindi)

यहां भारत में प्रथम प्रसिद्ध भारतीय महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियों की सूची दी गयी है,जिन्होंने भारत में सबसे पहले अपना प्रभुत्व स्थापित किया है। भारतीय महिलाओं ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे:- इतिहास, समाजशास्त्र, साहित्य, खेल, राजनीति, पुरस्कार और सम्मान, मनोरंजन, क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।भारत में प्रथम महिलाओं के आधार पर हर परीक्षा में कुछ प्रश्न अवश्य पूछे जाते है, इसलिए यह आपकी सभी प्रकार की परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आइये जाने ऐसी ही भारत में प्रथम 147 प्रभावशाली महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियों के बारे में:-

इन्हें भी पढे: विश्व में प्रथम महिलाओं की सूची

भारत में प्रथम प्रसिद्ध महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियों की सूची: (विभिन्न क्षेत्रों में)

उपलब्धि महिलाओं का नाम
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की पहली महिला अध्यक्ष शोभना कामिनेनी (01 मई 2017)
एशियाई स्क्वाश चैंपियनशिप खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी जोशना चिनप्पा (30 अप्रैल 2017)
गुजरात की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गीता जोहरी (04 अप्रैल 2017)
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला कॉम्बैट अधिकारी तनुश्री पारिख
बीसीसीआई लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित होने वाली पहली महिला क्रिकेटर शांता रंगास्वामी
भारत की पहली महिला अध्यापिका (शिक्षिका) सावित्री बाई फूले
अखिल भारतीय टेनिस संघ की पहली महिला अध्यक्ष प्रवीण महाजन (2017)
भारत की पहली दृष्टिहीन महिला डॉक्टर कृतिका पुरोहित
आईसीसी वूमेंस टीम ऑफ द ईयर में शामिल होने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी स्मृति मंधाना
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टूर्नामेंट बिग बैश लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर
उच्च न्यायालय की प्रथम भारतीय महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति अन्ना चांडी (केरल)
भारत में प्रथम महिला चीफ इंजीनियर श्रीमती पी.के.गेसिया
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष सरोजिनी नायडू
कॉमनवेल्थ खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला पहलवान गीता देवी (2010 कॉमनवेल्थ खेलों में)
पैरालंपिक खेलों में पदक (मेडल) जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी (एथलीट) दीपा मलिक (2016 पैरालिम्पिक्स खेलों में रजत पदक जीता।)
भारत के किसी राज्य के मंत्रिमण्डल में प्रथम महिला मंत्री विजय लक्ष्मी पंडित (संयुक्त प्रांत, 1937)
भारत के किसी राज्य की प्रथम दलित मुख्यमंत्री मायावती (उत्तर प्रदेश)
संघ लोक सेवा आयोग की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष श्रीमती रोज मिलियन बेथ्यु
भारत रत्न से सम्मानित प्रथम महिला श्रीमती इंदिरा गाँधी
अंटार्कटिका पहुँचने वाली प्रथम महिला मेहर मूसा
मिस यूनिवर्स’ खिताब जीतने वाली प्रथम महिला सुष्मिता सेन
अंतर्राष्‍ट्रीय मैराथन में स्‍वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला आशा अग्रवाल
प्रथम भारतीय महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी
भारत की प्रथम महिला क्रिकेट अम्‍पायर अंजली राजगोपाल
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला आशापूर्णा देवी
प्रथम महिला राजस्व सचिव विनीता राय
ओलम्‍पिक खेलों में मुक्‍केबाजी में पदक विजेता प्रथम भारतीय महिला एम.सी. मेरीकाॅॅम(2012)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष ऐनी बेसेंट
भारतीय लागत लेखा सेवा की पहली महिला प्रमुख अरुणा सेठी
प्रथम महिला राज्यपाल सरोजनी नायडू ( उ० प्र० )
ओलम्‍पिक खेलों में बैडमिंंटन में पदक विजेता प्रथम भारतीय महिला साइना नेहवाल (2012)
प्रथम महिला लोकसभाध्यक्ष (स्पीकर) मीरा कुमार
अंंतराष्‍ट्रीय क्रिकेेट में 5000 रन बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला मिताली राज(2015)
भारत के किसी राज्य की मुख्यमंत्री बनने वाली प्रथम महिला अभिनेत्री जानकी रामचंद्रन (तमिलनाडु 1987)
राज्यसभा की प्रथम भारतीय महिला सचिव बी. एस. रमा देवी (1993)
भारत की प्रथम महिला अधिवक्ता रेगिना गुहा
भारत में केन्द्रीय व्यवस्थापिका की प्रथम महिला सांसद राधाबाई सुबारायन (1938)
भारत में आयकर न्यायाधिकरण की प्रथम महिला सदस्य न्यायमूर्ति मीरा साहिब फातिमा बीबी
प्रथम महिला शासिका रजिया सुल्तान
एशियाई शतरंज चैम्पियनशिप जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला रोहिणी खादिलकर(1981)
अंटार्कटिका के विनसन मैसिफ पर चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय सिविल सेवक अपर्णा कुमार
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य पद के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय महिला नीता अंबानी
प्रथम व्यावसायिक महिला पायलट प्रेमा माथुर
अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में 100 विकेट लेने वाली भारतीय महिला डायना एडुलजी(1986)
अंतरिक्ष में सर्वाधिक समय व्यतीत करने वाली प्रथम भारतीय मूल की महिला सुनीता विलियम्स
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला अमृता प्रीतम
सेना मेडल प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला विमला देवी (1988)
अन्तर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला अंजू बार्बी जॉर्ज
अन्तर्राष्ट्रीय फ़ुटबॉल में हैट्रिक करने वाली प्रथम भारतीय महिला योलांदा डिसूजा (1978)
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला एन. लम्सडेन ( हॉकी, 1961 )
अर्द्धसैनिक बल की पहली भारतीय महिला महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम
अशोक चक्र से सम्मानित प्रथम महिला नीरजा मिश्रा
इंजीनियरिंग में स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला इला मजूमदार (1951)
इण्डियन एयरलाइन्स की प्रथम महिला अध्यक्ष सुषमा चावला
उत्तरी ध्रुव पर पहुँचने वाली प्रथम महिला प्रीति सेन गुप्ता (1993)
एवरेस्ट पर चढ़ने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की बालिका डिंकी डोल्मा
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला कमलजीत संधु (1970, 400 मीटर दौड़)
ओलम्पिक के लिए क्‍वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट दीपा करमाकर
ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी (भारोत्तोलन, सिडनी)
ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी मेरी लीला रो (1952)
चिकित्सा में स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला विधुमुखी बोस एवं विर्जिनिया मितर (कोलकाता मेडिकल कॉलेज)
जिब्राल्टर स्ट्रेट तैरकर पार करने वाली प्रथम भारतीय महिला आरती प्रधान

टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली भारतीय महिला मिताली राज
तीन खेलों (क्रिकेट, हॉकी एवं बालीबॉल) में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम भारतीय महिला शिरीन खुसरो
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय नायिका देविका रानी
दिल्ली के तख़्त पर बैठने वाली पहली महिला सुल्तान रज़िया सुल्तान
दो बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला कु. संतोष यादव
नाबार्ड की प्रथम महिला अध्यक्ष रंजना कुमार
नार्मन बोरलॉग पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला डॉ. अमृता पटेल
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला मदर टेरेसा ( शांति )
नौका द्वारा सम्पूर्ण विश्व की परिक्रमा करने वाली प्रथम महिला उज्जवला पाटिल (1988)
पहली महिला डीटीसी चालक वनकदारथ सरिता
पावर लिफ़्टिंग में विश्व कीर्तिमान बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला सुमिता लाहा (1989)
प्रथम दूरदर्शन समाचार वाचिका प्रतिमा पुरी
प्रथम भारतीय महिला पुलिस महानिदेशक कंचन चौधरी भट्टाचार्य
प्रथम भारतीय महिला बैरिस्टर कोर्नोनिया सोराबजी (इलाहाबाद उच्च न्यायालय, 1923)
प्रथम भारतीय महिला राजदूत विजयालक्ष्मी पंडित (सोवियत रूस, 1947)
प्रथम भारतीय महिला राज्यसभा स्पीकर सन्नोदेवी
प्रथम भारतीय महिला विदेश सचिव चोकिला अय्यर
प्रथम भारतीय सर्जन महिला डॉ. प्रेमा मुखर्जी
प्रथम मर्चेंट नेवी महिला ऑफिसर सोनाली बनर्जी
प्रथम महिला एडवोकेट केमिला सोराबजी
प्रथम महिला केंद्रीय मंत्री राजकुमारी अमृत कौर
प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश लीला सेठ ( हि० प्र०, 1991 )
भारत के किसी राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी ( उ० प्र० )
बोइंग 737 विमान की प्रथम भारतीय महिला कमाण्डर कैप्टन सौदामिनी देशमुख
भारत की पहली महिला विधायक डॉ. एस. मुधुलक्ष्मी रेड्डी
भारत की प्रथम आई. ए. एस. महिला अन्ना जार्ज
भारत की प्रथम आई. पी. एस. महिला किरण बेदी
भारत की प्रथम परखनली शिशु इंदिरा
भारत की प्रथम महिला एयर लाइन्स पायलट कैप्टन दुर्गा बनर्जी
भारत की प्रथम महिला चिकित्सक कादम्बिनी गांगुली
भारत की प्रथम महिला जो विदेश गयी आनंदीबाई गोपालराव जोशी
भारत की प्रथम महिला पायलट सुषमा मुखोपाध्याय
भारत की प्रथम महिला मुख्य अभियन्ता पी.के. त्रेसिया नांगुली
भारत की प्रथम महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच
भारत की प्रथम महिला मेयर तारा चेरियन
भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
भारतीय वायुसेना की प्रथम भारतीय महिला पैराशूटर गीता घोष
भारतीय वायुसेना के विमान की प्रथम भारतीय महिला पायलट हरिता देओल
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला कु. बछेंद्री पाल
मुक्केबाजी की प्रथम महिला रेफ़री रज़िया शबनम
मूर्ति देवी पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला प्रतिभा रॉय
योजना आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष श्रीमती इंदिरा गाँधी
राज्यसभा की प्रथम महिला उपाध्यक्ष वायलेट अल्वा (1962 ई०)
राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने वाली प्रथम भारतीय महिला कैप्टन लक्ष्मी सहगल
राष्ट्रमण्डल खेलों में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला अमी घिया एवं कंवल ठाकुर सिंह
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रथम अध्यक्ष जयंती पटनायक
भारतीय रिजर्व बैंक की प्रथम महिला डिप्टी गवर्नर के.जे. उदेशी (2003)
लेनिन शांति पुरस्कार से अलंकृत प्रथम महिला अरुणा आसफ अली
विधान सभा की प्रथम महिला स्पीकर श्रीमती शन्नो देवी
शतरंज में ग्रैण्ड मास्टर का ख़िताब वाली प्रथम भारतीय महिला भाग्यश्री थिप्से (1986)
शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित प्रथम महिला डॉ० आशिमा चटर्जी
शान्तिस्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय महिला वैज्ञानिक अशीमा चटर्जी
संयुक्त राष्ट्र संघ के संगीत समारोह में भागीदारी करने वाली प्रथम भारतीय महिला एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी (1966)
संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रथम महिला असैनिक पुलिस सलाहकार किरण बेदी
संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभा की प्रथम महिला अध्यक्ष विजयालक्ष्मी पंडित (1953)
सार्वजनिक सेवा हेतु रेमन मैग्सेसे एवार्ड से अलंकृत प्रथम महिला किरण बेदी
‘मिस वर्ल्ड’ से सम्मानित प्रथम महिला कु० रीता फारिया
अंतराष्‍ट्रीय तैराकी मैराथन जीतने वााली प्रथम भारतीय महिला अर्चना भारत कुमार पटेल
भारत की प्रथम महिला सांसद राधाबाई सुबारायन
ग्राण्‍ड स्‍लैैम जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला सानिया मिर्जा
स्नातक उपाधि प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला कादम्बिनी गांगुली (बोस) एवं चन्द्रमुखी बोस (कलकत्ता विश्वविद्यालय, 1883)
आई.सी.सी. क्रिकेट विश्‍व कप में शतक बनाने वाली प्रथम भारतीय महिला थिरूष कामिनी(2013)
सर्वोच्च न्यायालय में प्रथम महिला न्यायाधीश मीरा साहिब फातिमा बीबी
ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला भानु अथैवा (वेशभूषा सज्जा हेतु, फिल्म गांधी, 1983)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला नरगिस दत्त (फिल्म रात और दिन, 1968)
दिल्ली के तख्त पर बैठने वाली प्रथम भारतीय(मुस्लिम) महिला रजिया सुल्तान(1236)
भारत की प्रथम अंतरिक्ष महिला वैज्ञानिक सविता रानी
देश की प्रथम महिला डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस कंचन चौधरी भट्टाचार्य
पहली फिल्म अभिनेत्री जो राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित की गयी नर्गिस दत्त
बुकर पुरस्कार से पुरस्कार सम्मानित प्रथम भारतीय महिला अरुंधती राय
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला मदर टेरेसा
भारत में उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन की प्रथम महिला सचिव प्रिया हिमोरानी
संघीय लोक सेवा आयोग की प्रथम महिला अध्यक्ष रोज मिलियन बैथ्यू (1992)
वेनिस फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का गोल्डन लॉयन पुरस्कार पाने वाली प्रथम भारतीय महिला मीरा नायर फिल्म-मानसून वैडिंग(2001)
भारत की प्रथम महिला सर्जन डॉ. प्रेमा मुखर्जी
भारत में प्रथम क्रान्तिकारी महिला मैडम कामा
भारत में प्रथम महिला मजिस्ट्रेट ओमना कुंजम्मा
अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम भारतीय महिला अभिनेत्री नरगिस दत्त (कार्लोबी बेरी फिल्मोत्सव का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार फिल्म मदंर इंडिया, 1958)
बर्लिन फिल्मोत्सव में पुरस्कार पाने वाली प्रथम महिला मधुर जाफरी
प्रथम भारतीय महिला रेल चालक श्रीमती सुरेखा भोंसले
प्रथम भारतीय महिला उपन्यासकार श्रीमती स्वर्ण कुमारी देवी
प्रथम भारतीय महिला विधायक मुत्तुलक्ष्मी रेड्डी
प्रथम भारतीय महिला कुलपति श्रीमती हंसा मेहता
प्रथम भारतीय महिला आईएएस श्रीमती अन्ना जॉर्ज
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (फिक्की) की अध्यक्ष निर्वाचित होने वाली पहली प्रथम भारतीय महिला नैना लाल किदवई (15 दिसंबर 2012)

और जानिये : भारत में प्रथम प्रसिद्ध महिलाओं के नाम और उनकी उपलब्धियॉ (विभिन्न क्षेत्रों में)

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

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भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची 2017- Chief Ministers of Indian States in Hindi

भारत के सभी राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची: (Chief Ministers of all Indian States 2017 in Hindi)

भारत गणराज्य में उन्तीस राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुद्दुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री कहलाता है। भारत के संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है। राज्य विधान सभा चुनावों के बाद राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले दल (अथवा गठबंधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है।

इन्हें भी पढे: भारतीय राज्यों के वर्तमान राज्यपालों के नाम एवं उनका कार्यकाल

भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची:

राज्य का नाम मुख्यमंत्री का नाम राजनीतिक पार्टी का नाम
आंध्र प्रदेश एन. चंद्रबाबू नायडू तेलुगू देशम पार्टी
अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू पीपुल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल
असम सर्बानन्दा सोनवाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
बिहार नितीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड)
छत्तीसगढ़ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी
गोवा मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
गुजरात विजय रूपानी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हरियाणा मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर महबूबा मुफ्ती सईद पीडीपी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
झारखंड रघुबर दास भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
कर्नाटक सिद्धारमैया भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
केरल पिनाराई विजयन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी
मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
महाराष्ट्र देवेन्द्र फड़नवीस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मणिपुर एन. बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
मेघालय डॉ. मुकुल संगमा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
मिजोरम पू. यू. लल्थनवाला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
नागालैंड शुरहोजेली लीजित्सू नगा पीपुल्स फ्रंट
ओडिशा नवीन पटनायक बीजू जनता दल
पुडुचेरी (यू.टी) वी॰ नारायणस्वामी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राजस्थान वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
सिक्किम पवन कुमार चामलिंग सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट
तमिलनाडु इदापड्डी पलानीस्वामी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम
तेलंगाना चंद्रशेखर राव तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस)
त्रिपुरा माणिक सरकार भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)
उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस

अंतिम संशोधन: 03 मई 2017

भारत में मुख्यमंत्री की नियुक्ति कैसे होती है:-

मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 163 के तहत की जाती है। राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति या तो आम चुनाव के बाद करता है या फिर तब करता है, जब मुख्यमंत्री के त्यागपत्र देने के कारण या बर्ख़ास्त कर दिये जाने के कारण उसका पद रिक्त हो जाता है। आम चुनाव में किसी एक ही दल को विधानसभा में बहुमत प्राप्त हो जाये और उस दल का कोई निर्वाचित नेता हो, तब उसे मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त करना राज्यपाल की संवैधानिक बाध्यता है। यदि मुख्यमंत्री अपने दल के आन्तरिक मतभेदों के कारण त्यागपत्र देता है, तो उस दल के नये निर्वाचित नेता को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जाता है।

भारत में मुख्यमंत्री पद के लिए क्या-2 योग्यताएँ होनी चाहिए:-

मुख्यमंत्री पद के लिए संविधान में कोई योग्यता विहित नहीं की गयी है, लेकिन मुख्यमंत्री के लिए यह आवश्यक है कि वह राज्य विधानसभा का सदस्य हो। इस प्रकार मुख्यमंत्री में राज्य विधानसभा के सदस्य की योग्यता होनी चाहिए। राज्य विधानसभा का सदस्य न होने वाला व्यक्ति भी मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि वह 6 मास के अन्तर्गत राज्य विधानसभा का सदस्य निर्वाचित हो जाये। 21 सितम्बर, 2001 को उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय के अनुसार किसी सज़ायाफ़्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य माना जाएगा।

भारत में मुख्यमंत्री के कर्तव्य तथा अधिकार:-

  • वह राज्य के शासन का वास्तविक अध्यक्ष है और इस रूप में वह अपने मंत्रियों तथा संसदीय सचिवों के चयन, उनके विभागों के वितरण तथा पदमुक्ति और लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों एवं महाधिवक्ता और अन्य महत्त्वपूर्ण पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए राज्यपाल को परामर्श देता है।
  • राज्य में असैनिक पदाधिकारियों के स्थानान्तरण के आदेश मुख्यमंत्री के आदेश पर जारी किये जाते हैं तथा वह राज्य की नीति से सम्बन्धित विषयों के सम्बन्ध में निर्णय करता है।
  • वह राष्ट्रीय विकास परिषद में राज्य का प्रतिनिधित्व करता है।
  • मुख्यमंत्री परिषद की बैठक की अध्यक्षता करता है तथा सामूहिक उत्तरदायित्व के सिद्धान्त का पालन करता है। यदि मंत्रिपरिषद का कोई सदस्य मंत्रिपरिषद की नीतियों से भिन्न मत रखता है, तो मुख्यमंत्री उसे त्यागपत्र देने के लिए कहता है या राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त करने की सिफ़ारिश कर सकता है।
  • वह राज्यपाल को राज्य के प्रशासन तथा विधायन सम्बन्धी सभी प्रस्तावों की जानकारी देता है।
  • यदि मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने किसी विषय पर अकेले निर्णय लिया है, तो राज्यपाल के कहने पर उस निर्णय को मंत्रिपरिषद के समक्ष विचारार्थ रख सकता है।
  • वह राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सलाह देता है।

भारत में मुख्यमंत्री को किन-2 स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

सामान्यत: मुख्यमंत्री अपने पद पर तब तक बना रहता है, जब तक उसे विधानसभा का विश्वास मत प्राप्त रहता है। अत: जैसे ही उसका विधानसभा में बहुमत समाप्त हो जाता है, उसे त्यागपत्र दे देना चाहिए। यदि वह त्यागपत्र नहीं देता है, तो राज्यपाल उसे बर्ख़ास्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निम्नलिखित स्थितियों में बर्ख़ास्त किया जा सकता है:-

  • यदि राज्यपाल मुख्यमंत्री को विधानसभा का अधिवेशन बुलाने तथा उसमें बहुमत सिद्ध करने की सलाह दे और यदि राज्यपाल के द्वारा निर्धारित अवधि के भीतर मुख्यमंत्री विधानसभा का अधिवेशन बुलाने के लिए तैयार नहीं हो, तो राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।
  • यदि राज्यपाल अनुच्छेद 356 के अधीन राष्ट्रपति को यह रिपोर्ट दे कि राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता या राष्ट्रपति को अन्य स्रोतों यह समाधान हो जाए कि शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सकता, तो राष्ट्रपति मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त करके राज्य का शासन चलाने का निर्देश राज्यपाल को दे सकता है।
  • जब मुख्यमंत्री के विरुद्ध राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पारित हो जाए और मुख्यमंत्री त्यागपत्र देने से इन्कार कर दे, तब राज्यपाल मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कर सकता है।

और जानिये : भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

वर्ष 2017 की प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखकों की सूची

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पुस्तक और लेखक 2017, प्रसिद्ध भारतीय लेखक और पुस्तक Books & Authors 2017

वर्ष 2017 की प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखक: (List of Important Books and Authors 2017 in Hindi)

यहाँ पर वर्ष 2017 की महत्त्वपूर्ण एवं चर्चित किताबों और उनके लेखकों के नाम की सूची दी गयी है, जो जनवरी 2017 माह में काफी सुर्ख़ियों में रहीं और जिनके आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं में एक या दो प्रश्न अवश्य पूछे जाते है और आगे भी पूछे जायेंगे। यदि आप सरकारी नौकरियों के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएँ जैसे: एसएससी, यूपीएससी, रेलवे, पीएसएस, बैंक, शिक्षक, टीईटी, कैट एवं अन्य किसी प्रकार की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आप इन पुस्तकों के बारे में पता होना चाहिए।

इन्हें भी पढे: वर्ष 2016 की प्रसिद्ध पुस्तकें एवं उनके लेखक

वर्ष 2017 की 19 प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखकों की सूची:

पुस्तकों का नाम लेखकों का नाम
गांधी इन चंपारण दीनानाथ गोपाल तेंदुलकर
द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटीशियन एंड पैराडॉक्स उल्लेख एनपी
खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड ऋषि कपूर एवं मीना नायर
जिन्नाह ऑफ्टन कैम टू ओउर हाउस किरण दोशी (हिंदू पुरस्कार 2016 विजेता)
द पीपुल्स राष्ट्रपति: डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एस. एम. खान
द आदिवासी विल नॉट डांस हंसदा सौवेन्द्र शेखर
कलकत्ता कुणाल बसु
हाफ ऑफ़ व्हाट आई से अनिल मेनन
द आइलैंड ऑफ़ लोस्ट गर्ल्स मंजुला पद्मनाभन
वीरप्पन, चेजिंग द ब्रिगैंड विजय कुमार
‘पाकिस्तान: कोटिंग द अबिस’ तिलक देवेशर
डिटेरियोरेशन इन हायर एजुकेशन कन्हैया प्रसाद सिन्हा
इंडियन रेलवे- द वैविंग ऑफ ए नेशनल टैपेस्ट्री’ बिबेक देबरॉय, संजय चड्ढा और विद्याकृष्णमूर्ति ने संयुक्त रूप से लिखी है।
होम ऑफ़ द ब्रेव नितिन ए. गोखले तथा ब्रिगेडियर एस. के. चटर्जी ने संयुक्त रूप से लिखी है।
भारत की दुग्ध क्रान्ति के 50 वर्ष राधा मोहन सिंह (लोकार्पण किया है।)
रेखा– द अनटोल्ड स्टोरी यासीर उस्मान
हेमा मालिनी: बियोंड द ड्रीम गर्ल राम कमल मुखर्जी
वीरप्पन, चेज़िंग द ब्रिगंड विजय कुमार (गृह मंत्रालय में वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार)
मातोश्री सुमित्रा महाजन

और जानिये : वर्ष 2017 की प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें एवं उनके लेखकों की सूची

विश्व के प्रमुख सागरों के नाम और उनसे संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

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World Oceans

विश्व के प्रमुख सागरों के नाम ( List of Major Oceans of the World in Hindi)

सागर पृथ्वी के सभी महासागरों का समनव्य है जिसके अन्तर्गत अटलांटिक महासागर, प्रशान्त महासागर, हिन्द महासागर, और आर्कटिक महासागर आते है। हालाँकि समुद्र को एक छोटे परिपेक्ष मे भी प्रयोग किया जा सकता है जैसे कि लाल सागर, उत्तरी सागर आदि। समुद्र और महासागर के बीच कोई विशेष अंतर नहीं है। अधिकतर समुद्र भूमि के किसी टुकड़े के आस पास से गुजरते है पर ये भी हमेशा समुद्र की परिभासा मे नही आता। सर्गोसकी समुद्र किसी भी भूमि के टुकड़े को नही छूता। समुद्र झीलों से बड़े होते है और इनका पानी खारा होता है।

 

पृथ्वी की सतह के 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में फैला, सागर, खारे पानी का एक सतत निकाय है। पृथ्वी पर जलवायु को संयमित करने, भोजन और ऑक्सीजन प्रदान करने, जैव विविधता को बनाये रखने और परिवहन के क्षेत्र में सागर अत्यावश्यक भूमिका निभाते हैं। प्राचीन काल से लोग सागर की यात्रा करने और इसके रहस्यों को जानने की कोशिश में लगे रहे हैं, परंतु माना जाता है कि सागर के वैज्ञानिक अध्ययन जिसे समुद्र विज्ञान कहते हैं की शुरुआत कप्तान जेम्स कुक द्वारा 1768 और 1779 के बीच प्रशांत महासागर के अन्वेषण के लिए की गयीं समुद्री यात्राओं से हुई।

इन्हें भी पढे: विश्व के महाद्वीपो से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

सागर के पानी की विशेषता इसका खारा या नमकीन होना है। पानी को यह खारापन मुख्य रूप से ठोस सोडियम क्लोराइड द्वारा मिलता है, लेकिन पानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम के क्लोराइड के अतिरिक्त विभिन्न रासायनिक तत्व भी होते हैं जिनका संघटन पूरे विश्व मे फैले विभिन्न सागरों में बमुश्किल बदलता है।

विश्व के प्रमुख सागरों की सूची:

स्थान का नाम अवस्थिति क्षेत्रफल
ग्रीनलैण्ड आर्कंटिक महासागर 21,75,000
न्यूगिनी पश्चिमी प्रशान्त महासागर 7,89,000
बोर्नियो हिन्द महासागर 7,51,000
मेडागास्कर हिन्द महासागर 5,87,300
बेफिन द्वीप (कनाड़ा) उत्तरी आर्क़टिक महासागर 5,07,451
सुमात्रा (इण्डोनेशिया) हिन्द महासागर 4,22,200
होन्शब (जापान) उत्तरी-पश्चिम प्रशांत महासागर 2,30,000
ब्रिटेन (ग्रेट-ब्रिटेन) उत्तरी-अटलाण्टिक महासागर 2,29,849
विक्टोरिया द्वीप (कनाड़ा) उत्तरी ध्रुव महासागर 2,17,290
ईसयसमेरे द्वीप (कनाड़ा) उत्तरी ध्रुव महासागर 1,96,236
सुलोवेसी (इण्डोनेशिया) हिन्द महासागर 1,78,700
दक्षिण द्वीप (न्यूजीलैंड) दक्षिण—पश्चिमी प्रशांत महासागर 1,50,460
जावाद्वीप (इण्डोनेशिया) हिन्द महासागर 1,26,400
उत्तरी द्वीप (न्यूजीलैंड) दक्षिण—पश्चिमी प्रशांत महासागर 1,15,000
क्यूबा कैरीबियन सागर 1,11,000
आइसलैंड उत्तरी अटलाण्टिक महासागर 1,03,000
तस्मानिया दक्षिणी पश्चिमी प्रशांत महासागर 68,000
श्रीलंका हिन्द महासागर 65,600

विश्व के प्रमुख सागरों से संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

  • विश्व का सबसे बड़ा द्वीप कौन-सा है? ग्रीनलैंड
  • विश्व के सबसे बड़े द्वीप की स्थिति क्या है/कहाँ है? आर्कटिक सागर में
  • विश्व का दूसरा बड़ा द्वीप कौन-सा है?: न्यूगिनी द्वीप
  • न्यूगिनी द्वीप कहाँ स्थित है? पश्चिमी प्रशांत महासागर में
  • विश्व का सबसे बड़ा द्वीप समूह कौन-सा है? इंडोनेशिया
  • विश्व का सबसे छोटा द्वीप कौन-सा है? मेडागास्कर
  • मेडागास्कर किस सागर में स्थित है? हिन्द महासागर
  • डियागों गार्सिया द्वीप किस सागर में स्थित है? हिन्द महासागर
  • हिन्द महासागर का सबसे बड़ा द्वीप कौन-सा है? बोर्नियो
  • किस द्वीप को अग्नि द्वीप के नाम से जाना जाता है?: आइसलैंड
  • प्रशान्त महासागर का चौराहा किस द्वीप को कहा जाता है? हवाई द्वीप
  • सैंडविच किस द्वीप का पुराना नाम है? हवाई द्वीप
  • जकार्ता किस द्वीप पर स्थित है? जावा
  • एशिया का सबसे बड़ा द्वीप कौन-सा है? बोर्निया
  • जावा एवं सुमात्रा द्वीप किस देश में स्थित है? इंडोनेशिया

और जानिये : विश्व के प्रमुख सागरों के नाम और उनसे संबंधित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित अंगो पर आधारित सामान्य ज्ञान

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मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं प्रभावित अंग-Human Diseases and Affected Parts in Hindi

मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं प्रभावित अंग: (List of Major Human Diseases and Affected Body Parts in Hindi)

शरीर के किसी अंग/उपांग की संरचना का बदल जाना या उसके कार्य करने की क्षमता में कमी आना ‘रोग’ कहलाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो शरीर के अलग–अलग हिस्सों का सही से काम नहीं करना। अनुवांशिक विकार, हार्मोन का असंतुलन, शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली का सही तरीके से काम नहीं करना, कुछ ऐसे कारक हैं जो मनुष्य के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। एसएससी , यूपीएससी एवं अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर ही मानव रोगों से सवाल पूछे जाते है, यदि आप देखें तो शायद ही ऐसा कोई प्रश्नपत्र पायें जिसमें मानव रोगों से सवाल ना आया हो, एसएससी में तो हमेशा ही 1 से 2 सवाल मानव रोगों के बारे मे आता ही है, इसी को ध्यान में रखकर यहाँ मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित अंगो पर आधारित सामान्य ज्ञान जानकारी प्राप्त करा रहे हैं। आइये जानते है मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित अंगो के बारे में:

मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित अंगो की सूची:

रोग का नाम प्रभावित अंग का नाम
गठिया या रयुमैटिज्म जोड़ों
अस्थमा ब्रोन्कियल स्नायु
मोतियाबिंद आंखें
मधुमेह अग्नाशय,गुर्दे, आँखें
डिप्थेरिया गला
कुष्ठ, एक्जिमा, दाद त्वचा, तंत्रिकाएं
ग्लूकोमा, टर्कोमा, रतौंधी, मोतियाबिन्द, ट्रेकोमा, केटेरेक्ट आंखें
घेंघा थायराइड ग्रंथि
पीलिया लिवर
लेकिमिया रक्त
मलेरिया तिल्ली
मेनिनजाइटिस मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी
एटिटिस कान
पक्षाघात तंत्रिकाओं
निमोनिया,टी० वी० फेफड़ों
पोलियो, ऐथलीट फुट पैर
स्कर्वी, पायरिया दांतों और मसूड़ों
गठिया जोड़ों
साइनसाइटिस साइनस अस्तर की सूजन
तोंसिल्लितिस टॉन्सिल्स
घेंघा थायराइड ग्रंथि
क्षय रोग फेफड़ों
टाइफाइड, हैजा, पेचिस आंतों
रिकेट्स हड्डियाँ
टिटनेस, कोढ़, रैबीज, मिर्गी, पोलियो तंत्रिका तंत्र
हिपेटाइटिस या पीलिया यकृत
मेनिनजाइटिस मस्तिष्क
गलसुआ (गॉयटर) थॉयराइड ग्रंथि
हैजा आंत्र, आहारनाल
प्लूरिसी छाती
काली खांसी श्वसन तंत्र
आर्थ्राइटीस जोड़ों की सूजन
डिप्थीरिया गला, श्वास  नली
पार्किंसन मस्तिष्क
प्लेग फेफड़े, लाल रक्त कणिकाएं
क्रिप्टो कॉकसिस स्नायु तंत्र
हेपेटाइटिस-बी यकृत
दस्त बड़ी आँत
अतिसार आँत का अग्रभाग
निमोनिया फेफड़े
टायफाइड आँत
रिकेट्स हड्डियाँ
सिफिलिस जनन अंग
सुजाक, श्वेत प्रदर मूत्र मार्ग
छाले होना गला व मुंह
मेनिन्ज़ाइटिस रीढ़ की हड्डी तथा मस्तिष्क
काला अजार रुधिर, प्लीहा व अस्थि मज्जा

इन्हें भी पढ़े: विषाणु और जीवाणु द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग

और जानिये : मानव शरीर के प्रमुख रोग एवं उससे प्रभावित अंगो पर आधारित सामान्य ज्ञान

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