Quantcast
Channel: सामान्य ज्ञान अध्ययन – SamanyaGyan.com 2021
Viewing all 1939 articles
Browse latest View live

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों के नाम से सम्बंधित सामान्य ज्ञान

$
0
0
भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों के नाम एवं राज्य में कुल लंबाई की सूची

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची: (List of Famous National Highways of India in Hindi)

भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग, भारत की केन्द्रीय सरकार द्वारा संस्थापित और सम्भाले जानी वाली लंबी दूरी की सड़के है। मुख्यतः यह सड़के 2 पंक्तियो की है, प्रत्येक दिशा मे जाने के लिए एक पंक्ति। भारत के राजमार्गो की कुल दूरी लगभग 58,000 किमी है, जिसमे से केवल 4,885 किमी की सड़को के मध्य पक्का विभाजन बनाया गया है। राजमार्गो की लंबाई भारत के सड़को का मात्र 2% है, लेकिन यह कुल यातायात का लगभग 40% भार उठाते है।

इन्हें भी पढे: देश में राज्यवार राजमार्गों की सूची

1995 मे पास संसदीय विदेहक के तहत इन राजमार्गो को बनाने और रख-रखाव के लिए निजी संस्थानो की हिस्सेदारी को मंजूरी दी गई। हाल के समय मे इन राजमार्गो का तेजी से विकास हुआ जिनके तहत भारत के शहर और कस्बो के बीच यातायात के समय मे गिरावट आई। कुछ शहरो के बीच 4 और 6 पंक्तियों के राजमार्गो का भी विकास हुआ। भारत का सबसे बड़ा राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 7 (NH7) है, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर को भारत के दक्षिणी कोने, तमिलनाडु के कन्याकुमारी शहर के साथ जोड़ता है। इसकी लंबाई 2369 किमी है। सबसे छोटा राजमार्ग ६ किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 47A (NH47A) है, जो एरनाकुलम को कोची बंदरगाह से जोड़ता है।

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची

राष्ट्रीय राजमार्ग कहाँ से कहाँ तक
नं. १ दिल्ली से अमृतसर
नं. १-A जालंधर से उरी
नं. १-B बाटोट से सिमधनपास
नं.१- C डोमेल से कटरा
नं.२ दिल्ली से कोलकाता
नं.३ आगरा से मुंबई
नं.४ थाणे से चेन्नई
नं.४-A बेलगावं  से पणजी
नं.४-B पंवल से  उराँ से  कलांबोली से पालसो
नं.५ चेन्नई से झारपोरवरिया
नं.५-A हरिदासपुर से पारादीप
नं. ६ कोलकाता से हजीरा
नं.७ वाराणसी से कन्याकुमारी
नं.८ दिल्ली से मुंबई
नं.९ पुणे से मछलीपट्टम
नं.१० दिल्ली से फाजिल्का
नं.११ आगरा से बीकानेर
नं.12 जबलपुर से जयपुर
नं.13 शोलापुर  से मंगलोर
नं.14 बोवर  से राधनपुर
नं.१५ पठानकोट  से सम्ख्याली
नं.२४ दिल्ली से लखनऊ
नं.२७ इलाहबाद से वाराणसी
नं.२८. बरौनी से लखनऊ
नं.२९. गोरखपुर से वाराणसी
नं.५६ लखनऊ से वाराणसी

और जानिये : भारत के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों के नाम से सम्बंधित सामान्य ज्ञान


भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों के नाम, यात्रा मार्ग एवं राज्य में कुल लंबाई की सूची

$
0
0
भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों के नाम एवं राज्य में कुल लंबाई की सूची

देश में राज्यवार राजमार्गों की सूची: (Indian National Highway List in Hindi)

भारत का सबसे बड़ा राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 7 है, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर को भारत के दक्षिणी कोने, तमिलनाडु के कन्याकुमारी शहर के साथ जोड़ता है। इसकी लंबाई 2369 किमी है। सबसे छोटा राजमार्ग ६ किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 47A है, जो एरनाकुलम को कोची बंदरगाह से जोड़ता है।

राष्‍ट्रीय राजमार्गों के विकास और रखरखाव की जिम्‍मेदारी केंद्र सरकार की है। इस समय राजमार्गों की कुल लंबाई का नेटवर्क 70548 किलोमीटर तक फैला है। सभी राष्‍ट्रीय राजमार्गों के विकास और रखरखाव का कार्य परिवहन मंत्रालय, राज्यों के लोक निर्माण विभाग, भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और सीमा सड़क संगठन के माध्‍यम से करती है। देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने व्‍यापक राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना शुरू की है। राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना देश की अब तक की सबसे बड़ी राजमार्ग परियोजना है। इस परियोजना का क्रियान्‍वयन राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है।

इन्हें भी पढे: भारत के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची

राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी I और II) की उपलब्‍धियां चरण I और चरण II की गतिविधियां इस प्रकार हैं:

  • चार महानगरों – दिल्‍ली, मुंबई, चेन्‍नई और कोलकाता को 5846 किलोमीटर लंबी राजमार्ग से जोड़ने वाली योजना स्‍वर्णिम चतुर्भुज।
  • उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्‍चिम कॉरिडोर जिसकी लंबाई 7142 किलोमीटर है और जो क्रमश: कोच्‍चि-सेलम स्‍पर मार्ग सहित श्रीनगर को कन्‍याकुमारी और सिलचर को पोरबंदर से जोड़ता है।
  • देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों को जोड़ने वाले 380 किलोमीटर लंबे राष्‍ट्रीय राजमार्ग को चार लेन वाला बनाए जाने का प्रस्‍ताव है।
  • 962 किलोमीटर लंबे अंतर्राष्‍ट्रीय राजमार्गों का नवीनीकरण। एनएचडीपी के पहले और दूसरे चरण के तहत कुल 14,145 किलोमीटर लंबाई के राष्‍ट्रीय राजमार्ग के निर्माण और नवीनीकरण के लिए 80,626 करोड़ रुपए का अनुमानित खर्च आएगा।

राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना चरण III: एनएचडीपी चरण-III में राज्‍यों की राजधानियों, प्रमुख पर्यटक स्‍थलों और आर्थिक महत्‍व के स्‍थानों को जोड़ने वाले अत्‍यधिक यातायात वाले 12,109 किलोमीटर के राजमार्गों को 80,616 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 4/6 लेन वाला बनाना।

राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना चरण-IV: एनएचडीपी के चरण चार में राजमार्गों का 20,000 किलोमीटर हिस्‍सा फुटपाथ सहित दो लेन का है।

राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना चरण-V: एनएचडीपी चरण पांच में डिजाइन बिल्‍ड फाइनेंस एंड ऑपरेट (डीबीएफओ) के आधार पर चार लेन वाले 6500 किलोमीटर राजमार्गों की 41,210 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से छ: लेन वाला बनाने के लिए स्‍वर्णिम चतुर्भुज और अन्‍य राजमार्गों का 5,700 किलोमीटर हिस्‍सा शामिल है। सरकार ने राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के अंतर्गत एक लेन मध्‍यम आकार वाले दो लेन वाले 5000 कि.मी. लंबे राष्‍ट्रीय राजमार्गों को चौड़ा करने/सुधारने की मंजूरी दे दी है।

राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना चरण-VI: चरण VI में डिजाइन-निर्माण-वित्त-संचालन (डीबीएफओ) के आधार पर सरकारी और निजी क्षेत्र की भागीदारी के अंतर्गत 1000 कि.मी. के एक्‍सप्रसे-वे निर्माण की मंजूरी दे दी गई है। इसकी अनुमानित लागत 16680 करोड़ रुपए है।

राष्‍ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना चरण-VII: चरण VII में 16,680 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से रिंग रोड, बाईपास ग्रेड सेपरेटर, फ्लाईओवर, अंडरपास, ओवर ब्रिज एलीवेटेड सड़क के निर्माण की और सड़कों की मरम्‍मत की मंजूरी शामिल है।

भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची: (संख्या के क्रम में)

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या यात्रा मार्ग (रूट) प्रदेश में लंबाई (कि.मी.) कुल लम्बाई (कि.मी.)
राष्ट्रीय राजमार्ग 1 दिल्ली – अंबाला – जालंधर – अमृतसर –अटारी (भारत पाकिस्तान सीमा) दिल्ली (22), हरियाणा (180), पंजाब (254) 456
राष्ट्रीय राजमार्ग 1A जालंधर – माधोपुर – जम्मू – बनिहाल – श्रीनगर – बारामूला – उरी पंजाब (108), हिमाचल प्रदेश (14), जम्मू और कश्मीर(541) 663
राष्ट्रीय राजमार्ग 1B बटोटे – दोडा – किश्तवाड़ – सिंथन पास – खानाबल जम्मू और कश्मीर (274) 274
राष्ट्रीय राजमार्ग 1C डोमेल – कटरा जम्मू और कश्मीर (8) 8
राष्ट्रीय राजमार्ग 2 दिल्ली – मथुरा – आगरा – कानपुर – इलाहाबाद – वाराणसी – मोहनिया – बरही – पलसित – बैद्यबटी – बाराचट्टी – कोलकाता दिल्ली (12), हरियाणा (74), उत्तर प्रदेश (752), बिहार (202), झारखंड (190),पश्चिम बंगाल (235) 1465
राष्ट्रीय राजमार्ग 2A सिकन्दरा – भोगनीपुर उत्तर प्रदेश (25) 25
राष्ट्रीय राजमार्ग 3 आगरा – ग्वालियर – शिवपुरी – इंदौर – धुले – नासिक – थाने – मुंबई उत्तर प्रदेश (26), राजस्थान (32), मध्य प्रदेश (712), महाराष्ट्र (391) 1161
राष्ट्रीय राजमार्ग 4 मुंबई – थाणे – पुणे – सतारा – सांगली – कोल्हापुर बेलगाम – हुबली – बेंगलोर – कोलार – चितूर – तिरुवालम – रानीपेट – वालजपेट – श्रीपेरुमबुदुर – चेन्नई महाराष्ट्र (371), कर्नाटक (658), आन्ध्र प्रदेश (83), तमिलनाडु (123) 1235
राष्ट्रीय राजमार्ग 4A बेलगाम – अनमोड़ – पोंडा – पणजी कर्नाटक (82), गोवा (71) 153
राष्ट्रीय राजमार्ग 4B नवाशेवा – कालमबोली – पाल्सपे महाराष्ट्र (27) 27
राष्ट्रीय राजमार्ग 5 झारपोखरिया राष्ट्रीय राजमार्ग 6 के पास से – कटक – भुवनेश्वर – विशाखापटनम – विजयवाड़ा – चेन्नई उड़ीसा (488), आन्ध्र प्रदेश (1000), तमिलनाडु (45) 1533
राष्ट्रीय राजमार्ग 5A राष्ट्रीय राजमार्ग 5 के पास हरिदासपुर – पारादीप बंदरगाह उड़ीसा (77) 77
राष्ट्रीय राजमार्ग 6 हजीरा – धुले – नागपुर – रायपुर – संबलपुर – बहाराघोड़ा – कोलकाता महाराष्ट्र (813), छत्तीसगढ़ (314), उड़ीसा (462), झारखंड (22), पश्चिम बंगाल (161), गुजरात (177) 1949
राष्ट्रीय राजमार्ग 7 वाराणसी – मंगावन – रीवा – जबलपुर – ख्नादों – नागपुर – हैदराबाद – कुरनूल – बैंगलोर – कृष्णागिरि – सलेम – डिंडीगुल – मदुरई – तिरुनावली – कन्याकुमारी उत्तर प्रदेश (128), मध्य प्रदेश (504), महाराष्ट्र (232), आन्ध्र प्रदेश (753), कर्नाटक (125), तमिलनाडु (627) 2369
राष्ट्रीय राजमार्ग 7A पलयमकोट्टई – तुतिकोरन बंदरगाह तमिलनाडु (51) 51
राष्ट्रीय राजमार्ग 8 दिल्ली – जयपुर – अजमेर – उदयपुर – अहमदाबाद – वडोदरा – मुंबई दिल्ली (13), हरियाणा (101), राजस्थान (688), गुजरात (498), महाराष्ट्र (128) 1428
राष्ट्रीय राजमार्ग 8A अहमदाबाद – लिंबड़ी – मोरवी – काँदला – माँडवी गुजरात (618) 618
राष्ट्रीय राजमार्ग 8B बामनबोर – राजकोट – पोरबंदर गुजरात (206) 206
राष्ट्रीय राजमार्ग 8C चिलोड़ा – गाँधीनगर – सरखेज गुजरात (46) 46
राष्ट्रीय राजमार्ग 8D जेतपुर – सोमनाथ गुजरात (127) 127
राष्ट्रीय राजमार्ग 8E सोमनाथ – भावनगर गुजरात (445) 445
राष्ट्रीय राजमार्ग 9 पुणे – शोलापुर – हैदराबाद – विजयवाड़ा – मछलीपटनम महाराष्ट्र (336), कर्नाटक (75), आन्ध्र प्रदेश (430) 841
राष्ट्रीय राजमार्ग 10 दिल्ली – फाजिल्का – भारत पाकिस्तान सीमा दिल्ली (18), हरियाणा (313), पंजाब (72) 403
राष्ट्रीय राजमार्ग 11 आगरा – जयपुर – बीकानेर उत्तर प्रदेश (51), राजस्थान (531) 582
राष्ट्रीय राजमार्ग 11A मनोहरपुर – दौसा – लटसोट – कोथम राजस्थान (145) 145
राष्ट्रीय राजमार्ग 12 जबलपुर – भोपाल – खिल्चीपुर – अकलेरा – झालावर – कोटा – बूँदी – देवली – टोंक – जयपुर मध्य प्रदेश (490), राजस्थान (400) 890
राष्ट्रीय राजमार्ग 12A जबलपुर – माँडला – चिल्पी – सिमगा (रायपुर के पास) मध्य प्रदेश (152), छत्तीसगढ़ (128) 280
राष्ट्रीय राजमार्ग 13 शोलापुर – चित्रदुर्गा – शिमोगा – मैंगलोर महाराष्ट्र (43), कर्नाटक (648) 691
राष्ट्रीय राजमार्ग 14 बीवार – सिरोही – राधापुर राजस्थान (310), गुजरात (140) 450
राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पठानकोट – अमृतसर – भटिंडा – गंगानगर – बीकानेर – जैसलमेर – बाड़मेर – समाखियाली (काँदला के पास) पंजाब (350), राजस्थान (906), गुजरात (270) 1526
राष्ट्रीय राजमार्ग 16 निज़ामाबाद – माँचेरल – भोपालपतनम – जगदलपुर आन्ध्र प्रदेश (220), महाराष्ट्र (30), छत्तीसगढ़ (210) 460
राष्ट्रीय राजमार्ग -17 पानवेल – महद – पणजी – करवर – मैंगलोर – कन्नूर – कोज़ीकोड – फेरोख – कुतीपुरम – पुडु – पोनानी – चौघाट – कन्नूर – इदपल्ली (राष्ट्रीय राजमार्ग 47 के पास) महाराष्ट्र (482), गोवा (139), कर्नाटक (280), केरल(368) 1269
राष्ट्रीय राजमार्ग 17A (राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के पास), कोर्टलम – मढ़गाव गोवा (19) 19
राष्ट्रीय राजमार्ग 17B पोंडा – वर्णा – वास्को गोवा (40) 40
राष्ट्रीय राजमार्ग 18 राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के पास कुरनूल – नंदयाल – कुद्दापह – राष्ट्रीय राजमार्ग 4 के पास चित्तूर आन्ध्र प्रदेश (369) 369
राष्ट्रीय राजमार्ग 19 गाज़ीपुर – बलिया – पटना बिहार (120), उत्तर प्रदेश (120) 240
राष्ट्रीय राजमार्ग 20 पठानकोट – मंडी पंजाब (10), हिमाचल प्रदेश (210) 220
राष्ट्रीय राजमार्ग 21 चंडीगढ़ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 22 से – रोपड़ – बिलासपुर – मंडी – कुल्लू – मनाली चंडीगढ़ (24), पंजाब (67), हिमाचल प्रदेश (232) 323
राष्ट्रीय राजमार्ग 21A पिंजौर – नालागढ़ – स्वारघाट हरियाणा (16), हिमाचल प्रदेश (49) 65
राष्ट्रीय राजमार्ग 22 अंबाला – कालका – शिमला – नारकंडा – रामपुर – भारत चीन सीमा के पास शिपकिला हरियाणा (30), पंजाब (31), हिमाचल प्रदेश (398) 459
राष्ट्रीय राजमार्ग 23 चस – राँची – राउरकेला – तलचेर – राष्ट्रीय राजमार्ग 42 के संगम से झारखंड (250), उड़ीसा (209) 459
राष्ट्रीय राजमार्ग 24 दिल्ली – बरेली – लखनऊ दिल्ली (7), उत्तर प्रदेश (431) 438
राष्ट्रीय राजमार्ग 24A बख्शी का तालाब – चेन्हट (राष्ट्रीय राजमार्ग 28) उत्तर प्रदेश (17) 17
राष्ट्रीय राजमार्ग 25 लखनऊ – कानपुर – झाँसी – शिवपुरी उत्तर प्रदेश (270), मध्य प्रदेश (82) 352
राष्ट्रीय राजमार्ग 25A (राष्ट्रीय राजमार्ग 25) – बख्शी का तालाब उत्तर प्रदेश (31) 31
राष्ट्रीय राजमार्ग 26 झाँसी – लखान्दों उत्तर प्रदेश (128), मध्य प्रदेश (268) 396
राष्ट्रीय राजमार्ग 27 इलाहाबाद – मंगावन उत्तर प्रदेश (43), मध्य प्रदेश (50) 93
राष्ट्रीय राजमार्ग 28 बरौनी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से – मुजफ्फरपुर – पिपरा – कोठी – गोरखपुर – लखनऊ बिहार (259), उत्तर प्रदेश (311) 570
राष्ट्रीय राजमार्ग 28A पिपरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 28 से – कोठी – सगौली – रक्सौल – भारत नेपाल सीमा बिहार (68) 68
राष्ट्रीय राजमार्ग 29 गोरखपुर – गाज़ीपुर – वाराणसी उत्तर प्रदेश (196) 196
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 मोहनिया (राष्ट्रीय राजमार्ग 2 के पास), – पटना – बख्तियारपुर बिहार (230) 230
राष्ट्रीय राजमार्ग 30A फतुहा – चंढ़ी – हमौत – बर्ह बिहार (65) 65
राष्ट्रीय राजमार्ग 31 बरही के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से – बख्तियारपुर – मोकमेह – पुर्निया – दलकोला – सिलिगुड़ी – सिवोक – कूच – बेहार- उत्तरी सलमारा – नलबारी – चरली – अमीनगाँव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 37 के संगम से बिहार (393), पश्चिम बंगाल (366), असम (322),झारखंड (44) 1125
राष्ट्रीय राजमार्ग 31A सिवोक – गंगटोक पश्चिम बंगाल (30), सिक्किम (62) 92
राष्ट्रीय राजमार्ग 31B उत्तरी सलमारा – जोगीघोपा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 37 के संगम असम (19) 19
राष्ट्रीय राजमार्ग 31C गलगलिया के पास – बघदोघरा – चलसा – नगरकाटा – गोयेरकाटा – डल्गाँव – हसीमरा – राजबात खवा – कोचगाँव – सिदिली – बिजनी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31 तक पश्चिम बंगाल (142), असम (93) 235
राष्ट्रीय राजमार्ग 32 गोबिन्द्पुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 के संगम से – धनबाद – जमशेदपुर झारखंड (107), पश्चिम बंगाल (72) 179
राष्ट्रीय राजमार्ग 33 बरही के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से – राँची – बहाराघोरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 6 तक झारखंड (352) 352
राष्ट्रीय राजमार्ग 34 दलकोला के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से – बहरामपुर – बरसात – कोलकाता पश्चिम बंगाल (443) 443
राष्ट्रीय राजमार्ग 35 बरसात – बनगाँव – भारत बांग्लादेश सीमा पश्चिम बंगाल (61) 61
राष्ट्रीय राजमार्ग 36 नौवगौँग – दीमापुर(मणिपुर रोड) असम (167), नागालैंड (3) 170
राष्ट्रीय राजमार्ग 37 गोलपरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31B से – गुवाहाटी – जोराबाट – कमरगाँव – मकूम – शैखोआघाट असम (680) 680
राष्ट्रीय राजमार्ग 37A कुआरीताल – तेज़पुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 52 तक असम (23) 23
राष्ट्रीय राजमार्ग 38 मुकूम – लेदो – लेखपानी असम (54) 54
राष्ट्रीय राजमार्ग 39 नुमालीगढ़ – इंफाल – पलेल – भारत – म्याँमार सीमा असम (115), नागालैंड (110), मणिपुर (211) 436
राष्ट्रीय राजमार्ग 40 जोरबाट – शिलौंग – भारत बांग्लादेश सीमा के पास दावकी – जोवाई मेघालय (216) 216
राष्ट्रीय राजमार्ग 41 कोलाघाट के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 6 के संगम से – हल्दिया बंदरगाह पश्चिम बंगाल (51) 51
राष्ट्रीय राजमार्ग 42 संबलपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 6 के संगम से – अँगुल – कटक के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 5 के संगम तक उड़ीसा (261) 261
राष्ट्रीय राजमार्ग 43 जगदलपुर – विजयनगरम नतवलासा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 5 के संगम तक छत्तीसगढ़ (316), उड़ीसा (152), आन्ध्र प्रदेश (83) 551
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 शिलांग – पस्सी – बदरपुर – अगरतला – सब्रूम मेघालय (184), असम (111), त्रिपुरा (335) 630
राष्ट्रीय राजमार्ग 44A आईजोल – मनु मिजोरम (165), त्रिपुरा (65) 230
राष्ट्रीय राजमार्ग 45 चेन्नई – त्रिचुरापल्ली – डिंडीगु्ल तमिलनाडु (387) 387
राष्ट्रीय राजमार्ग 45A विल्लुपुरम – पुदुचेरी – चिदम्बरम – नागापतनम तमिलनाडु (147), पुदुचेरी (43) 190
राष्ट्रीय राजमार्ग 45B त्रिचिरापल्ली – मेलुर – टुटिकोरिन तमिलनाडु (257) 257
राष्ट्रीय राजमार्ग 46 कृष्णागिरि – वालजपेट तमिलनाडु (132) 132
राष्ट्रीय राजमार्ग 47 सलेम – कोयम्बटूर – त्रिचूर – एरनाकुलम – त्रिवेंद्रम – कन्याकुमारी तमिलनाडु (224), केरल (416) 640
राष्ट्रीय राजमार्ग 47A राष्ट्रीय राजमार्ग 47 के संगम से विलिंगटन द्वीप केरल (6) 6
राष्ट्रीय राजमार्ग 48 बेंगलोर – हासन – मैंगलोर कर्नाटक (328) 328
राष्ट्रीय राजमार्ग 49 कोचीन – मदुरई – धनुषकोडी तमिलनाडु (290), केरल (150) 440
राष्ट्रीय राजमार्ग 50 नासिक – पुणे के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 4 तक महाराष्ट्र (192) 192
राष्ट्रीय राजमार्ग 51 पैकन – टुरा – दालु असम (22), मेघालय (127) 149
राष्ट्रीय राजमार्ग 52 बैहाटा – चरली – तेज़पुर – बाँदेर देवा – उत्तरी लखीमपुर – पासीघाट – तेज़ु – सीतापानी – सैखोआघाट के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 37 तक असम (540), अरुणाचल प्रदेश (310) 850
राष्ट्रीय राजमार्ग 52A बाँदेर देवा – इटानगर – गोहपुर असम (15), अरुणाचल प्रदेश (42) 57
राष्ट्रीय राजमार्ग 52B कुलाजन – डिब्रूगढ़ असम (31) 31
राष्ट्रीय राजमार्ग 53 बदरपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 44 से – जिरिघाट – सिल्चर – इंफाल असम (100), मणिपुर (220) 320
राष्ट्रीय राजमार्ग 54 दबाका – लुमडिंग – सिलचर – आईजोल – टुइपाँग असम (335), मिजोरम (515) 850
राष्ट्रीय राजमार्ग 54A थेरिआट – लुंगिई मिजोरम (9) 9
राष्ट्रीय राजमार्ग 54B वीनस सैडल – सैहा मिजोरम (27) 27
राष्ट्रीय राजमार्ग 55 सिलीगुढ़ी – दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल (77) 77
राष्ट्रीय राजमार्ग 56 लखनऊ – वाराणसी उत्तर प्रदेश (285) 285
राष्ट्रीय राजमार्ग 56A चेनहट (राष्ट्रीय राजमार्ग 28) – (राष्ट्रीय राजमार्ग 56) उत्तर प्रदेश (13) 13
राष्ट्रीय राजमार्ग 56B (राष्ट्रीय राजमार्ग 56), – (राष्ट्रीय राजमार्ग 25) उत्तर प्रदेश (19) 19
राष्ट्रीय राजमार्ग 57 मुज़फ़्फ़रपुर – धरभंगा – फोरबेसगंज़ – पुर्निया बिहार (310) 310
राष्ट्रीय राजमार्ग 58 दिल्ली – गाज़ियाबाद – मेरठ – हरिद्वार – बद्रीनाथ – मनपास उत्तर प्रदेश (165),उत्तराखंड (373) 538
राष्ट्रीय राजमार्ग 59 अहमदाबाद – गोधरा – धर – इंदौर गुजरात (211), मध्य प्रदेश (139) 350
राष्ट्रीय राजमार्ग 59A इंदौर – बेतुल मध्य प्रदेश (264) 264
राष्ट्रीय राजमार्ग 60 बालासोर – खड़गपुर — आसनसोल उड़ीसा (57), पश्चिम बंगाल (248) 305
राष्ट्रीय राजमार्ग 61 कोहिमा – वोखा – मुकोकचुंग – झाँजी नागालैंड (220), असम (20) 240
राष्ट्रीय राजमार्ग 62 दुधनई-दामरा-मेघालय सीमा असम (5), मेघालय (190) 195
राष्ट्रीय राजमार्ग 63 अंकोला – हुबली – होसपेट – गूटी कर्नाटक (370), आन्ध्र प्रदेश (62) 432
राष्ट्रीय राजमार्ग 64 चंडीगढ़ – राजपुरा – पटियाला – संगरूर – भटिंडा – डबवाली पंजाब (256) 256
राष्ट्रीय राजमार्ग 65 अंबाला – कैथल – हिसार – फ़तेहपुर – जोधपुर – पाली हरियाणा (240), राजस्थान (450) 690
राष्ट्रीय राजमार्ग 66 पुदुचेरी – टिंडीवनम – जिन्गी – थिरुवन्नामलाई – कृष्णागिरि पुदुचेरी (10), तमिलनाडु (234) 244
राष्ट्रीय राजमार्ग 67 नागापटनम – त्रिचिरापल्ली – करूर – कोयम्बटूर तमिलनाडु (357) 357
राष्ट्रीय राजमार्ग 68 उलुंडरूपेट – सलेम तमिलनाडु (134) 134
राष्ट्रीय राजमार्ग 69 नागपुर – ओबेदुल्लागंज महाराष्ट्र (55), मध्य प्रदेश (295) 350
राष्ट्रीय राजमार्ग 70 जालंधर – होशियारपुर – हमीरपुर – धरमपुर – मंडी हिमाचल प्रदेश (120), पंजाब (50) 170
राष्ट्रीय राजमार्ग 71 जालंधर – मोगा – संगरूर – रोहतक – बावल पंजाब (130), हरियाणा (177) 307
राष्ट्रीय राजमार्ग 71A रोहतक – पानीपत हरियाणा (72) 72
राष्ट्रीय राजमार्ग 72 अंबाला – नाहन – पौंटा साहिब – देहरादून – हरिद्वार हरियाणा (50), हिमाचल प्रदेश (50), उत्तर प्रदेश(100) 200
राष्ट्रीय राजमार्ग 72A छुटमलपुर – बिहारीगढ़ – देहरादून उत्तराखंड (15),उत्तर प्रदेश (30) 45
राष्ट्रीय राजमार्ग 73 रुड़की – सहारनपुर – यमुनानगर – साहा – पँचकुला हरियाणा (108), उत्तर प्रदेश (59), उत्तराखंड (21) 188
राष्ट्रीय राजमार्ग 74 हरिद्वार – नगीना – काशीपुर – किच्छा – पीलीभीत – बरेली उत्तर प्रदेश (147),उत्तराखंड (153) 300
राष्ट्रीय राजमार्ग 75 ग्वालियर – झाँसी – छतरपुर – रीवा – रेनुकूट – गरवा – डालटनगंज – राँची मध्य प्रदेश (600), उत्तर प्रदेश (110),झारखंड (245) 955
राष्ट्रीय राजमार्ग 76 पिंडवारा – उदयपुर – मंगलवार – कोटा – शिवपुरी – झाँसी – बाँदा – इलाहाबाद मध्य प्रदेश (60), उत्तर प्रदेश (467), राजस्थान (480) 1007
राष्ट्रीय राजमार्ग 77 हाज़ीपुर – सीतामढ़ी – सोनबरसा बिहार (142) 142
राष्ट्रीय राजमार्ग 78 कटनी – शाहदोल – अम्बिकापुर – जसनगर – गुम्ला मध्य प्रदेश (178), छत्तीसगढ़ (356),झारखंड (25) 559
राष्ट्रीय राजमार्ग 79 अजमेर – नसीराबाद – नीमच – मंदसौर – इंदौर मध्य प्रदेश (280), राजस्थान (220) 500
राष्ट्रीय राजमार्ग 79A किशनगढ़ (राष्ट्रीय राजमार्ग 8) – नसीराबाद (राष्ट्रीय राजमार्ग 79) राजस्थान (35) 35
राष्ट्रीय राजमार्ग 80 मोकामेह – राजमहल – फरक्का बिहार (200),झारखंड (100), पश्चिम बंगाल (10) 310
राष्ट्रीय राजमार्ग 81 कोरा – कटिहार – माल्दा बिहार (45), पश्चिम बंगाल (55) 100
राष्ट्रीय राजमार्ग 82 गया – बिहार शरीफ – मोकामेह बिहार (130) 130
राष्ट्रीय राजमार्ग 83 पटना – ज़हानाबाद – गया – बोधगया – धोबी बिहार (130) 130
राष्ट्रीय राजमार्ग 84 आरह – बक्सर बिहार (60) 60
राष्ट्रीय राजमार्ग 85 छपरा – सिवान – गोपालगंज बिहार (95) 95
राष्ट्रीय राजमार्ग 86 कानपुर – छत्रपुर – सागर – भोपाल – देवास उत्तर प्रदेश (180), मध्य प्रदेश (494) 674
राष्ट्रीय राजमार्ग 87 रामपुर – पंतनगर – हल्द्वानी – नैनीताल उत्तर प्रदेश (32),उत्तराखंड (51) 83
राष्ट्रीय राजमार्ग 88 शिमला – बिलासपुर – हमीरपुर – भवन – राष्ट्रीय राजमार्ग 20 हिमाचल प्रदेश (115) 115
राष्ट्रीय राजमार्ग 90 बरन – अक्लेरा राजस्थान (100) 100
राष्ट्रीय राजमार्ग 91 गाज़ियाबाद – अलीगढ़ – एटा – कन्नौज – कानपुर उत्तर प्रदेश (405) 405
राष्ट्रीय राजमार्ग 92 भोंगाँव – इटावा – ग्वालियर उत्तर प्रदेश (75), मध्य प्रदेश (96) 171
राष्ट्रीय राजमार्ग 93 आगरा – अलीगढ़ – बबराला – चंदौसी – मुरादाबाद उत्तर प्रदेश (220) 220
राष्ट्रीय राजमार्ग 94 ऋषिकेश – अंपाता – टेहरी – धराशु – कुथानुर – यमुनोत्री उत्तराखंड (160) 160
राष्ट्रीय राजमार्ग 95 खरड़ (चंडीगढ़), – लुधियाना – जगराओं – फ़िरोज़पुर पंजाब (225) 225
राष्ट्रीय राजमार्ग 96 फैज़ाबाद – सुल्तानपुर – प्रतापगढ़ – इलाहाबाद उत्तर प्रदेश (160) 160
राष्ट्रीय राजमार्ग 97 गाज़ीपुर – ज़मानिया – सैयदराजा उत्तर प्रदेश (45) 45
राष्ट्रीय राजमार्ग 98 पटना – औरंगाबाद – राजहरा बिहार (156), झारखंड (51) 207
राष्ट्रीय राजमार्ग 99 दोभी – च्त्र – चाँदवा झारखंड (110) 110
राष्ट्रीय राजमार्ग 100 चत्र – हज़ारीबाग – बोगोडा झारखंड (118) 118
राष्ट्रीय राजमार्ग 101 छपरा – बनियापुर – मोहमदपुर बिहार (60) 60
राष्ट्रीय राजमार्ग 102 छपरा – रेवाघाट – मुज़फ़्फ़रपुर बिहार (80) 80
राष्ट्रीय राजमार्ग 103 हाज़ीपुर – मुश्रीघरारी बिहार (55) 55
राष्ट्रीय राजमार्ग 104 चकिया – मधुबन – शिवहर – सीतामढी – सुरसंद – जयनगर – नरहिया बिहार (160) 160
राष्ट्रीय राजमार्ग 105 धरभंगा – औंसी – जयनगर बिहार (66) 66
राष्ट्रीय राजमार्ग 106 बीरपुर – माधेपुरा – बीहपुर बिहार (130) 130
राष्ट्रीय राजमार्ग 107 महेशकुंड – सोनबरसरज – सिमरी बख्तियारपुर – बरियाही – सहरसा – मधेपुरा – पुर्निया बिहार (145) 145
राष्ट्रीय राजमार्ग 108 धराशु – उत्तरकाशी – यमुनोत्री – धाम उत्तराखंड 127
राष्ट्रीय राजमार्ग 109 रुद्रप्रयाग – गुप्तकाशी – गंगोत्री उत्तराखंड 76
राष्ट्रीय राजमार्ग 150 आईजोल – चूढ़चाँदपुर – इंफाल – उख्रुल – जेसामी – कोहिमा मणिपुर (523), मिजोरम (141), नागालैंड (36) 700
राष्ट्रीय राजमार्ग 151 करीमगंज़ – भारत – बांग्लादेश सीमा असम (14) 14
राष्ट्रीय राजमार्ग 152 पतचरकुचि – भारत भूटान सीमा असम (40) 40
राष्ट्रीय राजमार्ग 153 लेदो – लेखापानी – भारत – म्याँमार सीमा असम (20), अरुणाचल प्रदेश (40) 60
राष्ट्रीय राजमार्ग 154 धलेश्बर – भैराबी – कनपुई असम (110),मिजोरम (70) 180
राष्ट्रीय राजमार्ग 200 रायपुर – बिलासपुर – साजगढ़ – कनकटोरा – झरसुगुडा – कोचिंदा – देवगढ़ – तल्चेर – चांदीकोले उड़ीसा (440), मध्य प्रदेश (300) 740
राष्ट्रीय राजमार्ग 201 बोरिगुम्मा – बोलनगीर – बारगढ़ उड़ीसा (310) 310
राष्ट्रीय राजमार्ग 202 हैदराबाद – वारंगल – वेंकटपुरम – भोपालपटनम आन्ध्र प्रदेश (244),छत्तीसगढ़ (36) 280
राष्ट्रीय राजमार्ग 203 भुवनेश्वर – पुरी उड़ीसा (59) 59
राष्ट्रीय राजमार्ग 204 रत्नागिरि – कोल्हापुर महाराष्ट्र (126) 126
राष्ट्रीय राजमार्ग 205 अनंतपुर – रेनिगुंटा – चेन्नई आन्ध्र प्रदेश (360), तमिलनाडु (82) 442
राष्ट्रीय राजमार्ग 206 तुमकुर – शिमोगा – होनावर कर्नाटक (363) 363
राष्ट्रीय राजमार्ग 207 होसुर – सर्जापुर – देवनहल्ली – नीलमंगला कर्नाटक (135), तमिलनाडु (20) 155
राष्ट्रीय राजमार्ग 208 कोट्टार्क्कारा – पुनालूर थेनमाला – अर्यन्कवु – शेन्कोटा – तेनकासी – राजपलयम – थिरुमंगलम (मदुरई) केरल (81), तमिलनाडु (125) 206
राष्ट्रीय राजमार्ग 209 डिंडीगुल – पोलाची – पलानी – कोयम्बटूर – अन्नूर – को्लेगल – बेंगलोर तमिलनाडु (286), कर्नाटक (170) 456
राष्ट्रीय राजमार्ग 210 त्रिचिरापल्ली – देवकोट्टई – रामनाथपुरम तमिलनाडु (160) 160
राष्ट्रीय राजमार्ग 211 सोलापुर – ओस्मानाबाद – औरंगाबाद – धुले महाराष्ट्र (400) 400
राष्ट्रीय राजमार्ग 212 कोज़ीकोड – मैसूर – कोलेगल कर्नाटक (160), केरल (90) 250
राष्ट्रीय राजमार्ग 213 पालघाट – कोज़ीकोड केरल (130) 130
राष्ट्रीय राजमार्ग 214 काथीपल्ली – काकीनाढ़ा – पमारू आन्ध्र प्रदेश (270) 270
राष्ट्रीय राजमार्ग 215 पानिकोली – केवंझर – राजामुंद्रा उड़ीसा (348) 348
राष्ट्रीय राजमार्ग 216 रायगढ़ – सरनगढ़ – सरायपल्ली छत्तीसगढ़ (80) 80
राष्ट्रीय राजमार्ग 217 रायपुर – गोपालपुर छत्तीसगढ़ (70), उड़ीसा (438) 508
राष्ट्रीय राजमार्ग 218 बीजापुर – हुबली कर्नाटक (176) 176
राष्ट्रीय राजमार्ग 219 मदनापल्ली – कुप्पम – कृष्णागिरि आन्ध्र प्रदेश (128), तमिलनाडु (22) 150
राष्ट्रीय राजमार्ग 220 कोल्लम – कोट्टार्क्कारा – अदूर – कोट्टयम – पामबड़ी – पोनकुनम – कंजिरापल्ली – मुद्दकयम – पिरुमेडु – वंडीपेरियार – कुमिली – थेनी केरल (210), तमिलनाडु (55) 265
राष्ट्रीय राजमार्ग 221 विजयवाड़ा – भद्रचलम – जगदालपुर आन्ध्र प्रदेश (155), छत्तीसगढ़ (174) 329
राष्ट्रीय राजमार्ग 222 कल्याण – अहमदनगर – परभणी – नांदेण – निर्मल महाराष्ट्र (550),आन्ध्र प्रदेश (60) 610
राष्ट्रीय राजमार्ग 223 पोर्ट ब्लेयर – बाराताँग – मायाबँदर अंडमान और निकोबार (300) 300
राष्ट्रीय राजमार्ग 224 खोरधा – नयागढ़ – सोनापुर – बालनगिर उड़ीसा (298) 298
राष्ट्रीय राजमार्ग 226 थंजावुर – मनमदुरई तमिलनाडु (126) 144
राष्ट्रीय राजमार्ग 227 तिरुचापल्ली – चिदम्बरम तमिलनाडु (136) 136
राष्ट्रीय राजमार्ग 228 साबरमती आश्रम – नादियाड – आनंद – सूरत – नवसारी -दाँडी गुजरात (374) 374

और जानिये : भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों के नाम, यात्रा मार्ग एवं राज्य में कुल लंबाई की सूची

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का इतिहास, अध्यक्षों के नाम और बीसीसीआई के कार्य

$
0
0
बीसीसीआई का इतिहास, अध्यक्षों के नाम और कार्य- BCCI History in Hindi

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष: (List of BCCI Presidents from 1928 in Hindi)

बीसीसीआई क्या है और किसे कहते है?

बीसीसीआई की Full form है Board of Control for Cricket in India यानि के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अपने नाम के मुताबिक भारतीय क्रिकेट बोर्ड जो है वो भारत में खेले जाने वाले क्रिकेट मैच या भारत की तरफ से खेले जाने वाले क्रिकेट खेल को चलाता है और उसे नियंत्रण  भी करता है। आसान शब्दों में अगर कहें तो भारतीय क्रिकेट को पोषित करता है और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट की भागीदारी सुनिश्चित करता है।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का इतिहास

बीसीसीआई विश्व क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से सम्बद्ध बोर्ड है जो जिसका गठन 1928 में हुआ और आज यह एक सरकारी संस्था है जिसे भारत सरकार सरंक्षण देती है। बीसीसीआई का मुख्यालय मुंबई में है। बीसीसीआई का मुख्य काम है भारत में होने वाले खेल टूर्नामेंट्स का नियंत्रण करना और उनका आयोजन करवाना और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के खिलाडियों जो भारत की और से खेलते है उनका भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करना।

चूँकि क्रिकेट भारत में बाकि खेलों से बहुत अधिक लोकप्रिय है जिसकी वजह से बीसीसीआई की गिनती दुनिया में सबसे अमीर बोर्ड में भी होती है। इसके अलावा बीसीसीआई खेलो में होने वाले प्रदर्शन के साथ साथ खेल की भावना को सुरक्षित रखने के लिए दूसरे निगरानी जैसे काम भी करती है जिसमे क्रिकेट के ऊपर होने वाले सट्टेबाजी को रोकना भी शामिल है और ऐसे खेल से जुड़े नियमो को भंग करने वाले खिलाडियों पर बोर्ड अक्सर फैसले लेती रहती है और मैच फिक्सिंग जैसे मामलो में दोषी पाए जाने पर आजीवन प्रतिबन्ध जैसे फैसले भी बोर्ड लेती है।

इन्हें भी पढे: राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार विजेता 2016 की सूची

बीसीसीआई भारत में होने वाले निम्न टूर्नामेंट्स को आयोजित करवाने और निगरानी के लिए उतरदायी है:-

  • इंडियन प्रीमियर लीग
  • रणजी ट्रॉफी
  • देवधर ट्रॉफी
  • सयद मुस्ताख अली ट्रॉफी
  • दलीप ट्रॉफी
  • विजय हजारे ट्रॉफी
  • ईरानी कप
  • एनकेपी साल्वे चैलेंजर ट्रॉफी
  • बीसीसीआई कॉर्पोरेट ट्रॉफी

वर्ष 1928 से अब तक बने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्षों की सूची:

अध्यक्ष का नाम कब से कब तक
ग्रांट गोवन 1928 1933
सर सिकंदर हयात खान 1933 1935
हमिदुल्लाह खान 1935 1937
केएस दिग्विजय सिंह 1937 1938
पी. सुब्बरायन 1938 1946
एन्थॉनी एस डि’मीलो 1946 1951
जेसी मुखर्जी 1951 1954
महाराजकुमार विजय आनंद 1954 1956
सरदार सुरजीतसिंह मजीठिया 1956 1958
आरके पटेल 1958 1960
एमए चिदंबरम 1960 1963
फतहसिंह राव गायकवाड़ 1963 1966
जेड आर ईरानी 1966 1969
ए एन घोष 1969 1972
पी एम रुंगटा 1972 1975
रामप्रकाश मेहरा 1975 1977
एम चिन्नास्वामी 1977 1980
एसके वानखेड़े 1980 1982
एनकेपी साल्वे 1982 1985
एस श्रीरमन 1985 1988
बीएन दत्त 1988 1990
माधवराव सिंधिया 1990 1993
आईएस बिंद्रा 1993 1996
राज सिंह डूंगरपुर 1996 1999
एसी मुथैया 1999 2001
जगमोहन डालमिया 2001 2004
रणबीर सिंह महेंद्रा 2004 2005
शरद पवार 2005 2008
शशांक मनोहर 2008 2011
एन श्रीनिवासन 2011 2013
जगमोहन डालमिया (अंतरिम) 2013 2013
एन. श्रीनिवासन 2013 2014
शिवलाल यादव (अंतरिम) 2014 2014
सुनील गावसकर (अंतरिम, आईपीएल) 2014 2014
जगमोहन डालमिया (निधन) 2015 2015
शशांक मनोहर 2015 2016
अनुराग ठाकुर 2016 02 जनवरी 2017 को बर्खास्त किये गए

और जानिये : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का इतिहास, अध्यक्षों के नाम और बीसीसीआई के कार्य

भारत के मुख्य न्यायाधीशों के नाम, उनकी योग्यताएँ, एवं कार्यकाल अवधि

$
0
0
भारत के मुख्य न्यायाधीशोंं की सूची- Chief Justices of India in Hindi

सन 1950 से अब तक नियुक्त हुए भारत के सभी मुख्य न्यायाधीशों की सूची

भारत में अब तक 44 लोगों ने देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा की है। वर्तमान में जस्टिस जगदीश सिंह खेहर भारत के मुख्य न्यायाधीश हैं। जगदीश सिंह खेहर 4 जनवरी 2017 से भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाल रहे हैं। भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश के रूप में एच. जे. कनिया ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी। जस्टिस जगदीश सिंह खेहर भारत के 44वें मुख्य न्यायाधीश है। जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर की जगह ली है। तीरथ सिंह ठाकुर ने 03 दिसंबर 2015 से 03 जनवरी 2017 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला है।

इन्हें भी पढ़े: नवीनतम कौन क्या है 2017 की सूची

यहाँ पर वर्ष 1950 से अब तक नियुक्त हुए भारत के सभी मुख्य न्यायाधीशों के नाम उनकी योग्यताएँ, उनका कार्यकाल एवम कुल अवधि के बारे सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है।

भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची:-

क्रमांक नाम अवधि कुल अवधि (दिनों में) अदालत नियुक्ति
1 एच जे कनिया 26 जनवरी 1950 6 नवम्बर 1951 649 मुंबई उच्च न्यायालय राजेंद्र प्रसाद
2 एम पी शास्त्री 7 नवम्बर 1951 3 जनवरी 1954 788 मद्रास उच्च न्यायालय
3 मेहरचंद महाजन 4 जनवरी 1954 22 दिसम्बर 1954 352 पूर्वी पंजाब उच्च न्यायालय
4 बी के मुखरीजा 23 दिसम्बर 1954 31 जनवरी1956 404 कोलकाता उच्च न्यायालय
5 एस आर दास 1 फ़रवरी 1956 30 सितम्बर 1959 1337 कोलकाता उच्च न्यायालय
6 बी पी सिन्हा 1 अक्टूबर 1959 31 जनवरी 1964 1583 पटना उच्च न्यायालय
7 पी बी गजेन्द्रगढ़कर 1 फ़रवरी 1964 15 मार्च 1966 773 मुंबई उच्च न्यायालय एस राधाकृष्णन
8 ए के सरकार 16 मार्च 1966 29 जून 1966 105 कोलकाता उच्च न्यायालय
9 के एस राव 30 जून 1966 11 अप्रैल 1967 285 मद्रास उच्च न्यायालय
10 के एन वान्चू 12 अप्रैल 1967 24 फ़रवरी 1968 318 इलाहाबाद उच्च न्यायालय
11 एम हिदायतुल्ला 25 फ़रवरी 1968 16 दिसम्बर 1970 1025 मुंबई उच्च न्यायालय ज़ाकिर हुसैन
12 जे सी शाह 17 दिसम्बर 1970 21 जनवरी 1971 35 मुंबई उच्च न्यायालय वी वी गिरी
13 एस एम सिकरी 22 1971 25 अप्रैल 1973 824 लाहौर उच्च न्यायालय
14 ए एन रे 26 अप्रैल 1973 27 जनवरी 1977 1372 कोलकाता उच्च न्यायालय
15 मिर्जा हमीदुल्ला बेग 28 जनवरी 1977 21 फ़रवरी 1978 389 इलाहाबाद उच्च न्यायालय फखरुद्दीन अली अहमद
16 वाई वी चंद्रचूड़ 22 फ़रवरी 1978 11 जुलाई 1985 2696 मुंबई उच्च न्यायालय नीलम संजीव रेड्डी
17 पी एन भगवती 12 जुलाई 1985 20 दिसम्बर 1986 526 गुजरात उच्च न्यायालय ज़ैल सिंह
18 आर एस पाठक 21 दिसम्बर 1986 18 जून 1989 940 इलाहाबाद उच्च न्यायालय
19 ई एस वेंकटरमैय्या 19 जून 1989 17 दिसम्बर 1989 181 कर्नाटक उच्च न्यायालय रामास्वामी वेंकटरमण
20 एस मुखर्जी 18 दिसम्बर 1989 25 सितम्बर 1990 281 कोलकाता उच्च न्यायालय
21 रंगनाथ मिश्र 26 सितम्बर 1990 24 नवम्बर 1991 424 उड़ीसा उच्च न्यायालय
22 के एन सिंह 25 नवम्बर 1991 12 दिसम्बर 1991 17 इलाहाबाद उच्च न्यायालय
23 एम एच कनिया 13 दिसम्बर 1991 17 नवम्बर 1992 340 मुंबई उच्च न्यायालय
24 एल एम शर्मा 18 नवम्बर 1992 11 फ़रवरी 1993 85 पटना उच्च न्यायालय शंकर दयाल शर्मा
25 एम एन वेंकटचेलैय्या 12 फ़रवरी 1993 24 अक्टूबर 1994 619 कर्नाटक उच्च न्यायालय
26 ए एम अहमदी 25 अक्टूबर 1994 24 मार्च 1997 881 गुजरात उच्च न्यायालय
27 जे एस वर्मा 25 मार्च 1997 17 जनवरी 1998 298 मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय
28 एम एम पुंछी 18 जनवरी 1998 9 अक्टूबर 1998 264 पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के आर नारायणन
29 ए एस आनंद 10 अक्टूबर 1998 11 जनवरी 2001 824 जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय
30 एस पी भरुचा 11 जनवरी 2001 6 मई 2002 480 मुंबई उच्च न्यायालय
31 बी एन कृपाल 6 मई 2002 8 नवम्बर 2002 186 दिल्ली उच्च न्यायालय
32 जी बी पटनायक 8 नवम्बर 2002 19 दिसम्बर 2002 41 उड़ीसा उच्च न्यायालय ऐ पी जे अब्दुल कलाम
33 वी एन खरे 19 2002 2 मई 2004 500 इलाहाबाद उच्च न्यायालय
34 राजेन्द्र बाबू 2 मई 2004 1 जून 2004 30 कर्नाटक उच्च न्यायालय
35 आर सी लहोटी 1 जून 2004 1 नवम्बर 2005 518 मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय
36 वाई के सभरवाल 1 नवम्बर 2005 13 जनवरी 2007 438 दिल्ली उच्च न्यायालय
37 के. जी. बालकृष्णन 13 जनवरी 2007 11 मई 2010 1214 केरल उच्च न्यायालय
38 एस एच कापड़िया 12 मई 2010 28 2012 870 मुंबई उच्च न्यायालय प्रतिभा पाटिल
39 अल्तमास कबीर 29 सितम्बर 2012 18 जुलाई 2013 292 कोलकाता उच्च न्यायालय प्रणब मुखर्जी
40 पी सतशिवम 19 जुलाई 2013 26 अप्रैल 2014 281 मद्रास उच्च न्यायालय
41 राजेन्द्र मल लोढ़ा 26 अप्रैल 2014 27 सितम्बर 2014 153 राजस्थान उच्च न्यायालय
42 एच एल दत्तु 28 सितम्बर 2014 2 दिसम्बर 2015 584 कर्नाटक उच्च न्यायालय
43 तीरथ सिंह ठाकुर 3 दिसम्बर 2015 जनवरी 2017 146 जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय
44 जगदीश सिंह खेहर 4 जनवरी 2017 से अब तक 146 कर्नाटक उच्च न्यायालय

नोट:  यह लिस्ट 4 जनवरी 2017 को अपडेट की गयी है।

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति:
उच्चतम न्यायालय के सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा उच्चतम न्यायालय के परामर्शानुसार की जाती है। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश इस प्रसंग में राष्ट्रपति को परामर्श देने से पूर्व अनिवार्य रूप से चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों के समूह से परामर्श प्राप्त करते हैं तथा इस समूह से प्राप्त परामर्श के आधार पर राष्ट्रपति को परामर्श देते हैं।
अनुछेद  124 के अनुसार मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करते समय राष्ट्रपति अपनी इच्छानुसार सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सलाह लेगा। वहीं अन्य जजों की नियुक्ति के समय उसे अनिवार्य रूप से मुख्य न्यायाधीश की सलाह माननी पडेगी।

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की योग्यताएँ:

  • व्यक्ति भारत का नागरिक हो।
  • कम से कम पांच साल के लिए उच्च न्यायालय का न्यायाधीश या दो या दो से अधिक न्यायालयों में लगातार कम से कम पांच वर्षों तक न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चुका हो।
  • किसी उच्च न्यायालय या न्यायालयों में लगातार दस वर्ष तक अधिवक्ता रह चुका हो।
  • वह व्यक्ति राष्ट्रपति की राय में एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता होना चाहिए।
  • उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बनने हेतु किसी भी प्रदेश के उच्च न्यायालय में न्यायाधीश का पांच वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य है और वह 62 वर्ष की आयु पूरी न किया हो।

कार्यकाल
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष होती है। न्यायाधीशों को केवल (महाभियोग) दुर्व्यवहार या असमर्थता के सिद्ध होने पर संसद के दोनों सदनों द्वारा दो-तिहाई बहुमत से पारित प्रस्ताव के आधार पर ही राष्ट्रपति द्वारा हटाया जा सकता है।

और जानिये : भारत के मुख्य न्यायाधीशों के नाम, उनकी योग्यताएँ, एवं कार्यकाल अवधि

सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

$
0
0
सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्य- Solar System Facts in Hindi

सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्य: (Solar System Planets and Interesting GK Facts in Hindi)

सौरमंडल में सूर्य और वह खगोलीय पिंड सम्मलित हैं, जो इस मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे हैं। किसी तारे के इर्द गिर्द परिक्रमा करते हुई उन खगोलीय वस्तुओं के समूह को ग्रहीय मण्डल कहा जाता है जो अन्य तारे न हों, जैसे की ग्रह, बौने ग्रह, प्राकृतिक उपग्रह, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु और खगोलीय धूल। हमारे सूरज और उसके ग्रहीय मण्डल को मिलाकर हमारा सौर मण्डल बनता है। इन पिंडों में आठ ग्रह, उनके 166 ज्ञात उपग्रह, पाँच बौने ग्रह और अरबों छोटे पिंड शामिल हैं। इन छोटे पिंडों में क्षुद्रग्रह, बर्फ़ीला काइपर घेरा के पिंड, धूमकेतु, उल्कायें और ग्रहों के बीच की धूल शामिल हैं।

सौर मंडल के चार छोटे आंतरिक ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल ग्रह जिन्हें स्थलीय ग्रह कहा जाता है, मुख्यतया पत्थर और धातु से बने हैं। और इसमें क्षुद्रग्रह घेरा, चार विशाल गैस से बने बाहरी गैस दानव ग्रह, काइपर घेरा और बिखरा चक्र शामिल हैं। काल्पनिक और्ट बादल भी सनदी क्षेत्रों से लगभग एक हजार गुना दूरी से परे मौजूद हो सकता है।

सूर्य से होने वाला प्लाज़्मा का प्रवाह (सौर हवा) सौर मंडल को भेदता है। यह तारे के बीच के माध्यम में एक बुलबुला बनाता है जिसे हेलिओमंडल कहते हैं, जो इससे बाहर फैल कर बिखरी हुई तश्तरी के बीच तक जाता है।

सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची:-

सौरमंडल में कुल कितने ग्रह हैं 8
सूर्य के चारों ओर घूमने वाले पिंड को क्या कहते हैं ग्रह
किसी ग्रह के चारों ओर घूमने वाले पिंड को क्या कहते हैं उपग्रह
ग्रहों की गति के नियम का पता किसने लगाया केपलर
अंतरिक्ष में कुल कितने तारा मंडल हैं 89
सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन-सा है बृहस्पति
सौरमंडल का जन्मदाता किसे कहा जाता है सूर्य को
कौन-से ग्रह सूर्य के चारों ओर दक्षिणावर्त घूमते हैं शुक्र व अरुण
‘निक्स ओलंपिया कोलंपस पर्वत’किस ग्रह पर है मंगल
ब्रह्मांड में विस्फोटी तारा क्या कहलाता है अभिनव तारा
सौरमंडल की खोज किसने की कॉपरनिकस
प्राचीन भारतीय सूर्य को क्या मानते थे ग्रह
सूर्य कौन-सी गैस का गोला है हाइड्रोजन व हीलियम
सूर्य के मध्य भाग को क्या कहते हैं प्रकाश मंडल
किस देश र्में रात्रि को सूर्य दिखाई देता है नॉर्वे
सूर्य से ग्रह की दूरी को क्या कहा जाता है उपसौर
सूर्य के धरातल का तापमान लगभग कितना है 6000°C
मध्य रात्रि का सूर्य किस क्षेत्र में दिखाई देता है आर्कटिक क्षेत्र में
सूर्य के रासायनिक संगठन में हाइड्रोजन का % कितना है 71%
कौन-सा ग्रह सूर्य के सबसे निकट है बुध
बुध ग्रह सूर्य का एक चक्कर लगाने में कितना समय लेता है 88 दिन
सूर्य से सबसे दूर कौन-सा ग्रह है वरुण
कौन-से ग्रह जिनके उपग्रह नहीं हैं बुध व शुक्र
कौन-सा ग्रह सूर्य का चक्कर सबसे कम समय में लगाता है बुध
किस ग्रह को पृथ्वी की बहन कहा जाता है शुक्र
रात्रि में लाल दिखाई देने वाला ग्रह मंगल
किस ग्रह पर जीव रहते हैं पृथ्वी
पृथ्वी का उपग्रह कौन है चंद्रमा
पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर कितने दिन में लगाती है 365 दिन 5 घंटा 48 मिनटर 46 सेकेंड
पृथ्वी को नीला ग्रह क्यो कहा जाता है जल की उपस्थिति के कारण
किस उपग्रह को जीवाश्म ग्रह कहा जाता है चंद्रमा को
चंद्रमा क्या है उपग्रह
पृथ्वी से चन्द्रमा का कितना भाग देख सकते हैं 57%
उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन कौन-सा है 21 जून
किस तिथि को रात-दिन बराबर होते हैं 21 मार्च व 22 सितंबर
सूर्य द्वारा ऊर्जा देते रहने का समय कितना है 1011 वर्ष
सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी कौन-सा है ओलिपस मेसी
अरुण ग्रह की खोज कब हुई 1781 ई.
पृथ्वी द्वारा सूर्य की एक परिक्रमा को क्या कहते हैं सौर वर्ष
पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन का क्या कारण है अक्ष पर झुकी होने के कारण
प्लूटो ग्रह की मान्यता कब समाप्त की गई 24 अगस्त, 2006 को
चंद्रमा पृथ्वी की एक परिक्रमा कितने समय में लगाता है 27 दिन 8 घंटा
ज्वार भाटा की स्थिति में सबसे अधिक प्रभाव किसका होता है चंद्रमा का
ज्वार भाटा किसके कारण आता है सूर्य व चंद्रमा के अपकेंद्र व आकर्षण बल के कारण
चंद्र ग्रहण कब होता है पूर्णिमा को
सूर्य ग्रहण कब होता है अमावस्या को
कौन-सा खगोलीय पिंड ‘रात की रानी’ कहा जाता है चंद्रमा
नंगी आँखों द्वारा किस ग्रह को देख सकते हैं शनि ग्रह
यूरेनस की खोज किसने की हर्शेल ने
‘सौंदर्य का देव’ किस ग्रह को कहा जाता है शुक्र ग्रह को
पृथ्वी सूर्य से सबसे अधिक दूर कब होती है 4 जुलाई को
पृथ्वी सूर्य के सबसे निकट कब होती है 3 जनवरी
पृथ्वी अपने अक्ष पर किस दिशा में घूमती है पश्चिम से पूर्व की ओर
रात व दिन होने का क्या कारण है पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमना
भू-कक्ष तल पर भू-अक्ष का झुकाव कितना होता है 66 1/2°
सूर्य सौरमंडल का केंद्र है और पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है, यह पता सर्वप्रथम किसने लगाया कॉपरनिकस
सर्वप्रथम पृथ्वी की त्रिज्या किस वैज्ञानिक ने मापी इरैटोस्थनीज
पृथ्वी की तरह किस ग्रह पर जीवन की संभावना है मंगल ग्रह
बृहस्पति ग्रह की खोज किस वैज्ञानिक ने की गैलीलियो
कौन-सा ग्रह हरा प्रकाश उत्सर्जित करता है वरूण
‘सी ऑफ ट्रंक्विलिटी’ कहाँ स्थित है चंद्रमा पर
चंद्रमा के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में कितलर समय लगता है 2 सेकेंड से कम
किस आकाशीय पिंड को ‘पृथ्वी पुत्र’ कहा जाता है चंद्रमा
हैली घूमकेतू का आवर्त काल कितना है 76 वर्ष
मंगल और बृहस्पति ग्रहों के मध्य सूर्य की परिक्रमा करने वाले पिंडों को क्या कहते हैं क्षुद्रग्रह
पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का कौन-सा भाग दिखाई देता है किरीट
एक कलेंडर वर्ष में अधिकतम कितने ग्रहण हो सकते हैं 7
पृथ्वी और सूर्य के बीच औसत दूरी लगभग होती है 150×107°C
सूर्य की दीप्तिमान सतह को क्या कहते हैं प्रकाश मंडल
सूर्य का व्यास पृथ्वी के व्यास का कितना गुना है 110 गुना लगभग
आकार के अनुसार ग्रहों का घटता क्रम क्या है बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, पृथ्वी, शुक्र, मंगल एवं बुध
बृहस्पति ग्रह को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगभग कितना समय लगता है 12 वर्ष
मंगल ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में कितना समय लगता है 687 दिन
पृथ्वी बनावट एवं आकार में किस ग्रह के समान है शुक्र ग्रह
बृहस्पति ग्रह पर एक विशाल धब्बा है। इस धब्बे की खोज किस अंतरिक्ष यान द्वारा हुई पायनियर अंतरिक्ष यान द्वारा
यदि पृथ्वी एवं अंतरिक्ष के बीच वायुमंडल ने हो तो आकाश का रंग कैसा दिखाई देगा काला
वर्ष दीर्घतम कहाँ होता है नेप्चयून (वरुण) ग्रह पर
डायमंड रिंग की घटना किस समय होती है सूर्य ग्रहण के समय
सिजिगी क्या है सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा का एक सीधी रेखा में होना
दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन कौन-सा होता है 22 दिसंबर
ब्रहाण्ड का व्यास है 108 प्रकाश वर्ष
सूर्य के केंद्रीय भाग को कहते हैं क्रोड
सौरमंडल का सबसे बड़ा और भारी ग्रह बृहस्पति (जुपिटर)
सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है बुध
सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है गानीमेड
सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह है डीमोस
पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है चन्द्रमा (मून)
सूर्य का सबसे निकट स्थित ग्रह है बुध (मरकरी)
सूर्य के सबसे दूर स्थित ग्रह है वरुण
पृथ्वी के सबसे निकट ग्रह है शुक्र (वीनस)
सबसे अधिक चमकीला ग्रह है शुक्र (वीनस)
सर्वाधिक उपग्रहों वाला ग्रह है शनि (सैटर्न)
सबसे अधिक ठंडा ग्रह है वरुण
सबसे अधिक चमकीला तारा साइरस
सबसे अधिक उपग्रहों वाला ग्रह बृहस्पति
सबसे अधिक ठंडा ग्रह वरुण
रात्रि में लाल दिखाई देने वाला ग्रह मंगल
सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह गैनिमेड
सौरमंडल का सबसे छोटा उपग्रह डीमोस
नीला ग्रह पृथ्वी
भोर का तारा शुक्र
साँझ का तारा शुक्र
सौन्दर्य का देव शुक्र
विशाल लाल धब्बे वाला ग्रह बृहस्पति

अब नीचे दिए गए प्रश्नोत्तरी को खेलकर आप अपनी जनरल नॉलेज टेस्ट कर सकते है कि आपने ऊपर दी गई सामग्री से क्या सीखा:-

और जानिये : सौरमंडल के ग्रह और उनके महत्वपूर्ण तथ्यों की सूची

प्रमुख वैज्ञानिक यंत्रो के नाम और उनके उपयोग व कार्यो की सूची

$
0
0
चिकित्सा विज्ञान सम्बन्धी प्रमुख अविष्कार और वैज्ञानिको की सूची

प्रमुख वैज्ञानिक यंत्रो के नाम और उनके उपयोग (List of Major Scientific Instruments and their Uses in Hindi)

वैज्ञानिक उपकरण उन युक्तियों को कहते हैं जो किसी विज्ञान के कार्य को करने में सुविधा या सरलता या आसानी प्रदान करते हैं। सभ्यता के विकास के साथ पूरे विश्व में वैज्ञानिक प्रगति हो रही है। कई विकसित देशों में तो वैज्ञानिक प्रगति और आविष्कारों को लेकर आपसी प्रतिस्पर्धा की स्थिति आ गई है।

इन्हें भी पढे: चिकित्सा विज्ञान सम्बन्धी प्रमुख अविष्कार और उनके वैज्ञानिक

विज्ञान के क्षेत्र में कई देशों के द्वारा गहन अनुसंधान और अन्वेषण के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। अनुसंधान के मामले में केवल सोवियत संघ वाले एशियाई देश ही नहीं बल्कि अमेरिका और यूरोपीय देशों की भागीदारी भी रही है।आइये जाने प्रमुख वैज्ञानिक यंत्र और उनके कार्यो के बारे में:-

प्रमुख वैज्ञानिक यंत्रो के नाम और उनके उपयोग की सूची:

वैज्ञानिक यंत्रो के नाम उपयोग
आल्टीमीटर यह ऊँचाई मापक यंत्र है। जिसका उपयोग विमानों में किया जाता है।
एनीमोमीटर इससे  वायु के बल तथा गति को मापा जाता है। यह वायु की दिशा भी बताता है।
ऑडियोमीटर ऑडियोमीटर यह ध्वनि की तीव्रता को मापता है
एयरोमीटर यह वायु और गैसो के घनत्व को मापने वाला यंत्र है।
ऐक्टिनोमीटर विधुत चुंबकीय विकिकरण की तीव्रता मापने का यंत्र है।
ऐक्यूमुलेटर विधुत ऊर्जा उत्पन्न करने का द्वितीयक सेल /एक बैटरी
ऐंटि- एयरक्राफ्टगन गोला मारकर हवाई जहाज को गिराने वाली तोप।
ऑडियोफोन इसे लोग सुनने में सहायता लिए कान में लगाते  है। इसे सुनने का मशीन भी कहते है।
बैरोग्राफ यह वायु मंडल के दाब में होने वाले परिवर्तन लगातार मापता रहता है और स्वतः इसका ग्राफ भी बना देता है।
बैरोमीटर  यह उपकरण वायु दाब मापने के काम आता है।
बाइनोक्यूलर  यह उपकरण दूर की वस्तुतएं देखने के काम आता है।
कैलीपर्स इसके द्वारा बेलनाकार वस्तुओ के अंदर तथा बाहर के व्यास मापे जाते है तथा इससे वस्तु की मोटाई भी मापी जाती है।
कैलोमीटर यह उपकरण तांबें का बना होता है। और ऊष्मा की मात्रा ज्ञात करने के काम में आता
कारबुरेटर इससे अन्तदर्हन पेट्रोल इंजनो में पेट्रोल तथा हवा का मिश्रण बनाया जाता है।
सिनेमैटोग्राफ  छोटी-छोटी  फिल्मो को बड़ा करके पर्दे पर लगातार क्रम में प्रक्षेपण करने के लिए इस यंत्र का प्रयोग किया जाता है।
कम्प्यूटेटर  इससे किसी परिपथ में विधुत धारा की दिशा बदली जाती है।
साइटोट्रॉन कृत्रिम मौसम उत्पन्न करने में काम आने वाला यंत्र।
डायनमोमीटर विधुत शक्ति को मापने का यंत्र।
डिक्टाफोन अपनी बात तथा आदेश दूसरे व्यक्ति को सुनाने के लिए इस यंत्र द्वारा रिकार्ड किया जाता है।
फ़ैदोमीटर यह यंत्र समुद्र की गहराई नापने के काम आता है।
गाइगर मूलर काउंटर इस उपकरण की सहायता से रेिडयो एक्टिव स्त्रोत के विकिरणकी गणना की जाती है।
ग्रैबीमीटर इस यंत्र के द्वारा पानी की सतह पर तेल की उपस्थिति ज्ञात की जाती है।
गाइरोस्कोप इस यंत्र से घूमती हुई वस्तुओ की गति ज्ञात करते है।
हाइड्रोमीटर इस उपकरण के द्वारा द्रवो का आपेक्षित घनत्व ज्ञात करते है।
हाइड्रोफोन यह पानी के अंदर ध्वनि-तरंगो की गणना करने में काम आने वाला यंत्र है।
हाइग्रोस्कोप यह वायुमंडलीय आद्रर्रता परिवर्तन दिखाने वाला यंत्र है।
कीमोग्राफ यह यंत्र रक्त चाप, हृदय-स्पंदन, आदि शारीरिक गतियों या कारको  के परिवर्तन का ग्राफ बनाता है।
लैक्टोमीटर दूध की शुद्धता जाँच करने का यंत्र। यह यंत्र दूध का आपेक्षित घनत्व मापता है। जिससे उसमे पानी की मात्रा का पता चलता है।
दाबमापी इससे गैसो का दाब ज्ञात किया जाता है।
मैकमीटर यह यंत्र वायु की गति की ध्वनि को गति के पदो में मापता है।
चुम्बकत्वमापी यह विभिन्न चुंबकीय आघुर्णो तथा चुंबकीय क्षेत्रों की तुलना करने के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला यंत्र है।
माइक्रोफोन यह यंत्र ध्वनि तरंगो का विधुत स्पन्दानो में परिवर्तनों करता है।
ओडोमीटर इससे मोटर गाड़ी की गति को ज्ञात किया जाता है। इसे  चक्करमपि भी कहते है।
परिस्कोप इसके द्वारा जब पनडुब्बी पानी के अंदर होती है,तो पानी की सतह का अवलोकन किया जा सकता है। और उसमें बैठे लोग बिना किसी बाधा के बाहरी हलचलों को देख सकते है। दिवार के दूसरी ओर
और उसमें बैठे लोग बिना किसी बाधा के बाहरी हलचलों को देख सकते है। दिवार के दूसरी ओर (अपने कमरे में ही बैठे हुए) देखने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
पायरोमीटर यह उच्च तापो को मापने का यंत्र है, जैसे सूर्य का ताप।
पॉलीग्राफ इस यंत्र को झूठ का पता लगाने के लिए लाई-डिटेक्टर के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। यह यंत्र एक साथ ही कई शारीरिक क्रियाओ के परिवरतनों को रिकॉर्ड करता है
जैसे-हृदय-स्पन्दन,रक्त-चाप, श्वसन आदि।
 रडार रेडियो तरंगो द्वारा पास आते हुए वायुयान की दिशा और दुरी को ज्ञात करने के लिए इस यंत्र का प्रयोग किया जाता है  रडार वास्तव में संक्षिप्त रूप है Radio detection and Ranging का।
रेडिएटर  यह करो तथा गाड़ियों के इंजनो को ठंडा करने वाला उपकरण है।
रेडियो मीटर इस यंत्र द्वारा विकिरण ऊर्जा की तीव्रता को नापा जाता है।
सिस्मोग्राफ इस यंत्र से पृथ्वी की सतह पर आने वाले भूकम्प के झटको की तीव्रता का ग्राफ स्वतः ही चित्रित हो जाता है।
स्पेक्ट्रोमीटर इस यंत्र के माध्यम से विभिन्न प्रकार के स्पेक्ट्रोमो का अध्ध्यन किया है। तथा विभिन्न रंगो के तरंग-दैधर्य को मापा जाता है।
स्पीडोमीटर इससे मोटर गाड़ी की गति मापी जाती है।
स्फिग्मोमैनोमीटर इससे मानव की धमनियों में बहने वाले रक्त का दाब मापा जाता है।
ट्रांसफॉमर्र इसके द्वारा कम या अधिक वोल्टेज की AC को अधिक या कम वोल्टेज की AC में बदला जाता है।
टेलीमीटर दूर स्थानो पर  होने वाली भौतिक घटनाओ को रिकार्ड करने वाला और मापने वाला यंत्र।
टैकियोमीटर सर्वेक्षण के समय दूरी, उन्नयन, आदि मापने वाला यंत्र।
ट्रांसपोण्डर इस यंत्र का काम है, किसी संकेत को ग्रहण करना और उसके उत्तर को तुरंत प्रेषित करना।
अल्ट्रासोनोस्कोप यह यंत्र पाराध्वनि (अल्ट्रासोनिक साउंड ) को मापता है। और उसको प्रयुक्त करता है। इसका उपयोग मस्तिष्क के ट्यूमर का पता लगाने,हृदय के दोषो को ज्ञात करने ,
आदि के लिए इकोग्राम बनाने में  है।
वेन्चुरीमीटर द्रव के प्रवाह की दर ज्ञात करने क यंत्र।
विस्कोमीटर यह यंत्र किसी द्रव की श्यानता मापता है।

और जानिये : प्रमुख वैज्ञानिक यंत्रो के नाम और उनके उपयोग व कार्यो की सूची

कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 1947 से 2016)

$
0
0
कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों की सूची- Chief Ministers of Karnataka in HIndi

कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों की सूची: (List of Chief Ministers of Karnataka Since 1947 in Hindi)

कर्नाटक में 42 सालों तक राज करने वाली कांग्रेस 7 सालों बाद वहां सत्ता में वापसी की। अब तक इस राज्य ने 21 मुख्यमंत्री देखे हैं। सिद्धारमैया ने 13 मई 2013 को कर्नाटक के 22वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। आइये जानते हैं भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से अब तक कौन-कौन बना है कर्नाटक का मुख्यमंत्री:-

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्री एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

वर्ष 1947 से अब तक चुने गए कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों की सूची:-

क्रमांक नाम पदभार ग्रहण पदमुक्ति दल/पार्टी
1 के. सी. रेड्डी 25 अक्टूबर 1947 30 मार्च 1952 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2 केंगल हनुमंता 30 मार्च 1952 19 अगस्त 1956 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
3 काडीडल मंजप्पा 19 अगस्त 1956 31 अक्टूबर 1956 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
4 एस. निजलिंगप्पा 1 नवंबर 1956 16 मई 1958 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
5 बी. डी. जत्ती 16 मई 1958 9 मार्च 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
6 एस. आर. कंठी 14 मार्च 1962 20 जून 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
7 एस. निजलिंगप्पा 21 जून 1962 29 मई 1968 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
8 वीरेन्द्र पाटिल 29 मई 1968 18 मार्च 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राष्ट्रपति शासन (19 मार्च 1971 – 20 मार्च 1972)
9 डी. देवराज उर्स 20 मार्च 1972 31 दिसम्बर 1977 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राष्ट्रपति शासन (31 दिसम्बर 1977 – 28 फ़रवरी 1978)
10 डी. देवराज उर्स 28 फ़रवरी 1978 7 जनवरी 1980 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
11 आर. गुंडु राव 12 जनवरी 1980 6 जनवरी 1983 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
12a रामकृष्ण हेगडे 10 जनवरी 1983 29 दिसम्बर 1984 जनता पार्टी
12b रामकृष्ण हेगडे 29 Dec 1984 8 Mar 1985 जनता पार्टी
13 रामकृष्ण हेगडे 8 मार्च 1985 13 फ़रवरी 1986 जनता पार्टी
14 रामकृष्ण हेगडे 16 फ़रवरी 1986 10 अगस्त 1988 जनता पार्टी
15 एस. आर. बोमनाई 13 अगस्त 1988 21 अप्रॅल 1989 जनता पार्टी
राष्ट्रपति शासन (21 अप्रॅल 1989 – 30 नवंबर 1989)
16 वीरेन्द्र पाटिल 30 नवंबर 1989 10 अक्टूबर 1990 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
राष्ट्रपति शासन (10 अक्टूबर 1990 – 17 अक्टूबर 1990)
17 एस. बंगारप्पा 17 अक्टूबर 1990 19 नवंबर 1992 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
18 एम. वीरप्पा मोइली 19 नवंबर 1992 11 दिसम्बर 1994 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
19 एच. डी. देवगौड़ा 11 दिसम्बर 1994 31 मई 1996 जनता दल
20 जे. एच. पटेल 31 मई 1996 7 अक्टूबर 1999 जनता दल
21 एस. एम. कृष्णा 11 अक्टूबर 1999 28 मई 2004 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
22 धर्म सिंह 28 मई 2004 28 जनवरी 2006 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
23 एच. डी. कुमारस्वामी 3 फ़रवरी 2006 8 अक्टूबर 2007 जनता दल (धर्मनिरपेक्ष)
राष्ट्रपति शासन (9 अक्टूबर 2007 – 11 नवंबर 2007)
24 बी. एस. येदुरप्पा 12 नवंबर 2007 19 नवंबर 2007 भारतीय जनता पार्टी
राष्ट्रपति शासन (20 नवंबर 2007 – 27 मई 2008)
25 बी. एस. येदुरप्पा 30 मई 2008 31 जुलाई 2011 भारतीय जनता पार्टी
26 डी. वी. सदानन्द गौड़ा 4 अगस्त 2011 12 जुलाई 2012 भारतीय जनता पार्टी
27 जगदीश शेट्टार 12 जुलाई 2012 12 मई 2013 भारतीय जनता पार्टी
28 सिद्धारमैया 13 मई 2013 अब तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

और जानिये : कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 1947 से 2016)

जानवरों के बारे में रोचक जानकारियों पर आधारित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान

$
0
0
जानवरों से सबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों  का अध्यन

जानवरों के बारे में महत्वपूर्ण रोचक तथ्य: (Interesting General Knowledge Facts about Animals in Hindi)

इस लेख में विश्व के सभी प्रमुख से जानवरों सम्बंधित महत्वपूर्ण रोचक जानकारियों को एक जगह प्रस्तुत किया गया है। आज हम आपको जानवरों से सम्बंधितं महत्वपूर्ण सामान्य अध्यन्न जानकारी जैसे: जन्तुओं का औसत जीवन काल, पशु व उनकी नसलें, तथा जंतुओं की गर्भावधि के बारे बता रहे है। जैसे हम इंसान खाते हैं, पीते हैं, सोते हैं आदि, वैसे ही जानवर भी सभी काम करते हैं, लेकिन उनके काम करने का ढंग हम लोगों से काफी अलग होता है। जानवरों की आदते अजीब होती हैं। कई बार तो हमें जानवरों के बारे में ऐसे तथ्य मालूम पड़ते हैं, ‍जो हमें चौंका देते हैं। आइये जानते है जानवरों के बारे में महत्वपूर्ण रोचक जानकारियां:

जानवरों के बारे में रोचक जानकारियों पर आधारित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान:

  • हाथी अपनी सूंड में 5 लीटर तक पानी रख सकता है।
  • अफ्रीकी हाथी के मुंह में केवल चार ही दांत होते हैं।
  • मधुमक्‍खी एक बार में 20 लाख फूलों का रस पी सकती है। और उसके बाद मात्र 45 किलो ही शहद बनाती है।
  • व्हेल मछली उलटी दिशा में नहीं तैर सकती।
  • समुद्र मे गहरा गोता लगाने के लिए मगरमच्छ कभी-कभी भारी पत्थर भी निगल लेता है।
  • शेर को भले ही जंगल का राजा कहा जाता है, लेकिन वह गेंडे और हाथी से कभी भी लड़ना नहीं चाहता।
  • टिड्डे का खून सफेद रंग का होता है।
  • कुत्ते की श्रवणशक्ति यानी सुनने की क्षमता मनुष्य से 9 गुना अधिक तेज होती है।
  • हिपोपोटोमास (दरियाई घोडे़) उन बहुत कम जानवरों में से एक है, जो पानी में बच्चों को जन्म देते हैं।
  • ब्लू व्हेल की हृदय एक मिनट में मात्र 9 बार ही धड़कता है।
  • घोडे़ खडे़-खडे़ ही नींद लेते हैं।
  • बंदर हमेशा केला छीलकर खाते हैं। किसी भी नस्ल का बंदर छिलके सहित केला नहीं खाता।
  • कंगारू के रक्त में बिल्कुल भी कालेस्ट्राल नहीं होता।
  • उल्लू अपनी गर्दन घुमाकर पीछे की ओर भी देख सकता है। इसकी नजर मनुष्य से सौ गुना तेज होती है।
  • नर घोडा के 40 दाँत होते है।
  • क्राउंड स्विफ्ट नामक पक्षी का घोसला लगभग डेढ़ इंच का होता है।
  • स्तनधारी जीवों में सबसे छोटी पूंछ वाला श्रयु जीव बहुत विषैला होता है।
  • चिली देश की मुर्गी नीले रंग का अंडा देती है।
  • जैली फिश जंतु छतरी के समान दिखाई देती है।
  • विश्व मे सबसे कम ताप का रक्त वाला जीव आस्ट्रेलिया का चीटीखोर हैं।
  • घोड़ा अपने वजन से पाँच गुना अधिक बोझ खींच सकता है।
  • घरेलू मक्खी से करीब 30 बीमारियां हो सकती है।
  • ऊथवार्क गोबी विश्व की सबसे छोटी मछली है।
  • नर पेंग्विन अंडे से बच्चा निकलने तक अर्थात् पूरे दो महीने तक भूखा प्यासा रहता है।
  • ब्ल्यू व्हेल की सीटी सभी जानवरों में सबसे तेज होती है।
  • धरती पर मौजूद जीवों में चिंपांजी एकमात्र ऐसा जीव है जो आईने में अपना चेहरा देखता है।

जन्तुओं का औसत जीवन – काल:

जन्तु जीवन – काल
ऊँट 30 वर्ष
बिल्ली 21  वर्ष
गाय 16  वर्ष
चिम्पैंजी 37 वर्ष
कुत्ता 34 वर्ष
जिराफ 33 वर्ष
हाथी 57 वर्ष
बकरी 18 वर्ष
मेंढ़क 5 – 15 वर्ष
घोड़ा 62 वर्ष
बन्दर 25 वर्ष
शेर 29 वर्ष
व्हेल 40 वर्ष
भेड़ 18 वर्ष
डाल्फिन 20 वर्ष
मोर 15 वर्ष
कबूतर 10 वर्ष
कछुआ 123 वर्ष
कोबरा साँप 28 वर्ष

पशु एवं उनकी नसलें:

पशु नस्लें
गाय साहीवाल, जर्सी, हरियाणा, भारवाही, लाल सिंधी, होल्स्टीन फ्रीजियन
भैंस मुर्रा, सुरती, मेहसाना
भेड़ मेरिनो
बकरी जमुनापारी, मालाबारी, अंगोरा, बलुची
सुअर टामवर्थ, यार्कशायर

प्रमुख जंतुओं की गर्भावधि:

जन्तु गर्भावधि
जिराफ 400 – 480 दिन
बन्दर 150 – 170 दिन
बाघ 155 दिन
शेर 105 – 115 दिन
सूअर 114 दिन
खरगोश 28 – 30 दिन
गिलहरी 30 – 40 दिन
लोमड़ी 51 दिन
सियार 60 दिन
गधा 365 दिन
हाथी 624 दिन
भैंस 310 दिन
ऊँट 400 दिन
गाय 280 दिन
भेड़, बकरी 151 दिन
बिल्ली, कुत्ता 63 दिन
कंगारु 40 दिन
चूहा 21 दिन

और जानिये : जानवरों के बारे में रोचक जानकारियों पर आधारित महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान


विषाणु, जीवाणु और प्रोटोजोआ द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग और उनके लक्षण

$
0
0
विषाणु, जीवाणु और प्रोटोजोआ द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग

विषाणु, जीवाणु और प्रोटोजोआ द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग: (Human diseases caused by Viruses, Bacteria and Protozoa in Hindi)

रोग अर्थात अस्वस्थ होना। यह चिकित्साविज्ञान का मूलभूत संकल्पना है। प्रायः शरीर के पूर्णरूपेण कार्य करने में में किसी प्रकार की कमी होना ‘रोग’ कहलाता है। किन्तु रोग की परिभाषा करना उतना ही कठिन है जितना ‘स्वास्थ्य’ को परिभाषित करना। आइये जानते है विषाणु और जीवाणु द्वारा मानव शरीर में कौन-2 रोग हो सकते है और उनके लक्षण क्या होते है।

विषाणु और जीवाणु द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग:

रोग प्रभावित अंग लक्षण जीवाणु/विषाणु
निमोनिया फेफड़े फेफड़ों में संक्रमण,फेफड़ों में जल भर जाना,तीव्र ज्वर,श्वास लेने में पीड़ा डिप्लोकोकस न्यूमोनी
टिटेनस तंत्रिका तंत्र तथा मांसपेशियां शरीर में झटके लगना,जबड़ा ना खुलना.बेहोशी क्लास्ट्रीडियम टिटैनी
हैजा आंत या आहार नाल निर्जलीकरण,वमन,दस्त विब्रिओ कॉलेरी
डिप्थीरिया फेफड़े  तीव्र ज्वर,श्वास लेने में पीड़ा,दम घुटना कोरीनेबैक्टीरियम डिफ्थेरी
काली खांसी स्वसन तंत्र निरंतर आने वाली तेज़ खांसी,खांसी के साथ वमन हिमोफिलस परटूसिस
सिफिलिस जनन अंग, मस्तिस्क तंत्रिका तंत्र जनांगों पर चकत्ते बनना,लकवा,त्वचा पर दाने,बालों का झड़ना ट्रेपोनेमा पैलिडम
प्लेग बगलें या काखें, फेफड़े, लाल रुधिर कणिकाएं तीव्र ज्वर,कंखो में गिल्टी का निकलना,बेहोशी पाश्चुरेला पेस्टिस
मेनिनजाइटिस मस्तिष्क के ऊपर की झिल्लियाँ, मस्तिष्क तथा स्पाइनल कार्ड तीव्र ज्वर,बेहोशी,मस्तिष्क की झिल्ली में सूजन, निशेरिया मेनिंजाइटिडिस
मियादी बुखार आंत का रोग ज्वर,दुर्बलता,अधिक प्रकोप होने पर आँतों में छेड़ हो जाना सालमोनेला टाइफी
कुष्ट/कोढ़ त्वचा एवं तंत्रिका कोशिकाएं व्रणों तथा गांठो का बन जाना,हाथ पैर की अँगुलियों के ऊतकों का धीरे-धीरे नष्ट होना माइकोबैक्टीरियम लेप्री
क्षय रोग शरीर का कोई भी अंग, विशेषकर फेफड़े ज्वर,खांसी,दुर्बलता,साँस फूलना,बलगम आना तथा ठुक में खून आना माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस
स्वाइन फ्लू सम्पूर्ण शरीर कंपकपी या बगैर कंपकपी के ज्वर, गले में खरास, साँस लेने में तकलीफ, वामन एवं थकान H1 N1 फ्लू विषाणु (अर्थोमिक्सोवायरस)
एबोला विषाणु सम्पूर्ण शरीर रक्तस्रावी ज्वर, सर दर्द, गले में खरास, अतिसार, वृक्क तथा यकृत की अक्रियशीलता, बाह्र्य एवं आंतरिक स्राव एबोला विषाणु ( फाइलोंविषाणु)

प्रोटोजोआ द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग:

रोग प्रभावित अंग लक्षण परजीवी
पायरिया दातों की’जड़ें तथा मसूड़े मसूड़ों में सूजन, रुधिर स्राव तथा मवाद का निकलना एण्टअमीबा जिंजीवेलिस
दस्त बड़ी आंत बड़ी आंत में सूजन व दर्द, बार बार दस्त का होना ट्राइकोमोनस होमिनिस
अमिबिएसिस बड़ी आतं (कोलोन) कोलोन में सूजन, दस के साथ श्लेष्म का आना एण्टअमीबा हिस्टोलिटिका
घातक अतिसार या पेचिस आंत के अगले भाग दस्त,सिर दर्द तथा कभी कभी पीलिया रोग का जनक जिआरडिया लैम्बलिया
सुजाक (पुरुषों में) तथा स्वेत प्रदर (स्त्रियों में) पुरुषो में मूत्रमार्ग तथा स्त्रियों में योनि मूत्र-त्याग में जलन व दर्द, स्त्रियों में स्वेत द्रव का निकलना तथा दर्द ट्राइकोमोनस वेजाइनेलिस ट्राइकोमोनस वेजाइनेलिस
दस्त छोटी आंत पेट में ऐठन तथा दस्त आइसोस्पेरा होमिनिस
कला-जार रुधिर, लसीका, प्लीहा तथा अस्थिमज्जा ज्वर, एनीमिया, प्लीहा तथा यकृत में सूजन लीशमनिया
निद्रा रुधिर, सेरिब्रोस्पाइनल द्रव तथा केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तीव्र ज्वर, बेहोशी, रोगी को लम्बी निद्रा ट्रिपैनोसोमा गैम्बियन्स
मलेरिया लाल रुधिराणु, प्लीहा तथा यकृत तीव्र ज्वर, सिर दर्द, कमर में दर्द प्लाज्मोडियम

और जानिये : विषाणु, जीवाणु और प्रोटोजोआ द्वारा मनुष्य मे होने वाले रोग और उनके लक्षण

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तों के नाम एवं उनका कार्यकाल (1950 से अब तक)

$
0
0
Chief Election Commissioners of India

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तों की सूची: (List of Chief Election Commissioners of India in Hindi)

मुख्य चुनाव आयुक्त
मुख्य चुनाव आयुक्त अथवा मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से राष्ट्र और राज्य के चु्नाव करवाने का जिम्मेदार होता हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति भारत का राष्ट्रपति करता है। चुनाव आयोग के प्रमुख के रूप में वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त/मुख्य निर्वाचन आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त/निर्वाचन आयुक्त होते हैं।

इन्हें भी पढ़े: भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची

मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल:
मुख्य चुनाव आयुक्त/मुख्य निर्वाचन आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। पहले ये 65 साल की उम्र तक होती थी। प्रोटोकाल में चुनाव आयुक्त/निर्वाचन आयुक्त का सम्मान और वेतन भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के सामान होता है। मुख्य चुनाव आयुक्त को संसद द्वारा महाभियोग के द्वारा ही हटाया जा सकता हैं।

1950 से अब तक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तों की सूची:

मुख्य चुनाव आयुक्त का नाम कार्यकाल का प्रारंभ कार्यकाल समाप्ति
सुकुमार सेन 21 मार्च 1950 19 दिसंबर 1958
के. वी. के. सुंदरम 20 दिसंबर 1958 30 सितंबर 1967
एस. पी. सेन वर्मा 1 अक्तूबर 1967 30 सितंबर 1972
डा. नागेन्द्र सिंह 1 अक्तूबर 1972 6 फरवरी 1973
टी. स्वामीनाथन 7 फरवरी 1973 17 जून 1977
एस. एल. शकधर 18 जून 1977 17 जून 1982
आर. के. त्रिवेदी 18 जून 1982 31 दिसंबर 1985
आर. वी. एस शास्त्री 1 जनवरी 1986 25 नवंबर 1990
वी. एस. रमादेवी 26 नवंबर 1990 11 दिसंबर 1990
टी. एन. शेषन 12 दिसंबर 1990 11 दिसंबर 1996
एम. एस. गिल 12 दिसंबर 1996 13 जून 2001
जे. एम. लिंगदोह 14 जून 2001 7 फरवरी 2004
टी. एस. कृष्णमूर्ति 8 फरवरी 2004 15 मई 2005
बी. बी. टंडन 16 मई 2005 28 जून 2006
एन. गोपालस्वामी 29 जून 2006 20 अप्रैल 2009
नवीन चावला 21 अप्रैल 2009 29 जुलाई 2010
शाहबुद्दीन याकूब कुरैशी 30 जुलाई 2010 10 जून 2012
वी. एस. संपत 11 जून 2012 15 जनवरी 2015
हरि शंकर ब्रह्मा 16 जनवरी 2015 18 अप्रैल 2015
डाँ नसीम जैदी 19 अप्रैल 2015 वर्तमान

और जानिये : भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तों के नाम एवं उनका कार्यकाल (1950 से अब तक)

भारतीय चुनाव आयोग का इतिहास, कार्य एवं मुख्य शक्तियों के बारे में जानकारी

$
0
0
Chief Election Commissioners of India

भारतीय चुनाव आयोग का इतिहास, कार्य एवं मुख्य शक्तियॉ: (Election Commission of India History in  Hindi)

भारत चुनाव/निर्वाचन आयोग

भारतीय चुनाव/निर्वाचन आयोग एक स्वायत्त एवं अर्ध-न्यायिक संस्था है। इसका गठन भारत में स्तवंत्र एवं निष्पक्ष रूप से प्रतिनिधिक संस्थानों में जन प्रतिनिधि चुनने के लिए किया गया था। ‘भारतीय चुनाव आयोग’ की स्थापना 25 जनवरी, 1950 को की गई थी। आयोग में वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं। भारत जैसे बड़े और भारी जनसंख्‍या वाले देश में चुनाव कराना एक बहुत बड़ा काम है। संसद के दोनों सदनों-लोकसभा और राज्य सभा के लिए चुनाव बेरोक-टोक और निष्‍पक्ष हों, इसके लिए एक स्‍वतंत्र चुनाव (निर्वाचन) आयोग बनाया गया है।

भारत निर्वाचन आयोग का इतिहास:

आयोग में वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं। जब यह पहले पहल 1950 में गठित हुआ तब से और 15 अक्टूबर, 1989 तक केवल मुख्य निर्वाचन आयुक्त सहित यह एक एकल-सदस्यीय निकाय था। 16 अक्टूबर, 1989 से 1 जनवरी, 1990 तक यह आर. वी. एस. शास्त्री (मु.नि.आ.) और निर्वाचन आयुक्त के रूप में एस.एस. धनोवा और वी.एस. सहगल सहित तीन-सदस्यीय निकाय बन गया। 2 जनवरी, 1990 से 30 सितम्बर, 1993 तक यह एक एकल-सदस्यीय निकाय बन गया और फिर 1 अक्टूबर, 1993 से यह तीन-सदस्यीय निकाय बन गया।

मुख्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति एवं कार्यावधि:

चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। पहले यह अवधि 65 साल तक होती थी। प्रोटोकाल में चुनाव आयुक्त/निर्वाचन आयुक्त का सम्मान और वेतन भारत के सर्वोच्च न्यायलय के न्यायधीश के सामान होता है। मुख्य चुनाव आयुक्त को संसद द्वारा महाभियोग के द्वारा ही हटाया जा सकता हैं।

भारत निर्वाचन आयोग के पास विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा और राष्ट्रपति आदि चुनाव से सम्बंधित सत्ता होती है जबकि ग्रामपंचायत, नगरपालिका, महानगर परिषद् और तहसील एवं जिला परिषद् के चुनाव की सत्ता सम्बंधित राज्य निर्वाचन आयोग के पास होती है।

निर्वाचन आयोग का कार्य तथा कार्यप्रणाली:

  • निर्वाचन आयोग के पास यह उत्तरदायित्व है कि वह निर्वाचनॉ का पर्यवेक्षण, निर्देशन तथा आयोजन करवाये वह राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति, संसद, राज्य विधानसभा के चुनाव करता है।
  • निर्वाचक नामावली तैयार करवाता है।
  • राजनैतिक दलॉ का पंजीकरण करता है।
  • राजनैतिक दलॉ का राष्ट्रीय, राज्य स्तर के दलॉ के रूप मे वर्गीकरण, मान्यता देना, दलॉ-निर्दलीयॉ को चुनाव चिन्ह देना।
  • सांसद/विधायक की अयोग्यता (दल बदल को छोडकर) पर राष्ट्रपति/राज्यपाल को सलाह देना।
  • गलत निर्वाचन उपायों का उपयोग करने वाले व्यक्तियॉ को निर्वाचन के लिये अयोग्य घोषित करना।

इन्हें भी पढ़े: संघ लोक सेवा आयोग एवं उनके अध्यक्षों की सूची

निर्वाचन आयोग की मुख्य शक्तियाँ क्या होती है?

सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयानुसार अनुच्छेद 324 मे निर्वाचन आयोग की शक्तियाँ कार्यपालिका द्वारा नियंत्रित नहीं हो सकती उसकी शक्तियां केवल उन निर्वाचन संबंधी संवैधानिक उपायों तथा संसद निर्मित निर्वाचन विधि से नियंत्रित होती है निर्वाचन का पर्यवेक्षण, निर्देशन, नियंत्रण तथा आयोजन करवाने की शक्ति मे देश मे मुक्त तथा निष्पक्ष चुनाव आयोजित करवाना भी निहित है जहां कही संसद विधि निर्वाचन के संबंध मे मौन है वहां निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिये निर्वाचन आयोग असीमित शक्ति रखता है यधपि प्राकृतिक न्याय, विधि का शासन तथा उसके द्वारा शक्ति का सदुपयोग होना चाहिए, निर्वाचन आयोग की मुख्य शक्तियाँ निम्नलिखित है:

  • निर्वाचन आयोग विधायिका निर्मित विधि का उल्लघँन नहीं कर सकता है और न ही ये स्वेच्छापूर्ण कार्य कर सकता है उसके निर्णय न्यायिक पुनरीक्षण के पात्र होते है।
  • निर्वाचन आयोग की शक्तियाँ निर्वाचन विधियों की पूरक है न कि उन पर प्रभावी तथा वैध प्रक्रिया से बनी विधि के विरूद्ध प्रयोग नही की जा सकती है।
  • यह आयोग चुनाव का कार्यक्रम निर्धारित कर सकता है चुनाव चिन्ह आवंटित करने तथा निष्पक्ष चुनाव करवाने के निर्देश देने की शक्ति रखता है।
  • सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी शक्तियों की व्याख्या करते हुए कहा कि वह एकमात्र अधिकरण है जो चुनाव कार्यक्रम निर्धारित करे चुनाव करवाना केवल उसी का कार्य है।
  • जनप्रतिनिधित्व एक्ट 1951 के अनु 14,15 भी राष्ट्रपति, राज्यपाल को निर्वाचन अधिसूचना जारी करने का अधिकार निर्वाचन आयोग की सलाह के अनुरूप ही जारी करने का अधिकार देते है।

भारत मे निर्वाचन आयोग द्वारा किये गये सुधार:

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम संशोधन 1988 के तहत भारतीय निर्वाचन आयोग ने निम्नलिखित संशोधन किये हैं:-

  • इलैक्ट्रानिक मतदान मशीन का प्रयोग किया जा सकेगा. वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव मे इनका सर्वत्र प्रयोग हुआ
  • राजनैतिक दलों का निर्वाचन आयोग के पास अनिवार्य पंजीकरण करवाना होगा यदि वह चुनाव लडना चाहे तो कोई दल तभी पंजीकृत होगा जब वह संविधान के मौलिक सिद्धांतों के पालन करे तथा उनका समावेश अपने दलीय संविधान मे करे
  • मतदान केन्द्र पर कब्जा, जाली मत

और जानिये : भारतीय चुनाव आयोग का इतिहास, कार्य एवं मुख्य शक्तियों के बारे में जानकारी

रणजी ट्रॉफी का इतिहास, विजेताओ में नाम एवं प्रारूप की सामान्य जानकारी

$
0
0
रणजी ट्रॉफी का इतिहास, विजेताओ में नाम एवं प्रारूप की सामान्य जानकारी

वर्ष 1934 से रणजी ट्रॉफी विजेताओ की सूची (List of Ranji Trophy Winners in Hindi Since Year 1934)

रणजी ट्रॉफी

रणजी ट्रॉफी भारत की एक घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है। रणजी ट्रॉफी में एक घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट चैम्पियनशिप क्षेत्रीय क्रिकेट संघों का प्रतिनिधित्व टीमों के बीच भारत में खेला जाता है। प्रतियोगिता वर्तमान में, 28 टीमों के बीच खेली जाती हैं। रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता पूर्व भारतीय क्रिकेटर रणजीत सिंह जी अथवा ‘रणजी’ नाम पर है। मुंबई ने यह प्रतियोगिता सर्वाधिक 41 बार जीती है। मुंबई, मौजूदा रणजी चैंपियन है, मुंबई ने 2015-16 सत्र के पुणे में आयोजित फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र को 21 रन से हराया था।

रणजी ट्रॉफी का इतिहास

रणजी ट्रॉफी को जुलाई 1934 में पहली बार आयोजित किया गया था। प्रतियोगिता का पहला मैच 4 नवंबर 1934 को चेपक स्टेडियम में मद्रास और मैसूर के बीच आयोजित किया गया था।

इन्हें भी पढ़े: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्षों की सूची

रणजी ट्रॉफी का प्रारूप

रणजी ट्रॉफी का प्रारूप दो चरणों में होता है। पहले चरण में राउंड-रॉबिन लीग मैच खेले जाते हैं दूसरे चरण में यह नॉक-आऊट हो जाता है। राउंड रोबिन मैच के लिए चार दिन और नॉकआउट मैच के लिए यह सीमा पांच दिन है। इसमें प्रत्येक टीम को दो बार बल्लेबाज़ी और दो बार गेंदबाज़ी करनी होती है। नॉकआउट चरण में यदि मैच ड्रॉ रहता है तो पहले पारी के आधार पर टीम को जीत मिलती है।

वर्ष 1934 से अब तक के रणजी ट्रॉफी विजेताओ की सूची

सत्र रणजी ट्रॉफी विजेता का नाम उप-विजेता
1934–35 बॉम्बे उत्तर भारत
1935–36 बॉम्बे मद्रास
1936–37 नवानगर बंगाल
1937–38 हैदराबाद नवानगर
1938–39 बंगाल दक्षिणी पंजाब
1939–40 महाराष्ट्र संयुक्त प्रांत
1940–41 महाराष्ट्र मद्रास
1941–42 बॉम्बे मैसूर
1942–43 बड़ौदा हैदराबाद
1943–44 पश्चिमी भारत बंगाल
1944–45 बॉम्बे होल्कर
1945–46 होल्कर बड़ौदा
1946–47 बड़ौदा होल्कर
1947–48 होल्कर बॉम्बे
1948–49 बॉम्बे बड़ौदा
1949–50 बड़ौदा होल्कर
1950–51 होल्कर गुजरात
1951–52 बॉम्बे होल्कर
1952–53 होल्कर बंगाल
1953–54 बॉम्बे होल्कर
1954–55 मद्रास होल्कर
1955–56 बॉम्बे बंगाल
1956–57 बॉम्बे सर्विसेस
1957–58 बड़ौदा सर्विसेस
1958–59 बॉम्बे बंगाल
1959–60 बॉम्बे मैसूर
1960–61 बॉम्बे राजस्थान
1961–62 बॉम्बे राजस्थान
1962–63 बॉम्बे राजस्थान
1963–64 बॉम्बे राजस्थान
1964–65 बॉम्बे हैदराबाद
1965–66 बॉम्बे राजस्थान
1966–67 बॉम्बे राजस्थान
1967–68 बॉम्बे मद्रास
1968–69 बॉम्बे बंगाल
1969–70 बॉम्बे राजस्थान
1970–71 बॉम्बे महाराष्ट्र
1971–72 बॉम्बे बंगाल
1972–73 बॉम्बे तमिलनाडु
1973–74 कर्नाटक राजस्थान
1974–75 बॉम्बे कर्नाटक
1975–76 बॉम्बे बिहार
1976–77 बॉम्बे दिल्ली
1977–78 कर्नाटक उत्तर प्रदेश
1978–79 दिल्ली कर्नाटक
1979–80 दिल्ली बॉम्बे
1980–81 बॉम्बे दिल्ली
1981–82 दिल्ली कर्नाटक
1982–83 कर्नाटक बॉम्बे
1983–84 बॉम्बे दिल्ली
1984–85 बॉम्बे दिल्ली
1985–86 दिल्ली हरियाणा
1986–87 हैदराबाद दिल्ली
1987–88 तमिलनाडु रेल
1988–89 दिल्ली बंगाल
1989–90 बंगाल दिल्ली
1990–91 हरियाणा बॉम्बे
1991–92 दिल्ली तमिलनाडु
1992–93 पंजाब महाराष्ट्र
1993–94 बॉम्बे बंगाल
1994–95 बॉम्बे पंजाब
1995–96 कर्नाटक तमिलनाडु
1996–97 मुंबई दिल्ली
1997–98 कर्नाटक उत्तर प्रदेश
1998–99 कर्नाटक मध्य प्रदेश
1999–00 मुंबई हैदराबाद
2000–01 बड़ौदा रेल
2001–02 रेल बड़ौदा
2002–03 मुंबई तमिलनाडु
2003–04 मुंबई तमिलनाडु
2004–05 रेल पंजाब
2005–06 उत्तर प्रदेश बंगाल
2006–07 मुंबई बंगाल
2007–08 दिल्ली उत्तर प्रदेश
2008–09 मुंबई उत्तर प्रदेश
2009–10 मुंबई कर्नाटक
2010–11 राजस्थान बड़ौदा
2011–12 राजस्थान तमिलनाडु
2012–13 मुंबई सौराष्ट्र
2013–14 कर्नाटक महाराष्ट्र
2014–15 कर्नाटक तमिलनाडु
2015–16 मुंबई सौराष्ट्र

और जानिये : रणजी ट्रॉफी का इतिहास, विजेताओ में नाम एवं प्रारूप की सामान्य जानकारी

भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमो के नाम, स्थान एवं सम्बंधित खेलों की सूची

$
0
0
भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमो के नाम, स्थान एवं सम्बंधित खेलों की सूची

भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमो के नाम, स्थान एवं खेलों की सूची (Important Sports Stadiums of India in Hindi)

भारत में लगभग हर राज्य में खेल का मैदान है। भारत में ज्यादातर क्रिकेट के मैदान है जहाँ पर क्रिकेट मैच खेले जाते है। कोलकता शहर का ईडन गार्डन स्टेडियम भारत के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियम में से एक है. इसे एक तरह से कोलकता की शान कहा जाता है और यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ा मशहूर है। इसे भारत का सबसे बड़े स्टेडियम का दर्जा दिया गया है और इसकी दर्शक क्षमता करीब 70 हजार लोगों तक की है।

इन्हें भी पढ़े: विश्व के प्रमुख खेल और उनके परिसरों की सूची

भारत में खेल का बहुत महत्व है और गिल्ली डंडे से लेकर क्रिकेट तक देश की गललियों में बच्चे बड़े चाव से यह खेल खेलते हैं। इसके साथ ही भारत में हाल ही में कई बड़ी-बड़ी अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोग्तायें जैसे 2011 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप और 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ष 2016 में टी-20 विश्व कप का भी आयोजन किया गया है।

भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमो की सूची:

स्टेडियम का नाम शहर राज्य सम्बंधित खेल
वानखेड़े स्टेडियम मुंबई महाराष्ट्र क्रिकेट
एचपीसीए स्टेडियम धर्मशाला हिमाचल प्रदेश क्रिकेट
फिरोजशाह कोटला स्टेडियम दिल्ली दिल्ली क्रिकेट
इडेन गार्डेंस स्टेडियम ईडन गार्डन पश्चिम बंगाल क्रिकेट
एमए चिदंबरम स्टेडियम चेन्नई तमिलनाडु क्रिकेट
जिमखाना ग्राउंड मुंबई महाराष्ट्र क्रिकेट
जेएससीए स्टेडियम रांची झारखंड क्रिकेट
सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम राजकोट गुजरात क्रिकेट
सुब्रत रॉय सहारा स्टेडियम पुणे महाराष्ट्र क्रिकेट
डा. डी. वाय. पाटील स्टेडीयम नवी मुंबई महाराष्ट्र फुटबॉल और क्रिकेट
नए वीसीए स्टेडियम नागपुर महाराष्ट्र क्रिकेट
होल्कर क्रिकेट स्टेडियम इंदौर मध्यप्रदेश क्रिकेट
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैदराबाद, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
डॉ वाई एस राजशेखर रेड्डी एसीए वीडीसीए स्टेडियम विशाखापट्टनम आंध्र प्रदेश क्रिकेट
इंदिरा गांधी स्टेडियम विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश क्रिकेट
बरकतुल्लाह खान स्टेडियम जोधपुर राजस्थान ज्यादातर क्रिकेट के लिए प्रयुक्त
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम कोच्चि केरल बहुउद्देशीय
आईपीसीएल स्पोर्ट्स स्टेडियम वडोदरा गुजरात क्रिकेट
के डी सिंह बाबू स्टेडियम लखनऊ उत्तर प्रदेश बहुउद्देशीय
फटोर्डा स्टेडियम मडगांव गोवा फुटबॉल और क्रिकेट
मौलाना आजाद स्टेडियम जम्मू जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट
इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश क्रिकेट
रूप सिंह स्टेडियम ग्वालियर मध्य प्रदेश क्रिकेट
नाहर सिंह स्टेडियम फरीदाबाद हरियाणा क्रिकेट
माधवराव सिंधिया स्टेडियम राजकोट गुजरात क्रिकेट
सेक्टर 16 स्टेडियम चंडीगढ़ चंडीगढ़ क्रिकेट
नेहरू स्टेडियम पुणे महाराष्ट्र क्रिकेट (बहुउद्देशीय)
विश्वविद्यालय स्टेडियम तिरुवनंतपुरम केरल फुटबॉल (बहुउद्देशीय)
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम दिल्ली दिल्ली बहुउद्देशीय
कीनन स्टेडियम जमशेदपुर झारखंड फुटबॉल और क्रिकेट
सरदार पटेल स्टेडियम अहमदाबाद गुजरात क्रिकेट
मोती बाग स्टेडियम वडोदरा गुजरात क्रिकेट
शेर-मैं-कश्मीर स्टेडियम श्रीनगर जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट
सवाई मानसिंह स्टेडियम जयपुर राजस्थान क्रिकेट
गांधी खेल परिसर स्टेडियम अमृतसर पंजाब वर्तमान में क्रिकेट के लिए प्रयुक्त
बाराबती स्टेडियम कटक उड़ीसा क्रिकेट
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम बंगलौर कर्नाटक क्रिकेट
विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम नागपुर महाराष्ट्र क्रिकेट
लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम हैदराबाद आंध्र प्रदेश क्रिकेट
ग्रीन पार्क स्टेडियम कानपुर उत्तर प्रदेश क्रिकेट
ब्रेबोर्न स्टेडियम मुंबई महाराष्ट्र क्रिकेट
गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम नांदेड़ महाराष्ट्र क्रिकेट
किला स्टेडियम पलक्कड़ केरल फुटबॉल
दिलीप टिर्की स्टेडियम रांची झारखंड हॉकी
बिरसा मुंडा स्टेडियम रांची झारखंड हॉकी
कलिंग स्टेडियम भुवनेश्वर उड़ीसा हॉकी
महिंद्रा स्टेडियम मुंबई महाराष्ट्र हॉकी
ध्यानचंद एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम लखनऊ उत्तर प्रदेश हॉकी
दादाजी कोंडदेव स्टेडियम ठाणे महाराष्ट्र फुटबॉल
गुरु नानक स्टेडियम लुधियाना पंजाब फुटबॉल

और जानिये : भारत के प्रमुख खेल स्टेडियमो के नाम, स्थान एवं सम्बंधित खेलों की सूची

झारखण्ड के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 2000 से 2016)

$
0
0
झारखण्ड के मुख्यमंत्रियों की सूची- Chief Ministers of Jharkhand in HIndi

झारखण्ड के मुख्यमंत्रियों की सूची: (List of Chief Ministers of Jharkhand Since 2000 in Hindi)

झारखण्ड

झारखण्ड राज्य में बहुत बड़ी संख्या में घने वन और झाड़-झंकार जैसी अधिकांश वनस्पतियाँ पाई जाती हैं, यही कारण है कि राज्य का नाम झारखण्ड पड़ा है। यह राज्य छोटा नागपुर पठार पर बसा हुआ है, जो गंगा के मैदानी भाग के दक्षिण में है। झारखण्ड का शाब्दिक अर्थ है- “वन का क्षेत्र”। माना जाता है कि झारखण्ड शब्द का प्रयोग लगभग चार सौ वर्ष पहले सोलहवीं शताब्दी में हुआ। अपने बृहत और मूल अर्थ में ‘झारखण्ड’ पुराने बिहार के ज़्यादातर दक्षिणी हिस्से और छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के कुछ आदिवासी ज़िले शामिल हैं। झारखण्ड में भारत की लगभग नब्बे प्रतिशत अनुसूचित जनजाति का निवास स्थल है। संपूर्ण भारत में वनों के अनुपात में यह प्रदेश एक अग्रणी राज्य माना जाता है तथा वन्यजीवों के संरक्षण के लिये मशहूर है।

इन्हें भी पढ़े: कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों के नाम एवं उनकी राजनीतिक पार्टी

झारखण्ड का इतिहास

15 नंवबर, 2000 को भारत संघ के 28वें राज्य के रूप में झारखण्ड राज्य का निर्माण हुआ। झारखण्ड आदिवासियों की गृहभूमि है। एक प्राचीन कथा से ज्ञात होता कि उड़ीसा के राजा जयसिंह देव ने तेरहवीं शताब्दी में खुद को झारखण्ड का शासक घोषित कर अपना शासन लागू कर दिया था। झारखण्ड में मुख्य रूप से छोटा नागपुर पठार और संथाल परगना के वन क्षेत्र शामिल हैं। यहाँ की अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक परंपराएं हैं। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद ‘झारखण्ड मुक्ति मोर्चा’ ने नियमित आंदोलन किया, जिसके कारण से सरकार ने 1995 में ‘झारखण्ड क्षेत्र परिषद’ की स्थापना की और इसके पश्चात यह राज्य पूर्णत: अस्तित्व में आया। बाबूलाल मरांडी झारखंड राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री थे। इन्होंने 2006 में भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर ‘झारखंड विकास मोर्चा’ की स्थापना की थी।

वर्ष 2000 से अब तक चुने गए झारखण्ड के मुख्यमंत्रियों की सूची:-

मुख्यमंत्री का नाम पदभार ग्रहण पदमुक्ति दल/राजनीतिक पार्टी
बाबूलाल मरांडी 15 नवंबर 2000 17 मार्च 2003 भाजपा
अर्जुन मुंडा 18 मार्च 2003 01 मार्च 2005 भाजपा
शिबू सोरेन 02 मार्च 2005 11 मार्च 2005 झामुमो
अर्जुन मुंडा 12 मार्च 2005 14 सितम्बर 2006 भाजपा
मधु कोडा 18 सितम्बर 2006 24 अगस्त 2008 निर्दलीय
शिबू सोरेन 27 अगस्त 2008 18 जनवरी 2009 झामुमो
राष्ट्रपति शासन (19 जनवरी 2009-12 जनवरी 2009)
शिबू सोरेन 30 दिसम्बर 2009 31 मई 2010 झामुमो
राष्ट्रपति शासन (1 जून 2010-10 सितम्बर 2010)
अर्जुन मुंडा 11 सितम्बर 2010 18 जनवरी 2013 भारतीय जनता पार्टी
राष्ट्रपति शासन (18 जनवरी 2013-13 जुलाई 2013)
हेमंत सोरेन 13 जुलाई 2013 23 दिसम्बर 2014 झारखंड मुक्ति मोर्चा
रघुवर दास 28 दिसम्बर 2014 वर्तमान भारतीय जनता पार्टी

और जानिये : झारखण्ड के मुख्यमंत्रियों के नाम, कार्यकाल एवं उनकी राजनीतिक पार्टी (वर्ष 2000 से 2016)

भारतीय राज्य और उनके प्रमुख लोक नृत्यों के नाम की सूची

$
0
0
भारतीय राज्य और लोक नृत्य- Indian States and Folk Dances in Hindi

भारत के विभिन्न राज्य और उनके लोक नृत्य (List of Indian States and their Folk Dances in Hindi)

भारत विविध संस्कृतियों और परंपराओं का देश है। भारतीय लोक एवं आदिवासी नृत्य वास्तव में सरल होते हैं और प्रत्येक उत्सव या सार्वजनिक आयोजन में इन नृत्यों का दिखाई देना सामान्य बात है। लोक कला एक समूह या स्थान विशेष के लोगों का आम प्रदर्शन होता है।

भारतीय लोकनृत्यों के अंतर्गत अनंत प्रकार के स्वरूप और ताल हैं। इनमें धर्म, व्यवसाय और जाति के आधार पर अन्तर पाया जाता है। मध्य और पूर्वी भारत की जनजातियाँ (मुरिया, भील, गोंड़, जुआंग और संथाल) सभी अवसरों पर नृत्य करती हैं। जीवन चक्र और ऋतुओं के वार्षिक चक्र के लिए अलग-अलग नृत्य हैं। नृत्य, दैनिक जीवन और धार्मिक अनुष्ठानों का अंग है। बदलती जीवन शैलियों के कारण नृत्यों की प्रासंगिकता विशिष्ट अवसरों से भी आगे पहुँच गई है। नृत्यों ने कलात्मक-नृत्य का दर्जा प्राप्त कर लिया है। प्रतिवर्ष 26 जनवरी, भारतीय गणतंत्र दिवस एक ऐसा महत्त्वपूर्ण अवसर है, जब नेशनल स्टेडियम के विशाल क्षेत्र और परेड के 8 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर नृत्य करने के लिए देश के सभी भागों से नर्तक दिल्ली आते हैं।

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्य और उनकी भाषाएँ

भारतीय लोकनृत्यों का वर्गीकरण करना कठिन है, लेकिन सामान्य तौर पर इन्हें चार वर्गों में रखा जा सकता है।

  • वृत्तिमूलक (जैसे जुताई, बुआई, मछली पकड़ना और शिकार)।
  • धार्मिक।
  • आनुष्ठानिक (तांत्रिक अनुष्ठान द्वारा प्रसन्न कर देवी या दानव-प्रेतात्मा के कोप से मुक्ति के लिए)।
  • सामाजिक (ऐसा प्रकार जो उपरोक्त सभी वर्गों में शामिल है)।

प्रसिद्ध सामाजिक लोकनृत्यों में कोलयाचा (कोलियों का नृत्य) शामिल है। पश्चिमी भारत के कोंकण तट के मछुआरों के मूल नृत्य कोलयाचा में नौकायन की भावभंगिमा दिखाई जाती है। महिलाएँ अपने पुरुष साथियों की ओर रुमाल लहराती हैं और पुरुष थिरकती चाल के साथ आगे बढ़ते हैं। विवाह के अवसर पर युवा कोली (मछुआरे) नवदंम्पति के स्वागम में घरेलू बर्तन हाथ में पकड़कर गलियों में नृत्य करते हैं और नृत्य के चरम पर पहुँचते ही नवदंम्पति भी नाचने लगते हैं।

यहां अलग–अलग राज्यों और लोक नृत्यों की सूची दी जा रही है जो आपको यूपीएससी, राज्य पीएससी, एसएससी, बैंक आदि की परीक्षाओं में मदद करेंगी।

भारतीय राज्य और लोक नृत्य की सूची:

भारत के राज्य लोक-नृत्य
आंध्रप्रदेश कुचीपुड़ी, घंटामरदाला, ओट्टम थेडल, वेदी नाटकम।
असम बीहू, बीछुआ, नटपूजा, महारास, कालिगोपाल, बागुरुम्बा, नागा नृत्य, खेल गोपाल, ताबाल चोनग्ली, कानोई, झूमूरा होबजानाई।
बिहार जाट– जाटिन, बक्खो– बखैन, पनवारिया, सामा चकवा, बिदेसिया।
गुजरात गरबा, डांडिया रास, टिप्पनी जुरुन, भावई।
हरियाणा झूमर, फाग, डाफ, धमाल, लूर, गुग्गा, खोर, जागोर।
हिमाचल प्रदेश झोरा, झाली, छारही, धामन, छापेली, महासू, नटी, डांगी।
जम्मू और कश्मीर रऊफ, हीकत, मंदजात, कूद डांडी नाच, दमाली।
कर्नाटक यक्षगान, हुट्टारी, सुग्गी, कुनीथा, करगा, लाम्बी।
केरल कथकली (शास्त्रीय), ओट्टम थुलाल, मोहिनीअट्टम, काईकोट्टिकली।
महाराष्ट्र लावणी, नकाटा, कोली, लेजिम, गाफा, दहीकला दसावतार या बोहादा।
ओडीशा ओडिसि (शास्त्रीय), सवारी, घूमरा, पैंरास मुनारी, छाउ।
पश्चिम बंगाल काठी, गंभीरा, ढाली, जतरा, बाउल, मरासिया, महाल, कीरतन।
पंजाब भांगड़ा, गिद्दा, दफ्फ, धामन, भांड, नकूला।
राजस्थान घूमर, चाकरी, गणगौर, झूलन लीला, झूमा, सुईसिनी, घपाल, कालबेलिया।
तमिलनाडु भरतनाट्यम, कुमी, कोलट्टम, कवाडी।
उत्तर प्रदेश नौटंकी, रासलीला, कजरी, झोरा, चाप्पेली, जैता।
उत्तराखंड गढ़वाली, कुंमायुनी, कजरी, रासलीला, छाप्पेली।
गोवा तरंगमेल, कोली, देक्खनी, फुग्दी, शिग्मो, घोडे, मोडनी, समायी नृत्य, जगर, रणमाले, गोंफ, टून्नया मेल।
मध्यप्रदेश जवारा, मटकी, अडा, खाड़ा नाच, फूलपति, ग्रिदा नृत्य, सालेलार्की, सेलाभडोनी, मंच।
छत्तीसगढ़ गौर मारिया, पैंथी, राउत नाच, पंडवाणी, वेडामती, कपालिक, भारथरी चरित्र, चंदनानी।
झारखंड अलकप, कर्मा मुंडा, अग्नि, झूमर, जनानी झूमर, मर्दाना झूमर, पैका, फगुआ, हूंटा नृत्य, मुंदारी नृत्य, सरहुल, बाराओ, झीटका, डांगा, डोमचक, घोरा नाच।
अरुणाचल प्रदेश बुईया, छालो, वांचो, पासी कोंगकी, पोनुंग, पोपीर, बारडो छाम।
मणिपुर डोल चोलम, थांग टा, लाई हाराओबा, पुंग चोलोम, खांबा थाईबी, नूपा नृत्य, रासलीला, खूबक इशेली, लोहू शाह।
मेघालय का शाद सुक मिनसेइम, नॉन्गरेम, लाहो।
मिजोरम छेरव नृत्य, खुल्लम, चैलम, स्वलाकिन, च्वांगलाईज्वान, जंगतालम, पर लाम, सरलामकई/ सोलाकिया, लंगलम।
नागालैण्ड रंगमा, बांस नृत्य, जीलैंग, सूईरोलियंस, गीथिंगलिम, तिमांगनेतिन, हेतलईयूली।
त्रिपुरा होजागिरी ।
सिक्किम छू फाट नृत्य, सिकमारी, सिंघई चाम या स्नो लायन डांस, याक छाम, डेनजोंग नेनहा, ताशी यांगकू नृत्य, खूखूरी नाच, चुटके नाच, मारूनी नाच।
लक्षद्वीप लावा, कोलकाई, परीचाकली।

और जानिये : भारतीय राज्य और उनके प्रमुख लोक नृत्यों के नाम की सूची


भारत के कौन-से राज्य में कौन-सी भाषा बोली जाती है पर आधारित सामान्य ज्ञान

$
0
0
भारतीय राज्य और उनकी भाषाएँ- Indian States and Languages List in Hindi

भारतीय राज्य और उनकी भाषाएँ (List of Indian States and their Languages in Hindi)

भारतीय राज्य देश के संघीय प्रशासनिक ढाँचे की एक उप-राष्ट्रीय प्रशासनिक इकाई हैं। भारत के राज्यों की अपनी चुनी हुई सरकारें होती हैं, जिनका चुनाव उस राज्य के मतदाताओं द्वारा प्रति पाँच वर्ष की अवधि पर किया जाता है। प्रत्येक राज्य की अपनी विधानसभा भी होती हैं, जो राज्य स्तर पर भारत की संसद के समान ही हैं, जहाँ से राज्य सरकार, राज्य में शासन चलाती है। संसार में सबसे बड़ा गणतन्त्र, भारत गणराज्य में 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश हैं। राज्य का मुखिया मुख्यमंत्री होता हैं और केंद्र शासित प्रदेश का मुखिया को उप-राज्यपाल या प्रशासक कहा जाता हैं।

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्य और लोक नृत्य की सूची

भारत अनेकता में एकता प्रदर्शित करने वाला देश हैं। यहाँ हर एक राज्य में अलग-अलग भाषाएँ बोली जाती हैं, रहन-सहन और बोली और संस्कृति भी हर 40-50 किलोमीटर में ही अलग दिखाई देती हैं। भारत में विभिन्नता का स्वरूप न केवल भौगोलिक है, बल्कि भाषायी तथा सांस्कृतिक भी है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 1652 मातृभाषायें प्रचलन में हैं, जबकि संविधान द्वारा 22 भाषाओं को राजभाषा की मान्यता प्रदान की गयी है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 के अंतर्गत पहले केवल 15 भाषाओं को राजभाषा की मान्यता दी गयी थी, लेकिन 21वें संविधान संशोधन के द्वारा सिन्धी को तथा 71वाँ संविधान संशोधन द्वारा नेपाली, कोंकणी तथा मणिपुरी को भी राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया। बाद में 92वाँ संविधान संशोधन अधिनियम, 2003 के द्वारा संविधान की आठवीं अनुसूची में चार नई भाषाओं बोडो, डोगरी, मैथिली तथा संथाली को राजभाषा में शामिल कर लिया गया। इस प्रकार अब संविधान में 22 भाषाओं को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया है। भारत में इन 22 भाषाओं को बोलने वाले लोगों की कुल संख्या लगभग 90% है। इन 22 भाषाओं के अतिरिक्त अंग्रेज़ी भी सहायक राजभाषा है और यह मिज़ोरम, नागालैण्ड तथा मेघालय की राजभाषा भी है। कुल मिलाकर भारत में 58 भाषाओं में स्कूलों में पढ़ायी की जाती है।

भारत के विभिन्न राज्यों में बोली जाने वाली भाषाओं की सूची:

भारत के राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाषा अन्य भाषा
जम्मू एवं कश्मीर कश्मीरी डोगरी और हिंदी
हिमाचल प्रदेश हिन्दी पंजाबी और नेपाली
हरियाणा हिन्दी पंजाबी और उर्दू
पंजाब पंजाबी हिन्दी
उत्तराखंड हिन्दी उर्दू, पंजाबी और नेपाली
दिल्ली हिन्दी पंजाबी, उर्दू और बंगाली
उत्तर प्रदेश हिन्दी उर्दू
राजस्थान हिन्दी पंजाबी और उर्दू
मध्य प्रदेश हिन्दी मराठी और उर्दू
पश्चिम बंगाल बंगाली हिंदी, संताली, उर्दू, नेपाली
छत्तीसगढ़ हिन्दी बांग्ला और ओरिया
बिहार हिन्दी मैथिली और उर्दू
झारखंड हिन्दी संताली, बंगाली और उर्दू
सिक्किम नेपाली हिन्दी, बंगाली
अरुणाचल प्रदेश बंगाली नेपाली, हिन्दी और असमिया
नागालैंड बंगाली हिन्दी और नेपाली
मिजोरम बंगाली हिन्दी और नेपाली
असम असमिया बंगाली, हिंदी, बोडो और नेपाली
त्रिपुरा बंगाली हिन्दी
मेघालय बंगाली हिन्दी और नेपाली
मणिपुर मणिपुरी, नेपाली, हिन्दी और बंगाली
ओडिशा ओरिया हिंदी, तेलुगु और संताली
महाराष्ट्र मराठी हिन्दी, उर्दू और गुजराती
गुजरात गुजराती हिंदी, सिंधी, मराठी और उर्दू
कर्नाटक कन्नड़ उर्दू, तेलुगू, मराठी और तमिल
दमन और दीव गुजराती हिंदी और मराठी
दादरा और नगर हवेली गुजराती हिंदी, कोंकणी और मराठी
गोवा कोंकणी मराठी, हिन्दी और कन्नड़
आंध्र प्रदेश तेलुगु उर्दू, हिंदी और तमिल
केरल मलयालम
लक्षद्वीप मलयालम
तमिलनाडु तमिल तेलुगू, कन्नड़ और उर्दू
पुडुचेरी तमिल तेलुगू, कन्नड़ और उर्दू
अंडमान और निकोबार द्वीप बंगाली हिंदी, तमिल, तेलुगू और मलयालम

और जानिये : भारत के कौन-से राज्य में कौन-सी भाषा बोली जाती है पर आधारित सामान्य ज्ञान

भारतीय राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानी, क्षेत्रफल, साक्षरता दर एवं स्थापना वर्ष

$
0
0
भारत के राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, राजधानियाँ, स्थापना वर्ष- States of India and their Capitals in Hindi

भारत के राज्य और उनकी राजधानियाँ, साक्षरता दर एवं स्थापना वर्ष: (States of India and their Capitals in Hindi)

भारत के सामान्य ज्ञान जानकारी:

राज्यों का एक संघ भारत, संसदीय प्रणाली वाला एक संप्रभु समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणतंत्र है। भारत के संविधान को संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को अपनाया था और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। भारत में 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं।

इन्हें भी पढ़े: भारतीय राज्य और उनके प्रमुख लोक नृत्य

भारतीय राज्यों की सीमाओं को भाषाई आधार के साथ पुनर्गठित करने में राज्य पुनर्गठन अधिनियम ने अहम भूमिका निभाई। साथ ही इसने भारतीय संविधान में संशोधन किया जिससे तीन प्रकार के राज्य ए, बी, और सी राज्यों को एक ही प्रकार में संशोधित किया गया। हालांकि 1947 के बाद से राज्यों की सीमाओं में कई अतिरिक्त बदलाव हुए पर इस अधिनियम को भारतीय राज्यों का वर्तमान आकार और आकृति देने के लिए निर्विवाद खिलाड़ी माना जाता है। नवंबर 2000 में भारत में तीन नए राज्य बने – मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ बना, उत्तरप्रदेश से उत्तरांचल और बिहार से झारखंड बना।

इन्हें भी पढ़े: भारत के विभिन्न राज्यों में बोली जाने वाली भाषाओं की सूची

संविधान ने संसद और राज्य विधानसभाओं को विधायी शक्तियां बांटी हैं। संसद दो सदनों वाली है – निचले सदन को लोकसभा और उपरी सदन को राज्यसभा कहते हैं। राज्य स्तर पर कुछ विधानसभाएं दो सदनों वाली होती हैं और राष्ट्रीय संसद की तर्ज पर काम करती हैं।

भारत में 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश हैं। सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश अपने आप में अनूठे हैं। अपने असाधारण इतिहास और संस्कृति के साथ भारत के यह सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सैलानियों को अपने रहस्यों और करिश्मों से आकर्षित करने में असफल नहीं होते।

भारत के राज्य और उनकी राजधानियाँ:

राज्य राजधानी क्षेत्रफल सबसे बड़े शहर साक्षरता दर स्थापना वर्ष
आंध्र प्रदेश हैदराबाद/अमरावती 160,205 वर्ग किमी विशाखापट्टनम, विजयवाडा, गुंटूर 67.66* 1956
अरुणाचल प्रदेश ईटानगर 83,743 वर्ग किमी ईटानगर 66.95 1987
असम दिसपुर 78,438 वर्ग किमी गुवाहाटी, सिलचर, डिब्रूगढ़, नगांव 73.18 1975
बिहार पटना 94,163 वर्ग किमी पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ 63.82 1935
छत्तीसगढ़ रायपुर 135,191 वर्ग किमी रायपुर, भिलाई नगर, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग 71.04 2000
गोवा पणजी 3,702 वर्ग किमी पणजी 87.4 1961
गुजरात गाँधीनगर 196,024 वर्ग किमी अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, भावनगर 79.31 1960
हरियाणा चण्डीगढ़ 44,212 वर्ग किमी फरीदाबाद, गुडगाँव, रोहतक, हिसार, पानीपत 76.64 1966
हिमाचल प्रदेश शिमला 55,673 वर्ग किमी शिमला 83.78 1971
जम्मू और कश्मीर श्रीनगर (ग्रीष्म) जम्मू (शीत) 222,236 वर्ग किमी श्रीनगर, जम्मू, अनंतनाग 68.74 1948
झारखंड राँची 79,714 वर्ग किमी धनबाद, रांची, जमशेदपुर, बोकारो स्टील 67.63 2000
कर्नाटक बंगलौर 191,791 वर्ग किमी बंगलोर, हुबली और धारवाड़, मैसूर, गुलबर्गा, बेलगाम 75.6 1956
केरल तिरुवनन्तपुरम 38,863 वर्ग किमी तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझीकोड, कोल्लम, त्रिशूर 93.91 1956
मध्य प्रदेश भोपाल 308,245 वर्ग किमी इंदोर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जेन 70.63 1956
महाराष्ट्र मुम्बई 307,713 वर्ग किमी मुंबई, पुणे, नागपुर, ठाणे, पिंपरी और चिंचवाड़ 82.91 1960
मणिपुर इम्फाल 22,327 वर्ग किमी इंफाल 79.85 1947
मेघालय शिलांग 22,429 वर्ग किमी शिलांग 75.48 1970
मिजोरम आइज़ोल 21,081 वर्ग किमी आइजोल 91.58 1972
नागालैंड कोहिमा 16,579 वर्ग किमी दीमापुर 80.11 1963
उड़ीसा भुवनेश्वर 155,707 वर्ग किमी भुवनेश्वर, कटक, ब्रह्मपुर कस्बा, राउरकेला, पुरी कस्बा 73.45 1948
पंजाब चण्डीगढ़ 50,362 वर्ग किमी लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, पटियाला, बठिंडा 76.68 1966
राजस्थान जयपुर 342,239 वर्ग किमी जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर 67.06 1948
सिक्किम गान्तोक 7,096 वर्ग किमी गंगटोक 82.2 1975
तमिलनाडु चेन्नई 130,058 वर्ग किमी चेन्नई, कोयम्बटूर, मदुरई, तिरुचिरापल्ली, सलेम 80.33 1969
तेलंगाना हैदराबाद 114,840 वर्ग किमी हेदराबाद, वारंगल 67.22 2014
त्रिपुरा अगरतला 10,486 वर्ग किमी अगरतला 87.75 1956
उत्तर प्रदेश लखनऊ 240,928 वर्ग किमी लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, आगरा, मेरठ 69.72 1937
उत्तराखंड देहरादून 53,483 वर्ग किमी देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी व काठगोदाम, रुद्रपुर 79.63 2000
पश्चिम बंगाल कोलकाता 88,752 वर्ग किमी कोलकाता, हावड़ा, दुर्गापुर, आसनसोल, सिलीगुड़ी 77.08 194

भारत के केंद्र शासित प्रदेश और उनकी राजधानियाँ :

राज्य राजधानी क्षेत्रफल सबसे बड़े शहर साक्षरता दर स्थापना वर्ष
अंडमान और निकोबार पोर्ट ब्लेयर 8,249 वर्ग किमी पोर्ट ब्लेयर 86.27 1956
चंडीगढ़ चण्डीगढ़ 114 वर्ग किमी चंडीगढ 86.43 1966
दादरा और नागर हवेली सिलवास 491 वर्ग किमी सिलवासा 77.65 1944
दमन और दीव दमन 112 वर्ग किमी दमन 87.07 1987
दिल्ली कवरत्ती 11,297 वर्ग किमी दिल्ली 86.34 1952
लक्षद्वीप नई दिल्ली 32 वर्ग किमी कावारत्ती 92.28
पुडुचेरी पॉन्डिचेरी 479 वर्ग किमी कराईकल, पुडुचेरी 86.55 1954

और जानिये : भारतीय राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानी, क्षेत्रफल, साक्षरता दर एवं स्थापना वर्ष

वर्ष 2016 में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन की सूची

$
0
0
वर्ष 2016 में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन की सूची- Celebrity deaths in 2016

वर्ष 2016 में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन की सूची (List of celebrity deaths in 2016 in Hindi)

इस पोस्ट में साल 2016 में हुए महत्वपूर्ण चर्चित व्यक्तियों के निधन के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। यहाँ भारत और विश्व के प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम, उनके निधन की तिथि, देश और वे किसलिए विख्यात थे, से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है। हर साल की तरह यह साल भी किसी के लिए बहुत अच्छा रहा तो किसी के लिए बेहद ही दुखद राजनीति, बॉलीवुड और टीवी जगत में भी 2016 में कई घटनाएं हुईं, जब कुछ चर्चित चेहरे दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए। राजनीति के क्षेत्र में अम्मा के नाम से मशहूर जयललिता और सिनेमा जगत के कुछ दिग्गज कलाकारों ने दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

इन्हें भी पढ़े: वर्ष 2016 के प्रमुख पुरस्कार और सम्मान के विजेता

सितारों के अचानक चले जाने से उनके फैंस भी बेहद मायूस दिखे आज हमको बताएंगे कुछ ऐसे ही चर्चित चेहरों के बारे में जो इस साल दुनिया छोड़ कर चले गए है। आइये जानते है ऐसे कुछ  प्रसिद्ध व्यक्तियों के बारे में जो अब हमारे बीच नहीं रहे:-

वर्ष 2016 में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन की सूची

तिथि व्यक्ति का नाम उल्लेखनीयता का कारण एवं देश
जनवरी 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
2 जनवरी ए॰बी॰ बर्धन भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी महासचिव (१९९६-२०१२)
2 जनवरी फतेह सिंह भारतीय रायफल निशानेबाज और सेना अफसर
2 जनवरी निम्र अल-निम्र सऊदी शिया नेता
3 जनवरी पीटर नौर अग्रणी डेनिश कंप्यूटर विज्ञानी
7 जनवरी मुफ़्ती मोहम्मद सईद भारतीय राजनीतिज्ञ और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री
8 जनवरी मारिया टेरेसा डी फिलिप्स विश्व की पहली महिला फार्मूला वन चालक
13 जनवरी जे॰एफ॰आर॰ जैकब भारतीय सैन्य अधिकारी
14 जनवरी एलन रिकमैन अंग्रेज़ अभिनेता
14 जनवरी राजेश विवेक भारतीय फ़िल्म अभिनेता
15 जनवरी अनिल गांगुली भारतीय फ़िल्म निर्देशक (कोरा कागज़, तपस्या)
17 जनवरी वी॰ रामा राव भारतीय राजनीतिज्ञ, सिक्किम के राज्यपाल (२००२–२००७)
18 जनवरी अरमांडो लोयज़ा बोलिविया के राजनयिक और राजनेता, विदेश मंत्री (२००५-२००६)
18 जनवरी ग्लेन फ्रे अमेरिकी गायक-गीत लेखक और संगीतकार
18 जनवरी लार्स रोर लंग्स्लेट नॉर्वे के राजनीतिज्ञ, विज्ञान एवं संस्कृति मंत्री (१९८२–१९८६)
23 जनवरी निर्मला गजवानी गुजरात विधानसभा की पहली महिला डिप्टी स्पीकर
फ़रवरी 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
2 फ़रवरी इंतज़ार हुसैन उर्दू कथा लेखक, उपन्यासकार, कवि
4 फ़रवरी एडगर मिशेल चांद पर चलहकदमी करने वाले छठे अंतरिक्ष यात्री
9 फ़रवरी सुशील कोइराला नेपाली राजनीतिज्ञ, प्रधानमंत्री (२०१४-१५), कांग्रेस अध्यक्ष (२०१० तक)
19 फ़रवरी हार्पर ली अमरीकी उपन्यासकार
29 फ़रवरी मुमताज़ क़ादरी पाकिस्तानी सजायाफ्ता हत्यारा (सलमान तासीर)
मार्च 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
2 मार्च जॉर्ज केनेडी अभिनेता
3 मार्च अशोक घोष भारतीय राजनीतिज्ञ
3 मार्च मार्टिन क्रो न्यूज़ीलैण्ड के क्रिकेट खिलाड़ी, कैंसर से निधन
4 मार्च पी॰ए॰ संगमा भारतीय राजनीतिज्ञ, लोकसभा अध्यक्ष (१९९६-९८)
4 मार्च पी॰के॰ नायर भारतीय फ़िल्म अभिलेखक
13 मार्च कीथ एमर्सन ब्रिटिश कीबोर्ड वादक
अप्रैल 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
4 अप्रैल चुस लमपरावे स्पेनिश अभिनेत्री
12 अप्रैल बॉल्स महोनी अमेरिकी पेशेवर पहलवान
17 अप्रैल डोरिस रॉबर्ट्स अमेरिकी अभिनेत्री
26 अप्रैल हैरी वू मानवाधिकार कार्यकर्ता
30 अप्रैल हैरी क्रोटो रसायनशास्त्री
मई 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
20 मई जॉन डेविड जैक्सन अमेरिकन बॉक्सर
13 मई बाबा हरदेव सिंह निरंकारी मिशन के प्रमुख
12 मई सुसनाह मुशट जॉन्स अमेरिकी महिला थीँ जिन्हें वर्तमान में सबसे अधिक वर्ष तक जीने वाला व्यक्ति माना जाता है।
28 मई सुरेश चटवाल भारतीय फ़िल्म अभिनेता
जून 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
1 जून रज़ाक ख़ान भारतीय फ़िल्म अभिनेता
3 जून मुहम्मद अली पूर्व विश्व हेवीवेट चैम्पियन मुक्केबाज
4 जून सुलभा देशपांडे भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री
7 जून अम्बर गुरुंग नेपाल के संगीतकार
14 जून अच्युत लहकर अभिनेता तथा असम के मोबाइल थिएटर आंदोलन के जनक
25 जून नील ओ ब्रायन क्विज मास्टर
जुलाई 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
3 जुलाई नोएल नील अभिनेत्री
4 जुलाई अब्बास कियारोस्तामी ईरान के फिल्म निर्देशक
18 जुलाई मुबारक बेगम भारतीय गायिका
20 जुलाई मोहम्मद हाशिम अंसारी बाबरी मस्जिद के मुस्लिम पक्षकार
28 जुलाई लच्छू महाराज भारतीय तबला वादक
30 जुलाई सूरज बड़जात्या राजश्री प्रोडक्शन के एमडी और सीईओ
अगस्त 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
9 अगस्त कलिखो पुल अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री
11 अगस्त हनीफ मुहम्मद पाकिस्तानी क्रिकेटर
सितंबर 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
2 सितंबर इस्लाम करिमोव उज्‌बेकिस्तान के राष्ट्रपति
19 सितंबर देवकृष्ण व्यास पत्रकार
23 सितंबर रेवती सरन शर्मा हिंदी एवं उर्दू लेखक
28 सितंबर शिमोन पेरेज़ इज़रायल के राष्ट्रपति
अक्टूबर 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
1 अक्टूबर डेविड हेर्ड स्कॉटिश फुटबॉलर
5 अक्टूबर मिचल कयोवक स्लोवाकिया के पहले राष्ट्रपति
13 अक्टूबर भूमिबल अतुल्यतेज थाईलैंड के राजा
16 अक्टूबर किगेली वी रवांडा के राजा
20 अक्टूबर माइकल मस्सी अमेरिकी अभिनेता
29 अक्टूबर पेन सोवन कंबोडिया की 32 वीं प्रधानमंत्री
नवम्बर 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
7 नवम्बर जयवंतीबेन मेहता पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता
16 नवम्बर मुकेश रावल भारतीय फ़िल्म अभिनेता
22 नवम्बर डॉ. विवेकी राय हिंदी और भोजपुरी लेखक
25 नवम्बर फिदेल कास्त्रो क्यूबा के क्रांतिकारी नेता और पूर्व राष्ट्रपति
दिसम्बर 2016 माह में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन
3 दिसम्बर बेकल उत्साही कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद और शायर
5 दिसम्बर जयललिता तमिलनाडु की मुख्यमंत्री
8 दिसम्बर जॉन ग्‍लेन अंतरिक्ष यात्री
25 दिसम्बर दीनानाथ भार्गव भारतीय चित्रकार
26 दिसम्बर जॉर्ज माइकल ब्रिटिश पॉप गायक

और जानिये : वर्ष 2016 में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन की सूची

विश्व इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब और किसके बीच हुई की सूची

$
0
0
भारतीय इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब और किसके बीच हुई की सूची

भारतीय इतिहास की प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब और किसके बीच हुई: (Indian History Important War Treaties List in Hindi)

भारतीय इतिहास में समय-समय पर कई युद्ध सन्धियाँ हुई हैं। भारतीय रियासतों में आपस में ही कई इतिहास प्रसिद्ध युद्ध लड़े गए। इन देशी रियासतों की आपसी फूट भी इस हद तक बढ़ चुकी थी, कि अंग्रेज़ों ने उसका पूरा लाभ उठाया। राजपूतों, मराठों और मुसलमानों में भी कई सन्धियाँ हुईं। भारत के इतिहास में अधिकांश सन्धियों का लक्ष्य सिर्फ़ एक ही था, दिल्ली सल्तनत पर हुकूमत। अंग्रेज़ों ने ही अपनी सूझबूझ और चालाकी व कूटनीति से दिल्ली की हुकूमत प्राप्त की थी, हालाँकि उन्हें भारत में अपने पाँव जमाने के लिए काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा था, फिर भी उन्होंने भारतीयों की आपसी फूट का लाभ उठाते हुए इसे एक लम्बे समय तक ग़ुलाम बनाये रखा। आइये जानते है भारतीय इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियों के नाम, किस-किस के बीच एवं कब हुई के बारे में:-

इन्हें भी पढ़े: भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध कब और किसके बीच हुए

भारतीय इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब हुई की सूची:-

सन्धि का नाम किस-किस के बीच हुई कब हुई
अलीनगर की सन्धि बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 9 फ़रवरी, 1757 ई.
इलाहाबाद की सन्धि रॉबर्ट क्लाइव और बादशाह शाहआलम द्वितीय के बीच 1765 ई.
मसुलीपट्टम की सन्धि 23 फ़रवरी, 1768 ई.
बनारस की सन्धि प्रथम अवध के नवाब शुजाउद्दौला तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 1773 ई.
बनारस की सन्धि द्वितीय राजा चेतसिंह और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 1775 ई.
सूरत की सन्धि राघोवा (रघुनाथराव) और अंग्रेज़ों के बीच 1775 ई.
पुरन्दर की सन्धि मराठों तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच  1776 ई.
बड़गाँव की सन्धि ईस्ट इंडिया कम्पनी की सरकार की ओर से कर्नल करनाक और मराठों के बीच 1779 ई.
सालबाई की सन्धि ईस्ट इण्डिया कम्पनी और महादजी शिन्दे के बीच 1782 ई.
बसई की सन्धि मराठा पेशवा बाजीराव द्वितीय और अंग्रेज़ों के बीच 31 दिसम्बर, 1802 ई.
देवगाँव की सन्धि रघुजी भोंसले और अंग्रेज़ों के बीच 17 दिसम्बर, 1803 ई.
सुर्जी अर्जुनगाँव की सन्धि अंग्रेज़ों और दौलतराव शिन्दे के बीच 1803 ई.
अमृतसर की सन्धि रणजीत सिंह और ईस्ट इंडिया कम्पनी के बीच 25 अप्रैल, 1809 ई.
पूना की सन्धि पेशवा बाजीराव द्वितीय और अंग्रेज़ों के बीच 1817 ई.
उदयपुर की सन्धि  उदयपुर के राणा और अंग्रेज़ सरकार के बीच 1818 ई.
गंडमक की सन्धि वाइसराय लॉर्ड लिटन और अफ़ग़ानिस्तान के अपदस्थ अमीर शेरअली के पुत्र याक़ूब ख़ाँ के बीच 1879 ई.
सुगौली सन्धि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी और नेपाल के बीच 4 मार्च, 1816 ई.
लाहौर की सन्धि अंग्रेज़ों और सिक्खों के बीच 9 मार्च, 1846 ई.
वर्साय की सन्धि जर्मनी और गठबन्धन देशों (ब्रिटेन, फ्रान्स, अमेरिका, रूस आदि) के बीच 28 जून 1919 ई.

और जानिये : विश्व इतिहास में हुई प्रमुख युद्ध सन्धियाँ कब और किसके बीच हुई की सूची

भारत के प्रमुख राजनीतिक दलों के नाम एवं उनके चुनाव चिन्हों की सूची

$
0
0
भारत के प्रमुख राजनीतिक दलों के नाम एवं उनके चुनाव चिन्हों की सूची

भारत के प्रमुख राजनीतिक दल एवं चुनाव चिन्ह: (Major Political Parties of India and Their Symbols in Hindi)

भारत की लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के अन्तर्गत राजनीतिक दल का अत्यधिक महत्त्व है क्योंकि इस व्यवस्था के अन्तर्गत सरकारों का गठन उस राजनीतिक दल द्वारा ही किया जाता है, जो चुनाव में बहुमत प्राप्त प्राप्त करता है। लोकसभा के चुनाव में बहुमत प्राप्त करने वाला दल केन्द्र में सरकार बनाता है तथा राज्य विधानसभाओं के चुनाव में बहुमत प्राप्त करने वाला राज्यों में सरकार का गठन करता है। भारत में वास्तविक अर्थ में राजनीतिक दल का गठन 1885 में हुआ, जब कांग्रेस अस्तित्त्व में आयी। स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान कई राजनीतिक दलों का गठन हुआ, लेकिन उनका अस्तित्त्व न के बराबर रहा।

इन्हें भी पढे: भारत के राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नाम तथा स्थापना वर्ष

स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद भी क़रीब 1967 तक सम्पूर्ण भारत में कांग्रेस का ही प्रभुत्त्व रहा, लेकिन 1967 में कांग्रेस को अनेक राज्यों की की विधानसभाओं के चुनाव में बहुमत नहीं प्राप्त हुआ तथा 1977 में पाँच दलों के विलय से गठित जनता पार्टी ने कांग्रेस को केन्द्र से भी सत्ता से हटा दिया लेकिन जनता पार्टी में आपसी मतभेद के कारण कांग्रेस पुन: केन्द्र में सत्तारूढ़ हुई। वी.पी. सिंह द्वारा कांग्रेसी प्रधानमंत्री पर लगाये गये आरोप के कारण कांग्रेस दिसम्बर, 1989 से जून, 1991 तक भी केन्द्र में सत्तारूढ़ नहीं रही लेकिन जून, 1991 से मई 1996 तक पुन: केन्द्र में सत्तारूढ़ रही।

भारत के राजनीतिक दल एवं उसके चुनाव की सूची:

राजनीतिक दल का नाम चुनाव चिन्ह का नाम
कांग्रेस पार्टी पंजा (हाथ)
भारतीय जनता पार्टी कमल
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी हँसिया, हथौड़ा एवं तारा
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी हँसिया और बाली
बहुजन समाज पार्टी हाथी
असम गण परिषद् हाथी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी घड़ी
समाजवादी पार्टी एवं तेलुगु देशम् साइकिल
समता पार्टी मशाल
नेशनल कॉन्फ्रेंस हल
जनता दल यूनाइटेड तीर
शिव – सेना, अकाली दल तीर-कमान
राष्ट्रीय जनता दल लालटेन
अन्नाद्रमुक मुनेत्र कड़गम दो दंपत्ती
ऑल इंडिया फॉरबर्ड ब्लॉक शेर
मुस्लिम लीग सीढ़ी
हरियाणा विकास पार्टी लड़का-लड़की

और जानिये : भारत के प्रमुख राजनीतिक दलों के नाम एवं उनके चुनाव चिन्हों की सूची

Viewing all 1939 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>